Rajasthan Board RBSE Class 12 Chemistry Important Questions Chapter 14 जैव-अणु Important Questions and Answers.
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बहुविकल्पीय प्रश्न:
प्रश्न 1.
दूध में शर्करा होती है:
(a) सुक्रोस
(b) माल्टोस
(c) ग्लूकोस
(d) लैक्टोस
उत्तर:
(d) लैक्टोस
प्रश्न 2.
शरीर में आरक्षित ग्लूकोस के रूप में कार्य करने वाला कार्बोहाइड्रेट
(a) सुक्रोस
(b) स्टार्च
(c) ग्लाइकोजन
(d) फ्रक्टोस
उत्तर:
(c) ग्लाइकोजन
प्रश्न 3.
यौगिकों का युग्म जिसमें दोनों यौगिक टॉलेन्स अभिकर्मक के साथ धनात्मक परीक्षण देते हैं:
(a) ग्लूकोस तथा सुक्रोस
(b) फ्रक्टोस तथा सक्रोस
(c) ग्लूकोस तथा फ्रक्टोस
(d) ये सभी
उत्तर:
(c) ग्लूकोस तथा फ्रक्टोस
प्रश्न 4.
सुक्रोस (sucrose) है एक:
(a) मोनोसैकेराइड
(b) डाइसैकराइड
(c) ट्राइसैकेराइड
(d) पॉलिसैकेराइड
उत्तर:
(a) मोनोसैकेराइड
प्रश्न 5.
इन्सुलिन के जल-अपघटन से प्राप्त होता है:
(a) ग्लूकोस
(b) फ्रक्टोस
(c) ग्लूकोस तथा फ्रक्टोस
(d) लैक्टोस
उत्तर:
(b) फ्रक्टोस
प्रश्न 6.
सेलुलोस (cellulose) है एक:
(a) मोनोसैकेराइड
(b) डाइसैकेराइड
(c) ट्राइसैकेराइड
(d) पॉलिसैकेराइड
उत्तर:
(d) पॉलिसैकेराइड
प्रश्न 7.
वह कार्बोहाइड्रेट, जो मनुष्यों के पाचन तन्त्र में नहीं पचता है:
(a) स्टार्च
(b) सेलुलोस
(c) ग्लाइकोजन
(d) ग्लूकोस
उत्तर:
(b) सेलुलोस
प्रश्न 8.
निम्न में से कौन-सा यौगिक बाइयूरेट परीक्षण नहीं होता है?
(a) कार्बोहाइड्रेट
(b) पॉलीपेप्टाइड
(c) यूरिया
(d) प्रोटीन
उत्तर:
(a) कार्बोहाइड्रेट
प्रश्न 9.
ऐमीनो अम्ल निम्न में से किसके निर्माण की इकाई होती है?
(a) कार्बोहाइड्रेट के
(b) प्रोटीन के
(c) वसा के
(d) विटामिन के
उत्तर:
(b) प्रोटीन के
प्रश्न 10.
एन्जाइम होते हैं:
(a) तेल
(b) वसा-अम्ल
(c) प्रोटीन
(d) खनिज
उत्तर:
(c) प्रोटीन
प्रश्न 11.
विटामिन B1, का रासायनिक नाम है:
(a) एस्कॉर्बिक अम्ल
(b) रिबोफ्लेविन
(c) थायमिन
(d) पाइरीडॉक्सीन
उत्तर:
(c) थायमिन
प्रश्न 12.
मानव शरीर में निम्न में से किसकी निर्माण नहीं हो सकता है?
(a) एन्जाइम
(b) DNA
(c) विटामिन
(d) हार्मोन
उत्तर:
(c) विटामिन
प्रश्न 13.
बायर अभिकर्मक का उपयोग किया जाता है:
(a) ऑक्सीकरण के लिए
(b) द्वि-बन्ध की जाँच के लिए
(c) ग्लूकोस की जाँच के लिए
(d) अपचयन के लिए
उत्तर:
(a) ऑक्सीकरण के लिए
प्रश्न 14.
प्रोटीनों में पाये जाने वाले ऐमीनो अम्ल जिन्हें मानव शरीर संश्लेषित करता हैं:
(a) 20
(b) 10
(c) 5
(d) 4
उत्तर:
(b) 10
प्रश्न 15.
इन्सुलिन किसके उपापचय को नियन्त्रित करता है?
(a) खनिज
(b) ऐमीनो अम्ल
(c) ग्लूकोस
(d) विटामिन
उत्तर:
(c) ग्लूकोस
प्रश्न 16.
शर्करा के किस कार्बन परमाणु पर हाइड्रॉक्सिल समूह की उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति RNA तथा DNA में विभेद करती
(a) दूसरे
(b) तीसरे
(c) चौथे
(d) पहले
उत्तर:
(a) दूसरे
प्रश्न 17.
वसा के साथ आँत में अवशोषित होने वाले विटामिन हैं:
(a) A, D
(b) B,C
(c) A,C
(d) B,D
उत्तर:
(a) A, D
प्रश्न 18.
बायोटीन यीस्ट में पाये जाने वाला कार्बनिक पदार्थ है। इसे अन्य किस नाम से पुकारते हैं?
(a) विटामिन H
(b) विटामिन K
(c) विटामिन E
(d) विटामिन Ba.
उत्तर:
(a) विटामिन H
प्रश्न 19.
वह विटामिन जो न तो जल में और न ही वसा में विलेय है:
(a) बायोटीन
(b) थायमीन
(c) कैल्सीफेरॉल
(d) ये सभी
उत्तर:
(a) बायोटीन
प्रश्न 20.
निम्न में से प्यूरीन व्युत्पन्न है:
(a) साइटोसीन
(b) ग्वानीन
(c) यूरेसिल
(d) थायमीन
उत्तर:
(b) ग्वानीन
प्रश्न 21.
हेलिक्स संरचनात्मक लक्षण है:
(a) सूक्रोस का
(b) पॉलिपेप्टाइडों का
(c) न्यूक्लिओटाइडों का
(d) स्टार्च को
उत्तर:
(b) पॉलिपेप्टाइडों का
अति लघुत्तरीय प्रश्न:
प्रश्न 1.
कार्बोहाइड्रेट को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
कार्बोहाइड्रेट ध्रुवण घूर्णक पॉलीहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड या कीटोन होते हैं या वे पदार्थ होते हैं जो जल-अपघटित होकर मोनोसैकेराइड के कई अणु देते हैं।
प्रश्न 2.
स्टार्च तथा सेलुलोस के मोनोमरों में संरचनात्मक अन्तर क्या होता है
उत्तर:
स्टार्च ऐमाइलोस (20%) तथा ऐमाइलोपेक्टिन (80%) से बना होता है तथा ये दोनों α - D - ग्लूकोस से बने होते हैं। सेलुलोस B - D - ग्लूकोस अणुओं का रैखिक (linear) बहुलक (polymer) होता है।
प्रश्न 3.
मानव शरीर के लिए कार्बोहाइड्रोट्स का महत्व क्या है?
उत्तर:
प्रश्न 4.
ग्लूकोस के दो रासायनिक परीक्षण लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
मोलिश परीक्षण क्या है?
उत्तर:
यह कार्बोहाइड्रेट का परीक्षण है। एक परखनली में ग्लूकोस का जलीय विलयन लेकर उसमें 2 मिली 2-नैफ्थॉल का ऐल्कोहॉलिक विलयन मिलाकर उसमें कुछ बंद सान्द्र H2SO4 की डालने पर दो द्रवों के बीच बैंगनी रंग का वलय बनता है।
प्रश्न 6.
सुक्रोस का रासायनिक सूत्र लिखिए। शुष्क अवस्था में गर्म करने का इस पर क्या प्रभाव होता है?
उत्तर:
सुक्रोस का रासायनिक सूत्र C12H22O11 है। शुष्क अवस्था में गर्म करने पर यह भूरे रंग का पदार्थ बनाता है।
प्रश्न 7.
इनुलिन क्या है? इनुलिन से फ्रक्टोस कैसे प्राप्त करते हैं। समीकरण दीजिए।
उत्तर:
'इनुलिन डहेलिया के पौधे की गाँठों से प्राप्त एक प्रकार का स्टार्च है। इनुलिन को तनु H2SO4 के साथ जल-अपघटित करने पर फ्रक्टोस औद्योगिक मात्रा में बनता है।
प्रश्न 8.
स्टार्च तथा ग्लूकोस में दो अन्तर बताइए।
उत्तर:
स्टार्च तथा ग्लूकोस में प्रमुख अन्तर निम्नवत हैं:
प्रश्न 9.
विटामिन A का अणुसूत्र क्या है? इसकी कमी से क्या हानि होती है?
उत्तर:
विटामिन A का अणुसूत्र C20H29OH हैं। इसकी कमी से शरीर की वृद्धि रुक जाती है और रतौंधी नामक नेत्र रोग हो जाता है।
प्रश्न 10.
सूर्य की किरणों की उपस्थिति में त्वचा के द्वारा कौन-सा विटामिन संश्लेषित होता है और कैसे?
उत्तर:
सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में त्वचा में स्थित अगस्टीरॉल, अल्ट्रा-वायलेट किरणों के प्रभाव में विटामिन D2 में परिवर्तित हो जाता है।
प्रश्न 11.
विटामिन E की कमी से होने वाले रोग का नाम बताइए तथा इसके दो स्त्रोत लिखिए।
उत्तर:
विटामिन E की कमी से पेशियों में अपह्यसन होता है तथा जन्तुओं में बन्ध्यता रोग उत्पन्न होता है। विटामिन E गेहूँ के अंकर के तेल, बिनौले के तेल आदि में पाया जाता है।
प्रश्न 12.
मानव शरीर के लिए वसा का क्या महत्व है?
उत्तर:
वसा शरीर को प्रदान करती है। शरीर के कोमल भागों की रक्षा करती है और शरीर को बाहरी सर्दी, गर्मी से बचाती है।
प्रश्न 13.
थाइराइड ग्रंथि द्वारा स्रावित हार्मोन का नाम लिखिए।
उत्तर:
थॉइराक्सिन।
प्रश्न 14.
विटामिन 'A'तथा विटामिन 'B' की कमी से होने वाले रोगों के नाम लिखिए।
उत्तर:
विटामिन A की कमी से रतोंधी नामक रोग हो जाता है तथा विटामिन B की कमी से बेरी-बेरी नामक रोग हो जाता है।
प्रश्न 15.
शर्करा के आधार पर D.N.A. व R.N.A में अन्तर कीजिए।
उत्तर:
DNA अणु में शर्करा अर्धांश ईकाई B - D - 2 - डिआक्सीराइबोस होती है। जबकि RNA में यह B-D-राइबोस होती है।
प्रश्न 16.
एमीनो अम्ल क्या है:
उत्तर:
प्रोटीनों के जल अपघटन से एमीनो अम्ल प्राप्त होते हैं। 'ऐमीनो अम्लों में ऐमीनो (-NH2) तथा कार्बोक्सिलिक अम्ल (-COOH) समूह उपस्थित होता है।
प्रश्न 17.
अम्लीय और क्षारकीय ऐमीनो अम्ल में एक अंतर दीजिए।
उत्तर:
क्षारीय एमीनो अम्लों में कार्बोक्सिल समूहों की अपेक्षा ऐमीनो समूहों की संख्या अधिक हो तो यह क्षारकीय ऐमीनो अम्ल कहलाते हैं। उदाहरण: लाइसीन। अम्लीय एमीनो अम्लों में कार्बोक्सिल समूहों की संख्या ऐमीनो समूहों की संख्या से अधिक होती है। उदाहरण: ग्लूटैमिक अम्ल।
प्रश्न 18.
आवश्यक ऐमीनो अम्ल क्या हैं?
उत्तर:
वे ऐमीनो अम्ल जिनका संश्लेषण मानव शरीर में नहीं हो पाता है आवश्यक ऐमीनो अम्ल कहलाते हैं। इन्हें भोजन के द्वारा प्राप्त किया जाता है। इनकी कमी से क्वाशियोरकॉर नामक बीमारी हो जाती है।
प्रश्न 19.
रेशेदार तथा गोलिकार प्रोटीन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 20.
आवश्यक तथा अनावश्यक ऐमीनो अम्ल को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 21.
'एन्जाइम' का प्रमुख कार्य क्या है?
उत्तर:
जैविक अभिक्रियाओं की दर बढ़ाना एन्जाइम का प्रमुख कार्य होता है।
प्रश्न 22.
हार्मोन्स 'ग्रन्थि रस' क्यों कहलाते हैं?
उत्तर:
क्योंकि हार्मोन विशिष्ट अन्तःस्त्रावी ग्रन्थियों से उत्सर्जित होते हैं।
प्रश्न 23.
जल में विलेय विटामिन कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
विटामिन C तथा B काम्पलैक्स
प्रश्न 24.
DNA में पाए जाने वाले कार्बनिक क्षार कौन-से हैं?
उत्तर:
थायमीन, साइटोसिन, एडेनीन एवं ग्वानीन क्षार DNA में पाए जाते हैं।
प्रश्न 25.
न्यूक्लिक अम्ल के महत्त्वपूर्ण कार्य क्या हैं?
उत्तर:
जीवधारियों के आनुवांशिक गुणों का निर्धारण करना तथा जीवों में जनन, वृद्धि, मरम्मत, विकास आदि कार्यों को नियन्त्रित करना न्यूक्लिक अम्ल के महत्त्वपूर्ण कार्य है।
प्रश्न 26.
हार्मोन्स को रासायनिक क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
क्योंकि ये अपने उत्पत्ति स्थल से दूर की कोशिकाओं में कार्य करते हैं।
प्रश्न 27.
ऐमीनो अम्ल का समविभव बिन्दु क्या है? परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
ऐमीनो अम्ल का 'समविभव बिन्दु' वह pH मान है जिस पर विद्युत विभव लगाने पर अम्ल किसी भी इलेक्ट्रोड की ओर गमन नहीं करता है।
प्रश्न 28.
कोशिका का रासायनिक संघटन लिखिए।
उत्तर:
रासायनिक रूप से कोशिका जैव अणुओं (Biomolecules) जैसे-कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, बसा य लिपिड, न्यूक्लिक अम्ल, जल तथा खनिज लवणों से निर्मित होती है।
प्रश्न 29.
मोनोसैकेराइड क्या होते हैं?
उत्तर:
वे कार्बोहाइड्रेट्स जिनको पॉलीहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड और कीटोन के और अधिक सरल यौगिकों में जल अपघटित नहीं किया जा सकता है मोनोसैकेराइड कहलाते हैं। उदाहरण-ग्लूकोस तथा फ्रक्टोस आदि।
प्रश्न 30.
α - ग्लूकोस व β - ग्लूकोस के मध्य संरचनात्मक अन्तर बताइए।
उत्तर:
इन दोनों में C - 1 कार्बन पर –OH समूह के अभिविन्यास में अन्तर होता है।
प्रश्न 31.
एन्जाइम को प्रभावित करने वाले कारक लिखिए।
उत्तर:
तापक्रम तथा pH मान एन्जाइम की क्रियाशीलता को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 32.
न्यूक्लिक अम्ल की खोज किसने की?
उत्तर:
फ्रेडरिक मीशर ने।
प्रश्न 33.
DNA व RNA में पाई जाने वाली शर्कराओं के नाम बताइए।
उत्तर:
DNA में डी-ऑक्सीराइबोस शर्करा तथा RNA में राइबोस शर्करा पाई जाती है।
प्रश्न 34.
प्राकृत संरूपण (Native Conformation) के आधार पर प्रोटीन के कितने स्तर होते हैं?
उत्तर:
प्राकत संरूपण के आधार पर प्रोटीन के चार स्तर होते हैं:
प्रश्न 35.
विटामिन B की कमी में होने वाली बीमारी लिखें।
उत्तर:
प्रणाशी एनीमिया।
प्रश्न 36.
जन्तुस्टॉर्च किसे कहते हैं? इसका परीक्षण किस प्रकार करते हैं?
उत्तर:
ग्लाइकोजन को जन्तु स्टॉर्च कहते हैं। यह आयोडीन के साथ लाल रंग देता है।
प्रश्न 37.
कार्बोहाइड्रेट्स को सैकेराइड्स क्यों कहते हैं?
उत्तर:
ये शर्करा या शर्करा एककों के बहुलक होते हैं, अत: इन्हें सैकेराइड्स कहते हैं।
प्रश्न 38.
कार्बोहाइड्रेट्स का सामान्य सूत्र लिखिए।
उत्तर:
कार्बोहाइड्रेट्स का सामान्य सूत्र Cx (H2O)y है।
प्रश्न 39.
हमारे शरीर में न्यूक्लीक अम्लों का एक महत्त्वपूर्ण कार्य बताइए।
उत्तर:
न्यूक्लिक अम्ल प्रोटीन संश्लेषण में सहायक होते हैं।
प्रश्न 40.
ऐमिलोस तथा एमिलोपेक्टिन में क्या अन्तर है?
उत्तर:
ऐमिलोस -ग्लूकोस को रेखीय बहुलक है जबकि ऐमिलोपेक्टिन -ग्लूकोस का शाखित बहुलक है। ऐमिलोस जल में विलेय जबकि ऐमिलोपेक्टिन जल में अविलेय होता है।
प्रश्न 41.
विटामिन D का रासायनिक नाम क्या है?
उत्तर:
विटामिन D का रासायनिक नाम कैल्सिफेरॉल है।
प्रश्न 42.
विटामिन E का रासायनिक नाम क्या है?
उत्तर:
टेकोफेरॉल।
प्रश्न 43.
पुरुष जनन हॉर्मोन का नाम बताइए।
उत्तर:
एन्ड्रोजन जो कि टेस्टोस्टेरोन तथा एन्डोस्टेरोन से मिलकर बनता है, पुरुष जमन हॉर्मोन है।
प्रश्न 44.
विषमचक्रीय क्षारक क्या हैं? नाइट्रोजनी विषमचक्रीय क्षारक का एक उदाहरण दें।
उत्तर:
नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, सल्फर आदि युक्त चक्रीय यौगिक विषमचक्रीय क्षारक कहलाते हैं। उदाहरण-ऐडेनीन।
प्रश्न 45.
एन्जाइम उत्प्रेरकों की कोई एक विशेषता बताइए।
उत्तर:
एन्जाइम उत्प्रेरक किसी विशेष अभिक्रिया अथवा विशेष क्रियाधार के लिए विशिष्ट होते हैं।
प्रश्न 46.
जैविक महत्त्व के पेन्टोस तथा हेक्सोस शर्कराओं के दो-दो उदाहरण लिखें।
उत्तर:
प्रश्न 47.
स्टॉर्च में पाए जाने वाले पॉलिसैकेराइड्स के नाम लिखिए।
उत्तर:
स्टॉर्च में दो प्रकार के पॉलिसैकेराइड्स पाए जाते हैं:
प्रश्न 48.
रासायनिक अभिक्रिया लिखे जो ग्लूकोस में कार्बोनिल समूह की उपस्थिति की पुष्टि करती है।
उत्तर:
यह अभिक्रिया ग्लूकोस में कार्बोनिल समूह की उपस्थिति प्रदर्शित करती है।
प्रश्न 49.
न्यूक्लिक अम्ल का न्यूक्लियोटाइड्स कितने अणुओं से बनता है?
उत्तर:
तीन अणु:
प्रश्न 50.
परिवर्ती ध्रुवण घूर्णक प्रक्रिया कौन दिखाता है?
उत्तर:
ग्लूकोस, फ्रक्टोस।
प्रश्न 51.
ग्लूकोस के अपचयन से क्या प्राप्त होता है?
उत्तर:
ग्लूकोस के अपचयन से हेक्साहाइड्रिक ऐल्कोहॉल (सॉर्बिटॉल) प्राप्त होता है।
प्रश्न 52.
ग्लूकोस तथा फेनिल हाइड्रेजीन की क्रिया से क्या बनता
उत्तर:
ओसाजोन (ग्लेकोसाजोन)
प्रश्न 53.
बेनेडिक्ट विलयन के साथ गर्म करने पर ल ग्लूकोस या फ्रक्टोस में से कौन देता है?
उत्तर:
ग्लूकोस।
प्रश्न 54.
किस हॉर्मोन द्वारा महिलाओं में दुग्ध निर्माण होता है?
उत्तर:
ऑक्सिटोसिन।
प्रश्न 55.
मानव की लार में कौन-सा एन्जाइम उपस्थित होता है?
उत्तर:
ऐमाइलेज।
प्रश्न 56.
प्रोविटामिन किसे कहते हैं?
उत्तर:
वे यौगिक जो शरीर में पहुँचकर विटामिन में परिवर्तित हो जाते हैं, प्रोविटामिन कहलाते हैं।
लघुत्तरीय प्रश्न:
प्रश्न 1.
प्रोटीन के मुख्य स्त्रोत क्या हैं? इनमें पाये जाने वाले विभिन्न तत्त्वों के नाम लिखिए। प्रोटीन का हमारे भोजन में क्या महत्त्व है?
उत्तर:
मुख्य स्त्रोत : दूध, अण्डा, दालें, मछली, माँस आदि।
मुख्य तत्त्व : C, H, N,O, S हैं। महत्त्व-प्रोटीन हमारे शरीर की वृद्धि के लिए अत्यन्त आवश्यक है। ये हमारे शरीर में नये ऊतकों का निर्माण करते हैं तथा पुराने ऊतकों की टूट-फूट को ठीक करते हैं। प्रोटीन हमारे शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करते हैं, परन्तु यह कार्य कार्गोहाइड्रेट तथा वसा की अनुपस्थिति में होता है। प्रोटीन संकीर्ण नाइट्रोजनयुक्त यौगिक हैं। ये हमारे शरीर में पाये जाने वाले खून आदि का pH भी ठीक रखते हैं।
प्रश्न 2.
प्रोटीन क्या हैं? इनके महत्त्वपूर्ण उपयोग लिखिए।
उत्तर:
प्रोटीन: प्रोटीन उच्च अणुभार वाले नाइट्रोजन युक्त जटिल कार्बनिक यौगिक हैं जो वनस्पति तथा जन्तु दोनों में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं और जल अपघटन पर 2-ऐमीनो अम्ल देते हैं ये सभी जीव-जन्तुओं के शरीर का प्रमुख अवयव हैं। जन्तु शरीर का लगभग 19% भाग प्रोटीन का बना होता है।
प्रोटीनों के उपयोग:
प्रश्न 3.
उन बीमारियों के नाम बताइए जो विटामिन 'B' की कमी के कारण उत्पन्न होती हैं। इसके दो स्त्रोत भी लिखिए। या विटामिन B का क्या महत्व है? या विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
विटामिन बी कॉम्प्लेक्स जल में विलेय कई विटामिनों B2 B6 B1 B12 आदि का जटिल मिश्रण है। आजतक लगभग 12 विटामिन B ज्ञात हैं और इनको B1 B2, .......... B6 ....... B12 आदि कहा जाता है। बेरी-बेरी का रोग विटामिन B1 के अभाव से होता है। विटामिन B2 की कमी से त्वचा के रोग हो जाते हैं। विटामिन B की कमी से पर्निनियस ऐनीमिया हो जाता है। अधिक कमी होने पर स्नायविक दोष हो जाते हैं। इनकी कमी से बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है। यह विटामिन B12 खमीर में अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त दाल, अनाज, पत्तेदार तरकारियाँ, दूध के पदार्थ, माँस, कलेजी, अण्डे आदि इसके मुख्य स्त्रोत हैं।
प्रश्न 4.
विटामिन C का रासायनिक नाम तथा अणुसूत्र लिखिए। शरीर में इस विटामिन की कमी पर क्या हानि होती है?
उत्तर:
विटामिन C का रासायनिक नाम ऐस्कॉर्बिक अम्ल है तथा इसका अणुसूत्र C6H806 है। इस विटामिन के अभाव से स्कर्वी रोग हो जाता है, हड्डियाँ भंगुर होने लगती हैं तथा मसूड़े फूल जाते हैं और उनमें से रक्त आने लगता है तथा दाँत ढीले होकर गिरने लगते हैं। गर्म करने पर यह विटामिन नष्ट हो जाता है परन्तु आँवले में पाया जाने वाला विटामिन C गर्मी से नष्ट नहीं होता है। जल में अत्यधिक विलेय होने के कारण यह मूत्र के साथ शीघ्र उत्सर्जित हो जाता है तथा हमारे शरीर में संचित नहीं हो पाता। स्त्रोत-नींबू, आँवला, नारंगी, टमाटर, फल आदि।
प्रश्न 5.
विटामिन A तथा विटामिन D के क्या स्त्रोत हैं? शरीर में इनकी कमी से कौन-सी बीमारियाँ हो सकती हैं?
उत्तर:
प्रश्न 6.
लिपिड क्या हैं? इनके मुख्य कार्य क्या हैं?
उत्तर:
वे वसा और तेल जो जन्तुओं एवं वनस्पतियों से प्राप्त होते हैं उन्हें लिपिड वर्ग के अन्तर्गत रखा जाता है। लिपिड जल में अविलेय कार्बनिक पदार्थ हैं जो निम्न ध्रुवण के कार्बनिक विलायकों (जैसे-ईथर, क्लोरोफॉर्म) में विलेय होते हैं। कुछ महत्त्वपूर्ण लिपिड इस प्रकार हैं।
लिपिड के कार्यः
प्रश्न 7.
ग्लूकोस तथा सुक्रोस में विभेद करने वाले दो रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
1. ग्लूकोस सान्द्र H2SO4 के साथ ठण्डे में नहीं झुलसता परन्तु गर्म करने पर काला हो जाता है।
2. सुक्रोस सान्द्र H2SO4 के साथ ठण्डे में झुलसकर काली हो जाती
प्रश्न 8.
(i) ग्लूकोस और स्टार्च में विभेद के परीक्षण लिखिए।
(ii) फ्रक्टोस फेहलिंग विलयन को अपचयित कर देता है, जबकि उसमें कीटोन समूह होता है।
उत्तर:
(i) ग्लूकोस और स्टार्च में विभेद के परीक्षण निम्नवत् हैं:
परीक्षण |
ग्लूकोस |
स्टार्च |
पदार्थ के जलीय विलयन में फेहलिंग विलयन डालकर गर्म करने पर |
क्यूप्रस ऑक्साइड का लाल अवक्षेप बनता है। |
लाल अवक्षेप नहीं बनता। |
पदार्थ के जलीय विलयन में ग्लेन अभिकर्म क (अमोनियामस 1सल्वर नाइट्रेट) डालकर गर्म करने पर |
सिल्वर दर्पण या सिल्वर का काला अवक्षेप बनता है। |
सिल्वर दर्पण या सिल्वर का काला अवक्षेप नहीं बनता है। |
पदार्थ के जलीय विलयन में आयोडीन विलयन मिलाने पर |
नीला रंग नहीं बनता है। |
नीला रंग आता है। |
पदार्थ के जलीय विलयन में रिर्सोर्सिनॉल के HCl में बने विलयन की कुछ मात्रा मिलाने पर |
हल्का गुलाबी रंग प्राप्त होता है। |
गहरा लाल-भूरा रंग प्राप्त होता है जो ऐल्कोहॉल में विलेय है। |
(ii) फ्रक्टोस, टॉलेन अभिकर्मक तथा फेहलिंग विलयन द्वारा ऑक्सीकृत होकर क्रमशः रजत दर्पण तथा लाल अवक्षेप बनाता है। इसका कारण यह है कि दोनों अभिकर्मकों में उपस्थित क्षार की उपस्थिति में फ्रक्टोस का ग्लूकोस में पुनर्विन्यास हो जाता है, इस प्रकार प्राप्त ग्लूकोस की टॉलेन अभिकर्मक तथा फेहलिंग विलयन से अभिक्रिया के फलस्वरूप क्रमशः रजत दर्पण तथा लाल अवक्षेप प्राप्त होते हैं।
प्रश्न 9.
डाइसैकेराइड क्या हैं? इनके प्रकार तथा किसी एक के रासायनिक परीक्षण भी लिखिए।
उत्तर:
डाइसकेराइड (Disaccharides): जो कार्बोहाइड्रेट जल अपघटित करने पर मोनोसैकेराइड के दो अणु देते हैं, डाइसैकराइड कहलाते हैं।
उदाहरणः सुक्रोस, मोल्टोस, लैक्टोस। डाइसैकेराइड दो प्रकार के होते हैं
परीक्षणः
प्रश्न 10.
ग्लूकोस का संरचना सूत्र लिखिए। उस रासायनिक समीकरण का उल्लेख कीजिए जिससे ज्ञात होता है कि ग्लूकोस में पाँच -OH समुह उपस्थित है।
उत्तर:
ग्लूकोस की संरचना
ग्लूकोस ग्लूकोस में –OH समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस की CH3COCI के साथ क्रिया कराने पर ग्लूकोस पेन्टा ऐसीटेट बनता है जिससे यह सिद्ध होता है कि ग्लूकोस में 5 (- OH) समूह
उपस्थित
प्रश्न 11.
ग्लूकोस का संरचना सूत्र लिखिए। उन रासायनिक अभिक्रियाओं का वर्णन कीजिए जिनसे इसके कार्बोनिल समुह और ऐल्डिहाइड का होना सिद्ध होता है।
उत्तर:
ग्लूकोस का संरचना सूत्र
ग्लूकोस में कार्बोनिल समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस की HCN के साथ क्रिया कराने पर ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन बनता है।
ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन ग्लूकोस में-CHO समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस फेहलिंग विलयन एवं टॉलेन अभिकर्मक को अपचयित करता है।
प्रश्न 12.
(अ) आवश्यक एवं अनावश्यक एमीनों अम्लों को उदाहरण सहित समझाइए।
(ब) प्रोटीन के विकृतिकरण को समझाइए।
उत्तर:
(अ) अनावश्यक ऐमीनों अम्ल-वे ऐमीनों अम्ल जो मानव शरीर में संश्लेषित हो सकते हैं, अनावश्यक ऐमीनों अम्ल कहलाते है। उदाहरण-ग्लाइसीन, ऐलानीन।
आवश्यक ऐमीनों अम्ल:
वे ऐमीनों अम्ल जिनका संश्लेषण मानव शरीर में नहीं हो पाता है आवश्यक ऐमीनों अम्ल कहलाते हैं। इन्हें भोजन ' के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।
उदाहरण-वैलीन, ल्यूसीन।
(ब) प्रोटीन का विकृतिकरण: प्रोटीन एक जटिल त्रिविमीय संरचना वाले अणु होते हैं। भौतिक परिवर्तन जैसे, ताप, दाब pH में परिवर्तन तथा लक्षण या रासायनिक कारकों की उपस्थिति में प्रोटीन की प्राकृतिक संरचना का विखरना प्रोटीन का विकृतिकरण कहलाता है।
प्रश्न 13.
(अ) क्या होता है जब ग्लूकोस सान्द्र HNO3 से अभिक्रिया करता है? रासायनिक समीकरण दीजिए।
(ब) β - D राइबोस शर्करा की संरचना बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 14.
(a) DNA एवं RNA में कोई दो अन्तर लिखिए।
(b) क्या होता है जब ग्लूकोस ब्रोमीन जल में अभिक्रिया करता है?
रासायनिक समीकरण दीजिए।
उत्तर:
(a)
(b) ग्लूकोस की ब्रोमीन जल से अभिक्रिया होने पर ग्लूकोनिक अम्ल बनता है
प्रश्न 15.
ग्लूकोस की विवृत संरचना में निम्नलिखित की उपस्थिति दर्शाने के लिए अभिक्रियाएँ लिखिए:
(i) कार्बोनिल समूह
(ii) छः कार्बन परमाणुओं सहित ऋजु शृंखला
उत्तर:
(i) ग्लूकोस का संरचना सूत्र
ग्लूकोस में कार्बोनिल समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस की HCN के साथ क्रिया कराने पर ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन बनता है।
ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन ग्लूकोस में-CHO समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस फेहलिंग विलयन एवं टॉलेन अभिकर्मक को अपचयित करता है।
(ii) छ: कार्बन परमाणुओं सहित ऋजु श्रृंखला की उपस्थिति है
ग्लूकोस को हाइड्रोजन आयोडाइड (HI) तथा फॉस्फोरस (P) के साथ लम्बे समय तक उबालने पर यह n-हेक्सेन तथा 2-आयोडोहेक्सेन का मिश्रण देता है जो यह प्रदर्शित करता है कि ग्लूकोस में सभी छ: कार्बन
परमाणु एक सीधी श्रृंखला में जुड़े हैं।
प्रश्न 16.
D-ग्लूकोस की खुली संरचना में निम्नलिखित की उपस्थिति दर्शाने के लिए रासायनिक अभिक्रियाएँ लिखिए:
(i) ऋजु श्रृंखला
(ii) पाँच एल्कोहल समूह
(iii) कार्बोनिल समूह के रूप में एल्डिहाइड
उत्तर:
(i) ग्लूकोस का संरचना सूत्र
ग्लूकोस में कार्बोनिल समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस की HCN के साथ क्रिया कराने पर ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन बनता है।
ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन ग्लूकोस में-CHO समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस फेहलिंग विलयन एवं टॉलेन अभिकर्मक को अपचयित करता है।
(ii) छ: कार्बन परमाणुओं सहित ऋजु श्रृंखला की उपस्थिति है
ग्लूकोस को हाइड्रोजन आयोडाइड (HI) तथा फॉस्फोरस (P) के साथ लम्बे समय तक उबालने पर यह n-हेक्सेन तथा 2-आयोडोहेक्सेन का मिश्रण देता है जो यह प्रदर्शित करता है कि ग्लूकोस में सभी छ: कार्बन
परमाणु एक सीधी श्रृंखला में जुड़े हैं।
(ii) ग्लूकोस की संरचना
ग्लूकोस ग्लूकोस में –OH समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस की CH3COCI के साथ क्रिया कराने पर ग्लूकोस पेन्टा ऐसीटेट बनता है जिससे यह सिद्ध होता है कि ग्लूकोस में 5 (- OH) समूह
उपस्थित
(iii) ग्लूकोस का संरचना सूत्र
ग्लूकोस में कार्बोनिल समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस की HCN के साथ क्रिया कराने पर ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन बनता है।
ग्लूकोस सायनोहाइड्रिन ग्लूकोस में-CHO समूह की उपस्थितिः
ग्लूकोस फेहलिंग विलयन एवं टॉलेन अभिकर्मक को अपचयित करता है।
प्रश्न 17.
ग्लाइकोसाइडी बंध और पेप्टाइड बंध के बीच क्या अंतर है?
उत्तर:
ग्लाइकोसाइडी बन्ध (Glycosidic linkage): दो मोनोसैकेराइड इकाईयाँ जल अणु के निष्कासन के उपरान्त जिस बन्ध के द्वारा जुड़कर डाइसैकेराइड बनाती हैं, उस बन्ध को ग्लाइकोसाइडी बन्ध कहते हैं।
पेप्टाइड बन्ध (Peptide Linkage): प्रोटीन a-ऐमीनो अम्लों के बहुलक होते हैं जो कि आपस में पेप्टाइड आबन्ध अथवा पेप्टाइड बन्ध द्वारा जुड़े होते हैं। यह-COOH तथा -NH2 समूह के मध्य बनता हैं यह-(COOH) होता है।
प्रश्न 18.
प्रत्येक के लिए उपर्युक्त उदाहरण सहित निम्नलिखित पदों को परिभाषित कीजिए।
(a) ऐनोमर
(b) आवश्यक ऐमीनो अम्ल
(c) प्रोटीन का विकृतीकरण
उत्तर:
(a) ऐनोमर-ग्लूकोस की दोनों चक्रीय संरचनाओं (a व B) में भिन्नता केवल C, पर उपस्थित H परमाणु व - OH समूह के विन्यास में हैं। इसे ऐनोमरी कार्बन (चक्रीकरण से पूर्व ऐल्डिहाइड कार्बन) कहते हैं तथा वे समावयती (a व B रूप) ऐनोमर कहलाते हैं।
(b) आवश्यक ऐमीनो अम्ल-वे ऐमीनो अम्ल जो शरीर में संश्लेषित नहीं हो सकते तथा जिनको भोजन में लेना आवश्यक है, आवश्यक ऐमीनो अम्ल कहलाते हैं। उदाहरण-ट्रिप्टोफैन।
(c) प्रोटीन का विकृतीकरण-प्रोटीन एक जटिल त्रिविमीय संरचना वाले अणु होते हैं। भौतिक परिवर्तन जैसे ताप, दाब, pH में परिवर्तन तथा लवण या विभिन्न रसायनिक परिवर्तनों के कारण हाइड्रोजन आबन्धों में अस्त-व्यस्तता उत्पन्न हो जाती है। जिसे प्रोटीन अणु नियमित तथा विशेष आकृति से, अकुण्डलित होकर अधिक टेढ़ी-मेढी आकृति में परिवर्तित हो जाते हैं। विकृतिकरण के कारण प्रोटीन अपनी जैविक सक्रियता खो देती है। जिसे प्रोटीन का विकृतीकरण कहते हैं। रासायनिक रूप से विकृतिकरण (Denaturation) के कारण प्रोटीन की द्वितीयक तथा तृतीयक संरचना प्रभावित होती है किन्तु प्राथमिक संरचना में कोई परिवर्तन नहीं होता है। विकृतिकरण की यह प्रक्रिया अनुत्क्रमणीय होती
है।
प्रश्न 19.
DNA तथा RNA में विभेद कीजिए।
उत्तर:
डी.एन.ए. |
आर. एन. ए. |
1. यह केन्द्रक में पाए जाने वाले गुणसूत्र (क्रोमोसोम) में पाया जाता है। |
1. यह कोशिका द्रव्य में पाया जाता है। |
2. डी.एन.ए. में डीऑक्सीराइबोस शर्करा होती है। |
2. आर.एन.ए. में राइबोस शर्करा होती है। |
3. डी.एन.ए. में कार्बनिक क्षार-ऐडेनीन (A), ग्वानिन (G), थायमीन (T) तथा साइटोसीन C होते हैं। |
3. आर.एन.एन. में कार्बनिक क्षार-ऐडेनीन A, ग्वानिन (G), यूरेसिल(U) तथा साइटोसीन (C) होता है। |
4. यह आनुवांशिक गुणों के स्थानान्तरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। |
4. यह प्रोटीन संश्लेषण में मदद करता है। |
5. इनकी संरचना द्विकुण्डलित (Double helical) होती है। |
5. इनकी एक सूत्री कुण्डली (Single Stranded) संरचना होती है। |
6. इसके अणु अपेक्षाकृत बड़े होते हैं, जिनका अणुभार अधिक होता है। |
6. इसके अणु अपेक्षाकृत छोटे होते हैं, जिनका अणुभार कम होता है। |
7. डी.एन.ए. स्वर्य द्विगुणन (Replication) कर सकता है। |
7. यह स्वय द्विगुणन नहीं कर सकता। |
प्रश्न 20.
न्यूक्लिओसाइड्स तथा न्यूक्लिओटाइड्स में अन्तर लिखिए।
उत्तर:
न्यूक्लिओसाइड्स (Nucleosides) |
न्यूक्लिओटाइड्स (Nucleotides) |
1. यह दो अणुओं के मिलने से बनता है: (i) एक नाइट्रोजन क्षारक तथा (ii) एक पेन्टोस शर्करा। |
1. यह तीन अणुओं से बनता है: (i) एक नाइट्रोजन क्षारक, (ii) पेन्टोस शर्करा तथा (iii) फॉस्फेट। |
2. ये स्वभाव से क्षारीय होते हैं। |
2. ये स्वभाव से अम्लीय होते हैं। |
3. ये न्यूक्लिओटाइड्स के घटक हैं। |
3. ये न्यूक्लीक अम्ल के घटक हैं। |
प्रश्न 21.
(अ) सुक्रोस का हावर्थ सूत्र लिखिए।
(ब) सुक्रोस एक अन अपचायी शर्करा है। क्यों?
उत्तर:
(अ)
(ब) सुक्रोस में मुक्त -CHO समूह अनुपस्थित है। अत: यह एक अनपचायी शर्करा है।
प्रश्न 22.
विटामिन A, B, C और D को जल तथा वसा में विलेयता के आधार पर वर्गीकृत कर उनकी तुलना कीजिए।
उत्तर:
विलेयता के आधार पर विटामिन को दो भागों में विभक्त किया गया है।
(i) जल में अविलेय विटामिन अथवा वसा विलेय विटामिन (Water insoluble vitamins or Fat soluble vitamins): ये विटामिन जल में अविलेय तथा वसा में विलेय होते हैं। ये तेलीय पदार्थ होते हैं। विटामिन A, D, E व K वसा में विलेय विटामिन हैं। वसा में विलेय होने के कारण ये शरीर से उत्सर्जित नहीं होते हैं। शरीर में इनका भण्डारण होने के कारण इन्हें नियमित रूप से लेने पर अतिविटामिनता के कारण विषालु प्रभाव (Toxic effect) दिखाई देने लगते हैं।
(ii) जल में विलेय विटामिन (Water solublevitamins): जल में विलेय होने के कारण इन विटामिनों का मूत्र के साथ इनका उत्सर्जन हो जाता है। इन्हें नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में लेना आवश्यक होता है। विटामिन B12 (सासयनोकोबालैमिन Cynocobalamine) इसका अपवाद है इसका भण्डारण यकृत में कई महीनों के लिए हो जाता है। विटामिन B कॉम्पलेक्स (B1, B2, B5, B6, B12) तथा विटामिन C जल में विलेय विटामिन है।
प्रश्न 23.
(अ) DNA की द्विकंण्डली संरचना का नामांकित चित्र बनाइए।
(ब) हमारे शरीर में विटामिन C संचित नहीं हो सकता है। कारण दीजिए।
(स) ग्लूकोस से कैसे प्राप्त करेंगे? (केवल समीकरण दीजिए):
(i) ग्लूकोनिक अम्ल
(ii) n-हेक्सेन।
उत्तर:
(अ)
(ब) विटामिन C जल में विलेय होता है, इसलिए यह मूत्र के साथ सरलता से उत्सर्जित हो जाता है तथा शरीर में संचित नहीं होता है। अतः इसकी नियमित मात्रा लेना हमारे लिए आवश्यक होता है।
प्रश्न 24.
मोनोसैकेराइड क्या होते हैं?
उत्तर:
वे सैकराइड जिनका जल अपघटन नहीं होता है। तथा जिनमें सामान्यतः तीन से सात कार्बन परमाणु होते हैं, मोनोसैकेराइड कहलाते हैं। मोनोसैकेराइडों को C परमाणुओं की संख्या के आधार पर ट्राइऑस, टेट्राऑस, पेन्ट्राऑस, हेक्साऑस और हेप्टाऑस कहते हैं। ये पॉलिहाइड्रिक ऐल्कोहॉली कार्बोनिल यौगिकों के समान व्यवहार करते हैं। यदि इनमें -CHO समूह उपस्थित हो तो उन्हें ऐल्डोस कहते हैं व कीटोन समूह होने पर इन्हें कीटोस कहते हैं। जैसे-ग्लूकोस, फ्रक्टोस।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
(i) शारीरिक वृद्धि में मंदता होने पर व्यक्ति को किस प्रकार का आहार देना चाहिए?
(ii) ग्लूकोज की ऐसी अभिक्रियाएँ दीजिए जिससे यह सिद्ध होता है कि
(A) ग्लूकोस के सभी छः कार्बन परमाणु एक सीधी श्रृंखला में जुड़े हैं।
(B) ग्लूकोस में ऐल्डिहाइड समूह पाया जाता है।
(iii) दूध में उपस्थित शर्करा का नाम लिखिये एवं उसमें मोनोसैकेराइड की कितनी इकाइयाँ हैं?
उत्तर:
(i) शारीरिक वृद्धि में मंदता होने पर व्यक्ति को खमीर, दूध, हरी सब्जियाँ तथा दालें आदि विटामिन B1 (थायमीन) युक्त आहार देना चाहिए।
(iii) दूध में लेक्टोस व शर्करा उपस्थित होती है। इसका सूत्र C12H22O11 है। इसमें β - (D) - गैलेक्टोस तथा β - (D) - ग्लूकोस से निर्मित दो इकाईयाँ होती हैं।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित के कारण स्पष्ट कीजिए
1. ऐमीनो अम्लों का गलनांक संगत हैलो अम्लों की अपेक्षा उच्च होता है।
2. ऐमीनो अम्ल व्यवहार में उभयधर्मी होते हैं।
3. ऐमीनो अम्ल अम्लीय माध्यम में जल-अपघटन पर कैथोड की ओर अभिगमित होते हैं, जबकि क्षारीय माध्यम में ये ऐनोड की ओर अभिगमित होते हैं।
4. मोनोऐमीनो मोनोकार्बोक्सिलिक अम्लों केदो pKa मान होते हैं।
उत्तर:
1. ऐमीनो अम्ल हैलोअम्लों से अधिक ध्रुवीय होते हैं तथा ये आन्तरिक लवण बनाते हैं जिसके कारण इनके गलनांक उच्च होते हैं।
2. ऐमीनो अम्लों में -NH2 समूह (क्षारीय) तथा -COOH समूह (अम्लीय) होते हैं, इसलिए यह उभयधर्मी होते हैं। ये H+ आयनों को ग्रहण भी कर सकते हैं तथा दान भी कर सकते हैं।
3. अम्लीय माध्यम में ऐमीनो अम्ल बनाते हैं जो कैथोड की ओर आकर्षित होता है, जबकि क्षारीय माध्यम में ये बनाते हैं जो ऐनोड की ओर आकर्षित होता है।
4. मोनोऐमीनो मोनोकार्बोक्सिलिक अम्लों में -NH2 तथा -COOH समूह होते हैं, इसलिए इनके दो वियोजन स्थिरांक, अतएव दो pKa मान, होते हैं। ये उभयधर्मी होते हैं।
प्रश्न 3.
मोनोसैकेराइड, ओलिगोसैकेराइड तथा पॉलीसैकेराइड कार्बोहाइड्रेट से आप क्या समझते हैं? इनमें कैसे विभेद कीजिएगा?।
कार्बोहाइड्रेटों को उदाहरण देते हुए वर्गीकृत किीजिए।
मोनोसैकेराइड एवं पॉलीसैकेराइड से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
उत्तर:
(Classification of Carbohydrates) कार्बोहाइड्रेटों को जल-अपघटन में उनके व्यवहार के आधार पर मुख्यतः निम्नलिखित तीन वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।
(i) मोनोसैकेराइड (Monosaccharides): वे कार्बोहाइड्रेट जिनको पॉलिहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड अथवा कीटोन के और अधिक सरल यौगिकों में जल अपघटित नहीं किया जा सकता, मोनोसैकेराइड कहलाते हैं। लगभग 20 प्रकार के मोनोसैकेराइड प्रकृति में ज्ञात हैं। इसके कुछ सामान्य उदाहरण ग्लूकोस, फ्रक्टोज, राइबोस आदि हैं।
(ii) ओलिगोसैकेराइड (Oligosaccharides): वे कार्बोहाइड्रेट जिनके जल-अपघटन से मोनोसैकेराइड की दो से दस तक इकाइयाँ प्राप्त होती हैं, ओलिगोसैंकेराइड कहलाते हैं। जल-अपघटन से प्राप्त मोनोसैकेराइडों की संख्या के आधार पर इन्हें पुनः डाइसैकेराइड, ट्राइसैकेराइड, टेट्रासैकेराइड आदि में वर्गीकृत किया गया है।
(iii) पॉलिसैकेराइड (Polysaccharides): वे कार्बोहाइड्रेट जिनके जल-अपघटन पर अत्यधिक संख्या में मोनोसैकेराइड इकाइयाँ प्राप्त होती हैं, पॉलिसैकेराइड कहलाते हैं। इनके कुछ प्रमुख उदाहरण स्टार्च, सेलुलोस, ग्लाइकोजन तथा गोंद आदि हैं। पॉलिसैकेराइड स्वाद में मीठे नहीं होते अतः इन्हें अशर्करा भी कहते हैं। इनका सामान्य सूत्र (C6H10O5)n होता है। कार्बोहाइड्रेट को अपचायी एवं अनपचायी शर्करा में भी वर्गीकृत किया जा सकता है। उन सभी कार्बोहाइड्रेटों को जो फेहलिंग विलयन
तथा टॉलेन अभिकर्मक को अपचयित कर देते हैं, अपचायी शर्करा (Reducing sugars) कहा जाता है। सभी मोनोसैकेराइड चाहे वे ऐल्डोस हों अथवा कीटोस अपचायी शर्करा होती हैं। यदि डाइसैकेराइड में मोनोसैकेराइडों के अपचायी समूह जैसे ऐल्डिहाइड अथवा कीटोन आबन्धित हों तो वह अन-अपचायी शर्करा (Non-reducing sugars) होती है। उदाहरणार्थ, सुक्रोस। दूसरी ओर यदि शर्करा में ये प्रकार्यात्मक समूह मुक्त हों तो यह अपचायी शर्करा (reducing sugars) कहलाती है। उदाहरणार्थ-माल्टोस तथा लैक्टोस।
प्रश्न 4.
ऐमीनो अम्ल क्या हैं? इनका वर्गीकरण कैसे किया जाता है। उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
ऐमीनो अम्ल: ऐमीनो अम्लों के अणु प्रोटीन अणुओं की निर्माण की इकाई या एकलक इकाइयाँ हैं।
ऐमीनो अम्ल ऐमीनो अम्ल में -NH2 तथा - COOH समूह होते हैं। इसे निम्नलिखित सूत्र में प्रदर्शित करते हैं।
जहाँ R ऐल्किल या ऐरिल समूह है।
ऐमीनों अम्लों का वर्गीकरण:
(a) प्रकृति के आधार पर
(i) उदासीन ऐमीनो अम्ल-वे ऐमीनो अम्ल जिनमें -NH2 तथा -COOH समूह की संख्या समान होती है, उन्हें उदासीन ऐमीनो अम्ल कहते हैं।
उदाहरण:
NH2 - CH2 - COOH
(ii) अम्लीय ऐमीनो अम्ल-वे ऐमीनो अम्ल जिनमें प्रत्येक अणु में केवल एक ऐमीनो (-NH2) समूह तथा एक से अधिक कार्बोक्सिल (-COOH) समूह होते हैं।
उदाहरण:
(i) क्षारीय ऐमीनो अम्ल-इनमें एक -COOH समूह तथा एक से अधिक -NH2 समूह होते हैं।
उदाहरण:
(iv) सल्फरयुक्त ऐमीनो अम्ल-इनमें सल्फर उपस्थित होता है।
उदाहरण:
(b) हाइड्रोकार्बन की प्रकृति के आधार पर:
(i) ऐलिफैटिक ऐमीनो अम्ल-इनमें पार्श्व शृंखला भाग R ऐल्किल समूह होता है।
उदाहरण:
ग्लाइसीन, ऐलानीन आदि।
(ii) ऐरोमैटिक ऐमीनो अम्ल-इनमें पार्श्व श्रृंखला भाग R ऐरिल समूह होता है।
(iii) विषम चक्रीय ऐमीनो अम्ल-इनमें पार्श्व श्रृंखला भाग R विषमचक्रीय होता है।
उदाहरण:
प्रोलीन
प्रश्न 5.
प्रोटीन की द्वितीयक संरचना से आप क्या समझते हैं? प्रोटीन की संरचना को स्थायित्व प्रदान करने वाले कारकों को लिखिए।
उत्तर:
प्रोटीन ऐमीनो अम्लों के बहुलक होते हैं जो कि आपस में पेप्टाइड आबन्ध अथवा पेप्टाइड बन्ध द्वारा जुड़े होते हैं। पेप्टाइड आबन्ध -COOH समूह तथा -NH2 समूह के मध्य बनता है। प्रोटीनों के बनाने के लिए दो एक जैसे अथवा भिन्न ऐमीनो अम्लों के अणुओं के मध्य अभिक्रिया एक अणु के ऐमीनो समूह तथा दूसरे अणु के कार्बोक्सिल समूह के मध्य संयोग से होती है जिसके फलस्वरूप एक जल का अणु मुक्त होता है तथा पेप्टाइड आबन्ध (CONH) बनता है।
यहाँ पर प्रोटीन दो ऐमीनो अम्लों के जुड़ने से बन रहा है, अतः इसे डाइपेप्टाइड (Dipeptide) कहते हैं।
उदाहरण:
उपर्युक्त उदाहरण में ग्लाइसीन का कार्बोक्सिल समूह, ऐलानीन के ऐमीनो समूह के साथ संयोग करता है तथा हमें एक डाइपेप्टाइड, ग्लाइसिल ऐलानीन प्राप्त होता है।
ट्राइपेप्टाइड (Tripeptides): यदि तीन ऐमीनो अम्ल आपस में संयोग कर प्रोटीन बनाएं, तो इसे ट्राइपेप्टाइड कहते हैं।
टेट्रापेप्टाइड (Tetrapeptides): यदि चार ऐमीनो अम्ल आपस में संयोग कर प्रोटीन बनाएँ, तो इसे टेट्रापेप्टाइड कहते हैं।
इसी प्रकार पाँच, छ: तथा अधिक ऐमीनो अम्लों के संयोग से बनने वाली प्रोटीन पेन्टापेप्टाइड, हेक्सापेप्टाइड तथा पॉलिपेप्टाइड कहलाती हैं।
एक पॉलिपेप्टाइड, में 100 से अधिक ऐमीनो अम्ल होते हैं जिनका आण्विक द्रव्यमान 10000 से अधिक होता है। ये प्रोटीन कहलाते हैं।
आण्विक आकृति के आधार पर प्रोटीनों का वर्गीकरण:
आण्विक आकृति के आधार पर प्रोटीनों को दो भागों में वर्गीकृत किया गया है।
1. रेशेदार प्रोटीन (Fibrous Proteins): जब पॉलिपेप्टाइड की शृंखलाएँ समानान्तर होती हैं तथा हाइड्रोजन एवं डाइसल्फाइड आबन्धों द्वारा संयुक्त रहती हैं तो रेशासम (रेशे जैसी) संरचना बनती है। इस प्रकार के प्रोटीन सामान्यतः जल में अविलेय होते हैं। रेशेदार प्रोटीन के सामान्य उदाहरण किरैटिन (बाल, ऊन तथा रेशम में उपस्थित) तथा मायोसिन (मांसपेशियों में उपस्थित) आदि हैं।
2. गोलिकाकार प्रोटीन (Globular Proteins): जब पॉलिपेप्टाइड की श्रृंखलाएँ कुण्डली बनाकर गोलाकृति प्राप्त कर लेती हैं तो ऐसी संरचनाएँ प्राप्त होती हैं। गोलिकाकार प्रोटीन सामान्यत: जल में विलेय होती हैं। इन्सुलिन तथा ऐल्बुमिन इनके सामान्य उदाहरण हैं।
चूँकि इस प्रकार की प्रोटीन में शृंखलाएँ कुण्डली बनाकर गोलाकृति प्राप्त कर लेती हैं अत: इनकी इकाइयों के मध्य लगने वाला अन्तराआण्विक बल कमजोर होता है। इसी कारण ये जल, अम्ल, क्षार आदि में घुलनशील होते हैं।
उदाहरण:
प्रतियोकी परीक्षा संबंधी प्रश्न:
प्रश्न 1.
निम्न में अनावश्यक ऐमीनो अम्ल है।
(a) लाइसीन
(b) वैलीन
(c) ल्यूसीन
(d) एलानिन
उत्तर:
(d) एलानिन
प्रश्न 2.
ऐमिलोस एवं ऐमिलोपेक्टिन में विभिन्न होता है।
(a) ऐमिलोपेक्टिन में 1 → 4a-बंधन तथा 1 → 6 B-बंधन है।
(b) ऐमिलोस में 1 → 4 a-बंधन तथा 1 → 6 -बंधन है।
(c) ऐमिलोपेक्टिन में 1 74a-बंधन तथा 1 → 6 8-बंधन है।
(d) ऐमिलोस ग्लूकोस एवं गैलेक्टोस से बना है।
उत्तर:
(a) ऐमिलोपेक्टिन में 1 → 4a-बंधन तथा 1 → 6 B-बंधन है।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से कौन-सा यौगिक ज्विटर आयन बना सकता।
(a) बेन्जोइक अम्ल
(b) ऐसीटेनिलाइड
(c) ऐनिलीन
(d) ग्लाइसीन
उत्तर:
(d) ग्लाइसीन
प्रश्न 4.
निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) इंसुलीन मानव शरीर रक्त में शर्करा के स्तर को बनाए रखता है।
(b) ऑवलबुमीन अण्डे की सफेदी में एक खाद्य संग्रह है।
(c) रक्त प्रोटीन थ्रोमबिन एवं फिब्रिनोजन का योगदान रक्त का थक्का बनाने में है।
(d) विकृतीकरण प्रोटीन को अधिक सक्रिय करते हैं।
उत्तर:
(d) विकृतीकरण प्रोटीन को अधिक सक्रिय करते हैं।
प्रश्न 5.
आण्विक आनुवंशिकता का केन्द्रीय सिद्धांत कहता है कि आनुवंशिक सूचना का प्रवाह होता है।
(a) DNA → RNA → प्रोटीन
(b) DNA → RNA → कार्बोहाइड्रेट
(c) ऐमीनो अम्ल → प्रोटीन → DNA
(d) DNA → कार्बोहाइड्रेट → प्रोटीन
उत्तर:
(a) DNA → RNA → प्रोटीन
प्रश्न 6.
विन्याससह दिये गये चार ऐल्डोस:
के नामों के सही संगत क्रम हैं, क्रमशः
(a) L-एरिथ्रोस, L-थ्रिओस, D-एरिथ्रोस, D-थ्रिओस
(b) D-एरिथ्रोस, D--थ्रिओस, L-एरिथ्रोस, L- थ्रिओस
(c) L-एरिथ्रोस, L-थ्रिओस, L-एरिथ्रोस, D-थ्रिओस
(d) D-थ्रिओस, D-एरिथ्रोस, L-थ्रिओस, L-एरिथ्रोस
उत्तर:
(b) D-एरिथ्रोस, D--थ्रिओस, L-एरिथ्रोस, L- थ्रिओस
प्रश्न 7.
RNA एवं DNA के लिए सही कथन क्रमश है।
(a) RNA में शर्करा घटक अरैबिनोस है और DNA में शर्करा घटक राइबोस है।
(b) RNA में शर्करा घटक 2'-डिऑक्सीराइबोस और DNA में शर्करा घटक अरेबिनोस है।
(c) RNA में शर्करा घटक अरैबिनोस है और DNA में शर्करा घटक 2'-डिऑक्सीराइबोस है।
(d) RNA में शर्करा घटक राइबोस है और DNA में शर्करा घटक 2'डिऑक्सीराइबोस है।
उत्तर:
(d) RNA में शर्करा घटक राइबोस है और DNA में शर्करा घटक 2'डिऑक्सीराइबोस है।
प्रश्न 8.
प्रोटीन अणु में विभिन्न ऐमीनो अम्ल एक दूसरे से जुड़े रहते हैं।
(a) पेप्टाइड आबंध के द्वारा
(b) दाता आबंध के द्वारा
(c) a-ग्लाइकोसिडिक आबंध के द्वारा
(d) 8-ग्लाइकोसिडिक आबंध के द्वारा
उत्तर:
(a) पेप्टाइड आबंध के द्वारा
प्रश्न 9.
निम्न में से कौन-सी एक गैर-अपचायक शुगर है?
(a) ग्लूकोस
(b) सूक्रोस
(c) माल्टोस
(d) लेक्टोस
उत्तर:
(b) सूक्रोस
प्रश्न 10.
DNA में नाइट्रोजनी क्षारों के मध्य सहलग्नता है।
(a) फॉस्फेट सहलग्नता
(b) हाइड्रोजन आबन्ध
(c) ग्लाइकोसाइडिक सहलनग्नता
(d) पेप्टाइड सहलग्नता
उत्तर:
(b) हाइड्रोजन आबन्ध