These comprehensive RBSE Class 12 Home Science Notes Chapter 8 मार्गदर्शन और परामर्श will give a brief overview of all the concepts.
RBSE Class 12 Home Science Chapter 8 Notes मार्गदर्शन और परामर्श
→ महत्त्व-प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में ऐसी चुनौतियाँ और तनाव आते हैं जिनका सामना किया जाना चाहिए। कभीकभी समस्याओं का समाधान ढूँढ़ने के लिए हमें सहायता और समर्थन की आवश्यकता होती है। यथा
- पारंपरिक रूप से भारत में ऐसी सहायता, परिवार, संयुक्त परिवार, सुदृढ़ सामाजिक नेटवर्क, शिक्षकों, मित्रों और आध्यात्मिक/धार्मिक गुरुओं द्वारा तत्काल और आसानी से उपलब्ध हो जाती थी।
- वर्तमान में, विशेषकर शहरों में तेजी से हुए परिवार, सामाजिक-धार्मिक पद्धतियों के विभाजन के कारण व्यक्तियों को समस्याओं का सामना करने के लिए सहायता हेतु मार्गदर्शन और परामर्श क्षेत्र का एक व्यावसायिक क्षेत्र विकसित हुआ है।
- दूसरों से मार्गदर्शन लेने से व्यक्ति विभिन्न परिप्रेक्ष्य से स्थिति का छान-बीन करने और उपयुक्त समाधान प्राप्त करने में सक्षम हो जाता है।
- इसलिए ऐसी स्थितियों में जिन्हें वे स्वयं हल नहीं कर पाते हैं, व्यावसायिक मार्गदर्शन और परामर्श लाभदायक हो सकते हैं।
→ विद्यार्थियों की प्रमुख समस्यायें:
एक सर्वेक्षण के अनुसार 50 प्रतिशत विद्यार्थियों द्वारा बताई गई प्रमुख समस्यायें निम्नलिखित थीं
- अपेक्षाओं और निष्पादन के बीच अन्तराल।
- जीविका और व्यवसायों के बारे में जानकारी का अभाव।
- भविष्य के बारे में चिन्ता।
- एकाग्रता का अभाव।
- विपरीत जेंडर के सदस्यों से मित्रता करने अथवा उनके साथ व्यवहार करने अथवा उनके साथ व्यवहार करने में असमर्थता।
- यौन व्यवहारों के बारे में जानकारी का अभाव।
- अपनी शक्तियों और कमियों के बारे में जानकारी न होना।
- अपनी रुचियों और क्षमताओं के बारे में जानकारी न होना।
- संसाधनों का अभाव।
- अधिगम की प्रभावी कार्यनीतियों के बारे में जानकारी का अभाव, तथा
- पिछली गलतियों के लिए स्वयं को माफ न कर पाने की असमर्थता। ये सभी जानकारियाँ मार्गदर्शन और परामर्श के क्षेत्र में व्यवसायिकों की आवश्यकता को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं।
→ मूलभूत संकल्पनाएँ
1. मार्गदर्शन:
मार्गदर्शन का वर्णन किसी समूह के व्यक्ति को 'सक्षम परामर्शदाता' देकर उसके जीवन का दिशानिर्देश करने, उसका अपना खुद का दृष्टिकोण विकसित करने, निर्णय लेने और बेहतर तरीके से सामञ्जस्य स्थापित करने में सहायता के रूप में किया जा सकता है। इस प्रकार मार्गदर्शन व्यक्ति को अपना रास्ता स्वयं ढूँढ़ने में सहायता करना है।
2. परामर्श:
परामर्श परस्पर बातचीत द्वारा सीखने की प्रक्रिया है जिसमें परामर्शदाता परामर्श लेने वालों को कठिनाइयों का कारण समझने और मुद्दों को सुलझाकर निर्णय पर पहुँचने में सहायता करते हैं।
3. परामर्श सेवा:
परामर्श सेवा का संबंध विशिष्ट समस्याओं का समाधान करने, निर्णय लेने, संकट का मुकाबला करने, संबंधों को बेहतर बनाने और व्यक्तिगत जागरूकता बढ़ाने से हो सकता है। इसमें जिम्मेदारी और गोपनीयता शामिल होती है।
→ मार्गदर्शन और परामर्श विशेषज्ञों के लिए कुछ नीति-परक सिद्धान्त
- व्यक्ति, सांस्कृतिक भिन्नताओं और मानव-अनुभवों की विविधताओं के प्रति सम्मान और सावधानी से काम करें।
- परामर्श लेने वाले को नुकसान करने वाला कोई कदम न उठाएं।
- परामर्श लेने वाले व्यक्ति द्वारा परामर्शदाता पर किए गए भरोसे का सम्मान करें और उसके मुद्दों के बारे में दूसरों से बात न करें।
- परामर्श लेने वाले व्यक्ति को आत्मज्ञान बढाने के लिए प्रोत्साहित करें।
- संकट की स्थितियों से प्रभावी रूप से निपटने के लिए परामर्श लेने वाले के विकल्पों को तलाशने और उनमें वृद्धि करने में सहायता करें।
- उनकी क्षमता के दायरे में ही उनसे व्यवहार करें।
- कठिन परिस्थितियों से घिरे व्यक्तियों के लिए उपलब्ध सभी सेवाओं का जानकार होना चाहिए जिससे आगे संदर्भ के लिए उचित मार्गदर्शन किया जा सके।
4. परामर्श सेवा के स्तर-परामर्श सेवा के प्रमुख स्तर निम्नलिखित हैं
- अनौपचारिक परामर्श सेवा।
- गैर-विशेषज्ञ परामर्श सेवा।
- व्यावसायिक परामर्श सेवा।
5. परामर्शदाता द्वारा किए जाने वाले व्यवहार उपागम के तरीके व तकनीकें
- निदेशित, परामर्शदाता-केन्द्रित परामर्श।
- अनिदेशित अथवा अनुज्ञात्मक अथवा सेवार्थी-केन्द्रित परामर्श।
- संकल्पनात्मक परामर्श सेवा।
→ जीविका के लिए तैयारी करना
या
परामर्शदाता की विशेषताएँ
- मानवीय समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता।
- समानुभूति।
- व्यक्तिगत भिन्नताओं के लिए सम्मान ।
- निर्णयात्मक न होना।।
- गोपनीयता बनाए रखना।
- आसानी से सम्पर्क करने योग्य।
- दृढ़ लेकिन मित्रवत्।
- रुचिकर व्यक्तित्व।
- मूल्यों और सम्बन्धों को समझने वाला।
→ कार्यक्षेत्र या जीविका के अवसर
- जीविका परामर्शदाता
- विद्यालय परामर्शदाता
- परिवार परामर्शदाता
- वैवाहिक परामर्शदाता
- जीवन कौशल प्रशिक्षक
- बच्चों के मार्गदर्शन के परामर्शदाता।