Rajasthan Board RBSE Class 12 Psychology Important Questions Chapter 1 मनोविज्ञान क्या है? Important Questions and Answers.
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Multiple Choice Questions
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प्रश्न 1.
व्यक्तियों की विशेषताओं तथा व्यवहार के स्वरूपों में पाया जाने वाला वैशिष्ट्य तथा विचलनशीलता को क्या कहा जाता है ?
(क) व्यक्तिगत भिन्नता
(ख) सामूहिक भिन्नता
(ग) व्यक्तिगत दृष्टिकोण
(घ) सामूहिक दृष्टिकोण
उत्तर :
(क) व्यक्तिगत भिन्नता
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन मनुष्य के व्यवहार को बाह्य तथा आंतरिक कारकों की अंतःक्रिया का परिणाम मानता है?
(क) वस्तुवादी परिप्रेक्ष्य
(ख) स्थितिवादी परिप्रेक्ष्य
(ग) सामान्य परिप्रेक्ष्य
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ख) स्थितिवादी परिप्रेक्ष्य
प्रश्न 3.
किसी मनोवैज्ञानिक गुण को समझने का पहला चरण है:
(क) मापन
(ख) मूल्यांकन
(ग) पूर्वकथन
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ख) मूल्यांकन
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से किसमें व्यवस्थित परीक्षण की विधियों का उपयोग किया जाता है ?
(क) व्यक्ति की योग्यता
(ख) व्यक्ति के व्यवहार
(ग) व्यक्तिगत गुणों के मनोवैज्ञानिक मापन
(ध) उपरोक्त सभी
उत्तर :
(ध) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से कौन अभिरूचि के गुण हैं ?
(क) बुद्धि
(ख) अभिक्षमता
(ग) अभिरुचि
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर :
(घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य नहीं हैं ?
(क) भाषा की उच्च अभिक्षमता वाले एक व्यक्ति को प्रशिक्षण देकर एक अच्छा लेखन बनाया जा सकता है।
(ख) एक उच्च यांत्रिक अभिक्षमता वाला व्यक्ति उपयुक्त प्रशिक्षण का अधिक लाभ उठाकर एक अभियंता के रूप में अच्छा कार्य कर सकता है।
(ग) एक सामान्य अभिक्षमता वाले एक व्यक्ति को प्रशिक्षण देकर एक अच्छा लेखक बनाया जा सकता है।
(घ) अभिक्षमता किसी व्यक्ति की कौशलों के अर्जन के लिए अंतर्निहित संभाव्यता से है।
उत्तर :
(ग) एक सामान्य अभिक्षमता वाले एक व्यक्ति को प्रशिक्षण देकर एक अच्छा लेखक बनाया जा सकता है।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित में से कौन आदर्श व्यवहारों के संबंध में व्यक्ति के स्थायी विश्वास होते हैं ?
(क) व्यक्तित्व
(ख) मूल्य
(ग) अभिरुचि
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ख) मूल्य
प्रश्न 8.
निम्नलिखित में से किस विधि में परीक्षणकर्ता व्यक्ति से वार्तालाप करके सूचनाएँ एकत्र करता है?
(क) साक्षात्कार
(ख) मनोवैज्ञानिक परीक्षण
(ग) प्रेक्षण
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) साक्षात्कार
प्रश्न 9.
निम्नलिखित में किस विधि में व्यक्ति स्वयं अपने विश्वासों, मतों आदि के बारे में तथ्यात्मक सूचनाएँ प्रदान करता है ?
(क) व्यक्तिगत अध्ययन
(ख) प्रेक्षण
(ग) आत्म-प्रतिवेदन
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ग) आत्म-प्रतिवेदन
प्रश्न 10.
निम्नलिखित में से कौन व्यक्तियों की पारस्परिक भिन्नता जानने में एक मुख्य निर्मिति है ?
(क) विचार
(ख) मत
(ग) प्रेक्षण
(घ) बुद्धि
उत्तर :
(घ) बुद्धि
प्रश्न 11.
मातृ-शिशु अंतःक्रिया का अध्ययन किस विधि द्वारा सरलता से किया जा सकता है ?
(क) प्रेक्षण प्रणाली
(ख) व्यक्ति अध्ययन
(ग) आत्म-प्रतिवेदन
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) प्रेक्षण प्रणाली
प्रश्न 12.
निम्नलिखित में किसमें बुद्धि को अनेक प्रकार की योग्यताओं का एक समुच्चय माना जाता है ?
(क) मनोमितिक उपागम
(ख) प्रेक्षण
(ग) मनोवैज्ञानिक परीक्षण
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) मनोमितिक उपागम
प्रश्न 13.
बुद्धि के एक-कारक सिद्धान्त को किसने दिया?
(क) स्पीयरमैन
(ख) बिने
(ग) स्टुअर्ट
(घ) थर्सटन
उत्तर :
(ख) बिने
प्रश्न 14.
बुद्धि के द्वि-कारक सिद्धांत को किसने दिया?
(क) बिने
(ख) लुईस
(ग) स्पीयरमैन
(घ) गार्डनर
उत्तर :
(ग) स्पीयरमैन
प्रश्न 15.
प्राथमिक मानसिक योग्यताओं का सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया ?
(क) लुईस थर्स्टन
(ख) गार्डनर
(ग) स्टर्नबर्ग
(घ) बिने
उत्तर :
(क) लुईस थर्स्टन
प्रश्न 16.
बुद्धि का एक पदानुक्रमिक मॉडल किसने प्रस्तुत किया?
(क) गिलफोर्ड
(ख) गार्डनर
(ग) बिने
(घ) आर्थर जेन्सेन
उत्तर :
(घ) आर्थर जेन्सेन
प्रश्न 17.
बुद्धि संरचना मॉडल किसने प्रस्तुत किया ?
(क) गिलफोर्ड
(ख) स्टर्नबर्ग
(ग) वेश्लर
(घ) स्पीयरमैन
उत्तर :
(क) गिलफोर्ड
प्रश्न 18.
हावर्ड गाडर्नर ने किस सिद्धांत को प्रस्तुत किया ?
(क) बुद्धि-संरचना मॉडल
(ख) पास मॉडल
(ग) बहु-बुद्धि का सिद्धांत
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ग) बहु-बुद्धि का सिद्धांत
प्रश्न 19.
दूसरे व्यक्तियों के सूक्ष्म व्यवहारों के प्रति संवेदनशीलता किस प्रकार की बुद्धि को दर्शाता है ?
(क) संगीतात्मक
(ख) अंतर्वैयक्तिक
(ग) अंत:व्यक्ति
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ख) अंतर्वैयक्तिक
प्रश्न 20.
बुद्धि का त्रिचापीय सिद्धांत किसने दिया ?
(क) राबर्ट स्टर्नबर्ग
(ख) अल्फ्रेड बिने
(ग) हावर्ड गार्डनर
(घ) आर्थर जेन्सेन
उत्तर :
(क) राबर्ट स्टर्नबर्ग
प्रश्न 21.
निम्नलिखित में किस बुद्धि में बुद्धि की अधिक मात्रा रखने वाले लोग विश्लेषणात्मक तथा आलोचनात्मक ढंग से सोचते हैं ?
(क) घटकीय बुद्धि
(ख) सांदर्भिक बुद्धि
(ग) आनुभविक बुद्धि
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(क) घटकीय बुद्धि
प्रश्न 22.
निम्नलिखित में कौन आनुवांशिकता तथा पर्यावरण की जटिल अंतःक्रिया का परिणाम होती है ?
(क) विचार
(ख) मस्तिष्क
(ग) अनुभव
(घ) बुद्धि
उत्तर :
(घ) बुद्धि
प्रश्न 23.
किसी जनसंख्या की बुद्धि-लब्धि का प्राप्तांक का माध्य होता है:
(क) 75
(ख) 100
(ग) 110
(घ) 130
उत्तर :
(ख) 100
प्रश्न 24.
सामान्य बुद्धि वाले व्यक्तियों की बुद्धि लब्धि होती है।
(क) 80-90 के बीच
(ख) 90--100 के बीच
(ग) 90-110 के बीच
(घ) 90-120 के बीच
उत्तर :
(ग) 90-110 के बीच
प्रश्न 25.
जनसंख्या के लगभग ..... प्रतिशत व्यक्तियों की बुद्धि-लब्धि 130 से अधिक होती है :
(क) 2
(ख) 5
(ग) 8
(घ) 12
उत्तर :
(क) 2
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
व्यक्तिगत भिन्नताओं से आपका क्या तात्पर्य
उत्तर-
व्यक्तिगत भिन्नताओं का तात्पर्य व्यक्तियों के अभिलक्षणों और व्यवहार के स्वरूपों के वैशिष्ट्य तथा उनमें भिन्नताओं से होता है।
प्रश्न 2.
"स्थितिवाद' क्या है ?
उत्तर-
स्थितिवाद के अनुसार किसी व्यक्ति का व्यवहार उसकी परिस्थिति या वर्तमान दशाओं से प्रभावित होता है।
प्रश्न 3.
स्थितिवादी परिप्रेक्ष्य मनुष्य के व्यवहार को किस प्रकार का मानता है ?
उत्तर-
स्थितिवादी परिप्रेक्ष्य मनुष्य के व्यवहार को बाह्य तथा आंतरिक कारकों की अंत:क्रिया का परिणाम मानता है।
प्रश्न 4.
मूल्यांकन शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
मूल्यांकन करने का अर्थ व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक गुणों का मापन करने से है।
प्रश्न 5.
औपचारिक मूल्यांकन किस प्रकार किया जाता है ?
उत्तर-
औपचारिक मूल्यांकन वस्तुनिष्ठ, मानकीकृत तथा व्यवस्थित रूप में किया जाता है।
प्रश्न 6.
'बुद्धि' शब्द का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
'बुद्धि' शब्द का तात्पर्य किसी व्यक्ति की अपने परिवेश को समझने की क्षमता से, विवेकपूर्ण चिंतन करने से और जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए उपलभ्य संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने से है।
प्रश्न 7.
बौद्धिक विकास क्या है ?
उत्तर-
बौद्धिक विकास आनुवंशिक कारकों (प्रकृति) तथा पर्यावरण दशाओं (पोषण) के मध्य एक जटिल अंतःक्रिया का परिणाम होता है।
प्रश्न 8.
'अभिक्षमता' शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
अभिक्षमता का अर्थ किसी व्यक्ति की कौशलों के अर्जन के लिए अंतर्निहित संभाव्यता से है।
प्रश्न 9.
अभिक्षमता परीक्षणों का उपयोग कहाँ किया जाता है ?
उत्तर-
अभिक्षमता परीक्षणों का उपयोग यह पूर्व कथन करने में किया जाता है कि व्यक्ति उपयुक्त पर्यावरण और प्रशिक्षण प्रदान करने पर कैसा निष्पादन कर सकेगा।
प्रश्न 10.
'अभिरुचि' शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
अभिरुचि का अर्थ किसी व्यक्ति द्वारा दूसरी क्रियाओं की अपेक्षा किसी एक अथवा एक से अधिक विशिष्ट क्रियाओं में स्वयं को अधिक व्यस्त रखने की वरीयता से है।।
प्रश्न 11.
'व्यक्तित्व' शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
व्यक्तित्व का अर्थ व्यक्ति की अपेक्षाकृत स्थायी प्रकार की उन विशेषताओं से है जो उसे अन्य व्यक्तियों से भिन्न बनाती हैं।
प्रश्न 12.
'मूल्य' शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
मूल्य आदर्श व्यवहारों के संबंध में व्यक्ति के स्थायी विश्वास होते हैं। व्यक्ति के मूल्य उसके जीवन में व्यवहारों के लिए एक मानक निर्धारित करते हैं और उन्हें निर्देशित करते हैं।
प्रश्न 13.
मनोवैज्ञानिक परीक्षण क्या है ?
उत्तर-
मनोवैज्ञानिक परीक्षण व्यक्ति की मानसिक तथा व्यवहारपरक विशेषताओं का वस्तुनिष्ठ तथा मानकीकृत मापक होता है।
प्रश्न 14.
प्रेक्षण क्या है ?
उत्तर-
प्रेक्षण में व्यक्ति की नैसर्गिक या स्वाभाविक दशा में घटित होने वाली तात्क्षणिक व्यवहारपरक घटनाओं का व्यवस्थित, संगठित तथा वस्तुनिष्ठ ढंग से अभिलेख तैयार किया जाता है।
प्रश्न 15.
प्रेक्षण प्रणाली द्वारा अध्ययन करने वाली एक गोचर का उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
कुछ गोचर, जैसे-'मातृ-शिशु अंत:क्रिया' का अध्ययन प्रेक्षण प्रणाली द्वारा सरलता से किया जा सकता है।
प्रश्न 16.
आत्म-प्रतिवेदन क्या है ?
उत्तर-
आत्म प्रतिवेदन वह विधि है जिसमें व्यक्ति स्वयं अपने विश्वासों, मतों आदि के बारे में तथ्यात्मक सूचनाएँ प्रदान करता है।
प्रश्न 17.
सूचना प्रक्रमण उपागम क्या है ?
उत्तर-
सूचना प्रक्रमण उपागम में बौद्धिक तर्कना तथा समस्या समाधान में व्यक्तियों द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रक्रियाओं का वर्णन किया जाता है।
प्रश्न 18.
बुद्धि के एक-कारक सिद्धांत को किसने प्रतिपादित किया ?
उत्तर-
बुद्धि के एक-कारक सिद्धांत को अल्फ्रेड बिने ने प्रतिपादित किया।
प्रश्न 19.
बुद्धि का द्वि-कारक सिद्धांत किसने दिया ?
उत्तर-
बुद्धि का द्वि-कारक सिद्धांत चार्ल्स स्पीयरमैन ने 1927 में दिया।
प्रश्न 20.
बुद्धि का द्वि-कारक सिद्धांत किस पर आधारित था ?
उत्तर-
बुद्धि का द्वि-कारक सिद्धांत विश्लेषण की सांख्यिकीय विधि पर आधारित था।
प्रश्न 21.
बुद्धि का पदानुक्रमिक मॉडल किसने प्रस्तुत किया ?
उत्तर-
आर्थर जेन्सेन ने बुद्धि का एक पदानुक्रमिक मॉडल प्रस्तुत किया।
प्रश्न 22.
बुद्धि संरचना मॉडल किसने प्रस्तुत किया ?
उत्तर-
जे. पी. गिलफोर्ड ने बुद्धि संरचना. मॉडल प्रस्तुत किया।
प्रश्न 23.
बुद्धि संरचना मॉडल में बौद्धिक विशेषताओं को कितने विमाओं में वर्गीकृत किया गया है ?
उत्तर-
तीन विमाओं में
(i) संक्रियाएँ,
(ii) विषय-वस्तु,
(iii) उत्पाद।
प्रश्न 24.
संक्रियाओं से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
संक्रियाओं से तात्पर्य बुद्धि द्वारा की जाने वाली क्रियाओं से है।
प्रश्न 25.
संक्रियाओं में किस प्रकार की क्रियाएँ होती
उत्तर-
इसमें संज्ञान, स्मृति अभिलेखन, स्मृति प्रतिधारण, अपसारी उत्पादन, अभिसारी उत्पादन तथा मूल्यांकन की क्रियाएँ होती हैं।
प्रश्न 26.
उत्पाद का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
उत्पाद का अर्थ उस स्वरूप से होता है जिसमें व्यक्ति सूचनाओं का प्रक्रमण करता है।
प्रश्न 27.
बहु-बुद्धि का सिद्धांत किसने प्रस्तुत किया ?
उत्तर-
बहु-बुद्धि का सिद्धांत हावर्ड गार्डनर ने प्रस्तुत किया था।
प्रश्न 28.
बहु-बुद्धि का सिद्धान्त क्या है ?
उत्तर-
इस सिद्धांत के अनुसार बुद्धि कोई एक तत्त्व नहीं है बल्कि कई भिन्न-भिन्न प्रकार की बुद्धियों का अस्तित्व होता है। प्रत्येक बुद्धि एक-दूसरे से स्वतंत्र रहकर कार्य करती है।
प्रश्न 29.
भाषागत बुद्धि क्या है ?
उत्तर-
भाषागत बुद्धि अपने विचारों को प्रकट करने तथा दूसरे व्यक्तियों के विचारों को समझने हेतु प्रवाह तथा नम्यता के साथ भाषा का उपयोग करने की क्षमता है।
प्रश्न 30.
'देशिक बुद्धि' किसे कहते हैं ?
उत्तर-
देशिक बुद्धि मानसिक बिंबों को बनाने, उनका उपयोग करने तथा उनमें मानसिक धरातल पर परिमार्जन करने की योग्यता है।
प्रश्न 31.
सांगीतिक योग्यता किसे कहते हैं ?
उत्तर-
सांगीतिक अभिरचनाओं को उत्पन्न करने, उनका सर्जन तथा प्रहस्तन करने की क्षमता सांगीतिक योग्यता कहलाती
प्रश्न 32.
शारीरिक-गतिसंवेदी योग्यता के उदाहरण लिखिए।
उत्तर-
धावकों, नर्तकों, अभिनेताओं/अभिनेत्रियों, खिलाड़ियों, जिमनास्टों तथा शल्य चिकित्सकों में इस बुद्धि की अधिक मात्रा पाई जाती है।
प्रश्न 33.
अंतर्वैयक्तिक बुद्धि क्या है?
उत्तर-
इस योग्यता द्वारा व्यक्ति दूसरे व्यक्तियों की अभिप्रेरणाओं या उद्देश्यों, भावनाओं तथा व्यवहारों का सही बोध करते हुए उनके साध मधुर संबंध स्थापित करता है।
प्रश्न 34.
अंतर्वैयक्तिक बुद्धि पाये जाने वाले व्यक्ति कौन हो सकते हैं ?
उत्तर-
मनोवैज्ञानिक, परामर्शद, राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता तथा धार्मिक नेता आदि में उच्च अंतर्वैयक्तिक बुद्धि पाए जाने की संभावना होती है।
प्रश्न 35.
बुद्धि का विचापीय सिद्धान्त किसने प्रस्तुत किया ?
उत्तर-
राबर्ट स्टर्नबर्ग ने बुद्धि का त्रिचापीय सिद्धान्त प्रस्तुत किया।
प्रश्न 36.
बुद्धि के त्रिचापीय सिद्धान्त के अनुसार बुद्धि कितने प्रकार की होती है ?
उत्तर-
इस सिद्धांत के अनुसार बुद्धि तीन प्रकार की होती
(i) घटकीय।
(ii) आनुभविक।
(iii) सांदर्भिक।
प्रश्न 37.
घटकीय बुद्धि क्या है ?
उत्तर-
घटकीय बुद्धि द्वारा व्यक्ति किसी समस्या का समाधान करने के लिए प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण करता है।
प्रश्न 38.
सांदर्भिक बुद्धि क्या है ?
उत्तर-
सांदर्भिक बुद्धि वह बुद्धि है जिसके द्वारा व्यक्ति अपने दिन-प्रतिदिन के जीवन में आने वाली पर्यावरणी मांगों से निपटता है।
प्रश्न 39.
'पास' मॉडल को किसने विकसित किया?
उत्तर-
बुद्धि के 'पास' मॉडल को जे. पी. दास, जैक नागलीरी तथा किर्बी ने विकसित किया।
प्रश्न 40.
'पास' मॉडल के अनुसार तीन तंत्र कौन से हैं?
उत्तर-
ये तीन तंत्र हैं-
(i) भाव प्रबोधन,
(ii) कूट संकेतन,
(iii) योजना निर्माण।
प्रश्न 41.
कुछ लोग दूसरों की तुलना में अधिक बुद्धिमान क्यों होते हैं ?
उत्तर-
ऐसा उनकी आनुवंशिकता के कारण होता है अथवा वह पर्यावरणी कारकों के प्रभाव से होता है।
प्रश्न 42.
मानसिक आयु के माप से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
मानसिक आयु के माप का अर्थ है कि किसी व्यक्ति का बौद्धिक विकास अपनी आयु वर्ग के अन्य व्यक्तियों की तुलना में कितना हुआ है।
प्रश्न 43.
मानसिक रूप से मंदित बच्चे कौन होते हैं ?
उत्तर-
ऐसे बच्चों को जिनमें बौद्धिक न्यूनता होती है उन्हें मानसिक रूप से चुनौतीग्रस्त या मानसिक रूप से मंदित' कहा जाता है।
प्रश्न 44.
मानसिक मंदन के विभिन्न प्रकारों को लिखिए।
उत्तर-
(i) निम्न मंदन-बुद्धि-लब्धि 55 से 69 के बीच।
(ii) सामान्य मंदन-बुद्धि-लब्धि 40 से 54 के बीच।
(iii) अति गंभीर मंदन-बुद्धि लब्धि 25 से कम।
प्रश्न 45.
'प्रतिभा' शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
'प्रतिभा' शब्द का अर्थ उस असाधारण सामान्य प्रकार की योग्यता से है जो विस्तृत क्षेत्र के कार्यों में किए गए श्रेष्ठ निष्पादन में दिखाई पड़ती है।
प्रश्न 46.
'प्रवीणता' का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
'प्रवीणता' का अर्थ किसी विशिष्ट अथवा संकुचित क्षेत्र में श्रेष्ठ योग्यता से होता है। अधिक प्रवीण व्यक्तियों को कभी-कभी अद्भुत प्रतिभाशाली भी कहा जाता है।
प्रश्न 47.
सी. आई. ई. शाब्दिक समूह बुद्धि परीक्षण को किसने विकसित किया ?
उत्तर-
उदय शंकर ने।
प्रश्न 48.
बुद्धि की एक विशेषता को लिखिए।
उत्तर-
बुद्धि की एक प्रमुख विशेषता यह है कि यह पर्यावरण से अनुकूलित होने में व्यक्ति की सहायता करती
प्रश्न 49.
'संस्कृति' शब्द से आपका क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
संस्कृति रीति-रिवाजों, विश्वासों, अभिवृत्तियों तथा कला और साहित्य में उपलब्धियों की एक सामूहिक व्यवस्था को कहते हैं।
प्रश्न 50.
अभिक्षमता परीक्षण क्या है ?
उत्तर-
अभिक्षमता परीक्षण पूर्वकथन करते हैं कि कोई । व्यक्ति उचित प्रशिक्षण और पर्यावरण दिए जाने के बाद क्या कर पाएगा।
प्रश्न 51.
'सर्जनात्मकता' से आपका क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
सर्जनात्मकता नूतन, उपयुक्त और उपयोगी विचारों, वस्तुओं या समस्या समाधानों को उत्पन्न करने की योग्यता है।
प्रश्न 52.
'अभिक्षमता' से आपका क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
अभिक्षमता का तात्पर्य किसी व्यक्ति की कुछ विशिष्ट कौशलों को अर्जित करने की संभाव्यता से होता है।
प्रश्न 53.
अभिरुचि और अक्षमता में क्या अंतर है?
उत्तर-
अभिरुचि किसी विशेष कार्य को करने की वरीयता या तरजीह को कहते हैं जबकि अभिक्षमता उस कार्य को करने की संभाव्यता या विभवता को कहते हैं।
प्रश्न 54.
तकनीकी बुद्धि वाले समाज की क्या विशेषता होती है ?
उत्तर-
ऐसे समाज में व्यक्ति अवधान देने, प्रेक्षण करने, विश्लेषण करने, अच्छा निष्पादन करने, तेज काम करने तथा | उपलब्धि की ओर उन्मुख करने आदि कौशलों में दक्ष होते हैं।
लघूत्तरीय प्रश्नोत्तर (SA1)
प्रश्न 1.
प्रभावशाली बच्चों की कुछ प्रमुख विशेषताओं को लिखिए।
उत्तर-
प्रभावशाली बच्चों की कुछ प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
प्रश्न 2.
भारतीय परंपरा में किस प्रकार की क्षमताएँ बुद्धि के अंतर्गत स्वीकार की जाती हैं ?
उत्तर-
भारतीय परंपरा में निम्नलिखित क्षमताएँ बुद्धि के अंतर्गत स्वीकार की जाती हैं
(i) संज्ञानात्मक क्षमता (Cognitive capacity) (संदर्भ के प्रति संवेदनशीलता, समझ, विभेदन क्षमता, समस्या समाधान की योग्यता तथा प्रभावी संप्रेषण की योग्यता)।
(ii) सामाजिक क्षमता (Social competence) (सामाजिक व्यवस्था के प्रति सम्मान, अपने से बड़ों, छोटों तथा वंचित व्यक्तियों के प्रति प्रतिबद्धता, दूसरों की चिंता, दूसरे व्यक्तियों के परिप्रेक्ष्य का सम्मान)।
(iii) सांवेगिक क्षमता (Emotional competence) (अपने संवेगों पर आत्म-नियमन तथा आत्म-परिवीक्षण, ईमानदारी, शिष्टता, अच्छा आचरण तथा आत्म-मूल्यांकन)।
(iv) उद्यमी क्षमता (Entrepreneurial competence) (प्रतिबद्धता, अध्यवसाय, धैर्य, कठिन परिश्रम, सतर्कता तथा लक्ष्य निर्देशित व्यवहार)।
प्रश्न 3.
मनोमितिक उपागम और सूचना प्रक्रमण उपागम में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
मनोमितिक उपागम में बुद्धि को अनेक प्रकार की योग्यताओं का एक समुच्चय माना जाता है। यह व्यक्ति द्वारा किए जाने वाले निष्पादन को उसकी संज्ञानात्मक योग्यताओं के एक सूचकांक के रूप में व्यक्त करता है। दूसरी ओर, सूचना प्रक्रमण उपागम में बौद्धिक तर्कना तथा समस्या समाधान में व्यक्तियों द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रक्रियाओं का वर्णन किया जाता है। इस उपागम का प्रमुख केंद्रबिंदु एक बुद्धिमान व्यक्ति द्वारा की जाने वाली विभिन्न क्रियाओं पर होता है। बुद्धि की संरचना तथा उसमें अंतर्निहित विभिन्न विमाओं पर अधिक ध्यान न देकर सूचना प्रक्रमण उपागम बुद्धिमत्तापूर्ण व्यवहारों में अंतर्निहित संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं के अध्ययन पर अधिक बल देता है।
प्रश्न 4.
अशाब्दिक परीक्षणों का उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर-
अशाब्दिक परीक्षणों में एकाशों के रूप में चित्रों अथवा चित्र निरूपणों का उपयोग किया जाता है। अशाब्दिक परीक्षणों का एक उदाहरण रैवेंस प्रोगेसिव मैट्रिसेस (आर. पी. एम) है जिसमें परीक्षार्थी को एक अपूर्ण प्रतिरूप दिखाया जाता है और उसे दिए गए - अनेक वैकल्पिक प्रतिरूपों में से उस विकल्प को चुनना होता है जिससे अपूर्ण प्रतिरूप पूरा हो सके।
प्रश्न 5.
बुद्धिमान व्यक्तियों की कुछ विशेषताओं को लिखिए।
उत्तर-
बुद्धिमान व्यक्तियों की कुछ विशेषताएँ निम्न प्रकार की हो सकती हैं
(i) अपनी भावनाओं और संवेगों को जानना और उसके प्रति संवेदनशील होना।
(ii) दूसरे व्यक्तियों के विभिन्न संवेगों को उनकी शरीर भाषा, आवाज और स्वरक तथा आनन अभिव्यक्तियों पर ध्यान देते हुए जानना और उसके प्रति संवेदनशील होना।
(iii) अपने संवेगों को अपने विचारों से संबंद्ध करना ताकि समस्या समाधान तथा निर्णय करते समय उन्हें ध्यान में रखा जा सके।
(iv) अपने संवेगों की प्रकृति और तीव्रता के शक्तिशाली प्रभाव को समझना।
(v) अपने संवेगों और उनकी अभिव्यक्तियों को दूसरों से व्यवहार करते समय नियंत्रित करना ताकि शांति और सामंजस्य की प्राप्ति हो सके।
प्रश्न 6.
बुद्धि परीक्षणों के चार प्रकार कौन से हैं?
उत्तर :
(i) बुद्धि परीक्षण कई प्रकार के होते हैं। परीक्षणों को देने की प्रक्रिया के आधार पर उन्हें वैयक्तिक परीक्षण तथा समूह परीक्षण में वर्गीकृत किया जा सकता है।
(ii) परीक्षण के एकांशों के स्वरूप के आधार पर भी उन्हें शाब्दिक या वाचिक परीक्षण तथा निष्पादन परीक्षण में वर्गीकृत किया जा सकता है।
(iii) इसके अतिरिक्त उन्हें संस्कृति-निष्पक्ष तथा संस्कृति-अभिनत में इस आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।
(iv) परीक्षण किस सीमा तक एक संस्कृति की अपेक्षा किसी दूसरी संस्कृति का पक्ष ले रहा है। अपने उपयोग के उद्देश्य के आधार पर आप किसी परीक्षण को चुन सकते हैं।
लघूत्तरीय प्रश्नोत्तर (SA2)
प्रश्न 1.
बुद्धि और अभिक्षमता में भेद स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
(i) बुद्धि-बुद्धि का आशय पर्यावरण को समझने, सविवेक चिंतन करने तथा किसी चुनौती के सामने होने पर उपलब्ध संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने की व्यापक क्षमता से है। बुद्धि परीक्षणों से व्यक्ति की व्यापक सामान्य संज्ञानात्मक सक्षमता तथा विद्यालयीय शिक्षा से लाभ उठाने की योग्यता का ज्ञान होता है। सामान्यतया कम बुद्धि रखने वाले विद्यार्थी विद्यालय की परीक्षाओं में उतना अच्छा निष्पादन करने की संभावना नहीं रखते परन्तु जीवन के अन्य क्षेत्रों में उनकी सफलता की प्राप्ति का संबंध मात्र बुद्धि परीक्षणों पर उनके प्राप्तांकों से नहीं होता।
(ii) अभिक्षमता का अर्थ किसी व्यक्ति की कौशलों के अर्जन के लिए अंतर्निहित संभाव्यता से है। अभिक्षमता परीक्षणों का उपयोग यह पूर्वकथन करने में किया जाता है कि व्यक्ति उपयुक्त पर्यावरण और प्रशिक्षण प्रदान करने पर कैसा निष्पादन कर सकेगा। एक उच्च यांत्रिक अभिक्षमता वाला व्यक्ति उपयुक्त प्रशिक्षण का अधिक लाभ उठाकर एक अभियंता के रूप में अच्छा कार्य कर सकता है। इसी प्रकार भाषा की उच्च अभिक्षमता वाले एक व्यक्ति को प्रशिक्षण देकर एक अच्छा लेखक बनाया जा सकता है।
प्रश्न 2.
साक्षात्कार और प्रेक्षण में भेद स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
साक्षात्कार की विधि में परीक्षणकर्ता व्यक्ति से वार्तालाप करके सूचनाएं एकत्र करता है। इसे प्रयुक्त होते हुए देखा जा सकता हैं जब कोई परामर्शदाता किसी सेवार्थी से अंतःक्रिया करता है. एक विक्रेता घर-घर जाकर किसी विशिष्ट उत्पाद की उपयोगिता के संबंध में सर्वेक्षण करता है, कोई नियोक्ता अपने संगठन के लिए कर्मचारियों का चयन करता है अथवा कोई पत्रकार राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के विषयों पर महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों का साक्षात्कार करता है।
प्रेक्षण में व्यक्ति को नैसर्गिक या स्वाभाविक दशा में घटित होने वाली तात्क्षणिक व्यवहारपरक घटनाओं का व्यवस्थित, संगठित तथा वस्तुनिष्ठ ढंग से अभिलेख तैयार किया जाता है। कुछ गोचर, जैसे-'मातृ-शिशु अंत:क्रिया' का अध्ययन प्रेक्षण-प्रणाली द्वारा सरलता से किया जा सकता है। प्रेक्षण प्रणाली की एक बड़ी समस्या यह है कि इसमें स्थिति पर प्रेक्षक का बहुत कम नियंत्रण होता है और प्रेक्षण से प्राप्त विवरण की प्रेक्षक द्वारा व्यक्तिनिष्ठ व्याख्या की जा सकती है।
प्रश्न 3.
प्राथमिक मानसिक योग्यताओं का सिद्धांत क्या है ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
लुईस थर्सट्न ने प्राथमिक मानसिक योग्यताओं का सिद्धांत प्रस्तुत किया। इस सिद्धान्त में कहा गया कि बुद्धि के अंतर्गत सात प्राथमिक मानसिक योग्यताएँ होती हैं जो एक-दूसरे से अपेक्षाकृत स्वतंत्र होकर कार्य करती हैं। ये योग्यताएँ निम्नलिखित
(i) वाचिक बोध (शब्दों, संप्रत्ययों के अर्थ तथा विचारों को समझना)।
(ii) संख्यात्मक योग्यताएँ (संख्यात्मक तथा अभिकलनात्मक कार्यों को तीव्र गति एवं परिशुद्धता से करने का कौशल)।
(iii) देशिक संबंध (प्रतिरूपों तथा रचनाओं का मानस प्रत्यक्षीकरण कर लेना)।
(iv) प्रात्यक्षिक गति (विस्तृत प्रत्यक्षीकरण करने की गति)।
(v) शब्द प्रवाह (शब्दों का प्रवाह तथा नम्यता के साथ उपयोग कर लेना)।
(vi) स्मृति (सूचनाओं के पुनः स्मरण में परिशुद्धता)।
(vii) आगमनात्मक तर्कना (दिए गए तथ्यों से सामान्य नियमों को व्युत्पन्न करना)।
प्रश्न 4.
बुद्धि संरचना मॉडल की संक्षेप में व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
जे. पी. गिलफोर्ड (J.P.Guilford) ने बुद्धि संरचना मॉडल (Structure of intellect model) प्रस्तुत किया जिसमें बौद्धिक विशेषताओं को तीन विमाओं में वर्गीकृत किया गया है-संक्रियाएँ, विषयवस्तु तथा उत्पाद। संक्रियाओं से तात्पर्य बुद्धि द्वारा की जाने वाली क्रियाओं से है। इसमें संज्ञान, स्मृति अभिलेखन, स्मृति प्रतिधारण, अपसारी उत्पादन, अभिसारी उत्पादन तथा मूल्यांकन की क्रियाएँ होती हैं। विषय-वस्तु का संबंध उस सामग्री या सूचना के स्वरूप से होता है जिस पर व्यक्ति को बौद्धिक क्रियाएँ करनी होती हैं। इसमें चाक्षुष श्रवणात्मक, प्रतीकात्मक (जैसे-अक्षर तथा संख्याएँ), अर्थविषयक (जैसे-शब्द) तथा व्यवहारात्मक (व्यक्तियों के व्यवहार, अभिवृत्तियों, आवश्यकताओं आदि से संबंधित सूचनाएँ) रहती हैं।
उत्पाद का अर्थ उस स्वरूप से होता है जिसमें व्यक्ति सूचनाओं का प्रक्रमण करता है। उत्पादों को इकाई, वर्ग संबंध, व्यवस्था, रूपांतरण तथा निहितार्थ में वर्गीकृत किया जाता है। चूँकि इस वर्गीकरण में 6 x 5 x 6 वर्ग बनते हैं इसलिए इस मॉडल में 180 प्रकोष्ठ होते हैं। प्रत्येक प्रकोष्ठ में योग्यता के कम-से-कम एक कारक के सन्नद्ध होने की प्रत्याशा की जाती है, कुछ प्रकोष्ठों में एक से अधिक कारक भी हो सकते हैं। प्रत्येक कारक का वर्णन तीनों विमाओं के द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 5.
वैयक्तिक तथा समूह बुद्धि परीक्षण में भेद स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
वैयक्तिक तथा समूह बुद्धि परीक्षण-वैयक्तिक बुद्धि परीक्षण वह परीक्षण होता है जिसके द्वारा एक समय में एक ही व्यक्ति का बुद्धि परीक्षण किया जा सकता है। समूह बुद्धि परीक्षण को एक साथ बहुत से व्यक्तियों को समूह में दिया जा सकता है। वैयक्तिक परीक्षण में आवश्यक होता है कि परीक्षणकर्ता परीक्षार्थी से सौहाई स्थापित करे और परीक्षण सत्र के समय उसकी भावनाओं, भावदशाओं और अभिव्यक्तियों के प्रति संवेदनशील रहे।
समूह परीक्षण में परीक्षणकर्ता को परीक्षार्थियों की निजी भावनाओं से परिचित होने का अवसर नहीं मिलता। वैयक्तिक परीक्षणों में परीक्षार्थी पूछे गए प्रश्नों का मौखिक अथवा लिखित रूप में भी उत्तर दे सकता है अथवा परीक्षणकर्ता के अनुदेशानुसार वस्तुओं का प्रहस्तन भी कर सकता है। समूह परीक्षण में परीक्षार्थी सामान्यतः लिखित उत्तर देता है और प्रश्न भी प्रायः बहुविकल्पी स्वरूप के होते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
बुद्धि परीक्षणों के कुछ दुरूपयोगों की चर्चा कीजिए।
उत्तर-
बुद्धि परीक्षणों के कुछ दुरुपयोग निम्नलिखित हैं
(i) किसी परीक्षण पर खराब प्रदर्शन बच्चे पर कलंक लगा सकता है तथा उससे उनके निष्पादन और आत्म-सम्मान पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
(ii) परीक्षण माता-पिता, अध्यापकों तथा बड़ों के भेदभावपूर्ण आचरण को न्योता दे सकता है।
(iii) मध्यवर्गीय और उच्चवर्गीय जनसंख्याओं के पक्ष में अभिनत परीक्षण समाज के सुविधावंचित समूहों से आने वाले बच्चों की बुद्धि-लब्धि को कम आंक सकता है।
(iv) बुद्धि परीक्षण सर्जनात्मक संभाव्यताओं और बुद्धि के व्यावहारिक पक्ष का माप नहीं कर पाता है और उनका जीवन में सफलता से ज्यादा संबंध नहीं होता। बुद्धि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों का एक संभाव्य कारक हो सकती है। - ऐसा सुझाव दिया जाता है कि बुद्धि परीक्षणों से संबंधित त्रुटिपूर्ण अभ्यासों के प्रति सावधान रहना चाहिए तथा किसी व्यक्ति की शक्तियों और कमजोरियों के विश्लेषण के लिए किसी प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक की मदद लेनी चाहिए।
प्रश्न 2.
सर्जनात्मक परीक्षणों में अभिव्यक्तियों की विविधता पर एक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-
सर्जनात्मक परीक्षणों में अभिव्यक्तियों की विविधता पाई जाती है। इसलिए इन परीक्षणों के निर्माण में विभिन्न प्रकार के उद्दीपकों, जैसे-शब्दों, चित्रों, क्रियाओं तथा ध्वनियों का उपयोग किया जाता है। ये परीक्षण व्यक्ति की सामान्य सर्जनात्मक चिंतन योग्यताओं, जैसे-किसी दी गई स्थिति या विषय पर विभिन्न प्रकार के विचारों को उत्पन्न करने की योग्यता, वस्तुओं को विभिन्न दृष्टिकोणों से देखने की योग्यता, समस्याओं के भिन्न-भिन्न प्रकार के समाधान निकालने की योग्यता, कारणों तथा परिणामों के बारे में अनुमान लगाने की योग्यता, प्रचलित वस्तुओं के उपयोग तथा उसमें सुधार के विकल्पों के बारे में मौलिक विचार करने की योग्यता तथा असामान्य प्रकार के प्रश्न करना आदि का मापन किया जाता है।
कुछ शोधकर्ताओं ने सर्जनात्मकता के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों, जैसे-साहित्यिक सर्जनात्मकता, वैज्ञानिक सर्जनात्मकता, गणितीय सर्जनात्मकता आदि में सर्जनात्मकता परीक्षण विकसित किए हैं। सर्जनात्मकता परीक्षणों का निर्माण करने वाले मनोवैज्ञानिकों में गिलफोर्ड (Gilford), टोरेंस (Torrance), खटेना (Khatena) वालाश (Wallach) तथा कोगन (Kogan), परमेश (Paramesh), बाकर मेंहदी (Baqer Mehdi) तथा पासी (Passi) आदि के नाम प्रमुख हैं। प्रत्येक परीक्षण की एक मानकीकृत विधि होती है, उसकी एक विधि पुस्तिका होती है और परिणामों की व्याख्या हेतु एक संदर्शिका भी होती है। परीक्षण प्रशासन और परीक्षण प्राप्तांकों की व्याख्या के विस्तृत प्रशिक्षण के उपरांत ही इनका उपयोग किया जा सकता है।