RBSE Class 9 Sanskrit व्याकरणम् धातुरूपाणि

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 9 Sanskrit व्याकरणम् धातुरूपाणि Questions and Answers, Notes Pdf.

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RBSE Class 9 Sanskrit व्याकरणम् धातुरूपाणि

परिभाषा - क्रिया का निर्माण जिससे होता है, उसके मूल रूप को संस्कृत में 'धातु' कहा जाता है। जैसे पठ् या लिख् धातु है और इनसे पठति, लिखतु आदि क्रियापद बनते हैं। संस्कृत में दस लकार होते हैं। कक्षा नवम् के पाठ्यक्रम में पाँच लकार निर्धारित हैं, जिनका परिचय इस प्रकार है - 

1. लट् लकार-वर्तमान काल की क्रिया में लट् लकार आता है। अर्थात् जिस क्रिया से वर्तमान काल का बोध होता है, उसमें लट् लकार आता है। जैसे - छात्रः पठति, त्वं लिखसि, आवां क्रीडावः आदि।
2. लोट् लकार-आज्ञा काल या आज्ञा देने के अर्थ में क्रिया के रूप लोट् लकार में चलते हैं। जैसे - सः पठतु, त्वम्, पठ, अहं पठानि आदि।
3. लङ् लकार-भूतकाल के लिए यह लकार आता है। इसमें धातु से पहले सर्वत्र 'अ' जुड़कर क्रिया-पद बनता है। जैसे - अपठत्, अपठः आदि।
4. विधिलिङ् लकार-'चाहिए' अर्थ में, प्रार्थना या निवेदन करने के अर्थ में विधिलिङ् लकार प्रयुक्त होता है।
5. लट् लकार-भविष्यत् काल की क्रिया में लृट् लकार आता है। इसमें सेट् धातुओं में 'स्य' तथा अनिट् धातुओं में 'इस्य' लगता है। जैसे - पठिष्यति, भविष्यति, दास्यामि, वक्ष्यसि आदि।

लकार के पुरुष-प्रत्येक लकार के तीन पुरुष होते हैं - (1) प्रथम पुरुष या अन्य पुरुष, (2) मध्यम पुरुष और (3) उत्तम पुरुष।

1. जिसके विषय में कहा जाता है, वह प्रथम पुरुष या अन्य पुरुष होता है। जैसे - सः गच्छति (प्रथम पुरुष एकवचन), तौ पठतः (प्रथम पुरुष द्विवचन), ते लिखन्ति (प्रथम पुरुष बहुवचन)।

2. जिसे सामने कहा जाता है, वह मध्यम पुरुष होता है। जैसे-त्वं पठसि (मध्यम पुरुष एकवचन), युवाम् गच्छथः (मध्यम पुरुष द्विवचन), यूयम् क्रीडथ (मध्यम पुरुष बहुवचन)।

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3. जो कहने वाला होता है, उसे उत्तम पुरुष कहते हैं। जैसे - अहं गच्छामि (उत्तम पुरुष एकवचन) आवाम् पठावः (उत्तम पुरुष द्विवचन), वयम् लिखामः (उत्तम पुरुष बहुवचन)। इस प्रकार प्रत्येक लकार में तीनों पुरुषों के रूप बनते हैं।

परस्मैपदी-धातु-रूप :

भू (भव) (होना) धातु, लट् लकारः = वर्तमानकालः 

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पठ् (पढ़ना) धातु

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हस् (हँसना) धातुः, लट्लकारः = वर्तमानकाल: 

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नम् (झुकना) धातुः, लट्लकारः = वर्तमानकाल: 

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गम् (गच्छ्) (जाना) धातुः, लट्लकारः 

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अस् (होना) धातुः, लट्लकार: 

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हन् (मारना, जाना) धातुः

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क्रूधु (क्रोध करना) धातु

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नश् (नष्ट होना) धातुः

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नृत् (नाचना) धातु 

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इष् (इच्छ) (चाहना, इच्छा करना)
 
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पृच्छ (पूछना) धातु

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कृ (करना) धातु

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ज्ञा (जानना) धातु (क) लट् लकार

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भक्ष (भक्षय्) (खाना) धातु

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चिन्त् (चिन्तय्) (सोचना) धातु

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आत्मनेपदिनः धातवः

सेव् (सेवा करना) धातु

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लभ् (पाना) धातु

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रुच् (रोच्) (चमकना और रुचना, अच्छा लगना) धातु

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मुद् (प्रसन्न होना) धातु

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याच् (माँगना) धातु

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नी (नय) (ले जाना) धातु, परस्मैपदी

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ह (हर्) (हरण करना) धातु, परस्मैपदी

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भज् (सेवा करना, भजन करना) धातु, परस्मैपदी

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पच (पकाना) धातुः, परस्मैपदम्, लट्लकारः = वर्तमानकाल: 

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दा (देना) धातु

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दा (यच्छ) (देना) धातु

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लिख् (लिखना) धातु

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वद (बोलना) धातुः, लट्लकारः = वर्तमानकालः

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रक्षु (रक्षा करना) धातुः, लट्लकारः = वर्तमानकाल: 

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दृश ( देखना) धातुः, लट्लकारः 

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स्था (बैठना) धातुः, लट्लकारः 

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वस् (रहना) धातुः, लट्लकारः 

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जि (जीतना) धातुः, लट्लकारः 

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कथ् (कहना) धातु

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मिल् (मिलाप करना, मिलना) धातु

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चुर (चुराना) धातु (क) लट् लकार 

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भाष् (कहना) धातु

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वृत् (होना) धातु

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शी (सोना) धातु

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इसी प्रकार चलने वाली अन्य धातुएँ 

1. सह् - सहना-सहते, सहताम्, असहत, सहेत, सहिष्यते। 
2. वृध् = बढ़ना-वर्धते, वर्धताम्, अवर्धत, वर्धेत, वर्धिष्यते। 
3. जन् = पैदा होना-जायते, जायताम्, अजायत, जायेत, जनिष्यते।

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अभ्यासार्थ-प्रश्न प्रश्न :

निम्नलिखितधातूनां निर्देशानुसारं रूपाणि लिखत - 

प्रश्न 1.

  1. लभ् धातु, लट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 
  2. सेव् धातु, लट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  3. सेव् धातु, लट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 
  4. 'गम्' धातु, प्रथम पुरुष, एकवचन, लोट् लकार। 
  5. सेव् धातु, लृट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 
  6. 'वर्ध' धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  7. वस्-लङ्, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  8. त्यज्-लोट्, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  9. सह-लट्, प्रथम पुरुष, द्विवचन। 
  10. वृत्-लट्, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 
  11. वर्ध धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन।
  12. सेव् धातु, लट् लकार, उत्तम पुरुष, बहुवचन। 
  13. खाद् धातु, लोट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  14. धाव् धातु, लङ् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  15. इष् धातु, लट् लकार, मध्यम पुरुष, द्विवचन। 
  16. नृत् धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  17. जीव् धातु, विधिलिङ्, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  18. नम् धातु, लृट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन। 
  19. वस् धातु, लङ् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  20. विश् धातु, लङ् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  21. हस् धातु, लृट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  22. सृ धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  23. स्निह् धातु, विधिलिङ्, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 
  24. वृत् धातु, लङ् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन। 
  25. भू धातु, लट् लकार, उत्तम पुरुष, बहुवचन। 
  26. कृ धातु, लृट् लकार, उत्तम पुरुष, द्विवचन। 
  27. नी धातु, लङ् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  28. कूज् धातु, विधिलिङ्, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  29. गम् धातु, लृट् लकार, उत्तम पुरुष, द्विवचन। 
  30. स्था धातु, लोट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  31. नम् धातु, लङ् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  32. वह धातु, विधिलिङ्, प्रथम पुरुष, द्विवचन। 
  33. सेव् धातु, लट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  34. भाष् धातु, लृट् लकार, मध्यम पुरुष, द्विवचन। 
  35. याच् धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष, बहुवचन। 
  36. अर्ह धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  37. कृ धातु, लङ् लकार, मध्यम पुरुष, द्विवचन। 
  38. खन् धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  39. चिन्त् धातु, लृट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  40. तृ धातु, विधिलिङ् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
  41. धृ धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष, द्विवचन। 
  42. वृष् धातु, लङ् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  43. गम् धातु, लृट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन। 
  44. नी धातु, लट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
  45. दृश् धातु, लोट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन।

उत्तर : 

  1. लभध्वे 
  2. सेवे 
  3. सेवध्वे 
  4. गच्छतु 
  5. सेविष्यध्वे 
  6. वर्धन्ते
  7. अवसम् 
  8. त्यजन्तु 
  9. सहेते। 
  10. वर्तध्वे 
  11. वर्धते 
  12. सेवामहे
  13. खाद 
  14. अधावन् 
  15. इच्छथः 
  16. नृत्यानि 
  17. जीवेयुः 
  18. नंस्यति
  19. अवसम् 
  20. अविशाम
  21. हसिष्यसि 
  22. सराणि 
  23. स्निह्येः 
  24. अवर्तताम्
  25. भवामः 
  26. करिष्यावः 
  27. अनयः 
  28. कूजेः
  29. गमिष्यावः 
  30. तिष्ठन्तु 
  31. अनम 
  32. वहेताम् 
  33. सेवे 
  34. भाषिष्येथे 
  35. याचामहै 
  36. अर्हन्ति
  37. अकुरुतम् 
  38. खनानि 
  39. चिन्तयिष्यसि 
  40. तरेयुः 
  41. धारयाव 
  42. अवर्षः
  43. गमिष्यामि 
  44. नयसि 
  45. पश्यन्तु।

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प्रश्न 2. 
निम्नलिखितक्रियापदानां धातु-लकार-पुरुष-वचनानि लेख्यानि(निम्नलिखित क्रियापदों में धातु, लकार, पुरुष व वचन लिखिए-) 
1. (i) नृत्यन्ति 
(ii) त्यक्ष्यतः 
(iii) सहन्ते। 
उत्तर :
(i) नृत् धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
(ii) त्यज् धातु, लृट् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन।
(iii) सह धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 

2. (i) सिञ्चन्ति 
(i) द्रक्ष्यामः 
(iii) वर्तेते। 
उत्तर : 
(i) सिञ्च् धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन।
(ii) दृश् धातु, लृट् लकार, उत्तम पुरुष, बहुवचन। 
(iii) वृत् धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन। 

3. (i) क्रीडताम् 
(ii) अचिन्तयाम 
(iii) वर्धामहे। 
उत्तर : 
(i) क्रीड् धातु, लोट् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन। 
(ii) चिन्त् धातु, लङ् लकार, उत्तम पुरुष, बहुवचन। 
(iii) वृध् धातु, लट् लकार, उत्तम पुरुष, बहुवचन। 

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4. (i) वत्स्य थ 
(ii) सेवेते 
(iii) भ्रमेयम्। 
उत्तर : 
(i) वस् धातु, लृट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 
(ii) सेव् धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन। 
(iii) भ्रम् धातु, विधिलिङ्, उत्तम पुरुष, एकवचन। 

5. (i) जीव 
(ii) त्यजावः 
(iii) प्रक्ष्यन्ति। 
उत्तर : 
(i) जीव् धातु, लोट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
(ii) त्यज् धातु, लट् लकार, उत्तम पुरुष, द्विवचन। 
(iii) पृच्छ् धातु, लृट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 

6. (i) पठेत् 
(ii) क्षालयेव 
(ii) कर्षथ। 
उत्तर : 
(i) पठ् धातु, विधिलिङ्, प्रथम पुरुष, एकवचन। 
(ii) क्षाल् धातु, विधिलिङ्, उत्तम पुरुष, द्विवचन। 
(iii) कृष् धातु, लट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 

7. (i) अपृच्छः 
(ii) अर्हन्ति 
(iii) कुप्यत। 
उत्तर :
(i) पृच्छ् धातु, लङ् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
(ii) अर्ह धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन। 
(iii) कुप् धातु, लोट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन। 

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8. (i) वर्धेते 
(ii) अनयः 
(ii) सेवे। 
उत्तर : 
(i) वर्ध धातु, लट् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन। 
(ii) नी धातु, लङ् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन। 
(iii) सेव् धातु, लट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन।

प्रश्न 3. 
अधोलिखितेषु वाक्येषु निर्देशानुसारं क्रियापदेन रिक्तस्थानानि पूरयत

  1. ग्रामे एका निर्धना वृद्धा स्त्री ................। (वस्-लङ्लकारे) 
  2. त्वम् तण्डुलान् खगेभ्यो .........................। (रक्ष-लोट्लकारे)
  3. मदीया माता अतीव निर्धना .....................। (व-लट्लकारे) 
  4. अहं तुभ्यं तण्डुलमूल्यं ....................। (दा-लुट्लकारे) 
  5. त्वं शीघ्रमेव स्वगृहं ..................। (गम्-लोट्लकारे) 
  6. तस्या अपि एका पुत्री ...................। (अस्-लङ्लकारे) 
  7. सोमप्रभा प्रविश्य एतत् ....................। (दृश्-लट्लकारे) 
  8. नयत एनां महानसम्, इयं तत्रैव ........................। (ज्वल-लोट्लकारे)
  9. सर्वमहं .....................। (ज्ञा-लट्लकारे) 
  10. स महान् दानवीर ...................। (भू-लङ्लकारे) 
  11. आकण्यैतत् जीमूतवाहनः ..................। (चिन्त्-लङ्लकारे) 
  12. त्वं ममैकं कामं .......................। (पूर-लोट्लकारे) 
  13. कल्पतरुः दिवं समुत्पत्य वसूनि .........................। (वर्ष-लङ्लकारे) 
  14. वित्तमेति च ......................... च। (या-लट्लकारे) 
  15. प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे .................... जन्तवः। (तुष्-लट्लकारे) 
  16. स्वयं न ............................ फलानि वृक्षाः। (खाद्-लट्लकारे) 
  17. गुणा गुणज्ञेषु गुणाः .....................। (भू-लट्लकारे) 
  18. नन्वहं भूयो .......................... उपाध्यायस्य मुखम्। (दृश्-लुट्लकारे) 
  19. एहि, आवां .........................। (क्रीड्-लट्लकारे) 
  20. कथं मां त्वं स्त्रीगतां कथां ...................। (पृच्छ्-लट्लकारे) 
  21. अर्जुनं स्मरन् अहं कथं ................ । (हन्-विधिलिङ्लकारे) 
  22. सिकताभिरेवाहं सेतुं ...................। (कृ-लुट्लकारे) 
  23. वयं सदा सत्यमेव ......................। (वद्-विधिलिङ्लकारे) 
  24. युवां गृहं गत्वा .................। (पठ्-लोट्लकारे) 
  25. आवां जयपुरं ......................। (गम्-लुटलकारे) 
  26. विद्या, .................. विनयम्। (दा-लट्लकारे) 
  27. पिता पुत्राय .....................। (क्रुध्-लट्लकारे) 

उत्तराणि :

  1. अवसत् 
  2. रक्ष 
  3. वर्तते 
  4. दास्यामि
  5. गच्छ 
  6. आसीत् 
  7. पश्यति 
  8. ज्वलतु 
  9. जानामि
  10. अभवत् 
  11. अचिन्तयत् 
  12. पूरय 
  13. अवर्षत् 
  14. याति 
  15. तुष्यन्ति 
  16. खादन्ति 
  17. भवन्ति 
  18. द्रक्ष्यामि 
  19. क्रीडावः 
  20. पृच्छसि 
  21. हन्याम् 
  22. करिष्यामि 
  23. वदेम 
  24. पठतम् 
  25. गमिष्यावः 
  26. ददाति 
  27. क्रुध्यति।

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प्रश्न 4. 
कोष्ठके प्रदत्तधातोः निर्दिष्टलकारे समुचितप्रयोगेण वाक्यानि पूरयत -

  1. बालकाः पुस्तकानि .................। (पठ-लट्) 
  2. पुस्तकानि पठित्वा ते विद्वांसः ....................। (भू-लुट्) 
  3. यूयम् उद्याने कदा ............। (क्रीड्-लङ्) 
  4. किम् आवाम् अद्य ................। (भ्रम्-लोट)
  5. त्वम ध्यानेन पाठं .................। (पठ्-विधिलिङ्) 
  6. साधवः तपः .................। (तप्-लट) 
  7. वयम् उत्तमान् अङ्कान् .................। (लभ-लुट) 
  8. नाटकं दृष्ट्वा सर्वे ...................। (मुद्-लङ्) 
  9. पितरं वार्धक्ये पुत्रः अवश्यं .................। (सेव्-लोट) 
  10. हे प्रभो! संसारे कोऽपि भिक्षां न ... .......। (याच्-विधिलिङ्) 

उत्तरम् :

  1. पठन्ति 
  2. भवन्ति 
  3. अक्रीडत
  4. भ्रमाव 
  5. पठेः
  6. तपन्ति 
  7. लप्सयामहे 
  8. अमोदन्त
  9. सेवताम् 
  10. याचेत्। 

प्रश्न 5. 
कोष्ठकात् समुचितं क्रियापदं चित्वा वाक्यानि पूरयत - 

  1. अद्य युवाम् विद्यालयं किमर्थं न .................? (अगच्छताम्/अगच्छतम्/अगच्छत) 
  2. पुरा जनाः संस्कृतभाषया .............। (भाषन्ते/भाषामहे/अभाषन्त) 
  3. यूयम् कं पाठा. ................ ? (अपठत/अपठत्/अपठन्)
  4. जीवाः सर्वेऽत्र ............... भावयन्तः परस्परम्। (मोदताम्/मोदेताम्/मोदन्ताम्) 
  5. कक्षायाम् सर्वे ध्यानेन ............... । (पठतु/पठताम्/पठन्तु) 
  6. प्रभो मह्यम् बुद्धिम् ................. । (यच्छ/यच्छतम्/यच्छत) 
  7. वयं सदैव सुधीराः सुवीराः च ................. । (भवेव/भवेम/भवेयम्) 
  8. त्वं सायं कुत्र ...................? (गमिष्यसि/गमिष्यय:/गमिष्यय) 
  9. विद्वान् सर्वत्र .............. । (पूज्यन्ते/पूज्यते/पूज्यते) 
  10. अद्यत्वे समाचारपत्रस्य महत्त्वं सर्वे ..................... । (जानाति/जानन्ति/जानासि) 

उत्तरम् : 

  1. अगच्छतम्
  2. अभाषन्त 
  3. अपठत 
  4. मोदन्ताम् 
  5. पठन्तु 
  6. यच्छ
  7. भवेम 
  8. गमिष्यसि 
  9. पूज्यते
  10. जानन्ति। 

RBSE Class 9 Sanskrit व्याकरणम् धातुरूपाणि

प्रश्न 6. 
कोष्ठके प्रदत्त-धातूनाम् उचितैः रूपैः रिक्तस्थानानि पूरयत - 

  1. ये छात्राः कक्षायां ध्यानेन पाठं ............... (श्रु, लट्), ते अभीष्टं परिणामं ...........। (लभ्, लट्)।
  2. भो छात्रा:! जंकभोजनं तु कदापि मा .............। (भक्ष, लोट) 
  3. अनुशासनबद्धः बालः यथाकालं सर्वं कार्यं कर्तुं ............। (शक्, लट्) 
  4. पुत्र! ............... (दृश्, लोट्) स्वलेखम्। त्वं ध्यानेन सुलेखं ............। (लिख्, लोट्) 
  5. पितः! अद्याहम् ध्यानेन लिखित्वा भवते .............। (दर्शय, लुट) 
  6. रमा आश्रमे पुष्पाणि ..................। (चि, लट्) 
  7. यदि अहम् एतं कार्यं कुर्याम् तर्हि किमुपहारं ..................? (लभ, लट्) 
  8. ये जनाः यत्किमपि अखाद्यम् ............... (भक्ष, लट्) ते प्रायः अस्वस्थाः ...............। (भू, लट्) 
  9. भो बालाः! कमपि प्राणिनं मा. ..............। (तुद्, लोट्) 
  10. भवान् किं सत्यं .............. । (ब्रू, लट्) 

उत्तरम् : 

  1. शृण्वन्ति, लभन्ते 
  2. भक्षयन्तु 
  3. शक्नोति 
  4. पश्यतु, लिख
  5. दर्शयिष्यामि 
  6. चिनोति 
  7. लप्स्ये 
  8. भक्षयन्ति, भवन्ति 
  9. तुदन्तु
  10. ब्रवीति। 

RBSE Class 9 Sanskrit व्याकरणम् धातुरूपाणि

प्रश्न 7. 
समाचारपत्रे रेलदुर्घटनायाः विषये प्रकाशितेऽस्मिन् समाचारपत्रे धातुरूपाणाम् अशुद्धयः सञ्जाताः एनं समाचारपत्रं पठित्वा क्रियापदानि शुद्धानि कुरुत
यथा - 
ह्यः अहम् समाचार-पत्रे पठामि अपठम् यत्, अपठम् रेलदुर्घटनायाम् अनेके जनाः आहताः। 
उत्तरम् : 

  • केचन जनाः तान् असेवन् परम् दुःखस्य - असेवेरन् अ 
  • विषयः एषः सन्ति यत् केचित् दर्जनाः तेषां - अस्ति 
  • धनस्यूतम् अचोरयः येन अनेकेषां तु - अचोरयत् 
  • परिचयपत्रमपि न अमिलन्। इतोऽपि - अमिलत् 
  • अधिकं यत् तेषां दुःखेन संवेदनहीनाः - ____
  • जनाः तु केवलं स्वचलदूरभाषयन्त्रेण तस्याः - ____
  • घटनायाः वीडियो-निर्माणे संलग्नाः सन्ति। - आसन्

प्रश्न 8. 
उचित-धातुरूपेण रिक्तस्थानानि पूरयत - 

  1. न कोऽपि जानाति श्वः किम् ............ ? (भू) 
  2. ह्यः त्वम् आपणात् किं ..........। (क्री) 
  3. आगामीवर्षे अहम् विदेशम् ................। (गम्)
  4. अधुना त्वं किं ................... । (पच्) 
  5. गतदिवसे अहम् एतत् पुस्तकम् ...........। (इष्)
  6. परश्वः अहम् तव गृहे ............ । (स्था) 

उत्तरम् :

  1. भविष्यति 
  2. अक्रीणाः 
  3. गमिष्यामि 
  4. पचसि
  5. ऐच्छम् 
  6. स्थास्यामि। 

RBSE Class 9 Sanskrit व्याकरणम् धातुरूपाणि

प्रश्न 9.
प्रदत्तैः पदैः वाक्यानि रचयत। 
उत्तरम् :

  • सिञ्चति - सः जलेन क्षेत्र सिञ्चति।
  • पठेयुः - बालकाः पुस्तकं पठेयुः।
  • अत्तिकथयानि - अहं त्वाम् अत्तिकथयानि।
  • पिबाव - आवां जलं पिबाव। 
  • सेवामहे - वयं सेवामहे। 
  • आसन् - तत्र बहवः बालकाः आसन्। 
  • लेखिष्यसि - त्वं पत्रं लेखिष्यसि। 
  • अपश्यः - त्वम् किम् अपश्यः? 
  • लभन्ते - सज्जनाः सर्वत्र ज्ञानं लभन्ते।
Prasanna
Last Updated on May 31, 2022, 9:34 a.m.
Published May 30, 2022