Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 8 Sanskrit Ruchira Chapter 9 सप्तभगिन्यः Textbook Exercise Questions and Answers.
प्रश्न 1.
उत्तरम् :
[नोट-उपर्युक्त शब्दों के उच्चारण का अभ्यास अध्यापकजी की सहायता से कीजिए।]
प्रश्न 2.
प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत
(क) अस्माकं देशे कति राज्यानि सन्ति?
उत्तरम् :
अष्टाविंशतिः।
(ख) प्राचीनेतिहासे काः स्वाधीनाः आसन्?
उत्तरम् :
सप्तभगिन्यः।
(ग) केषां समवायः 'सप्तभगिन्यः' इति कथ्यते?
उत्तरम् :
सप्तराज्यानाम्।
(घ) अस्माकं देशे कति केन्द्रशासितप्रदेशाः सन्ति?'
उत्तरम् :
सप्त।
(ङ) सप्तभगिनी-प्रदेशे कः उद्योगः सर्वप्रमुखः?
उत्तरम् :
वंशोद्योगः।
प्रश्न 3.
पूर्णवाक्येन उत्तराणि लिखत -
(क) भगिनीसप्तके कानि राज्यानि सन्ति?
उत्तरम् :
भगिनीसप्तके इमानि राज्यानि सन्ति
(ख) इमानि राज्यानि सप्तभगिन्यः इति किमर्थं कथ्यन्ते?
उत्तरम् :
'सप्तभगिन्यः' इति प्रयोगोऽयं प्रतीकात्मको वर्तते। सामाजिक-सांस्कृतिक-परिदृश्यानां साम्याद् इमानि राज्यानि सप्तभगिन्यः इति कथ्यन्ते।
(ग) सप्तभगिनी-प्रदेशे के निवसन्ति?
उत्तरम् :
सप्तभगिनी-प्रदेशे गारो-खासी-नगा-मिजो-प्रभृतयः बहवः जनजातीयाः निवसन्ति।
(घ) एतत्प्रादेशिका: कैः निष्णाताः सन्ति?
उत्तरम् :
एतत्प्रादेशिका: बहुभाषाभिः समन्विताः, पर्वपरम्पराभिः परिपूरिताः, स्वलीलाकलाभिश्च निष्णाता: सन्ति।
(ङ) वंशवृक्षवस्तूनाम् उपयोगः कुत्र क्रियते?
उत्तरम् :
वंशवृक्षवस्तूनाम् उपयोगः प्रायः आवस्त्राभूषणेभ्यः गृहनिर्माण-पर्यन्तं क्रियते।
प्रश्न 4.
रेखांकितपदमाधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत
(क) वयं स्वदेशस्य राज्यानां विषये ज्ञातुमिच्छामि।
(ख) सप्तभगिन्यः प्राचीनेतिहासे प्रायः स्वाधीनाः एव दृष्टाः।
(ग) प्रदेशेऽस्मिन् हस्तशिल्पानां बाहुल्यं वर्तते।
(घ) एतानि राज्यानि तु भ्रमणार्थं स्वर्गसदृशानि।
उत्तरम् :
प्रश्ननिर्माणम् -
(क) वयं कस्य राज्यानां विषये ज्ञातुमिच्छामः?
(ख) का प्राचीनेतिहासे प्राय: स्वाधीनाः एव दृष्टाः?
(ग) प्रदेशेऽस्मिन् केषां बाहुल्यं वर्तते?
(घ) एतानि राज्यानि तु भ्रमणार्थं कीदृशानि?
प्रश्न 5.
यथानिर्देशमुत्तरत
(क) 'महोदये! मे भगिनी कथयति' अत्र 'मे' इति सर्वनामपदं कस्यै प्रयुक्तम्?
उत्तरम् :
स्वरायै।
(ख) सामाजिक-सांस्कृतिकपरिदश्यानां साम्याद इमानि उक्तोपाधिना प्रथितानि-अस्मिन् वाक्ये प्रथितानि इति क्रियापदस्य कर्तृपदं किम्?
उत्तरम् :
इमानि।
(ग) एतेषां राज्यानां पुनः सङ्घटनम् विहितम्-अत्र 'सङ्घटनम्' इति कर्तृपदस्य क्रियापदं किम्?
उत्तरम् :
विहितम्।
(घ) अत्र वंशवृक्षाणां प्राचुर्यम् विद्यते-अस्मात् वाक्यात् 'अल्पता' इति पदस्य विपरीतार्थकं पदं चित्वा लिखत।
उत्तरम् :
प्राचुर्यम्।
(ङ) 'क्षेत्रपरिमाणैः इमानि लघूनि वर्तन्ते'-वाक्यात् 'सन्ति' इति क्रियापदस्य समानार्थकपदं चित्वा लिखत।
उत्तरम् :
वर्तन्ते।
प्रश्न 6.
(अ) पाठाचित्वा तद्भवपदानां कृते संस्कृतपदानि लिखत।
उत्तरम् :
तद्भव-पदानि - संस्कृत-पदानि
यथा -
(आ) भिन्नप्रकृतिकं पदं चिनुत -
(क) गच्छति, पठति, धावति, अहसत्, क्रीडति।
(ख) छात्रः, सेवकः, शिक्षकः, लेखिका, क्रीडकः।
(ग) पत्रम्, मित्रम्, पुष्पम्, आम्रः, फलम्, शाखा।
(घ) व्याघ्रः, भल्लूकः, गजः, कपोतः, वृषभः, सिंहः।
(ङ) पृथिवी, वसुन्धरा, धरित्री, यानम्, वसुधा।
उत्तरम् :
(क) अहसत्
(ख) लेखिका
(ग) आम्रः
(घ) कपोतः
(ङ) यानम्
प्रश्न 7.
विशेष्य-विशेषणानाम् उचितं मेलनम् कुरुत -
उत्तरम् :
योग्यता-विस्तार: -
अद्वयं मत्रयं चैव न-त्रि-युक्तं तथा द्वयम्।
सप्तराज्यसमूहोऽयं भगिनीसप्तकं मतम्॥
यह राज्यों के नामों को याद रखने का एक सरल तरीका है। इसका अर्थ है अ से आरम्भ होने वाले दो, म से आरम्भ होने वाले तीन, न से नागालैण्ड और त्रि से त्रिपुरा का बोध होता है। इसी प्रकार अठारह पुराणों के नाम याद रखने के लिये यह श्लोक प्रसिद्ध है -
मद्वयं भद्वयं चैव ब्रत्रयं वचतुष्टयम्।
अ-ना-प-लिंग-कूस्कानि पुराणानि प्रचक्षते॥
'सप्तभगिनी' इस उपनाम का सर्वप्रथम प्रयोग 1972 में श्री ज्योति प्रसाद सैकिया ने आकाशवाणी के साथ भेंटवार्ता के क्रम में किया था।
इनके अन्तर्गत आने वाले राज्यों का उल्लेख प्राचीन ग्रन्थों में भी प्राप्त होता है यथा-महाभारत, रामायण, पुराण आदि।
इन राज्यों की राजधानी क्रमशः इस प्रकार है -
अरुणाचल प्रदेश ईटानगर
बिहू, मणिपुरी, नानक्रम आदि इस प्रदेश के प्रमुख नृत्य हैं।
नगा, मिजो, खासी, असमी, बांग्ला, पदम, बोडो, गारो, जयन्तिया आदि यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हैं। सप्तसंख्या पर कुछ अन्य प्रचलित नाम हैं
सप्तसिन्धु - 'सप्तभगिनी' के समान सप्तसिन्धु भी हैं। ये सप्तसिन्धु हैं - सिन्धु, शुतुद्री (सतलज), इरावती (इरावदी), वितस्ता (झेलम), विपाशा (व्यास), असिक्नी (चिनाब) और सरस्वती।
सप्तपर्वत - महेन्द्र, मलय, हिमवान्, अर्बुद, विन्ध्य, सह्याद्रि, श्रीशैल।
सप्तर्षि - मरीचि, पुलस्त्य, अंगिरा, क्रतु, अत्रि, पुलह, वसिष्ठ।
अधोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि प्रदत्तविकल्पेभ्यः चित्वा लिखत -
प्रश्न 1.
यदस्माकं देशे अष्टाविंशतिः राज्यानि सन्ति'-इत्यत्र विशेषणं किम्?
(अ) अष्टाविंशतिः
(ब) देशे
(स) अस्माकं
(द) राज्यानि।
उत्तर :
(अ) अष्टाविंशतिः
प्रश्न 2.
अस्माकं देशे कति केन्द्रशासितप्रदेशाः सन्ति?
(अ) पञ्च
(ब) नव
(स) सप्त
(द) द्वादश
उत्तर :
(स) सप्त
प्रश्न 3.
भगिनीप्रदेशे केषां प्राचुर्यं विद्यते?
(अ) निम्बवृक्षाणाम्
(ब) वंशवृक्षाणाम्
(स) आम्रवृक्षाणाम्
(द) तालवृक्षाणाम्
उत्तर :
(ब) वंशवृक्षाणाम्
प्रश्न 4.
गृहे सर्वाधिका रम्या मनोरमा च का भवति?
(अ) भ्राता
(ब) पुत्र:
(स) माता
(द) भगिनी
उत्तर :
(द) भगिनी
प्रश्न 5.
'कौतूहलं मे खलु शान्तिं न गच्छतिः' इत्यत्र अव्ययपदं किम्?
(अ) खलु
(ब) गच्छति
(स) शान्तिं
(द) मे
उत्तर :
(अ) खलु
प्रश्न 6.
भारतभूमौ' इति पदे का विभक्तिः ?
(अ) तृतीया
(ब) द्वितीया
(स) सप्तमी
(द) पंचमी
उत्तर :
(स) सप्तमी
प्रश्न 7.
'अस्माभिः' इति सर्वनामपदे का विभक्तिः ?
(अ) द्वितीया
(ब) तृतीया
(स) चतुर्थी
(द) पंचमी
उत्तर :
(ब) तृतीया
प्रश्न 8.
'श्रावयतु' इति पदे कः लकारः?
(अ) लट्
(ब) लङ्
(स) लृट्
(द) लोट
उत्तर :
(द) लोट
अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः
प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरत -
(क) भगिनीसप्तके राज्यानि कया दृष्ट्या बृहत्तराणि प्रतीयन्ते?
(ख) भारतभूमौ सप्तभगिनीनां संस्कृतिः कीदृशी वर्तते?
(ग) सप्तराज्यानि भारतवृक्षे कीदृशानि विराजन्ते?
(घ) गृहे सर्वाधिका रम्या मनोरमा च का भवति?
(ङ) क: बह्वाकर्षक: प्रतीयते?
उत्तराणि :
(क) गुणगौरवदृष्ट्या
(ख) महत्त्वाधायिनी
(ग) पुष्पस्तबकसदृशानि
(घ) भगिनी
(ङ) सप्तभगिनीप्रदेशः।
लघूत्तरात्मकप्रश्ना:
प्रश्न 1.
अधोलिखित प्रश्नानाम् उत्तराणि पूर्णवाक्येन लिखत -
(क) कः सप्तभगिन्यः इति नाम्ना प्रथितः?
उत्तरम् :
भारते सप्तराज्यानां यः एकः समवायः वर्तते, सः सप्तभगिन्यः इति नाम्ना प्रथितः।
(ख) सप्तभगिन्यः कदा प्रायः स्वाधीनाः एव दृष्टाः?
उत्तरम् :
सप्तभगिन्यः स्वीये प्राचीनेतिहासे प्रायः स्वाधीनाः एव दृष्टाः।
(ग) भगिनीसप्तके राज्यानि काभिः सुसमृद्धानि सन्ति?
उत्तरम् :
भगिनीसप्तके राज्यानि पर्वत-वृक्ष-पुष्प-प्रभृतिभिः प्राकृतिकसम्पद्भिः सुसमृद्धानि सन्ति।
(घ) भारतगृहे सर्वाधिकाः रम्याः काः सन्ति?
उत्तरम् :
भारतगृहे सर्वाधिकाः रम्याः सप्तभगिन्यः सन्ति।
(ङ) सप्तभगिनीप्रदेशे कासां बाहुल्यं वर्तते?
उत्तरम् :
सप्तभगिनीप्रदेशे हस्तशिल्पानां बाहुल्यं वर्तते।
प्रश्न 2.
रेखाङ्कितपदानि अधिकृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत -
उत्तरम् :
प्रश्ननिर्माणम्
प्रश्न 3.
अधोलिखितशब्दानाम् अथैः सह समुचितमेलनं कुरुतशब्दाः
अर्थाः
उत्तरम् :
शब्दाः - अर्थाः
पाठ-परिचय - 'सप्तभगिनी' यह एक उपनाम है। उत्तर-पूर्व के सात राज्य विशेष को उक्त उपाधि दी गयी है। इन राज्यों का प्राकृतिक सौन्दर्य अत्यन्त विलक्षण है। इन्हीं के सांस्कृतिक और सामाजिक वैशिष्ट्य को ध्यान में रखका प्रस्तुत पाठ का सृजन किया गया है।
पाठ के नाट्यांशों के कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी-अनुवाद -
1. अध्यापिका-सुप्रभातम् ............................................ केन्द्रशासितप्रदेशाः अपि सन्ति।
कठिन-शब्दार्थ :
हिन्दी अनुवाद -
अध्यापिका - सुबह की नमस्कार।
छात्राएँ - सुप्रभात। सुप्रभात।
अध्यापिका - ठीक है। आज क्या पढ़ना है?
छात्राएँ - हम सब अपने देश के राज्यों के विषय में जानना चाहती हैं।
अध्यापिका - सुन्दर (ठीक है)। बोलो। हमारे देश में कितने राज्य हैं?
सायरा - महोदया ! चौबीस। सिल्वी-नहीं, नहीं महोदया! पच्चीस राज्य हैं।
अध्यापिका - अन्य कोई भी?
स्वरा - (बीच में ही) महोदया ! मेरी बहिन कहती है कि हमारे देश में अट्ठाईस राज्य हैं। इनके अतिरिक्त सात केन्द्र-शासित प्रदेश भी हैं।
2. अध्यापिका-सम्यग्जानाति ............................. बृहत्तराणि प्रतीयन्ते।
श्लोकस्य अन्वयः - अद्वयं तथा मत्रयं चैव न-त्रि-युक्तं द्वयम्। सप्त-राज्यसमूहः अयं भगिनीसप्तकं मतम्।
कठिन-शब्दार्थ :
हिन्दी अनुवाद -
अध्यापिका - तुम्हारी बहिन अच्छी प्रकार से जानती है। ठीक है, क्या तुम जानते हो कि इन राज्यों में सात राज्यों का एक समूह है जो 'सात बहिन' इस नाम से प्रसिद्ध है।
सभी - (आश्चर्यपूर्वक आपस में देखते हुए) सात बहिनें? सात बहिनें? निकोलस-ये राज्य 'सात बहिनें ऐसा क्यों कहे जाते हैं?
अध्यापिका - यह प्रयोग सांकेतिक है। सम्भवतः सामाजिक और सांस्कृतिक परिदृश्यों की समानता के कारण ये उक्त उपाधि (सात बहिनें) के नाम से प्रसिद्ध है।
समीक्षा - मेरा कौतूहल शान्त नहीं हो रहा है, यह सुनाइये कि वे सात राज्य कौन से हैं?
अध्यापिका - सुनिये।
अकार दो और मकार तीन तथा दो नकार व त्रिकार से युक्त। सात राज्यों का समूह 'सात बहिनें' माना गया है। इस प्रकार 'सप्त बहिनों' में ये राज्य हैं-अरुणाचलप्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, नागालैण्ड और त्रिपुरा। यद्यपि क्षेत्रफल से ये छोटे राज्य हैं, फिर भी गुण और गौरव की दृष्टि से बड़े प्रतीत होते हैं।
3. सर्वे- कथम्? ...................................... किमपि वैशिष्ट्यमस्ति एतेषाम्?
कठिन-शब्दार्थ :
हिन्दी अनुवाद -
सभी - कैसे? कैसे?
अध्यापिका - ये सात बहिनें अपने प्राचीन इतिहास में प्रायः स्वतन्त्र ही दिखाई दी हैं। किसी भी शासक के द्वारा इन्हें अपने अधीन नहीं किया गया। अनेक प्रकार की संस्कृतियों से विशिष्ट भारत देश में इन बहिनों की संस्कृति महत्त्वपूर्ण है।
तन्वी - यह शब्दं सबसे पहले कब प्रयुक्त हुआ?
अध्यापिका - सुनने में मधुर यह शब्द सबसे पहले विगत शताब्दी के 72वें वर्ष (1972 ई.) में त्रिपुरा राज्य के उद्घाटन कार्यक्रम में किसी के द्वारा प्रवर्तित (प्रारम्भ) किया गया। इसी समय में इन राज्यों का फिर से संघटन किया गया।
स्वरा - इनकी अन्य भी कुछ विशेषताएँ हैं?
4. अध्यापिका-नूनम् अस्ति एव ......................... सप्तभगिन्यः सन्ति।
कठिन-शब्दार्थ :
हिन्दी अनुवाद -
अध्यापिका - निश्चय ही हैं। ये राज्य पर्वत, वृक्ष, पुष्प आदि प्राकृतिक सम्पदाओं से बहुत समृद्ध हैं। भारत रूपी वृक्ष पर पुष्प के गुच्छे के समान ये विराजमान हैं।
राजीव - हे श्रीमतीजी! घर में जिस प्रकार बहिन सबसे अधिक रमणीय होती है उसी प्रकार भारत रूपी घर में भी ये सात बहिनें सबसे अधिक रमणीय हैं।
5. अध्यापिका-मनस्यागता .................................. निष्णाताः सन्ति।
कठिन-शब्दार्थ :
हिन्दी अनुवाद -
अध्यापिका - परम कल्याणयुक्त तुम्हारी यह भावना मन में समा गई है, किन्तु सभी उसी प्रकार से नहीं जानते हैं। अच्छा, इनके विषय में कुछ विशेषताएँ भी कहने योग्य हैं। सावधान मन से सुनो यह प्रदेश जनजातिबहुल है। यहाँ गारो, खासी, नगा, मिजो आदि बहुत-सी जनजातियाँ रहती हैं। शरीर से ऊर्जायुक्त स प्रदेश के लोग अनेक भाषाओं से युक्त, पर्यों की परम्परा से परिपूर्ण और अपनी क्रिया एवं कलाओं से निपुण हैं।
6. मालती-महोदये! ............................................... स्वर्गसदृशानि इति॥
कठिन-शब्दार्थ :
हिन्दी अनुवाद -
मालती - महोदया ! वहाँ तो बाँस के वृक्ष भी प्राप्त होते हैं?
अध्यापिका - हाँ। इस प्रदेश में हस्तशिल्प की अधिकता है। वस्त्राभूषणों से लेकर गृह-निर्माण तक में प्रायः बाँस के वृक्षों से निर्मित वस्तुओं का उपयोग किया जाता है। क्योंकि यहाँ बाँस के वृक्षों की अधिकता है। इस समय यह बाँस का उद्योग अन्तर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि को प्राप्त है।
अभिनव - यह बहिन-प्रदेश अत्यधिक आकर्षक प्रतीत होता है।
सलीम - क्या भ्रमण करने के लिए यह बहिन-प्रदेश उपयुक्त है?
सभी छात्र - (जोर से) महोदया ! आने वाले अवकाश में हम सब वहीं जाना चाहते हैं।
स्वरा - आप भी हमारे साथ चलें।
अध्यापिका - मुझे यह विचार अच्छा लगता है। ये राज्य तो भ्रमण के लिए स्वर्ग के समान हैं।