Rajasthan Board RBSE Class 12 Home Science Important Questions Chapter 8 मार्गदर्शन और परामर्श Important Questions and Answers.
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बहुचयनात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
निम्न में जो एक परामर्शदाता की विशेषता नहीं है, वह है-
(अ) मानवीय समस्याओं के प्रति संवेदनशील होना
(ब) निर्णयात्मक होना
(स) गोपनीयता बनाए रखना
(द) आसानी से संपर्क करने योग्य।
उत्तर:
(ब) निर्णयात्मक होना
प्रश्न 2.
"ऐसा लगता है कि वह अपने माता-पिता को धोखा दे रही है, लेकिन मैं इसे अपने तक ही रखूगा।" परामर्शदाता का यह कथन उसकी किस विशेषता का द्योतक है-
(अ) निर्णयात्मक न होना।
(ब) दृढ़ एवं मित्रवत होना
(स) गोपनीयता बनाए रखना
(द) व्यक्तिगत भिन्नताओं के प्रति सम्मान।
उत्तर:
(स) गोपनीयता बनाए रखना
प्रश्न 3.
वह तकनीक जिसमें परामर्शदाता मुख्य भूमिका निभाता है, कहलाती है-
(अ) निदेशित परामर्श सेवा
(ब) अनिदेशित परामर्श सेवा
(स) संकलनात्मक परामर्श सेवा
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) निदेशित परामर्श सेवा
प्रश्न 4.
वह परामर्श सेवा, जिसमें अन्य क्षेत्र के विशेषज्ञ, अपने क्षेत्र की विशेषज्ञता के अतिरिक्त मनोवैज्ञानिक समस्याओं का समाधान भी करना चाहते हैं, कहलाती है-
(अ) गैर-विशेषज्ञ परामर्श सेवा
(ब) अनौपचारिक परामर्श सेवा
(स) व्यावसायिक परामर्श सेवा
(द) निदेशित परामर्श सेवा
उत्तर:
(अ) गैर-विशेषज्ञ परामर्श सेवा
प्रश्न 5.
निम्न में जो महाविद्यालय स्तर के विद्यार्थी की एक सामान्य समस्या नहीं है, वह है-
(अ) भविष्य के बारे में चिंता
(ब) जीविका और व्यवसायों के बारे में जानकारी का अभाव
(स) उचित पोषण की समस्या
(द) एकाग्रता का अभाव।
उत्तर:
(स) उचित पोषण की समस्या
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1. किसी विश्वसनीय व्यक्ति के साथ अपनी परेशानियों को बाँटने से व्यक्ति स्थिति का सामना करने में अधिक ........... महसूस कर सकता है।
2. जब व्यक्ति यह महसूस करते हैं कि वे चुनौतीपूर्ण स्थिति में हैं और उससे उभरने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा है तो ऐसे में ............ और ......... जैसी प्रक्रियाएँ उनके लिए सहायक होंगी।
3. मार्गदर्शन, निर्देश देने या तैयार हल देने की बजाय व्यक्ति को अपना रास्ता ............... ढूँढ़ने में सहायता करना है।
4. परामर्श एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें जिम्मेदारी और ................ शामिल होती है।
5. ............... परामर्श सेवा में परामर्शदाता मुख्य भूमिका निभाता है और परामर्श लेने वाले को समस्या के निदान के अनुरूप निर्णय लेने में हर संभव प्रयास करता है।
6. एक व्यावसायिक परामर्शदाता बनने के लिए आवश्यक कौशल अर्जित करने हेतु ......... लेना चाहिए।
7. जो परामर्शदाता विद्यालय में बच्चों की सामञ्जस्य सम्बन्धी समस्यायें .................. परामर्शदाता कहलाता है।
उत्तर:
1. सक्षम
2. मार्गदर्शन, परामर्श
3. स्वयं
4. गोपनीयता
5. निदेशित
6. विशेष प्रशिक्षण
7. विद्यालयी
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
बच्चों के मार्गदर्शन के परामर्शदाता कौनसे परामर्शदाता कहलाते हैं?
उत्तर:
जो परामर्शदाता बच्चों के साथ कार्य करते हैं, बच्चों के मार्गदर्शन के परामर्शदाता कहलाते हैं।
प्रश्न 2.
महाविद्यालय स्तर के विद्यार्थियों की कोई दो प्रमुख सामान्य समस्याएँ लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
मार्गदर्शन व्यक्ति की किस प्रकार की सहायता करता है?
उत्तर:
मार्गदर्शन, निर्देश देने या तैयार हल देने की बजाय व्यक्ति को अपना रास्ता स्वयं ढूँढ़ने में सहायता करता है।
प्रश्न 4.
मार्गदर्शन और परामर्श विशेषज्ञों के लिए आवश्यक दो नीति-परक सिद्धान्त लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
परामर्श सेवा के तीन स्तरों के नाम लिखिए।
उत्तर:
परामर्श सेवा के तीन स्तर ये हैं-
प्रश्न 6.
व्यावसायिक परामर्श सेवा में उपयोग आने वाली तीन तकनीकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 7.
परामर्शदाता की दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 8.
परामर्शदाता में व्यवसाय की मांग के अनुसार कौनसे विशिष्ट कौशल होने चाहिए?
उत्तर:
परामर्शदाता में ये विशिष्ट कौशल होने चाहिए-
प्रश्न 9.
व्यावसायिक परामर्शदाता के पास परामर्शदाता बनने हेतु क्या होना आवश्यक है?
उत्तर:
प्रश्न 10.
जीविका परामर्शदाता से क्या आशय है?
उत्तर:
कुछ परामर्शदाता व्यावसायिक और जीविका संबंधी परामर्श के लिए सभी आयु वर्ग के लोगों के साथ काम करते हैं। वे जीविका परामर्शदाता कहे जाते हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
कॉलम B में दिए गए वाक्यों का मेल कॉलम A में दिए गए परामर्शदाता के गुणों से कीजिए और कॉलम C में सही संयोजन को लिखिए।
उत्तर:
1. e
2. c
3. g
4. b
5. d
6. f
7. a
प्रश्न 2.
(अ) संदीप पिछले दो वर्षों से मेडिकल की प्रवेश परीक्षा दे रहा है। उसे लगता है कि यदि वह डॉक्टर नहीं बन पाया तो उसके जीवन के कोई मायने नहीं होंगे। उसका दिमाग कलात्मक प्रवृत्ति का है और वह पेंटिंग बहुत अच्छी कर सकता है, वह अत्यधिक सृजनात्मक भी है। वह ऐसे क्षेत्र में बेहतर काम कर सकता है, जिसमें रचनात्मक और कलात्मक/सौंदर्यबोधक क्रियाकलाप सम्मिलित हैं, लेकिन मेडिकल परीक्षा में उसे लगातार असफलता मिल रही है और वह अपना आत्मविश्वास खोकर हीनता की भावना महसूस कर रहा है।
(ब) राधा एक गाँव की निवासी है। परिवार के अत्यधिक विरोध के बावजूद, उसके पिता ने उसे पास के गाँव में उच्चतर माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए भेजा है। जिस युवक से उसकी सगाई हुई है, उसकी गाँव में ही एक दुकान है। वह अकसर उससे मिलने आता है। पिछले कुछ दिनों से वह उससे बाहर पार्क में घूमने जाने के लिए कह रहा है। राधा दुविधा में है। उसे युवक पसंद है, लेकिन वह डरती है कि लोग क्या कहेंगे मन में बेचैनी है और ऐसा कोई नहीं है जिससे वह सलाह ले सके।
संदीप और राधा दोनों की समस्या के स्वरूप के बारे में चर्चा कीजिए। उन समाधानों को बताइए जो आप समझते हैं कि उनके लिए सर्वोत्तम होंगे।
उत्तर:
(अ) संदीप की समस्यायें और उनका समाधान
संदीप के प्रमुख समस्यायें हैं-
(i) अपेक्षाओं और निष्पादन के बीच अन्तराल का होना क्योंकि वह पिछले से मेडिकल प्रवेश की परीक्षा दे रहा है, लेकिन मेडिकल परीक्षा में उसे लगातार असफलता मिल रही है।
(ii) उसे जीविका और व्यवसायों के बारे में जानकारी का भी अभाव है क्योंकि उसे लगता है कि यदि वह डॉक्टर नहीं बन पाया तो उसके जीवन के कोई मायने नहीं होंगे। जबकि उसका दिमाग कलात्मक प्रवृत्ति का है और वह पेंटिंग बहुत अच्छी कर सकता है, वह अत्यधिक सर्जनात्मक भी है। वह ऐसे क्षेत्र में बेहतर काम कर सकता है, जिसमें रचनात्मकता और कलात्मक क्रियाकलाप सम्मिलित हैं। लेकिन लगता है, उसे इस क्षेत्र के जीविका के अवसरों का ज्ञान नहीं है, तभी वह यह कहता है कि "यदि वह डॉक्टर नहीं बन पाया तो उसके जीवन के कोई मायने नहीं होंगे।"
(iii) उसकी तीसरी समस्या यह है कि उसे अपनी शक्तियों और कमियों के बारे में जानकारी नहीं है, तभी वह दो बार डॉक्टरी प्रवेश परीक्षा में असफल होने के बाद भी डॉक्टर बनना चाहता है। इस क्षेत्र में वह कमजोर है और जिस क्षेत्र में वह शक्तिशाली है, उस क्षेत्र पर ध्यान नहीं दे रहा है।
(iv) उसकी चौथ समस्या, उसकी भविष्य सम्बन्धी चिन्ता है। इसका कारण भी उक्त तीनों समस्यायें हैं।
समाधान-हमारी दृष्टि से उसकी समस्याओं का समाधान यह है कि उसके शक्तिशाली पक्ष की ओर उसे ध्यान दिलाया जाये और रचनात्मक और कलात्मक/सौंदर्यबोधक, विशेषकर पेंटिंग के क्षेत्र में उपलब्ध जीविका के अवसरों को उसे बताया जाये। जब उसे इस क्षेत्र में जीविका के अवसरों का ज्ञान होगा तो उसका ध्यान डॉक्टर के पेशे से हटकर इन क्षेत्रों की तरफ केन्द्रित होगा। चूंकि यह उसका सशक्त पक्ष है। इसलिए वह इस क्षेत्र में आवश्यक अर्हताओं में आसानी से उत्तीर्ण हो जाएगा और ऐसा होने पर उसकी उक्त चारों समस्याओं का भी स्वतः समाधान हो जायेगा।
(ब) राधा की समस्यायें और उसका समाधान
राधा की प्रमुख समस्या 'विपरीत जेंडर के सदस्यों से मित्रता करने अथवा उनके साथ व्यवहार करने में असमर्थता' की है।
यद्यपि राधा को वह युवक पसंद है, जिससे उसकी सगाई हुई है। लेकिन वह उसके साथ बाहर पार्क में घूमने जाने के आग्रह को मानने में दुविधाग्रस्त है। वह डरती है कि लोग क्या कहेंगे।
इस सम्बन्ध में उसे हम यह सलाह देंगे कि राधा इस दुविधा को अपने माता-पिता के समक्ष कहे और साथ ही उस मंगेतर युवक से भी कहे। माता-पिता इस सम्बन्ध में राधा को जो सलाह दें, उसे वह अपने मंगेतर युवक से चर्चा करे। ऐसा करने पर उसे स्वयं इसका समाधान सूझ जायेगा और उसकी दुविधा खत्म हो जाएगी।
प्रश्न 3.
मार्गदर्शन से क्या आशय है?
उत्तर:
मार्गदर्शन का अर्थ न तो निर्देश देना है और न ही अपने नजरिए या दृष्टिकोण को दूसरे पर थोपना है। जो व्यक्ति दूसरे का मार्गदर्शन करता है, वह उस व्यक्ति की ओर से निर्णय लेने की जिम्मेदारी नहीं लेता है। अतः मार्गदर्शन से आशय है-व्यक्ति को अपना रास्ता स्वयं ढूँढ़ने में सहायता करना।
प्रश्न 4.
परामर्श सेवा में किन-किन बातों को शामिल किया जाता है?
उत्तर:
परामर्श सेवा का संबंध विशिष्ट समस्याओं को संबोधित करने और उनका समाधान करने, निर्णय लेने, संकट का मुकाबला करने, संबंधों को बेहतर बनाने और व्यक्तिगत जागरूकता बढ़ाने में हो सकता है। इसमें भावनाओं, विचारों, अनुभूतियों और विवादों के संबंध में काम करना भी शामिल है।
प्रश्न 5.
परामर्श सेवा का सम्पूर्ण उद्देश्य क्या है?
उत्तर:
परामर्श सेवा का सम्पूर्ण उद्देश्य परामर्श लेने वाले को सकारात्मक तरीकों से काम करने के अवसर प्रदान करना है जिससे व्यक्तियों के रूप में और वृहत्तर समाज के सदस्यों के रूप में उन सबका कल्याण हो सके।
प्रश्न 6.
अनिदेशित या सेवार्थी-केन्द्रित परामर्श तकनीक को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
अनिदेशित या सेवार्थी-केन्द्रित परामर्श तकनीक-इस तकनीक में परामर्शदाता की भूमिका अपेक्षाकृत निष्क्रिय होती है। परामर्श लेने वाला व्यक्ति उपचार की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेता है। सहायता चाहने वाले व्यक्ति को परामर्शदाता की सहायता से समस्या के मूल कारण को समझने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। परामर्श लेने वाला व्यक्ति अंतिम निर्णय लेता है। इस प्रकार, परामर्श सेवा की यह प्रक्रिया व्यक्ति के अनुभवों में वृद्धि करती है।
प्रश्न 7.
परामर्शदाता की कोई चार विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
परामर्शदाता की चार प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
प्रश्न 8.
मार्गदर्शन और परामर्श के क्षेत्र में चार जीविका के अवसरों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
मार्गदर्शन और परामर्श के क्षेत्र में जीविका के चार अवसर इस प्रकार हैं-
निबन्धात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
मार्गदर्शन और परामर्श के क्षेत्र में जीविका के अवसरों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
मार्गदर्शन और परामर्श के क्षेत्र में जीविका के अवसर
जीवन काल की प्रत्येक अवस्था में ऐसी चुनौतियाँ होती हैं जिनका किसी व्यक्ति को सामना और समाधान करना ही पड़ता है। सहायता और मार्गदर्शन की किसी भी अवस्था में आवश्यकता पड़ सकती है। इस उद्देश्य के लिए परामर्शदाताओं को विकासात्मक जरूरतों और किसी उम्र विशेष के व्यक्तियों की विशिष्टताओं के बारे में विशेष रूप से प्रशिक्षित होना चाहिए।
इस दृष्टि से इस क्षेत्र में जीविका के निम्नलिखित अवसर होते हैं-
(1) जीविका परामर्शदाता-कुछ परामर्शदाता व्यावसायिक और जीविका सम्बन्धी परामर्श के लिए सभी आयु वर्ग के लोगों के साथ काम करते हैं।
(2) विद्यालय परामर्शदाता-विद्यालय में बच्चों की सामञ्जस्य संबंधी समस्यायें हो सकती हैं। बच्चे की शैक्षिक उपलब्धि के सम्बन्ध में या अपने साथियों के सम्बन्ध में या अपने माता-पिता के सम्बन्ध में कोई समस्या हो सकती है। जो परामर्शदाता बच्चों की ऐसी कठिनाइयों को दूर करने के लिए बच्चों को परामर्श देते हैं, वे विद्यालयी परामर्शदाता कहलाते हैं।
(3) परिवार परामर्शदाता-कुछ परामर्शदाता परिवार परामर्शदाता के रूप में कार्य कर सकते हैं। परिवार परामर्शदाता वे होते हैं जो माता-पिता, बच्चों तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ काम करते हैं। यह. उन विशिष्ट मुद्दों का समाधान करते हैं जो परिवार के सदस्यों अथवा पीढ़ियों के बीच विवादों का कारण होते हैं। ये परिवार के किसी सदस्य की व्यवहारगत समस्याओं का समाधान करते हैं।
(4) वैवाहिक परामर्शदाता-कुछ परामर्शदाता वैवाहिक परामर्शदाता के रूप में भी कार्य करते हैं। ये विवाह सम्बन्धी विभिन्न मुद्दों या समस्याओं, वैवाहिक और विवाह पूर्व मुद्दों के लिए परामर्श अथवा निकट सम्बन्धों के लिए व्यक्तिगत संगतता/अनुरूपता तथा दम्पतियों के लिए परामर्श का कार्य करते हैं।
(5) जीवन कौशल प्रशिक्षक-कुछ परामर्शदाता जीवन कौशल प्रशिक्षक के रूप में भी कार्य कर सकते हैं। आजकल अनेक व्यक्तियों को अपने दैनिक जीवन में घर अथवा कार्यस्थल पर तनाव के कारण परामर्श की आवश्यकता हो सकती है। उदाहरण के लिए एक सुस्थापित युवक अपनी क्षमताओं को इष्टतम स्तर तक लाने के लिए अधिक सक्रिय होना चाह सकता है।
(6) बच्चों के मार्गदर्शन के परामर्शदाता-कुछ परामर्शदाता बच्चों के साथ कार्य करते हैं और बच्चों के मार्गदर्शन के लिए परामर्शदाता कहे जाते हैं।