Rajasthan Board RBSE Class 7 Social Science Important Questions Civics Chapter 4 लड़के और लड़कियों के रूप में बड़ा होना Important Questions and Answers.
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वस्तुनिष्ठ प्रश्न-
प्रश्न 1.
1920 में सामोआ द्वीप में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कार्य था-
(अ) खेती करना
(ब) मछली पकड़ना
(स) बागानों में काम करना
(द) घर का काम करना
उत्तर:
(ब) मछली पकड़ना
प्रश्न 2.
निम्न में से खिलौना लड़की को खेलने के लिए दिया जाता था-
(अ) गुड़िया
(ब) कार
(स) ट्रेन
(द) ट्रक
उत्तर:
(अ) गुड़िया
प्रश्न 3.
समस्त विश्व में गृह-कार्य करने की मुख्य जिम्मेदारी है-
(अ) पुरुष की
(ब) बच्चों की
(स) स्त्री की
(द) बुजुर्ग की
उत्तर:
(स) स्त्री की
प्रश्न 4.
हरियाणा में प्रति सप्ताह स्त्री सवैतनिक कितने घंटे बिताती है-
(अ) 23
(ब) 19
(स) 30
(द) 35
उत्तर:
(अ) 23
प्रश्न 5.
घरों में मदद करने के लिए कार्य करने वाली महिला श्रमिक निम्न में से कौनसा कार्य नहीं करती है-
(अ) झाडू लगाना
(ब) खाना बनाना
(स) कपड़े धोना
(द) घर खर्च प्रबन्धन करना
उत्तर:
(द) घर खर्च प्रबन्धन करना
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें-
1. हमारा समाज लड़के और लड़की में स्पष्ट ............... करता है।
2. घर का बहुत सा कार्य ............... होता है।
3. सारी दुनिया में घर के काम की मुख्य जिम्मेदारी .............. की होती है।
4. समाज स्त्रियों द्वारा घर के अन्दर किये जाने वाले कार्यों को ................ नहीं देता।
5. स्त्रियाँ जो काम करती हैं, वह भारी और ............... वाला शारीरिक काम होता है।
उत्तर:
1. अन्तर
2. अदृश्य
3. स्त्रियाँ
4. अधिक महत्त्व
5. थकाने।
सत्य/असत्य कथन छांटिये-
1. महिलाओं के घरेलू देखभाल के काम को कम महत्त्व देना स्त्रियों और पुरुषों के बीच असमानता की एक बड़ी सामाजिक व्यवस्था का भाग है।
2. संविधान कहता है कि स्त्री और पुरुष होने के आधार पर भेदभाव किया जा सकता है।
3. सरकार ने व्यवहार में लिंगभेद की स्थिति का सकारात्मक निदान हेतु आँगनवाड़ियाँ तथा बालवाड़ियाँ खोली हैं।
4. हरियाणा में एक सप्ताह में पुरुष द्वारा किये जाने वाले कल कार्य के घंटे स्त्रियों द्वारा किये जाने वाले कुल कार्य के घंटों से अधिक हैं।
5. यदि किसी संस्था में महिला कर्मचारियों की संख्या 30 से अधिक है तो उसे वैधानिक रूप से बालवाड़ी की सुविधा देनी होती है।
उत्तर:
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. असत्य
5. सत्य
आतलघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
समोआ द्वीप क्या है और यह कहाँ स्थित है?
उत्तर:
समोआ द्वीप प्रशान्त महासागर के दक्षिण में स्थित छोटे-छोटे द्वीपों के समूह का ही एक भाग है।
प्रश्न 2.
द्वीपों पर सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य क्या था?
उत्तर:
द्वीपों पर मछली पकड़ना सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य था।
प्रश्न 3.
समोआ द्वीप में खाना पकाने का काम कहाँ होता था और कौन करता था?
उत्तर:
समोआ द्वीप में खाना पकाने का काम, अलग से बनाए गए रसोई घर में होता था। जहाँ लड़कों को अधिकांश काम करना होता था।
प्रश्न 4.
लड़के और लड़कियों के अलग-अलग खिलौने उन्हें क्या बताते थे?
उत्तर:
लड़के और लड़कियों के अलग-अलग खिलौने उन्हें यह बताते थे कि बडे होने पर उनका भविष्य अलग-अलग होगा; उनकी पृथक् विशिष्ट भूमिकाएँ होंगी।
प्रश्न 5.
क्या समाज में पुरुषों और स्त्रियों की भूमिकाओं को समान समझा जाता है?
उत्तर:
नहीं, अधिकांश समाजों में पुरुषों और स्त्रियों की भूमिकाओं और उनके काम के महत्त्व को समान नहीं समझा जाता।
प्रश्न 6.
सारी दुनिया में घर के काम की जिम्मेदारी किनकी होती है?
उत्तर:
सारी दुनिया में घर के काम की जिम्मेदारी स्त्रियों की ही होती है।
प्रश्न 7.
घर का काम करने वाले नौकर-नौकरानियों को मजदूरी कम क्यों दी जाती है?
उत्तर:
घरेलू काम का अधिक महत्त्व नहीं है, इसलिए घरेलू कार्य करने वाले मजदूरों को मजदूरी भी कम दी जाती है।
प्रश्न 8.
बालवाड़ी की सुविधा होने से स्त्रियों को क्या लाभ होता है?
उत्तर:
कार्य क्षेत्र में बालवाड़ी की सुविधा होने से (i) बहुत |सी महिलाओं को घर से बाहर काम करने में सुविधा होती है। (ii) इससे बहुत सी लड़कियों को स्कूल जाना भी संभव हो सकेगा।
प्रश्न 9.
'महिलाओं पर दोहरा बोझ है।' कथन का क्या आशय है?
उत्तर:
बहुत-सी स्त्रियाँ घर के अन्दर व बाहर दोनों जगह काम करती हैं। इसे 'महिलाओं पर दोहरे-बोझ' में रूप में जाना जाता है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
समाज लड़के और लड़कियों में किस प्रकार अन्तर स्पष्ट करता है?
उत्तर:
समाज लड़के और लड़कियों में अन्तर करना बहुत कम आयु से ही शुरू कर देता है। यथा-
(i) उन्हें खेलने के लिए भिन्न-भिन्न खिलौने दिये जाते हैं। ये खिलौने बच्चों को यह बताने का माध्यम बन जाते हैं कि जब वे बड़े होकर स्त्री-पुरुष बनेंगे, तो उनका भविष्य अलग-अलग होगा।
(ii) इसी प्रकार लड़कियों को कैसे कपड़े पहनने चाहिए, पार्क में लड़कों व लड़कियों को कौन-कौन से खेल खेलने चाहिए, लड़कियों को धीमी आवाज में बात करनी चाहिए और लड़कों को रौब से। ये सब बच्चों को ये बताने के तरीके हैं कि जब वे बड़े होंगे तो उनकी अपनी पृथक् विशिष्ट भूमिकाएँ होंगी।
प्रश्न 2.
'समाज में स्त्रियों की भूमिकाओं व उनके काम को कम महत्त्व दिया जाता है। क्यों?
उत्तर:
सारी दुनिया में घर के काम की मुख्य जिम्मेदारी स्त्रियों की ही होती है, जैसे-देखभाल सम्बन्धी कार्य, परिवार का ध्यान रखना, विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों का भी। घर में भोजन-पानी की व्यवस्था करना, घर की साज-सज्जा तथा कपड़े धोना व प्रेस करना आदि कार्य भी घर में स्त्रियाँ करती हैं।
चूंकि घर के अन्दर किये जाने वाले कार्यों को महत्त्वपूर्ण नहीं समझा जाता। यह मान लिया जाता है कि वे तो स्त्रियों के स्वाभाविक कार्य हैं, इसलिए उनके लिए पैसे देने की कोई जरूरत नहीं है। इसीलिए समाज इन कार्यों को अधिक महत्त्व नहीं देता।
प्रश्न 3.
घरेलू काम करने वाले घरेलू नौकर कौन-कौनसे काम करते हैं?
उत्तर:
स्त्रियों को घरेलू काम में मदद करने के लिए बहुत से घरों में, विशेषकर शहरों में लोगों को घरेलू काम के लिए लगा लिया जाता है। ये अनेक काम करते हैं, जैसे-झाडू लगाना, सफाई करना, डस्टिंग करना, कपड़े और बर्तन धोना, खाना पकाना, छोटे बच्चे और बुजुर्गों की देखभाल करना आदि।
प्रश्न 4.
घरेलू कार्य हेतु नौकरी करने वालों के साथ किस प्रकार का व्यवहार किया जाता है और क्यों?
उत्तर:
घरेलू काम का समाज की दृष्टि में अधिक महत्त्व नहीं है, इसीलिए इन्हें मजदूरी भी कम दी जाती है। ये लोग सुबह 5 बजे से देर रात 12 बजे तक कार्य करते हैं। जी तोड़ मेहनत करने के बावजूद प्रायः उन्हें नौकरी पर रखने वाले उनसे सम्मानजनक व्यवहार नहीं करते हैं।
प्रश्न 5.
'घरेलू स्त्रियाँ जो काम करती हैं, वह भारी और थकाने वाला शारीरिक काम होता है।' स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
घरेलू कुछ कार्यों में बहुत शारीरिक श्रम लगता है। यथा-
स्पष्ट है कि स्त्रियाँ जो कार्य करती हैं, वह भारी और थकाने वाला शारीरिक काम होता है।
प्रश्न 6.
स्त्रियाँ पुरुषों से अधिक काम करती हैं। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
घरेलू और देखभाल के कामों में लम्बा समय लगता है। यदि हम स्त्रियों द्वारा किये जाने वाले घर के और बाहर के कामों को जोड़ें तो हमें पता चलता है कि कुल मिलाकर स्त्रियाँ पुरुषों से अधिक काम करती हैं। निम्न तालिका द्वारा इसे स्पष्ट किया जा सकता है-
स्पष्ट है कि हरियाणा में प्रति सप्ताह स्त्रियाँ जहाँ 53 घंटे कार्य करती हैं, वहाँ पुरुष 40 घंटे कार्य करते हैं। इसी प्रकार तमिलनाडु में स्त्रियाँ जहाँ 54 घंटे कार्य करती हैं, वहाँ पुरुष 44 घंटे ही कार्य करते हैं।
प्रश्न 7.
महिलाएँ घर के बाहर कार्य कर सकें इसके लिए भारत सरकार ने क्या कार्य किए हैं?
उत्तर:
महिलाएँ घर के बाहर कार्य कर सकें इसके लिए भारत सरकार ने निम्नलिखित कार्य किए हैं-
(i) पूरे देश में गाँवों में सरकार ने आंगनवाड़ियां और बालवाड़ियाँ खोली हैं।
(ii) शासन ने एक कानून बनाया है जिसके तहत यदि किसी संस्था में महिला कर्मचारियों की संख्या 30 से अधिक है तो उसे वैधानिक रूप से बालवाड़ी (क्रेश) की सुविधा देनी होगी।
(क) बालवाड़ी की व्यवस्था होने से बहुत-सी महिलाओं को घर से बाहर जाकर काम करने की सुविधा होगी।
(ख) इससे बहुत-सी लड़कियों का स्कूल जाना भी संभव हो सकेगा।
निबन्धात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
दिल्ली में घरेलू काम करने वाली मेलानी की कहानी से उसके शोषण की क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर:
मेलानी की कहानी से हमें घरेलू कार्य करने वाले नौकरों के शोषण सम्बन्धी निम्न जानकारियाँ मिलती हैं-
(1) मेमसाहब (घर की स्वामिनी) अजीब महिला थी, जो हर काम करवाने के लिए चिल्लाती रहती थी।' इससे यह जानकारी मिलती है कि इन नौकरों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया जाता है। इन्हें सम्मान के साथ संबोधन नहीं किया जाता है और न ही इनसे मधुरता से किसी कार्य के लिए कहा जाता है।
(2) 'हमारा दिन सुबह 5 बजे शुरू होता।' 'क्या हम दिन भर काम नहीं करते थे।' मेलानी के इन वाक्यों से यह जानकारी मिलती है कि इनसे अपेक्षाकृत अधिक समय तक काम कराया जाता था तथा इन्हें विश्राम का समय नहीं दिया जाता था।
(3) नाश्ते में एक प्याला चाय और दो सूखी रोटियाँ मिलती थीं।' इस वाक्य से यह स्पष्ट होता है कि उन्हें भरपेट भोजन तक नहीं दिया जाता था। सामान्यतः बचा हुआ खाना दिया जाता था। परिणामतः खाना पकाने वाली नौकरानी सहित अन्य नौकरानियाँ चुपके से एक-एक रोटी ले लेती थीं।
(4) 'हम घर में चप्पल नहीं पहन सकते थे। ठंड के मौसम में हमारे पैर सूज जाते थे।' इन वाक्यों से यह स्पष्ट होता है कि उनके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया जाता था।