Rajasthan Board RBSE Class 12 Accountancy Important Questions Chapter 3 साझेदारी फर्म का पुनर्गठन : साझेदार का प्रवेश Important Questions and Answers
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बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
फर्म में नये साझेदार द्वारा ख्याति की रकम नकद लाने पर पुराने साझेदारों में बाँटी जाती है:
(अ) लाभ-हानि के पुराने अनुपात में
(ब) लाभ-हानि के नये अनुपात में
(स) लाभ के त्याग के अनुपात में।
(द) पूँजी के अनुपात में।
उत्तर:
(स) लाभ के त्याग के अनुपात में।
प्रश्न 2.
अ और ब 2 : 3 के अनुपात में साझेदार हैं। वे स को फर्म में 1/4 लाभ के लिए प्रवेश देते हैं। वह अ से 4/20 भाग तथा ब से 1/20 भाग प्राप्त करता है। साझेदारों का नया लाभ विभाजन अनुपात होगा
(अ) 6 : 9 : 5
(ब) 4 : 11 : 5
(स) 8 : 7 : 5
(द) 7 : 8 : 5
उत्तर:
(ब) 4 : 11 : 5
प्रश्न 3.
एक फर्म में अ तथा ब 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। स 1/5 हिस्से के लिए फर्म में प्रवेश लेता है। स अपना सम्पूर्ण हिस्सा अ से प्राप्त करता है। ख्याति का वर्तमान मूल्य ₹ 50,000 है। स ख्याति की राशि रोकड़ी लाने में असमर्थ है। ख्याति हेतु जर्नल प्रविष्टि होगी:
उत्तर:
प्रश्न 4.
ए तथा बी एक फर्म में 4 : 3 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। वे सी को 2/7 हिस्से के लिए फर्म में प्रवेश देते हैं। सी अपना हिस्सा ए एवं बी से बराबर-बराबर प्राप्त करता है। साझेदारों का नया लाभ विभाजन अनुपात होगा:
(अ) 20 : 15 : 14
(ब) 5 : 5 : 4
(स) 4 : 3 : 2
(द) 3 : 2 : 2
उत्तर:
(द) 3 : 2 : 2
प्रश्न 5.
अ और ब एक फर्म में 3 : 2 के अनुपात में साझेदार हैं। स के प्रवेश के बाद इनका लाभ-हानि अनुपात 7 : 3 : 10 हो जाता है। अ और ब का त्याग का अनुपात होगा:
(अ) 1 : 1
(ब) 3 : 2
(स) 2 : 3
(द) 7 : 3
उत्तर:
(अ) 1 : 1
प्रश्न 6.
जी और एन साझेदार हैं। उन्होंने क्रमशः ₹ 1,00,000 व ₹ 40,000 की पूँजी लगाई। वर्ष 1997 में दुर्घटना के कारण फर्म का संचालन जी ने 3 माह तथा एन ने 9 माह किया। जी ने ₹ 20,000 तथा एन ने ₹ 10,000 के आहरण किये। वर्ष 1997 के लिए लाभ-हानि विभाजन अनुपात होगा:
(अ) 3 : 9
(ब) 10 : 4
(स) 8 : 3
(द) 1 : 1
उत्तर:
(द) 1 : 1
प्रश्न 7.
अ और ब एक फर्म में 4 : 3 के अनुपात में साझेदार हैं। वे स को फर्म में सम्मिलित करने तथा भावी लाभों को बराबर-बराबर बाँटने का निश्चय करते हैं। पुराने साझेदारों का त्याग का अनुपात होगा:
(अ) 1 : 1
(ब) 5 : 2
(स) 2 : 5
(द) 4 : 3
उत्तर:
(ब) 5 : 2
प्रश्न 8.
अ और ब 2 : 3 के अनुपात में साझेदार हैं। वे स को 1/3 भाग के लिए फर्म में प्रवेश देते हैं। भविष्य में सभी साझेदार लाभ को बराबर बाँटते हैं। ख्याति का वर्तमान मूल्य ₹ 60,000 है। स ख्याति के लिए नकद राशि नहीं लाता है। स के प्रवेश पर ख्याति हेतु जर्नल प्रविष्टि होगी:
उत्तर:
प्रश्न 9.
एक्स और वाई एक फर्म में 3 : 2 के अनुपात में लाभ बाँटते हुए साझेदार हैं। उन्होंने फर्म के लाभों में 1/3 हिस्से के लिए जेड को प्रवेश दिया। एक्स, वाई और जेड का नया लाभ विभाजन अनुपात होगा
(अ) 1 : 1 : 1
(ब) 3 : 2 : 1
(स) 6 : 4 : 5
(द) 13 : 7 : 10
उत्तर:
(स) 6 : 4 : 5
प्रश्न 10.
A और B बराबर लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। C नया प्रवेश लेता है। B उसे अपने हिस्से का आधा भाग देता है। फर्म की पुस्तकों में ख्याति खाता इसके वास्तविक मूल्य 1,00,000 ₹ पर विद्यमान है, जो भविष्य में भी इसी मूल्य पर रहेगा। C द्वारा ख्याति की राशि नकद में लाई जाएगी:
(अ) ₹ 1,00,000
(ब) ₹ 50,000
(स) ₹ 25,000
(द) कुछ नहीं।
उत्तर:
(द) कुछ नहीं।
प्रश्न 11.
समस्त संचित हानियों को साझेदारों के पूँजी खातों में हस्तांतरित करते हैं:
(अ) नये लाभ-हानि विभाजन अनुपात में
(ब) पुराने लाभ-हानि विभाजन अनुपात में
(स) त्याग के अनुपात में
(द) फायदे के अनुपात में।
उत्तर:
(ब) पुराने लाभ-हानि विभाजन अनुपात में
प्रश्न 12.
फर्म की पुस्तकों में ख्याति खाता ₹ 10,000 विद्यमान है। C को 1/3 हिस्से हेतु ख्याति की राशि ₹ 6,000 नकद लेकर प्रवेश दिया गया। नये चिट्टे में ख्याति की राशि दिखाई जावेगी.
(अ) ₹ 4,000
(ब) ₹ 6,000
(स) ₹ 16,000
(द) शून्य।
उत्तर:
(द) शून्य।
प्रश्न 13.
नए साझेदार के प्रवेश पर थह तय हुआ कि कुछ सम्पत्तियों एवं दायित्वों का मूल्य परिवर्तित किया जाये। इस हेतु तैयार किये जाने वाला आवश्यक खाता या विवरण है:
(अ) पुनर्मूल्यांकन खाता
(ब) स्मरणार्थ पुनर्मूल्यांकन खाता
(स) वसूली खाता
(द) स्मरणार्थ स्थिति विवरण।
उत्तर:
(अ) पुनर्मूल्यांकन खाता
प्रश्न 14.
'ए' व 'बी' 7 : 3 में लाभ बाँटते हैं। 'ए' अपने हिस्से का , व 'बी' अपने हिस्से का ! 'सी' को प्रवेश पर देते हैं। 'ए' व 'बी' का त्याग अनुपात होगा:
(अ) 1 : 1
(ब) 3 : 7
(स) 3 : 2
(द) 5 : 3
उत्तर:
(स) 3 : 2
प्रश्न 15.
'ए' व 'बी' ₹ 16,000 व ₹ 12,000 की पूँजी के साथ साझेदार हैं। उन्होंने 'सी' को फर्म के - भाग लाभ के लिए प्रवेश दिया। वह ₹ 15,000 पूँजी लाता है। फर्म की ख्याति की राशि क्या होगी?
(अ) ₹ 60,000
(ब) ₹ 1,12,000
(स) ₹ 17,000
(द) ₹ 43,000
उत्तर:
(स) ₹ 17,000
प्रश्न 16.
A व B 2 : 3 के अनुपात में लाभ-हानि विभाजित करते हुए साझेदार हैं। C को 1/4 हिस्से के लिये प्रवेश दिया, जिसे वह A व B से बराबर-बराबर प्राप्त करेगा। उनका नया लाभ-हानि विभाजन अनुपात होगा:
(अ) 11 : 19 : 10
(ब) 6 : 9 : 5
(स) 3 : 3 : 2
(द) 2 : 3 : 4
उत्तर:
(अ) 11 : 19 : 10
प्रश्न 17.
राम व श्याम 3 : 2 के अनुपात में लाभ बाँटते हुए साझेदार हैं। उन्होंने शंकर को ख्याति की राशि नकद लेकर नया साझेदार बनाया। फर्म की ख्याति का मूल्यांकन ₹ 50,000 किया गया। यदि नया लाभ-विभाजन अनुपात 2 : 2 : 1 हो, तो राम के पूँजी खाते में ख्याति की राशि जमा की जायेगी:
(अ) ₹ 30,000
(ब) ₹ 20,000
(स) ₹ 10,000
(द) ₹ 6,000
उत्तर:
(स) ₹ 10,000
प्रश्न 18.
फर्म में नये साझेदार के प्रवेश पर सम्पत्तियों एवं दायित्वों के पुनर्मूल्यांकन से होने वाले लाभ या हानि को साझेदारों के पूँजी खातों में समायोजित किया जाता है:
(अ) पुराने साझेदारों को उनके नये लाभ-हानि अनुपात में
(ब) पुराने साझेदारों को उनके पुराने लाभ-हानि अनुपात में
(स) पुराने साझेदारों को उनके त्याग के अनुपात में
(द) सभी साझेदारों को उनके नये लाभ-हानि अनुपात में।
उत्तर:
(ब) पुराने साझेदारों को उनके पुराने लाभ-हानि अनुपात में
प्रश्न 19.
अवितरित हानियों का वितरण करने के लिये प्रविष्टि करेंगे (नये साझेदार के प्रवेश पर):
उत्तर:
प्रश्न 20.
अजय व विजय 5 : 4 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार थे। उन्होंने संजय को नये साझेदार के रूप में प्रवेश दिया। लाभ-विभाजन अनुपात विजय और संजय के बीच वही होगा, जो कि पूर्व में अजय और विजय के बीच था। अजय, विजय और संजय का नया लाभ-विभाजन अनुपात होगा:
(अ) 5 : 4 : 4
(ब) 5 : 4 : 5
(स) 20 : 16 : 10
(द) 25 : 20 : 16
उत्तर:
(द) 25 : 20 : 16
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
प्रश्न 1.
विद्यमान समझौते में किसी प्रकार का परिवर्तन, साझेदारी फर्म का .................. कहलाता है।
उत्तर:
पुनर्गठन
प्रश्न 2.
.................. पुराने साझेदारों के लाभ में से अपना भाग प्राप्त करता है।
उत्तर:
नया साझेदार
प्रश्न 3.
प्रवेशी साझेदार द्वारा लाई गई ख्याति को पुराने साझेदार .................. में बाँटते हैं।
उत्तर:
त्याग अनुपात
प्रश्न 4.
नये साझेदार के प्रवेश पर परिसम्पत्तियों और दायित्वों का .................. आवश्यक होता है।
उत्तर:
पुनर्मूल्यांकन
प्रश्न 5.
ख्याति एक .................. परिसम्पत्ति है।
उत्तर:
आभासी।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
साझेदारी फर्म के पुनर्गठन से क्या आशय है?
उत्तर:
किसी साझेदारी फर्म के साझेदारों के बीच विद्यमान समझौते में किसी प्रकार का परिवर्तन, साझेदारी फर्म का पुनर्गठन कहलाता है।
प्रश्न 2.
साझेदारी फर्म के पुनर्गठन की कोई दो परिस्थितियाँ बताइये।
उत्तर:
प्रश्न 3.
किसी फर्म के विद्यमान साझेदार नये साझेदार को फर्म में प्रवेश देने का निर्णय कब करते हैं?
उत्तर:
जब किसी चाल साझेदारी फर्म को अतिरिक्त पूँजी अथवा प्रबन्धकीय सहायता अथवा दोनों की आवश्यकता होती है तो विद्यमान साझेदार नये साझेदार को फर्म में प्रवेश देने का निर्णय करते हैं।
प्रश्न 4.
किसी नये साझेदार को फर्म में प्रवेश कब मिल सकता है?
उत्तर:
साझेदारी अधिनियम 1932 के अनुसार किसी नये साझेदार को फर्म में प्रवेश सभी वर्तमान साझेदारों की स्वीकृति पर ही मिल सकता है, यदि इसके विपरीत कोई समझौता न हुआ हो।
प्रश्न 5.
फर्म में नये साझेदार द्वारा ख्याति की रकम नकद लाने पर पुराने साझेदारों में किस अनुपात में बाँटी जाती
उत्तर:
फर्म में नये साझेदार द्वारा ख्याति की रकम नकद लाने पर पुराने साझेदारों में उनके त्याग के अनुपात में बाँटी जाती है।
प्रश्न 6.
अधि-लाभ और औसत लाभ में एक अन्तर लिखें।
उत्तर:
औसत लाभ गत वर्षों के लाभों के योग में सम्बन्धित वर्षों की संख्या का भाग देकर ज्ञात किया जाता है जबकि अधिलाभ की गणना औसत लाभ में से सामान्य लाभ को घटाकर की जाती है।
प्रश्न 7.
साझेदार के प्रवेश करते समय डूबत ऋण के लिए आयोजन में कमी के लिए क्या प्रविष्टि होगी?
उत्तर:
प्रश्न 8.
उन खातों के नाम लिखिए जिसके अन्तर्गत साझेदार के प्रवेश करते समय सामान्य संचय की राशि हस्तान्तरित की जाती है।
उत्तर:
साझेदार के प्रवेश करते समय सामान्य संचय की राशि पुराने साझेदारों के पूँजी खातों में हस्तान्तरित की जाती है।
प्रश्न 9.
तरुण्य व भावना 4. : 2 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटती हुई साझेदार हैं। उन्होंने 1/3 हिस्से के लिए पूजा को फर्म में प्रवेश दिया। पूजा अपना हिस्सा दोनों से समान अनुपात में प्राप्त करेगी। नये लाभ-हानि अनुपात की गणना कीजिए।
उत्तर:
पूजा का हिस्सा 1/3 तरुणा एवं भावना से पूजा हिस्सा प्राप्त करेगी \(\frac{1}{3} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{6}\) प्रत्येक से
अतः नया लाभ विभाजन अनुपात:
तरुणा का नया अनुपात = \(\frac{4}{6}-\frac{1}{6}=\frac{3}{6}\)
भावना का नया अनुपात = \(\frac{2}{6}-\frac{1}{6}=\frac{1}{6}\)
तीनों का नया अनुपात = \(\frac{3}{6}: \frac{1}{6}: \frac{1}{3}=\frac{3: 1: 2}{6}\)
= 3 : 1 : 2
प्रश्न 10.
ममता तथा मनु 5 : 3 के अनुपात में लाभ विभाजन करती हुई एक फर्म में साझेदार हैं, उन्होंने रेखा को नयी साझेदार बनाया। उनका नया लाभ-हानि अनुपात 4 : 2 : 1 निश्चित किया गया, तो ममता व मनु का त्याग अनुपात ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
त्याग अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
ममता : \(\frac{5}{8}-\frac{4}{7}=\frac{35-32}{56}=\frac{3}{56}\)
मनु: \(\frac{3}{8}-\frac{2}{7}=\frac{21-16}{56}=\frac{5}{56}\)
= 3 : 5
प्रश्न 11.
ख्याति की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 12.
A एवं B ने अप्रैल 1, 2018 को क्रमशः₹ 50.000 व ₹ 75,000 की पूँजी से व्यवसाय प्रारम्भ किया तथा C को 1 जून, 2018 को ₹ 1,00,000 की पूँजी के साथ प्रवेश दिया। लाभ-हानि का विभाजन पूँजी अनुपात के आधार पर किया जाता है। 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के लिए पूँजी अनुपात ज्ञात करें।
उत्तर:
A की पूँजी ₹ 50,000 x 12 = ₹ 6,00,000,
B की पूँजी =₹ 75,000 x 12 =₹ 9,00,000,
C की पूँजी = 1,00,000 x 10 =₹ 10,00,000
अतः पूजी अनुपात = 6 : 9 : 10
प्रश्न 13.
किसी फर्म की पुस्तकों में ख्याति ₹ 2,40,000 दर्शायी गई है जबकि उसका वर्तमान मूल्य ₹ 4,00,000 मूल्यांकित किया गया है। नये साझेदार से 1/4 हिस्से के लिए ख्याति की कितनी राशि ली जायेगी?
उत्तर:
नये साझेदार से ₹ 4,00,000 x 1/4 = ₹ 1,00,000 की राशि ख्याति के लिए ली जायेगी।
प्रश्न 14.
त्याग के अनुपात से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
नये साझेदार अथवा साझेदारों के फर्म में प्रवेश करने पर पुराने साझेदारों द्वारा अपने लाभों में से जिस अनुपात में हिस्सा दिया जाता है, वह त्याग का अनुपात कहलाता है।
त्याग का अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
प्रश्न 15.
पुनर्मूल्यांकन पर हानि होने पर क्या जर्नल प्रविष्टि की जाती है?
उत्तर:
पुनर्मूल्यांकन की हानि पुराने साझेदारों द्वारा पुराने लाभ विभाजन अनुपात में बाँटी जाती है। जर्नल प्रविष्टि निम्न प्रकार होगी
प्रश्न 16.
अधिलाभों की पूँजीकरण विधि द्वारा ख्याति ज्ञात करने का सूत्र बताइये।
उत्तर:
प्रश्न 17.
ख्याति से क्या आशय है?
उत्तर:
ख्याति एक अदृश्य सम्पत्ति है जिसका वर्णन करना सरल है परन्तु परिभाषा देना कठिन है। लार्ड लिण्डले के अनुसार, "ख्याति सम्बन्धों एवं प्रसिद्धि से होने वाला लाभ है।" अर्थात् व्यवसाय के अच्छे नाम, प्रतिष्ठा एवं मधुर सम्बन्धों से प्राप्त होने वाला लाभ है।
प्रश्न 18.
कोई दो. परिस्थितियाँ बताइये जिनमें त्याग का अनुपात (Sacrifice Ratio) ज्ञात करना पड़ता है।
उत्तर:
प्रश्न 19.
A और B साझेदार हैं। लाभ का विभाजन 3 : 2 के अनुपात में करते हैं । वे C को नए साझेदार के रूप में 1/5 भाग के लिए प्रवेश देते हैं। A, B और C के नए लाभ विभाजन अनुपात की गणना कीजिए।
उत्तर:
C का भाग = 1/5
शेष भाग = \(1-\frac{1}{5}=\frac{4}{5}\)
A का नया भाग = 4/3 का 2/3 = 12/25
B का नया भाग = 4/5 का 2/5 = 3
C का भाग = 1/5 = अथवा 5/25
अत: A, B और C का नया लाभ विभाजन 12 : 8 : 5 होगा। टिप्पणी : यह माना गया है कि नया साझेदार अपना भाग पुराने साझेदारों से पुराने अनुपात में लेता है।
A का नया भाग = 1/1 का 5/0 = 12/25
प्रश्न 20.
अक्षय और भारती साझेदार हैं और 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजित करते हैं। वे दिनेश को 1/5 भाग के लिए प्रवेश देते हैं जिसे वह अक्षय और भारती के बराबर अनुपात में प्राप्त करता है। अक्षय, भारती और दिनेश के नए लाभ विभाजन अनुपात की गणना कीजिए।
उत्तर:
दिनेश का भाग = 1/5 जिसे वह आधा-आधा अर्थात् \(\frac{1}{5} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{10}\) प्रत्येक से प्राप्त करता है।
अतः अक्षय का भाग = 4/3 का \(\frac{3}{5}=\frac{12}{25}\)
भारती का भाग = \(\frac{2}{5}-\frac{1}{10}=\frac{3}{10}\) दिनेश का भाग 1/5 अथवा 2/10 है।
अतः अक्षय, भारती और दिनेश के बीच नया लाभ विभाजन अनुपात 5 : 3 : 2 होगा।
प्रश्न 21.
A, B व C एक फर्म में साझेदार हैं जो 5 : 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। D लाभ में 1/5 हिस्से के लिए प्रवेश करता है। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात ज्ञात करें।
उत्तर:
माना कुल लाभ 1 है। D का हिस्सा 1/5 अतः शेष लाभ \(1-\frac{1}{5}=\frac{4}{5}\)
A का हिस्सा = \(\frac{4}{5} \times \frac{5}{10} \doteq \frac{20}{50}\)
B का हिस्सा = \(\frac{4}{5} \times \frac{3}{10}=\frac{12}{50}\)
C का हिस्सा = \(\frac{4}{5} \times \frac{2}{10}=\frac{8}{50}\)
नया लाभ विभाजन अनपात = \(\frac{20}{50}: \frac{12}{50}: \frac{8}{50}: \frac{1}{5}=\frac{20: 12: 8: 10}{50}\)
त्याग अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
\(\mathbf{A}: \frac{5}{10}-\frac{10}{25}=\frac{5}{50}: \mathbf{B}: \frac{3}{10}-\frac{6}{25}=\frac{3}{50}: \mathbf{C}: \frac{2}{10}-\frac{4}{25}=\frac{2}{50}=5: \mathbf{3}: \mathbf{2}\)
प्रश्न 22.
अधिलाभ के आधार पर ख्याति के मूल्यांकन की कोई दो विधियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 23.
नये साझेदार के प्रवेश पर संचय एवं संचित लाभ-हानि का समायोजन किस अनुपात में किया जाता है?
उत्तर:
नये साझेदार के प्रवेश पर संचय एवं संचित लाभ-हानि का समायोजन पुराने साझेदारों में उनके पुराने लाभहानि अनुपात में किया जाता है।
प्रश्न 24.
जब एक नया साझेदार साझेदारी फर्म में प्रवेश करता है तो फर्म की सम्पत्ति एवं लाभ में हिस्सा प्राप्त करने के लिए जो राशि लाता है उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
प्रश्न 25.
अंकित और बसन्त फर्म में लाभ तथा हानि को 3 : 2 में बाँटते हुए साझेदार हैं । गोविन्द को ! भाग के लिए साझेदारी में प्रवेश देते हैं । गोविन्द उसे अंकित और बसन्त से 2 : 3 के अनुपात में प्राप्त करता है। साझेदारों का नया लाभ-हानि अनुपात क्या होगा?
उत्तर:
अंकित का नया अनुपात = \(\frac{3}{5}-\left(\frac{1}{5} \times \frac{2}{5}\right)\) \(=\frac{3}{5}-\frac{2}{25}=\frac{13}{25}\)
बसन्त का नया अनुपात = \(\frac{2}{5}-\left(\frac{1}{5} \times \frac{3}{5}\right)\) \(=\frac{2}{5}-\frac{3}{25}=\frac{7}{25}\)
गोविन्द का अनुपात = \(\frac{1}{5}-\frac{5}{25}\)
अतः नया लाभ-हानि अनुपात = 13 : 7 : 5
प्रश्न 26.
अ और ब एक फर्म में साझेदार हैं। फर्म की विनियोजित पूँजी 5,00,000 ₹ है और सामान्य प्रत्याय की दर 10% वार्षिक है। प्रत्येक साझेदार का वार्षिक वेतन 8,000 ₹ है। गत 10 वर्षों का औसत लाभ 80,000 ₹ था। अधिलाभों के पूँजीकरण विधि के आधार पर ख्याति की गणना कीजिए।
उत्तर:
वास्तविक औसत लाभ = 80,000 - (2 x 8,000) = 64,000 ₹
सामान्य लाभ = 5,00,000 x 10% = 50,000 ₹
अतः अधिलाभ = 64,000 - 50,000 = 14,000 ₹
तथा ख्याति = 14,000 x 100/10 = 1,40,000 ₹
प्रश्न 27.
अधिलाभों की पूँजीकरण विधि का सूत्र लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 28.
अ और ब 3 : 2 के अनुपात में लाभ बाँटते हुए साझेदार हैं। उन्होंने स को 1 हिस्से के लिए प्रवेश दिया। नया अनुपात लिखिए।
उत्तर:
\(1-\frac{1}{5}=\frac{4}{5}\)
'अ' का नया अनुपात = \(\frac{4}{5} \times \frac{3}{5}=\frac{12}{25}\)
'ब' का नया अनुपात = \(\frac{4}{5} \times \frac{2}{5}=\frac{8}{25}\)
'स' का नया अनुपात = \(\frac{1}{5} \times \frac{5}{5}=\frac{5}{25}\)
अतः नया अनुपात = 12 : 8 : 5
प्रश्न 29.
एक फर्म की ख्याति का मूल्यांकन अधिलाभ के तिगुने के आधार पर 60,000 ₹ किया गया। यदि इस व्यवसाय में औसत वार्षिक लाभ 80,000 ₹ व इसमें सामान्य लाभ की दर 20% है तो फर्म की औसत पूँजी ज्ञात कीजिये।
उत्तर:
अधिलाभ = \(\frac{60,000}{3}\) = ₹ 20,000
औसत लाभ = 80,000 ₹
अतः फर्म के वास्तविक लाभ = 60,000 ₹ जो कि पूँजी के 20% हैं।
अतः फर्म की पूँजी होगी = 60,000 x 100/20 = 3,00,000 ₹
प्रश्न 30.
'अ' और 'ब' 3 : 2 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। 'अ' ने अपने हिस्से का 1/2 भाग तथा 'ब' ने अपने हिस्से का 1/4 भाग 'स' को दिया। 'स' का हिस्सा ज्ञात करें।
उत्तर:
'अ' द्वारा दिया गया भाग = \(\frac{3}{5} \times \frac{1}{2}=\frac{3}{10}\)
ब द्वारा दिया गया भाग = \(\frac{2}{5} \times \frac{1}{4}=\frac{2}{20}\)
'स' का भाग = \(\frac{3}{10}+\frac{1}{10}=\frac{4}{10}\) या 2/5
प्रश्न 31.
'ओ' और 'पी' ने 1 जनवरी, 2021 को क्रमश: 5,000 ₹ और 7,500 ₹ की पूँजी से साझेदारी शुरू की। 'एस' को 1 मार्च, 2021 की 10,000 ₹ की पूँजी के साथ प्रवेश दिया। 'टी' ने 1 जुलाई, 2021 को 10,000 ₹ की पूँजी के साथ फर्म में प्रवेश लिया। लाभ-हानि, का विभाजन पूँजी अनुपात के आधार पर किया जाता है। वर्ष 2021 के लिए 'ओ', 'पी', 'एस' और 'टी' के लिए यह अनुपात क्या होगा?
उत्तर:
6 : 9 : 10 : 6
प्रश्न 32.
एक्स और वाई बराबर के साझेदार हैं। प्रत्येक साझेदार की पूँजी 30,000 ₹ है। उन्होंने जेड को 1/4 हिस्से के लिए 40,000 ₹ नकद लेकर फर्म में प्रवेश दिया। इस आधार पर फर्म की ख्याति का मूल्य क्या होगा?
उत्तर:
एक्स और वाई की कुल पूँजी 3/4 भाग के लिए 60,000 ₹ है।
अतः फर्म की कुल पूँजी होगी: 60,000 x 4/3 = 80,000 ₹ ,
जिसके आधार पर जेड की 1/4 हिस्से के लिए पूँजी होगी 80,000 x 1/4 = 20,000 ₹।
अतः वह 40,000 – 20,000 ₹ = 20,000 ₹ ख्याति के लिए लाया है।
इस आधार पर फर्म की ख्याति होग 20,00 0 x 4/1 = 80,000 ₹।
प्रश्न 33.
संचित लाभों का बँटवारा कौनसे साझेदारों में किया जाता है?
उत्तर:
पुराने साझेदारों में।
प्रश्न 34.
पुराने तथा नये अनुपात का अन्तर कौनसा अनुपात है?
उत्तर:
त्याग का अनुपात (Sacrifice Ratio)।
प्रश्न 35.
नये साझेदार के प्रवेश पर आने वाली दो समस्याओं के नाम बताइये।
उत्तर:
प्रश्न 36.
अ, ब और स एक फर्म में लाभ-हानि को बराबर-बराबर बाँटते हैं। उन्होंने द को 1/6 भाग के लिए फर्म में प्रवेश दिया। साझेदारों का नया लाभ-हानि अनुपात ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
5 : 5 : 5 : 3
प्रश्न 37.
कपिल और दिलीप 3 : 2 के अनुपात में लाभ-विभाजन करते हैं। उन्होंने चेतन को नये साझेदार के रूप में प्रवेश दिया। कपिल ने अपने हिस्से का 1/4 तथा दिलीप ने अपने हिस्से का 1/8 भाग का त्याग चेतन के लिए किया। नया लाभ-हानि अनुपात ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
9 : 7 : 4
प्रश्न 38.
अ तथा ब एक फर्म में 3 : 2 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। फर्म की ख्याति 10,000 ₹ मूल्यांकित की गयी है। भविष्य में दोनों साझेदार लाभ-हानि बराबर-बराबर बाँटेंगे। ख्याति के समायोजन हेतु जर्नल प्रविष्टि होगी:
उत्तर:
प्रश्न 39.
A तथा B 3 : 2 के अनुपात में साझेदार हैं। उन्होंने C को 1/5 हिस्से के लिए प्रवेश दिया। A द्वारा C के प्रति किये गये त्याग का हिस्सा ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
A द्वारा C के प्रति \(\frac{3}{5} \times \frac{1}{5}=\frac{3}{25}\) भाग का त्याग किया गया है।
प्रश्न 40:
पुनर्मूल्यांकन खाता किस प्रकार का खाता है?
उत्तर:
पुनर्मूल्यांकन खाता नाम-मात्र (Nominal) खाते की प्रकृति का होता है। नये साझेदार के प्रवेश पर सम्पत्तियों व दायित्वों में पुस्तक मूल्यों में परिवर्तन करने के लिए यह खाता खोला जाता है।
प्रश्न 41.
एक फर्म की सम्पत्तियों व दायित्वों का निम्न प्रकार पुनर्मूल्यांकन किया गया - स्टॉक 15,000 ₹ से कम किया गया। भवन जिसका मूल्य 37,000 ₹ था, अब 45,000 ₹ पर मूल्यांकित किया गया। फर्म के विरुद्ध एक हर्जाने के दावे के सम्बन्ध में 2,500 ₹ चुकाये। पुनर्मूल्यांकन पर हुए लाभ या हानि की राशि ज्ञात करो।
उत्तर:
₹ 9,500 (हानि)।
प्रश्न 42.
किसी फर्म का शुद्ध औसत लाभ 50,000 ₹ है। फर्म में कुल विनियोजित पूँजी 2,00,000 ₹ है। सामान्य प्रत्याय की दर 15% है। साझेदारों को देय पारिश्रमिक 5,000 ₹ है। अधिलाभों के पूँजीकरण के आधार पर ख्याति की राशि क्या होगी?
उत्तर:
सामान्य लाभ = 2,00,000 x 15/100 = 30,000 ₹
वास्तविक लाभ = 50,000 - 5,000 = 45,000 ₹
अधिलाभ = 45,000 - 30,000 = 15,000 ₹
ख्याति = 15,000 x 100/15 = 1,00,000 र
प्रश्न 43.
एक फर्म का अधिलाभ (Super Profit) 13,000 ₹ है। यदि 4 वर्ष के लिए 1 ₹ की वार्षिकी का वर्तमान मूल्य 3.0234 हो तो वार्षिकी विधि के आधार पर ख्याति का मूल्य क्या होगा?
उत्तर:
ख्याति = 13,000 x 3.0234
= ₹ 39,304.20
प्रश्न 44.
त्याग का अनुपात (Sacrificing Ratio) व फायदे का अनुपात (Gain Ratio) का सूत्र बताइये।
उत्तर:
प्रश्न 45.
R व S एक फर्म में 2 : 1 के साझेदार हैं। नये साझेदार T को - हिस्से के लिए प्रवेश दिया जाता है। सम्पत्तियों व दायित्वों के पुनर्मूल्यांकन पर 22,500 ₹ की हानि होती है। उक्त हानि को बाँटने की प्रविष्टि कीजिए:
उत्तर:
प्रश्न 46.
अमित, कपिल तथा विपिन साझेदार हैं तथा लाभ क्रमशः 5 : 4 : 2 के अनुपात में विभाजित करते हैं। फर्म की ख्याति पुस्तकों में विद्यमान नहीं है परन्तु उसका मूल्यांकन 16,500 ₹ पर किया गया है। साझेदार भविष्य में लाभ-हानि बराबर-बराबर बाँटने का निर्णय लेते हैं। पुस्तकों में बिना ख्याति खाता खोले ख्याति सम्बन्धी समायोजन प्रविष्टि कीजिए।
उत्तर:
संकेत-(लाभ-हानि अनुपात में परिवर्तन करने पर विपिन को फायदा हुआ है तथा अमित व कपिल को त्याग करना पड़ा है। कुल ख्याति की राशि 16,500 ₹ का में भाग 2,500 ₹ होगा। इसे त्याग करने वाले साझी के पूँजी खाते में क्रेडिट किया जाएगा व फायदा प्राप्त करने वाले साझी के पूँजी खाते में डेबिट किया जाएगा।)
प्रश्न 47.
आशा व दीपा 3 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजित करती हैं। उन्होंने चीनू को 1 हिस्से के लिए प्रवेश दिया। चीनू ख्याति के रूप में 5,000 ₹ चुकाती है। आशा व दीपा द्वारा इस राशि का आधा भाग निकाल लिया जाता है। ख्याति की राशि निकालने पर प्रविष्टि दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 48.
M तथा N 4 : 3 में लाभों का विभाजन करते हैं। 0 को - लाभों के लिए फर्म में प्रवेश दिया जाता है। 0 ख्याति की राशि नकद नहीं लाता है। फर्म की ख्याति का मूल्यांकन 28,000 ₹ पर किया गया।
फर्म की पुस्तकों में बिना ख्याति खाता खोले ख्याति सम्बन्धी समायोजन प्रविष्टि कीजिए। (विवरण की आवश्यकता नहीं)
उत्तर:
प्रश्न 49.
एक फर्म में साझेदारों की कुल पूँजी 1,00,000 ₹ है तथा इसका औसत वार्षिक लाभ 30,000 ₹ है। इस प्रकार के व्यवसाय में सामान्य प्रत्याय दर 15% वार्षिक है। फर्म की ख्याति इसके अधिलाभ के तिगुने के बराबर है। फर्म की ख्याति का मूल्य ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
सामान्य लाभ = 1,00,000 x 15/100 = 15,000 ₹
अधिलाभ = 30,000 - 15,000 = 15,000 ₹
ख्याति = अधिलाभ x 3
= 15.000 x 3 = 45,000 ₹
प्रश्न 50.
'अ' तथा 'ब' एक फर्म में 2 : 1 के अनुपात में साझेदार हैं। वे 'स' को फर्म में शामिल करते हैं और सभी साझेदार भविष्य में लाभों को बराबर-बराबर बाँटने का निश्चय करते हैं । फर्म की ख्याति 21,000 ₹ अनुमानित की जाती है तथा 'स' अपने हिस्से की ख्याति नकद में लाता है। ख्याति के लिए फर्म की पुस्तकों में जर्नल प्रविष्टियाँ दीजिए।
उत्तर:
(i) ख्याति की राशि लाने पर:
(ii) ख्याति की राशि अ के पूँजी खाते में क्रेडिट करने पर
प्रश्न 51.
एक फर्म की औसत पूँजी 2,00,000 ₹ है जिस पर सामान्य आय की दर 25% अनुमानित की जाती है। यदि फर्म का वास्तविक लाभ 60,000 ₹ है तो फर्म की ख्याति का मूल्य अधिलाभों के पूँजीकरण के आधार पर ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
सामान्य लाभ = 2,00,000 x 25/100
= 50,000
वास्तविक लाभ = 60,000
∴ अधिलाभ = 60,000 - 50,000 = 10,000
ख्याति = 10,000 x 100/25
= 40,000
प्रश्न 52.
X व Y लाभ-हानि को 7 : 3 में विभाजित करते हैं । वे z को लाभों में 3/7 हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं, जो कि वह 2/7 X से व Y से प्राप्त करता है। नया लाभ-हानि अनुपात ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
29 : 11 : 30
प्रश्न 53.
रमेश एवं मुनेश 3 : 2 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। उन्होंने धर्मेन्द्र को नया साझेदार बनाया। नया अनुपात 3 : 1 : 1 निश्चित किया गया। स्मरणार्थ पुनर्मूल्यांकन खाते का नाम शेष 15,000 ₹ है।
उपरोक्त के लिए एक समायोजन प्रविष्टि कीजिए।
उत्तर:
Journal (Adjustment Entry):
Munesh's Capital a/c Dr. |
₹ 3,000 |
|
To Dharmendra's Capital a/c(Adjustment entry made for memorandum revaluation) |
|
₹ 3,000 |
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
साझेदारी फर्म के पुनर्गठन से क्या आशय है? यह किन परिस्थितियों में हो सकता है?
उत्तर:
साझेदारी फर्म का पुनर्गठन:
साझेदारों के मध्य विद्यमान समझौते में किसी प्रकार का परिवर्तन साझेदारी . फर्म का पुनर्गठन कहलाता है। साझेदारी फर्म का पुनर्गठन निम्न परिस्थितियों में हो सकता है:
प्रश्न 2.
ख्याति के मूल्यांकन की प्रमुख विधियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
ख्याति के मूल्यांकन की प्रमुख विधियाँ निम्न हैं:
(1) वर्षों की क्रय विधि:
(i) औसत लाभ आधार:
(ii) अधिलाभ आधार:
(2) पूँजीकरण विधि
(3) गुप्त (छिपी हुई) या अनुमानित ख्याति विधि
(4) क्रय प्रतिफल विधि।
(5) वार्षिकी विधि।
प्रश्न 3.
साझेदारी फर्म में नये साझेदार के प्रवेश पर कौन-कौनसी मुख्य समस्याएँ उत्पन्न होती हैं? बतलाइये।
उत्तर:
किसी साझेदारी फर्म में जब नया साझेदार प्रवेश करता है तब निम्न समस्याएँ उत्पन्न होती हैं:
प्रश्न 4.
'त्याग के अनुपात' से आप क्या समझते हैं? उपयुक्त उदाहरण द्वारा अपने उत्तर को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जब कोई साझेदार फर्म में निश्चित लाभ के लिए प्रवेश लेता है, इसके लिए पुराने साझेदारों को अपने लाभ में से कुछ भाग का त्याग करना पड़ता है, जिसे त्याप का अनुपात (Sacrifice Ratio) कहते हैं। नये साझेदार के लिए पुराने साझेदार समझौते के अनुसार अपने लाभ में से त्याग करते हैं। यह त्याग पुराने साझेदारों द्वारा पुराने अनुपात में, समान अनुपात में, असमान अनुपात में या किसी एक साझेदार द्वारा भी किया जा सकता है। नये साझेदार के आने के बाद पुराने साझेदारों का अनुपात भी परिवर्तित हो जाता है।
उदाहरण द्वारा स्पष्टीकरण: A और B 5 : 4 में लाभ विभाजन करते हुए साझेदार हैं। C को लाभों में 1/4 हिस्से के लिए प्रवेश दिया जाता है। A व B भविष्य में लाभ-हानि बराबर-बराबर बाँटना तय करते हैं। इस स्थिति में त्याग का अनुपात व नया अनुपात निम्न प्रकार ज्ञात किया जाएगा:
माना कुल अनुपात 1 है। C का लाभों में हिस्सा1/4
अतः शेष हिस्सा (A व B का) = (1 - 1/4) = 3/4
A का नया अनुपात = \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{2}=\frac{3}{8}\)
B का नया अनुपात = \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{2}=\frac{3}{8}\)
नया अनुपात = \(\frac{3}{8}: \frac{3}{8}: \frac{1}{4}\) अथवा 3 : 3 : 2
त्याग का अनुपात = पुराना अनुपात - नया अनुपात
A = \(\frac{5}{9}-\frac{3}{8}=\frac{13}{72}\)
B = \(\frac{4}{9}-\frac{3}{8}=\frac{5}{72}\)
अतः त्याग का अनुपात = 13 : 5
प्रश्न 5.
अ, ब व स एक फर्म के साझेदार हैं जो 3 : 2 : 1 में लाभ-विभाजन करते हैं। वे द को हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। द अपना हिस्सा अ से व शेष हिस्सा ब व स से बराबर-बराबर प्राप्त करता है। त्याग अनुपात व नया अनुपात ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
त्याग का अनुपात = अ का त्याग \(\frac{1}{4} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{8}\) ब का त्याग = \(\frac{1}{8} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{16}\)
स का त्याग = \(\frac{1}{8} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{16}\)
अतः त्याग अनुपात = \(\frac{1}{8}: \frac{1}{16}: \frac{1}{16}=\frac{2: 1: 1}{16}\) = 2 : 1 : 1
नया अनुपात: पुराना अनुपात - नया अनुपात =
अ = \(\frac{3}{6}-\frac{2}{16}=\frac{24-6}{48}=\frac{18}{48}\)
ब = \(\frac{2}{6}-\frac{1}{16}=\frac{16-3}{48}=\frac{13}{48}\)
स = \(\frac{1}{6}-\frac{1}{16}=\frac{8-3}{48}=\frac{5}{48}\)
अतः नया अनुपात = 18 : 13 : 5 : 12
प्रश्न 6.
सीता तथा रीता 3 : 2 के अनुपात में लाभ-हानि विभाजन करते हुए एक फर्म में साझेदार हैं। वे मीता को साझेदारी में शामिल करती हैं जो लाभों के = हिस्से के लिए 20,000 ₹ ख्याति के रूप में लाती है। पुस्तकों में ख्याति खाता विद्यमान नहीं है। आवश्यक जर्नल प्रविष्टियाँ दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 7.
पुराने साझेदारों की पूँजी के आधार पर नये साझेदार की पूँजी का निर्धारण किस प्रकार किया जाता है? समझाइए।
उत्तर:
कभी-कभी पुराने साझेदारों की समायोजित पूँजी के आधार पर नये साझेदार द्वारा लाई जाने वाली पूँजी की राशि निर्धारित की जाती है। यहाँ समायोजित पूँजी से तात्पर्य नये साझेदार के प्रवेश पर पुराने साझेदारों के पूँजी खातों में अवितरित लाभ, सम्पत्तियों एवं दायित्वों के पुनर्मूल्यांकन पर लाभ अथवा हानि, ख्याति आदि का समायोजन करने के पश्चात् पूँजी के शेष से है। यह पूँजी नये साझेदार के लाभ के हिस्से को पूरे भाग में से घटा देने के पश्चात् बचे हुए शेष भाग के लिए होती है। अतः इसके आधार पर फर्म की कुल पूँजी ज्ञात करके नये साझेदार की पूँजी का भाग ज्ञात कर लिया जाता है।
उदाहरणार्थ, एक्स तथा वाई 3 : 2 के अनुपात में साझेदार हैं। जैड को 1/3 हिस्से के लिए फर्म में सम्मिलित किया जाता है, जो फर्म की कुल पूँजी के अनुपात में पूँजी लाता है। जैड के प्रवेश पर, समस्त समायोजन (ख्याति, पुनर्मूल्यांकन लाभ आदि) करने के पश्चात् एक्स तथा वाई के पूँजी खातों के शेष क्रमशः 3,00,000 ₹ और 2,00,000 ₹ हैं।
ऐसी स्थिति में जैड की पूँजी निम्न प्रकार ज्ञात की जाएगी:
एक्स तथा वाई की कुल समायोजित पूँजी = ₹ 3,00,000 + 2,00,000 = ₹ 5,00,000
एक्स तथा वाई का नए लाभों में हिस्सा = 1 - 1/3 = 2 इस प्रकार फर्म की कुल पूँजी होनी चाहिए \(₹ \frac{5,00,000 \times 3}{2}\) = ₹ 7,50,000.
जैड द्वारा लाई जाने वाली पूँजी की राशि = ₹ 7,50,000 x 1/3 = ₹ 2,50,000.
प्रश्न 8.
A तथा B एक फर्म में साझेदार हैं जिनकी कुल विनियोजित पूँजी ₹ 5,00,000 है। प्रत्याय की प्रत्याशित दर 8% मानें। फर्म के औसत लाभ ₹ 45,000 (₹ 5,000 असामान्य हानि के पश्चात् ) है। अधिलाभों के पूँजीकरण के आधार पर ख्याति के मूल्य की गणना करें।
उत्तर:
वास्तविक औसत लाभ =₹ 45,000 + 5,000 या ₹ 50,000
सामान्य लाभ = ₹ 5,00,000 x 8% = ₹ 40,000
अधिलाभ (Super Profit) = औसत लाभ - सामान्य लाभ
= ₹ 50.000 - 40.000 या ₹ 10,000
ख्याति का मूल्य (पूँजीकरण विधि द्वारा):
= \(₹ \frac{10,000}{8} \times 100\) या ₹ 1,25,000
प्रश्न 9.
एक फर्म में साझेदारों की कुल पूँजी ₹3,00,000 है तथा फर्म के औसत लाभ ₹ 80,000 हैं। व्यापार में 20% का सामान्य प्रतिफल माना जाता है। ख्याति का मूल्य अधिलाभों के तीन गुना के बराबर है। ख्याति का मूल्य ज्ञात करें।
उत्तर:
सामान्य लाभ = विनियोजित पूँजी x प्रत्याय की सामान्य दर
= ₹ 3,00,000 x 20% = ₹ 60,000
अधिलाभ = औसत लाभ - सामान्य लाभ
= ₹ 80,000 - 60,000 या ₹ 20,000
ख्याति = अधिलाभ x 3 या ₹ 20,000 x 3 = ₹ 60,000
प्रश्न 10.
A तथा B एक फर्म में 3 : 2 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। फर्म की ख्याति ₹ 20,000 मूल्यांकित की गई। भविष्य में दोनों साझेदार लाभों को बराबर विभाजित करेंगे। ख्याति के समायोजन हेतु जर्नल प्रविष्टि दीजिए।
उत्तर:
यहाँ A द्वारा त्याग किया गया है जो पुराना अनुपात - नया अनुपात के बराबर होगा।
अत: A द्वारा किया गया त्याग = \(\frac{3}{5}-\frac{1}{2}=\frac{6-5}{10}\) या 1/10
प्रश्न 11.
A तथा B 2 : 3 के अनुपात में लाभ बाँटते हुए साझेदार हैं। वे C को 1/4 भाग के हिस्से हेतु प्रवेश देते हैं जिसे वह A से 4/20 भाग व B से 1/20 भाग प्राप्त करता है। साझेदारों का नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात
करें।
उत्तर:
A का नया हिस्सा = \(\frac{2}{5}-\frac{4}{20}=\frac{8-4}{20}=\frac{4}{20}\)
B का नया हिस्सा = \(\frac{3}{5}-\frac{1}{20}=\frac{12-1}{20}=\frac{11}{20}\)
'C का नया हिस्सा = \(\frac{4}{20}+\frac{1}{20}=\frac{5}{20}\) या 20
अतः नया लाभ विभाजन अनुपात = 4 : 11 : 5
प्रश्न 12.
X और Y 1 : 2 के अनुपात में लाभों का विभाजन करते हुए साझेदार हैं। फर्म की ख्याति ₹1,50,000 है। जेड (Z) को नये साझेदार के रूप में प्रवेश देते हैं। उसके द्वारा अपने हिस्से के लिए ₹ 30,000 ख्याति के लाने पड़े। X, Y तथा Z के मध्य नया लाभ-हानि विभाजन अनुपात क्या होगा?
उत्तर:
फर्म की कुल ख्याति = ₹ 1,50,000
ख्याति में Z का हिस्सा = ₹ 30,000, इस आधार पर लाभों में उसका हिस्सा होगा ₹ \(\frac{30,000}{1,50,000}\) या 1/5
शेष लाभ \(1-\frac{1}{5}=\frac{4}{5}\) का हिस्सा \(\frac{4}{5} \times \frac{1}{3}=\frac{4}{15}\)
Y का हिस्सा \(\frac{4}{5} \times \frac{2}{3}=\frac{8}{15}\)
Z का हिस्सा ह1/5 या ह13/5
अतः नया लाभ विभाजन अनुपात = 4 : 8 : 3
प्रश्न 13.
M व N क्रमशः ₹ 50,000 व₹ 1,00,000 की पूँजी सहित साझेदार हैं। P को नये साझेदार के रूप में प्रवेश दिया गया जो ₹2,00,000 की पूँजी लाता है। नये साझेदार की पूँजी के आधार पर पुराने साझेदारों की पूँजी में समायोजन की प्रविष्टि कीजिए।
उत्तर:
किसी अनुबन्ध के अभाव में साझेदारों का लाभ-हानि विभाजन अनुपात बराबर होगा अर्थात् 1 : 1 : 1 या 1/3 प्रत्येक।
पी के द्वारा लाई गई पूँजी ₹ 2,00,000 के आधार पर कुल पूँजी = 2,00,000 x 3 =₹ 6,00,000 जो M, N तथा P द्वारा बराबर अर्थात् प्रत्येक की ₹ 2,00,000 होनी चाहिए।
जर्नल प्रविष्टि:
प्रश्न 14.
मोहन व सोहन एक फर्म में लाभों को 2 : 1 के अनुपात में बाँटते हुए साझेदार हैं। उनकी पूँजी क्रमश: ₹ 6,00,000 व ₹ 3,00,000 है। उन्होंने रोहन को 1 हिस्सा देकर साझेदारी में प्रवेश दिया जो पूँजी के ₹ 3,50,000 लाता है। गुप्त ख्याति का क्या मूल्य है, ज्ञात करें।
उत्तर:
रोहन द्वारा 1/4 हिस्से के लिए ₹ 3,50,000 पूँजी स्वरूप लायी गयी।
अतः फर्म में कुल पूँजी होगी = ₹ 3,50,000 x 4/1 = ₹ 14,00,000
वास्तविक पूँजी की राशि = ₹ 6,00,000 + 3,00,000 + 3,50,000
= ₹ 12,50,000
गुप्त ख्याति = समायोजित कुल पूँजी - वास्तविक पूँजी
= ₹ 14,00,000 - ₹ 12,50.000 या ₹ 1,50,000
प्रश्न 15.
ए व बी 3 : 2 में लाभ बाँटते हुए साझेदार हैं। सी को लाभों में / भाग के लिए प्रवेश देते समय कर्मचारी क्षतिपूर्ति संचय कोष का शेष 10,000 ₹ दायित्व पक्ष में दिखाया हुआ है। प्रवेश के समय की जाने वाली लेखांकन प्रविष्टि कीजिये, यदि इस सम्बन्ध में अन्य कोई सूचना नहीं दी हो। (विवरण की आवश्यकता नहीं)
उत्तर:
Workmen's Compensation Reserve A/c |
₹ 10,000 |
|
To A's Capital A/c |
|
₹ 6,000 |
To B's Capital A/C |
|
₹ 4,000 |
प्रश्न 16.
A, B व C एक फर्म में साझेदार हैं, जिनका लाभ विभाजन imm है। D लाभ में 1/6 हिस्से के लिए प्रवेश करता है। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
माना कुल लाभ 1 है। D का हिस्सा 1/6 अतः शेष लाभ 1 -1/6 = 5/6
A का हिस्सा: \(\frac{5}{6} \times \frac{3}{6}=\frac{15}{36}\)
B का हिस्सा: \(\frac{5}{6} \times \frac{2}{6}=\frac{10}{36}\)
C का हिस्सा: \(\frac{5}{6} \times \frac{1}{6}=\frac{5}{36}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात = \(\frac{15}{36}: \frac{10}{36}: \frac{5}{36}: \frac{1}{6}=\frac{15: 10: 5: 6}{36}\) = 15 : 10 : 5 : 6
त्याग अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
\(\mathbf{A}: \frac{3}{6}-\frac{15}{36}=\frac{3}{36} ; \mathbf{B}: \frac{2}{6}-\frac{10}{36}=\frac{2}{36} ; \mathbf{C}: \frac{1}{6}-\frac{5}{36}=\frac{1}{36}\) = 3 : 2 : 1
प्रश्न 17.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं। C को लाभ में - हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
माना फर्म का कुल लाभ 1 है। C का हिस्सा 1/4 शेष लाभ 1 - 1/4 = 3/4
A का हिस्सा : \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{2}=\frac{3}{8}\)
B का हिस्सा : \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{2}=\frac{3}{8}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात =\(\frac{3}{8}: \frac{3}{8}: \frac{1}{4}=\frac{3: 3: 2}{8}\) = 3 : 3 : 2
त्याग अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
\(\mathbf{A}: \frac{1}{2}-\frac{3}{8}=\frac{4-3}{8}=\frac{1}{8} ; \mathbf{B}: \frac{1}{2}-\frac{3}{8}=\frac{4-3}{8}=\frac{1}{8}\) = 1 : 1
प्रश्न 18.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं जो 2 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। C को लाभों में 1/4 हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। C के प्रवेश के बाद D को लाभों में 10% हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। D के प्रवेश के बाद नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
माना C के प्रवेश से पूर्व फर्म का लाभ 1 है। C का हिस्सा 1/4
शेष हिस्सा 1 - 1/4 = 3/4
C के प्रवेश के बाद A का हिस्सा \(\frac{3}{4} \times \frac{2}{3}=\frac{1}{2}\) : B का हिस्सा \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{4}\)
C के प्रवेश के बाद नया अनुपात \(\frac{1}{2}: \frac{1}{4}: \frac{1}{4}\) = 2 : 1 : 1
अब माना D के प्रवेश से पूर्व फर्म का लाभ 1 है। D का हिस्सा 10% (1/10)
तो शेष हिस्सा \(1-\frac{1}{10}\) = 9/10
D के प्रवेश के बाद A का हिस्सा \(\frac{9}{10} \times \frac{2}{4}=\frac{18}{40}\)
B का हिस्सा \(\frac{9}{10} \times \frac{1}{4}=\frac{9}{40}\)
C का हिस्सा \(\frac{9}{10} \times \frac{1}{4}=\frac{9}{40}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात
= \(\frac{18: 9: 9: 4}{40}\) = 18 : 9 : 9 : 4
प्रश्न 19.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं जो 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। C लाभों में ! हिस्से के लिए प्रवेश करता है। C को A व B से बराबर भाग प्राप्त होता है। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
C का हिस्सा 1/5 : A का त्याग \(\frac{1}{5} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{10}\): B का त्याग \(\frac{1}{5} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{10}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - त्याग अनुपात
A का नया अनुपात है \(\frac{3}{5}-\frac{1}{10}=\frac{5}{10}\) : B का नया अनुपात है \(\frac{2}{5}-\frac{1}{10}=\frac{3}{10}\)
तीनों का नया लाभ विभाजन अनुपात =\(\frac{5}{10}: \frac{3}{10}: \frac{1}{5}=\frac{5: 3: 2}{10}\) = 5 : 3 : 2
त्याग अनुपात \(\frac{1}{10}: \frac{1}{10}\) = 1 : 1
प्रश्न 20.
A, B व C एक फर्म में साझेदार हैं जो 3 : 2 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। D लाभ में 1/6 भाग के लिए प्रवेश करता है। वह अपना हिस्सा A, B व C से बराबर-बराबर प्राप्त करता है। नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
D का हिस्सा है 1/6 :
A का त्याग \(\frac{1}{6} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{18}\)
B का त्याग \(\frac{1}{6} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{18}\)
C का त्याग \(\frac{1}{6} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{18}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - त्याग अनुपात
A का नया अनुपात है \(\frac{3}{6}-\frac{1}{18}=\frac{8}{18}\) : B का नया अनुपात \(\frac{2}{6}-\frac{1}{18}=\frac{5}{18}\)
C का नया अनुपात \(\frac{1}{6}-\frac{1}{18}=\frac{2}{18}\)
अत: A, B, C, D का नया लाभ विभाजन अनुपात
\(\frac{8}{18}: \frac{5}{18}: \frac{2}{18}: \frac{1}{6}=\frac{8: 5: 2: 3}{18}\) 8 : 5 : 2 : 3
प्रश्न 21.
A व B 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हुए साझेदार हैं। C लाभ में 1/4 हिस्से के लिए प्रवेश करता है। C अपना हिस्सा A व B से 2 : 1 के अनुपात में प्राप्त करता है। नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
A का त्याग \(\frac{1}{4} \times \frac{2}{3}=\frac{2}{12}\) : B का त्याग \(\frac{1}{4} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{12}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - त्याग अनुपात
\(\mathrm{A}=\frac{3}{5}-\frac{2}{12}=\frac{26}{60}: \mathrm{B}=\frac{2}{5}-\frac{1}{12}=\frac{19}{60}\)
सभी साझेदारों का नया लाभ विभाजन अनुपात:
\(=\frac{26}{60}: \frac{19}{60}: \frac{1}{4}=\frac{26: 19: 15}{60}\) = 26 : 19 : 15
प्रश्न 22.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं जो 3 :2 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। वे C को लाभ में - हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। C अपना पूरा हिस्सा B से प्राप्त करता है। नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
B का त्याग 1/5 B का नया लाभ अनुपात \(\frac{2}{5}-\frac{1}{5}=\frac{1}{5}\)
A : B : C का नया लाभ विभाजन अनुपात में \(\text { } \frac{3}{5}: \frac{1}{5}: \frac{1}{5}\)
= 3 : 1 : 1
प्रश्न 23.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं जो 7 : 5 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। C को लाभ में 1/6 हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। C 1/24 हिस्सा A से व 1/8 हिस्सा B से प्राप्त करता है। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
A का त्याग 1/24
B का त्याग 1/8;
अत: त्याग का अनुपात \(\frac{1}{24}: \frac{1}{8}=\frac{1: 3}{24}\) = 1 : 3
नया लाभ विभाजन अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - त्याग अनुपात
\(\mathrm{A}=\frac{7}{12}-\frac{1}{24}=\frac{13}{24}, \mathrm{~B}=\frac{5}{12}-\frac{1}{8}=\frac{7}{24}\)
A : B : C का नया लाभ विभाजन अनुपात = \(\frac{13}{24}: \frac{7}{24}: \frac{1}{6}=\frac{13: 7: 4}{24}\) = 13 : 7 : 4
प्रश्न 24.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं जो 3 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। C को प्रवेश देते हैं। A अपने हिस्से का 2/3 व B अपने हिस्सा का 1/3 C के पक्ष में समर्पण करते हैं। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनपात ज्ञात करो।
उत्तर:
A का त्याग \(\frac{3}{4} \times \frac{2}{3}=\frac{6}{12}\)
B का त्याग \(\frac{1}{4} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{12}\)
A : B का त्याग अनुपात = \(\frac{6}{12}: \frac{1}{12}\) या 6 : 1
A व B का नया अनुपात = पुराना लाभ अनुपात - त्याग अनुपात
\(\mathrm{A}=\frac{3}{4}-\frac{6}{12}=\frac{3}{12}: \mathrm{B}=\frac{1}{4}-\frac{1}{12}=\frac{2}{12}\)
C का हिस्सा \(\frac{6}{12}+\frac{1}{12}=\frac{7}{12}\)
अत: A : B : C का नया लाभ विभाजन अनुपात \(\frac{3}{12}: \frac{2}{12}: \frac{7}{12}\) या 3 : 2 : 7
प्रश्न 25.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं जो 2 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। C को प्रवेश देते हैं। A अपने हिस्से में से , भाग व B को अपने हिस्से का - के पक्ष में त्याग करते हैं। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
A का त्याग 1/3 : B का त्याग \(\frac{1}{3} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{9}\)
अत: त्याग का अनुपात \(\frac{1}{3}: \frac{1}{9}=\frac{3: 1}{9}\) = 3 : 1
A : B का नया अनुपात = पुराना लाभ अनुपात - त्याग अनुपात
\(\mathrm{A}=\frac{2}{3}-\frac{1}{3}=\frac{1}{3}: \mathrm{B}=\frac{1}{3}-\frac{1}{9}=\frac{2}{9}: \mathrm{C}=\frac{1}{3}+\frac{1}{9}=\frac{4}{9}\)
A : B : C का नया लाभ विभाजन अनुपात = \(\frac{1}{3}: \frac{2}{9}: \frac{4}{9}=\frac{3: 2: 4}{9}\)
= 3 : 2 : 4
प्रश्न 26.
A, B व C एक फर्म में साझेदार हैं जो 5 : 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। D को लाभों में हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। C का हिस्सा पूर्ववत् रहेगा। नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
C एवं D का हिस्सा \(\frac{2}{10}+\frac{2}{10}=\frac{4}{10}\); शेष हिस्सा \(1-\frac{4}{10}=\frac{6}{10}\)
A का हिस्सा \(\frac{6}{10} \times \frac{5}{8}=\frac{30}{80}\) : B का हिस्सा \(\frac{6}{10} \times \frac{3}{8}=\frac{18}{80}\)
A : B : C : D का नया लाभ विभाजन अनुपात
\(=\frac{30}{80}: \frac{18}{80}: \frac{2}{10}: \frac{2}{10}=\frac{30: 18: 16: 16}{80}\) = 30 : 18 : 1.6 : 16 या 15 : 9 : 8 : 8
प्रश्न 27.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं। वे C व D को लाभ में क्रमश: व - हिस्सा देकर प्रवेश देते हैं। नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
C व D का हिस्सा \(\frac{1}{5}+\frac{1}{6}=\frac{6+5}{30}=\frac{11}{30}\) शेष हिस्सा \(1-\frac{11}{30}=\frac{19}{30}\)
A का हिस्सा \(\frac{19}{30} \times \frac{1}{2}=\frac{19}{60}\) : B का हिस्सा \(\frac{19}{30} \times \frac{1}{2}=\frac{19}{60}\)
A : B : C : D का नया लाभ विभाजन अनुपात
\(=\frac{19}{60}: \frac{19}{60}: \frac{1}{5}: \frac{1}{6}=\frac{19: 19: 12: 10}{60}\)= 19 : 19 : 12 : 10
प्रश्न 28.
A, B व C एक फर्म में साझेदार हैं जो 3 : 2 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। D को प्रवेश देते हैं, D अपने हिस्से का - भाग C से प्राप्त करता है, A अपने हिस्से का भाग व B अपने हिस्से का - भाग D के पक्ष में त्याग करते हैं। नया लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात ज्ञात करो।
उत्तर:
A का त्याग है \(\frac{3}{6} \times \frac{3}{10}=\frac{9}{60}\): B का त्याग \(\frac{2}{6} \times \frac{1}{10}=\frac{2}{60}\)
A व B का कुल त्याग \(\frac{9}{60}+\frac{2}{60}=\frac{11}{60}\)
C ने D के हिस्से का में 1/4 भाग त्याग किया तो शेष 3/4 A व B ने त्याग किया
C का त्याग = \(\frac{11}{60} \times \frac{4}{3} \times \frac{1}{4}=\frac{44}{720}\)
अतः त्याग का अनुपात
\(\frac{9}{60}: \frac{2}{60}: \frac{44}{720} \stackrel{}{}\) = \(\frac{108: 24: 44}{720}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात = पुराना अनुपात - त्याग अनुपात
\(\mathrm{A}=\frac{3}{6}-\frac{9}{60}=\frac{21}{60}: \mathrm{B}=\frac{2}{6}-\frac{2}{60}=\frac{18}{60}: \mathrm{C}=\frac{1}{6}-\frac{44}{720}=\frac{76}{720}\)
D का हिस्सा \(\frac{9}{60}+\frac{2}{60}+\frac{44}{720}+\frac{176}{720}\)
A : B : C : D का नया अनुपात
\(=\frac{21}{60}: \frac{18}{60}: \frac{76}{720}: \frac{176}{720}=\frac{252: 216: 76: 176}{720}\) = 252 : 216 : 76 : 176 या 63 : 54 : 19 : 44
प्रश्न 29.
एक नये प्रवेशित साझेदार द्वारा प्राप्त अधिकारों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
नये साझेदार को निम्न दो अधिकार प्राप्त होते हैं:
फर्म की सम्पत्तियों में हिस्सा प्राप्त करने के लिए नया साझेदार पूँजी के रूप में धनराशि लाता है तथा भावी लाभों में हिस्सा प्राप्त करने के लिए ख्याति के रूप में धनराशि लाता है।
प्रश्न 30.
ख्याति के मूल्य की गणना गत पाँच वर्षों के औसत लाभ के 3 वर्षों के क्रय के आधार पर की जाती है। लाभ इस प्रकार से हैं: ₹ 30,000, ₹ 25,000, ₹ 40,000, ₹ 35,000, ₹ 20,000। फर्म की ख्याति की गणना कीजिए।
उत्तर:
गत पाँच वर्षों के लाभ का औसत =
त वर्षों की संख्या \(=\frac{30,000 ₹+25,000 ₹+40,000 ₹+35,000 ₹+20,000 ₹}{5}\)
= \(\frac{1,50,000}{5}\)
= 30,000 ₹ ख्याति = औसत लाभ x क्रय वर्ष
= 30,000 ₹ x 3 = 90,000 ₹
प्रश्न 31.
एक फर्म की ख्याति गत चार वर्षों के औसत लाभ के दो वर्षीय क्रय के आधार पर मूल्यांकित की जाती है।
वर्ष |
2018 |
2019 |
2020 |
2021 |
लाभ/हानि |
₹ 10,000 |
₹ 16,000 |
₹(6,000) ( हानि ) |
₹ 12,000 |
फर्म की ख्याति की गणना कीजिए।
उत्तर:
गत चार वर्षों के लाभ/हानि का औसत
लाभ/हानि का योग/वर्षों की संख्या:
\(\frac{10,000 ₹+16,000 ₹+(6,000) ₹+12,000 ₹}{4}\) = \(\frac{32,000}{4}\) = 8,000₹
ख्याति = औसत लाभ x क्रय वर्ष
8,000 ₹ x 2 = 16,000 ₹
प्रश्न 32.
एक फर्म के गत पाँच वर्षों के लाभ इस प्रकार हैं:
वर्ष |
2017 |
2018 |
2019 |
2020 |
2021 |
लाभ/हानि |
10,000 |
12,000 |
15,000 |
19,000 |
29,000 |
भार |
1 |
2 |
3 |
4 |
5 |
ख्याति का मूल्य भारित औसत लाभ के 3 वर्षों के क्रय के आधार पर कीजिए।
उत्तर:
Weighted Average Profit = \(\frac{3,00,000}{15}\)
= 20.000 ₹
ख्याति (Goodwill) = Weighted Average Profit x No. of Purchase year = 20,000₹
x 3 = 60,000 ₹
प्रश्न 33.
एक फर्म की पूँजी ₹ 2,00,000 है व औसत लाभ ₹ 30,000 तथा सामान्य प्रत्याय दर 10% है। ख्याति का मूल्य अधिलाभों के तीन वर्षों के क्रय के आधार पर ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
अधिलाभ = औसत लाभ - सामान्य लाभ
30,000 ₹ - 10% of 2.00.000 ₹ = 10.000 ₹
ख्याति = अधिलाभ x क्रय वर्षों की संख्या
10,000 ₹ x 3 = 30,000 ₹
प्रश्न 34.
एक फर्म की पूँजी ₹ 1,80,000 है व औसत लाभ ₹ 24,000 है। सामान्य प्रत्याय दर 12% मानते हुए पूँजीकरण विधि से ख्याति का मूल्य ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
ख्याति = औसत लाभ का पूँजीकरण मूल्य - फर्म की पूँजी
= \(\frac{24,000}{12}\) x 100 = 2,00,000
ख्याति = 2,00,000 ₹ - 1,80,000 ₹ = 20,000 ₹
प्रश्न 35.
A व B एक फर्म में साझेदार हैं। फर्म की विनियोजित पूँजी ₹ 5,00,000 है और सामान्य प्रत्याय की दर 10% वार्षिक है। प्रत्येक साझेदार का वार्षिक वेतन ₹ 8,000 है। औसत लाभ ₹ 80,000 है। अधिलाभों के पूँजीकरण के आधार पर ख्याति की गणना करो।
उत्तर:
औसत लाभ = 80,000 ₹
(-) साझेदारों का वेतन = 16,000 ₹
वास्तविक औसत लाभ = 64,000 ₹
सामान्य लाभ = विनियोजित पूँजी x सामान्य दर
5,00,000 x 10% = 50,000 ₹
अधिलाभ = वास्तविक औसत लाभ - सामान्य लाभ
64,000 ₹ - 50,000 ₹ = 14.000 ₹
= \(=\frac{14,000}{10} \times 100\) = 1,40,000₹
प्रश्न 36.
X व Y की समायोजित पूँजी क्रमश: ₹ 30,000 व ₹ 25,000 है। Z लाभों में 1 हिस्से के लिए ₹ 25,000 पूँजी लाता है। ख्याति की गणना कीजिए।
उत्तर:
ख्याति = नये साझेदार के हिस्से के आधार पर फर्म की कुल पूँजी - नये साझेदार सहित सभी साझेदारों
की समायोजित पूँजी Z के हिस्से के आधार पर फर्म की पूँजी 25,000/1 x 4 = 1,00,000 ₹ सभी साझेदारों की समायोजित पूँजी (30,000 + 25,000 + 25.000) = 80,000 ₹
ख्याति = 1,00,000 ₹ - 80,000 ₹ = 20.000₹
प्रश्न 37.
31.12.20 को समाप्त होने वाले वर्ष के चिढे में A व B की पूँजी क्रमश: ₹ 40,000 व ₹ 30,000 है तथा सामान्य संचय में ₹ 20,000 का शेष है। C लाभों में हिस्से के लिए 1.1.21 को प्रवेश करता है और पूँजी ₹ 50,000 लेकर आता है। ख्याति की गणना कीजिए।
उत्तर:
ख्याति = फर्म की कुल पूँजी - पुराने साझेदारों की समायोजित पूँजी - नये साझेदार की
पूँजी फर्म की कुल पूँजी = 50,000/1 x 3 = 1,50,000 ₹
(-) पुराने साझेदारों की समायोजित पूँजी (40,000 + 10,000) + (30.000 + 10.000) =
प्रश्न 38.
किसी व्यवसाय का क्रय प्रतिफल ₹ 3,50,000 तय हुआ। इस व्यवसाय की सम्पत्तियाँ ₹ 4,00,000 व दायित्व ₹ 80,000 हैं तो ख्याति का मूल्य होगा।
उत्तर:
ख्याति = क्रय प्रतिफल - शुद्ध सम्पत्तियाँ।
शुद्ध सम्पत्तियाँ = सम्पत्तियाँ - दायित्व
= 4,00,000 ₹ - 80,000 ₹ = 3,20,000 ₹
Goodwill = 3,50,000 ₹ - 3,20,000 ₹ = 30.000₹
प्रश्न 39.
A व B एक फर्म में 2 : 1 के अनुपात में लाभों को बाँटते हुए साझेदार हैं। वे C को लाभों का हिस्सा देकर प्रवेश देते हैं। C ₹ 40,000 पूँजी व ₹ 15,000 ख्याति के लिए नकद लेकर आता है। A व B ख्याति की राशि निकाल लेते हैं। C के प्रवेश की तिथि को पुस्तकों में ख्याति खाता ₹ 30,000 पर प्रकट होता है। आवश्यक प्रविष्टियाँ कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 40.
A व B एक साझेदारी फर्म में 3 : 2 में लाभ विभाजन करते हैं। वे C को लाभों के = हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। C अपना पूरा हिस्सा A से प्राप्त करता है। C ₹ 50,000 पूँजी व ₹ 10,000 ख्याति के लिए नकद लेकर आता है। C के प्रवेश की तिथि को पुस्तकों में ख्याति खाता ₹ 25,000 पर बताया गया है। आवश्यक प्रविष्टियाँ कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 41.
A व B 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हुए साझेदार हैं। वे C को लाभों का = हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। C के प्रवेश की तिथि को फर्म की ख्याति ₹ 25,000 पर मूल्यांकित की जाती है। C ने अपनी पूँजी व ख्याति के लिए निम्न सम्पत्तियों का योगदान दिया - देनदार ₹ 10,000, स्टॉक ₹ 15,000। उपर्युक्त को प्रभावी करने के लिए आवश्यक प्रविष्टियाँ कीजिए।
उत्तर:
नोट: ख्याति में C का हिस्सा: फर्म की कुल ख्याति ₹ 25,000
अत: C का ख्याति में हिस्सा 25,000 x 1 = ₹ 5,000
प्रश्न 42.
A, B व C एक फर्म में 3 : 2 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हुए साझेदार हैं। वे D को लाभों में 1/7 हिस्से के लिए प्रवेश देते हैं। D पूँजी के लिए ₹ 1,00,000 व ₹ 45,000 ख्याति के लिए लेकर आता है। आवश्यक प्रविष्टियाँ दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 43.
L, M तथा N एक फर्म में साझेदार हैं और लाभ को 2 : 2 : 1 के अनुपात में बाँटते हैं। वे निर्णय लेते हैं कि भविष्य में N को लाभों में हिस्सा मिलेगा। फर्म की ख्याति का मूल्यांकन ₹ 80,000 किया गया था। पुस्तकों में ख्याति ₹ 20,000 दिखाई गई है। जर्नल में अपेक्षित प्रविष्टियाँ कीजिए।
उत्तर:
सर्वप्रथम साझेदारों का नया लाभ विभाजन अनुपात एवं साझेदारों द्वारा किया गया त्याग अनुपात व फायदे का अनुपात ज्ञात करेंगे।
माना कुल लाभ 1 है, N का नया अनुपात 1/4, तो शेष हिस्सा \(1-\frac{1}{4}=\frac{3}{4}\)
L का नया अनुपात \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{2}=\frac{3}{8}\) : M का नया अनुपात \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{2}=\frac{3}{8}\)
सभी साझेदारों का नया अनुपात \(\frac{3}{8}: \frac{3}{8}: \frac{1}{4}\) = 3 : 3 : 2
L व M का त्याग = पुराना अनुपात - नया अनुषात
\(\mathrm{L}=\frac{2}{5}-\frac{3}{8}=\frac{16-15}{40}=\frac{1}{40}: M=\frac{2}{5}-\frac{3}{8}=\frac{16-15}{40}=\frac{1}{40}\)
N का फायदे का अनुपात = नया अनुपात - पुराना अनुपात
\(=\frac{1}{4}-\frac{1}{5}=\frac{5-4}{20}=\frac{1}{20}\)
प्रश्न 44.
लेखांकन मानक 26 में अमूर्त परिसम्पत्ति की उपयुक्तता के बारे में क्या बतलाया गया है? समझाइये।
उत्तर:
लेखांकन मानक-26 के अनुसार अमूर्त परिसम्पत्ति की उपयुक्तता: यह मानक अप्रैल 01, 2003 से आरम्भ होने वाली लेखांकन अवधि के लिए अमूर्त परिसम्पत्तियों पर किये गए खर्च सम्बन्धी सूचनाओं को प्रकट करने के प्रावधानों से सम्बन्धित है। इस मानक के अनुसार अमूर्त परिसम्पत्ति को पहचान योग्य, गैर मुद्रा, अभौतिक अस्तित्व, उत्पादन अथवा माल और सेवाओं अथवा प्रशासनिक उद्देश्यों की पूर्ति या नियंत्रण के सन्दर्भ में परिभाषित किया गया है।
अमूर्त परिसम्पत्ति के सम्बन्ध में लेखांकन मानक 26 की महत्त्वपूर्ण आवश्यकताएँ निम्न प्रकार हैं:
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
एक नये साझेदार के प्रवेश के समय कौनसी समस्याएँ आती हैं? उनके समाधान हेतु कौन-कौन से समायोजन किये जाते हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
किसी साझेदारी फर्म में जब नया साझेदार प्रवेश करता है तब निम्न समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
उपरोक्त समस्याओं के समाधान हेतु निम्न समायोजन किये जाते हैं:
1. नया लाभ विभाजन अनुपात (Ner Profit Sharing Ratio):नये साझेदार को फर्म में एक निश्चित लाभ के लिए सम्मिलित किया जाता है। इसके लिए पुराने साझेदारों को अपने लाभ में से कुछ भाग का त्याग करना पड़ता है, जिसे त्याग का अनुपात (Sacrifice Ratio) कहते हैं। नये साझेदार के आने के बाद पुराने साझेदार का अनुपात भी परिवर्तित हो जाता है। पुराने साझेदारों द्वारा त्याग किस प्रकार किया जाएगा, यह साझेदारों के मध्य हुए आपसी समझौते पर निर्भर करता है। विभिन्न परिस्थितियों में नया लाभ विभाजन अनुपात निम्न प्रकार ज्ञात करते हैं
(i) पुराने साझेदारों से उनके पुराने लाभ विभाजन अनुपात में ही नये साझेदार द्वारा लाभ में हिस्सा प्राप्त करना-जब नये साझेदार का लाभ का अनुपात दिया हुआ हो, परन्तु पुराने साझेदारों के त्याग के अनुपात के बारे में कुछ भी नहीं दिया हो तो यह मान लिया जाता है कि पुराने साझेदारों के लाभ विभाजन अनुपात में भविष्य में कोई परिवर्तन नहीं होगा तथा त्याग भी पुराने अनुपात में ही किया जाएगा। नये साझेदार के प्रवेश के बाद पुराने साझेदारों का सम्पूर्ण लाभ में हिस्सा कम हो जाता है। ऐसी दशा में कुल हिस्से में से नये साझेदार का लाभ का हिस्सा निकालने के बाद शेष बचे हिस्से को पुराने लाभ विभाजन अनुपात में निकालकर साझेदारों का नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात कर लिया जाता है।
(ii) नये साझेदार द्वारा पुराने साझेदारों से समान अनुपात में हिस्सा प्राप्त करना-इस स्थिति में पुराने साझेदारों द्वारा किये गये त्याग को पुराने अनुपात में से घटाने पर नया अनुपात ज्ञात हो जाता है।
नया लाभ विभाजन अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात – त्याग का अनुपात
(iii) यदि नए साझेदार द्वारा पुराने साझेदारों से असमान अनुपात में हिस्सा प्राप्त किया जाए-इस स्थिति में भी पुराने साझेदारों द्वारा नये साझेदार को दिया गया हिस्सा (त्याग) पुराने अनुपात में से घटाकर नया लाभ विभाजन अनुपात ज्ञात किया जाता है।
नया लाभ विभाजन अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - त्याग का अनुपात
(iv) जब नया साझेदार किसी एक साझेदार या कुछ साझेदारों से लाभ का हिस्सा प्राप्त करता है-इस दशा में जिस साझेदार या साझेदारों द्वारा त्याग किया जाता है केवल उनके पुराने अनुपात में से त्याग का हिस्सा घटाकर नया अनुपात ज्ञात करेंगे।
2. त्याग का अनुपात (Sacrificing Ratio): नये साझेदारों के प्रवेश पर पुराने साझेदारों द्वारा अपने पुराने हिस्से में से नये साझेदार के लिए कुछ त्याग करना पड़ता है, इसे ही त्याग का अनुपात कहते हैं। नये साझेदार द्वारा लाई गई ख्याति की राशि पुराने साझेदारों में त्याग के अनुपात में बाँटी जाती है। साझेदारों के पुराने अनुपात में से नया अनुपात घटाने पर त्याग का अनुपात ज्ञात हो जाता है।
त्याग का अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात Sacrificing Ratio = Old Profit Sharing Ratio – New Profit Sharing Ratio विभिन्न
परिस्थितियों में त्याग के अनुपात की गणना अग्र प्रकार की जाती है:
3. ख्याति का मूल्यांकन व समायोजन (Adjustment and Valuation of Goodwill): ख्याति एक आभासी परिसम्पत्ति है इसलिए इसके मूल्य की वास्तविक गणना करना बहुत कठिन है। साझेदारी फर्म की ख्याति का मूल्यांकन करने की विभिन्न विधियाँ हैं। किसी एक विधि द्वारा गणना तथा दूसरी विधि द्वारा ख्याति की गणना के मध्य अन्तर पाया जा सकता है इसलिए वह विधि जिसके द्वारा ख्याति की गणना की जानी है, का विद्यमान साझेदार तथा नए साझेदार के मध्य स्पष्ट रूप से वर्णन होना चाहिए।
ख्याति मूल्यांकन की निम्नलिखित प्रमुख विधियाँ हैं:
ख्याति ( प्रीमियम) का लेखांकन (Accounting of Goodwill): नये साझेदार के प्रवेश के समय ख्याति के व्यवहार से सम्बन्धित निम्नलिखित परिस्थितियाँ हो सकती हैं:
उपर्युक्त सभी परिस्थितियों में यदि पुस्तकों में ख्याति खाता खुला हुआ (विद्यमान ) है तो सर्वप्रथम उसे अपलिखित (बन्द) किया जायेगा।
(a) जब ख्याति की राशि का भुगतान निजी रूप से किया जाये: यदि नया साझेदार अपने हिस्से की ख्याति की राशि का भुगतान पुराने साझेदारों को निजी रूप से कर देता है तो फर्म की पुस्तकों में कोई प्रविष्टि नहीं की जायेगी, क्योंकि ख्याति की राशि फर्म में नहीं लिखी जाती है।
(b) जब नया साझेदार अपने हिस्से की राशि नकद लेकर आता है। इस स्थिति में निम्न प्रविष्टियाँ की जाती हैं:
(i) ख्याति की राशि नकद लाने पर:
(ii) ख्याति की राशि त्याग करने वाले साझेदारों के खातों में त्याग अनुपात में हस्तान्तरित करने पर:
(iii) ख्याति की राशि व्यापार से निकालने पर:
(c) जब नया साझेदार अपने हिस्से की ख्याति नकद लेकर नहीं आता है, इस दशा में त्याग अनुपात में निम्न प्रविष्टि होगी
[नोट : इस दशा में नये साझेदार के पूँजी खाते के स्थान पर उसके चालू खाते को डेबिट किया गया है, ताकि उसकी पूँजी कम न हो।]
(d) जब नया साझेदार अपने हिस्से की ख्याति आंशिक रूप से नकद में लाता है, इस दशा में निम्न प्रविष्टियाँ होंगी:
(i) ख्याति का जो हिस्सा नकद लेकर आया है:
(ii) त्याग करने वाले साझेदारों के खातों में त्याग अनुपात की ख्याति का हस्तान्तरण करने पर:
(e) जब नया साझेदार अपने हिस्से की ख्याति सम्पत्ति (In Kind) के रूप में लाता है, इस दशा में निम्न
प्रविष्टियाँ होंगी:
(i) ख्याति के लिए सम्पत्ति लाने पर:
(ii) ख्याति को त्याग करने वाले साझेदारों के पूँजी खातों में त्याग अनुपात में हस्तान्तरित करने पर:
(f) छिपी हुई ख्याति (Hidden Goodwill) का लेखा - सामान्यतः इस विधि का प्रयोग उस दशा में किया जाता है जब नया साझेदार ख्याति की राशि नकद लेकर नहीं आता है। नये साझेदार के ख्याति के हिस्से से:
(g) साझेदारों के लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन होने पर ख्याति के लिए लेखांकन प्रविष्टि:
नोट:
अतः केवल क्रय की गई ख्याति का लेखा ही पुस्तकों में होगा। - स्व-अर्जित ख्याति (Self Generated Goodwill) जो किसी साझेदार के प्रवेश, अवकाश ग्रहण, मृत्यु अथवा वर्तमान साझेदारी के लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन होने पर अर्जित होती है, का समायोजन साझेदारों के पूँजी खातों/ चालू खातों के माध्यम से किया जाना चाहिए। इस आधार पर पुस्तकों में ख्याति खाता नहीं खोला जा सकता है क्योंकि इस दशा में कोई प्रतिफल नहीं चुकाया जाता है।
4. सम्पत्तियों एवं दायित्वों का पुनर्मूल्यांकन (Revaluation of Assets and Liabilities): नए साझेदार के प्रवेश के समय फर्म की सम्पत्तियों एवं दायित्वों का पुनर्मूल्यांकन किया जाता है क्योंकि साझेदार के प्रवेश के समय सम्पत्तियों व दायित्वों के मूल्यों में वृद्धि अथवा कमी हो सकती है जिससे होने वाला लाभ पुराने साझेदार नए साझेदार को नहीं देना चाहेंगे, ठीक उसी प्रकार यदि पुनर्मूल्यांकन से हानि होती है तो उसे नया साझेदार वहन नहीं करना चाहेगा। इसलिए पुनर्मूल्यांकन के लाभ अथवा हानि को पुराने साझेदारों में उनके पुराने अनुपात में बाँट दिया जाता है।
5. अवितरित लाभ-हानि का समायोजन (Adjustment of undistributed Profit or Loss): नये साझी के प्रवेश पर यदि अवितरित लाभ (जैसे-General Reserve, P & La/c Cr. Balance) हों तो उन्हें पुराने साझेदारों में पुराने अनुपात में बाँट दिया जाता है:
यदि चिट्ठे में अवितरित हानि (P. & L. a/c Dr. Balance) एवं कृत्रिम सम्पत्तियाँ (Fictitious Assets) दी हों तो उनके सम्बन्ध में निम्न जर्नल प्रविष्टि की जाती है:
यदि संचय खाते या लाभ-हानि खाते के जमा शेष में परिवर्तन न करना हो तथा पुराने साझेदारों को अवितरित लाभों में उनके हिस्से का लाभ उनको दिया जाए तो नये साझेदार के हिस्से की राशि से निम्न प्रविष्टि द्वारा समायोजन किया जाएगा:
6. पूँजी का समायोजन (Adjustment of Capital): नये साझी के प्रवेश के बाद सभी साझेदारों की पूँजी को समायोजित करने का भी समझौता होता है।
यह निम्न प्रकार से किया जाता है:
(अ) पुराने साझेदारों की पूँजी का समायोजन नए साझेदार की पूँजी के आधार पर करना: इसके लिए लाभ-हानि अनुपात अथवा नये साझी के हिस्से की पूँजी को आधार बनाया जाता है। ऐसी स्थिति में फर्म की कुल पूँजी नये साझेदार की पूँजी या नये लाभ-हानि अनुपात के आधार पर ज्ञात कर ली जाती है। यदि नई फर्म के पुराने साझेदारों की पूँजी उनके आवश्यक अनुपात की रकम से कम होती है तो पुराने साझेदार नकद राशि लाकर उसको पूरा करते हैं तथा अधिक होने पर पुराने साझेदार नकद रकम निकाल लेते हैं। पूँजी का समायोजन साझेदारों के चालू खाते (Current Account) खोलकर भी किया जा सकता है।
(i) जब नई फर्म में पुराने साझेदार की पूँजी कम है:
(ii) जब नई फर्म में पुराने साझेदार की पूँजी अधिक है:
(ब) नये साझेदार की पूँजी का समायोजन, पुराने साझेदारों की पूँजी के आधार पर करना-यहाँ पुराने साझेदारों की पूँजी से तात्पर्य नये साझेदार के प्रवेश के पश्चात् उनकी पूँजी में ख्याति, अवितरित लाभ या हानि, पुनर्मूल्यांकन पर लाभ-हानि का समायोजन करने के बाद शेष रही पूँजी से है। पुराने साझेदारों की पूँजी के आधार पर फर्म की कुल पूँजी ज्ञात कर ली जाती है तथा उसके पश्चात् नये साझेदार की पूँजी का हिस्सा ज्ञात कर लिया जाता है।
(स) नयी फर्म की पूँजी दी होने पर इस स्थिति में पूँजी का बँटवारा नये लाभ विभाजन अनुपात में होगा। नया साझेदार अपने हिस्से की पूँजी लायेगा, पुराने साझेदार अपनी नयी पूँजी व समायोजित पूँजी का अन्तर नकद लायेंगे या ले जायेंगे या चालू खातों के माध्यम से समायोजन होगा।
आंकिक प्रश्न:
प्रश्न 1.
निम्न तुलन पत्र राम और श्याम का है, जो 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजित करते हैं।
1 अप्रैल, 2021 को राम और श्याम का तुलन पत्र (Balance Sheet):
इस तिथि को, निम्न शर्तों पर मोहन को साझेदारी में प्रवेश दिया गया:
1. मोहन लाभ में 1/6 भाग के लिए ₹ 15,000 की पूँजी और ₹ 5,000 ख्याति के लिए प्रीमियम के रूप में लाएगा।
2. स्टॉक के मूल्य में 10% कमी तथा संयंत्र एवं मशीनरी में 10% की वृद्धि हुई। 3. फर्नीचर का पुनर्मूल्यांकन ₹ 9,000 पर किया गया।
4. विविध देनदारों पर 5% संदिग्ध ऋणों का प्रावधान किया गया और ₹ 200 बिजली का बिल देने के लिए उपलब्ध रहेंगे।
5. ₹ 1,000 मूल्य के विनियोग को (जिन्हें तुलन पत्र में नहीं दर्शाया गया है ) बही खातों में दर्शाया जाएगा। 6. एक लेनदार जिस पर ₹-100 देय है, अपलिखित किया गया। रोजनामचा प्रविष्टियों का अभिलेखन करें और पुनर्मूल्यांकन खाता और साझेदारों के पूँजी खाते तैयार करें।
उत्तर:
प्रश्न 2.
एक्स तथा वाई एक फर्म में 3 : 2 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। जेड को 1/5 भाग के लिए फर्म में प्रवेश दिया गया। निम्न परिस्थितियों में नया लाभ-हानि अनुपात ज्ञात कीजिये यदि
(i) जेड एक्स तथा वाई से बराबर अनुपात में प्राप्त करता है।
(ii) जेड यह भाग एक्स तथा वाई से 2 : 1 के अनुपात में प्राप्त करता है।
(iii) जेड यह पूरा भाग एक्स से प्राप्त करता है।
(iv) जेड यह पूरा भाग वाई से प्राप्त करता है।
(v) जेड यह भाग 3/20 एक्स से तथा 1/20 भाग वाई से प्राप्त करता है।
उत्तर:
एक्स तथा वाई का हिस्सा क्रमशः 3/5 तथा 2/5 है। वे जेड को लाभों में 1/5 भाग देते हैं। विभिन्न परिस्थितियों में उनके लाभ विभाजन का नया अनुपात निम्न प्रकार होगा
(i) एक्स का त्याग = \(\frac{1}{5} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{10}\)
वाई का त्याग = \(\frac{1}{5} \times \frac{1}{2}=\frac{1}{10}\)
एक्स का नया हिस्सा = \(\frac{3}{5}-\frac{1}{10}=\frac{5}{10}\)
वाई का नया हिस्सा = \(\frac{2}{5}-\frac{1}{10}=\frac{3}{10}\)
जेड का हिस्सा अतः नया लाभ-हानि अनुपात = \(\frac{1}{5}=\frac{2}{10}\)
(ii) एक्स का त्याग = \(\frac{1}{5} \times \frac{2}{3}=\frac{2}{15}\)
वाई का त्याग = \(\frac{1}{5} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{15}\)
हिस्सा वाई का नया हिस्सा = \(\frac{3}{5}-\frac{2}{15}=\frac{9-2}{15}=\frac{7}{15}\)
जेड का हिस्सा = \(\frac{1}{5}=\frac{3}{15}\)
अतः नया लाभ-हानि अनुपात = 7 : 3
(iii) एक्स का नया हिस्सा = \(\frac{3}{5}-\frac{1}{5}=\frac{2}{5}\)
वाई का हिस्सा = \(\frac{2}{5}=\frac{2}{5}\)
जेड का हिस्सा = \(\frac{1}{5}=\frac{1}{5}\)
अतः नया लाभ-हानि अनुपात = 2 : 2 : 1
(iv) एक्स का हिस्सा = 3/5
वाई का नया हिस्सा = \(\frac{2}{5}-\frac{1}{5}=\frac{1}{5}\)
जेड का हिस्सा = 1/5
लाभ-हानि अनुपात = 3 : 1 : 1
(v) एक्स का नया हिस्सा = \(\frac{3}{5}-\frac{3}{20}=\frac{12-3}{20}=\frac{9}{20}\)
वाई का नया हिस्सा = \(\frac{2}{5}-\frac{1}{20}=\frac{8-1}{20}=\frac{7}{20}\)
जेड का हिस्सा = \(\frac{1}{5}=\frac{4}{20}\)
अतः नया लाभ-हानि अनुपात = 9 : 7 : 4
प्रश्न 3.
रोहित और राहुल एक फर्म में 7 : 3 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। 31 मार्च, 2021 को इनका तुलन पत्र/चिट्ठा निम्न है:
1 अप्रैल, 2021 को भावेश को नए साझेदार के रूप में निम्न शर्तों के साथ प्रवेश दिया:
(i) भावेश पूँजी के लिए ₹ 30,000 और ₹ 10,000 प्रीमियम लायेगा।
(ii) सामान्य संचय की 20 प्रतिशत राशि डूबत ऋण आयोजन में हस्तान्तरित की जानी है।
(iii) स्टॉक और प्लांट का मूल्य 60 प्रतिशत तक घटाया जाना है।
(iv) नया लाभ-हानि अनुपात 21 : 9 : 10 होगा।
(v) पुराने साझेदारों की पूँजी नए साझेदार की पूँजी के आधार पर समायोजित की जाए। पुनर्मूल्यांकन खाता एवं साझेदारों के पूँजी खाते बनाइए।
उत्तर:
Working Notes :
(1) General Reserve के समायोजन की प्रविष्टि निम्न प्रकार होगी:
(2) नई फर्म की समायोजित पूँजी की गणना:
10/40 अथवा 1/4 भाग के लिए भावेश की पूँजी = ₹ 30,000
अतः पूरी फर्म की पूँजी होगी = 30,000 x 4/1 = ₹ 1,20,000
1,20,000 - 30,000 = ₹ 90,000 (रोहित तथा. राहुल की कुल समायोजित पूँजी)
अतः रोहित की पूँजी = 90,000 x 21/30 = ₹ 63,000
और राहुल की पूँजी = 90,000 x 9/30 = ₹ 27,000
प्रश्न 4.
सोनू तथा मोनू क्रमशः 3 : 2 के अनुपात में लाभ बाँटते हुए साझेदार हैं। 31 मार्च, 2021 को उनका चिट्ठा निम्न प्रकार है:
वे टोनू को 1 अप्रैल, 2021 से 1/3 भाग के लिए इन शर्तों पर प्रवेश देते हैं कि वह अपने हिस्से की ख्याति के लिए व्यापार में रकम का भुगतान करे तथा इतनी पर्याप्त पूँजी लाये जिससे कि उसे नयी फर्म की कुल पूँजी का 1/3 हिस्सा प्राप्त हो जाए। फर्म की ख्याति का मूल्यांकन गत तीन वर्षों के औसत लाभ के दो गुने के आधार पर करते हुए समायोजित किया जाना है। इन वर्षों के लाभ क्रमशः ₹ 15,000, ₹ 8,300 हानि तथा ₹ 25,000 हैं। आगे यह भी तय किया जाता है कि डूबत ऋण आयोजन को ₹ 2,000 तक घटाया जाये, स्टॉक का पुनर्मूल्यांकन ₹ 30,000 पर किया जाए, फर्नीचर को ₹7,500 तक घटाया जाए तथा बकाया खर्च ₹ 2,000 व अर्जित आय ₹ 500 पुस्तकों में लाये जायें। फर्म की पुस्तकों में पुनर्मूल्यांकन खाता व साझेदारों के पूँजी खाते बनाइये।
उत्तर:
Working Notes:
(1) Calculation of Goodwill :
औसत लाभ = [15,000 + 8,300 (Loss) + 25,000] + 3 = 10,567
औसत लाभ का दो गुना = 10,567 x 2 = 21,134
ख्याति में टोनू का हिस्सा = 21,134 x 1/3 = ₹ 7,045
(2) Amount of Capital brought in by Tonu :
सोनू तथा मोनू की कुल समायोजित पूँजी = 37,977 + 20,318 = ₹ 58,295
(फर्म की कुल पूँजी का में भाग) अत: फर्म की कुल पूँजी = 58,295 x 2 = 87,443
अतः टोनू की - हिस्से के लिए पूँजी होगी = 87,443 x 2/3 = ₹ 29.148
प्रश्न 5.
ए व बी 2 : 1 के अनुपात में लाभ बाँटते हैं। 31 मार्च, 2021 का चिट्ठा निम्न प्रकार है:
1 अप्रैल, 2021 को सी को साझेदारी में सम्मिलित किया गया। नया लाभ विभाजन अनुपात 3 : 2 : 1 होगा। निम्नांकित समायोजनों के बाद सी फर्म में अपने हिस्से के अनुसार पूँजी नकद लाता है।
(1) सी ख्याति के लिए 10,000 ₹ नकद लाता है।
(2) भवन का मूल्य 35,000 ₹ आँका गया।
(3) पुराना टाईपराईटर जिसका मूल्य 2,000 ₹ है, पुस्तकों में नहीं लिखा है, इसे अब पुस्तकों में लिखना है।
(4) एकस्व का मूल्य शून्य है।
पुनर्मूल्यांकन खाता, पूँजी खाते व नई फर्म का चिट्ठा बनाइये।
उत्तर:
Working Notes :
(1) त्याग केवल A ने किया है अतः Goodwill की समस्त राशि उसके खाते में जमा की गई है।
Capital of C : 86,000 \(\times \frac{6}{5} \times \frac{1}{6}\) = 17,200
प्रश्न 6.
कमल एवं नारायण 3 : 2 में लाभ बाँटते हुए साझेदार हैं। उन्होंने राकेश को 1/5 लाभ के लिए फर्म में प्रवेश दिया जो कि कमल एवं नारायण द्वारा बराबर-बराबर देय होगा। उनकी फर्म का चिट्ठा निम्नांकित है:
राकेश के 1 अप्रैल, 2021 को प्रवेश पर निम्नांकित शर्ते हैं:
1. राकेश ₹ 50,000 पूँजी व ख्याति के हिस्से के लिए लायेगा।
2. फर्म की ख्याति पिछले चार वर्षों के औसत अधिलाभ के तीन गुने के आधार पर मूल्यांकित करनी है। पिछले चार वर्षों का औसत लाभ ₹ 20,000 है व विनियोजित पूँजी पर सामान्य लाभ ₹ 12,000 है।
3. फर्नीचर का मूल्य ₹ 6,000 से बढ़ाना है व स्टॉक ₹ 12,000 तक रखना है।
4. सभी देनदार अच्छे हैं।
5. कर्मचारी क्षतिपूर्ति संचय के विरुद्ध ₹ 3,000 का दायित्व निश्चित किया गया है।
6. पूर्वदत्त बीमा व्यय ₹ 1,000 है। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते एवं नयी फर्म का प्रवेश के समय का चिट्ठा बनाइए।
उत्तर:
Working Note : ख्याति की गणना-
Super Profit = Average Profits - Normal Profits
= 20,000 - 12,000 = ₹ 8,000
Goodwill = 8,000 × 3 = ₹ 24,000
Rakesh's Share in Goodwill = 24,000 × 1/5 = ₹ 4,800
प्रश्न 7.
राम व श्याम एक फर्म में साझेदार हैं जो 3 : 1 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हैं। उनका चिट्ठा इस प्रकार है:
वे मोहन को 1.4.2021 को प्रवेश देते हैं। नया लाभ विभाजन अनुपात बराबर-बराबर होगा।
(i) मोहन ₹ 50,000 पूँजी व ₹ 10,000 ख्याति के लिए लेकर आता है।
(ii) लेनदारों में शामिल ₹ 4,000 का भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
(iii) विनियोगों का मूल्यांकन ₹ 15,000 पर किया गया।
(iv) संदिग्ध ऋणों के लिए 5 प्रतिशत आयोजन व देनदारों पर बट्टे के लिए आयोजन 2 प्रतिशत बनाये।
(v) भूमि व भवन ₹ 5,000 से कम मूल्यांकित है।
(vi) प्लाण्ट एवं मशीन ₹ 10,000 से अधिमूल्यांकित है।
(vii) फर्नीचर 10 प्रतिशत से हासित किया जाये।
(viii) ट्रेडमार्क का मूल्यांकन ₹ 3,000 पर किया गया।
(ix) एकस्व का मूल्य ₹ 2,000 तक कम करना है।
(x) बकाया वेतन ₹ 2,000।
(xi) पूर्वदत्त बीमा ₹ 2,000
(xii) एक ग्राहक का दावा ₹ 2,000 स्वीकार किया।
(xiii) अज्ञात दायित्वों के लिए प्रावधान ₹ 5,000।
(xiv) स्टॉक मूल्यांकन ₹ 13,000 पर किया गया।
(xv) सम्पत्ति जो पुस्तकों में नहीं लिखी गयी ₹ 10,0001
(xvi) एक देनदार जिसमें ₹ 500 बकाया थे, डूबत ऋण के रूप में अपलिखित कर दिये गये, उसने पूर्ण भुगतान में ₹ 400 दिये। पुनर्मूल्यांकन खाता बनाइये।
उत्तर:
प्रश्न 8.
X तथा Y समान साझेदार हैं। 1 जनवरी, 2021 को निम्न स्थिति विवरण तथा शर्तों के आधार पर वह Z को साझेदारी में शामिल करते हैं:
निम्नलिखित बातों पर सहमति होती है:
(i) नया लाभ विभाजन अनुपात 2 : 1 : 1 होगा तथा Z ₹ 20,000 पूँजी के लिए लायेगा।
(ii) स्थायी सम्पत्तियों का मूल्य ₹ 12,000 से बढ़ाया जायेगा।
(iii) ₹ 2,000 अप्राप्य-ऋणों के अपलिखित किये जायेंगे।
(iv) लेनदारों पर कटौती के लिए 2 प्रतिशत की दर से आयोजन बनाया जायेगा।
(v) अदत्त व्ययों को ₹ 1,800 तक कम करना है।
(vi) कर्मचारी क्षतिपूर्ति कोष के दायित्व का अनुमान ₹ 1,000 है।
(vii) कर्मचारी प्रोविडेन्ट फण्ड को ₹ 500 से बढ़ाया जायेगा।
(viii) Z अपने हिस्से की ख्याति नकद लाने में असमर्थ है। ख्याति का मूल्यांकन ₹ 8,000 किया गया।
(ix) स्टॉक का मूल्यांकन ₹ 24,180 पर किया गया। साझेदारों के पूँजी खाते तथा नया स्थिति विवरण बनाइये।
उत्तर:
कार्यशील टिप्पणियाँ:
(1)
(2 ) त्याग अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
X : \(\frac{1}{2}-\frac{2}{4}\) = Nil, Y : \(\frac{1}{2}-\frac{1}{4}=\frac{1}{4}\)
(3) कर्मचारी क्षतिपूर्ति संचय में से सम्बन्धित दायित्व को घटाकर शेष राशि को पुराने साझेदारों में उनके पुराने लाभ विभाजन अनुपात में बाँटा गया है।
(4) Cash Balance : 20,000
प्रश्न 9.
P तथा Q साझेदार हैं और लाभ को 3 : 1 के अनुपात में बाँटते हैं। 31 मार्च, 2021 को उनका स्थिति विवरण इस प्रकार था:
उस तिथि को R को साझेदार के रूप में सम्मिलित किया जाता है और नया लाभ विभाजन अनुपात 5 : 3 : 2 है। नियत की गई अन्य शर्ते थीं:
(i) देनदारों पर संदिग्ध ऋणों के लिए 5 प्रतिशत की दर से और देनदारों पर छूट के लिए 2 प्रतिशत का प्रावधान कीजिए।
(ii) स्थायी सम्पत्तियों का मूल्य ₹ 80,000 तय किया।
(iii) लेनदारों में पिछले 4 वर्षों से अजय को देय ₹2,500 की राशि शामिल है, जिसके माँगने की आशा नहीं है।
(iv) लेनदारों पर 2 प्रतिशत की दर से छूट का प्रावधान अपेक्षित है।
(v) फर्म की ख्याति का मूल्यांकन ₹ 20,000 किया गया है।
(vi) R पूँजी के रूप में ₹ 30,000 देगा एवं ख्याति नकद लाएगा और P तथा Q की पूँजी का समायोजन R की पूँजी के आधार पर किया जाएगा। पूँजी का समायोजन नकद के आधार पर किया जाएगा। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते और नई फर्म का स्थिति विवरण बनाइए।
उत्तर:
कार्यशील टिप्पणियाँ:
(1) रोकड़ शेष 30,000 + 4,000 + 1,365 + 11,455 = ₹ 46,820;
(2) OPSR - NPSR = SR/GR;
\(P: \frac{3}{4}-\frac{5}{10}=\frac{5}{20}(S R) ; Q: \frac{1}{4}-\frac{3}{10}=(-1) \frac{1}{20}(\text { GR })\)
फर्म की ख्याति में R का हिस्सा : 20,000 x 2 = 4,000 यह P को दिया जायेगा।
20,000 x 1/20 = 1,000 Q का खाता Dr. होगा। क्योंकि वह Gain कर रहा है।
प्रश्न 10.
A और B साझेदार हैं जो कि लाभों को क्रमशः 5 : 3 के अनुपात में बाँटते हैं। उनका स्थिति विवरण निम्न प्रकार है:
C निम्न शर्तों पर साझेदारी में प्रवेश करता है
(i) नया लाभ विभाजन अनुपात क्रमशः 3 : 3 : 2 होगा।
(ii) C के ऋण को उसकी पूँजी माना जायेगा।
(iii) फर्म की ख्याति का मूल्यांकन ₹ 24,000 किया गया। C अपना हिस्सा नकद लाता है।
(iv) A और B ने विनियोग अपने लाभ विभाजन अनुपात में ले लिये।
(v) रहतिये का मूल्य ₹ 50,000 तक कम कर दिया जाए।
(vi) संदिग्ध ऋणों का प्रावधान देनदारों पर 5 प्रतिशत की दर से कर दिया जाए।
(vii) C₹ 10,000 नकद लायेगा।
(viii) अर्जित आय ₹ 8001
(ix) ख्याति व्यवसाय में रखी जाएगी। उपरोक्त के लिए जर्नल प्रविष्टियाँ कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 11.
सुरेन्द्र एवं महेन्द्र 5 : 3 के अनुपात में लाभ बाँटते हुए एक फर्म में साझेदार हैं। 31 दिसम्बर, 2021 को उनका स्थिति विवरण निम्न प्रकार था:
1 जनवरी, 2022 को अंकुर को साझेदार बनाया गया। वह पूँजी के रूप में ₹ 20,000 लाया। नया अनुपात 3 : 3 : 2 होगा। नए साझेदार के प्रवेश पर
निम्न निर्णय लिये गये:
(i) फर्म की ख्याति में अंकुर का हिस्सा ₹ 10,000 तय किया गया। वह ख्याति की राशि नकद लाया।
(ii) सुरेन्द्र ने सम्पूर्ण विनियोग ₹ 8,000 में ले लिये।
(iii) देनदारों पर डूबत एवं संदिग्ध ऋण के लिए आयोजन ₹ 2,000 का बनाया जाये। भूमि तथा भवन का मूल्यांकन ₹ 85,000 पर किया जाए।
(iv) स्टॉक का मूल्यांकन ₹ 20,000 पर किया गया है।
(v) लेनदारों ने ₹ 4,000 के दावे को छोड़ दिया।
(vi) सभी साझेदारों की पूँजी का समायोजन नये लाभ विभाजन अनुपात में नकद से किया जाएगा। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते तथा चिट्ठा बनाइये।
उत्तर:
कार्यशील टिप्पणियाँ:
(1) त्याग अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
Surendra : \(\frac{5}{8}-\frac{3}{8}=\frac{2}{8}\) : Mahendra : \(\frac{3}{8}-\frac{3}{8}\) = Nil
(2) पूँजी का समायोजन: अंकुर की पूँजी के हिस्से के लिए ₹ 20,000
अतः फर्म की कुल पूँजी = 80,000 x 8/2
अतः सुरेन्द्र की पूँजी 80,000 x 8/3 = ₹ 30,000;
महेन्द्र की पूँजी 80,000 x 3/8 = ₹ 30,000;
अंकुर की पूँजी ₹ 20,000
(3) रोकड़ शेष 9,000 + 20,000 + 10,000 - 29,500 - 8,500 = ₹ 1,000
(4) निवेश उतार-चढ़ाव खाते में दिया गया शेष विनियोग के मूल्य की कमी को पूरा करने में प्रयोग हुआ है।
प्रश्न 12.
A, B तथा C 5 : 3 : 2 के अनुपात में लाभ व हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। 31 मार्च, 2021 को उनका चिट्ठा निम्न प्रकार है:
वे 1 अप्रैल, 2021 को अपने लाभ विभाजन के अनुपात को 3 : 4 : 3 में बदलने को सहमत हुए। इस कार्य के लिए निश्चय किया गया कि
(1) मशीन और भवन को क्रमशः 4,000 ₹ व 38,000 ₹ पर मूल्यांकित किया जाये।
(2) विनियोगों का मूल्य 500 ₹ से कम किया जाये।
(3) देनदारों पर 5% की दर से ड्रबत ऋण के लिए आयोजन बनाया जाये।
(4) संदिग्ध दायित्वों के लिए 600 ₹ का आयोजन किया जाये।
(5) फर्म की ख्याति का 14,000 ₹ पर मूल्यांकन किया जाये।
सम्पत्तियों एवं दायित्वों के मूल्य को नहीं बदलना है। लेखा पुस्तकों से ख्याति खाते को बन्द करना है। साझेदारों के खातों में समायोजन करने के लिए आवश्यक जर्नल प्रविष्टियाँ दीजिये, साझियों के पूँजी खाते बनाइए तथा फर्म का नया चिट्ठा भी तैयार कीजिये।
उत्तर:
प्रश्न 13.
A व B साझेदार थे, लाभों को 5 : 3 के अनुपात में बाँटते थे। 31 मार्च, 2021 को उनका स्थिति विवरण इस प्रकार था;
वे निम्नलिखित शर्तों पर C को सम्मिलित करते हैं:
(i) साझेदारों का नया लाभ विभाजन अनुपात 4 : 2 : 1 होगा। C अपनी पूँजी के ₹ 30,000 लाएगा।
(ii) C फर्म की ख्याति में अपने हिस्से के बराबर राशि नकद देगा, ख्याति का मूल्यांकन गत तीन वर्षों के औसत लाभों का दोगुना किया जाएगा जो क्रमशः ₹ 25,000, ₹ 36,000 और ₹ 44,000 थे।
(iii) सामान्य संचय कोष का 20% संदिग्ध ऋणों के लिए प्रावधान के रूप में रहेगा।
(iv) स्टॉक का मूल्य ₹ 5,000 अधिक लगाया गया है।
(v) ख्याति की राशि का 50 प्रतिशत पुराने साझेदारों ने निकाल लिया है।
(vi) कमीशन के रूप में ₹ 1,000 मिलेंगे, अतः लेखा किया जाए।
(vii) एक अप्रत्याशित (unforeseen) दायित्व के लिए ₹1,500 का प्रावधान किया जाए।
(viii) निवेश, जिनका बाजार मूल्य स्थिति विवरण की तिथि को ₹ 8,000 है। पुनर्मूल्यांकन खाता, पूँजी खाते और संशोधित स्थिति विवरण बनाइये।
उत्तर:
Balance Sheet (New firm) as on 31st March 2021:
कार्यशील टिप्पणियाँ:
(1) रोकड़ शेष 30,000 + 10,000 - 5,000 = ₹ 35,000
(2) सामान्य संचय में से 12,000 x 20% = ₹ 2.400
संदिग्ध ऋणों के लिए आयोजन बनाया गया है व शेष राशि पुराने साझेदारों में उनके पुराने लाभ विभाजन अनुपात में वितरित की गयी है।
(3) त्याग अनुपात की गणना : पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
\(\mathrm{A}: \frac{5}{8}-\frac{4}{7}=\frac{35-32}{56}=\frac{3}{56} ; \mathrm{B}: \frac{3}{8}-\frac{2}{7}=\frac{21-16}{56}=\frac{5}{56}=3: 5\)
प्रश्न 14.
राम व रहीम 2 : 1 के अनुपात में लाभ-हानि बाँटते हुए साझेदार हैं। 31 दिसम्बर, 2021 को उनका चिट्ठा निम्न प्रकार है:
1 जनवरी, 2022 को सलीम को भाग के लिए प्रवेश दिया; वह 25,000 ₹ पूँजी के नकद लायेगा। नये साझेदार के प्रवेश पर निम्न निर्णय लिये गये
(i) निम्न समायोजनों से पूर्व पूँजी के आधार पर ख्याति की राशि का मूल्यांकन करते हुए समायोजन कीजिए।
(ii) आयोजन 1,000 ₹ तक घटाया जाये।
(iii) फर्नीचर का मूल्य 35,000 ₹ तक घटाया जाये।
(iv) रहतिये का मूल्यांकन 25,000 ₹ पर किया जाये।
(v) बिजली खर्च के बकाया 6,000 ₹ पुस्तकों में दिखाये जायें।
(vi) बैंक ऋण का भुगतान कर दिया जाये।
(vii) सभी साझेदारों की पूँजी उनके लाभ-हानि विभाजन के अनुपात में होगी। इसके लिए आवश्यकतानुसार रकम लायी जायेगी या निकाली जायेगी। फर्म की पुस्तकों में आवश्यक जर्नल प्रविष्टियाँ कीजिए।
उत्तर:
Working Notes :
(i) ख्याति की गणना:
फर्म की कुल पूँजी = 25,000 \(\times \frac{4}{1}\) = 1,00,000 होनी चाहिए।
जबकि वर्तमान कुल पूँजी है = 30,000 + 30,000 + 25,000 = 85,000 ₹
शेष राशि ख्याति होगी = 1,00,000 - 85,000 = 15,000 ₹
सलीम के हिस्से की ख्याति = 15,000 \(\times \frac{1}{4}\) = 3,750₹
(ii) नया लाभ विभाजन अनुपात
\(1-\frac{1}{4}=\frac{3}{4}\)
राम का नया अनुपात = \(\frac{3}{4} \times \frac{2}{3}=\frac{6}{12}\)
रहीम का नया अनुपात = \(\frac{3}{4} \times \frac{1}{3}=\frac{3}{12}\)
सलीम का नया अनुपात = \(\frac{1}{4} \times \frac{3}{3}=\frac{3^{\prime}}{12}\)
नया अनुपात = 6 : 3 : 3 या = 2 : 1 : 1
लाभ-विभाजन अनुपात के आधार पर पूँजी:
राम = 1,00,00) x 2/4 = 50,000 ₹
रहीम = 1,00,00 x 1/4 = 25,000 ₹
सलीम = 25,000 ₹
(iii) साझेदारों द्वारा निकाली अथवा लायी जाने वाली नकद राशि की गणना:
प्रश्न 15.
P तथा Q साझेदार थे जो कि लाभों को 7 : 5 के अनुपात में लाभ विभाजन करते थे।
31 मार्च, 2021 को उनका स्थिति विवरण निम्न था:
1 अप्रैल, 2021 को उन्होंने S को निम्न शर्तों पर नये साझेदार के रूप में शामिल किया:
(i) S को फर्म के लाभों में 1/4 भाग दिया जायेगा।
(ii) S के ऋण खाते को उसका पूँजी खाता मान लिया जायेगा।
(iii) फर्म की ख्याति का मूल्यांकन ₹ 96,000 किया गया तथा S अपने हिस्से की ख्याति नकद लायेगा।
(iv) देनदारों पर 5 प्रतिशत की दर से अप्राप्य ऋण आयोजन बनाया जायेगा।
(v) स्टॉक 10 प्रतिशत से अधिमूल्यांकित है।
(vi) भूमि के मूल्य को 10 प्रतिशत से बढ़ाया जाये।
(vii) भवन के मूल्य में 12.5 प्रतिशत से वृद्धि करें। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते एवं नयी फर्म का चिट्ठा तैयार कीजिए।
उत्तर:
कार्यशील टिप्पणियाँ:
प्रश्न 16.
अमित व आशीष 5 : 3 के अनुपात में लाभ बाँटते थे, श्रवण को लाभ में 1/5 हिस्से के लिए साझेदार बनाया। वह आनुपातिक पूँजी लगायेगा। वित्तीय स्थिति इस प्रकार थी
उन्होंने श्रवण को निम्नांकित शर्तों पर प्रवेश देना स्वीकार किया:
(i) फर्म की ख्याति ₹ 20,000 पर मूल्यांकित की गयी। वह अपना हिस्सा नकद लाएगा।
(ii) भूमि व भवन ₹ 13,000 से बढ़ेंगे तथा मशीनरी ₹ 30,000 पर मूल्यांकित होगी।
(iii) डूबत ऋण आयोजन ₹ 500 अधिक पाया गया है।
(iv) ₹ 1,200 का एक दायित्व जो विविध लेनदारों में शामिल है, जिसके उत्पन्न होने की सम्भावना नहीं है।
(v) एक ग्राहक ने ₹ 500 हानि के लिए माँगे हैं जो फर्म द्वारा स्वीकार नहीं किया गया है। ग्राहक व फर्म के मध्य समझौता हुआ है कि इसके लिए ₹ 100 निर्धारित किये जाएँ।
(vi) ₹ 10,000 के विनियोग पुराने साझेदारों ने लाभ विभाजन अनुपात में ले लिए।
(vii) साझेदारों की पूँजी लाभ विभाजन अनुपात में समायोजित रहेगी। इसके लिए चालू खाते खोले जायेंगे।
(viii) आशीष नकद में ₹ 2,400 आहरण करता है। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते तथा पुनर्गठित फर्म का स्थिति विवरण तैयार कीजिए।
उत्तर:
कार्यशील टिप्पणियाँ:
(1) नया लाभ विभाजन अनुपात : शेष अमित \(1-\frac{1}{5}=\frac{4}{5}\)
आशीष \(\frac{4}{5} \times \frac{5}{8}=\frac{20}{40}\)
नया लाभ विभाजन अनुपात: \(\frac{20}{40}: \frac{12}{40}: \frac{1}{5}\)= 20 : 12 : 8 = 5 : 3 : 2
(2) नये साझेदार श्रवण की पूँजी की गणना:
अमित की कुल समायोजित पूँजी 73,500 - 12,500 = ₹ 61,000,
आशीष की कुल समायोजित पूँजी 41,100 - 9,900 = ₹ 31,200
61,000 + 31,200 = ₹ 92,200
1 - 1/5 = 4/5 (अमित + आशीष)
श्रवण की कुल पूँजी : 92,200 \(\times \frac{5}{4} \times \frac{1}{5}\) = ₹ 23,050
(3) फर्म की कुल पूँजी 92.200 \(\times \frac{5}{4}\) = ₹1.15,250
अमित 1,15,250 \(\times \frac{5}{10}\) = ₹ 57,625;
आशीष 1,15,250 \(\times \frac{3}{10}\) = ₹ 34,575;
श्रवण 1,15,250 \(\times \frac{2}{10}\) = ₹ 23,050
प्रश्न 17.
X तथा Y एक फर्म में साझेदार हैं और लाभ को 3 : 2 के अनुपात में बाँटते हैं। वे z को साझेदार के रूप में सम्मिलित करते हैं और नया लाभ विभाजन अनुपात 5 : 3 : 2 तय करते हैं। Z के प्रवेश से पहले उनका स्थिति विवरण इस प्रकार है:
मानी गई शर्ते थीं:
(i) जेड अपनी पूँजी के रूप में ₹ 40,000 लाएगा।
(ii) जेड ख्याति का अपना हिस्सा नकद लाने में असमर्थ है, अतः यह निर्णय किया कि ख्याति की गणना लाभ में जेड के हिस्से और फर्म में उसके द्वारा लाई गई पूँजी के आधार पर की जाए।
(iii) प्लाण्ट तथा मशीनरी का मूल्यांकन ₹ 60,000 और स्टॉक का ₹ 35,000 किया गया है। परन्तु संदिग्ध ऋणों के लिए प्रावधान देनदारों के 5 प्रतिशत पर रखा जाए और फर्नीचर में 10 प्रतिशत का ह्रास किया जाए।
(iv) ₹ 1,400 का बकाया किराया लेखे में नहीं लिया गया था। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते एवं नयी फर्म का स्थिति विवरण बनाइए।
उत्तर:
कार्यशील टिप्पणियाँ:
(1) त्याग अंनुपात की गग्गना:
त्याग अनुपात = पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
\(\mathrm{X}: \frac{3}{5}-\frac{5}{10}=\frac{5}{50}, \mathrm{Y}: \frac{2}{5}-\frac{3}{10}=\frac{5}{50}\), 5: 5 या 1: 1.
(2) ख्याति की गणना (छिपी हुई ख्याति):
Z की 1/5 हिस्से के लिए पूँजी ₹ 40,000
X व Y की समायोजित पूँजी X: 60,000 + 6,000 + 1,800 = 67,800:
Y: 40,000 + 4,000 + 1,200 = ₹ 45,200
Z की पूँजी = ₹ 40,000; फर्म की ख्याति = 2,00,000 - 67,800 - 45,200 - 40,000 = ₹ 47,000;
का हिस्सा 47,000 \(\times \frac{1}{5}\) = ₹ 9,400
Z ख्याति की राशि नकद लेकर नहीं आ रहा है। अत: समायोजन Z के चालू खाते के माध्यम से किया गया है।
प्रश्न 18.
कमल तथा विमल क्रमश: 3 : 2 में लाभ-हानि विभाजित करते हैं। 31 मार्च, 2021 को उनका चिट्ठा निम्नलिखित था:
1 अप्रैल, 2021 को आलोक को फर्म में 1/5 भाग के लिए निम्न शर्तों के आधार पर प्रवेश दिया
(1) भूमि एवं भवन का मूल्य 2,000 ₹ से बढ़ाया जाये।
(2) मशीन 9,000 ₹ पर मूल्यांकित की गयी।
(3) देनदारों पर आयोजन अब अनावश्यक माना गया।
(4) ख्याति का वर्तमान मूल्य 25,000 ₹ को समायोजित करना है।
(5) आलोक नई फर्म की पूँजी का 1/5 के बराबर पूँजी रोकड़ी लाये। आलोक के प्रवेश पर पुनः मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते एवं चिट्ठा बनाइये।
उत्तर:
(1) ख्याति में आलोक का हिस्सा
25,000 x 1/5 = 5,000र
ख्याति को समायोजित करने हेतु आलोक के ख्याति के हिस्से से पुराने साझेदारों को उनके त्याग के अनुपात में क्रेडिट किया जायेगा।
(2) आलोक की पूँजी की गणनामाना कुल हिस्सा 1/5,
जिसमें आलोक का हिस्सा = 1/5
अतः शेष हिस्सा 1 - 1/5 = 4
∵ 4/5 हिस्से के लिए पूँजी है : 27,700 + 16,800 = 44,500
∴ 1 हिस्से के लिए पूँजी होगी : 44,500 x 5/4
∵ 1/5 हिस्से के लिए पूँजी होगी : 44,500 x 1 x 1 = 11,125 र
अतः आलोक अपना पूँजी शेष 11,125 ₹ रखने के लिए कुल (11,125 + 5,000) = 16.125 ₹ नकद लायेगा।
प्रश्न 19.
धोनी व धवन साझेदार हैं। 31 मार्च, 2021 को धोनी व धवन का चिट्ठा निम्नवत है:
1 अप्रैल, 2021 को विराट को प्रवेश देते हैं व उनका नया लाभ विभाजन अनुपात बराबर-बराबर होगा
(i) विराट पूँजी के लिए ₹ 60,000 व ख्याति ( प्रीमियम) के लिए ₹ 8,000 लेकर आता है। ख्याति की आधी राशि साझेदार निकाल लेते हैं।
(ii) उपार्जित आय ₹ 500 जो पुस्तकों में नहीं दिखायी गयी है, उसे दिखाया जायेगा।
(iii) विनियोगों का बाजार मूल्य ₹ 9,000 है।
(iv) एक देनदार जिसमें ₹ 500 बकाया थे, डूबत ऋण के रूप में अपलिखित कर दिये। उसने पूर्ण भुगतान ₹400 दिये।
(v) भूमि-भवन के मूल्य में 25% से वृद्धि करें।
(vi) प्लाण्ट-मशीन 10% से कम मूल्यांकित हुई है।
(vii) फर्नीचर 10% से हासित किया जाये।
(viii) व्यापारिक चिह्न का मूल्यांकन ₹ 2,500 पर किया गया है।
(ix) एकस्व का मूल्य ₹ 3,000 तक कम करना है।
(x) कर्मचारी क्षतिपूर्ति संचय के विरुद्ध ₹ 3,000 का दायित्व निश्चित किया गया है।
(xi) पूर्वदत्त बीमा व्यय ₹ 1,000।
(xii) मरम्मत का बकाया बिल ₹ 1,000।
(xiii) ₹ 4,000 पर मूल्यांकित एक पुराना कम्प्यूटर है जो पुस्तकों में प्रदर्शित नहीं है। इसका अब लेखा किया जाता है।
(xiv) देनदारों पर संदिग्ध ऋणों के लिए 5% आयोजन व देनदारों पर बट्टे के लिए आयोजन 2% बनाये।
(xv) लेनदारों पर बट्टे के लिए आयोजन 2%।
(xvi) स्कंध 2% से अधिमूल्यांकित है।
(xvii) विराट की पूँजी के आधार पर साझेदारों के पूँजी खाते समायोजित करने हैं। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते व नयी फर्म का चिट्ठा तैयार कीजिए।
उत्तर:
Working Notes':
प्रश्न 20.
सोनू व मोनू एक फर्म में 5 : 3 के अनुपात में लाभ विभाजन करते हुए साझेदार थे। उन्होंने रानू को लाभों में 1/5 हिस्सा देते हुए प्रवेश दिया। अन्य शर्ते इस प्रकार थीं
(1) रानू अपने हिस्से की ख्याति नकद में लाने में असमर्थ है। फर्म की ख्याति का मूल्यांकन 1,20,000 ₹ पर किया गया।
(2) भूमि व भवन को 38,000 ₹ तक बढ़ाया जाये तथा प्लाण्ट व मशीन को 30,000 ₹ तक घटाया जाये।
(3) डूबत ऋणों हेतु आयोजन 4 प्रतिशत की दर पर रखा जाए।
(4) लेनदार 1,100 ₹ से कम किये जायें।
(5) 10,000 ₹ के विनियोग पुराने साझेदारों द्वारा अपने पुराने अनुपात में ले लिए गए।
(6) मोनू द्वारा 2,400 ₹ की रोकड़ निकाल ली गई।
(7) पुराने साझेदारों की समायोजित पूँजी के आधार पर रानू अपने हिस्से की पूँजी लाएगा। फर्म का चिट्रा इस प्रकार था
उत्तर:
प्रश्न 21.
A तथा B जो कि लाभों को 2 : 1 के अनुपात में बाँटते हैं, का स्थिति विवरण निम्न है:
वह C को साझेदारी में शामिल करते हैं। नया लाभ विभाजन अनुपात 3 : 2 : 1 होगा। निम्न समायोजनों के पश्चात् C आनुपातिक पूँजी की राशि लायेगा।
(i) C अपने हिस्से की ख्याति ₹ 10,000 नकद लायेगा।
(ii) एक ₹ 500 का देनदार मर गया उससे कुछ भी वसूल नहीं होगा।
(iii) फर्म के पास ₹ 2,600 मूल्य का एक पुराना कम्प्यूटर है जिसे लेखा पुस्तकों में नहीं दिखाया हुआ है। उसका पुस्तकों में लेखा किया जाएगा।
(iv) पेटेंट मूल्यहीन हैं।
(v) लेनदारों पर 2 प्रतिशत कटौती प्राप्त होगी।
(vi) विनियोगों का मूल्यांकन ₹ 28,000 पर किया गया है। पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते एवं नयी फर्म का चिट्ठा तैयार कीजिए।
उत्तर:
Working Notes:
(1) त्याग अनुपात की गणना : पुराना लाभ विभाजन अनुपात - नया लाभ विभाजन अनुपात
\(\text { A: } \frac{2}{3}-\frac{3}{6}=\frac{1}{6} ; \text { B : } \frac{1}{3}-\frac{2}{6}\) = Nil, Note : सम्पूर्ण त्याग A करेगा।
(2) पूँजी का समायोजन : A व B की कुल समायोजित पूँजी 57,000 + 33,500 = ₹ 90,500;
C का लाभों में हिस्सा है 1/6
अत: A व B का हिस्सा \(1-\frac{1}{6}=\frac{5}{6}\)
C की पूँजी = 95,000 x \(\frac{6}{5} \times \frac{1}{6}\)= ₹ 18,100
प्रश्न 22.
अ और ब एक फर्म में साझेदार हैं तथा 2 : 1 के अनुपात में लाभ का विभाजन करते हैं। स फर्म के लाभ में 1/4 भाग के लिए प्रवेश करता है। वह फर्म में ₹ 30,000 की पूँजी लेकर आएगा और अ और ब की पूँजी उनके लाभ विभाजन अनुपात के आधार पर समायोजित की जाएगी। 31 मार्च, 2021 को स के प्रवेश से पूर्व फर्म का तुलन पत्र/चिट्ठा नीचे दिया गया है:
31 मार्च, 2021 को अ और ब का तुलन पत्र (Balance Sheet):
समझौते की अन्य शर्ते इस प्रकार हैं:
1. स ₹ 12,000 की राशि ख्याति के रूप में लेकर आएगा।
2. भवन को ₹ 45,000 और मशीनरी को ₹ 23,000 पर मूल्यांकित किया जाएगा।
3. देनदारों पर 6% की दर से डुबत ऋण के लिए प्रावधान करें।
4. चालू खाते खोलकर अ, ब और स की पूँजी का समायोजन किया जाएगा।
आवश्यक रोजनामचा प्रविष्टियों का अभिलेखन करें और आवश्यक बही खाते तथा स के प्रवेश के पश्चात् तुलन पत्र/चिट्ठा तैयार करें।
उत्तर:
Working Notes :
(1) नया लाभ विभाजन अनुपात:
चूँकि यह नहीं दिया गया है कि स ने अ और ब से कितना भाग प्राप्त किया है। अतः यह माना गया है कि अ और ब पुराने अनुपात में ही लाभ का विभाजन करेंगे जो कि 2 : 1 है।
स का लाभ में भाग = 1/4
शेष भाग = \(1-\frac{1}{4}=\frac{3}{4}\)
अ का नया भाग = 3/4 का \(\frac{2}{3}=\frac{6}{12}=\frac{1}{2}\)
ब का नया भाग = 3/4 का 1/3 = \(\frac{3^{2}}{12}=\frac{1}{4}\)
अतः अ, ब और स के मध्य नया लाभ विभाजन अनुपात 2 : 1 : 1 होगा।
(2) अ और ब की नयी पूँजी:
स फर्म में 1/4 भाग के लिए ₹ 30,000 लेकर आता है। अतः स की पूँजी के आधार पर फर्म की कुल पूँजी 1,20,000 (4/1 x 30,000) होगी तथा अ और ब की पूँजी इस प्रकार होगी:
अ की पूँजी = 2/4 x 1,20,000 = ₹ 60,000
ब की पूँजी = 1/4 x 1,20,000 = ₹ 30,000
प्रश्न 23.
1 अप्रैल, 2021 को टीना और रीना का तुलन पत्र नीचे दिया गया है जो कि लाभ का विभाजन 3 : 2 के अनुपात में करती हैं।
1 अप्रैल, 2021 को टीना और रीना का तुलन पत्र (Balance Sheet):
इस तिथि को बीना साझेदारी में निम्न शर्तों पर प्रवेश करती है:
1. उसको लाभ में 4/15 भाग मिलेगा।
2. वह पूँजी के लिए ₹ 30,000 लाएगी।
3. वह ख्याति के लिए रोकड़ का भुगतान करेगी जो कि चार वर्षों के औसत लाभ के 27 वर्ष के क्रय के आधार पर होगा।
4. टीना और रीना, बीना द्वारा लाई ख्याति की राशि का आधा भाग निकाल कर ले जाएँगी।
5. परिसम्पत्तियों का पुनर्मूल्यांकन इस प्रकार है : विविध देनदार को पुस्तक मूल्य से 5% प्रावधान कम करेंगे। स्टॉक ₹ 20,000, संयंत्र व यंत्र ₹ 40,000 तथा पेटेंट ₹ 12,000।।
6. दायित्वों का मूल्यांकन ₹ 23,000 पर हुआ; वस्तुओं के क्रय का एक बिल पुस्तकों में भूल से नहीं लिखा गया।
7. गत चार वर्षों का लाभ:
2017 - 2018 |
₹ 15,000 |
2018 - 2019 |
₹ 20,000 |
2019 - 2020 |
₹ 14,000 |
2020 - 2021 |
₹ 17,000 |
आवश्यक रोजनामचा प्रविष्टियाँ करें तथा उपरोक्त का अभिलेखन खाता बही में करें और बीना के प्रवेश के पश्चात् तुलन पत्र/चिट्ठा तैयार करें।
उत्तर:
औसत लाभ = \(\frac{₹ 66,000}{4}\) = ₹ 16,500
ख्याति 1/2 वर्ष के क्रय पर = ₹ 16,500 \(\times \frac{5}{2}\) = ₹ 41,250
ख्याति में बीना का भाग = 41,250 \(\times \frac{4}{15}\) = ₹ 11,000
नया लाभ विभाजन अनुपात की गणना :
टीना = \(\left(1-\frac{4}{15}\right) \times \frac{3}{5}=\frac{11}{15} \times \frac{3}{5}=\frac{33}{75}\)
रीना = \(\left(1-\frac{4}{15}\right) \times \frac{2}{5}=\frac{11}{15} \times \frac{2}{5}=\frac{22}{75}\)
बीना = 4/15 = 20/75
अतः नया लाभ विभाजन अनुपात = 33: 22 : 20.
प्रश्न 24.
दिनेश, रमेश और सुरेश एक फर्म में साझेदार हैं, लाभ का विभाजन 3 : 3 : 2 में करते हैं। वे निर्णय लेते हैं कि 1 अप्रैल, 2021 से लाभ का विभाजन बराबर करेंगे।
31 मार्च, 2021 को उनका तुलन पत्र इस प्रकार है:
यह निर्णय लिया गया कि:
1. स्थायी परिसम्पत्तियों का मूल्यांकन ₹ 3,31,000 होगा।
2. विविध देनदारों पर संदिग्ध ऋण के लिए 5% का प्रावधान बनाया जाएगा।
3. इस तिथि को फर्म की ख्याति पिछले पाँच वर्षों के औसत निवल लाभ के 47 वर्ष निवल क्रय के मूल्य पर होगी, जो कि क्रमशः ₹ 14,000, ₹ 17,000, ₹ 20,000, ₹ 22,000 और ₹ 27,000 है।
4. स्टॉक का मूल्य ₹ 1,12,000 तक कम हुआ।
5. ख्याति को फर्म की पुस्तकों में नहीं दर्शाया जाएगा। आवश्यक रोजनामचा प्रविष्टियाँ करें तथा फर्म का संशोधित तुलन पत्र/चिट्ठा तैयार करें।
उत्तर:
Working Notes :
(1) साझेदार को अभिलाभ/त्याग :
|
दिनेश |
रमेश |
सुरेश |
पुराना भाग |
3/8 |
3/8 |
2/8 |
नया भाग |
1/3 |
1/3 |
1/3 |
अन्तर |
1/24(त्याग) |
1/24(त्याग) |
12/24 (अभिलाभ) |
(2) ख्याति की गणना:
कुल लाभ = ₹ 14,000 + ₹ 17,000 + ₹ 20,000 + ₹ 22,000 + ₹ 27,000
=₹ 1,00,000 औसत लाभ =₹ 1,00,000/5
=₹ 20,000 ख्याति =₹ 20,000 x 4/5
=₹ 90,000
हम पुराने अनुपात में ख्याति खाता खोलेंगे तथा नए अनुपात में अपलिखित करेंगे। इसका शुद्ध प्रभाव एक जैसा होगा।
(3)