Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Social Science History Chapter 1 हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल Textbook Exercise Questions and Answers.
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पृष्ठ संख्या 2
प्रश्न 1.
पाठ्यपुस्तक के मानचित्र-2 पर भारतीय उपमहाद्वीप में भीतरी इलाकों पर नजर डालें। क्या इनमें उतने ही ब्यौरे हैं जितने समुद्र तट वाले हिस्से में? गंगा के मार्ग को देखें। इसे किस तरह से दर्शाया गया है? इस मानचित्र में तटीय और भीतरी इलाकों के बीच ब्यौरों और बारीकी का जो अन्तर है, आपके ख्याल में उसका कारण क्या है?
उत्तर:
नहीं, मानचित्र-2 पर उपमहाद्वीप के भीतरी इलाकों में उतने ब्यौरे नहीं हैं, जितने समुद्र तट वाले हिस्से में हैं। इसका कारण यह है कि यह मानचित्र यूरोपीय नाविकों तथा व्यापारियों द्वारा प्रयुक्त किया जाता था और वे भारत के आंतरिक स्थानों में नहीं जाते थे। वे तटीय क्षेत्रों में ही लोगों के साथ व्यापार करते थे। इसलिए तटीय क्षेत्रों के ब्यौरे और बारीकी का स्तर मानचित्र में अधिक है।
पृष्ठ संख्या 3
प्रश्न 1.
क्या आपको ऐसे कुछ और शब्दों का ध्यान आता है जिनके अर्थ भिन्न-भिन्न संदर्भो में बदल जाते हैं?
उत्तर:
'जन' शब्द प्रारंभ में किसी विशेष समुदाय के संबोधन के लिए प्रयुक्त होता था। बाद में यह शब्द 'भूमि' के लिए प्रयुक्त हुआ और इसके बाद यह 'जनसंख्या' के लिए प्रयुक्त हुआ।
पृष्ठ संख्या 4
प्रश्न 1.
कागज कब अधिक महँगा था और कब आसानी से उपलब्ध था-तेरहवीं शताब्दी में या चौदहवीं शताब्दी में?
उत्तर:
13वीं शताब्दी के दौरान कागज अधिक महँगा था, लेकिन 14वीं शताब्दी में यह कम महँगा था तथा आसानी से उपलब्ध था।
पृष्ठ संख्या 8
प्रश्न 1.
इस अनुभाग में जो प्रौद्योगिकीय, आर्थिक, कौन-कौन से परिवर्तन आपकी समझ में आपके शहर या गाँव में सबसे महत्त्वपूर्ण रहे?
उत्तर:
विद्यार्थी जिस गाँव या शहर में रहते हैं, उनमें कौन-कौन से प्रौद्योगिकीय, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन आए, उनको स्वयं देखें व उनका वर्णन करें।
पृष्ठ संख्या 10
प्रश्न 1.
अमीर खुसरो द्वारा उल्लिखित भाषाओं की एक सूची बनाइए। और एक सूची उन भाषाओं के नामों की बनाइए जो उनके द्वारा उल्लिखित क्षेत्रों में आज बोली जाती हैं।
उत्तर:
अमीर खुसरो द्वारा उल्लिखित भाषाओं की सूची इस प्रकार है- (1) सिंधी (2) लाहौरी (3) काश्मीरी (4) द्वारसमुद्री (दक्षिणी कर्नाटक में) (5) तेलंगानी (आंध्रप्रदेश में), (6) गूजरी (गुजरात में) (7) मअबारी (तमिलनाडु में), (8) गौडी (बंगाल में), (9) अवधी (पूर्वी उत्तर प्रदेश में), (10) हिंदवी (दिल्ली के आस-पास के क्षेत्र में)
अमीर खुसरो द्वारा उल्लिखित क्षेत्रों में आज बोली जाने वाली भाषाओं की सूची:
क्षेत्र |
आज बोली जाने वाली भाषा |
सिंध (वर्तमान में पाकिस्तान सिंधी में) |
सिंधी |
लाहौर (वर्तमान में पाकिस्तान में) |
पंजाबी/लाहौरी |
काश्मीर |
काश्मीरी |
कर्नाटका |
कन्नड़ |
गुजरात |
गुजराती |
आंध्रप्रदेश |
तेलगू |
तमिलनाडु |
तमिल |
उत्तर प्रदेश |
हिन्दी |
बंगाल |
बंगाली |
देहली |
हिन्दी |
प्रश्न 2.
आप क्या समझते हैं, शासक ऐसे दावे क्यों करते हैं?
उत्तर:
शासक भारत के भिन्न-भिन्न भागों में भूमि के बड़े क्षेत्र के ऊपर अपने नियंत्रण व अपनी सत्ता को दर्शाने हेतु तथा एक शक्तिशाली शासक होने की लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसे दावे करते हैं।
पृष्ठ संख्या 11
प्रश्न 1.
क्या आपको संस्कृत ज्ञान एवं ब्राह्मणों के बारे में अमीर खुसरो की टिप्पणियाँ याद हैं?
उत्तर:
अमीर खुसरो ने संस्कृत के बारे में कहा कि संस्कृत एक प्राचीन भाषा है तथा यह किसी विशेष क्षेत्र की भाषा नहीं है, "जिसे केवल ब्राह्मण जानते हैं, आम जनता नहीं।"
कल्पना करें-
प्रश्न 1.
आप एक इतिहासकार हैं। इस अध्याय में उल्लिखित कोई एक विषय-आर्थिक, सामाजिक या राजनैतिक इतिहास-चुनिए और समझाइए कि आपके विचार में उसकी जानकारी हासिल करना क्यों दिलचस्प होगा?
उत्तर:
मैं एक विषय के रूप में 'राजनैतिक इतिहास' को चुनना चाहूँगा। मेरे विचार में उसकी जानकारी हासिल करना निम्न कारणों से दिलचस्प होगा-
फिर से याद करें-
प्रश्न 1.
अतीत में विदेशी किसे माना जाता था?
उत्तर:
अतीत में किसी गाँव में आने वाला कोई भी अनजाना व्यक्ति, जो उस समाज या संस्कृति का अंग न हो, विदेशी कहलाता था। (ऐसे व्यक्ति को हिन्दी में परदेशी और फारसी में अजनबी कहा जा सकता है।) इसलिए किसी नगरवासी के लिए वनवासी 'विदेशी' होता था किन्तु एक ही गाँव में रहने वाले दो किसान अलग-अलग धर्म या जाति परंपराओं से जुड़े होने पर भी एक-दूसरे के लिए विदेशी नहीं होते थे।
प्रश्न 2.
नीचे उल्लिखित बातें सही हैं या गलत :
(क) सन् 700 के बाद के काल के सम्बन्ध में अभिलेख नहीं मिलते हैं।
(ख) इस काल के दौरान मराठों ने अपने राजनीतिक महत्त्व की स्थापना की।
(ग) कृषि केन्द्रित बस्तियों के विस्तार के साथ कभी-कभी वनवासी अपनी जमीन से उखाड़ बाहर कर दिये जाते थे।
(घ) सुलतान गयासुद्दीन बलबन असम, मणिपुर तथा कश्मीर का शासक था।
उत्तर:
(क) गलत
(ख) सही
(ग) सही
(घ) गलत।
प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों को भरें :
(क) अभिलेखागारों में .............. रखे जाते हैं।
(ख) .............. चौदहवीं सदी का एक इतिहासकार था।
(ग) ............, ............., ............, ............... और .............. इस उपमहाद्वीप में इस काल के दौरान लाई गई कुछ नई फसलें हैं।
उत्तर:
(क) पांडुलिपियाँ, दस्तावेज
(ख) जियाउद्दीन बरनी
(ग) आलू, मक्का, मिर्च, चाय, कॉफी।
प्रश्न 4.
इस काल में हुए कुछ प्रौद्योगिकीय परिवर्तनों की तालिका दें।
उत्तर:
इस काल में हुए कुछ प्रौद्योगिकीय परिवर्तनों की तालिका-
(अ) सिंचाई में रहट का प्रयोग।
(ब) कताई में चर्खे का प्रयोग।
(स) युद्ध में बारूदी हथियारों का प्रयोग।
प्रश्न 5.
इस काल के दौरान हुए कुछ मुख्य धार्मिक परिवर्तनों की जानकारी दें।
उत्तर:
इस काल के दौरान हुए कुछ मुख्य धार्मिक परिवर्तन-
(1) हिन्दू धर्म में हुए परिवर्तन-
(2) नए धर्मों का आगमन।
आइये समझें-
प्रश्न 6.
पिछली कई शताब्दियों में 'हिंदुस्तान' शब्द का अर्थ कैसे बदला है?
उत्तर:
विगत कई शताब्दियों में 'हिन्दुस्तान' शब्द के अर्थ में अनेक परिवर्तन हुए हैं। यथा-
प्रश्न 7.
जातियों के मामले कैसे नियंत्रित किए जाते थे?
उत्तर:
जातियों के मामले निम्न प्रकार नियंत्रित किए जाते थे-
प्रश्न 8.
सर्वक्षेत्रीय साम्राज्य से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
'सर्वक्षेत्रीय साम्राज्य' से आशय है-एक साम्राज्य जो अनेक क्षेत्रों में फैला हुआ हो और जो अनेक क्षेत्रीय राज्यों को मिलाकर बना हो।
आइये विचार करें-
प्रश्न 9.
पांडुलिपियों के उपयोग में इतिहासकारों के सामने कौन-कौन सी समस्यायें आती हैं?
उत्तर:
पांडुलिपियों के उपयोग में इतिहासकारों के समक्ष निम्न प्रमुख समस्यायें आती हैं-
(i) मूल पांडुलिपि की लिखावट को समझने में समस्या हो सकती है।
(ii) मध्य काल में लिपिक या नकलनवीस हाथ से ही पांडुलिपियों की प्रतिलिपि बनाते थे। प्रतिलिपियाँ बनाते हुए लिपिक छोटे-मोटे फेर-बदल करते चलते थे। अन्ततः एक ही मूल ग्रंथ की भिन्न-भिन्न प्रतिलिपियाँ एक-दूसरे से बहुत ही अलग हो गईं। इससे बड़ी गंभीर समस्या पैदा हो गई, क्योंकि मूल पांडुलिपि प्रायः उपलब्ध नहीं होती है। इसलिए. इस बात का अंदाज लगाने के लिए कि मूलतः लेखक ने क्या लिखा था, इतिहासकारों को एक ही ग्रंथ की विभिन्न प्रतिलिपियों का अध्ययन करना पड़ता है।
(iii) कई बार लेखक स्वयं भी समय-समय पर अपने मूल वृत्तांत में संशोधन करते रहते थे।
प्रश्न 10.
इतिहासकार अतीत को कालों या युगों में कैसे विभाजित करते हैं? क्या इस कार्य में उनके सामने कोई 'कठिनाई आती हैं?
उत्तर:
अधिकतर इतिहासकार आर्थिक तथा सामाजिक कारकों के आधार पर ही अतीत को कालों या युगों में विभाजित करते हैं। इस आधार पर इतिहासकार प्रायः इतिहास को तीन काल खण्डों में विभाजित करते हैं-प्राचीनकालीन इतिहास, मध्यकालीन इतिहास और आधुनिक इतिहास।
लेकिन इतिहास का एक कालखण्ड भी अनेक बदलावों से भरा होता है। आखिर 16वीं और 18वीं शताब्दियाँ 8वीं या 11वीं शताब्दियों से काफी भिन्न थीं। फिर 'मध्यकाल' की तुलना प्रायः 'आधुनिक काल' से की जाती है। आधुनिकता के साथ भौतिक उन्नति और बौद्धिक प्रगति का भाव जुड़ा हुआ है। इससे आशय यह निकलता है कि मध्य काल रूढ़िवादी था और उस दौरान कोई परिवर्तन हुआ ही नहीं। लेकिन हम जानते हैं कि ऐसा नहीं था। इन हजार वर्षों में इस उपमहाद्वीप के समाजों में प्रायः परिवर्तन आते रहे हैं।