RBSE Class 11 Economics Notes Chapter 6 ग्रामीण विकास

These comprehensive RBSE Class 11 Economics Studies Notes Chapter 6 ग्रामीण विकास will give a brief overview of all the concepts.

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 Economics in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 11. Students can also read RBSE Class 11 Economics Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 11 Economics Notes to understand and remember the concepts easily.

RBSE Class 11 Economics Chapter 6 Notes ग्रामीण विकास

→ परिचय:
भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है, जहाँ अधिकांश लोगों को निर्धनता के कारण मूलभूत आवश्यकताएँ भी सुलभ नहीं हो पातीं। भारत की वास्तविक प्रगति ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में ही है। अतः हमें विकसित ग्रामीण भारत का निर्माण करना होगा।

→ ग्रामीण विकास क्या है?:
ग्रामीण विकास का तात्पर्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उन घटकों के विकास पर ध्यान केन्द्रित करने पर बल देना है जो अभी पिछड़ी हुई अवस्था में है किन्तु वे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक हैं। इसके अन्तर्गत कई घटकों को शामिल किया जा सकता है, जैसे साक्षरता, विशेषकर महिला साक्षरता, स्वच्छता एवं जनस्वास्थ्य, भूमि सुधार, उत्पादक संसाधनों का विकास, बिजली, सिंचाई, साख, विपणन, परिवहन सुविधाएँ, निर्धनता निवारण आदि । ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक बाधाएँ एवं समस्याएँ हैं जैसे अपर्याप्त आधारिक संरचना, उद्योग एवं सेवा क्षेत्रकों में वैकल्पिक रोजगार के अवसरों का अभाव, अनियत रोजगार में वृद्धि आदि अतः ग्रामीण विकास के अन्तर्गत उन्हें दूर करने का प्रयास किया जाता है।

RBSE Class 11 Economics Notes Chapter 6 ग्रामीण विकास 

→ ग्रामीण क्षेत्रों में साख और विपणन:
किसी कृषि अर्थव्यवस्था की संवृद्धि भी पूँजी के प्रयोग पर निर्भर करती है। फसल उगाने से लेकर फसल पकने तक काफी लम्बा समय लगता है, इस अवधि के दौरान कृषक को कृषि कार्यों एवं स्वयं के पारिवारिक कार्यों हेतु साख लेनी पड़ती है। स्वतन्त्रता के समय अधिकांश ऋण महाजनों व व्यापारियों द्वारा दिया जाता था किन्तु वे कृषकों का शोषण करते थे। भारत में 1969 में सामाजिक बैंकिंग आरम्भ कर इस व्यवस्था में बदलाव का प्रयास किया गया। वर्तमान में अनेक संस्थाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में साख उपलब्ध करवा रही हैं। वर्तमान में ग्रामीण बैंक की संरचना में अनेक बहु एजेन्सी संस्थाएँ सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त अनेक स्वयं सहायता समूह भी देशभर में इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, इन स्वयं सहायता समूहों ने महिलाओं के सशक्तीकरण में भी सहायता प्रदान की है।

गाँवों में बैंकिंग व्यवस्था के विस्तार का ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। लेकिन अभी भी ग्रामीण बैंकिंग व्यवस्था में अनेक कमियाँ हैं जिन्हें दूर किया जाना आवश्यक है।

→ कृषि विपणन व्यवस्था:
कृषि विपणन वह प्रक्रिया है जिससे देशभर में उत्पादित कृषि पदार्थों का संग्रह, भंडारण, प्रसंस्करण, परिवहन, पैकिंग, वर्गीकरण और वितरण आदि किया जाता है। देश में स्वतन्त्रता के समय कृषि विपणन व्यवस्था के अभाव में मध्यस्थों द्वारा कृषकों का शोषण किया जाता था। भारत में कृषि विपणन व्यवस्था में सुधार हेतु अनेक प्रयास किए गए हैं। इसके अन्तर्गत व्यवस्थित एवं पारदर्शी विपणन हेतु बाजार का नियमन किया गया। कृषि विपणन व्यवस्था से सम्बन्धित आधारिक संरचना का निर्माण किया गया है। सरकारी विपणन द्वारा कृषकों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त न्यूनतम समर्थन कीमत, सुरक्षित भंडार, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की नीतियाँ भी अपनाई गईं। जिनका मुख्य उद्देश्य किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलवाना एवं निर्धनों को सहायिकी युक्त कीमत पर वस्तुएँ उपलब्ध करवाना रहा। सरकार द्वारा किए इन प्रयासों का कृषि विपणन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा विभिन्न वैकल्पिक क्रय-विक्रय माध्यमों का भी प्रादुर्भाव हुआ है।

→ उत्पादक गतिविधियों का विविधीकरण:
इसके अन्तर्गत दो प्रकार से उत्पादक गतिविधियों का विविधीकरण किया गया। एक तो फसलों के उत्पादन की प्रणाली में परिवर्तन से सम्बन्धित है, दूसरा श्रम शक्ति को खेती से हटाकर अन्य सम्बन्धित कार्यों तथा गैर कृषि क्षेत्रक में लगाना है। इसके फलस्वरूप रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न होंगे तथा कृषकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक नए धारणीय आजीविका विकल्पों का विकास हो रहा है। कृषि के अतिरिक्त कृषि प्रसंस्करण उद्योग रोजगार के अनेक वैकल्पिक अवसर उत्पन्न करते हैं। इसमें ग्रामीण कुटीर एवं लघु उद्योगों को भी शामिल किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के गैर कृषि विकल्पों में निम्न को शामिल किया जा सकता है

  • पशुपालन: ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के साथ-साथ पशुपालन रोजगार का मुख्य विकल्प है। अनेक कृषक ग्रामीण क्षेत्रों में गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी, बतख आदि का पालन कर आय प्राप्त करते हैं। इन क्षेत्रों में महिलाएँ बड़ी संख्या में रोजगार प्राप्त कर रही हैं। इसके अनेक सकारात्मक प्रभाव पड़े हैं, जैसे-लोगों की आय में वृद्धि हुई है, दुग्ध उत्पादन, मांस उत्पादन, ऊन उत्पादन तथा अण्डों के उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। 'ऑपरेशन फ्लड' के फलस्वरूप दुग्ध उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
  • मत्स्य पालन: ग्रामीण क्षेत्रों में मत्स्य पालन भी रोजगार का एक महत्त्वपूर्ण साधन है। वर्तमान में मत्स्य उत्पादन सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 0.8 प्रतिशत है। महासागरीय क्षेत्रों में मत्स्य पालन रोजगार का मुख्य साधन है। मछुआरों के परिवारों के सम्मुख अनेक समस्याएँ हैं जिनका समाधान किया जाना आवश्यक है।
  • उद्यान विज्ञान (बागवानी): देश में बागवानी के अन्तर्गत भी अनेक लोगों को रोजगार उपलब्ध है। इसके अन्तर्गत फल, सब्जियों, रेशेदार फसलों, औषधीय तथा सुगंधित पौधों, मसाले, चाय, कॉफी आदि का उत्पादन किया जाता है। भारत अनेक फलों में विश्व का अग्रणी देश है। बागवानी के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में निरन्तर वृद्धि हो रही है।
  • अन्य रोजगार/आजीविका विकल्प-उपर्युक्त विकल्पों के अतिरिक्त गैर कृषि क्षेत्र में रोजगार के कई अनेक विकल्प मौजूद हैं।

RBSE Class 11 Economics Notes Chapter 6 ग्रामीण विकास

→ धारणीय विकास और जैविक कृषि:
पिछले कुछ वर्षों में रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से हो रहे दुष्प्रभावों को दूर करने हेतु जैविक कृषि पर बल दिया जा रहा है। जैविक कृषि खेती करने की वह पद्धति है जो पर्यावरणीय सन्तुलन को पुनः स्थापित कर उसका संरक्षण और संवर्धन करती है। जैविक कृषि के अनेक प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ हैं। इससे कृषकों की आय बढ़ी है, निर्यातों में वृद्धि हुई है तथा स्वास्थ्यकर भोजन की उपलब्धता में वृद्धि हुई है। जैविक कृषि की अनेक समस्याएँ भी हैं जिन्हें दूर करना आवश्यक है।

निष्कर्ष के रूप में ग्रामीण विकास हेतु कृषि सम्बद्ध उद्योगों का विकास करना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में आधारिक संरचना का विकास करना होगा। नई पर्यावरण मित्र प्रौद्योगिकी को अपनाना होगा एवं श्रेष्ठ विधियों का चयन करना होगा।

Prasanna
Last Updated on July 4, 2022, 12:08 p.m.
Published July 4, 2022