Rajasthan Board RBSE Class 11 Chemistry Important Questions Chapter 12 कार्बनिक रसायन : कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें Important Questions and Answers.
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वस्तुनिष्ठ प्रश्न ( Multiple Choice Questions):
प्रश्न 1.
प्रभाजी आसवन द्वारा उन द्रवों को शुद्ध रूप में पृथक् किया जा सकता है जिनके क्वथनांक में अंतर होता है:
(अ) 40 से 50°C का
(ब) 10 से 15°C का
(स) 100°C का
(द) 2 से 5°C का
उत्तर:
(ब) 10 से 15°C का
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन सा यौगिक कार्बनिक नहीं है ?
(अ) यूरिया
(ब) CH3OH
(स) CO2
(द) C6H12O6
उत्तर:
(स) CO2
प्रश्न 3.
ऐनिलीन का शोधन किया जाता है:
(अ) साधारण आसवन द्वारा
(ब) भापीय आसवन द्वारा
(स) प्रभाजी आसवन द्वारा
(द) निर्वात आसवन द्वारा
उत्तर:
(ब) भापीय आसवन द्वारा
प्रश्न 4.
पेपर वर्णलेखिकी में होती है:
(अ) स्थिर प्रावस्था पेपर तथा गतिशील प्रावस्था द्रव
(ब) स्थिर प्रावस्था द्रव तथा गतिशील प्रावस्था भी द्रव
(स) दोनों प्रावस्थाएँ ठोस होती हैं
(द) स्थिर प्रावस्था ठोस तथा गतिशील प्रावस्था गैस
उत्तर:
(अ) स्थिर प्रावस्था पेपर तथा गतिशील प्रावस्था द्रव
प्रश्न 5.
नाइट्रोजन के लैसें परीक्षण में नीला रंग आने का प्रमुख कारण है विलयन में:
(अ) फेरिफेरोसाइनाइड का बनना.
(ब) पोटेशियम फैरोसाइनाइड का बनना
(स) सोडियम फैरोसाइनाइड का बनना
(द) NaCN का बनना
उत्तर:
(अ) फेरिफेरोसाइनाइड का बनना.
प्रश्न 6.
कार्बनिक यौगिकों में तत्वों के परीक्षण में गंधक का परीक्षण करते समय बैंगनी रंग बनने का प्रमुख कारण है:
(अ) Na4[Fe(CN)6] का बनना.
(ब) Na3 [Fe(CN)6] का बनना
(स) Na4 [Fe(CN)5NOS] का बनना
(द) K3 [Fe(CN)5NOS] का बनना
उत्तर:
(स) Na4 [Fe(CN)5NOS] का बनना
प्रश्न 7.
कार्बनिक यौगिक में N तथा S एक साथ उपस्थित होने पर प्राप्त लाल रंग निम्नलिखित में से किस यौगिक के बनने के कारण होता है?
(अ) Fe4[Fe(CN)6]3
(ब) [Fe(SCN)]2+
(स) KSCN
(द) NaCN
उत्तर:
(ब) [Fe(SCN)]2+
प्रश्न 8.
किसी कार्बनिक यौगिक में सल्फर का नाइट्रोप्रुसाइड परीक्षण करने पर प्राप्त रंग होता है:
(अ) लाल
(ब) नीला
(स) बैंगनी
(द) पीला
उत्तर:
(स) बैंगनी
प्रश्न 9.
लैसें परीक्षण द्वारा निम्नलिखित में से किसमें नाइट्रोजन का परीक्षण नहीं किया जा सकता है?
(अ) C6H5 - NH2
(ब) CH3CONH2
(स) H2N - NH2. H2O
(द) CH3NO2
उत्तर:
(स) H2N - NH2. H2O
प्रश्न 10.
कैल्डॉल विधि द्वारा निम्नलिखित में से किस तत्व का आकलन किया जाता है?
(अ) N
(ब) S
(स) P
(द) Cl
उत्तर:
(अ) N
प्रश्न 11.
नमक तथा नैप्थेलीन के मिश्रण को पृथक् किया जाता है:
(अ) वर्णलेखिकी द्वारा
(ब) ऊर्ध्वपातन द्वारा
(स) प्रभाजी आसवन द्वारा
(द) कम दाब पर आसवन द्वारा
उत्तर:
(ब) ऊर्ध्वपातन द्वारा
प्रश्न 12.
ड्यूमा विधि द्वारा किसी कार्बनिक यौगिक में नाइट्रोजन का आकलन करने पर अंत में जो गैस एकत्रित होती है वह है:
(अ) N2
(ब) NO
(द) N2O4
(स) NH3
उत्तर:
(अ) N2
प्रश्न 13.
एल्काइन निम्नलिखित में से किसके साथ समावयवता प्रदर्शित करती है?
(अ) साइक्लोएल्केन
(ब) एल्काडाइईन
(स) ऐल्कीन
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(ब) एल्काडाइईन
प्रश्न 14.
अणु सूत्र C4H10O प्रदर्शित करता है:
(अ) श्रृंखला तथा स्थिति समावयवता
(ब) मध्यावयवता
(स) क्रियात्मक समूह की समावयवता
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
प्रश्न 15.
पुनर्विन्यास अभिक्रिया द्वारा कोई यौगिक परिवर्तित होता है:
(अ) उच्च सजात में
(ब) निम्न सजात में
(स) समावयवी में
(द) बहुलक में
उत्तर:
(स) समावयवी में
प्रश्न 16.
अणु सूत्र C5H12 द्वारा संभावित अधिकतम समावयवियों की संख्या होती है:
(अं) 2
(ब) 3
(स) 4
(द) 5
उत्तर:
(ब) 3
प्रश्न 17.
n - ब्यूटेन तथा आइसोब्यूटेन है:
(अ) शृंखला समावयवी
(ब) स्थिति समावयवी
(स) मध्यावयवी
(द) चलावयवी
उत्तर:
(अ) शृंखला समावयवी
प्रश्न 18.
नाइट्रोफीनॉल के स्थिति समावयवियों की संख्या होती है:
(अ) 2
(ब) 3
(स) 4
(द) 5
उत्तर:
(ब) 3
प्रश्न 19.
प्रोपेन- 1-ऑल तथा प्रोपेन-2-ऑल उदाहरण हैं:
(अ) शृंखला समावयवियों के
(ब) स्थिति समावयवियों के
(स) मध्यावयवियों के
(द) क्रियात्मक समूह समावयवियों के
उत्तर:
(ब) स्थिति समावयवियों के
प्रश्न 20.
निम्नलिखित में से कौनसा युग्म समावयवी यौगिकों का है:
(अ) एथेनॉल तथा ऐथॉक्सीएथेन
(ब) एथेनोइक अम्ल तथा मेथिल फॉर्मेट
(स) प्रोपेनॉल तथा प्रोपेनोइक अम्ल
(द) एथेनैल तथा प्रोपेनॉन
उत्तर:
(ब) एथेनोइक अम्ल तथा मेथिल फॉर्मेट
प्रश्न 21.
C6H5CH2OH तथा C6H5-O-CH, आपस में हैं:
(अ) मध्यावयवी
(ब) स्थिति समावयवी
(स) क्रियात्मक समूह समावयवी
(द) चलावयवी
उत्तर:
(स) क्रियात्मक समूह समावयवी
प्रश्न 22.
का IUPAC नाम है:
(अ) 2 - मेथॉक्सी - 2 - मेथिलप्रोपेन
(ब) तृतीयकब्यूटॉक्सीमेथेन
(स) आइसोप्रोपॉक्सीमेथिलमेथेन
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) 2 - मेथॉक्सी - 2 - मेथिलप्रोपेन
प्रश्न 23.
प्रोपेनैमाइड का सूत्र है:
(अ) CH3CONH2
(ब) HCONH2
(स) CH3CH2CONH2
(द) C6H5CONH2
उत्तर:
(स) CH3CH2CONH2
प्रश्न 24.
किस संकरित कार्बन की विद्युतॠणता सर्वाधिक होती है?
(अ) sp
(ब) sp2
(स) sp
(द) sp3d
उत्तर:
(अ) sp
प्रश्न 25.
निम्नलिखित में से किस यौगिक में प्राथमिक हाइड्रोजन परमाणुओं की संख्या अधिकतम है?
(अ) n-ब्यूटेन
(ब) नियोपेन्टेन
(स) 1- पेन्टेन
(द) आइसोपेन्टेन
उत्तर:
(ब) नियोपेन्टेन
प्रश्न 26.
निम्नलिखित में से किस यौगिक में 2 या 3 कार्बन परमाणु अनुपस्थित हैं?
(अ) आइसोपेन्टेन
(ब) आइसोब्यूटेन
(स) नियोपेन्टेन
(द) 1- पेन्टेन
उत्तर:
(स) नियोपेन्टेन
प्रश्न 27.
किसी कार्बनिक द्रव का आसवन होता है:
(अ) उसके क्वथनांक पर
(ब) उसके गलनांक पर
(स) क्वथनांक से कम ताप पर
(द) क्वथनांक से अधिक ताप पर
उत्तर:
(अ) उसके क्वथनांक पर
प्रश्न 28.
स्तम्भ वर्णलेखन (कॉलम क्रोमेटोग्रफी) के कॉलम में भरा पदा होता है:
(अ) Al2O3
(ब) P2O5
(स) N2O3
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(अ) Al2O3
प्रश्न 29.
एथेन में C-C बंध के समांश विखण्डन से प्राप्त स्पीशीज है:
(अ) CH3
(ब) CH3
(स) CH3
(द) CH3 - CH2
उत्तर:
(अ) CH3
रिक्त स्थान वाले प्रश्न (Fill in the blanks):
प्रश्न 1.
CH2Cl2 में ................ बन्ध होते हैं।
उत्तर:
4
प्रश्न 2.
को .................... कहते हैं।
उत्तर:
आइसोप्रोपिल ऐल्कोहॉल
प्रश्न 3.
CH3COOH, ................ का सजात है।
उत्तर:
प्रश्न 4.
SO3 एक ................... अभिकर्मक है।
उत्तर:
C2H5COOH
प्रश्न 5.
HCOOH, ................... से अधिक अम्लीय है।
उत्तर:
CH3COOH
प्रश्न 6.
ऐनिलीन का शुद्धिकरण ....................... द्वारा किया जाता है।
उत्तर:
फेरिफेरोसाइनाइड
प्रश्न 7.
नाइट्रोजन के लैसे परीक्षण में नीला रंग ..................... के कारण आता है।
उत्तर:
विषम चक्रीय
प्रश्न 8.
कार्बनिक यौगिकों में ....................... का होना आवश्यक है।
उत्तर:
कार्बन तत्व
प्रश्न 9.
ऑक्सीरेन एक ................... अनएरोमैटिक यौगिक है।
उत्तर:
विषम चक्रीय
प्रश्न 10.
2 - ब्रोमोब्यूटेन, 1- ब्रोमोब्यूटेन का ....................... समावयवी है
उत्तर:
स्थि
प्रश्न 11.
NH3 एक उदासीन ..................... है।
उत्तर:
नाभिकस्नेही
प्रश्न 12.
एक ................... कार्बधनायन है।
उत्तर:
द्वितीयक
निम्नलिखित में से सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए (Tru and False Statement):
प्रश्न 1.
नैफ्थैलीन को ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा शुद्ध किया जाता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
CH3 की आकृति चतुष्फलकीय होती है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
ऐल्केनॉल श्रेणी का सामान्य सूत्र CnH2n+2O होता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
नियोपेन्टेन में 4 प्राथमिक कार्बन परमाणु होते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 5.
किसी कार्बनिक द्रव का आसवन उसके क्वथनांक से कम ताप पर होता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 6.
कैल्डॉल विधि द्वारा नाइट्रोजन का आकलन किया जाता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 7.
स्तम्भ वर्णलेखन में कॉलम (स्तम्भ) में A2O3 भरा जाता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 8.
sp3 संकरित कार्बन की विद्युतॠणता सर्वाधिक होती है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 9.
OH का – I प्रभाव – CN के - I प्रभाव से अधिक होता है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 10.
यूरिया का IUPAC नाम एमीनो मेथेनेमाइड होता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 11.
CH3CN तथा CH3CH2NC आपस में क्रियात्मक समूह समावयवी है।
उत्तर:
असत्य
मिलान करने वाले प्रश्न (Matching type Questions):
सूची A तथा सूची B का मिलान कीजिए तथा सही कूट (Code) का चयन कीजिए:
प्रश्न 1.
सूची A |
सूची B |
(1) जैवशक्ति सिद्धान्त |
(a) ऐनीलीन |
(2) चतुसंयोजी कार्बन |
(b) बर्जिलियस |
(3) एरोमैटिक विषमचक्रीय यौगिक |
(c) पिरीडीन |
(4) बेन्जीनॉइड एरोमैटिक यौगिक |
(d) केकुले |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) जैवशक्ति सिद्धान्त |
(b) बर्जिलियस |
(2) चतुसंयोजी कार्बन |
(d) केकुले |
(3) एरोमैटिक विषमचक्रीय यौगिक |
(c) पिरीडीन |
(4) बेन्जीनॉइड एरोमैटिक यौगिक |
(a) ऐनीलीन |
प्रश्न 2.
सूची A |
सूची B |
(1) sp3 संकरित कार्बन |
(a) HCHO |
(2) त्रिकोणीय समतल ज्यामिति |
(b) - |
(3) साइक्लोब्यूटेन |
(c) CH3-Cl |
(4) असंतृप्त ऐलिसाइक्लिक यौगिक |
(d) साइक्लोब्यूटीन |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) sp3 संकरित कार्बन |
(c) CH3-Cl |
(2) त्रिकोणीय समतल ज्यामिति |
(a) HCHO |
(3) साइक्लोब्यूटेन |
(b) - |
(4) असंतृप्त ऐलिसाइक्लिक यौगिक |
(d) साइक्लोब्यूटीन |
प्रश्न 3.
सूची A |
सूची B |
(1) ऐल्काइन |
(a) CH2 = CH |
(2) धान ऐल्कोहॉल |
(b) CnH2nO2 |
(3) वाइनिल |
(c) CnH2n-2 |
(4) कार्बोक्सिलिक अम्ल |
(d) C2H5OH |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) ऐल्काइन |
(c) CnH2n-2 |
(2) धान ऐल्कोहॉल |
(d) C2H5OH |
(3) वाइनिल |
(a) CH2 = CH |
(4) कार्बोक्सिलिक अम्ल |
(b) CnH2nO2 |
प्रश्न 4.
सूची A |
सूची B |
(1) द्वितीयक ऐमीन |
(a) ऐल |
(2) कार्बिनॉल |
(b) C10H22 |
(3) डेकेन |
(c) R – NH – R' |
(4) CHO समूह |
(d) CH3-OH |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) द्वितीयक ऐमीन |
(c) R – NH – R' |
(2) कार्बिनॉल |
(d) CH3-OH |
(3) डेकेन |
(b) C10H22 |
(4) CHO समूह |
(a) ऐल |
प्रश्न 5.
सूची A |
सूची B |
(1) - S3OH |
(a) सल्फो पूर्वलग्न |
(2) मिश्रित ईथर |
(b) श्रृंखला समावयवता |
(3) सभी 2° कार्बन |
(c) CH-O-C2H5 |
(4) - ब्यूटेन तथा आइसोब्यूटेन |
(d) बेन्जीन |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) - S3OH |
(a) सल्फो पूर्वलग्न |
(2) मिश्रित ईथर |
(c) CH-O-C2H5 |
(3) सभी 2° कार्बन |
(d) बेन्जीन |
(4) - ब्यूटेन तथा आइसोब्यूटेन |
(b) श्रृंखला समावयवता |
प्रश्न 6.
सूची A |
सूची B |
(1) CH3CH2OH CH3OCH3 |
(a) ऋणावेशित कार्बन sp3 संकरित |
(2) |
(b) NO2 समूह |
(3) CH3 |
(c) क्रियात्मक समूह समावयवता |
(4) -I प्रभाव |
(d) मध्यावयवता |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) CH3CH2OH CH3OCH3 |
(c) क्रियात्मक समूह समावयवता |
(2) |
(a) ऋणावेशित कार्बन sp3 संकरित |
(3) CH3 |
(d) मध्यावयवता |
(4) -I प्रभाव |
(b) NO2 समूह |
प्रश्न 7.
सूची A |
सूची B |
(1) नाभिक स्नेही |
(a) हाइड्रोजन |
(2) इलेक्ट्रॉन स्नेही |
(b) : NH2 |
(3) कार्बत्णणायन का स्थायित्व |
(c) नाइट्रोजन आयन |
(4) शून्य प्रेरणिक प्रभाव |
(d) 1° > 2° > 3° |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) नाभिक स्नेही |
(b) : NH2 |
(2) इलेक्ट्रॉन स्नेही |
(c) नाइट्रोजन आयन |
(3) कार्बत्णणायन का स्थायित्व |
(d) 1° > 2° > 3° |
(4) शून्य प्रेरणिक प्रभाव |
(a) हाइड्रोजन |
प्रश्न 8.
सूची A |
सूची B |
(1) अम्लीय गुण |
|
(2) धनात्मक मेसोमरी प्रभाव |
(b) प्रेरणिक प्रभाव |
(3) अस्थायी प्रभाव |
(c) एनिलीन |
(4) स्थायी प्रभाव |
(d) इलेक्ट्रोमरी प्रभाव |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) अम्लीय गुण |
|
(2) धनात्मक मेसोमरी प्रभाव |
(c) एनिलीन |
(3) अस्थायी प्रभाव |
(d) इलेक्ट्रोमरी प्रभाव |
(4) स्थायी प्रभाव |
(b) प्रेरणिक प्रभाव |
प्रश्न 9.
सूची A |
सूची B |
(1) अतिसंयुग्मन |
(a) विलोपन अभिक्रिया |
(2) CH4 → CH3Cl |
(b) σ बन्ध अनुनाद |
(c) इलेक्ट्रॉन स्नेही योगात्मक अभिक्रिया |
|
(4) CH2 = CH2 + HBr |
(d) प्रतिस्थापन अभिक्रिया. |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) अतिसंयुग्मन |
(b) σ बन्ध अनुनाद |
(2) CH4 → CH3Cl |
(d) प्रतिस्थापन अभिक्रिया |
(a) विलोपन अभिक्रिया |
|
(4) CH2 = CH2 + HBr |
(c) इलेक्ट्रॉन स्नेही योगात्मक अभिक्रिया |
प्रश्न 10.
सूची A |
सूची B |
(1) कार्बन तथा हाइड्रोजन का आकलन |
(a) हैलोजन का आकलन |
(2) कैरिअस विधि |
(b) सम्पाश्श्विक अतिव्यापन |
(3) π बन्ध |
(c) मैथिल मुक्त मूलक |
(4) एथेन के C - C बन्ध का समांश विखण्डन |
(d) लीबिंग की दहन विधि |
उत्तर:
सूची A |
सूची B |
(1) कार्बन तथा हाइड्रोजन का आकलन |
(d) लीबिंग की दहन विधि |
(2) कैरिअस विधि |
(a) हैलोजन का आकलन |
(3) π बन्ध |
(b) सम्पाश्श्विक अतिव्यापन |
(4) एथेन के C - C बन्ध का समांश विखण्डन |
(c) मैथिल मुक्त मूलक |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (Very Short Answer Type Questions):
प्रश्न 1.
क्रियात्मक समूह (Functional Group) किसे कहते हैं?
उत्तर:
परमाणु या परमाणुओं का समूह, जो कार्बनिक यौगिकों के विशिष्ट गुणों के लिए उत्तरदायी (Responsible) होता है, उसे क्रियात्मक समूह कहते हैं।
प्रश्न 2.
क्या सजात कभी समावयवी हो सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, सजात कभी भी समावयवी नहीं हो सकते।
प्रश्न 3.
0 बन्ध किसे कहते हैं?
उत्तर:
परमाणु कक्षकों के समाक्ष अतिव्यापन द्वारा बना बंध ० बन्ध कहलाता है।
प्रश्न 4.
(पाई) बन्ध किसे कहते हैं?
उत्तर:
दो परमाणु कक्षकों के सम्पाश्विक अतिव्यापन से बने बंध को बन्ध कहते हैं।
प्रश्न 5.
ले- बैल तथा वान्ट हॉफ का सिद्धान्त क्या है?
उत्तर:
कार्बन की चारों संयोजकताएँ एक समचतुष्फलक चारों कोनों की ओर इंगित होती हैं। इसे ले- बैल तथा वान्ट हॉफ का सिद्धान्त कहते हैं ।
प्रश्न 6.
कार्बनिक यौगिकों में कौनसे तत्व का होना आवश्यक है?
उत्तर:
कार्बनं।
प्रश्न 7.
तृतीयक ब्यूटिल ऐल्कोहॉल का IUPAC नाम बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 8.
वह कौनसा हाइड्रोकार्बन है जिसके रूढ़ नाम में आइसो के नियम का पालन नहीं होता है?
उत्तर:
आइसोऑक्टेन।
प्रश्न 9.
साइक्लोपेन्टीन किस प्रकार का यौगिक है?
उत्तर:
साइ क्लो पेन्टीन समचक्रीय असंतृप्त अनएरोमैटिक यौगिक है।
प्रश्न 10.
विषमचक्रीय अनएरोमैटिक यौगिक का एक उदाहरण बताइए।
उत्तर:
ऑक्सीरेन
प्रश्न 11.
ऐल्केनॉल श्रेणी का सामान्य सूत्र बताइए।
उत्तर:
ऐल्केनॉल (ROH) श्रेणी का सामान्य सूत्र CnH2n+2O होता है।
प्रश्न 12.
मुक्त मूलक को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
वह उदासीन अस्थायी स्पीशीज जिसमें विषम (odd) संख्या में इलेक्ट्रॉन होते हैं, उसे मुक्त मूलक कहते हैं।
प्रश्न 13.
सबसे अधिक स्थायी मुक्त मूलक का नाम तथा सूत्र दीजिए।
उत्तर:
ट्राई फेनिलमेथिल मुक्तमूलक [(C6H5)3C] सबसे अधिक स्थायी होता है।
प्रश्न 14.
सहसंयोजक बंध के विषमांश विखण्डन से कौनसी प्रजाति (स्पीशीज) बनती है? हैं।
उत्तर:
सहसंयोजक बंध के विषमांश विखण्डन से आयन बनते
प्रश्न 15.
कार्बधनायन किसे कहते हैं?
उत्तर:
कार्बधनायन वह मध्यवर्ती स्पीशीज है जिसमें कार्बन पर धनावेश होता है तथा इस कार्बन पर इलेक्ट्रॉनों का षष्टक (Sextet) पाया जाता है।
प्रश्न 16.
कार्बधनायन में धनावेशित कार्बन पर कौनसा संकरण पाया जाता है?
उत्तर:
कार्बधनायन में धनावेशित कार्बन पर sp2 संकरण पाया जाता है।
प्रश्न 17.
C2H4Cl2 के दो संभावित स्थिति समावयवी कौन- कौन से हैं?
उत्तर:
1,1-डाई क्लोरोएथेन तथा 1, 2 - डाईक्लोरोएथेन ।
प्रश्न 18.
अणुसूत्र C2H3N से बनने वाले दो क्रियात्मक समूह समावयवी बताइए|
उत्तर:
CH3 – C = N तथा CH3 – N = C
प्रश्न 19.
दो उदासीन नाभिकस्नेही बताइए।
उत्तर:
NH3 . H2O
प्रश्न 20.
द्वितीयक कार्बधनायन का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
आइसोप्रोपिल कार्बधनायन एक द्वितीयक कार्बधनायन
प्रश्न 21.
निम्नलिखित परमाणुओं / समूहों को - I प्रभाव के घटते क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
-CN, Cl, -NO2, -COOH, -OH
उत्तर:
NO2 > - CN > - COOH > Cl > OH
प्रश्न 22.
निम्नलिखित ऐल्किल समूहों के + I प्रभाव का बढ़ता क्रम बताइए।
मेथिल, एथिल, t- ब्यूटिल, आइसोप्रोपिल ।
उत्तर:
प्रश्न 23.
CH3 की आकृति कैसी होती है?
उत्तर:
त्रिकोणीय समतल।
प्रश्न 24.
निम्नलिखित कार्बऋणायनों को उनके स्थायित्व के बढ़ते क्रम में रखिए।
:CH3, (CH3)2CH:, CH3 – CH2:, (CH3)3C:
उत्तर:
(CH3)3C: < (CH3)2 CH: < CH3 - CH2: < :CH3
प्रश्न 25.
प्रेरणिक प्रभाव तथा इलेक्ट्रोमेरी प्रभाव में से कौन प्रबल होता है?
उत्तर:
किसी यौगिक में प्रेरणिक प्रभाव तथा इलेक्ट्रोमेरी प्रभाव एक-दूसरे के विपरीत दिशाओं में कार्य करते हैं तब इलेक्ट्रोमेरी प्रभाव प्रबल होता है।
प्रश्न 26.
यौगिक CH3 – CH = CH – CH2 - CH3 में CH2 - CH3 बन्ध में इलेक्ट्रोमेरी प्रभाव किस प्रकार होगा?
उत्तर:
का +I प्रभाव अधिक होता है।
प्रश्न 27.
एसीटोन तथा एथिल ऐल्कोहॉल के मिश्रण को किस विधि से पृथक् किया जाता है जबकि इनके क्वथनांक क्रमश: 56°C तथा 78.3°C हैं।
उत्तर:
प्रभाजी आसवन द्वारा।
प्रश्न 28.
प्रशियन ब्लू का सूत्र बताइए।
उत्तर:
Fe4[ Fe (CN)6]3
प्रश्न 29.
ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा शुद्ध किए जाने वाले एक यौगिक का नाम बताइए।
उत्तर:
नैफ्थैलीन।
लघूत्तरात्मक प्रश्न (Short Answer Type Questions):
प्रश्न 1.
सजातीय श्रेणी किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
कार्बनिक यौगिकों की ऐसी श्रेणी जिसमें एक विशिष्ट क्रियात्मक समूह उपस्थित होता है तथा इस श्रेणी के सभी यौगिकों के रासायनिक गुण समान होते हैं एवं इनके अणु सूत्रों में एक या एक से अधिक > CH2 का अन्तर होता है इसे सजातीय श्रेणी कहते हैं तथा इस श्रेणी के सदस्यों को एक-दूसरे का सजात कहते हैं।
उदाहरण: एल्कीन श्रेणी (CnH2n)
C2H4
एथीन
C3H4
प्रोपीन
C4H8
ब्यूटीन
प्रश्न 2.
निम्नलिखित यौगिकों के संरचना सूत्र लिखिए:
(i) नियोपेन्टिल आइसोसायनाइड
(ii) आइसोपेन्टिल ऐल्कोहॉल
(iii) एथिल आइसोप्रोपिल कीटोन
(iv) आइसोप्रोपिलमेथिल ऐसीटिलीन।
उत्तर:
प्रश्न 3.
निम्नलिखित यौगिकों के व्युत्पन्न प्रणाली के अनुसार नाम लिखिए:
उत्तर:
(i) आइसोप्रोपिलकार्बिनॉल
(ii) t - ब्यूटिल - n - प्रोपिल ऐसीटिक अम्ल
(iii) ट्राइएथिल ऐसीटेल्डिहाइड
(iv) सममित एथिलमेथिल एथिलीन
प्रश्न 4.
निम्नलिखित यौगिकों के सही IUPAC नाम लिखिए:
(i) 1, 3 - डाइएथिल - 2, 3 - डाइमेथिलब्यूटेन
(ii) 2 - एथिल - 3 - आइसोब्यूटिलपेन्टेन
(iii) 2, 5 - डाइआइसोप्रोपिलहेक्सेन
(iv) 1, 1 - डाइमेथिल - 2, 2 - डाइऐथिलप्रोपेन।
उत्तर:
प्रश्न 5.
निम्नलिखित यौगिकों के IUPAC नाम दीजिए:
उत्तर:
(i) 3- एथिलपेन्ट - 1 - ईन - 4 - आइन
(ii) 3- एथिलहेक्सा-2, 4-डाइईन
(iii) 3 - मेथिलहेक्सा-1, 4- डाइआइन
(iv) 3- आइसोप्रोपिलहेक्स - 4 - ईन - 1 - आइन।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित संघनित सूत्रों के IUPAC नाम लिखिए:
(i) (CH2COBr)2 CH (CH3)
(ii) (CH3)2CHCOCH 2-CH (C2H5)2
(iii) CH3 - CH(CHO)-CH(CH3)CH CHO
(iv) CH2(OH)CH(Cl)CH2COOH
उत्तर:
प्रश्न 7.
निम्नलिखित यौगिकों के IUPAC नाम लिखिए:
उत्तर:
प्रश्न 8.
किसी कार्बनिक यौगिक के त्रिविमीय सूत्र को किस प्रकार दर्शाया जाता है? समझाइए।
उत्तर:
पेपर पर कार्बनिक यौगिकों के त्रिविमीय (3D) सूत्र को दर्शाने के लिए कुछ परिपाटियों का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण: द्विविमीय संरचना को त्रिविमीय संरचना में देखने के लिए ठोस तथा डैश वेज सूत्र का प्रयोग किया जाता है। त्रिविमीय सूत्रों में ठोस वेज उस बंध को दर्शाता हैं, जो कागज के तल से दर्शक की ओर प्रक्षेपी (Projected) है तथा डैश वेज विपरीत दिशा में, अर्थात् दर्शक से दूर जाने वाले बंध को प्रदर्शित करता है। कागज के तल में स्थित बंध को साधारण रेखा (-) द्वारा दर्शाया जाता है।
निम्नलिखित चित्र में मेथेन अणु का त्रिविमीय सूत्र दर्शाया गया है:
प्रश्न 9.
कार्बनिक यौगिकों का वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर:
कार्बनिक यौगिकों का वर्गीकरण निम्न प्रकार किया जाता हैं
प्रश्न 10.
अणु सूत्र C5H8 के सभी सम्भावित एल्काइन समावयवी बताइए।
उत्तर:
अणुसूत्र C5H8 के तीन एल्काइन समावयवी होते हैं जो कि निम्नलिखित हैं:
CH3 – CH2 - CH2 - C = CH पेन्ट- 1- आइन
CH3 - CH2 - C = C - CH3 पेन्ट - 2 - आइन
H-C=C - CH – CH3 CH2 3- मेथिलब्यूट - 1- आइन
प्रश्न 11.
अणुसूत्र C4H10O के सभी सम्भावित ऐल्किल ऐल्कोहॉल बताइए।
उत्तर:
अणुसूत्र C4H10O के चार ऐल्किल ऐल्कोहॉल (ऐल्केनॉल) होते हैं।
CH3 - CH2 - CH2 - CH2 - OH n - ब्यूटिल ऐल्कोहॉल
प्रश्न 12.
समावयवता किसे कहते हैं? इसका वर्गीकरण भ कीजिए।
उत्तर:
दो या दो से अधिक यौगिक जिनके अणुसूत्र समान हो हैं लेकिन उनके गुण भिन्न-भिन्न होते हैं तो उन्हें एक-दूसरे के समावयवी कहते हैं तथा इस गुण को समावयवता कहते हैं। समावयवत का वर्गीकरण निम्न प्रकार किया जाता है-
प्रश्न 13.
अणुसूत्र C5H10O2 के कितने कार्बोक्सिलिव अम्ल समावयवी सम्भव हैं?
उत्तर:
अणुसूत्र C5H10O2 के तीन कार्बोक्सिलिक अम् समावयवी सम्भव हैं:
प्रश्न 14.
ऐरोमैटिक यौगिकों में स्थिति समावयवता का उदाहरण बताइए।
उत्तर:
आर्थो, मेटा तथा पेरा क्लोरोफीनॉल एक-दूसरे के स्थिति समावयवी हैं क्योंकि इनमें क्लोरीन (प्रतिस्थापी) की स्थिति भिन्न-भिन्न है।
प्रश्न 15.
(a) यौगिकों के निम्नलिखित युग्मों में कौनसी समावयवता है?
(i) ब्यूटेनॉइक अम्ल तथा 2 - मेथिलप्रोपेनोइक अम्ल
(ii) पेन्ट - 1- आइन तथा 3 - मेथिलब्यूट - 1 - आइन
(b) निम्नलिखित यौगिकों के श्रृंखला समावयवी बनाइए:
(i) 2 - ब्रोमोब्यूटेन
(ii) पेन्ट - 1 - ईन
उत्तर:
(a) (i) CH3 - CH2 - CH2 - COOH तथा में श्रृंखला समावयवता है।
(ii) CH3 - CH2 - CH2 - C = CH तथा में भी श्रृंखला समावयवता है।
(b) (i) 2 - ब्रोमोब्यूटेन का श्रृंखला समावयवी, 2 - ब्रोमो 2 - मेथिलप्रोपेन है।
(ii) पेन्ट - 1 - ईन (CH3 – CH2 – CH2 - CH = CH2) का श्रृंखला समावयवी 3 - मेथिलब्यूट - 1- ईन है।
प्रश्न 16.
मुक्त मूलक किसे कहते हैं? समझाइए तथा ऐल्किल मुक्त मूलकों के स्थायित्व का क्रम भी बताइए।
उत्तर:
वे उदासीन मध्यवर्ती स्पीशीज (परमाणु या समूह) जिनमें विषम संख्या में इलेक्ट्रॉन होते हैं उन्हें मुक्त मूलक कहते हैं। ये समांश विखण्डन से बनते हैं तथा अस्थायी एवं क्रियाशील होते हैं। इनमें अयुग्मित इलेक्ट्रॉन उपस्थित होते हैं q।। ऐल्किल मुक्त मूलकों के स्थायित्व का क्रम निम्नलिखित है।
प्रश्न 17.
अतिसंयुग्मन किसे कहते हैं? व्याख्या कीजिए तथा एथिल कार्बधनायन में अतिसंयुग्मन को समझाइए।
उत्तर:
अतिसंयुग्मन में σ इलेक्ट्रॉनों का अनुनाद होता है। अतः इसे σ बन्ध अनुनाद भी कहते हैं । इसमें किसी असंतृप्त निकाय (System) के परमाणु से सीधे बंधित ऐल्किल समूह के C-H आबंध अथवा असहभाजित P कक्षक वाले परमाणु के σ इलेक्ट्रॉनों का विस्थानीकरण होता है। अतः ऐल्किल समूह के C-H, आबंध के σ इलेक्ट्रॉन निकटवर्ती असंतृप्त निकाय अथवा असहभाजित। कक्षक के साथ आंशिक संयुग्मन (Partial Conjugation) दर्शाते हैं। अतिसंयुग्मन एक स्थायी प्रभाव है।
एथिल कार्बधनायन में अतिसंयुग्मन के कारण निम्नलिखित संरचनाएँ बनती हैं:
प्रश्न 18.
ऊर्ध्वपातन क्या होता है? संक्षिप्त व्याख्या कीजिए
उत्तर:
सामान्यतः ठोस पदार्थों को गरम करने पर द्रव अवस्था में तथा और अधिक गरम करने पर वाष्प अवस्था में परिवर्तित हो जाते हैं। परन्तु कुछ ठोस अत्यधिक वाष्पशील होते हैं, जिन्हें शीघ्रता से गरम करने पर सीधे वाष्प अवस्था में परिवर्तित हो जाते हैं और ठंडा करने पर पुन: सीधे ठोस अवस्था में आ जाते हैं। इस प्रक्रिया को ऊर्ध्वपातन (Sublimation) तथा इस प्रकार के ठोस को ऊर्ध्वपातज (Sublimate) कहते हैं।
प्रश्न 19.
किसी कार्बनिक यौगिक में फॉस्फोरस का परीक्षण किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर:
कार्बनिक यौगिक को सोडियम पराक्साइड (ऑक्सीकारक) के साथ गरम करने पर यौगिक में उपस्थित फॉस्फोरस, फॉस्फेट में बदल जाता है। फिर विलयन को HNO3 में उबालकर, अमोनियम मॉलिब्डेट विलयन मिलाते हैं तो पीला विलयन या अवक्षेप प्राप्त होता है जिससे फॉस्फोरस की उपस्थिति की पुष्टि होती है।
प्रश्न 20.
किसी कार्बनिक यौगिक में सल्फर के परीक्षण की विधि बताइए तथा यौगिक में नाइट्रोजन तथा सल्फर दोनों उपस्थित होने पर किस प्रकार परीक्षण किया जाता है?
उत्तर:
लैसें परीक्षण (Lassaigne's Test): कार्बनिक यौगिकों में परमाणु एक-दूसरे से सहसंयोजक बन्धों द्वारा जुड़े होते हैं। अतः ये जलीय विलयन में आयनित नहीं होते हैं। किसी कार्बनिक यौगिक में N, S, P, Cl, Br तथा I तत्वों की उपस्थिति की पहचान करने के लिए यौगिक को सोडियम धातु के साथ उच्च ताप पर संगलित (Fuse) किया जाता है। इससे यौगिक में उपस्थित तत्व सोडियम धातु से अभिक्रिया करके सोडियम लवण बना लेते हैं।
प्रश्न 21.
कार्बनिक यौगिकों में फॉस्फोरस का आकलन किस प्रकार किया जाता है? समझाइए।
उत्तर:
फॉस्फोरस के आकलन के लिए कार्बनिक यौगिक की ज्ञात मात्रा को सधूम नाइट्रिक अम्ल के साथ गरम करने पर उसमें उपस्थित फॉस्फोरस, फॉस्फोरिक अम्ल (H3PO4) में ऑक्सीकृत हो जाता है। इसमें अमोनिया तथा अमोनियम मॉलिब्डेट विलयन मिलाने पर अमोनियम फॉस्फोमॉलिब्डेट, [(NH4)3 PO4 . 12MO3] का अवक्षेप प्राप्त होता है अथवा फॉस्फोरिक अम्ल में मैग्नेशिया मिश्रण मिलाकर इसे MgNH4PO4 के रूप में अवक्षेपित किया जाता है, जिसके ज्वलन से Mg2P2O प्राप्त होता है।
माना कि कार्बनिक यौगिक का द्रव्यमान = m, g तथा अमोनियम फॉस्फोमॉलिब्डेट का द्रव्यमान = m1g
(NH4)3PO4 . 12 MO3 का मोलर द्रव्यमान = 1877 g
अतः फॉस्फोरस का प्रतिशत = \(\frac{31 \times \mathrm{m}_1 \times 100}{1877 \times \mathrm{m}} \%\)
जब फॉस्फोरस का Mg2P2O7 के रूप में आकलन किया जात है, तो फॉस्फोरस का प्रतिशत
\(=\frac{62 \times m_1 \times 100}{222 \times m}\)
यहाँ Mg2P2O7 का मोलर द्रव्यमान = 222 u, लिए गए कार्बनिक पदार्थ का द्रव्यमान = m, g तथा बने हुए Mg2P2O7 का द्रव्यमान = m 1 तथा Mg2P2O7 में उपस्थित दो फॉस्फोरस परमाणुओं का द्रव्यमान 62 है।
प्रश्न 22.
कार्बनिक यौगिकों में ऑक्सीजन के आकलन की विधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सामान्यतः किसी कार्बनिक यौगिक में ऑक्सीजन की प्रतिशतता की गणना कुल प्रतिशतता (100) में से अन्य तत्वों की प्रतिशतताओं के योग को घटाकर की जाती है। लेकिन ऑक्सीजन का प्रत्यक्ष आकलन निम्नलिखित विधि द्वारा भी किया जा सकता है। इसके लिए कार्बनिक यौगिक की निश्चित मात्रा को नाइट्रोजन गैस के प्रवाह में गरम करके अपघटित किया जाता है। इससे उत्पन्न गैसीय मिश्रण (ऑक्सीजन सहित) को रक्त-तप्त कोक पर से प्रवाहित करने पर सम्पूर्ण ऑक्सीजन कार्बन मोनोऑक्साइड में परिवर्तित हो जाती है। उसके बाद गैसीय मिश्रण को गर्म आयोडीन पेन्टाऑक्साइड I2O5 में प्रवाहित करने पर कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड में ऑक्सीकृत हो जाती है तथा आयोडीन उत्पन्न होती है।
I2O5 + 5CO → I2 + 5CO2 x 2 ............ (ii)
समीकरण (i) एवं (ii) को क्रमशः 5 तथा 2 से गुणा करके, समीकरण (i) में उत्पन्न CO की मात्रा को समीकरण (ii) में प्रयुक्त CO की मात्रा के बराबर करने पर हम देखते हैं कि यौगिक से प्राप्त ऑक्सीजन के प्रत्येक मोल से दो मोल CO2 प्राप्त होगी। अत: 32g ऑक्सीजन से 88 ग्राम कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त होगी।
प्रश्न 23.
पतली परत वर्णलेखन (क्रोमेटोग्रफी) का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पतली परत वर्णलेखन-पतली परत वर्णलेखन (TLC) में एक अधिशोषक की पतली परत पर मिश्रण के अवयवों का पृथक्करण किया जाता है। इस तकनीक में काँच की उपयुक्त माप की एक प्लेट पर अधिशोषक (सिलिका जेल या ऐलुमिना) की पतली (लगभग 0.2mm मोटी) परत फैलाकर सुखा लेते हैं। इसे 'पतली परत क्रोमेटोग्रैफी प्लेट' कहते हैं। मिश्रण के विलयन का एक छोटासा बिन्दु प्लेट के एक सिरे से लगभग 2cm ऊपर की ओर लगाते हैं। अब इस प्लेट को कुछ ऊँचाई तक निक्षालक से भरे एक बन्द जार में खड़ा कर देते हैं (चित्र 12.17)। निक्षालक जैसे-जैसे प्लेट पर ऊपर बढ़ता है, वैसे-वैसे मिश्रण के अवयव भी निक्षालक के साथ प्लेट पर ऊपर बढ़ते हैं, परन्तु अधिशोषण की मात्रा में भिन्नता के आधार पर उनकी ऊपर बढ़ने की गति भी भिन्न-भिन्न होती है, इस कारण ये पृथक् हो जाते हैं। विभिन्न यौगिकों के सापेक्ष अधिशोषण को मन्दन गुणक RF द्वारा दर्शाया जाता है।
या
\(\mathrm{R}_{\mathrm{F}}=\frac{x}{y}\)
प्रश्न 24.
प्रभाजी आसवन विधि कब प्रयुक्त की जाती है तथा इस विधि का वर्णन भी कीजिए।
उत्तर:
जब दो द्रवों के क्वथनांकों में पर्याप्त अन्तर नहीं होता है तो इस स्थिति में उन्हें साधारण आसवन द्वारा पृथक् नहीं किया जा सकता। ऐसे द्रवों की वाष्प समान ताप परास में ही बनती है तथा वे साथ-साथ ही संघनित हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में इन द्रवों को पृथक् करने के लिए प्रभाजी आसवन का प्रयोग किया जाता है। प्रभाजी आसवन में द्रव मिश्रण की वाष्प के संघनन से पूर्व उसे गोल पेंदे के प्लास्क के मुख में लगे हुए प्रभाजी स्तम्भ (कॉलम) में से प्रवाहित किया जाता है (देखें चित्र 12.11)। उच्च क्वथनांक वाले द्रव की वाष्प निम्न क्वथनांक वाले द्रव की वाष्प की तुलना में पहले संघनित होती है। इस प्रकार प्रभाजी कॉलम में ऊपर उठने वाली वाष्प में अधिक वाष्पशील पदार्थ की मात्रा बढ़ती जाती है। प्रभाजी कॉलम के शीर्ष तक पहुँचते-पहुँचते वाष्प में मुख्य रूप से अंधिक वाष्पशील अवयव ही रह जाता है। प्रभाजी कॉलम में ऊपर उठती हुई वाष्प तथा नीचे गिरते हुए द्रव के बीच ऊष्मा के विनिमय के लिए कई पृष्ठ (सतह) होती हैं।
आंकिक प्रश्न (Numerical Questions):
प्रश्न 1.
ड्यूमा की विधि में एक कार्बनिक यौगिक का विश्लेषण करने पर 0.30 ग्राम कार्बनिक यौगिक से 300 K ताप एवं 756 मिमी. दाब पर 32.4 मिमी. नाइट्रोजन प्राप्त होती है। इस यौगिक में नाइट्रोजन की प्रतिशत मात्रा ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
\(\frac{P_1 V_1}{T_1}=\frac{P_2 V_2}{T_2}\)
अतः S.T.P. पर नाइट्रोजन का आयतन (V)
= 29.3 मिमी.
अतः इस यौगिक में नाइट्रोजन की % मात्रा
= 12.20
प्रश्न 2.
सल्फर का कैरिअस विधि द्वारा आकलन करने पर एक पदार्थ के 0.2175 ग्राम से 0.5825 ग्राम BaSO4 बनता है। इस पदार्थ में सल्फर की प्रतिशत मात्रा ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
कार्बनिक पदार्थ का भार = 0.2175 ग्राम तथा प्राप्त BaSO4 का भार = 0.5825 ग्राम
अतः
BaSO4 का अणुभार = (137 + 32 + 64 ) = 233
233 ग्राम BaSO4 = 32 ग्राम गंधक
अतः 0.5825 ग्राम BaSO4 में सल्फर की मात्रा
= 32/233 x 0.5825 ग्राम
अत: 0.2175 ग्राम पदार्थ में सल्फर की % मात्रा
\(=\frac{32 \times 0.5825}{233} \times \frac{100}{0.2175}\)
= 36.78
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्न:
प्रश्न 1.
हैलोजनों के लिए परीक्षण करते समय जब लैसग्ने निष्कर्षण को सान्द्र HNO3 के साथ क्वथित किया जाता है तब:
(a) NO3 आयनों का सान्द्रण बढ़ जाता है।
(b) यदि Na2S और NaCN बनते हैं, तब वे विघटित हो जाते है।
(c) AgCl का अवक्षेप बनने में सहायता मिलती है।
(d) AgCl का विलेयता गुणनफल बढ़ जाता है।
उत्तर:
(b) यदि Na2S और NaCN बनते हैं, तब वे विघटित हो जाते है।
प्रश्न 2.
p- नाइट्रोफिनॉल एवं o - नाइट्रोफिनॉल को पृथक किया जाता है:
(a) क्रिस्टलीकरण द्वारा
(b) प्रभाजी क्रिस्टलीकरण द्वारा
(c) आसवन द्वारा
(d) भाप आसवन द्वारा
उत्तर:
(d) भाप आसवन द्वारा
प्रश्न 3.
एक यौगिक के 60 ग्राम ने विश्लेषण पर C = 24 ग्राम, H = 4 ग्राम और O = 32 ग्राम दिया। इसका मूलानुपाती सूत्र है:
(a) C2H4O2
(b) C2H2O
(c) CH2O
(d) CH2O
उत्तर:
(d) CH2O
प्रश्न 4.
29.5 mg कार्बनिक यौगिक में नाइट्रोजन आकलन के लिए जेल्डॉल विधि के अनुसार अभिकृत किया गया और मुक्त अमोनिया को 20mL 0.1 MHCl विलयन में अवशोषित किया गया। अम्ल के आधिक्य को पूर्ण उदासीन करने के लिए 15 mL 0.1 M NaOH विलयन की आवश्यकता हुई। यौगिक के नाइट्रोजन की प्रतिशतता है:
(a) 29.5
(b) 59.0
(c) 47.4
(d) 23.7
उत्तर:
(d) 23.7
प्रश्न 5.
निम्न मिश्रणों में से द्विध्रुव-द्विध्रुव अधिकतर अंतर्क्रिया किसमें उपस्थित है:
(a) बेंजीन और एथेनॉल
(b) एसिटोनाइट्राइल और एसिटोन
(c) KCl और जल
(d) बेंजीन और कार्बनटेट्राक्लोराइड
उत्तर:
(b) एसिटोनाइट्राइल और एसिटोन
प्रश्न 6.
अणुसूत्र C, H,N के ऐरोमैटिक समावयवियों की संख्या है:
(a) 3
(b) 5
(c) 6
(d) 7
उत्तर:
(b) 5
प्रश्न 7.
नैफ्थलीन में बन्धों की संख्या कितनी होती है?
(a) 5
(b) 4
(c) 6
(d) 3
उत्तर:
(a) 5
प्रश्न 8.
अम्लीयता प्रबलता का सही क्रम है:
(a) CH = CH > CH3 – C = CH > CH2 = CH2 > CH3 - CH3
(b) CH = CH > CH2 = CH2 > CH3 – C = CH > CH3 - CH3
(c) CH3 – CH3 > CH2 = CH2 > CH3 - C = CH > CH = CH
(d) CH2 = CH2 > CH3 – CH = CH2 > CH3 - C = CH > CH = CH
उत्तर:
(a) CH = CH > CH3 – C = CH > CH2 = CH2 > CH3 - CH3
प्रश्न 9.
निम्न में से सबसे अधिक अम्लीय कौन है?
उत्तर:
प्रश्न 10.
इलेक्ट्रोफाइल के सम्बन्ध में सही कथन है:
(a) इलेक्ट्रोफाइल एक ऋणात्मक प्रजाति है और एक इलेक्ट्रॉन युग्म दूसरे इलेक्ट्रोफाइल से प्राप्त करके एक बंध बना सकता है।
(b) इलेक्ट्रोफाइल सामान्यतः उदासीन प्रजाति है और न्यूक्लिफाइल से इलेक्ट्रॉन युग्म प्राप्त करके एक बंध बना सकता है।
(c) इलेक्ट्रोफाइल उदासीन या धनात्मक आवेशित प्रजाति है और न्यूक्लियोफाइल से एक इलेक्ट्रॉन युग्म लेकर बंध बना सकता है।
(d) इलेक्ट्रोफाइल एक ऋणात्मक आवेशित प्रजाति है और न्यूक्लियोफाइल से इलेक्ट्रॉन युग्म लेकर बंध बना सकता है
उत्तर:
(c) इलेक्ट्रोफाइल उदासीन या धनात्मक आवेशित प्रजाति है और न्यूक्लियोफाइल से एक इलेक्ट्रॉन युग्म लेकर बंध बना सकता है।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित में से सर्वाधिक स्थायी कार्बधनायन कौनसा है?
(a) CH3
(b) (CH3)3C+
(c) CH3CH2
(d) (CH3)2C+H
उत्तर:
(b) (CH3)3C+
प्रश्न 12.
उपरोक्त अभिक्रिया में प्रयुक्त इलेक्ट्रोफाइल है:
(a) डाईक्लोरोमेथिल धनायन (CHCl2)
(b) डाई क्लोरोकार्बीन (:CCl2)
(c) ट्राईक्लोरोमेथिल ऋणायन (CCl3)
(d) फार्मिल धनायन (CHO)
उत्तर:
(b) डाई क्लोरोकार्बीन (:CCl2)
प्रश्न 13.
SN1 अभिक्रिया के लिए सत्य नहीं है:
(a) ध्रुवीय विलायकों द्वारा समर्थन किया जाता है।
(b) 3° - एल्काइल हैलाइड सामान्यतः SN1 अभिक्रिया के द्वार अभिकृत होते हैं।
(c) अभिक्रिया की दर, न्यूक्लियोफाइल्स के मोलर सान्द्रण प निर्भर नहीं करती है।
(d) 1° - एल्काइल हैलाइड सामान्यतः SN1 अभिक्रिया के द्वारा अभिकृत होते हैं।
उत्तर:
(d) 1° - एल्काइल हैलाइड सामान्यतः SN1 अभिक्रिया के द्वारा अभिकृत होते हैं।
प्रश्न 14.
को NaNH2/ द्रव अमोनिया से उपचारित करने पर प्राप्त होता है:
उत्तर:
प्रश्न 15.
निम्नलिखित यौगिक का IUPAC नाम है:
(a) साइक्लोप्रोपेनैमाइड
(b) N, N - डाइमेथिल साइक्लोप्रोपेनकार्बोक्सेमाइड
(c) N-मेथिलसाइक्लोप्रोपेनैमाइड
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(b) N, N - डाइमेथिल साइक्लोप्रोपेनकार्बोक्सेमाइड
प्रश्न 16.
निम्नलिखित में से प्रतिस्थापकों के -1 प्रभाव के सन्दर्भ में कौन - सा सही है (R = ऐल्किल)
(a) - NH2 < - OR < - F
(b) - OR < - NR2 < - F
(c) - NH2 > - OR > - F
(d) - NR2 > - OR > - F
उत्तर:
(a) - NH2 < - OR < - F
प्रश्न 17.
निम्न में से कौन-सा बाईफिनायल प्रकाशिक सक्रिय है:
उत्तर:
प्रश्न 18.
दिये गये अणुओं में से किसमें चलावयवता होगी:
(a) II और III दोनों
(b) केवल III
(c) I और III दोनों
(d) I और II दोनों
उत्तर:
(d) I और II दोनों
प्रश्न 19.
ब्यूट - 1 - ईन में सिग्मा बन्धों की संख्या कितनी है?
(a) 9
(b) 11
(c) 10
(d) 8
उत्तर:
(c) 10
प्रश्न 20.
यौगिक की संरचना जिसका IUPAC नाम है
3 - ऐथिल - 2- हाइड्रॉक्सी- 4 - मेथिलहेक्स - 3 - इन - 5 - आयनोयिक अम्ल, निम्न में से कौन सा होगा-
उत्तर:
प्रश्न 21.
नीचे दिये हुए यौगिकों का सही अम्लीयता क्रम है:
(a) (III) > (IV) > (II) > (I)
(b) (IV) > (III) > (I) > (II)
(c) (III) > (II) > (I) > (IV)
(d) (II) > (III) > (IV) > (I)
उत्तर:
(a) (III) > (IV) > (II) > (I)
प्रश्न 22.
यौगिकों CH3Cl, CH3CH2 Cl, (CH3)2 CHCl और (CH3)3CCl का SN2 क्रिया में क्रियाकरण का उचित स्तर क्रम होता है:
(a) CH3Cl > (CH3)2CHCl > CH3CH2Cl > (CH3)3CCl
(b) CH3Cl > CH3CH2Cl > (CH3)2CHCl > (CH3)3 CCl
(c) CH3CH2Cl > CH3Cl > (CH3)2CHCl > (CH3)3CCl
(d) (CH3)2CHCl > CH3CH2Cl > CH3Cl > (CH3)3CCl
उत्तर:
(b) CH3Cl > CH3CH2Cl > (CH3)2CHCl > (CH3)3 CCl
प्रश्न 23.
दिये गये यौगिक का निरपेक्ष विन्यास है:
(a) (2S, 3R)
(b) (2S, 3S)
(c) (2R, 3R)
(d) (2R, 3S)
उत्तर:
(a) (2S, 3R)
प्रश्न 24.
2, 2 - डाई मेथिलब्यूटेन के न्यूमैन प्रक्षेपण (Newman Projection) में X और Y क्रमशः हो सकते हैं:
(a) H और H
(b) H और C2H5
(c) C2H5 और H
(d) CH3 और CH3
उत्तर:
(b) H और C2H5
प्रश्न 25.
M के सन्दर्भ में N, O, P और Q के बारे में कौन प्रकथन सही है/हैं:
(a) M और N अप्रतिबिंबी त्रिविम समावयवी (non-mirror image stereoisomers) हैं।
(b) M और O सर्वसमरूपी (identical) हैं।
(c) M और P प्रतिबिम्ब समावयवी रूप (enantiomers) हैं।
(d) M और Q सर्वसमरूपी (identical) हैं।
उत्तर:
(a) M और N अप्रतिबिंबी त्रिविम समावयवी (non-mirror image stereoisomers) हैं।
प्रश्न 26.
तृतीयक - ब्यूटिल धनायन और 2 - ब्यूटीन की अतिसंयुग्मन स्थिरता होती है, क्रमशः
(a) σ → p (रिक्त) और * इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण के कारण
(b) σ → σ* और σ → π इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण के कारण
(c) σ → p (पूरित) और σ → π इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण के कारण
(d) p (पूरित) → * और σ → π* इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण के कारण
उत्तर:
(a) σ → p (रिक्त) और * इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण के कारण
प्रश्न 27.
यौगिक Z की भिन्न-भिन्न हैलोजनों के साथ अभिक्रियाशीलता उपयुक्त शर्तों में नीचे दर्शित है:
इलेक्ट्रॉन-स्नेही प्रतिस्थापन (electrophilic substitution) सं प्राप्त पैटर्न को स्पष्टीकृत किया जा सकता है:
(a) हैलोजन के त्रिविमी प्रभाव (steric effect) द्वारा
(b) तृतीयक - ब्यूटाइल समूह के त्रिविमी प्रभाव द्वारा
(c) फिनॉलिक समूह के इलेक्ट्रॉनिक प्रभाव द्वारा
(d) तृतीयक - ब्यूटाइल समूह के इलेक्ट्रॉनिक प्रभाव द्वारा
उत्तर:
प्रश्न 28.
निम्नलिखित अभिक्रिया में V और W क्रमश: हैं:
उत्तर:
प्रश्न 29.
कॉलम I में दिये गये यौगिकों / आयनों को कॉलम II में उनके गुणों/अभिक्रियाओं से मिलाइये।
कॉलम I |
कॉलम II |
(A) C6H5CHO |
(p) 2, 4-डाईनाइट्रोफेनिल हाइड्राजीन के साथ अवक्षेप देता है |
(B) CH3C=CH |
(q) AgNO3 के साथ अवक्षेप देता है |
(C) CN- |
(r) एक नाभिक स्नेही है |
(D) I- |
(s) सायनोहाइड्रिन के निर्माण में शामिल होता है |
उत्तर:
कॉलम I |
कॉलम II |
(A) C6H5CHO |
(p) 2, 4-डाईनाइट्रोफेनिल हाइड्राजीन के साथ अवक्षेप देता है |
(B) CH3C=CH |
(q) AgNO3 के साथ अवक्षेप देता है |
(C) CN- |
(r) एक नाभिक स्नेही है |
(D) I- |
(s) सायनोहाइड्रिन के निर्माण में शामिल होता है |