RBSE Class 11 Sanskrit व्याकरणम् अव्यय प्रयोगाः

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit व्याकरणम् अव्यय प्रयोगाः Questions and Answers, Notes Pdf.

The questions presented in the RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 11 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.

RBSE Class 11 Sanskrit व्याकरणम् अव्यय प्रयोगाः

संस्कृत भाषा में दो प्रकार के शब्द होते हैं - विकारी और अविकारी। जिन शब्दों में विभक्ति, प्रत्यय या उपसर्ग मिलने से रूप-परिवर्तन हो जाता है, वे विकारी शब्द कहलाते हैं। जिनमें कभी भी रूप-परिवर्तन नहीं होता है, वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। इन्हें 'अव्यय' भी कहा जाता है। अर्थात् जिन शब्दों में लिंग, वचन, कारक आदि से रूप परिवर्तन नहीं होता है, वे अव्यय होते हैं। कहा भी गया है 

सदृशं त्रिषु लिङ्गेषु सर्वासु च विभक्तिषु। 
वचनेषु च सर्वेषु यन्न व्येति तदव्ययम्॥ 

अव्यय पदों के अन्त में आने वाले 'र' तथा 'स्' वर्गों के स्थान पर विसर्ग होता है। जैसे - उच्चैस् = उच्चैः, नीचैस् = नीचैः, अन्तर् = अन्तः, पुनर् = पुनः आदि। 

अव्यय भी दो प्रकार के होते हैं - रूढ़ और अव्युत्पन्न। यथा, च, वा, विना, पृथक् आदि धातु से अव्युत्पन्न हैं। दूसरे यौगिक अथवा व्युत्पन्न होते हैं। जैसे - पठित्वा, पठितुम् आदि धातु से व्युत्पन्न कृदन्त अव्यय तथा सर्वदा, चतुर्धा आदि नाम से व्युत्पन्न तद्धित अव्यय हैं। तद्धित अव्ययों के भी भेद हैं, जैसे - 
विभक्ति-बोधक-कुतः, ग्रामतः, कुत्र, अत्र आदि। 

RBSE Class 11 Sanskrit व्याकरणम् अव्यय प्रयोगाः

काल-बोधक-यदा, कदा, सर्वदा आदि। 
प्रकार-बोधक-यथा. तथा. कथम. इत्थम, द्वेधा आदि। 
विविधता-बोधक-अनेकशः, पञ्चकृत्व आदि। 
यहाँ प्रमुख अव्ययों के अर्थ और उदाहरण दिए जा रहे हैं - 

RBSE Class 11 Sanskrit व्याकरणम् अव्यय प्रयोगाः 1

RBSE Class 11 Sanskrit व्याकरणम् अव्यय प्रयोगाः

अभ्यासार्थ-प्रश्नोत्तर -

प्रश्न-अधोलिखितवाक्येषु समुचितैः अव्ययैः रिक्तस्थानानि पूरयन्तु - 

1. जनं बिभ्रती ............. विवाचसम्। (एकधा, बहुधा, प्रायः) 
2. ............. च चिरेणैव लक्ष्यते जलदागमः। (अद्यापि, तथापि, कदापि)
3. अकाला.............कालमेघाः प्रादुरभवन् । (खलु, अपि, च) 
4. तवैव ................. एषः महानुभावः। (अद्य, खलु, एवम्) 
5. ............ शीलविशुद्धौ प्रयतितव्यम् । (अतः, ततः, भूयः) 
6. मा शेष्व .......... पराजितः। (एव, एवम्, सह)
7. तच्चकार ............. सर्वं यथावदनुशासनम् । (तथा, यथा, कदा)
8. ताम् ............... सौवर्णशकटिकां देहि। (पुरा, इत्थम्, एव)
9. एष ................. आर्यचारुदत्तस्य पुत्रः। (अतः, खलु, पुनः)
10. हा ................... अयमपि सन्तप्यते। (अद्य, धिक्, प्रति) 
11. एषा ........... ते जननी संवृत्ता। (भूयः, इदानीं, तदा) 
12. भुजानस्य त .............. दोषा भवन्ति। (एव, किल, ननु)
13. माता ............ क्रन्दति भारतानाम् । (भृशम्, सह, भूयः) 
14. ............ अलावदिनो नाम राजा बभूव। (अत्र, तत्र, कुत्र) 
15. सः हम्मीरदेवेन .............. युद्धं कृतवान्। (साकम्, सदा, सहसा) 
16. तेन हम्मीरदेवं .............. दूतः प्रहितः। (प्रति, परितः, पुरा)
17. ............... परश्वो वा दुर्गं ग्राहयिष्यावः। (ह्यः, श्वः, पुरा)
18. ................ संकटं दृष्ट्वा हम्मीरदेवः उवाच। (तथा, यथा, तदा) 
19. अहं यवनराजेन ...............योत्स्यामि। (प्रायः, नूनं, सह) 
20. यूयं सर्वे दुर्गाद् .............. स्थानान्तरं गच्छत। (बहिः, चिरम्, अधः) 
21. राजन् मा ................... ब्रूहि। (एवम्, चिरम्, ननु) 
22. के कथं...........वा क्रन्दनं कुर्वते। (अत्र, तत्र, कुत्र) 
23. ...... कुत्रापि शान्तिः समुद्वीक्ष्यते। (तत्र, यत्र, सर्वत्र) 
24. स्वार्थरक्षावलम्ब ...........नो चिन्त्यते। (अपि, किल, खलु) 
25. भवतु, ............. नाटकेन।। (अलम्, परितः, सह)
26. .................. एव क्रीडित्वा सोऽपि समागतः। (अद्य, इदानीम्, तदा) 
27. .............. उच्यते तदेव शृणु। (तत्, यत्, अद्य) 
28. भो युवा ............... किमुपजपथ:? (तत्र, अत्र, कुत्र) 
29. मन:स्थितिः कथम् ........... संस्खलति। (अद्य, तदा, ननु) 
30. सिन्धो !............ तावत्। (इतः, ततः, कुतः) 
31. ............. आगतप्राय एव। (अद्य, तदा, खलु) 
32. भो युवा ........... किमुपजपथ:? (कुत्र, तत्र, सर्वत्र) 
33. कथम् ............... व्यवहरसि? (च, एव, एवम्) 
34. ........... स्वपुस्तकं ग्रहीतुं गतोऽस्मि। (ततः, कुतः, इतः) 
35. स पठने ............ तीक्ष्णः। (खलु, अपि, अद्य) 
36. तेन......... त्वया सख्यमेव कस्मात्कृतम्? (सदा, सह, सायं) 
37. यो गुणवान् स .......... "सभ्यः। (एव, खलु, ननु) 
38. का नु..........भवती ब्रवीति। (ननु, धिक्, खलु) 
39. त्वं.............. कुत्राऽसी:? (पुनः, अपि, च) 
40. ............एवाहं द्विचक्रिके क्रेष्यामि। 
उत्तर : 
1. बहुधा, 2. अद्यापि, 3. अपि, 4. खलु, 5. अतः, 6. एवम्, 7. तथा, 8. एव, 9. खलु, 10. धिक्, 11. इदानीं, 12. एव, 13. भृशम्, 14. तत्र, 15. साकम्, 16. प्रति, 17. श्वः, 18. तथा, 19. सह, 20. बहिः, 21. एवम्, 22. कुत्र, 23. यत्र, 24. अपि, 25. अलम्, 26. इदानीम्, 27. यत्, 28. तत्र, 29. अद्य, 30. इतः, 31. अद्य, 32. तत्र, 33. एवम्, 34. ततः, 35. अपि, 36. सह, 37. एव, 38. खलु, 39. पुनः, 40. श्वः।

Prasanna
Last Updated on Aug. 20, 2022, 9:10 a.m.
Published Aug. 19, 2022