RBSE Class 12 Home Science Notes Chapter 16 मानव संसाधन प्रबंधन

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RBSE Class 12 Home Science Chapter 16 Notes मानव संसाधन प्रबंधन

→ प्रस्तावना:
मानव संसाधन प्रबंधन अध्ययन का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसका आविर्भाव संसाधन प्रबंधन से | होता है। इस क्षेत्र का किसी व्यक्ति तथा संस्थाओं की दक्षता पर गहरा प्रभाव पड़ता है। भारत में मानव संसाधन विभाग ने कर्मचारियों की भर्ती, उनकी कार्यक्षमता सुधारने तथा उनके प्रशिक्षण तथा उनकी सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

→ मानव संसाधन प्रबंधन का अर्थ:
मानव संसाधन प्रबंधन को किसी संस्था के प्रबंधन के कार्य नीतिपरक तथा संगत अधिगम के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिससे कि संस्था की मानव रूपी पूँजी अर्थात उसमें कार्य करने वाले व्यक्तियों का प्रबंधन किया जा सके जो संस्था के लक्ष्यों की प्रभावी और दक्षतापूर्ण प्राप्ति के लिए अपना योगदान देते हैं तथा उनकी कार्यक्षमताओं एवं उनके कार्य निष्पादन में अधिकतम वृद्धि की जा सके।

→ मानव संसाधन प्रबंधन का महत्व

  • मानव संसाधन प्रबंधन व्यक्ति के मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करके व्यक्तियों के सहयोग के अच्छे परिणाम प्राप्त करने से संबद्ध है।
  • यह एक बहुआयामी प्रक्रिया है।
  • इसमें मानव संसाधन विकास भी सम्मिलित है।

RBSE Class 12 Home Science Notes Chapter 16 मानव संसाधन प्रबंधन 

→ मानव संसाधन प्रबंधन व्यावसायिकों के कार्य मानव संसाधन प्रबंधन के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं

  • कर्मचारियों की भर्ती अर्थात् सर्वोत्तम कर्मचारियों को रखना।
  • कर्मचारियों का प्रशिक्षण तथा विकास।
  • कर्मचारियों का प्रतिधारण तथा शिकायत निवारण।
  • विनियमों के पालन को सुनिश्चित करना।
  • निष्पक्ष, सुरक्षित तथा समानतापूर्ण कार्य परिवेश सुनिश्चित करना तथा उन्हें पर्याप्त वेतन का भुगतान और बोनस तथा अन्य लाभों द्वारा निष्पादित कर मूल्यांकन करना।
  • उत्तम कार्य का प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को बढ़ावा देना। यथा

(1) कर्मचारियों की भर्ती तथा व्यवस्था-मानव संसाधन प्रबंधन के इस कार्य को मोटे रूप से दो भागों में बांटा जाता है
(अ) जन शक्ति या मानव संसाधन योजना-इसके अन्तर्गत

  • कार्य विश्लेषण,
  • कार्य विवरण तथा
  • विभिन्न कार्यों के संदर्भ में कर्मचारियों की संख्या निर्धारित करना निहित है।

(ब) भर्ती तथा चयन-इसके अन्तर्गत

  • प्रतिभावान व्यक्तियों को आकर्षित करना,
  • चयन प्रक्रिया तथा
  • प्रतिभावान व्यक्तियों को संस्था में पदभार ग्रहण करने के लिए प्रेरित करने के कार्य आते हैं।

(2) कर्मचारियों का प्रशिक्षण तथा विकास-मानव संसाधन प्रबंधन के इस कार्य को निम्नलिखित भागों में बांटा जा सकता है
(अ) प्रवेश-इसके अन्तर्गत कर्मचारियों के लिए दिशा अनुकूलन प्रक्रिया अपनायी जाती है।

(ब) प्रशिक्षण-कर्मचारियों के प्रशिक्षण के अन्तर्गत प्रबंधन

  • सक्षमता मापन तथा अंतराल विश्लेषण,
  • प्रशिक्षण की आवश्यकता का निर्धारण तथा
  • प्रशिक्षण प्रक्रिया सम्बन्धी कार्य करता है।

(स) विकास-कर्मचारियों के विकास के अन्तर्गत प्रबंधन समर्थ कर्मचारियों के निर्धारण विकास प्रक्रिया को अपनाता है।

(द) जीविका योजना-इसके अन्तर्गत प्रबंधन

  • तीव्र,
  • प्रतिभा/प्रबंधन तथा
  • सामान्य जीविका प्रबंधन सम्बन्धी कार्य करता है।

(3) विनियमों के पालन को सुनिश्चित करना-मानव संसाधन प्रबंधन विनियमों के पालन को सुनिश्चित करने हेतु निम्न प्रमुख कार्य करता है
(अ) संचार-दो तरफा संचार को संस्थापित करना तथा अनुरक्षित करना।

(ब) स्वास्थ्य-स्वास्थ्य योजनाओं का डिजाइन बनाना, चयन तथा कार्यान्वयन।

(स) सुरक्षा

  • जागरूकता उत्पन्न करना,
  • सुरक्षित कार्य स्थितियों की पद्धति विकसित करना।

(द) कर्मचारी संबंध

  • निष्पक्षता स्थापित करना
  • कर्मचारी सम्बन्धों, नीतियों तथा कार्यविधियों का डिजाइन बनाना तथा कार्यान्वयन।

(य) विधिक पक्ष

  • विवाद,
  • शिकायतों तथा निवारण,
  • स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी कानूनी पक्ष ।

(4) प्रतिधारण तथा शिकायत निवारणमानव संसाधन प्रबंधन प्रतिधारण तथा शिकायत निवारण सम्बन्धी निम्नलिखित कार्यों को करता है
(अ) उचित मूल्यांकन पद्धति
(ब) मूल्यांकन प्रक्रिया
(स) प्रतिपूर्ति तथा हितलाभ-इसके अन्तर्गत-

  • वेतन तथा हितलाभ पैकेजों का निर्धारण, 
  • पुरस्कार मान्यता अभिप्रेरण तथा 
  • आर्थिक अभिप्रेरण सम्बन्धी कार्य किये जाते हैं।

RBSE Class 12 Home Science Notes Chapter 16 मानव संसाधन प्रबंधन

→ जीविका के लिए तैयारी
मानव संसाधन व्यावसायियों से निम्नलिखित कुछ न्यूनतम अपेक्षाएं निम्नलिखित हैं

  • लक्ष्यों के संबंध में स्पष्टता।
  • समय प्रबंधन में दक्षता।।
  • कार्य निष्पादनों की तुलना।
  • व्यवसाय तथा उद्योग के बारे में ज्ञान।
  • विभाग, टीम तथा संस्था के लिए कल्पनादृष्टि तथा लक्ष्य।
  • बांटने का/विकसित करने का उत्साह/अनुशिक्षक तथा परामर्शदाता।
  • कार्य आचार नीति/विश्वसनीयता।

→ अच्छे मानव संसाधन प्रबंध कौशलों से युक्त व्यक्तियों की आजकल बहुत अधिक माँग है जिसके कारण शिक्षार्थियों में इस क्षेत्र के पाठ्यक्रम बहुत लोकप्रिय हैं।

  • अनेक विश्वविद्यालयों, मानित विश्वविद्यालयों, गैर-सरकारी कॉलेजों तथा अन्य संस्थानों द्वारा मानव संसाधन प्रबंधन के डिग्री तथा डिप्लोमा, दोनों ही स्तरों के पाठ्यक्रमों को चलाया जाता है।
  • मानव संसाधन प्रबंधन के स्नातकोत्तर डिग्री तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री प्राप्त उम्मीदवारों को पात्र माना जाता है। स्नातकोत्तर डिग्री पाठ्यक्रम में वे प्रशिक्षण तथा विकास प्रबंधन के परिप्रेक्ष्य, कर्मचारी क्षतिपूर्ति प्रबंधन, श्रमिक कल्याण तथा सामाजिक सुरक्षा, मानव संसाधन प्रबंधन तथा संगठनात्मक व्यवहार जैसे क्षेत्रों में गहन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • इस क्षेत्र में जीविका के विकल्प हैं.
    • मानव संसाधन प्रबंधक,
    • प्रशिक्षण तथा विकास में विशेषज्ञ व्यावसायिक,
    • भर्ती परामर्शदाता,
    • मानव संसाधन परामर्शदाता,
    • जीविका परामर्शदाता,
    • शिक्षण तथा
    • अनुसंधान।
Prasanna
Last Updated on July 15, 2022, 2:50 p.m.
Published July 15, 2022