Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Hindi Rachana पत्र-लेखन Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 7 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 7 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts. Here are अपठित गद्यांश कक्षा 7 with answers to learn grammar effectively and quickly.
निम्न में से कोई एक पत्र लिखवाना।
प्रश्न 1.
प्रधानाध्यापक को अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र (विवाह में जाने हेतु)
उत्तर :
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय,
श्रीगंगानगर।
महोदय,
सादर निवेदन है कि मेरे बड़े भाई का विवाह दि. 15 नवम्बर को निश्चित हुआ है। मैं इस विवाह में सम्मिलित होना चाहता हूँ। अतः प्रार्थना है कि आप मुझे दि. 15 से 17 नवम्बर तक तीन दिन का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
मैं श्रीमान् का बड़ा कृतज्ञ होऊँगा।
दिनांक 14 नवम्बर, 20XX
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
रमेश चन्द्र शर्मा
कक्षा-7 'ब'
प्रश्न 2.
आवश्यक कार्य हेतु अवकाशार्थ प्रार्थना-पत्र
उत्तर :
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय,
जयपुर।
महोदय,
नम्र निवेदन है कि मुझे कल घर पर एक आवश्यक कार्य है। इस कारण मैं दिनांक 18 अगस्त, 20XX को अपनी कक्षा में उपस्थित नहीं हो सकूँगा। अतः प्रार्थना है कि मुझे उक्त एक दिन का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
दिनांक 17 अगस्त, 20XX
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
रोशन सिंह
कक्षा-7 'अ'
प्रश्न 3.
प्रधानाध्यापकजी को शुल्क-मुक्ति हेतु प्रार्थना-पत्र
उत्तर :
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
मोदीखाना मिडिल स्कूल,
जयपुर।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं अत्यधिक निर्धन छात्र हूँ। मेरे पिताजी का दो वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो गया था। मेरी वृद्धा माँ के पास स्थायी रूप में आजीविका का कोई साधन नहीं है। मैं अध्ययन तो करना चाहता हूँ, परन्तु गरीबी के कारण पाठ्य-सामग्री की तथा विद्यालय शुल्क की व्यवस्था करना कठिन हो रहा है।
अतः प्रार्थना है कि मेरी गरीब हालत पर विचार करके मुझे विद्यालय शुल्क से पूर्णतया मुक्ति प्रदान करने की कृपा करें।
दिनांक 24 जुलाई, 20XX
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
राजेन्द्र सैनी
कक्षा-7 'अ'
प्रश्न 4.
स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र (टी.सी.) चाहने हेतु प्रार्थना-पत्र
उत्तर :
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
कल्याण उच्च प्राथमिक विद्यालय,
सीकर।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मेरे पिताजी का स्थानान्तरण अजमेर हो गया है। हम सभी लोग पिताजी के साथ अजमेर जा रहे हैं।
अतः प्रार्थना है कि आप मुझे टी. सी. (स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र) शीघ्र दिलवाने की कृपा करें।
दिनांक 10 जुलाई, 20XX
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
सोहन वर्मा
कक्षा-7 'अ'
प्रश्न 5.
अपने प्रधानाचार्य से क्रिकेट खेलने की अनुमति लेने हेतु प्रार्थना पत्र लिखिए।
उत्तर :
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य जी,
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,
भीलवाड़ा।
महोदय,
निवेदन है कि हम कक्षा 7 के विद्यार्थी कक्षा 8 के विद्यार्थियों के साथ क्रिकेट का एक मैत्रीपूर्ण मैच कल सायंकाल चार बजे विद्यालय के मैदान में खेलना चाहते हैं।
आशा है कि आप हमें मैच खेलने की अनुमति प्रदान करेंगे। साथ ही व्यायाम शिक्षकजी को मैच-रैफरी के रूप में नियुक्त करने की कृपा करें।
दिनांक 18 नवम्बर, 20xx
आपके आज्ञाकारी शिष्य,
रमेशचन्द्र, दिनेशसिंह,
बाबूलाल, मो. निसार आदि
कक्षा-7
प्रश्न 6.
परीक्षा काल में ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए अपने जिलाधीश को प्रार्थना-पत्र या शिकायती पत्र लिखिए।
उत्तर :
सेवा में,
श्रीमान् जिलाधीश महोदय,
जिला कोटा।
विषय-ध्वनि-प्रदूषण रोकने के सम्बन्ध में।
महोदय,
निवेदन है कि आजकल हमारी वार्षिक परीक्षा चल रही है, परन्तु हमारे कस्बे में अनेक जगहों पर लाउडस्पीकर (ध्वनि-विस्तारक यन्त्र) रात-दिन बजते रहते हैं। रात में भजन-कीर्तन एवं संगीत के कार्यक्रमों में ध्वनि-प्रसारक यन्त्र काम में लिए जाते हैं, जिस कारण ध्वनि-प्रदूषण फैलता है और हमारी पढ़ाई में बहुत ही व्यवधान आ रहा है।
अतः प्रार्थना है कि शीघ्र कस्बे में परीक्षा की समासि तक ध्वनि-प्रदूषण रोकने का आदेश प्रदान करें। इसके लिए हम आपके आभारी रहेंगे।
दिनांक 15 मार्च, 20xx
विनीत,
सीताराम, रामेश्वर,
निवासी मोहल्ला नयागंज, कोटा।
प्रश्न 7.
अपनी बहिन के विवाह में मित्र को बुलाने हेतु पत्र
उत्तर :
सरस कुंज,
पानों का दरीबा, बून्दी
दिनांक 10 नवम्बर, 20xx
प्रिय मनीष,
सप्रेम नमस्ते!
तुम्हें जानकर प्रसन्नता होगी कि दि. 22 नवम्बर, 20xx को मेरी बड़ी बहिन रश्मि का शुभ-विवाह निश्चित हुआ है।
बारात अजमेर से आयेगी। इस शुभ अवसर पर उपस्थित होकर तुम हमें अनुगृहीत करोगे; इसी आशा के साथ पत्र भेज रहा हूँ।
भवदीय,
ललित सक्सेना
प्रश्न 8.
ग्रीष्मावकाश में आने के लिए अपने मित्र को पत्र
उत्तर :
उदयपुर,
10 मई, 20XX
प्रिय नरेश,
सप्रेम नमस्ते!
यहाँ सब सकुशल हैं और तुम्हें सानन्द चाहते हैं। मेरी वार्षिक परीक्षा पूरी हो गई है। तुम्हारी परीक्षा भी समाप्त हो गई होगी। मेरी हार्दिक इच्छा है कि इस बार ग्रीष्मावकाश में तुम हमारे यहाँ आ जाओ। मैंने माताजी से इस सम्बन्ध में स्वीकृति ले ली है। यहाँ उदयपुर में अनेक पर्यटन स्थल हैं। दोनों मित्र साथ-साथ रहकर ग्रीष्मकाल का सुखद उपयोग कर सकेंगे। मेरा यह आग्रह अवश्य ही स्वीकार करना।
अपने पिताजी एवं माताजी को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा स्नेही,
विनोद
प्रश्न 9.
अपने मित्र के राज्य स्तर पर कबड्डी के खिलाड़ी के रूप में चयन होने पर बधाई-पत्र
उत्तर :
कृष्णानगर,
भरतपुर।
दिनांक 18 अगस्त, 20XX
प्रिय राजेश,
सप्रेम वन्दे!
आज ही आपका पत्र प्राप्त हुआ। यह समाचार पढ़कर अतीव प्रसन्नता हुई कि आपका राज्य-स्तर पर कबड्डी के खिलाड़ी के रूप में चयन हुआ है। यह समाचार हमारे लिए प्रसन्नता और गौरव प्रदान करने वाला है। वस्तुतः आप जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी का चयन निश्चित ही राज्य-स्तरीय टीम के लिए लाभकारी रहेगा।
ईश्वर करे, आपका खेल-जीवन यशस्वी बने, यही मेरी शुभकामना है।
शुभाकांक्षी,
अरुणसिंह
प्रश्न 10.
विद्यालय के शैक्षिक भ्रमण में जाने के लिए पिताजी से रुपये मँगाने हेतु पत्र
उत्तर :
जयपुर,
15 अक्टूबर, 20XX
पूजनीय पिताजी
सादर प्रणाम!
मैं यहाँ सकुशल हूँ। आपका पत्र मुझे कल ही मिला। मेरी पढ़ाई ठीक चल रही है। इस माह के अन्त में हमारी कक्षा के सभी छात्र कक्षाध्यापकजी के साथ शैक्षणिक भ्रमण पर (अजमेर पुष्कर) जा रहे हैं। इस शैक्षणिक भ्रमण में वहाँ के ऐतिहासिक स्मारकों तथा पर्यटन स्थलों को निकट से देखने का अवसर मिलेगा और हमारा ज्ञानवर्द्धन भी होगा। इस निमित्त मुझे पाँच सौ रुपयों की आवश्यकता है। अत: आप यथाशीघ्र मनीआर्डर द्वारा रुपये भेज दें तो अच्छा रहेगा।
पूजनीया माताजी को प्रणाम एवं गुड़िया को प्यार कहें।
आपका आज्ञाकारी पुत्र,
राहुल शर्मा
प्रश्न 11.
आपने हाल ही में विद्यालय की ओर से जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। अपने मित्र को पत्र लिखकर भ्रमण के अनुभव साझा कीजिए।
उत्तर :
अजमेर,
15 दिसम्बर, 20XX
प्रिय प्रमोद,
सप्रेम वन्दे!
आज ही आपका स्नेहिल पत्र प्राप्त हुआ। पढ़कर प्रसन्नता हुई कि आप सब कुशल से हैं। कुशलता के बाद मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मैंने हाल में ही अपने विद्यालय की ओर से अपनी कक्षा के छात्रों के साथ बस द्वारा जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। जयपुर पहुँच कर हम सबने हवा महल, जंतर-मंतर, आमेर का किला, नाहरगढ़, जल-महल आदि ऐतिहासिक स्थल देखे। उन सबको देखने के बाद हम सब विद्यालय बस | द्वारा लौट आए। बस में लौटते समय हम सब साथ गए शिक्षक से उनके बारे में चर्चा करते रहे और ज्ञान-वृद्धि करते रहे। हम सभी को खूब आनन्द आया। शेष मिलने पर।
अपने पिताजी एवं माताजी को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा स्नेही,
महेश