Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 Economics Chapter 1 अर्थशास्त्र में सांख्यिकी का परिचय Textbook Exercise Questions and Answers.
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प्रश्न 1.
अपने परिवार के सदस्यों के विभिन्न क्रियाकलापों की सूची बनाएँ। क्या आप उन्हें आर्थिक क्रियाकलाप कहेंगे? कारण बताएँ।
उत्तर:
मेरे परिवार में मेरे अतिरिक्त पाँच सदस्य हैं - माता, पिता, बड़ा भाई, भाभी, बहन। मेरे परिवार के सदस्यों के क्रियाकलाप निम्न तालिका में दर्शाए गए हैं।
परिवार का सदस्य |
क्रियाकलाप |
पिता |
सरकारी नौकरी |
माता |
गृहकार्य |
बड़ा भाई |
शिक्षक |
भाभी |
गृहकार्य |
बहन |
सिलाई की दुकान |
स्वयं |
शिक्षा ग्रहण करना |
उपर्युक्त तालिका के अनुसार मेरे पिताजी एवं बड़े भैया नौकरी करते हैं, अत: उनके द्वारा किया कार्य आर्थिक क्रियाकलाप है। मेरी बहन सिलाई की दुकान चलाती है तथा सिलाई कर आय प्राप्त करती है, अत: उसका कार्य भी आर्थिक क्रियाकलाप के अन्तर्गत आता है। मेरी माता एवं भाभी गृहकार्य करती हैं जिनसे किसी प्रकार की आर्थिक आय अथवा मौद्रिक आय प्राप्त नहीं होती है, अत: यह गैर आर्थिक क्रियाकलाप है तथा मैं अध्ययन कर रहा हूँ जिससे कोई आर्थिक लाभ प्राप्त नहीं होता है, अत: यह भी गैर आर्थिक क्रियाकलाप है।
प्रश्न 2.
क्या आप स्वयं को एक उपभोक्ता मानते हैं? क्यों?
उत्तर:
हाँ, हम एक उपभोक्ता हैं तथा प्रत्येक मनुष्य उपभोक्ता होता है। हम उपभोक्ता इसलिए हैं; क्योंकि हम दैनिक जीवन में अनेक वस्तुएँ एवं सेवाएँ क्रय करते हैं तथा उनका उपयोग करते हैं।
प्रश्न 3.
यदि वर्तमान कीमतें बढ़ जाएँ तब क्या होगा?
उत्तर:
यदि वर्तमान कीमतें बढ़ जाएँ और उपभोक्ताओं की आय में वृद्धि नहीं हो तो उनके उपयोग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कीमत में वृद्धि होने पर उत्पादकों को लाभ होता है तथा उनकी आय में वृद्धि होती है। उसी प्रकार कीमत में वृद्धि होने के कुछ समय बाद उत्पादन के साधनों की आय में भी वृद्धि होने की संभावना रहती है।
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प्रश्न 4.
आपकी कौन-कौन सी आवश्यकताएँ हैं? आप उनमें से कितनों को पूरा कर सकते हैं? उनमें से कितनी अपूर्ण रह जाती हैं? आप उन्हें पूरा कर पाने में क्यों असमर्थ रहते हैं?
उत्तर:
सामान्यतः हम अपनी आवश्यकताओं को दो भागों में विभाजित कर सकते हैं। पहली आवश्यकताएँ वे हैं, जो हमें दैनिक जीवन में आवश्यक होती हैं; जैसेभोजन, आवास, वस्त्र, बिजली आदि। हमारी दूसरी आवश्यकताएँ वे हैं, जो हमारे जीवित रहने के लिए तो आवश्यक नहीं किन्तु जीवन को आरामदायक एवं विलासितापूर्ण बनाती हैं; जैसे - कार, ए.सी., सोफा आदि। प्रायः हम अपनी दैनिक जीवन की आवश्यकताओं को पूरा कर लेते हैं; परन्तु सभी विलासितापूर्ण आवश्यकताएँ पूरी नहीं कर पाते हैं तथा सभी आरामदायक वस्तुएँ नहीं खरीद पाते हैं, इसका मुख्य कारण यह है कि हमारी आय बहुत सीमित रहती है तथा सीमित आय के कारण हम अपनी सभी आवश्यकताएं पूरी नहीं कर पाते हैं।
प्रश्न 5.
आप - अपने दैनिक जीवन में कितने प्रकार के अभावों का सामना करते हैं? उनके कारणों का पता लगाएँ।
उत्तर: प्राय: हम अपने दैनिक जीवन में किसी न किसी प्रकार के अभाव का सामना करते हैं; क्योंकि हमारी इच्छाएँ तथा आवश्यकताएँ असीमित होती हैं तथा हम अपनी सभी इच्छाओं एवं आवश्यकताओं को सन्तुष्ट नहीं कर सकते हैं; क्योंकि हमारे पास इच्छा अथवा आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु संसाधनों का अभाव रहता है अर्थात् हमारी आय सीमित होती है।
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प्रश्न 6.
मात्रात्मक एवं गुणात्मक आँकड़ों के दो उदाहरणों के बारे में सोचें।
उत्तर:
मात्रात्मक आँकड़ों के दो उदाहरण
गुणात्मक आँकड़ों के दो उदाहरण:
प्रश्न 7.
निम्नलिखित में से किसके द्वारा आपको गुणात्मक आँकड़े उपलब्ध होंगे : सौंदर्य, बुद्धि, अर्जित आय, किसी विषय में प्राप्तांक, गाने की योग्यता तथा अधिगम कौशल।
उत्तर:
मद |
क्रियाकलाप |
सौन्दर्य |
सरकारी नौकरी |
बुद्धि |
गृहकार्य |
अर्जित आय |
शिक्षक |
किसी विषय में प्राप्तांक |
गृहकार्य |
गाने की योग्यता |
सिलाई की दुकान |
अधिगम कौशल |
शिक्षा ग्रहण करना |
प्रश्न 1.
निम्नलिखित कथन सही हैं अथवा गलत हैं? इन्हें तद्नुसार चिन्हित करें:
(क) सांख्यिकी केवल मात्रात्मक आँकड़ों का अध्ययन करती है।
(ख) सांख्यिकी आर्थिक समस्याओं का समाधान करती है।
(ग) आँकड़ों के बिना अर्थशास्त्र में सांख्यिकी का कोई उपयोग नहीं है।
उत्तर:
कथन |
सत्य /असत्य |
(क) सांख्यिकी केवल मात्रात्मक |
असत्य |
आँकड़ों का अध्ययन करती है। |
सत्य |
(ख) सांख्यिकी आर्थिक समस्याओं का समाधान करती है। |
सत्य |
प्रश्न 2.
बस स्टैंड या बाजार में होने वाले क्रियाकलापों की सूची बनाएँ। इनमें से कितने आर्थिक क्रियाकलाप हैं?
उत्तर:
प्रायः हम देखते हैं कि बस स्टैंड या बाजार में सभी लोग कोई न कोई क्रियाकलाप करते हैं अर्थात् वे कुछ न कुछ काम अवश्य करते हैं; किन्तु सभी क्रियाकलाप आर्थिक नहीं होते हैं। आर्थिक क्रियाकलापों का तात्पर्य किसी व्यक्ति द्वारा धनार्जन अथवा लाभ प्राप्ति हेतु की जाने वाली क्रियाओं से है, इसे करने से व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार का आर्थिक लाभ अथवा आय होने की संभावना रहती है। इसके अतिरिक्त वे सभी क्रियाकलाप जो बिना किसी लाभ अथवा आय अर्जन के उद्देश्य से किये जाते हैं, गैर आर्थिक क्रियाएँ कहते हैं। बस स्टैंड या बाजार में विभिन्न क्रियाकलाप तथा उनके प्रकार को अन तालिका द्वारा स्पष्ट किया जा सकता।
क्रियाकलाप |
क्रियाकलाप का प्रकार |
1. बस स्टैंड पर ऑटो चलाने का कार्य |
आर्थिक क्रियाकलाप |
2. बस स्टैंड पर कुलियों द्वारा सामान उठाना |
आर्थिक क्रियाकलाप |
3. बस स्टैंड पर कार्यरत कर्मचारी द्वारा किया कार्य |
आर्थिक क्रियाकलाप |
4. बस स्टेंड पर चाय बेचने का कार्य करना |
आर्थिक क्रियाकलाप |
5. बाजार में दुकानदार्रा का कार्य करना |
आर्थिक क्रियाकलाप |
6. बाजार में ठेले पर सामान बेचना |
आर्थिक क्रियाकलाप |
7. बाजार में अखबार बेचने का कार्य |
आर्थिक क्रियाकलाप |
8. बाजार में घूमने वाले पर्यटक |
आर्थिक क्रियाकलाप |
9. एक विद्यालय के छात्रों का बाजार में घुमना |
आर्थिक क्रियाकलाप |
उत्पादित खाद्यान्न के आँकड़ों के आधार पर लगाया जाता है। जैसे वर्ष 2020 में खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान वर्ष 2017, 2018 व 2019 के आंकड़ों के आधार पर लगाया जा सकता है।
उदाहरण: 2. यदि भारत में आयात सम्बन्धी नीति का निर्धारण करना हो तो सांख्यिकीय आँकड़ों की आवश्यकता होती है। यदि हमें 2021 में पैट्रोल के आयात का अनुमान लगाना हो तो हमें पिछले वर्षों के पैट्रोल उत्पादन तथा पैट्रोल आयात के आँकड़ों की आवश्यकता पड़ेगी, साथ ही पिछले वर्षों की पैट्रोल की खपत के आँकड़ों की भी आवश्यकता पड़ेगी, अतः सरकार और नौति निर्माता आर्थिक विकास के लिए उपयुक्त नीतियों के निर्माण के लिए सांख्यिकीय आँकड़ों का प्रयोग करते हैं।
प्रश्न 4.
"आपकी आवश्यकताएँ असीमित हैं तथा उनकी पूर्ति के लिए आपके पास संसाधन सीमित हैं।" दो उदाहरणों द्वारा इस कथन की व्याख्या करें।
उत्तर:
यह अर्थशास्त्र की मूलभूत समस्या है कि हमारी इच्छाएँ तथा आवश्यकताएँ असीमित होती हैं तथा उन्हें पूरा करने हेतु हमारे पास सीमित संसाधन होते हैं। सीमित संसाधनों के कारण हम अपनी सभी आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर सकते हैं, अतः हमारे सम्मुख चुनाव की समस्या उत्पन्न होती है। हमारे जीवन में ऐसे अनेक उदाहरण हैं जब हम सीमित संसाधनों से असीमित आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर पाते।
उदाहरण के लिए, एक सरकारी नौकरी कर रहे व्यक्ति की अनेक आवश्यकताएँ होती हैं। यदि वह छोटे मकान में रह रहा है तो वह बड़ा मकान खरीदना चाहता है; किन्तु आय सीमित होने के कारण वह बड़ा मकान नहीं खरीद पाता है। इसी प्रकार एक अन्य उदाहरण है कि यदि किसी व्यक्ति के पास मोटरसाइकिल है तो वह कार खरीदना चाहता है किन्तु पर्याप्त संसाधन न होने के कारण वह कार नहीं खरीद पाता है। इसी प्रकार रेल में यात्रा करने वाला व्यक्ति हवाई जहाज में यात्रा करना चाहता है किन्तु संसाधनों के अभाव में यह ऐसा नहीं कर पाता।
प्रश्न 5.
उन आवश्यकताओं का चुनाव आप कैसे करेंगे, जिनकी आप पूर्ति करना चाहेंगे?
उत्तर:
हमारी आवश्यकताएँ असीमित हैं तथा उन्हें पूरा करने हेतु हमारे पास संसाधन सीमित होते हैं, अतः हम अपनी सभी आवश्यकताओं को पुरा नहीं कर पाते हैं इस कारण हमारे सम्मुख चुनाव की समस्या आती है। अतः हमें वस्तुओं का उपयोग करने से पूर्व चुनाव करना पड़ता है। हम अपनी सभी आवश्यकताओं में से पहले उन आवश्यकताओं का चुनाव करते हैं जो अति आवश्यक होती हैं तथा जिनके बिना जीवन जीने में कठिनाई आती है। अतः हम सबसे पहले मूलभूत आवश्यकताओं का चुनाव करते हैं तथा उन्हें पूरा करते हैं उसके पश्चात् अन्य आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
प्रश्न 6.
आप अर्थशास्त्र का अध्ययन क्यों करना चाहते हैं? कारण बताइए।
उत्तर:
अर्थशास्त्र का अध्ययन अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। अर्थशास्त्र के अन्तर्गत हम विभिन्न आर्थिक समस्याओं का अध्ययन करते हैं एवं इन समस्याओं का विश्लेषण करते हैं तथा अर्थशास्त्र की सहायता से ही हम इन समस्याओं के समाधान हेतु विभिन्न नीतियों का निर्माण करते हैं । अर्थशास्त्र, एक उपभोक्ता को अधिकतम सन्तुष्टि प्रदान करने में सहायक होता है तथा एक उत्पादक को आधकतम उत्पादन करने में सहायता करता है।
हमारे सम्मुख सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारी आवश्यकताएँ असीमित हैं तथा संसाधन सीमित हैं अतः अर्थशास्त्र की सहायता से हम अपने सीमित संसाधनों से अपनी असीमित आवश्यकताओं को अधिकतम सन्तुष्ट करने का प्रयास करते हैं। अर्थशास्त्र विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक नीतियों के प्रभावों का मूल्यांकन करने में भी सहायक है।
प्रश्न 7.
सांख्यिकीय विधियाँ सामान्य बुद्धि का स्थानापन्न नहीं होतीं। अपने दैनिक जीवन से उदाहरणों द्वारा इस कथन की व्याख्या करें।
उत्तर:
यह सत्य है कि सांख्यिकीय विधियाँ सामान्य बुद्धि का स्थानापन्न नहीं होती हैं। सांख्यिकीय विधियाँ अनेक मान्यताओं पर आधारित होती हैं तथा सही परिणामों हेतु उन मान्यताओं का पूरा होना जरूरी है। यदि मान्यताएं पूरी न हों तो उस विधि से परिणाम भी गलत आएंगे। अतः सांख्यिकी विधियों का प्रयोग करते समय व्यक्ति को अपनी बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। अन्यथा विपरीत परिणाम प्राप्त होंगे। इसे हम एक उदाहरण की सहायता से समझ सकते हैं, एक बार एक परिवार के पांच सदस्यों को एक नदी को पार करना था।
परिवार के मुखिया को नदी की औसत गहराई तथा परिवार के सदस्यों की औसत ऊँचाई ज्ञात थी तथा परिवार के सदस्यों की औसत ऊँचाई, नदी की औसत गहराई से ज्यादा थी। अत: परिवार के मुखिया ने सांख्यिकीय विधि के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला कि कोई सदस्य नहीं डूबेगा। वे सभी नदी पार करने लगे तथा बीच में जाकर परिवार के बच्चे नदी में डूब गए: क्योंकि वहाँ पर नदी की 'गहराई ज्यादा थी। अतः इस उदाहरण से स्पष्ट होता है कि सांख्यिकीय विधियों का प्रयोग करते समय सामान्य बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है।