Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 8 Science Chapter 6 दहन और ज्वाला Textbook Exercise Questions and Answers.
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प्रश्न 1.
सूर्य अपनी ऊष्मा और प्रकाश स्वयं उत्पन्न करता है। क्या यह भी एक प्रकार का दहन है?
उत्तर:
सूर्य में ऊष्मा और प्रकाश नाभिकीय अभिक्रियाओं द्वारा उत्पन्न होता है। हाँ, यह भी एक प्रकार का दहन है।
RBSE Class 8 Science दहन और ज्वाला Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
बहन की परिस्थितियों की सूची बनाइए।
उत्तर:
दहन की परिस्थितियाँ:
(1) किसी ज्वलनशील पदार्थ की उपस्थिति अनिवार्य है।
(2) दहन के लिए ऑक्सीजन की उपस्थिति।
(3) ज्वलनशील पदार्थ को उसके ज्वलन ताप तक गर्म करना।
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) लकड़ी और कोयला जलने से वायु का ............................. होता है।
(ख) घरों में काम आने वाला एक द्रव ईधन ............................. है।
(ग) जलना प्रारम्भ होने से पहले ईधन को उसके ............................. तक गर्म करना आवश्यक है।
(घ) तेल द्वारा उत्पन्न आग को ............................. द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता।
उत्तर:
(क) प्रदूषण,
(ख) केरोसिन,
(ग) ज्वलन ताप,
(प) पानी।
प्रश्न 3.
समझाइए कि मोटर वाहनों में सीएनजी के उपयोग से हमारे शहरों का प्रदूषण किस प्रकार कम हुआ है।
उत्तर:
सौएनजी के उपयोग से हमारे शहरों में प्रदूषण निम्न प्रकार कम हुआ है:
प्रश्न 4.
ईंधन के रूप में एलपीजी और लकड़ी की तुलना कीजिए।
उत्तर:
ईंधन के रूप में एलपीजी और लकड़ी की तुलना:
एलपीजी |
लकड़ी |
1. यह पूर्ण रूप से जल जाती है तथा कोई अवशेष नहीं छोड़ती है। |
यह जलने पर बड़ी मात्रा में धुआँ उत्पन्न करती है जो मनुष्य के लिए हानिकारक है। |
2. इसका ऊष्मीय मान 55,000 kJ/kg है जो काफी अधिक है। अतः एलपीजी को जलाने पर अधिक ऊष्मा मिलती है। |
इसका ऊष्मीय मान 17,000 से 22,000 kJ/kg है जो कम है अत: लकड़ी को जलाने पर कम ऊष्मा प्राप्त होगी। |
3. एलपीजी द्वारा कोई वायु प्रदूषण नहीं होता है। |
3. इसके जलाने से वायु प्रदूषण होता है। |
4. एलपीजी वन संरक्षण में योगदान देती है। |
4. यह वनोन्मूलन का कारण बनती है, जो पर्यावरण के लिए हानिप्रद है। |
प्रश्न 5.
कारण बताइए:
(क) विद्युत उपकरण से संबद्ध आग पर नियंत्रण पाने हेतु जल का उपयोग नहीं किया जाता।
(ख) एलपीजी लकड़ी से अच्छा घरेलू ईंधन है।
(ग) कागज स्वयं सरलता से आग पकड़ लेता है जबकि ऐलुमिनियम पाइप के चारों और लपेटा गया कागज का टुकड़ा आग नहीं पकड़ता।
उत्तर:
(क)जल विद्युत का चालन कर सकता है और आग बुझाने वालों को हानि हो सकती है। अतः विपत उपकरण से सम्बद्ध आग पर नियंत्रण पाने हेतु जल का उपयोग नहीं किया जाता।
(ख)
(1) लकड़ी की तुलना में एलपीजी का ऊष्मीय मान बहुत अधिक होता है अर्थात् एलपीजी के जलाने पर अधिक अष्मा उत्पन्न होती है जबक्रि उतनी ही परिमाण में लकड़ी के जलने से अपेक्षाकृत कम ऊष्मा उत्पन्न होती है।
(2) एलपीजी पूर्ण रूप से जल जाती है और कोई अवशेष नहीं छोड़ती। इसके विपरीत लकड़ी के जलाने से बहुत मात्रा में राख पीछे रह जाती है। इस प्रकार एलपीजी के जलने पर कोई प्रदूषण नहीं होता है जबकि लकड़ी के जलने पर प्रदूषण होता है।
(ग) ऐलुमिनियम ऊष्मा का सुचालक है। ऐलुमिनियम पाइप के चारों ओर लपेटा गया कागज का टुकड़ा आग नहीं पकड़ता क्योंकि कष्मा ऐलुमिनियम में स्थानान्तरित हो जाती है और कागज का ताप, ज्वलन ताप तक नहीं पहुंच पाता है।
प्रश्न 6.
मोमबत्ती की ज्वाला का चिह्नित चित्र बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 7.
धन के स्मीय मान को किस माचक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है?
उत्तर:
धन के कनीय मान को 'किलोजुल प्रति किलोग्रम' के मारक में प्रदर्शित किया जाता है।
प्रश्न 8.
समझाइए कि CO2 किस प्रकार आग को नियंत्रित करती है?
उत्तर:
ऑक्सीजन से भारी होने के कारण CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड) आग को कम्बल की तरह लपेट लेती है। इससे इंधन और ऑक्सीजन के बीच सम्पर्क टूट जाता है, अतः आग पर नियंत्रण हो जाता है।
प्रश्न 9.
हरी पत्तियों के ढेर को जलाना कठिन होता है परन्तु सूखी पत्तियों में आग आसानी से लग जाती है, समझाइए।
उत्तर:
हरी पत्तियों में नामी होती है जिससे उनका ताप नीचे हो जाता है और उनका ज्वलन ताप बढ़ जाता है जिससे हरी पत्तियों के ढेर को जलाना कठिन होता है। सूखी पत्तियों का ज्वलन ताप कम होता है, इसलिए सूखी पत्तियों में आग आसानी से लग जाती है।
प्रश्न 10.
सोने और चाँदी को पिघलाने के लिए स्वर्णकार ज्वाला के किस क्षेत्र का उपयोग करते हैं और क्यों?
उत्तर:
सोने और चांदी को पिपलाने के लिए स्वर्णकार धातु की फुकनी से ज्वाला के पसे बाहरी भाग को उस पर फूंकते हैं क्योंकि यह ज्वाला का सबसे अधिक गर्म क्षेत्र होता है।
प्रश्न 11.
एक प्रयोग में 4.5 किलोग्राम ईंधन का पूर्णतया बहन किया गया। उत्पन्न ऊष्मा का मान 180,000 kJ था।हर काम्पीय मान परिकलित कीजिए।
उत्तर:
45 किलोग्राम ईधन को पूर्णतया दहन करने पर
उत्पन्न कामा - 180,000 kJ
1 किलोग्राम ईधन को पूर्णतया दहन करने पर उत्पन्न ऊष्मा
= \( \frac{180,000}{4.5} \) = 40,000 kJ
∴ इंधन का ऊष्मीय मान - 40,000 kJ/kg
प्रश्न 12.
क्या जंग लगने के प्रक्रम को दहन कहा जा सकता है? विवेचना कीजिए।
उत्तर:
जंग लगने के प्रक्रम को दहन नहीं कहा जा सकता है क्योंकि जंग लगने में न तो ऊमा उत्पन्न होती है और नही प्रकाश उत्पन्न होता है। इसके अतिरिक्त लोहा दाह्य पदार्थ भी नहीं है।
प्रश्न 13.
आबिदा और रमेश ने एक प्रयोग किया जिसमें बीकर में रखे जल को गर्म किया गया। आबिरा ने बीकर को मोमबत्ती ज्वाला के पीले भाग के पास रखा। रमेश ने बीकर को ज्वाला के सबसे बाहरी भाग के पास रखा। किसका पानी कम समय में गर्म हो जाएगा?
उत्तर:
रमेश के बीकर का पानी कम समय में गर्म हो जाएगा क्योंकि ज्वाला का सबसे बाहरी भाग सबसे अधिक गर्म होता है।