Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 4 Hindi Chapter 13 गुरु भक्त कालीबाई Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 4 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 4 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.
सोचें और बताएँ -
प्रश्न 1.
आदिवासियों का गढ़ किसे कहा गया है?
उत्तर :
दक्षिणी राजस्थान को आदिवासियों का गढ़ कहा गया है।
प्रश्न 2.
सेंगाभाई बालकों को क्या सनाते थे?
उत्तर :
सेंगाभाई बालकों को अंग्रेजों के अत्याचार व सामन्तों के शोषण की कहानियाँ सुनाते थे।
प्रश्न 3.
प्रजामण्डल की बैठक में कौन-कौन उपस्थित थे?
उत्तर :
प्रजामंडल की बैठक में सभी सदस्यों के साथ नानाभाई खाँट और सेंगाभाई रोत उपस्थित थे।
लिखें -
प्रश्न 1.
सही उत्तर का क्रमाक्षर कोष्ठक में लिखें -
(क) अंग्रेजों के अत्याचार की कहानियों को ध्यान से सुना जाता था
(अ) नानाभाई द्वारा
(ब) सेंगाभाई द्वारा
(स) कालीबाई द्वारा
(द) न्यायाधीश द्वारा।
उत्तर :
(स) कालीबाई द्वारा।
(ख) सेंगाभाई को ट्रक से बाँधकर घसीटते देखा तो कालीबाई ने क्या किया?
(अ) जोर-जोर से चिल्लाई
(ब) रोकने के लिए कहा
(स) भीड़ में खड़ी हो गई
(द) हंसिया से रस्सी काट दी।
उत्तर :
(द) हंसिया से रस्सी काट दी।
प्रश्न 2.
आजादी का विचार कौनसी संस्था जनजन तक पहुँचा रही थी?
उत्तर :
प्रजामण्डल आजादी का विचार जन-जन तक पहुँचा रही थी।
प्रश्न 3.
कालीबाई का खून क्यों खौलने लगता था?
उत्तर :
अंग्रेजों व सामन्तों के अत्याचारों व शोषण की कहानियाँ सुनकर कालीबाई का खन खौलने लगता था।
प्रश्न 4.
नानाभाई ने क्या प्रण किया?
उत्तर :
जब तक जान है तब तक रास्तापाल पाठशाला बन्द नहीं होने देने का प्रण नानाभाई ने किया।
प्रश्न 5.
गाँव के लोगों ने जागीरदार की बैठक में भाग क्यों नहीं लिया?
उत्तर :
क्योंकि नानाभाई ने घर-घर जाकर लोगों को जमींदार की बैठक में भाग नहीं लेने के लिए समझाया था।
प्रश्न 6.
खेत से आते समय कालीबाई ने क्या देखा?
उत्तर :
कालीबाई ने खेत से आते समय देखा कि सिपाही सेंगाभाई को ट्रक से बाँधकर घसीट रहे हैं।
प्रश्न 7.
कालीबाई ने जब रस्सी काट दी तो सिपाहियों ने क्या किया?
उत्तर :
कालीबाई ने जब रस्सी काट दी तो सिपाहियों ने कालीबाई को गोलियों से भून दिया।
प्रश्न 8.
रास्तापाल में हजारों भील क्यों एकत्र हो गए?
उत्तर :
भील बाला के मारे जाने से मारु-ढोल का मातमी स्वर सुनकर रास्तापाल में हजारों भील एकत्र हो गए।
प्रश्न 9.
नानाभाई के हत्यारे क्यों भाग गए?
उत्तर :
भीलों की जमा भीड़ से उत्पन्न विकट स्थिति को देखकर नानाभाई के हत्यारे भाग गए।
भाषा की बात -
न्याय में 'अधीश' जोड़कर न्यायाधीश बनता है। आप भी नीचे लिखे शब्दों में 'अधीश' शब्द जोड़कर नए शब्द बनाएँ।
न्याय + अधीश - न्यायाधीश
जिला - ..............
मठ - ............
द्वारिका - .............
गण - ...............
उत्तर :
जिला + अधीश = जिलाधीश
मठ + अधीश = मठाधीश
द्वारिका + अधीश = द्वारिकाधीश
गण + अधीश = गणाधीश।
नीचे दिए गए शब्दों के अन्तिम वर्ण 'ण' के स्थान पर 'क' जोड़कर पुनः लिखें -
संरक्षण - संरक्षक
निरीक्षण - .............
पोषण - ...........
शिक्षण - ...........
उत्तर :
निरीक्षण = निरीक्षक।
पोषण = पोषक।
शिक्षण = शिक्षक।
"अंग्रेजों के अत्याचार की कहानियाँ सुनकर कालीबाई का खून खौलने लगा।" इस वाक्य में क्रोध आने लगा होता है।
1. पाठ में कुछ मुहावरे आए हैं। उनको छाँटकर लिखें।
उत्तर :
नमक-मिर्च लगाकर कहना
आग-बबूला होना
छोटे मुँह बड़ी बात
क्रोध का सागर उमड़ना
टूट पड़ना
भौंहें तनना
भाग खड़े होना
खून खौलना।
2. शिक्षक से पूछकर इन मुहावरों का अर्थ जानें।
उत्तर :
नमक-मिर्च लगाकर कहना = बढ़ा-चढ़ा कर कहना।
आग-बबूला होना = बहुत तेज गुस्सा आना।
छोटे मुँह बड़ी बात = अपने स्तर से ज्यादा बड़ी बात कहना।
क्रोध का सागर उमड़ना = आग-बबूला होना।
टूट पड़ना = झपटना।
भौंहें तनना = क्रोध आना।
भाग खड़े होना = भाग जाना।
खून खौलना = गुस्सा आना।
पाठ में 'गुरुभक्त' तथा 'परमभक्त' शब्द आए हैं। 'भक्त' जोड़कर ऐसे ही शब्द बनाएँ।
उत्तर :
देशभक्त, रामभक्त, शिवभक्त, अन्धभक्त, अनन्यभक्त, स्वामिभक्त।
नीचे दिए गए उदाहरण के अनुसार क्रियाओं के रूप बदलकर वाक्य लिखें -
(क) दौड़ना - मोहन दौड़ता है। रोशन दौड़ा। करीम दौड़ेगा।
उत्तर :
(ख) लिखना - मैं लिखता हूँ। तुमने लिखा। वह लिखेगा।
(ग) खाना - राम खाता है। मोहन ने खाया। सीता खाएगी।
(घ) पीना - मैं पानी पीता हूँ। सुरेश ने पानी पिया। राजेश पानी पिएगा।
(ङ) खेलना - सुयश खेलता है। ईशिता ने खेला। निहिल खेलेगा।
(च) हँसना - राज हँसता है। वह हँसा। रश्मि हँसेगी।
(छ) गाना - मैं गाता हूँ। उसने गाया। तुम गाओगे।
यह भी करो -
आपके पास-पड़ोस में अत्याचार का विरोध करने वाली कौन-सी घटना घटी है? चर्चा करें।
उत्तर :
छात्र स्वयं चर्चा करें।
तुम क्या करोगे यदि -
1. कोई जानवरों को पीट रहा हो?
2. दो बालक आपस में झगड़ रहे हों?
उत्तर :
1. यदि कोई जानवरों को पीट रहा हो, तो हम उसे ऐसा करने से रोकेंगे। किसी निरीह पशु को सताना कानूनी तौर पर अपराध है अतः उसकी शासन से शिकायत करेंगे।
2. यदि दो बालक आपस में झगड़ रहे हों, तो हम उन्हें समझायेंगे और उनमें आपस में सुलह करायेंगे। उन्हें मित्रता से रहने के लिए प्रेरणा देंगे।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न -
प्रश्न 1.
विद्यालय में शिक्षण कार्य कौन करता था?
(अ) कालीबाई
(ब) सेंगाभाई
(स) नानाभाई
(द) सामन्त।
उत्तर :
(ब) सेंगाभाई
प्रश्न 2.
रास्तापाल गाँव किस जिले में है?
(अ) उदयपुर
(ब) चित्तौड़गढ़
(स) डूंगरपुर
(द) बाँसवाड़ा।
उत्तर :
(स) डूंगरपुर
प्रश्न 3.
लोगों को घर-घर जाकर किसने समझाया था?
(अ) नानाभाई ने
(ब) न्यायाधीश ने
(स) कालीबाई ने
(द) सेंगाभाई ने।
उत्तर :
(अ) नानाभाई ने
प्रश्न 4.
ट्रक से बाँधकर किसे घसीटा गया?
(अ) कालीबाई को
(ब) पुलिस अफसर को
(स) नानाभाई को
(द) सेंगाभाई को।
उत्तर :
(द) सेंगाभाई को।
रिक्त स्थान भरो -
1. आजादी से पहले यहाँ कोई .......... स्कूल नहीं था। (अच्छा/सरकारी)
2. उन दिनों इस क्षेत्र के लोगों पर .......... मार थी। (तिहरी/दोहरी)
3. वह भी अपने ........... की परमभक्त थी। (देवता/गुरु)
4. उसने पाठशाला को बन्द करने का एक ...... रचा। (षड्यन्त्र/दुश्चक्र)
उत्तर :
1. सरकारी
2. दोहरी
3. गुरु
4. षड्यंत्र
सत्य/असत्य -
1. पाठशाला के संरक्षक नानाभाई खाँट थे। (सत्य/असत्य)
2. सब लोग सामंत से खुश थे। (सत्य/असत्य)
3. कालीबाई अपने गुरु की परमभक्त थी। (सत्य/असत्य)
4. अंग्रेज सिपाही ने कालीबाई को ट्रक से बाँध कर खींचा। (सत्य/असत्य)
उत्तर :
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. असत्य।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
रास्तापाल के विद्यालय में कौन पढाता था?
उत्तर :
उस विद्यालय में सेंगाभाई रोत पढ़ाते थे।
प्रश्न 2.
क्षेत्र के लोगों पर दोहरी मार किस प्रकार थी?
उत्तर :
क्षेत्र के लोगों पर अंग्रेजों के कठोर शासन और सामन्त के अत्याचार के कारण दोहरी मार थी।
प्रश्न 3.
कौनसी बात जागीरदार को नहीं पच पाई?
उत्तर :
विद्यालय में देश-प्रेम का पाठ पढ़ाने की बात जागीरदार को नहीं पच पाई।
प्रश्न 4.
सेंगाभाई को ट्रक से बाँधते समय कालीबाई कहाँ गई हुई थी?
उत्तर :
उस घटना के समय कालीबाई खेत पर गई हुई थी।
प्रश्न 5.
वह कौन-सा दिन था, जब पाठशाला के बाहर ट्रक आकर रुका?
उत्तर :
वह 19 जून, 1947 का दिन था, जब पाठशाला के बाहर एक ट्रक आकर रुका।
लघूत्तरात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
किस बात को सुनकर जिला न्यायाधीश आग-बबूला हो गए?
उत्तर :
पाठशाला बन्द करने की बात पर सेंगाभाई द्वारा यह कहने पर कि बालकों को शिक्षा देना राज्य का कार्य है, हम वही कर रहे हैं, परन्तु आप उसे भी बन्द करवाना चाहते हैं। यह तो कोई न्याय नहीं है। यह सुनकर जिला न्यायाधीश आग-बबूला हो गए।
प्रश्न 2.
प्रजामण्डल पाठशालाओं के माध्यम से क्या कार्य कर रहा था?
उत्तर :
प्रजामण्डल पाठशालाओं के माध्यम से आजादी के विचार को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य कर रहा था।
प्रश्न 3.
जागीरदार क्यों झल्ला उठा?
उत्तर :
जागीरदार ने विद्यालय बन्द करवाने का षड्यंत्र रच कर लोगों की बैठक बुलाई, लेकिन नानाभाई के समझाने के बाद कोई भी व्यक्ति बैठक में नहीं आया। इससे जागीरदार झल्ला उठा।
प्रश्न 4.
खेत से वापस लौटने पर कालीबाई ने क्या देखा?
उत्तर :
कालीबाई ने देखा कि नानाभाई जमीन पर पड़े हुए हैं। सेंगाभाई को ट्रक से बाँधकर घसीटा जा रहा है। पाठशाला के बाहर गाँव के लोगों की भीड़ जमा हो गई, परन्तु सब सहमे हैं।
प्रश्न 5.
अपने गुरु की हालत देखकर कालीबाई ने क्या किया?
उत्तर :
कालीबाई उस समय खेत से आ रही थी। अपने गुरु की वह हालत देखकर उसकी भौंहें तन गईं। उससे रहा नहीं गया। उसने आव देखा न ताव, घास का गट्ठर जमीन पर फेंककर बिजली की तरह ट्रक की तरफ लपकी। उसने एक झटके से रस्सी को काट दिया।
निबन्धात्मक प्रश्न -
प्रश्न 1.
'गुरुभक्त कालीबाई' पाठ से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर :
'गुरुभक्त कालीबाई' पाठ में एक आदिवासी लड़की की गुरुभक्ति का वर्णन किया गया है। इससे शिक्षा मिलती है कि अपने गुरुजनों का सदा आदर करना चाहिए। कक्षा में मनोयोग से पढ़ना चाहिए। देश-भक्ति की भावना रखनी चाहिए। देश की खातिर अपने प्राणों की परवाह नहीं करनी चाहिए। चाहे अन्याय कोई भी करे, उसका डटकर विरोध करना चाहिए। लोगों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने में सहयोग करना चाहिए।
प्रश्न 2.
भील बालिका कालीबाई के चरित्र की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर :
भील बालिका कालीबाई कलासुआ की उम्र तेरह वर्ष की थी। उसके चरित्र की ये विशेषताएँ थीं -
पाठ का सार - दक्षिणी राजस्थान में डूंगरपुर जिले का एक गाँव है-रास्तापाल। आजादी से पहले यहाँ कोई सरकारी स्कूल नहीं था। एक पाठशाला प्रजामण्डल चलाता था, जिसके संरक्षक नानाभाई खाँट और शिक्षक सेंगाभाई रोत थे। इसी पाठशाला में अन्य आदिवासी बालकों के साथ कालीबाई भी पढ़ती थी। पाठशाला में देशभक्ति और अंग्रेजों के अत्याचारों के बारे में बालकों को बताया जाता था। इससे परेशान हो रास्तापाल के जागीरदार ने सामन्त को सारी बातें बढ़ा-चढ़ा कर बताईं।
इस पर रियासत के पुलिस अधिकारी व न्यायाधीश पाठशाला बन्द करवाने आ पहुँचे। उन्होंने नानाभाई को स्कूल बन्द करने के लिए कहा। नानाभाई और सेंगाभाई ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। विरोध करने पर पुलिस ने नानाभाई को पीट-पीट कर मार डाला और सेंगाभाई को ट्रक से बाँधकर घसीटने लगे। यह देखकर कालीबाई ने हंसिये से रस्सी को काट दिया।
इस पर अंग्रेज पुलिस वालों ने कालीबाई पर गोलियां चला दीं। कालीबाई शहीद हो गई, लेकिन उसने अपने गुरुजी को बचा लिया। वह हजारों के दिलों में आजादी का अलख जगा गई।
कठिन शब्दार्थ :