Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 4 EVS Chapter 15 हमारे गौरव-II Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 4 EVS are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 4 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.
पता कीजिए और लिखिए- पृष्ठ 204
प्रश्न 1.
आपके घर या गाँव के आस-पास कौनकौन आयुर्वेदाचार्य हैं?
उत्तर:
[छात्र इसका उत्तर स्वयं पता करके लिखें।]
प्रश्न 2.
आपके गाँव या शहर में ऐसे कौन-कौन से लोग हैं जो आयुर्वेद के अनुसार निःशुल्क उपचार करते हैं?
उत्तर:
नोट-[छात्र इसका उत्तर भी स्वयं पता करके लिखें।]
प्रश्न 3.
आयुर्वेदाचार्य (चिकित्सक) में क्याक्या गुण होने चाहिए?
उत्तर:
प्रश्न 4.
अपने गाँव या शहर के किसी आयुर्वेदाचार्य (डॉक्टर) से मिलकर उनके द्वारा ली गई शपथ के बारे में जानें और लिखें।
उत्तर:
[नोट-छात्र इसे किसी आयुर्वेदाचार्य से जानकर स्वयं लिखें।]
सोचिए और बताइए- पृष्ठ 205.
प्रश्न 1.
प्रयोग और क्रियाविधि के माध्यम से पढ़ने से क्या लाभ है?
उत्तर:
प्रयोग और क्रियाविधि के माध्यम से पढ़ने से पुस्तकीय के साथ-साथ प्रयोगात्मक ज्ञान में भी
प्रवीणता आती है। इससे चिकित्सीय कुशलता में वृद्धि होती है।
पता कीजिए- पृष्ठ 208
प्रश्न 1.
आपके आस-पास ऐसे कौन-कौन से लोग हैं जिनको उनके काम के आधार पर उपनाम दिया गया हो, जैसे-चौधरी, पंच, मुखिया, पटवा, मेहता, जोशी आदि।
उत्तर:
[नोट-छात्र अपने आसपास ऐसे लोगों का पता लगाएँ]
प्रश्न 2.
अपने शिक्षक से पता कीजिए कि 'बेगार प्रथा' क्या थी?
उत्तर:
'बेगार प्रथा' के अन्तर्गत दबंग या सत्ताधारी व्यक्ति कमजोर, दलित लोगों से जबरन बिना उसके श्रम का मूल्य चुकाए, श्रम लेते थे।
सोचिए और बताइए- पृष्ठ 208
प्रश्न 1.
आप कितनी भारतीय भाषाओं के नाम जानते हैं? सूची बनाइए।
उत्तर:
मैं इन भारतीय भाषाओं के नाम जानता हूँ
प्रश्न 2.
किसी एक परिवार की मासिक आय 5000 रुपये और खर्च 5000 रुपये है। दूसरे परिवार की मासिक आय 8000 रुपये और खर्च 5000 रुपये है। दोनों परिवारों की आर्थिक स्थिति में क्या अंतर होगा?
उत्तर:
पहले परिवार की तुलना में दूसरे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी होगी क्योंकि उसकी 3000 रुपये की प्रतिमाह बचत होगी, जिसको वह निवेश कर सकता है।
प्रश्न 3.
सरदार पटेल का संदेश 'उत्पादन बढ़ाओ, खर्च घटाओ' व्यक्तिगत रूप से और देश हित में आज भी सार्थक है। कैसे?
उत्तर:
'उत्पादन बढ़ाने और खर्च घटाने' से हमारी बचत बढ़ेगी। बचत बढ़ने से निवेश बढ़ेगा। निवेश बढ़ने से औद्योगीकरण में वृद्धि होगी, प्रौद्योगिकी में | निवेश होगा। इससे हमारा निर्यात बढ़ेगा और देश समृद्ध तथा खुशहाल होगा। व्यक्तिगत रूप से देशहित में समृद्धि और खुशहाली की दृष्टि से सरदार पटेल का उक्त संदेश आज भी सार्थक है।
जाना-समझा, अब बताइए- पृष्ठ 209
प्रश्न 1.
महापुरुषों की जीवनियों से हमें क्या-क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर:
महापुरुषों की जीवनियों से जन-सेवा करने, दयावान होने, सदाचारी होने, सैद्धान्तिक एवं पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ प्रयोगात्मक ज्ञान में भी प्रवीण होने, अपने देश की रक्षा तथा उसकी स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए संघर्ष करने तथा उसके लिए अपने प्राणों को भी बलिदान कर देने तथा दलितों, कमजोरों की सहायता करने की प्रेरणा मिलती है।
प्रश्न 2.
आप बड़े होकर इनमें से किस महापुरुष जैसा बनना चाहते हैं और क्यों?
उत्तर:
मैं बड़ा होकर सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसा बनना चाहता हूँ क्योंकि वे एक महान महापुरुष थे। देश की एकता में उनका बहुत योगदान रहा। उन्होंने अनेक आन्दोलनों का नेतृत्व किया। उन्होंने गुजरात में बेगार प्रथा को बन्द कराया। उन्होंने दलित, किसान आदि सभी वर्गों के हित के लिए कार्य किया। अत: मैं उनके आदर्शों की पालना करते हुए देश सेवा कर उन जैसा बनना चाहता हूँ।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. महान शल्य चिकित्सक थे
(अ) चरक
(ब) सुश्रुत
(स) धन्वन्तरि
(द) सरदार पटेल
उत्तर:
(ब) सुश्रुत
2. रानी दुर्गावती थीं-
(अ) एक महान वीरांगना
(ब) एक महान गायिका
(स) एक महान नर्तकी
(द) एक महान विदुषी
उत्तर:
(अ) एक महान वीरांगना
3. 'अभिनव भारत' नामक संस्था की स्थापना की
(अ) वीर सावरकर ने
(ब) सरदार पटेल ने
(स) महात्मा गाँधी ने
(द) जवाहरलाल नेहरू ने
उत्तर:
(अ) वीर सावरकर ने
4. 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम नामक पुस्तक लिखी
(अ) सरदार पटेल ने
(ब) रानी दुर्गावती ने
(स) महात्मा गाँधी ने
(द) वीर सावरकर ने
उत्तर:
(द) वीर सावरकर ने
5. वल्लभ भाई को सरदार की उपाधि दी
(अ) महात्मा गाँधी ने
(ब) जवाहरलाल नेहरू ने
(स) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने
(द) आचार्य कृपलानी ने
उत्तर:
(अ) महात्मा गाँधी ने
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
चरक शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर:
चरक शब्द का अर्थ है-चलने वाला।
प्रश्न 2.
महर्षि चरक का नाम चरक कैसे पड़ा?
उत्तर:
इन्हें जनसेवा में इतनी रुचि थी कि ये जगहजगह घूमते हुए जनसाधारण की चिकित्सा करते थे। इसीलिए लोग इन्हें चरक के नाम से जानने लगे।
प्रश्न 3.
चरक का प्रसिद्ध ग्रंथ कौनसा है?
उत्तर:
चरक संहिता'।
प्रश्न 4.
चरक संहिता में किसका वर्णन है?
उत्तर:
चरक संहिता में शरीर के विभिन्न अंगों की बनावट, जड़ी-बूटियों के गुण तथा पहचान का वर्णन
प्रश्न 5.
चरक के अनुसार चिकित्सक को कैसा होना चाहिए? उत्तर-चरक के अनुसार चिकित्सक को दयावान और सदाचारी होना चाहिए।
प्रश्न 6.
सुश्रुत कौन थे?
उत्तर:
सुश्रुत प्राचीन भारत के शल्य चिकित्सक थे।
प्रश्न 7.
सुश्रुत छात्रों को कैसे पढ़ाते थे?
उत्तर:
सुश्रुत छात्रों को प्रयोग एवं क्रियाविधि से पढ़ाते थे।
प्रश्न 8.
रानी दुर्गावती कौन थी?
उत्तर:
रानी दुर्गावती एक महान वीरांगना, कालिंजर महाराज कीर्तिसिंह की पुत्री तथा गढ़ा राज्य की महारानी तथा दलपति शाह की पत्नी थीं।
प्रश्न 9.
दलपति शाह की मृत्यु के बाद गढ़ा दुर्ग पर किसने हमला किया?
उत्तर:
दलपति शाह की मृत्यु के बाद अकबर की ओर से आसफ खाँ ने गढ़ा दुर्ग पर हमला किया।
प्रश्न 10.
वीर सावरकर की पुस्तक का नाम लिखिए।
उत्तर:
वीर सावरकर ने '1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम' नामक पुस्तक लिखी।
प्रश्न 11.
भारत की स्वतंत्रता के समय अंग्रेजों ने 562 देशी रियासतों को क्या अधिकार दिया?
उत्तर;
अंग्रेजों ने देशी रियासतों को यह अधिकार दिया कि वे चाहें तो स्वतंत्र रहें, चाहें तो भारत के साथ मिलें या पाकिस्तान के साथ मिलें।
प्रश्न 12.
किस आंदोलन की सफलता के बाद गाँधीजी ने वल्लभभाई पटेल को कौनसी उपाधि
दौर
उत्तर:
सरदार की उपाधि।
लघूत्तरात्मक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
चरक कौन थे? वे किसके लिए प्रसिद्ध
उत्तर:
चरक प्राचीन भारत के महान चिकित्सक थे। इन्हें जनसेवा में इतनी रुचि थी कि ये जगह-जगह घूमते हुए जनसाधारण की चिकित्सा किया करते थे तथा चिकित्सा विज्ञान का प्रचार-प्रसार किया करते थे। इसीलिए लोग इन्हें चरक नाम से जानने लगे। इनका प्रसिद्ध ग्रंथ 'चरक संहिता' है जिसमें शरीर के विभिन्न अंगों की बनावट, जड़ी-बूटियों के गुण तथा पहचान का वर्णन है।
प्रश्न 2.
सुश्रुत कौन थे? वे क्यों प्रसिद्ध हैं?
उत्तर:
सुश्रुत प्राचीन भारत के महान शल्य चिकित्सक थे। प्लास्टिक सर्जरी का उल्लेख उन्होंने सैकड़ों वर्ष पहले कर दिया था। उनका विचार था कि चिकित्सक को सैद्धान्तिक एवं पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ प्रयोगात्मक ज्ञान में भी प्रवीण होना चाहिए। उन्होंने शल्य क्रिया के लिए सौ से अधिक औजारों तथा यंत्रों का आविष्कार किया। इनमें से अनेक औजारों का आज भी उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 3.
रानी दुर्गावती कौन थी?
उत्तर:
रानी दुर्गावती भारत की एक महान वीरांगना थी। वे कालिंजर महाराजा कीर्तिसिंह की पुत्री थीं। बचपन से ही वे घुड़सवारी, तलवार चलाने और तैराकी में तेज थीं। उनका तीर, भाले, बंदूक का निशाना अचूक था। दोनों हाथों से तलवार चलाने का उनका अभ्यास अद्भुत था। वे दुर्गा-शिव की परम भक्त थीं। गढ़ा राज्य के महाराजा दलपति शाह की पत्नी थीं।
प्रश्न 4.
रानी दुर्गावती ने अपने किले की रक्षा के लिए किस प्रकार संघर्ष किया?
उत्तर:
दलपति शाह की मृत्यु के बाद अकबर की ओर से आसफ खाँ ने गड़ा दुर्ग पर हमला बोल दिया और गढ़ा दुर्ग को घेर लिया। कई दिनों तक संघर्ष हुआ। किले के भीतर बारूद खत्म होने के कारण रानी ने अन्तिम लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया। रानी घोड़े की लगाम को दाँतों से पकड़कर दोनों हाथों में तलवार लेकर वीरता से लड़ी। अन्त में स्वयं को विकट परिस्थिति में देखकर अपने ही खंजर से वीरगति को प्राप्त हुई।
निबन्धात्मक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
वीर सावरकर की जीवनी का वर्णन कीजिए। उत्तर-वीर सावरकर भारत की स्वतंत्रता के लिए निरन्तर संघर्ष करते रहे। यथा
प्रश्न 2.
सरदार पटेल ने किस प्रकार देशी रियासतों को भारत में मिलाया?
उत्तर:
स्वतंत्रता के समय अंग्रेजों ने 562 देशी रियासतों को यह अधिकार दिया कि वे चाहें तो स्वतंत्र रहें, चाहें तो भारत के साथ मिलें या पाकिस्तान के साथ मिलें। संगठनात्मक कुशलता और देशी रियासतों का भारत में विलय-स्वतंत्र भारत में सरदार पटेल गृह मंत्री बने, सूचना तथा प्रसारण विभाग तथा भारतीय रियासतों का विभाग भी उन्हें सौंपा गया। सरदार पटेल ने अपनी संगठनात्मक कुशलता का परिचय देते हुए अधिकांश रियासतों को भारत में मिलाने में सफलता पाई। कश्मीर, हैदराबाद और जूनागढ़ का भारत में विलय-हैदराबाद रियासत ने भारत में विलय से इनकार किया, लेकिन वहाँ की जनता ने भारत में विलय हेतु आंदोलन कर दिया। परिणामतः सरदार . पटेल ने हैदराबाद में पुलिस एक्शन किया। नवाब ने 5 दिन में घुटने टेक दिये और हैदराबाद भारत में मिल गया। जूनागढ़ का नवाब प्रजा के विद्रोह से घबराकर पाकिस्तान भाग गया। बाद में कश्मीर के राजा ने भी भारत में विलय के हस्ताक्षर कर दिये। इस प्रकार सभी रियासतें भारत का अभिन्न अंग बन गईं।