RBSE Class 6 Sanskrit रचना श्लोक-लेखनम्

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Sanskrit रचना श्लोक-लेखनम् Questions and Answers, Notes Pdf.

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RBSE Class 6 Sanskrit Rachana श्लोक-लेखनम्

[परीक्षा में एक या दो श्लोक पाठ्य-पुस्तक से लिखने सम्बन्धी प्रश्न भी पूछा जाता है। यहाँ पाठ्य-पुस्तक के सरल श्लोकों को छात्रों के अभ्यासार्थ दिये जा रहे हैं। छात्र इनमें से 3-4 श्लोक कण्ठस्थ करके उन्हें लिखने का अभ्यास करें।]

1. उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः। 
नहि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः ।।

2. प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे तुष्यन्ति जन्तवः। 
तस्मात् प्रियं हि वक्तव्यं वचने का दरिद्रता ।।

3. गच्छन् पिपलको याति योजनानां शतान्यपि। 
अगच्छन् वैनतेयोऽपि पदमेकं न गच्छति ।।

4. काकः कृष्णः पिकः कृष्णः को भेदः पिककाकयोः। 
वसंतसमये प्राप्ते काकः काकः पिकः पिकः ।।

RBSE Class 6 Sanskrit रचना श्लोक-लेखनम्

5. सूर्यस्तपतु मेघाः वा वर्षन्तु विपुलं जलम्। 
कृषिका कृषिको नित्यं शीतकालेऽपि कर्मठौ ।।

6. ग्रीष्मे शरीरं सस्वेदं शीते कम्पमयं सदा। 
हलेन च कुदालेन तौ तु क्षेत्राणि कर्षतः ।।

7. पादयोर्न पदत्राणे शरीरे वसनानि नो। 
निर्धनं जीवनं कष्टं सुखं दूरे हि तिष्ठति ।।

8. गृहं जीर्णं न वर्षासु वृष्टिं वारयितुं क्षमम्। 
तथापि कर्मवीरत्वं कृषिकाणां न नश्यति ।।

9. तयोः श्रमेण क्षेत्राणि सस्यपूर्णानि सर्वदा। 
धरित्री सरसा जाता या शुष्का कण्टकावृता ।।

10. शाकमन्नं फलं दुग्धं दत्त्वा सर्वेभ्य एव तौ। 
क्षुधा-तृषाकुलौ नित्यं विचित्रौ जन-पालको ।।

Prasanna
Last Updated on July 4, 2022, 9:16 a.m.
Published July 2, 2022