Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 8 Science Chapter 4 पदार्थ: धातु और अधातु Textbook Exercise Questions and Answers.
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प्रश्न 1.
क्या कॉपर में भी जंग लगता है? कई बार कॉपर के बर्तनों की सतह पर हरा पदार्थ जमा हुआ देखा जाता है।
अथवा
ताँबे के जग के ऊपरी किनारे पर हरे रंग की परत किस रासायनिक पदार्थ के बनने के कारण जमा होती है? इसके बनने को रासायनिक समीकरण सहित समझाइए।
उत्तर:
कॉपर के बर्तन अथवा तांबे के जग को लम्बे समय तक नम वायु में खुला रखने पर उस पर एक हल्की हरी परत जम जाती है। यह हरा पदार्थ कॉपर हाइड्रॉक्साइड [Cu(OH)2] और कॉपर कार्बोनेट (CuCO3) का मिश्रण होता है। लेकिन इसे जंग नहीं कहा जा सकता है। इसकी अभिक्रिया अथवा रासायनिक समीकरण आग प्रकार है:
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प्रश्न 2.
पौधों में मैग्नीशियम किस रूप में पाया जाता है?
उत्तर:
सभी हरे पौधों में मैग्नीशियम क्लोरोफिल के रूप में पाया जाता है।
प्रश्न 3.
शरीर में आयरन कहाँ होता है?
उत्तर:
आयरन एक खनिज है जो हमारे शरीर की प्रत्येक कोशिका में पाया जाता है। मानव शरीर का अधिकांश आयरन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से किसको पीटकर पतली चादरों में परिवर्तित किया जा सकता है?
(क) जिंक
(ख) फॉस्फोरस
(ग) सल्फर
(घ) ऑक्सीजन
उत्तर:
(क) जिंक।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?
(क) सभी धातुएँ तन्य होती हैं।
(ख) सभी अधातुएँ तन्य होती हैं।
(ग) सामान्यतः धातुएँ तन्य होती हैं।
(घ) कुछ अधातुएँ तन्य होती हैं।
उत्तर:
(ग) सामान्यतः धातुएँ तन्य होती हैं।
प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) फॉस्फोरस बहुत .................... अधातु है।
(ख) धातुएँ ऊष्मा और .................... की .................... होती हैं।
(ग) आयरन, कॉपर की अपेक्षा .................... अभिक्रियाशील है।
(घ) धातुएँ, अम्लों से अभिक्रिया कर गैस .................... बनाती है।
उत्तर:
(क) सक्रिय
(ख) विद्युत, सुचालक
(ग) अधिक
(घ) हाइड्रोजन।
प्रश्न 4.
यदि कथन सही है तो 'T' और यदि गलत है तो कोष्ठक में 'F' लिखिए:
(क) सामान्यतः अधातु अम्लों से अभिक्रिया करते हैं। ( )
(ख) सोडियम बहुत अभिक्रियाशील धातु है। ( )
(ग) कॉपर, जिंक सल्फेट के विलयन से जिंक विस्थापित करता है। ( )
(घ) कोयले को खींचकर तारें प्राप्त की जा सकती हैं। ( )
उत्तर:
(क) F
(ख) T
(ग) E
(घ) F
प्रश्न 5.
नीचे दी गई सारणी में गुणों की सूची दी गई है। इन गुणों के आधार पर धातुओं और अधातुओं में अन्तर कीजिए:
गुण
|
धातु |
अधातु |
1. दिखावट |
|
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2. कठोरता |
|
|
3. आघातवर्धनीयता |
|
|
4.तन्यता |
|
|
5. ऊमा चालन |
|
|
6. विद्युत चालन |
|
|
उत्तर:
गुण
|
धातु |
अधातु |
1. दिखावट |
चमकदार |
चमकदार नहीं होती है। |
2. कठोरता |
कठोर होती है। |
कटोर नहीं होती है। |
3. आघातवर्धनीयता |
आधातवय होती है। |
आधातवय नहीं होती है। |
4.तन्यता |
तन्य होती है। |
तन्य नहीं होती है। |
5. ऊमा चालन |
ऊष्मा की सुचालक होती है। |
ऊष्मा की कुचालक होती है। |
6. विद्युत चालन |
विधुत की सुचालक होती है। |
विद्युत की कुचालक होती है। |
प्रश्न 6.
निम्नलिखित के लिए कारण दीजिए:
(क) ऐलुमिनियम की पन्नी का उपयोग खाद्य सामग्री को लपेटने में किया जाता है।
(ख) निमज्जन छड़ें (इमरशन रोड) धात्विक पदार्थों से निर्मित होती हैं।
(ग) कॉपर, जिंक को उसके लवण के विलयन से विस्थापित नहीं कर सकता।
(घ) सोडियम और पोटैशियम को मिट्टी के तेल में रखा जाता है।
उत्तर:
(क) ऐलुमिनियम की पन्नी का उपयोग खाद्य सामग्नी को लपेटने में किया जाता है क्योंकि ऐलुमिनियम आघातवर्य है अर्थात् इसकी पतली चादरें तथा पन्नियाँ बनाई जा सकती हैं तथा यह खाद्य सामग्री से अभिक्रिया नहीं करती है।
(ख) निमन्चन छड़ें (Immersion rods) धात्विक पदार्थों से निर्मित होती हैं क्योंकि धातुएँ मम्मा तथा विद्युत की सुचालक होती हैं।
(ग) कॉपर, जिंक को उसके लवण के विलयन से विस्थापित नहीं कर सकता क्योंकि कॉपर, जिंक से कम - अभिक्रियाशील है।
(घ) सोडियम और पोटैशियम बहुत अभिक्रियाशील हैं। ये ऑक्सीजन और जल के साथ अत्यन्त तीव्र अभिक्रिया करते हैं तथा ऊष्मा उत्पन्न करते हैं। यही कारण है कि इन्हें मिट्टी के तेल में संचित रखा जाता है।
प्रश्न 7.
क्या आप नींबू के अचार को ऐलुमिनियम के पात्रों में रख सकते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
नहीं। नींबू का अचार अम्लीय प्रकृति का होता है। अम्लीय पदार्थ ऐलुमिनियम पाओं में संचित नहीं रख सकते हैं क्योंकि अम्ल और ऐलुमिनियम अभिक्रिया करके विषैले पदार्थ बनाते हैं जो खाद्य विषाक्तन उत्पन्न करते हैं।
प्रश्न 8.
नीचे दी गई सारणी के कॉलम I में कुछ पदार्थ दिये गये हैं। कॉलम II में उनके कुछ उपयोग दिये गये हैं। कॉलम I के पदार्थों का कॉलम II से सही मिलान करिए:
कॉलमा I |
कॉलम II |
1. गोल्ड |
(i) धर्मामीटर |
2. आयरन |
(ii) बिजली के तार |
3. ऐलुमिनियम |
(iii) खाद्य सामग्नी लपेटना |
4. कार्बन |
(iv) आभूषण |
5. कॉपर |
(v) मशीनें |
6. मर्करी |
(vi) इंधन |
उत्तर:
कॉलमा I |
कॉलम II |
1. गोल्ड |
(iv) आभूषण |
2. आयरन |
(v) मशीनें |
3. ऐलुमिनियम |
(iii) खाद्य सामग्नी लपेटना |
4. कार्बन |
(vi) इंधन |
5. कॉपर |
(ii) बिजली के तार |
6. मर्करी |
(i) धर्मामीटर |
प्रश्न 9.
क्या होता है जब:
(क) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल कॉपर प्लेट पर डाला जाता है?
(ख) लोहे की कील, कॉपर सल्फेट के विलयन में रखी जाती है? संबंधित अभिक्रियाओं के शब्द समीकरण लिखिए।
उत्तर:
(क) जब तनु सल्फ्यू रिक अम्ल कॉपर प्लेट पर डाला जाता है तो कॉपर सल्फेट तथा हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है। कॉपर + सल्फ्यूरिक अम्ल → कॉपर सल्फेट + हाइड्रोजन
(ख) लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में रखने पर कॉपर सल्फेट विलयन से कॉपर विस्थापित हो जाता है। इससे आयरन सल्फेट तथा कॉपर प्राप्त होता है। कॉपर सल्फेट + आयरन (कील) →आयरन सल्केट + कॉपर
प्रश्न 10.
सलोनी ने लकड़ी के कोयले का एक जलता हुआ दुकड़ा लिया और उससे उत्सर्जित होने वाली गैस को एक परखनली में इकट्ठा किया:
(क) वह गैस की प्रकृति कैसे ज्ञात करेगी?
(ख) इस प्रक्रम (process) में होने वाली सभी अभिक्रियाओं के शब्द समीकरण लिखिए।
उत्तर:
(क) गैस की प्रकृति की जाँच-लकड़ी के कोयले से उत्सर्जित गैस कार्बन मोनोऑक्साइंड या कार्यन डाइऑक्साइड है जो जल में विलेय होकर कार्बनिक अम्ल बनाता है। यदि इसमें नीले लिटमस पत्र को रखें तो वह लाल हो जाता है जो उसकी अम्लीय प्रकृति को प्रदर्शित करता है।
(ख) लकड़ी के कोयलों को जलाया जाता है, तो यह ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके अम्लीय ऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है।
लकड़ी का कोयला + ऑक्सीजन → कार्बन डाइऑक्साइड
प्रश्न 11.
एक दिन रीता अपनी माँ के साथ आभूषण विक्रेता की दुकान पर गई। उसकी माँ ने सुनार को पॉलिश करने हेतु सोने के पुराने आभूषण दिये। अगले दिन जब वे आभूषण वापस लाई तो उन्होंने पाया कि उनका भार कुछ कम हो गया है। क्या आप भार में कमी का कारण बता सकते हैं?
उत्तर:
सुनार आभूषण साफ करने के लिए एक्वारेजिया (Aquaregla) विलयन का उपयोग करते हैं। सोना इस एक्वारेजिया में घुल जाता है, इसलिए रीता की माँ के आभूषण भार में कम हो गये। एक्यारेजिया हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के तीन भाग तथा नाइट्रिक अम्ल के एक भाग को मिलाकर बनाया जाता है।