RBSE Solutions for Class 8 Science Chapter 2 सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 8 Science Chapter 2 सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु Textbook Exercise Questions and Answers.

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RBSE Class 8 Science Solutions Chapter 2 सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु

RBSE Class 8 Science सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु InText Questions and Answers


पृष्ठ 19 

प्रश्न 1. 
गर्म (गुनगुने दूध में थोड़ा सा नही मिलाने पर यही कैसे जम जाता है? 
उत्तर:
जय गर्म (नाने) दृष में घोडा सा दही मिलाया गता है तो पहों के सूक्ष्मजीव जिनमें सैकोबैसिलस नामक जीवाणु प्रमुख हैं, दूध में जनन कर ओ दही में परिवर्तित कर देते हैं।

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प्रश्न 2. 
शिशु एवं बच्चों को टीका क्यों लगाया जाता है?   
उत्तर:
शित एवं बच्चों को रोगों से सुरक्षा के लिए पके लगाए जाते है। दीक के माध्यम से रोगकारक सूक्षाजीव हमारे चीर प्रवेश करवाते हैं जिससे हमारा शरीर उनसे लहने के लिए प्रतिरक्षी उत्पन करता है। शरीर को वह भी स्मरण रहता है कि वा सूक्ष्मजीव अगर हमारे शरीर में पुनः प्रवेश करता है तो इससे किस प्रकार तड़ा जाए।

यह प्रतिरक्षी हमारे शरीर में सबके लिए बनी सटी, तमा रोगकारक सूक्ष्मजीत से हमारी सरश होती है। पोलियो, हैजा, कय, चेचक, हेपेटाइटिस जैसी अनेक बीमारियों को वैक्सीन (टीके) रोका जा सकता है। 

पृष्ठ 23 

प्रश्न 3. 
आप संचरणीय रोगों का फैलना किस प्रकार रोकते हैं? 
उत्तर:
हम झोंकने एवं खाँसो समय अपने नक एवं मह पर रूमाल रखकर संचापीय रोगों का कैलना देकते है। संक्रशिक्षित पर्याप्ती बनाये रखकर भी संचापीय रोगों का फैलना रोका जा सकता है।

पृष्ठ 25 

प्रश्न 4. 
भोजन विष कैसे बन सकता है?
उत्तर:
भोजन में उत्पन होने वाले सुधाजीव कभी - कभी विषैले पदार्थ उत्पनकले।यह भोजन को विषाक्त बना देते हैं। ऐसे भोजन के सेवन से व्यक्ति भयंकर रूप से गेगी हो सकता है तथा कभी - कभी उसकी मृत्यु भी हो सकती है।

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प्रश्न 5. 
पॉश्चरीकरण (Pasteurisation) क्या है? 
उत्तर:
किसी इव पदार्थ, विशेषकर पूष को एक निश्चित तापमान पर (70°C पर 15-30 सेकंड तक) उबालकर एकाएक उष्य काला ताकि उसमें सूक्ष्मजीवों की वृद्धि रुक जापे, पॉचरोलरण कालाता है।


RBSE Class 8 Science सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु Textbook Questions and Answers


प्रश्न 1. 
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) सूक्ष्मजीवों को ......................... की सहायता से देखा जा सकता है। 
(ख) नौले - हरे शेताल वायु से .........................का स्थिरीकरण करते हैं जिससे मिट्टी की उर्वरता में वद्धि होती है। 
(ग) एल्कोहल का उत्पादन ......................... नामक सूक्ष्मजीव की सहायता से किया जाता है। 
(घ) हैजा ......................... के द्वारा होता है। 
उत्तर:
(क) सूक्ष्मणाशी 
(ख) वापूर्मकलोग नाहोजन 
(ग) वीस्ट 
(घ) जीवए। 

प्रश्न 2. 
सही शब्द के आने का निशान लगाइए:
(क) यीस्ट का उपयोग निम्न के उत्पादन में होता है: 
(i) चोनी
(ii) एल्कोहल 
(iii) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल 
(iv) ऑक्सीजन। 
उत्तर:
(ii) एल्कोहली 

(ख) निम्न में से कौन - मा प्रतिजैविक है? 
(i) सोडियम बाइकाओंनेठ 
(ii) स्टेरोनालिग 
(iii) एल्कोहल
(iv) पोस्ट। 
उत्तर:
(ii) सेप्टोमासिगा। 

(ग) मलेरिया परजीवी का वाहक
(i) मा एनॉपलीव मका 
(ii) कॉकरोच 
(iii) परेत मक्खी 
(iv) तितली। 
उत्तर:
(i)  मदा एनांप्लीज पचर। 

(घ) संचरणीव रोगों का सबसे मुख्य कारक है:
(i) बीटी
(ii) चोल पाखो 
(iii) डेगग ममग्री 
(iv) मकड़ी। 
उत्तर:
(iii) परेत भक्ती। 

(ङ) बेड अथवा इडली फूल जाती है झाका कारण
(i) उष्णता
(ii) पीसन 
(iii) बीस्ट कोशिकाओं की वृद्धि
(iv) माडने के कारण। 
उत्तर:
(iii)  बील कोशिकाओं की वृद्धि। 

(च) चीनी को पत्कोहल में परिवर्तित करने के प्रक्रम का नाम है:
(i) शाहीवन बियरीकरण 
(ii) मोरिहंगा
(iii) किम्वन
(iv) संक्रमण। 
उत्तर:
(iii) किम्वन  

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प्रश्न 3. 
कॉलम - I के जीवों का मिलान कॉलम - II में -विए गए उनके कार्य से कीजिए:

कॉलम-I

कॉलम-II

(क) जीवाणु

(i) नाइट्रोजन

(ख) राइजोबियम

(ii) दही का जमना

(ग) लैक्टोबेसिलस

(iii) ब्रेड की बेकिंग

(घ) यीस्ट

(iv) मलेरिया का कारक

(ङ) एक प्रोटोजोआ

(v) हैजे का कारक

(च) एक विषाणु

(vi) AIDS का कारक

 

(vii) प्रतिजैविक उत्पादित करना

उत्तर:

कॉलम-I

कॉलम-II

(क) जीवाणु

(v) हैजे का कारक

(ख) राइजोबियम

(i) नाइट्रोजन

(ग) लैक्टोबेसिलस

(ii) दही का जमना

(घ) यीस्ट

(iii) ब्रेड की बेकिंग

(ङ) एक प्रोटोजोआ

(iv) मलेरिया का कारक

(च) एक विषाणु

(vi) AIDS का कारक


प्रश्न 4. 
क्या सुक्ष्मजीव बिना पत्र की सहायता में देखे जा सकते? पनि नहीं.तो वे कैसे देखे जा सकते हैं? 
उत्तर:
नहीं सूक्ष्मजीव बिनया की सहायता से नहीं देखें जसकते हैं। इनसे.का कैसे कि पेट पर लगने वाले कवक को आवर्थन लेगा की सहायता से देखा जा सकता हैं। इनमें से कुछ जैसे कि ब्रेड पर उगने वाले कवक को आवर्धन लेन्स की सहायता से देखा जा सकता है जबकि अन्य को सूक्ष्मदशी की सहायता से देखा जासकता है।

प्रश्न 5. 
सूक्ष्मजीवों के मुख्यवर्ग कौन - कौनसे हैं?  
उत्तर:
सूक्ष्मजीवों के मुख्य वर्ग चार हैं:

  1. जीवाणु 
  2. कवक 
  3. प्रोटोजोआ 
  4. कुछ शैवाल एकं। अन्य वर्ग विषाणु भी होते हैं। ये भी सूक्ष्मजीव होते हैं किन्तु ये उक्त सूक्ष्म जीवों से भिन्न होते हैं।

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प्रश्न 6. 
वायुमण्डलीय नाइट्रोजन का मिट्टी में स्थिरीकरण करने वाले सूक्ष्मजीवों के नाम लिखिए। 
उत्तर:

  1. राइजोबियम जीवाणु तथा 
  2. नील - हरित शैवाल।

प्रश्न 7. 
हमारे जीवन में उपयोगी सूक्ष्मजीवों के बारे में 10 पंक्तियाँ लिखिए।
उत्तर:
हमारे जीवन में सूक्ष्मजीवों का निम्न उपयोग है:

  1. लैक्टोबैसिलस नमक जीवाणु दूध को दही में परिवर्तित कर देता है। 
  2. जीवाम पनीर, अचार एवं अनेक खाद्य पदार्थों के उत्पादन में सहायक है। 
  3. बेकिंग उद्योग में पोस्ट का उपयोग होता है जो बेह, पेस्ट्री एकेक बनाने में सहायक है। 
  4. बड़े स्तर पर एल्कोहल, शराय तथा एसिटिक एसिड के उत्पादन सुक्ष्मजीवों का उपयोग किया जाता है। 
  5. जीवपु और कनक से अनेक प्रतिषिक औमियों का उत्पादन होता है। 
  6. सूक्ष्मजीवों से टीके (जैक्सोन) का उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाता है। 
  7. कुछ जीवाणु एवं नीले - हरे शैवाल वायुमण्डलीय नाइट्रोजन का स्थिरीकरण कर सकते हैं । इस प्रकार मृदा में नाइट्रोजन का संवर्धन होता है तथा उसकी उर्वरता में वृद्धि होती है।
  8. हानिकारक एवं दुर्गन्धयुक्त पदार्थों का निम्नीकरण करने के लिए सूक्ष्मजीवों का उपयोग करके पर्यावरण की शुद्धि कर सकते हैं।
  9. बायोगैस तथा कम्पोस्ट (खाद) बनाने में सूक्ष्मजीवों की भूमिका बहुत महत्त्वपूर्ण है।
  10. टीके के रूप में रोगकारक सूक्ष्मजीव हमारे शरीर में प्रवेश करवाते हैं जिससे हमारे शरीर में प्रतिरक्षा उत्पन्न होती है।

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प्रश्न 8. 
सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाले हानिकारक प्रभावों का संक्षिप्त विवरण कीजिए।
उत्तर:
सूक्ष्मजीव अनेक प्रकार से हानिकारक हैं। जैसे:

  1. कुछ सूक्ष्मजीव भोजन, कपड़े एवं चमड़े की वस्तुओं को संदूषित कर देते हैं।
  2. अनेक सूक्ष्मजीव मनुष्य में रोग उत्पन्न करते हैं जैसे-हैजा, सामान्य सर्दी-जुकाम, चिकनपॉक्स, क्षय रोग आदि। 
  3. सूक्ष्मजीव अनेक जन्तुओं में भी रोग उत्पन्न करते हैं। उदाहरण: मवेशियों में एंथ्रेक्स रोग जीवाणु द्वारा तथा गाय में खुर एवं मुंह का रोग वायरस द्वारा होता है।
  4. अनेक सूक्ष्मजीव गेहूँ, चावल, आलू, गन्ना, संतरा,सेब इत्यादि पौधों में रोग के कारक हैं। जैसे: नींबू में कैंकर रोग जीवाणु द्वारा एवं गेहूँ की रस्ट कवक द्वाराउत्पन्न की जाती है।
  5. भोजन में उत्पन्न होने वाले सूक्ष्मजीव कभी - कभी विषैले पदार्थ उत्पन्न करते हैं। यह भोजन को विषाक्त बना देते हैं जिसके सेवन से व्यक्ति भयंकर रूप से रोगी हो सकता है अथवा कभी - कभी उसकी मृत्यु भी हो सकती है।

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प्रश्न 9. 
प्रतिजैविक क्या हैं? प्रतिजैविक लेते समय कौन - सी सावधानियाँ रखनी चाहिए?
उत्तर:
प्रतिजैविक (Antibiotics):
सूक्ष्मजीवों द्वारा उत्पन्न औषधि जो बीमारी पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर देती है अथवा उनकी वृद्धि को रोक देती है, प्रतिजैविक कहलाती है। स्ट्रेप्टोमाइसिन, टेट्रासाइक्लिनऔर एरिथ्रोमाइसिन सामान्य रूप से उपयोग की जाने वाली प्रतिजैविक हैं जिन्हें कवक एवं जीवाणु से उत्पादित किया जाता है।

प्रतिजैविक लेते समय सावधानियाँ:

  1. डॉक्टर की सलाह पर ही प्रतिजैविक दवाएँ लेनी चाहिए।
  2. प्रतिजैविक दवा का कोर्स भी अवश्य पूरा करना चाहिए।
  3. प्रतिजैविक आवश्यकता नहीं होने पर नहीं लेना चाहिए अन्यथा अगली बार जब आप बीमार होंगे और आपको प्रतिजैविक की आवश्यकता होगी तो वह उतनी प्रभावी नहीं होगी। इसके अतिरिक्त अनावश्यक रूप से ली गई प्रतिजैविक शरीर में उपस्थित उपयोगी जीवाणु भीनष्ट कर देती है।
  4.  सर्दी, जुकाम एवं फ्लू में प्रतिजैविक प्रभावशाली नहीं होते हैं।
Bhagya
Last Updated on May 13, 2022, 6:27 p.m.
Published May 13, 2022