Rajasthan Board RBSE Class 7 Social Science Important Questions History Chapter 2 नए राजा और उनके राज्य Important Questions and Answers.
Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Social Science in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 7. Students can also read RBSE Class 7 Social Science Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 7 Social Science Notes to understand and remember the concepts easily. Go through these प्लेट क्यों घूमती है and get deep explanations provided by our experts.
बहुचयनात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
सामन्त कौन थे-
(अ) राजा के अधीनस्थ बड़े भू-स्वामी
(ब) पुरोहित
(स) राजा के पुत्र
(द) न्यायाधीश
उत्तर:
(अ) राजा के अधीनस्थ बड़े भू-स्वामी
प्रश्न 2.
चाहमानों के नियंत्रण में निम्न में से कौनसे थे?
(अ) देहली और शिमला
(ब) देहली और अजमेर
(स) आगरा और मथुरा
(द) अजमेर और मुंबई
उत्तर:
(ब) देहली और अजमेर
प्रश्न 3.
प्राचीन राजाओं द्वारा प्राप्त लगान व राजस्व राशि को उपयोग में लिया जाता था-
(अ) मंदिरों व दुर्गों के निर्माण में
(ब) प्रशासन के संचालन में
(स) युद्धों को लड़ने में
(द) उपर्युक्त सभी में।
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी में।
प्रश्न 4.
अफगानिस्तान के सुलतान मुहम्मद गौरी को हराने वाला प्रसिद्ध चौहान शासक था-
(अ) जयचन्द
(ब) पृथ्वीराज तृतीय
(स) अशोक
(द) राजराजेश्वर
उत्तर:
(ब) पृथ्वीराज तृतीय
प्रश्न 5.
'अलहिन्द' पुस्तक के लेखक हैं-
(अ) कल्हण
(ब) अबुल फजल
(स) अल-बेरुनी
(द) अमीर खुसरो
उत्तर:
(स) अल-बेरुनी
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें-
1. ................ कांस्य प्रतिमाएँ संसार की सबसे उत्कृष्ट कांस्य प्रतिमाओं में गिनी जाती हैं।
2. चोल साम्राज्य में किसानों की बस्तियों को .............. कहा जाता था।
3. चोल साम्राज्य में ब्राह्मणों को उपहार में दी गई भूमि को .................. कहा जाता था।
4. ................. साम्राज्य परीक्षा के माध्यम से नियुक्त की गई नौकरशाही द्वारा प्रशासित होता था।
5. ................ जो सबसे शक्तिशाली चोल शासक माना जाता है, 985 ई. में राजा बना।
उत्तर:
1. चोल
2. उर
3. ब्रह्मदेय
4. तांग
5. राजराज प्रथम
सत्य/असत्य कथन छाँटिये-
1. एक राष्ट्रकूट प्रधान दंतिदुर्ग ने अपने चालुक्य स्वामी को हराया तथा हिरण्यगर्भ नामक एक अनुष्ठान किया।
2. सन् 1192 में पृथ्वीराज तृतीय ने अफगान शासक सुलतान मुहम्मद गौरी को हराया था।
3. चोल साम्राज्य में गाँवों के समूह को 'नाडु' कहा जाता था।
4. चोल साम्राज्य में जैन संस्थानों को दान में दी गई भूमि को पल्लिच्चंदम कहा जाता था।
5. 'नाडु' के नाम से व्यापारियों के संघ भी शहरों में प्रशासनिक कार्य सम्पादित करते थे।
उत्तर:
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. सत्य
5. असत्य
जोड़े बनाओ-
1. वेल्लनवगाई |
(अ) जैन संस्थानों को दान दी गई भूमि |
2. ब्रह्मदेय |
(ब) गैर-ब्राह्मण किसान स्वामी की भूमि |
3. शालाभोग |
(स) मंदिर को उपहार में दी गई भूमि |
4. देवदान |
(द) ब्राह्मणों को उपहार में दी गई भूमि |
5. पल्लिच्चंदम |
(य) किसी विद्यालय के रखरखाव के लिए भूमि। |
उत्तर:
1. वेल्लनवगाई |
(ब) गैर-ब्राह्मण किसान स्वामी की भूमि |
2. ब्रह्मदेय |
(द) ब्राह्मणों को उपहार में दी गई भूमि |
3. शालाभोग |
(य) किसी विद्यालय के रखरखाव के लिए भूमि। |
4. देवदान |
(स) मंदिर को उपहार में दी गई भूमि |
5. पल्लिच्चंदम |
(अ) जैन संस्थानों को दान दी गई भूमि |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
भारतीय उपमहाद्वीप में 7वीं से 12वीं शताब्दी के दौरान शासन करने वाले 5 प्रमुख राजवंशों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
सामन्त कौन थे?
उत्तर:
भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न भागों में राजाओं के मातहत बड़े भू-स्वामी और योद्धा सरदारों को सामन्त कहा जाता था।
प्रश्न 3.
राष्ट्रकूट राज्य का संस्थापक कौन था?
उत्तर:
दंतिदुर्ग राष्ट्रकूट राज्य का संस्थापक था।
प्रश्न 4.
दो ऐसे ब्राह्मणों के नाम लिखिये जिन्होंने अपना परम्परागत पेशा छोड़कर शस्त्र अपनाए और राज्य स्थापित किए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
हिरण्यगर्भ क्या था?
उत्तर:
हिरण्यगर्भ एक अनुष्ठान था जो ब्राह्मणों की सहायता से शासक द्वारा सम्पन्न किया जाता था जिससे शासक क्षत्रिय न होते हुए भी पुनः क्षत्रियत्व प्राप्त कर लेता था।
प्रश्न 6.
अल-बेरुनी ने किस प्रसिद्ध गंथ की रचना की थी?
उत्तर:
'अल-हिन्द' नामक ग्रंथ की।
प्रश्न 7.
चाहमान शासकों में सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था?
उत्तर:
पृथ्वीराज तृतीय।
प्रश्न 8.
पृथ्वीराज तृतीय ने किस प्रसिद्ध अफगान शासक को हराया था?
उत्तर:
सुलतान मुहम्मद गोरी को।
प्रश्न 9.
गुजरात के किस प्रसिद्ध मंदिर को अफगान शासक महमूद गजनवी ने लूटा था?
उत्तर:
सोमनाथ मंदिर को।
प्रश्न 10.
इस काल में राजाओं द्वारा कौन-कौनसी पदवियाँ धारणा की जाती थीं?
उत्तर:
इस काल में राजा 'महाराजाधिराज' तथा 'त्रिभुवन चक्रवर्तिन' जैसी पदवियाँ धारण करते थे।
प्रश्न 11.
चोल वंश की स्थापना किसने की थी?
उत्तर:
चोल वंश की स्थापना 'विजयालय' ने की थी।
प्रश्न 12.
सबसे प्रसिद्ध चोल शासकं किसे माना जाता है?
उत्तर:
राजराज प्रथम को सबसे प्रसिद्ध चोल शासक माना जाता है।
प्रश्न 13.
कल्हण ने किस प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की थी?
उत्तर:
'कल्हण' ने 'राजतरंगणि' नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की थी।
प्रश्न 14.
कल्हण के ग्रंथ में किस राज्य के शासकों का वर्णन किया गया है?
उत्तर:
कल्हण के ग्रंथ में कश्मीर के शासकों के इतिहास का वर्णन है।
प्रश्न 15.
'वेट्टी' क्या था?
उत्तर:
चोल शासक काल में तमिलनाडु में जबरन श्रम के रूप में लिये जाने वाले कर को 'वेट्टी' कहा जाता था।
प्रश्न 16.
'कदमाई' क्या था?
उत्तर:
'कदमाई' भू-राजस्व था।
प्रश्न 17.
नागभट्ट कौन था?
उत्तर:
नागभट्ट एक प्रतिहार नरेश था।
प्रश्न 18.
किस चोल शासक ने गंगा घाटी, श्रीलंका तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों पर हमला किया?
उत्तर:
राजेन्द्र प्रथम ने।
प्रश्न 19.
राजराज और राजेन्द्र प्रथम द्वारा बनवाए गए कौनसे मंदिर स्थापत्य और मूर्तिकला की दृष्टि से एक चमत्कार है?
उत्तर:
प्रश्न 20.
चोल साम्राज्य में ग्राम परिषद और नाडु कौनसे प्रशासनिक कार्य करते थे?
उत्तर:
चोल साम्राज्य में ग्राम परिषद और नाडु न्याय करने और कर वसूलने जैसे प्रशासनिक कार्य करते थे।
लघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
7वीं से 12वीं सदी के मध्य शासक संसाधन किनसे और किस प्रकार इकट्ठे करते थे?
उत्तर:
7वीं से 12वीं सदी के मध्य भारतीय उपमहाद्वीप में शासकों द्वारा उत्पादकों (किसानों, पशुपालकों तथा कारीगरों) से संसाधन इकट्ठे किये जाते थे। इनको प्रायः अपने उत्पादों का एक हिस्सा त्यागने के लिए मनाया या बाध्य किया जाता था। कभी-कभी इस हिस्से को लगान मानकर वसूला जाता था क्योंकि प्राप्त करने वाला भू-स्वामी होने का दावा करता था। उत्पादकों के अतिरिक्त भू-राजस्व व्यापारियों से भी लिया जाता था।
प्रश्न 2.
करों से प्राप्त आय का उपयोग किन कार्यों में किया जाता था?
उत्तर:
करों से प्राप्त आय का उपयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए किया जाता था-
प्रश्न 3.
प्रभावशाली पदों पर किनकी नियुक्ति की जाती थी?
उत्तर:
प्रभावशाली पदों पर, जैसे-भूराजस्व वसूली के लिए पदाधिकारियों की नियुक्ति सामान्यतः प्रभावशाली परिवारों के बीच से ही की जाती थी और प्रायः ये पद वंशानुगत होते थे। सेना में भी ऐसा ही होता था। कई बार राजा के निकट सम्बन्धी भी इन पदों पर होते थे।
प्रश्न 4.
चोल वंश के अभिलेखों में कितने प्रकार के करों का उल्लेख मिलता है? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
चोल वंश के अभिलेखों में सर्वाधिक उल्लिखित कर हैं-वेट्टी और कदमाई। वेट्टी जो नकद की बजाय जबरन श्रम के रूप में लिया जाता था यानि जबरन श्रम और कदमाई भू-राजस्व था। इसके अतिरिक्त मकान पर छाजन डालने पर लगने वाला कर, खजूर या ताड़ के पेड़ पर चढ़ने के लिए सीढ़ी के इस्तेमाल पर लगने वाला कर, पारिवारिक सम्पत्ति का उत्तराधिकार हासिल करने के लिए लगने वाला कर इत्यादि का भी उल्लेख मिलता है।
प्रश्न 5.
ग्वालियर से प्राप्त प्रशस्ति में नागभट्ट के कार्यों का किस प्रकार उल्लेख किया गया है?
उत्तर:
संस्कृत में लिखी गई, ग्वालियर (मध्यप्रदेश) में पाई गई एक प्रशस्ति में प्रतिहार नरेश नागभट्ट के कामों का इस प्रकार वर्णन किया गया है-
प्रश्न 6.
कल्हण द्वारा रचित ग्रंथ को 12वीं सदी के लिए असाधारण ग्रंथ क्यों माना जाता है?
उत्तर:
12वीं सदी में एक वृहत संस्कृत काव्य रचा गया, जिसमें कश्मीर पर शासन करने वाले राजाओं का इतिहास दर्ज है। इसे कल्हण द्वारा लिखा गया था। कल्हण ने अपना वृत्तान्त लिखने के लिए शिलालेखों, दस्तावेजों, प्रत्यक्षदर्शियों के वर्णनों और पहले के इतिहासों समेत अनेक तरह के स्रोतों का इस्तेमाल किया। प्रशस्तियों के लेखकों से भिन्न वह अक्सर शासकों और उनकी नीतियों के बारे में आलोचनात्मक रुख दिखलाता है। इसलिए 12वीं सदी के लिए यह असाधारण ग्रंथ था।
प्रश्न 7.
गजनी के सुलतान महमूद पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
सुलतान महमूद-अफगानिस्तान के गजनी के सुल्तान महमूद ने 997 ई. से 1030 ई. तक शासन किया और अपने शासन का विस्तार मध्य एशिया के भागों, ईरान और उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी हिस्से तक किया। वह लगभग हर साल इस उपमहाद्वीप पर हमला करता था। उसका निशाना थे-संपन्न मंदिर, जिनमें गुजरात का सोमनाथ मंदिर भी शामिल था। महमूद जो धन यहाँ से उठा ले गया, उसका बहुत बड़ा हिस्सा गजनी में एक वैभवशाली राजधानी के निर्माण में खर्च हुआ।
प्रश्न 8.
चाहमान शासकों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
अथवा
चाहमान कौन थे? चाहमानों का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था?
उत्तर:
चाहमान (चौहान) दिल्ली और अजमेर के आसपास के क्षेत्र पर शासन करने वाले शासक थे। उन्होंने पश्चिम और पूर्व की ओर अपने नियंत्रण क्षेत्र का विस्तार करना चाहा, जहाँ उन्हें गुजरात के चालुक्यों और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के गहड़वालों से टक्कर लेनी पड़ी।
चाहमानों का सबसे प्रसिद्ध शासक था-पृथ्वीराज तृतीय। इसका शासन काल 1168 ई. से 1192 ई. तक रहा। पृथ्वीराज तृतीय ने मुहम्मद गोरी नामक अफगान शासक को सन् 1191 में हराया था, लेकिन दूसरे ही साल 1192 ई. में उसके हाथों हार गया।
प्रश्न 9.
चोल अभिलेखों में भूमि के कितने प्रकारों का उल्लेख मिलता है?
उत्तर:
चोल अभिलेखों में भूमि के निम्न प्रकारों का उल्लेख मिलता है-
प्रश्न 10.
ब्रह्मदेय क्या थी? इनकी देखभाल किसके द्वारा और किस प्रकार की जाती थी?
उत्तर:
ब्रह्मदेय-ब्राह्मणों को समय-समय पर प्राप्त भूमि अनुदान को ब्रह्मदेय कहा जाता था। इसके परिणामस्वरूप कावेरी घाटी और दक्षिण भारत के दूसरे हिस्सों में अनेक ब्राह्मण बस्तियाँ अस्तित्व में आयीं और इन बस्तियों को ब्रह्मदेय कहा जाता था।
प्रत्येक ब्रह्मदेय की देख-रेख प्रमुख ब्राह्मण भू-स्वामियों की एक सभा द्वारा की जाती थी। ये सभाएँ बहुत कुशलतापूर्वक कार्य करती थीं। इनके निर्णय, प्रायः शिलालेखों में, मंदिरों की पत्थर की दीवारों पर, ब्यौरेवार दर्ज किये जाते थे। सिंचाई के कामकाज, बाग-बगीचों, मंदिरों इत्यादि की देखरेख के लिए सभा में विभिन्न समितियाँ होती थीं।
निबन्धात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
चोल वंश के उदय और विकास का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
चोल वंश का उदय-कावेरी डेल्टा में मुट्टरियार नामक एक प्रसिद्ध छोटे से मुखिया परिवार की सत्ता थी। उरइयार के चोलवंशीय प्राचीन मुखिया परिवार के विजयालय ने 9वीं सदी के मध्य में मुट्टरियारों को हराकर इस डेल्टा पर कब्जा जमाया और चोलवंश की स्थापना हुई। विजयालय ने तंजावूर शहर और निशुम्भसूदिनी देवी का मंदिर बनाया।
चोलवंश का विकास- विजयालय के उत्तराधिकारियों ने पडौसी इलाकों को जीता और उसका राज्य अपने क्षेत्रफल तथा शक्ति, दोनों रूपों में बढ़ता गया। दक्षिण और उत्तर के क्रमशः पांड्यन और पल्लव के इलाके इस राज्य का हिस्सा बना लिए गए।
राजराज प्रथम- राजराज प्रथम, जो सबसे शक्लिशाली चोल शासक माना जाता है, 985 ई. में शासक बना। उसने पांड्यन, मदुराई, उरैयूर, तंजावूर, कोच्ची, गंगावादी, वनवासी, नोलामवादी, काकातीय, वेंगी तथा दक्षिण कलिंग के क्षेत्रों पर अपने नियंत्रण का विस्तार किया। उसने साम्राज्य के प्रशासन का भी पुनर्गठन किया।
राजेन्द्र प्रथम- राजराज के पुत्र राजेन्द्र प्रथम ने गंगाघाटी, श्रीलंका तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों पर हमला भी किया। इन अभियानों के लिए उसने एक जल सेना बनाई।
प्रश्न 2.
चोल शासकों की शासन प्रणाली का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
चोल शासन प्रणाली-