RBSE Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण Questions and Answers, Notes Pdf.

The questions presented in the RBSE Solutions for Class 4 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 4 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.

RBSE Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण

1. संज्ञा 

प्रश्न 1.
संज्ञा किसे कहते हैं? 
उत्तर : 
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या गुण के नाम को संज्ञा कहते हैं। जैसे-रमेश, ऊँट, जयपुर, बुढ़ापा आदि। 

प्रश्न 2. 
संज्ञा कितने प्रकार की होती है? उदाहरण सहित लिखो। 
उत्तर : 
संज्ञा तीन प्रकार की होती है - 

  • व्यक्तिवाचक संज्ञा - जैसे - कुरज, रमेश, रश्मि, आम।
  • जातिवाचक संज्ञा - जैसे - पक्षी, बच्चा, कपड़ा, नौकर। 
  • भाववाचक संज्ञा - जैसे - सफेद, बुढ़ापा, बचपन, खुशी। 

RBSE Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण

प्रश्न 3. 
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं? बताइये। 
उत्तर :
जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु आदि का बोध हो, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे-राम, अभिमन्यु, जयपुर आदि। 

प्रश्न 4. 
जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताइए। 
उत्तर : 
जिस शब्द से किसी एक ही जाति की सभी वस्तुओं का पता चलता है, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे-पक्षी, गाय, फूल, नगर आदि। 

प्रश्न 5. 
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा लिखिए। 
उत्तर : 
जिस शब्द से किसी वस्तु के गुण, दशा, भाव, व्यापार आदि का पता चलता है, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे-अच्छाई, बचपन, अमीरी, बुढ़ापा आदि। 

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प्रश्न 6. 
निम्नलिखित शब्दों में से व्यक्तिवाचक, जातिवाचक व भाववाचक संज्ञा शब्द छाँटिए - 
चिड़ियाँ, कुरज, बुढ़ापा, साँप, मन, गोड़ावण, कौआ, गाय, बसंत, आनन्द, ऊँदरा, डूंगरपुर, अण्डे, ज्वार, गोड़ावण, घास, राजा, खरगोश, आसमान; बचपन, सुख। 
उत्तर : 
RBSE Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण 1

2. सर्वनाम 

प्रश्न 1. 
सर्वनाम किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखो। 
उत्तर : 
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। जैसे-वह, वे, तू, तुम, मैं, हम इत्यादि। 

प्रश्न 2. 
सर्वनाम के कितने भेद होते हैं? नाम लिखो। 
उत्तर : 
सर्वनाम के छ: भेद होते हैं - 

  1. पुरुषवाचक सर्वनाम (जैसे-मैं, तुम, हम, वह ऊँदरा आदि)
  2. निश्चयवाचक सर्वनाम (जैसे-ये, वे आदि) 
  3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम (जैसे-कुछ, कोई आदि) 
  4. संबंधवाचक सर्वनाम (जैसे-जो, जिनका, उससे आदि) 
  5. प्रश्नवाचक सर्वनाम (जैसे-क्या, क्यों, कौन आदि) 
  6. निजवाचक सर्वनाम (जैसे-आप, अपना आदि)। 

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प्रश्न 3. 
पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? इसके भेद बताइये। 
उत्तर :
जिस सर्वनाम का प्रयोग कहने वाले, सुनने वाले या अन्य के लिए किया जाता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। 
पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद होते हैं

  1. उत्तम पुरुष - मैं, हम।
  2. मध्यम पुरुष - तू, तुम। 
  3. अन्य पुरुष - वह, वे। 

प्रश्न 4. 
निजवाचक सर्वनाम को उदाहरण सहित समझाइये। 
उत्तर : 
जिससे निज (अपने आप) का बोध हो, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे - 
रमेश अपने आप ही पढ़ने लगा।
मैं आप ही आऊँगा। 
वह स्वयं आ सकता है।

प्रश्न 5. 
सुबह निखिल पापा के पास आया और पापा को देखता रहा। फिर निखिल ने पापा से पूछा, क्या मैं जा सकता हूँ? 
उक्त रेखांकित शब्दों के स्थान पर सर्वनाम का प्रयोग कर पुनः लिखो।
उत्तर : 
सुबह निखिल पापा के पास आया और उनको देखता रहा। फिर उसने उनसे पूछा, क्या मैं जा सकता

3. विशेषण 

प्रश्न 1. 
विशेषण की परिभाषा लिखिए। 
उत्तर : 
संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। जैसे - काला, मीठा, अच्छा, लखनवी आदि। 

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प्रश्न 2.
विशेषण के कितने भेद होते हैं? नाम लिखो। 
उत्तर : 
विशेषण के छः भेद होते हैं - 

  1. गुणवाचक विशेषण 
  2. व्यक्तिवाचक विशेषण
  3. संख्यावाचक विशेषण 
  4. परिमाणवाचक विशेषण 
  5. सार्वनामिक विशेषण 
  6. भिन्नतावाचक विशेषण। 

प्रश्न 3. 
विशेषण की कितनी अवस्थाएँ मानी जाती हैं? लिखिए। 
उत्तर : 
विशेषण की तीन अवस्थाएँ मानी जाती हैं, वे है - 

  1. मूल अवस्था 
  2. उत्तर अवस्था 
  3. उत्तम अवस्था। 

प्रश्न 4. 
गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताइए। 
उत्तर : 
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम के गुण, अवस्था, रंग, आकार या दोष आदि को बताते हैं, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-अच्छा, बुरा, काला, लाल, दानी, चतुर, जवान, मीठा, हरा आदि। 

प्रश्न 5. 
व्यक्तिवाचक विशेषण किसे कहते हैं? उदाहरण भी लिखिए। 
उत्तर : 
जो विशेषण व्यक्तिवाचक संज्ञाओं से बनते हैं, उन्हें व्यक्तिवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-जयपुरी, अजमेरी, पंजाबी, जापानी आदि। 

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प्रश्न 6. 
निम्न वाक्यों में से विशेषण शब्द छाँटिए"रश्मि और राज दोनों बहुत अच्छे मित्र हैं। एक दिन दोनों बाजार गए। रश्मि ने लाल रंग का चश्मा खरीदा, जबकि राज ने एक सुन्दर घड़ी खरीदी।" 
उत्तर : 
बहुत अच्छे, लाल, सुन्दर। 

प्रश्न 7. 
विशेषण शब्दों को लगाकर नये शब्दों का निर्माण कीजिए। 
उत्तर : 
RBSE Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण 2

4. क्रिया 

प्रश्न 1. 
क्रिया की परिभाषा लिखो। 
उत्तर : 
जिस शब्द से किसी कार्य के होने या करने का बोध होता है उसे क्रिया कहते हैं। जैसे - लिखना, पढ़ना, चलना, कूदना, खेलना इत्यादि। 

प्रश्न 2. 
क्रिया के प्रमुख रूप से कितने भेद होते हैं? 
उत्तर : 
प्रमुख रूप से क्रिया के दो भेद होते हैं - 
1. सकर्मक क्रिया
2. अकर्मक क्रिया। 

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प्रश्न 3. 
क्रिया के कितने काल होते हैं? 
उत्तर :
क्रिया के तीन काल होते हैं

  1. वर्तमान काल
  2. भूत काल 
  3. भविष्य काल। 

प्रश्न 4.
'ईशिता और सुयश खेलते हैं।' इस वाक्य में क्रिया शब्द कौनसा है? 
उत्तर : 
खेलते हैं। 

प्रश्न 5. 
निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया शब्द छाँटकर लिखिए। 

  1. सिंह अनेक जीवों को मारता था। 
  2. खरगोश कुछ देर से गया। 
  3. वह कल जयपुर जायेगा। 
  4. गीता पुस्तक पढ़ रही है। 

उत्तर : 

  1. मारता था। 
  2. गया।
  3. जायेगा। 
  4. पढ़ रही है।

5. लिंग 

प्रश्न 1. 
लिंग की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए। 
उत्तर : 
संज्ञा के जिस रूप से परुष या स्त्री जाति का बोध होता है, उसे लिंग कहते हैं। जैसे -
बालक, लड़की, गाय, पुस्तक, राजा आदि। 

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प्रश्न 2. 
लिंग कितने प्रकार के होते हैं? 
उत्तर : 
लिंग दो प्रकार के होते हैं - 
1. पुल्लिंग 
2. स्त्रीलिंग।

प्रश्न 3. 
पुल्लिंग किसे कहते हैं? 
उत्तर : 
शब्द के जिस रूप से पुरुष जाति के होने का बोध होता है, उसे पुल्लिंग कहते हैं। जैसे - अध्यापक, घोड़ा, लड़का आदि। 

प्रश्न 4. 
स्त्रीलिंग किसे कहते हैं? 
उत्तर : 
शब्द के जिस रूप से स्त्री जाति के होने का बोध होता है, उसे स्त्रीलिंग कहते हैं। जैसे-लड़की, किताब, चीनी, माता आदि।

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प्रश्न 5. 
निम्नलिखित पुल्लिंग शब्दों के स्त्रीलिंग शब्द लिखो। 
उत्तर :
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प्रश्न 6. 
निम्नलिखित शब्दों के लिंग बदलकर लिखोराजा, पिता, कुत्ता, पति, पुरुष, भाई।। 
उत्तर
RBSE Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण 4

6. वचन 

प्रश्न 1. 
वचन किसे कहते हैं? 
उत्तर : 
शब्द के जिस रूप से उसके एक अथवा एक से अधिक (अनेक) होने का बोध होता हो, उसे वचन कहते हैं। जैसे-लड़का-लड़के। 

प्रश्न 2. 
वचन कितने प्रकार के होते हैं? समझाइए।
उत्तर : 
वचन दो प्रकार के होते हैं
1. एकवचन - शब्द के जिस रूप से उसके 'एक' होने का बोध होता हो, उसे एकवचन कहते हैं। जैसे - लड़का, पुस्तक, मेज आदि। 
2. बहुवचन - शब्द के जिस रूप से उसके एक से अधिक होने का बोध होता हो, उसे बहुवचन कहते हैं। जैसे - लड़के, पुस्तकें, मेजें आदि। 

प्रश्न 3. 
निम्न शब्दों के बहुवचन बनाइए - 
ताला, कमरा, घोड़ा, छाता, बंदूक, स्त्री, बहन, लता, माला, बालिका, खिड़की, भाषा, ऊँदरा, चिड़िया, डिबिया, गुड़िया, गुरु, छात्र, पाठक, ऋतु, वधू, सेना, पेंसिल, आँख। 
उत्तर : 
ताले, कमरे, घोड़े, छाते, बंदूकें, स्त्रियाँ, बहनें, लताएँ, मालाएँ, बालिकाएँ, खिड़कियाँ, भाषाएँ, ऊँदरे, चिड़ियाएँ, डिबियाएँ, गुड़ियाएँ, गुरुजन, छात्रगण, पाठकगण, ऋतुएँ, वधुएँ, सेनाएँ, पेंसिलें, आँखें।' 

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प्रश्न 4. 
निम्नलिखित एकवचन शब्दों को बहुवचन में लिखिए - 
सहेली, लड़की, रोटी, दवाई, रात, साँस, वीर, गाय।
उत्तर : 

  • सहेली - सहेलियाँ
  • लड़की - लड़कियाँ
  • रोटी - रोटियाँ
  • दवाई - दवाइयाँ
  • रात - रातें
  • साँस - साँसें
  • वीर - वीरों
  • गाय - गायों।

7. उपसर्ग 

प्रश्न 1. 
उपसर्ग किसे कहते हैं?
उत्तर : 
जो शब्दांश किसी शब्द के पूर्व में जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता लाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। जैसे - अ + काल = अकाल, सु + पुत्र = सुपुत्र। 

प्रश्न 2. 
निम्नलिखित उपसर्गों का प्रयोग कर नये शब्द बनाइए - 
(1) अ (2) परा (3) स (4) अव (5) वि (6) कु (7) सह (8) अन (9) दु (10) दुर्।
उत्तर : 
उपसर्ग - शब्द 

  1. अ - अज्ञान, अन्याय, असत्य 
  2. परा - पराधीन, पराजय, पराभव 
  3. स - सफल, सजल, सजीव 
  4. अव - अवगुण, अवनति, अवतरण 
  5. वि - विज्ञान, विनाश, विदेश 
  6. कु - कुमति, कुपुत्र, कुसंगति 
  7. सह - सहचर, सहदेव, सहयोग 
  8. अन - अनजान, अनबन, अनपढ़ 
  9. दु - दुसाध्य, दुबला, दुसह 
  10. दुर् - दुर्जन, दुर्लभ, दुर्बल। 

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प्रश्न 3. 
'अ' उपसर्ग जोड़कर बना नया शब्द है -
(अ) अतिरिक्त 
(ब) अत्यन्त 
(स) अधर्म 
(द) अत्याचार 
उत्तर : 
(स) अधर्म।

प्रश्न 4.
उप और सु उपसर्ग लगाकर तीन-तीन शब्द बनाइए। 
उत्तर : 
उप - उपकार, उपदेश, उपस्थिति। 
सु - सुगन्ध, सुलभ, सुगम।

8. प्रत्यय 

प्रश्न 1. 
प्रत्यय किसे कहते हैं? 
उत्तर : 
जो शब्दांश किसी शब्द के अन्त में जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता लाते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं। जैसे - टोपी + दार = टोपीदार, हल + धर = हलधर। 

प्रश्न 2. 
निम्न प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए। 

  1. दार 
  2. ची 
  3. आई 
  4. ता 
  5. इमा 
  6. आवट 
  7. नी 
  8. हारा 
  9. आ 
  10. आर। 

उत्तर :
प्रत्यय - शब्द 

  1. दार - जायकेदार, पानीदार, इज्जतदार 
  2. ची - नकलची, खजांची, मसालची 
  3. आई - पढ़ाई, लिखाई, पिसाई 
  4. ता - मानवता, सरलता, दयालुता 
  5. इमा - नीलिमा, लालिमा, कालिमा 
  6. आवट - थकावट, लिखावट, सजावट 
  7. नी - ओढ़नी, शेरनी, चलनी। 
  8. हारा - खेवनहारा, देखनहारा, पालनहारा 
  9. आ - झूला, मेला, भला 
  10. आर - कुम्हार, सुनार, लुहार।

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प्रश्न 3. 
'पन' और 'बाज' प्रत्यय लगाकर दो-दो शब्द बनाइए। 
उत्तर : 
पन-बचपन, अपनापन। बाज-दगाबाज, धोखेबाज।

प्रश्न 4.
'ई' और 'आई' प्रत्यय जोड़कर तीन-तीन शब्द बनाइए। 
उत्तर :
ई-तेली, पुत्री, जयपुरी। आई-लड़ाई, चढ़ाई, पढ़ाई।

9. सन्धि 

प्रश्न 1. 
सन्धि की परिभाषा लिखिए। 
उत्तर : 
दो वर्गों के मेल से होने वाले परिवर्तन को सन्धि कहते हैं। अर्थात् जब दो वर्ण आपस में मिलकर नया रूप धारण करते हैं, उसे सन्धि कहते हैं। 

प्रश्न 2. 
सन्धि के मुख्य रूप से कितने भेद होते हैं? नाम लिखिए। 
उत्तर :
सन्धि के मुख्य रूप से तीन भेद होते हैं - स्वर सन्धि, व्यंजन सन्धि और विसर्ग सन्धि। 

प्रश्न 3. 
न्याय + अधीश जोड़कर या सन्धि करके 'न्यायाधीश' शब्द बनता है। इसी प्रकार नये शब्द बनाइए। 
उत्तर : 

  • जिला + अधीश = जिलाधीश।
  • छात्र + आवास = छात्रावास। 
  • विद्या + आलय = विद्यालय। 
  • मठ + अधीश = मठाधीश।
  • गण + अधीश = गणाधीश। 
  • उत्तर + अधिकारी = उत्तराधिकारी। 
  • भाव + अर्थ = भावार्थ। 
  • सरल + अर्थ = सरलार्थ। 
  • परम + अणु = परमाणु।
  • परम + आनन्द = परमानन्द।

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प्रश्न 4. 
पर + उपकार जोड़कर 'परोपकार' शब्द बनता है। इसी प्रकार नये शब्द बनाइए। 
उत्तर :  

  • पर + उपदेश = परोपदेश।
  • महा + उदय = महोदय। 
  • चन्द्र + उदय = चन्द्रोदय। 
  • महा + उत्सव = महोत्सव। 
  • महा + इन्द्र = महेन्द्र। 
  • राजा + इन्द्र = राजेन्द्र। 
  • नर + ईश = नरेश।
  • महा + ईश = महेश। 
  • योग + ईश = योगेश।
  • सूर्य + उदय = सूर्योदय। 

10. शब्द के अलग-अलग अर्थ
अथवा
अनेकार्थी शब्द

एक ही शब्द के अनेक अर्थ रखने वाले शब्द अनेकार्थी कहलाते हैं - जैसे : कनक - के अनेकार्थी शब्द - धतूरा, गेहूँ, सोना। प्रश्न - निम्नलिखित के अनेकार्थी शब्द लिखिए - 

  1. अक्षर = गगन, मोक्ष, धर्म, वर्ण, सत्य, जल आदि। 
  2. अर्थ = हेतु, धन, प्रयोजन आदि। 
  3. कर = हाथ, किरण, टैक्स आदि।
  4. कृष्ण वासुदेव = पुत्र, काला, कौआ, अंधकार। 
  5. कनक = धतूरा, सोना, गेहूँ, पलाश, वृक्ष। 
  6. तात = भाई, पिता, मित्र, प्यारा आदि। 
  7. दल = पक्ष, पत्ता, सेना, हिस्सा आदि। 
  8. द्विज = पक्षी, क्षत्रिय, वैश्य, ब्राह्मण आदि। 

शब्द को अलग-अलग अर्थ में समझना - 

  1. यह मेरे दो कर हैं। (हाथ के अर्थ में) 
  2. यह सूर्य की कर है। (किरण के अर्थ में) 
  3. मैं दो प्रकार के कर देता हूँ। (टैक्स के अर्थ में)

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11. विलोम शब्द 

प्रश्न 1.
विलोम शब्द किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए। 
उत्तर : 
जो शब्द एक-दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ प्रकट करते हैं, उन्हें विलोम शब्द कहते हैं। 
जैसे - छोटा-बड़ा, अंदर-बाहर आदि।

प्रश्न 2. 
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए। 
उत्तर
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प्रश्न 3. 
नीचे आमने-सामने विपरीत अर्थ (विलोम) वाले शब्द दिये गये हैं। उन्हें सही क्रम से लिखिए - 
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उत्तर : 

  • बड़ा - छोटा। 
  • राजा - रंक। 
  • सुखी - दुःखी। 
  • नीचे - ऊपर। 
  • कच्चा - पक्का। 
  • देवता - राक्षस। 
  • पुत्र - पुत्री। 

12. समानार्थी (पर्यायवाची) शब्द 

प्रश्न 1. 
समानार्थी (पर्यायवाची) शब्द किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताइये। उत्तर : समानार्थी शब्दों को पर्यायवाची भी कहा जाता है। ये शब्द हमारे ज्ञान को बढ़ाते हैं। इनका शाब्दिक |अर्थ है, अन्य या दूसरा। वे शब्द जो भिन्न-भिन्न होते |हुए भी किसी एक ही अर्थ को स्पष्ट करते हैं। जैसे'हवा' शब्द का समानार्थी शब्द 'वायु' होता है। लेखन |में इसका प्रयोग 'पवन', 'समीर','वात' आदि के रूप में भी किया जा सकता है। 

प्रश्न 2. 
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखो। 
उत्तर :
शब्द - पर्यायवाची शब्द 

  • धरती - भू, भूमि, धरा, पृथ्वी 
  • पक्षी - विहंग, खम, नभचर, पंछी 
  • दिन - दिवस; वासर, वार, दिवा 
  • तलवार - खड्ग, शमशीर, असि, तेग। 
  • तालाब - ताल, सरोवर, जलाशय, सर 
  • देवता - देव, सुर, अमर, निर्जर 
  • अँधेरा - अंधकार, तम, तिमिर, तमस
  • कपड़ा - वस्त्र, वसन, चीर, अंबर
  • किरण - रश्मि, अंशु, कर, मरीचि 
  • बादल - नीरद, मेघ, घन, वारिद
  • पुष्प - फूल, प्रसून, सुमन, कुसुम
  • सूर्य - भानु, रवि, भास्कर, दिनेश 
  • कमल - पंकज, नीरज, सरोज, जलज 
  • संध्या - सायंकाल, शाम, गोधूलि, सिंज्या 
  • स्त्री - नारी, अबला, महिला, कामिनी
  • नदी - सरिता, सलिला, तटिनी, सरित 
  • सिंह - वनराज, शेर, केसरी, मृगराज 
  • पत्ता - पात, पत्र, पर्ण, दल
  • हवा - पवन, अनिल, मरुत, समीर 
  • आँख - नयन, चक्षु, नेत्र, लोचन 
  • बाग - बगीचा, उपवन, वाटिका, उद्यान 
  • घर - गृह, सदन, भवन, निकेतन 
  • चन्द्रमा - शशि, चन्द्र, चाँद, इंदु 
  • जंगल - कानन, विपिन, वन, अरण्य।
  • पानी - तोय, नीर, जल, सलिल
  • आकाश - गगन, नभ, अम्बर, व्योम। 

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प्रश्न 3. 
निम्नलिखित में से सही पर्यायवाची शब्द छोटिए - 

  • पुराना - नवीन, नया, प्राचीन। 
  • सुख - दुःख, दुःखी, आनन्द। 
  • स्वस्थ - बीमार, अस्वस्थ, नीरोगी। 

उत्तर : 

  • पुराना - प्राचीन। 
  • सुख - आनन्द। 
  • स्वस्थ - नीरोगी।

13. मुहावरे 

प्रश्न 1. 
मुहावरा किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए। 
उत्तर : 
जब कोई वाक्यांश अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ बताता है, तो उसे मुहावरा कहते
पानी
जैसे - मुहावरा - आग में घी डालना
सामान्य अर्थ - अग्नि में घी डालना।
विशेष अर्थ - क्रोध को और भड़काना। 

प्रश्न 2. 
निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखो और. वाक्यों में प्रयोग करो -

  1. खून खौलना 
  2. टूट पड़ना 
  3. नमक-मिर्च लगाकर कहना 
  4. आग बबूला होना 
  5. छोटे मुँह बड़ी बात 
  6. आँख दिखाना 
  7. धाक जमाना 
  8. जी चुराना 
  9. पोल खुलना 
  10. भाग खड़े होना। 

उत्तर : 

  1. खून खौलना - अत्यधिक क्रोध आना। वाक्य में प्रयोग-सेंगाभाई को घसीटते देख कालीबाई का खून खौल उठा। 
  2. टूट पड़ना - एकदम से झपट पड़ना। वाक्य में प्रयोग सभी लोग मिठाई पर टूट पड़े। 
  3. नमक - मिर्च लगाकर कहना बढ़ा-चढ़ा कर कहना। वाक्य में प्रयोग जागीरदार ने सामंत को नमक-मिर्च लगाकर बात कही। 
  4. आग-बबूला होना - गुस्सा आना। वाक्य में प्रयोग-कालीबाई के मना करने पर अंग्रेज अफसर आग-बबूला हो गया। 
  5. छोटे मुँह बड़ी बात - अपनी हैसियत से ज्यादा कहना। वाक्य में प्रयोग मन्त्री ने कहा कि तुम छोटे मुँह बड़ी बात करते हो। 
  6. आँख दिखाना - डराना। वाक्य में प्रयोग-एक तो चोरी करते हो, ऊपर से। आँख दिखाते हो।
  7. धाक जमाना - प्रभाव होना। वाक्य में प्रयोग-राज ने अपनी काबिलियत से सब जगह धाक जमा ली। 
  8. जी चुराना - मन न लगना। वाक्य में प्रयोग रश्मि आजकल पढ़ाई से जी चुराने लगी है। 
  9. पोल खुलना - रहस्य प्रकट होना। वाक्य में प्रयोग-चोरी पकड़े जाने पर उसकी पोल खुल गई। 
  10. भाग खड़े होना - भाग जाना। वाक्य में प्रयोग लोगों की बढ़ती भीड़ को देखकर अपराधी भाग खड़े हुए।

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14. विराम चिह्न 

प्रश्न 1. 
विराम चिह्न किसे कहते हैं? 
उत्तर :
लिखते समय अपनी बात को ठीक तरह से समझाने के लिए हम जिन चिह्नों का प्रयोग करते हैं, उन्हें विराम चिह्न कहते हैं।

प्रश्न 2. 
योजक चिह्न किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताइये। 
उत्तर : 
जब कोई शब्द अपने सम्बद्ध शब्द के साथ आता है अथवा किसी शब्द की आवृत्ति होती है तब दोनों शब्दों के बीच योजक चिह्न का प्रयोग होता है। जैसे-पाप-पुण्य, सुख-दु:ख, दाल-भात, माता-पिता आदि।

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प्रश्न 3. 
निम्नलिखित विरामचिह्न का नाम बताइए - 
(? , । ! -) 
उत्तर : 
? - प्रश्नवाचक चिह्न
, - अल्प विराम
। - पूर्ण विराम
! - विस्मयबोधक चिह्न
_ - योजक चिह्न। 

प्रश्न 4.
इन विराम चिह्नों का उपयोग करते हुए निम्न वाक्यों को पुनः लिखो। 
1. बहुत निहोरे किए तब भी वह नहीं माना 
2. अरे वाह मजा आ गया। 
3. मैं तो नौकर हूँ 
4. यह खेत किसका है 
5. हरा भरा खेत देखकर कुरज वहीं उत्तर गई 
उत्तर : 
1. बहुत निहोरे किए, तब भी वह नहीं माना। 
2. अरे वाह! मजा आ गया। 
3. मैं तो नौकर हूँ। 
4. यह खेत किसका है? 
5. हरा-भरा खेत देखकर कुरज वहीं उतर गई।

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15. 'र' के विभिन्न रूप व उनका प्रयोग 

'र' के विभिन्न रूप तथा उनका प्रयोग निम्नलिखित प्रकार से हिन्दी में किया जाता है -
(i) र् = 'र' का यह रूप स्वर रहित है। इसे आधा 'र' कहा जाता है। जैसे - धर्म कर्म। 
(ii) जब र रूप 'उ' या 'ऊ' की मात्रा के साथ आता है, तब 'उ' या 'ऊ' की मात्रा 'र' के पाँव में न लगकर सदैव उसकी कमर में लगा करती है। जैसे - र् + उ = रु (रुपया), र् + ऊ = रू (रूप)। 
(iii) र रूप जब दो मूल व्यंजनों के मध्य उच्चारण की दृष्टि में आने पर वह अपने आगे आने वाले व्यंजन के पैरों में लिखा जाता है। (1) जैसे - क्र (क्रम, क्रय) प + र् = प्र (प्रतिज्ञा), म् + र् = म्र (नम्र) आदि। 
(iv) र् व्यंजन के स्वर के बाद आने पर, वह अगले व्यंजन के ऊपर लिखा जाता है। 'र' का यह प्रयोग 'रेफ' (') कहलाता है। जैसे - र् + म = र्म (कर्म, धर्म) र् + व = र्व (पर्वत), र् + द = द (दर्द) आदि। 
(v) 'र' का यह रूप 'अ' स्वर सहित है। जब ट् और इ से 'र' का संयोग होता है तब 'र्' उनके नीचे अपना रूप (∧) 'परिवर्तित करके जुड़ता है। जैसे ट् + र् = ट्र (ट्रेन), ड्र् + र् = ड्र (ड्रेस)। 
(vi) 'र' से पूर्व यदि स्वर रहित 'त्' आता है, तो निम्न रूप में लिखा जाता है जैसे - त् + र् = त्र (मित्र, त्राण, शत्रु) आदि।

16. संयुक्ताक्षर युक्त शब्दों का निर्माण 

संयुक्ताक्षर वाले शब्दों को समझकर नये संयुक्ताक्षर युक्त शब्द निर्माण 
क्ष, त्र, ज्ञ, श्र ये सभी वर्ण संयुक्ताक्षर कहलाते हैं। इन वर्णों का निर्माण इस प्रकार होता है - 
(1) क् + ष् + अ - क्ष = क्षय : क् + ष् + अ + य् + अ
अक्षरः अ + क् + ष् + अ + र् + अ 
(2) त् + र् + अ - त्र = छत्र : छ + अ + त् + र् + अ
त्राण : त् + र् + आ + ण् + अ 
(3) ज् + ञ् + अ - ज्ञ = यज्ञ : य् + अ + ज् + ञ् + अ
ज्ञानी : ज् + ञ् + आ + न् + ई 
(4) श् + र् + अ - श्र = श्रवण : श् + र् + अ + + अ + +अ
श्रुति : श् + र् + उ + त् + इ

RBSE Class 4 Hindi Vyakaran व्याकरण

17. अनुनासिक स्वर तथा अनुस्वार की पहचान 

(i) अनुनासिक (ँ) और अनुस्वार (·) हिन्दी में अलग-अलग ध्वनियाँ हैं। इन ध्वनियों के उच्चारण में ध्वनि मुख के साथ-साथ नासिका-द्वार से भी निकलती है। अनुनासिक के उच्चारण में नाक से बहुत कम श्वास निकलती है और मुख से अधिक। जैसेआँसू, आँत, गाँव, चिड़ियाँ इत्यादि। अनुस्वार (·) के उच्चारण में नाक से अधिक श्वास निकलती है और मुख से कम। जैसे-अंक, अंश, पंच, भंग इत्यादि।

(ii) अनुनासिक स्वर की विशेषता है अर्थात् अनुनासिक स्वरों पर चन्द्र बिन्दु लगता है लेकिन अनुस्वार एक व्यंजन ध्वनि है। अनुस्वार की ध्वनि प्रकट करने के लिए वर्ण पर बिन्दु लगाया जाता है। 

(iii) अनुनासिकता को प्रकट करने के लिए शिरोरेखा के ऊपर चन्द्र बिन्दु (ँ) का प्रयोग किया जाता है परन्तु जब शिरोरेखा के ऊपर स्वर की मात्रा भी लगी (·) होती है तो सुविधा के लिए स्थानाभाव के कारण चन्द्र बिन्दु (ँ) की जगह मात्र बिन्दु (·) लगा दिया जाता है। जैसे-हैं, क्योंकि, गेंद, मैं आदि।

Prasanna
Last Updated on Sept. 13, 2022, 4:59 p.m.
Published Sept. 9, 2022