Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 4 Hindi Chapter 4 पेड़ Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 4 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 4 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.
सोचें और बताएँ -
RBSE Class 4 Hindi Chapter 4 Question Answer प्रश्न 1.
धरती का श्रृंगार किसे बताया गया है?
उत्तर :
धरती का श्रृंगार पेड़ को बताया गया है।
कक्षा 4 हिंदी के प्रश्न उत्तर पाठ 4 प्रश्न 2.
पेड़ को कैसा राजा बताया गया है?
उत्तर :
पेड़ को बिना मुकुट का राजा बताया गया है।
Class 4 Hindi Chapter 4 प्रश्न 3.
पेड़ों को किसका अवतार माना गया है?
उत्तर :
पेड़ों को सेवा का अवतार माना गया है।
लिखें -
Class 4 Hindi Chapter 4 Question Answer प्रश्न 1.
कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए -
(क) पेड़ हमें छाया देते हैं
बिना मुकट के राजा हैं ये,
उत्तर :
स्वयं शीत-गर्मी सहते हैं,
कितना मनमोहक लगते हैं।
(ख) जहाँ पेड़ हैं, ........
............. मेघ बरसते,
सूखी धरती ............
ताल-तलैया सारे भरते।
उत्तर :
शीतलता है,
शीतलता से
हरियाती है,
RBSE Class 4 Hindi Chapter 4 प्रश्न 2.
सही उत्तर का क्रमाक्षर कोष्ठक में लिखें -
(क) हमारे जीवन के आधार हैं -
(अ) कंपड़े
(ब) पेड़
(स) पत्ते
(द) घर।
उत्तर :
(ब) पेड़।
(ख) पेड़ हमेशा कार्य करते हैं -
(अ) दुःखी करने का
(ब) खुशहाली का
(स) उपकार करने का
(द) खड़े रहने का।
उत्तर :
(स) उपकार करने का।
Class 4 Hindi Question Answer प्रश्न 3.
जहाँ पेड़ हैं वहाँ क्या है?
उत्तर :
जहाँ पेड़ हैं वहाँ शीतलता है।
Class 4 Chapter 4 Question Answer प्रश्न 4.
पेड़ किसके घर-बार हैं?
उत्तर :
पेड़ पंछियों के घर-बार हैं।
Class 4 Chapter 4 Hindi Question Answer प्रश्न 5.
पेड़ हमारे लिए क्या-क्या करते हैं?
उत्तर :
पेड़ हमें छाया देते हैं, बारिश करते हैं। पेड हमें स्वस्थ बनाते हैं। पेड़ों से हमें फल, फूल और मेवे मिलते हैं।
भाषा की बात -
पाठ में शीत और गर्मी शब्द आए हैं। ये एकदूसरे के विपरीत अर्थ दे रहे हैं। नीचे दिए गए शब्दों के विपरीत अर्थ वाले शब्द लिखें -
उत्तर :
चर्चा करें -
दो-दो के समूह बनाकर चर्चा करो कि हमें पेड़ों से क्या-क्या फायदे हैं?
उत्तर :
विद्यार्थी अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।
यह भी करें -
तुम्हें पेड़ कैसे लगते हैं और क्यों?
उत्तर :
पेड़ हमें मनमोहक लगते हैं, क्योंकि ये हमें फल, फूल, मेवे व दूसरी चीजें भी देते हैं। वे हर तरह से हमारे लिए लाभदायक होते हैं।
अगर पेड़ नहीं होते तो क्या होता?
उत्तर :
अगर पेड़ नहीं होते तो छाया नहीं मिलती, हमें श्वास लेने के लिए शुद्ध हवा नहीं मिलती, बारिश नहीं होती, फल, फूल, मेवे, लकड़ी व दवाइयाँ इत्यादि चीजें नहीं मिल पातीं और धरती इतनी सुन्दर दिखाई नहीं पड़ती।
पेड़ की छाया कब अच्छी लगती है?
उत्तर :
पेड़ की छाया गर्मी में अच्छी लगती है।
आपके आस-पास पाए जाने वाले पेड़ों के नाम 'मेरा संकलन' में लिखिए।
उत्तर :
छात्र अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न -
प्रश्न 1.
धरती के श्रृंगार कौन हैं?
(अ) फूल
(ब) फल
(स) पत्ते
(द) पेड़।
उत्तर :
(द) पेड़।
प्रश्न 2.
पेड़ किसके परिवार हैं?
(अ) पंछियों के
(ब) जंगल के
(स) धरती के
(द) पशुओं के।
उत्तर :
(ब) जंगल के
प्रश्न 3.
मुकुट कौन पहनता है?
(अ) राजा
(ब) पेड़
(स) आदमी
(द) पंछी।
उत्तर :
(अ) राजा
प्रश्न 4.
ताल-तलैया का अर्थ है
(अ) ताली बजाना
(ब) तेल
(स) तालाब
(द) ताल मिलाना।
उत्तर :
(स) तालाब
रिक्त स्थान भरो -
1. धरती के .............. पेड़ हैं, (आधार/श्रृंगार)
2. जीवन के ......... पेड़ हैं। (अवतार/आधार)
3. करते नित ........... पेड़ हैं, (संचार/उपकार)
4. सेवा के ........... पेड़ हैं। (उपकार/अवतार)
उत्तर :
1. शृंगार
2. आधार
3. उपकार
4. अवतार
सत्य/असत्य -
1. पेड़ जंगल के परिवार हैं। (सत्य/असत्य)
2. पेड़ मुकुट वाले राजा हैं। (सत्य/असत्य)
3. पेड़ सबको कष्ट देते हैं। (सत्य/असत्य)
4. पेड़ फूल, फल, मेवे देते हैं। (सत्य/असत्य)
5. पेड़ किसी से कुछ नहीं लेते हैं। (सत्य/असत्य)
उत्तर :
1. सत्य
2. असत्य
3. असत्य
4. सत्य
5. सत्य।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
पेड़ को किसका द्वार बताया गया है?
उत्तर :
पेड़ को खुशहाली का द्वार बताया गया है।
प्रश्न 2.
जीवन का आधार किसे बताया गया है?
उत्तर :
जीवन का आधार पेड़ को बताया गया है।
प्रश्न 3.
पेड़ हमें कैसे लगते हैं?
उत्तर :
पेड़ हमें मनमोहक लगते हैं।
प्रश्न 4.
पेड़ को किसका परिवार बताया गया है?
उत्तर :
पेड़ को जंगल का परिवार बताया गया है।
प्रश्न 5.
पेड़ क्या सहते हैं?
उत्तर :
पेड़ सर्दी-गर्मी सब सहते हैं।
प्रश्न 6.
पेड़ों से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर :
पेड़ों से दूसरों की सेवा और उपकार करने की शिक्षा मिलती है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
पेड़ों से सूखी धरती हरियाती है। कैसे? समझाइये। .
उत्तर :
जहाँ पेड़ अधिक होते हैं, वहाँ शीतलता होती |है और शीतलता बादलों को बारिश के लिए आकर्षित करती है। बारिश होने से सभी ताल-तलैया भर जाते हैं, सब तरफ हरियाली छा जाती है।
प्रश्न 2.
पेड़ हमें किस प्रकार सम्पन्न बनाते हैं?
उत्तर :
पेड़ों से हमें विभिन्न प्रकार की चीजें प्राप्त होती हैं। पेड़ हमें फल, फूल, मेवे, औषधियाँ, लकड़ी व अन्य कई जीवनोपयोगी चीजें देते हैं जिससे हमारे जीवन में सम्पन्नता आती है।
प्रश्न 3.
पेड़ को सेवा का अवतार क्यों बताया गया है?
उत्तर :
पेड़ हमेशा हमारे लिए सेवक की भाँति काम करते हैं। पेड़ स्वयं धूप-बारिश इत्यादि सहन करते हैं और बदले में हमें छाया, फूल, फल, मेवा व अन्य कई चीजें देते हैं और इसके बदले में कुछ लेते भी नहीं हैं। इसलिए पेड़ को सेवा का अवतार बताया गया
प्रश्न 4.
पेड़ से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर :
पेड़ से हमें यह सीख मिलती है कि दूसरों की सेवा करनी चाहिए और बिना स्वार्थ से लोगों की भलाई करनी चाहिए। किसी से कुछ नहीं लेना चाहिए और सभी को मनचाहे फल-फूल व छाया देकर सहायता करनी चाहिए।
प्रश्न 5.
कविता में पेड़ का क्या महत्त्व बताया गया है?
उत्तर :
कविता में बताया गया है कि पेड़ हमें प्राणवायु देते हैं, पर्यावरण को शुद्ध बनाते हैं। पेड़ वर्षा करने में और रेगिस्तान रोकने में सहायक होते हैं। पेड़ों से हरियाली फैलती है, पक्षियों को आसरा मिलता है और सभी को छाया मिलती है। इस तरह पेड़ का विशेष महत्त्व है।
निबन्धात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
'पेड़' विषय पर दस वाक्य लिखिए।
उत्तर :
पेड़ हमारे लिए बहुत उपयोगी होते हैं। पेड़ों से शुद्ध प्राणवायु मिलती है और पर्यावरण शुद्ध होता है। पेड़ों से हरियाली फैलती है। पेड़ बादलों को आकर्षित करते हैं। पेड़ों पर पक्षियों को आसरा मिलता है। पेड़ |सभी को शीतल छाया देते हैं। पेड़ों से फल, फल व लकड़ियाँ आदि प्राप्त होती हैं। पेड़ों से अनेक उपयोगी सामान बनाया जाता है। पेड़ सदा सभी प्राणियों का उपकार करते हैं। पेड़ प्रकृति के बिना मुकुट के राजा माने जाते हैं।
पाठ परिचय - प्रस्तुत कविता में पेड़ के महत्त्व के बारे में बताया गया है। कवि ने बताया है कि पेड़ों से हरियाली रहती है। पेड़ों से बारिश आती है, पेड़ पक्षियों के रहने का स्थान है और पेड़ों से बहुत सी उपयोगी एवं आवश्यक वस्तुएँ प्राप्त होती हैं। संक्षेप में पेड़ धरती के शृंगार और सेवा के अवतार हैं। इस पाठ के माध्यम से पेड़ लगाने और उनके संरक्षण के महत्त्व को समझाया गया है।
पेड़ कठिन शब्दार्थ एवं सरलार्थ :
धरती के श्रृंगार पेड़ हैं,
जीवन के आधार पेड़ हैं।
पेड़ हमें छाया देते हैं,
स्वयं शीत-गर्मी सहते हैं,
बिना मुकुट के राजा हैं ये
कितने मनमोहक लगते हैं।
कठिन शब्दार्थ :
सरलार्थ - कवि पेड़ की उपयोगिता बताते हुए कहता है कि पेड़ धरती के श्रृंगार हैं। पेड़ हमारे जीवन के मूल आधार हैं। पेड़ खुद सर्दी-गर्मी सहन करते हैं और हमें छाया देते हैं। इनका महत्त्व इतना है कि ये एक बिना मुकुट के राजा के समान हैं। ये अत्यन्त सुन्दर, सबके मन को भाने वाले होते हैं।
जंगल के परिवार पेड़ हैं,
पंछी के घर-बार पेड़ हैं
जहाँ पेड़ हैं, शीतलता है
शीतलता से मेघ बरसते,
सूखी धरती हरियाती है
ताल-तलैया सारे भरते।
कठिन शब्दार्थ :
सरलार्थ - पेड़ के बारे में बताते हुए कवि लिखता है कि पेड़ जंगल रूपी समाज के परिवार हैं। पेड़ पक्षियों के घर-बार हैं। पक्षी पेड़ों पर घोंसला बनाकर रात में विश्राम करते हैं, अपना जीवनयापन करते हैं। जहाँ पेड़ होते हैं वहाँ ठण्डक होती है, शीतलता होती है, और जहाँ शीतलता होती है, वहाँ बादल वर्षा करते हैं। वर्षा होने से सूखी धरती हरी-भरी हो जाती है और सभी पोखर-तालाब पानी से भर जाते हैं।
धरती के उपहार पेड़ हैं
खुशहाली के द्वार पेड़ हैं
स्वस्थ बनाते, श्रम हर लेते
हमें फूल, फल मेवे देते,
करते हैं सम्पन्न सभी को
पर न किसी से कुछ भी लेते
करते नित उपकार पेड़ हैं,
सेवा के अवतार पेड़ हैं।
कठिन शब्दार्थ :
सरलार्थ - पेड़ का महत्त्व बताते हुए कवि लिखता है कि वास्तव में पेड़ खुशहाली के प्रवेश द्वार होते हैं। पेड़ धरती द्वारा दिया गया सबसे अनमोल उपहार है। पेड़ हमें स्वस्थ बनाते हैं, अर्थात् पेड़ों से मिलने वाली शुद्ध हवा और वस्तुओं से हम स्वस्थ रहते हैं। पेड़ हमारी थकान भी दूर कर देते हैं। पेड़ों से हमें फल, फूल और मेवे मिलते हैं, जिनसे हम सम्पन्न भी बनते हैं। पेड़ वास्तव में सबका हित, सबकी भलाई करते हैं और उसके बदले में कुछ भी नहीं लेते हैं। वास्तव में पेड़ सेवा के अवतार हैं, जिनका एकमात्र कार्य | दूसरों की सेवा करना होता है।