Rajasthan Board RBSE Class 8 Science Important Questions Chapter 17 तारे एवं सौर परिवार Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह है।
(अ) बुध।
(ब) बृहस्पति।
(स) शनि।
(द) शुक्र।
उत्तर:
(ब) बृहस्पति।
प्रश्न 2.
तारों की गति की दिशा प्रतीत होती है।
(अ) पश्चिम से पूर्व।
(ब) पूर्व से पश्चिम।
(स) उत्तर से दक्षिण।
(द) दक्षिण से उत्तर।
उत्तर:
(ब) पूर्व से पश्चिम।
प्रश्न 3.
सूर्य का निकटतम ग्रह है।
(अ) प्लूटो।
(ब) शुक्र।
(स) शनि।
(द) बुध।
उत्तर:
(द) बुध।
प्रश्न 4.
लाल ग्रह के नाम से जाना जाने वाला ग्रह है।
(अ) मंगल।
(ब) बुध।
(स) शुक्र।
(द) शनि।
उत्तर:
(अ) मंगल।
प्रश्न 5.
भारत का प्रथम कृत्रिम उपग्रह था।
(अ) इन्सैट - 1
(ब) आई आर एस - 1
(स) आर्यभट्ट
(द) कल्पना - 1
उत्तर:
(स) आर्यभट्ट
रिक्त स्थानों की पूर्ति:
प्रश्न 1.
सौर परिवार में .................. ग्रह हैं।
उत्तर:
आठ
प्रश्न 2.
............... हम से निकटतम तारा है।
उत्तर:
सूर्य
प्रश्न 3.
................. ग्रह का घनत्व जल के घनत्व से भी कम
उत्तर:
शनि
प्रश्न 4.
तारामण्डलों में एक विख्यात तारामण्डल ............... है जिसे हम गर्मियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में देख - सकते हैं।
उत्तर:
अर्सा मेजर।
सत्य / असत्य:
निम्नलिखित कथनों पर सत्य (T) अथवा असत्य (F) अंकित कीजिए:
प्रश्न 1.
बुध सौर परिवार का दूरतम ग्रह है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 2.
पृथ्वी सौर परिवार का आन्तरिक ग्रह है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 3.
सांध्य तारा एक कृत्रिम उपग्रह है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 4.
शुक्र का सौर परिवार में अपना कोई उपग्रह नहीं है।
उत्तर:
सत्य
'कॉलम - A' में दिए गए शब्दों का मिलान 'कॉलम - B' से कीजिए:
प्रश्न 1.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) सीरियस |
(a) गर्मियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में देख सकते हैं |
(ii) कैसियोपिया |
(b) सर्दियों में मध्य रात्रि में देख सकते हैं |
(iii) ग्रेट बियर |
(c) सर्दियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में देख सकते हैं |
(iv) ओरॉयन |
(d) सबसे अधिक चमकीला तारा |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) सीरियस |
(d) सबसे अधिक चमकीला तारा |
(ii) कैसियोपिया |
(c) सर्दियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में देख सकते हैं |
(iii) ग्रेट बियर |
(a) गर्मियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में देख सकते हैं |
(iv) ओरॉयन |
(b) सर्दियों में मध्य रात्रि में देख सकते हैं |
प्रश्न 2.
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) शनि |
(a) पृथ्वी का निकटतम |
(ii) बृहस्पति |
(b) सबसे बड़ा ग्रह |
(iii) बुध |
(c) सबसे कम सघन |
(iv) शुक्र |
(d) सूर्य का निकटतम |
उत्तर:
कॉलम - A |
कॉलम - B |
(i) शनि |
(c) सबसे कम सघन |
(ii) बृहस्पति |
(b) सबसे बड़ा ग्रह |
(iii) बुध |
(d) सूर्य का निकटतम |
(iv) शुक्र |
(a) पृथ्वी का निकटतम |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
चन्द्रमा की कलाओं से क्या आशय है?
उत्तर:
पूरे माह तक दिखाई देने वाली चन्द्रमा की प्रदीप्त भाग की विभिन्न आकृतियों को चन्द्रमा की कलाएँ कहते हैं।
प्रश्न 2.
प्रकाश वर्ष की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
प्रकाश द्वारा एक वर्ष में चली गई दूरी को प्रकाश वर्ष (light year) कहते हैं।
प्रश्न 3.
ध्रुव तारे की क्या विशेषता है?
उत्तर:
यह पृथ्वी की अक्ष की दिशा में स्थित होता है तथा यह गति करता हुआ प्रतीत नहीं होता है। यह उत्तर दिशा को इंगित करता है।
प्रश्न 4.
सूर्य तथा पृथ्वी के मध्य उपस्थित दो ग्रहों के नाम लिखिए।
उत्तर:
(1) बुध
(2) शुक्र।
प्रश्न 5.
आन्तरिक ग्रह से क्या आशय है?
उत्तर:
जो ग्रह सूर्य के निकट हैं, आन्तरिक ग्रह हैं; जैसेबुध, शुक्र, पृथ्वी तथा मंगल।
प्रश्न 6.
बाह्य ग्रहों के नाम लिखिए।
उत्तर:
बाह्य ग्रह बृहस्पति, शनि, यूरेनस व नेप्ट्यून हैं।
प्रश्न 7.
क्षुद्रग्रह (Asteroids) क्या हैं?
उत्तर:
मंगल तथा बृहस्पति की कक्षा के मध्य भिन्न - भिन्न आकारों के छोटे - छोटे, चट्टानी तथा धातुओं के पिण्डों को क्षुद्रग्रह कहते हैं।
प्रश्न 8.
उल्का क्या होती है? ये बहुत कम समय के लिए क्यों दिखाई देती हैं?
उत्तर:
एक उल्का, एक क्षुद्र तारे का टुकड़ा अथवा धूमकेतु का टुकड़ा होती है। घर्षण के कारण ये वायु में ही जलकर राख हो जाती हैं तथा बहुत कम समय के लिए ये जलते हुए दिखाई देती हैं।
प्रश्न 9.
उल्कापिण्ड क्या होते हैं?
उत्तर:
वे बड़ी उल्काएँ जो पूरी तरह वायु के घर्षण से जल नहीं पाती हैं तथा पृथ्वी से टकरा जाती हैं, उल्कापिण्ड कहलाती हैं।
प्रश्न 10.
सुदूर संवेदन से क्या आशय है?
उत्तर:
किसी वस्तु की सूचना बिना स्पर्श किए दूरी से प्राप्त करना सुदूर संवेदन कहलाता है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
व्याख्या कीजिए कि चन्द्रमा का हमेशा एक ही पृष्ठ, पृथ्वी की ओर दिखाई देता है।
उत्तर:
पृथ्वी के चारों ओर चन्द्रमा की परिक्रमा का आवर्तकाल स्वयं चन्द्रमा के अपने अक्ष पर घूर्णन के आवर्तकाल के बराबर होता है, इसलिए चन्द्रमा का हमेशा एक ही पृष्ठ पृथ्वी की ओर दिखाई देता है। इसे हम निम्न क्रिया - कलाप से समझा सकते हैं - धरती पर लगभग 1m व्यास का वृत्त खींचिए। अपने किसी मित्र से इस वृत्त के केन्द्र पर खड़े रहने के लिए कहिए। आप अपने मित्र की परिक्रमा इस प्रकार कीजिए कि आपका मुख सदैव उसकी ओर रहे क्या आपका मित्र आपकी पीठ देख सकता है? चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा इसी प्रकार करता है।
प्रश्न 2.
बाल चन्द्र से क्या आशय है?
उत्तर:
हम जानते हैं कि पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा पूर्ण चक्रिका के रूप में दिखाई देता है। इसके पश्चात् चन्द्रमा का चमकीला भाग घटता चला जाता है। पन्द्रहवें दिन चन्द्रमा दिखाई नहीं पड़ता। इस दिन को अमावस्या कहते हैं। अगले दिन चन्द्रमा का एक छोटा भाग आकाश में दिखाई देता है, इसे बाल चन्द्र कहते हैं। इसके पश्चात् फिर चन्द्रमा प्रतिदिन बड़ा होता जाता है।
प्रश्न 3.
सूर्य को छोड़कर, पृथ्वी के निकटतम तारे का नाम बताइए। यह तारा पृथ्वी से कितने प्रकाश वर्ष दूर
उत्तर:
सूर्य के बाद पृथ्वी के सबसे निकट तारे का नाम ऐल्फा सेन्टॉरी (Alpha Centuari) है। ऐल्फा सेन्टॉरी नामक तारा पृथ्वी से लगभग 43 प्रकाश वर्ष दूर है।
प्रश्न 4.
तारामण्डल अर्सा मेजर के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
असां मेजर (Ursa Major): यह तारामण्डल एक विख्यात तारामण्डल है, जो हम गर्मियों में रात्रि के प्रथम पहर में देख सकते हैं। यह तारामण्डल 'बिग डिपर', 'ग्रेट बीयर' अथवा 'सप्तर्षि' भी कहलाता है। इसमें सात सुस्पष्ट तारे होते हैं। यह बड़ी कलछी अथवा प्रश्नचिन्ह जैसा प्रतीत होता है। इस कलछी की हत्थी में तीन तथा कटोरी में चार तारे होते हैं।
प्रश्न 5.
ओरॉयन तारामण्डल की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: ओरॉयन (Orion): यह तारामण्डल हमें सर्दियों में मध्यरात्रि में दिखाई देता है। यह आकाश में सर्वाधिक भव्य तारामण्डलों में गिना जाता है। इसमें सात अथवा आठ चमकीले तारे होते हैं। ओरॉयन को शिकारी भी कहते हैं। इसके तीन मध्य के तारे शिकारी की बेल्ट (पेटी) को निरूपित करते हैं। चार चमकीले तारे चतुर्भुज के रूप में व्यवस्थित दिखाई देते हैं। आकाश में सबसे अधिक चमकीला तारा सीरियस ओरॉयन के निकट होता है। इसकी स्थिति इसके मध्य के तारों से गुजरने वाली रेखा से जान सकते हैं।
प्रश्न 6.
तारामण्डल कैसियोपिया के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
उत्तरी आकाश में एक प्रमुख तारामण्डल कैसियोपिया है, जो सर्दियों में रात्रि के प्रथम पहर में दिखाई देता है। यह अंग्रेजी के अक्षर W अथवा M के बिगड़े (विकृत) रूप जैसा दिखाई देता है।
प्रश्न 7.
आकाश के किस भाग में तथा वर्ष के किस समय में निम्नलिखित तारे तथा तारामण्डल दिखाई देते सप्तर्षि, ध्रुव तारा, ओरॉयन।
उत्तर:
प्रश्न 8.
ध्रुव तारे के अतिरिक्त सभी तारे पूर्व से पश्चिम की ओर चलते प्रतीत होते हैं। कारण दीजिए।
उत्तर:
आकाश में तारों की आभासी गति पृथ्वी के अपने अक्ष पर घूर्णन के कारण होती है। पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर घूमती है जिसके कारण हमें आकाश के तारे उसकी विपरीत दिशा में (पूर्व से पश्चिम की ओर) चलते प्रतीत होते हैं। ध्रुव तारा हमें आकाश में स्थिर दिखाई इसलिए पड़ता है कि वह पृथ्वी के घूर्णन अक्ष के ठीक ऊपर होता है जो सदैव एक ही जगह पर रहती है और समय के साथ परिवर्तित नहीं होती।
प्रश्न 9.
सौर परिवार के सदस्यों के नाम बताइये। उनकी गति किस प्रकार नियंत्रित होती है?
उत्तर:
सूर्य, सौर परिवार का मुखिया है। सौरमण्डल में आठ सदस्य हैं जिनके नाम बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेप्ट्यून हैं। इसके अतिरिक्त अन्य सदस्य लघु ग्रह, क्षुद्रग्रह, धूमकेतु तथा उल्काओं के झुण्ड हैं। इन सभी सदस्यों की गति मुख्य रूप से सूर्य के गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा नियंत्रित होती।
प्रश्न 10.
हमारी पृथ्वी, सौरमण्डल का सबसे अनोखा ग्रह है, इसका क्या कारण है?
उत्तर:
पृथ्वी, सौरमण्डल का एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन की उत्पत्ति तथा विकास हुआ है। पृथ्वी पर जीवन की उपस्थिति इसे एक अनोखा ग्रह बनाती है।
प्रश्न 11.
तारे तथा ग्रह में अन्तर बताइए।
उत्तर:
तारा (Star) |
ग्रह (Planet) |
1. तारों का अपना प्रकाश होता है। |
1. ग्रहों का अपना प्रकाश नहीं होता। ग्रह इसलिए चमकते हैं कि वे सूर्य से प्राप्त प्रकाश को परावर्तित करते हैं। |
2. तारों का आकार बहुत बड़ा होता है। वे पृथ्वी से अत्यधिक दूरी पर होने के कारण छोटे लगते हैं। |
2. तारों की तुलना में ग्रह बहुत ही छोटे होते हैं। |
3. तारे असंख्य हैं। |
3. मुख्य ग्रह केवल आठ हैं। |
4. तारे रात के समय टिमटिमाते हैं। |
4. ग्रह कभी नहीं टिमटिमाते। |
प्रश्न 12.
धूमकेतु क्या है? समझाइए।
उत्तर:
धूमकेतु (Comet): यह भी सौर परिवार का सदस्य है। ये अत्यन्त परवलीय कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते हैं। परन्तु इनका सूर्य का परिक्रमण काल सामान्यतः काफी अधिक होता है। सामान्यतः धूमकेतु चमकीले सिर तथा लम्बी पूंछ वाले होते हैं। जैसे - जैसे कोई धूमकेतु सूर्य के समीप आता जाता है, इसकी पूँछ का आकार बढ़ता जाता है। किसी धूमकेतु की पूँछ सदैव ही सूर्य से परे होती है। हैलिका धूमकेतु एक ऐसा धूमकेतु है जो लगभग हर 76 वर्ष के अन्तराल में दिखाई देता है। इसे पिछली बार सन् 1986 में देखा गया था।
प्रश्न 13.
क्षुद्रग्रह (Asteroids) तथा उल्का पिण्डों (Meteors) के बीच के दो अन्तर बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 14.
कृत्रिम उपग्रह क्या है? इनके क्या उपयोग हैं?
उत्तर:
कृत्रिम उपग्रह (Artificial Satellites): मानव निर्मित होते हैं। इनका प्रमोचन पृथ्वी से किया जाता है। ये पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा की तुलना में कहीं अधिक निकट रहकर पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं। भारत ने बहुत से कृत्रिम उपग्रहों का निर्माण तथा प्रमोचन किया है। आर्यभट्ट भारत का प्रथम उपग्रह था। कुछ अन्य भारतीय उपग्रह इन्सैट (INSAT), IRS, कल्पना - 1, EDUSAT आदि हैं। उपयोग - कृत्रिम उपग्रहों के बहुत से व्यावहारिक प्रयोग हैं। इनका उपयोग मौसम की भविष्यवाणी, रेडियो तथा टेलीविजन संकेतों के प्रेषण में किया जाता है। इनका उपयोग दूरसंचार तथा सुदूर संवेदन के लिए भी होता है।
प्रश्न 15.
क्या कारण है कि चन्द्रमा की सतह पर तो बहुत अधिक संख्या में उल्का पिण्ड गिरते हैं परन्तु पृथ्वी की सतह तक बहुत कम उल्का पिण्ड ही पहुँचते
उत्तर:
चन्द्रमा की सतह पर गिरने वाले उल्का पिण्डों की संख्या इसलिए बहुत अधिक है कि चन्द्रमा का वायुमण्डल ही नहीं है जो गिरते हुए उल्का पिण्डों को घर्षण द्वारा ऊष्मा उत्पन्न करके जला सके । इस प्रकार अंतरिक्ष से गिरने वाले सारे ही उल्का पिण्ड चन्द्रमा की सतह तक पहुँच जाते हैं। इसके विपरीत पृथ्वी का अपना वायुमण्डल है। अंतरिक्ष से गिरने वाले बहुत से उल्का पिण्ड तो पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करते ही घर्षण द्वारा उत्पन्न ऊष्मा के कारण जलकर पूर्णतया नष्ट हो जाते हैं। इस प्रकार अंतरिक्ष से गिरने वाले बहुत थोड़े से उल्का पिण्ड ही पृथ्वी की सतह तक पहुँच पाते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
आन्तरिक ग्रह से क्या आशय है? इन ग्रहों के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
आन्तरिक ग्रह - सूर्य के निकट के ग्रह आन्तरिक ग्रह कहलाते हैं। ये चार ग्रह हैं जो निम्न प्रकार हैं।
1. बुध (Mercury): यह सौर परिवार का लघुतम ग्रह है तथा यह सूर्य के अत्यधिक निकट है। यही कारण है कि इसे देखना कठिन है। इसे सूर्योदय के तुरन्त पूर्व अथवा सूर्यास्त के तुरन्त पश्चात् क्षैतिज पर देखा जा सकता है। इसका कोई उपग्रह नहीं है।
2. शुक्र (Venus): यह पृथ्वी का पड़ोसी है। रात्रि में सबसे अधिक चमकीला ग्रह है। कभी-कभी शुक्र ग्रह पूर्वी आकाश में सूर्योदय से पूर्व दिखाई देता है तथा कभी - कभी सूर्यास्त के तुरन्त पश्चात् पश्चिमी आकाश में दिखाई देता है। अतः इसे प्रातः तारा अथवा सांध्य तारा भी कहते हैं, यद्यपि यह तारा नहीं है। इसका भी कोई उपग्रह नहीं है।
3. पृथ्वी (Earth): यही एक ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन का अस्तित्व है। यहाँ की पर्यावरणीय अवस्थाएँ विशिष्ट हैं जो जीवन के लिए उत्तरदायी हैं। अन्तरिक्ष से देखने पर पृथ्वी के पृष्ठ पर जल तथा भूमि से प्रकाश के परावर्तित होने के कारण यह नीली हरी प्रतीत होती है। पृथ्वी का घूर्णन अक्ष इसकी कक्षा के तल के लम्बवत् नहीं है। इसका अपने अक्ष पर झुकाव पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन के लिए उत्तरदायी है। पृथ्वी का चन्द्रमा उपग्रह है।
4. मंगल (Mars): पृथ्वी की कक्षा के बाहर पहला ग्रह मंगल है। यह हल्का रक्ताभ प्रतीत होता है इसीलिए इस ग्रह को लाल ग्रह भी कहते हैं। मंगल के दो छोटे प्राकृतिक उपग्रह हैं।
प्रश्न 2.
बाह्य ग्रह से क्या आशय है? ये कितने हैं? प्रत्येक को संक्षिप्त में समझाइए।
उत्तर:
बाह्य ग्रह: वे ग्रह जो मंगल की कक्षा से बाहर हैं, बाह्य ग्रह कहलाते हैं। ये चार हैं, जो निम्न प्रकार हैं।
1. बृहस्पति (Jupiter): यह सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह है। इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का 318 गुना है। यह अपने अक्ष पर अत्यधिक तीव्र गति से घूर्णन करता है। बृहस्पति के उपग्रह बहुत हैं। इसके चारों ओर धुंधले वलय भी हैं। आकाश में अधिक चमकीला होने के कारण इसे आसानी से देख सकते हैं।
2. शनि (Saturn): बृहस्पति से परे शनि है जो रंग में पीला-सा प्रतीत होता है। इस ग्रह के रमणीय वलय इसे सौर परिवार में अद्वितीय बनाते हैं। इन्हें हम दूरदर्शक द्वारा आसानी से देख सकते हैं। शनि के भी बहुत से प्राकृतिक उपग्रह हैं। इस ग्रह का घनत्व जल से भी कम है।
3. यूरेनस (Uranus): ये सौर परिवार का बाह्यतम ग्रह है। इसे केवल बड़े दूरदर्शक द्वारा ही देख सकते हैं। यह पूर्व से पश्चिम दिशा में घूर्णन करता है। इसकी विलक्षण विशेषता इसका अत्यधिक झुका घूर्णन कक्ष है। इसके परिणामस्वरूप यह कक्षीय गति करते समय अपने पृष्ठ पर लुढ़कता-सा प्रतीत होता है।
4. नेप्ट्यू न (Neptune): यह भी सौर परिवार का बाह्य . ग्रह है। इसे भी केवल बड़े दूरदर्शक द्वारा ही देखा जा सकता।