Rajasthan Board RBSE Class 10 Social Science Important Questions Civics Chapter 6 राजनीतिक दल Important Questions and Answers.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
लोगों का वह समूह जो सत्ता प्राप्त करने के उद्देश्य से समान विचारधारा के आधार पर एक संगठन बनाता है, कहलाता है-
(अ) राजनीतिक दल
(ब) दबाव-समूह
(स) लोककल्याण समूह
(द) हित-समूह
उत्तर:
(अ) राजनीतिक दल
प्रश्न 2.
निम्न में से जो राजनीतिक दल का कार्य है, वह है-
(अ) सरकारी अधिकारियों से साँठ-गाँठ करना।
(ब) मन्त्रियों और उद्योगपतियों के बीच सौदा तय कराना।
(स) चुनाव लड़ना।
(द) बिना चुनाव लड़े सरकार पर दबाव डालना।
उत्तर:
(स) चुनाव लड़ना।
प्रश्न 3.
वह राजनीतिक दल जो सत्ता पर काबिज होता है, कहलाता है-
(अ) विरोधी दल
(ब) सत्ताधारी दल
(स) छाया दल
(द) लोककल्याण समूह
उत्तर:
(ब) सत्ताधारी दल
प्रश्न 4.
निम्न में से किस देश में एकदलीय व्यवस्था है-
(अ) संयुक्त राज्य अमेरिका
(ब) भारत
(स) ग्रेट ब्रिटेन
(द) चीन।
उत्तर:
(द) चीन।
प्रश्न 5.
निम्न में से किस देश में द्विदलीय व्यवस्था है?
(अ) भारत
(ब) फ्रांस
(स) संयुक्त राज्य अमेरिका
(द) पाकिस्तान।
उत्तर:
(स) संयुक्त राज्य अमेरिका
प्रश्न 6.
राजनीतिक दल का प्रमुख हिस्सा हैं-
(अ) नेता
(ब) सक्रिय सदस्य
(स) अनुयायी/समर्थक
(द) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी।
प्रश्न 7.
भारत में कौनसी दलीय व्यवस्था है?
(अ) एकदलीय
(ब) द्विदलीय
(स) त्रि-दलीय
(द) बहुदलीय।
उत्तर:
(द) बहुदलीय।
प्रश्न 8.
वर्ष 2017 में देश में राष्ट्रीय दलों की संख्या है-
(अ) दो
(ब) चार
(स) सात
(द) छः।
उत्तर:
(स) सात
प्रश्न 9.
भारत में गजनातिक दलों का पंजीकरण तथा उन्हें मान्यता प्रदान करने वाली संस्था कौनसी है?
(अ) भारतीय निर्वाचन आयोग
(ब) उच्चतम न्यायालय
(स) संसद
(द) राष्ट्रपति।
उत्तर:
(अ) भारतीय निर्वाचन आयोग
प्रश्न 10.
ऑल इण्डिया तृणमूल कांग्रेस का निर्माण किसके नेतृत्व में हुआ?
(अ) मायावती
(ब) जयललिता
(स) ममता बनर्जी
(द) सोनिया गाँधी।
उत्तर:
(स) ममता बनर्जी
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1. अधिकतर लोग आम तौर पर राजनीतिक दलों के बारे में ......... राय रखते हैं।
2. अमरीका जैसे कुछ देशों में .......... का चुनाव दल के सदस्य और समर्थक करते हैं।
3. पुराने भारतीय जन संघ को पुनर्जीवित कर 1980 में .......... पार्टी बनी।
4. 2019 के लोकसभा चुनाव में इंडियन नेशनल काँग्रेस पार्टी को ......... सीटें मिलीं।
5. विधायकों और सांसदों को .......... करने से रोकने के लिए संविधान में संशोधन किया गया।
उत्तरमाला:
1. खराब
2. उम्मीदवार
3. भारतीय जनता
4. 52
5. दल-बदला
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
राजनीतिक दल का प्रमुख गुण क्या है?
उत्तर:
राजनीतिक दल एक संगठित समूह होता है।
प्रश्न 2.
किसी दल की पहचान किससे तय होती है?
उत्तर:
किसी दल की पहचान उसकी नीतियों और उसके सामाजिक आधार से तय होती है।
प्रश्न 3.
शासक दल से क्या आशय है?
उत्तर:
जिस दल का शासन हो या जिस दल की सरकार बनी हो, उसे शासक दल कहते हैं।
प्रश्न 4.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई?
उत्तर:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना सन् 1885 में हुई।
प्रश्न 5.
संयुक्त राज्य अमेरिका में किस प्रकार की दलीय व्यवस्था है?
उत्तर:
संयुक्त राज्य अमेरिका में द्विदलीय राजनीतिक व्यवस्था है।
प्रश्न 6.
किस देश में एकदलीय व्यवस्था है?
उत्तर:
चीन में एकदलीय व्यवस्था है।
प्रश्न 7.
भारत के किन्हीं दो क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 8.
राजनीतिक दल की परिभाषा दीजिए।
उत्तर:
राजनीतिक दल लोगों का एक ऐसा राजनैतिक संगठित समूह है जो संवैधानिक उपायों द्वारा सत्ता प्राप्त करने के लिए प्रयत्नशील रहता है।
प्रश्न 9.
बहुजन समाज पार्टी के प्रेरणा स्रोतों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
बहुजन समाज पार्टी के प्रेरणा स्रोत महात्मा फुले, पेरियार, रामास्वामी तथा डॉ. अम्बेडकर हैं।
प्रश्न 10.
एक राजनीतिक दल के तत्त्वों के नाम लिखिए।
उत्तर:
एक राजनीतिक दल के तीन तत्त्व होते हैं। ये हैं-
प्रश्न 11.
राजनीतिक दल के कोई दो कार्य लिखिए।
उत्तर:
राजनीतिक दल के दो प्रमुख कार्य हैं-
प्रश्न 12.
भारत में राजनीतिक दल चुनावों में उम्मीदवारों का चुनाव कैसे करते हैं?
उत्तर:
भारत में राजनीतिक दलों के नेता ही चुनावों में उम्मीदवारों का चुनाव करते हैं।
प्रश्न 13.
विपक्षी दल क्या करता है?
उत्तर:
विपक्षी दल सरकार की गलत नीतियों और असफलताओं की आलोचना करते हुए अपनी राय को जनता के समक्ष रखता है।
प्रश्न 14.
लोकतन्त्र में राजनीतिक दल की क्या आवश्यकता है?
उत्तर:
लोकतन्त्र में जवाबदेही या उत्तरदायी सरकार हेतु राजनीतिक दलों की आवश्यकता है।
प्रश्न 15.
एकदलीय व्यवस्था से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
जब किसी देश में केवल एक ही दल को सरकार बनाने की अनुमति होती है तो उसे एकदलीय व्यवस्था कहते हैं।
प्रश्न 16.
द्विदलीय व्यवस्था से क्या आशय है?
उत्तर:
जहाँ सिर्फ दो ही दल सरकार बनाने के प्रबल दावेदार होते हैं, उसे द्विदलीय व्यवस्था कहते हैं।
प्रश्न 17.
बहुदलीय व्यवस्था को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जब दो से अधिक दल सत्ता के लिए होड़ में हों तो उसे बहुदलीय व्यवस्था कहते हैं।
प्रश्न 18.
गठबंधन या मोर्चा किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब किसी बहुदलीय व्यवस्था वाले लोकतांत्रिक राज्य में चुनाव लड़ने तथा सत्ता प्राप्ति हेतु अनेक राजनैतिक दल आपस में हाथ मिला लेते हैं, तो उसे गठबंधन या मोर्चा कहते हैं।
प्रश्न 19.
विश्व के संघीय व्यवस्था वाले लोकतन्त्रों में कितने तरह के राजनीतिक दल हैं?
उत्तर:
विश्व के संघीय व्यवस्था वाले लोकतन्त्रों में दो तरह के राजनीतिक दल हैं-
प्रश्न 20.
राष्ट्रीय राजनीतिक दल कौनसे दल कहलाते हैं?
उत्तर:
जो दल संघ की सभी इकाइयों में या अनेक इकाइयों में अपना अस्तित्व रखते हैं, उन्हें राष्ट्रीय राजनीतिक दल कहा जाता है।
प्रश्न 21.
मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल से क्या आशय है?
उत्तर:
चुनाव आयोग द्वारा पंजीकृत राजनीतिक दलों को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल कहते हैं।
प्रश्न 22.
भारत के दो राष्ट्रीय दलों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 23.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विचारधारा का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' की विचारधारा में राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, कमजोर तथा अल्पसंख्यकों के हितों पर बल दिया जाता है।
प्रश्न 24.
कम्युनिस्ट पार्टी किन सिद्धान्तों में आस्था रखती है?
उत्तर:
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवाद-लेनिनवाद, धर्मनिरपेक्षता और लोकतन्त्र के सिद्धान्तों में आस्था रखती है।
प्रश्न 25.
राजनीतिक दलों की दो प्रमुख चुनौतियों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 26.
भारत में राजनीतिक दलों में सुधार के लिए सरकार ने क्या कदम उठाया है?
उत्तर:
सरकार ने विधायकों और सांसदों को दल-बदल करने से रोकने के लिए दल-बदल विरोधी कानून बनाया है।
प्रश्न 27.
राजनीतिक दलों में सुधार के लिए चुनाव आयोग के किसी एक कदम का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
चुनाव आयोग ने सभी दलों के लिए सांगठनिक चुनाव कराना और आयकर रिटर्न भरना जरूरी बना दिया है।
प्रश्न 28.
राजनीतिक दलों में सुधार के लिए कोई दो सुझाव दें।
उत्तर:
लघूत्तरात्मक प्रश्न (Type-I)
प्रश्न 1.
अधिकतर लोग आमतौर पर राजनीतिक दलों के बारे में क्या राय रखते हैं?
उत्तर:
प्रश्न 2.
राजनीतिक दल के कोई चार कार्य बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
तब क्या होगा जब राजनीतिक दल नहीं होंगे?
उत्तर:
अगर राजनीतिक दल नहीं होंगे तो चुनाव में प्रत्येक उम्मीदवार स्वतन्त्र रूप से खड़ा हो जायेगा। कोई उम्मीदवार सरकार की नीति सम्बन्धी कोई वायदा जनता के सम्मुख नहीं कर पायेगा। वह केवल अपने क्षेत्र के कार्यों के प्रति ही जिम्मेदारी लेगा। कोई भी देश के प्रति उत्तरदायी नहीं होगा।
प्रश्न 4.
राजनीतिक दल जनमत का निर्माण किस प्रकार करते हैं?
उत्तर:
राजनीतिक दल मुद्दों को उठाते हैं और उन पर बहस करते हैं। विभिन्न दलों द्वारा विभिन्न समस्याओं के बारे में जनता के समक्ष जो अलग-अलग राय रखी जाती है, उन्हीं के इर्द-गिर्द ही समाज या जनता अपना जनमत बनाती है।
प्रश्न 5.
राजनीतिक दल की विपक्ष की भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विधायिका में बहुमत हासिल न कर पाने वाले राजनीतिक दल शासक दल के विरोधी पक्ष की भूमिका निभाते हैं। वे विधायिका में सत्ता पक्ष से प्रश्न पूछकर उन्हें कटघरे में खड़ा करते हैं तथा जनता के समक्ष जनसभाओं द्वारा जन-जागरूकता को बढ़ाते हैं तथा सरकार को नियन्त्रण में रखते हैं।
प्रश्न 6.
साम्यवादी चीन में किस प्रकार की दलीय व्यवस्था है? समझाइये।
उत्तर:
साम्यवादी चीन में एकदलीय राजनैतिक व्यवस्था है। वहाँ केवल साम्यवादी दल को ही शासन करने की अनुमति है। वहाँ चुनाव प्रणाली सत्ता के लिए स्वतन्त्र प्रतियोगिता की अनुमति नहीं देती। इसलिए कोई नया दल नहीं बन पाता है।
प्रश्न 7.
दलीय गठबन्धन या दलीय मोर्चा से क्या आशय है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जब किसी बहुदलीय व्यवस्था वाले देश में अनेक पार्टियाँ चुनाव लड़ने और सत्ता में आने के लिए आपस में हाथ मिला लेती हैं तो इसे दलीय गठबन्धन या दलीय मोर्चा कहा जाता है। जैसे-2004 के संसदीय चुनाव में भारत में ऐसे तीन प्रमुख गठबन्धन थे-
प्रश्न 8.
बहुदलीय प्रणाली का एक गुण तथा एक दोष बताइए।
उत्तर:
बहुदलीय प्रणाली का गुण-इसमें विभिन्न हितों और विचारों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व मिल जाता है। दोष-अक्सर बहुदलीय प्रणाली देश को राजनीतिक अस्थिरता की तरफ ले जाती है।
प्रश्न 9.
भारत में राजनीतिक दलों में जन-भागीदारी के स्वरूप को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
पिछले तीन दशकों के दौरान भारत में राजनीतिक दलों की सदस्यता का अनुपात धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। उदाहरण के लिए 1967 में यह अनुपात जहाँ 5% के आस-पास था, वह 2004 में बढ़कर 15 प्रतिशत के आस-पास हो गया है। यह अनुपात कनाडा, जापान, स्पेन और दक्षिण कोरिया जैसे विकसित देशों से भी ज्यादा है।
प्रश्न 10.
भारत में बहुदलीय व्यवस्था क्यों है?
उत्तर:
हर देश अपनी विशेष परिस्थितियों के अनुरूप दलीय व्यवस्था विकसित करता है। भारत की सामाजिक और भौगोलिक विविधताओं को समेट पाने में दो-तीन पार्टियाँ अक्षम हैं, इसलिए यहाँ बहुदलीय व्यवस्था विकसित हुई है।
प्रश्न 11.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पर एक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दल की स्थापना सन् 1885 में हुई। तब से लेकर अब तक इस दल में कई बार विभाजन हुए हैं। इस दल की प्रमुख नीतियाँ हैं-उदारवादी आर्थिक नीतियाँ, मध्यम मार्ग, धर्मनिरपेक्षता, कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यक वर्गों के हितों की रक्षा।
प्रश्न 12.
बहुजन समाज पार्टी पर एक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
बहुजन समाज पार्टी-बहुजन समाज पार्टी का गठन स्व. कांशीराम के नेतृत्व में सन् 1984 में हुआ। वर्तमान में मायावती इसकी नेता है। यह बहुजन समाज, जिसमें दलित, आदिवासी, पिछड़ी जातियाँ और धार्मिक अल्पसंख्यक शामिल हैं, के लिए राजनैतिक सत्ता हेतु प्रयासरत है। इस पार्टी का मुख्य आधार उत्तर प्रदेश में है।
प्रश्न 13.
राजनीतिक दल की वंशवाद की चुनौती से क्या आशय है?
उत्तर:
वंशवाद की चुनौती से यह आशय है कि अनेक दलों में शीर्ष पद पर हमेशा एक ही परिवार के लोग आते हैं । यह दल के अन्य सदस्यों के साथ अन्याय है। इससे अनुभवहीन और बिना जनाधार वाले लोग ताकत वाले पदों पर पहुँच जाते हैं। यह प्रवृत्ति लगभग पूरे विश्व के राजनीतिक दलों में विद्यमान है।
प्रश्न 14.
राजनीतिक दलों के बीच विकल्पहीनता की स्थिति की चुनौती को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
सार्थक विकल्प का मतलब होता है कि विभिन्न पार्टियों की नीतियों और कार्यक्रमों में महत्त्वपूर्ण अन्तर हो। हाल के वर्षों में दलों के बीच यह वैचारिक अन्तर कम होता गया है और यह प्रवृत्ति दुनिया भर में दिखती है। अतः जो लोग इससे अलग नीतियाँ चाहते हैं उनके लिए कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न (Type-II)
प्रश्न 1.
विश्व के संघीय व्यवस्था वाले लोकतंत्रों में कितने तरह के राजनीतिक दल हैं?
उत्तर:
विश्व के संघीय व्यवस्था वाले देशों में दो तरह के राजनीतिक दल हैं-
प्रश्न 2.
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की प्रमुख बातें बतलाइये।
उत्तर:
प्रश्न 3.
भारत में राजनीतिक दलों के सम्बन्ध में चुनाव आयोग की क्या भूमिका है?
उत्तर:
भारत में हर राजनीतिक दल को चुनाव आयोग में अपना पंजीकरण कराना पड़ता है। आयोग सभी दलों को समान मानता है पर यह बड़े और स्थापित दलों को कुछ विशेष सुविधाएँ देता है। इन्हें अलग चुनाव चिह्न दिया जाता है जिसका प्रयोग पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार ही कर सकता है। इस विशेषाधिकार और कुछ अन्य लाभ पाने वाली पार्टियों को 'मान्यता प्राप्त' दल कहते हैं।
प्रश्न 4.
भारत के राजनीतिक दलों के समक्ष तीन चुनौतियाँ और तीन सुधारात्मक उपाय सुझाइए।
उत्तर:
भारत के राजनीतिक दलों के समक्ष तीन प्रमुख चुनौतियाँ ये हैं-
तीन सुधारात्मक उपाय-
प्रश्न 5.
भारत में राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने के क्या मापदण्ड हैं?
उत्तर:
भारत में राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने के लिए कुछ मापदण्ड बने हुए हैं। अगर कोई राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव में पड़े कुल वोट का अथवा चार राज्यों के विधानसभा के चुनाव में पड़े कुल वोटों का 6 प्रतिशत हासिल करता है और लोकसभा के चुनाव में कम से कम चार सीटों पर जीत दर्ज करता है, तो उसे राष्ट्रीय दल की मान्यता मिलती है।
प्रश्न 6.
भारत में सन् 2017 के अनुसार कितने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल हैं? उनके नाम लिखिए।
उत्तर:
वर्ष 2017 के अनुसार भारत में मान्यता प्राप्त सात राष्ट्रीय दल हैं। इनके नाम निम्न प्रकार हैं-
प्रश्न 7.
ऑल इण्डिया तृणमूल कांग्रेस दल का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ऑल इण्डिया तृणमूल कांग्रेस पार्टी का वर्णन निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट है-
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारतीय जनता पार्टी एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की चार प्रमुख नीतियों-कार्यक्रमों को लिखिए।
उत्तर:
भारतीय जनता पार्टी की चार प्रमुख नीतियाँ-कार्यक्रम-
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की चार प्रमुख नीतियाँ-कार्यक्रम-
प्रश्न 2.
राजनीतिक दल क्या है? भारत में राजनीतिक दलों में सुधार के लिए क्या प्रयत्न किए गए हैं?
अथवा
भारत में राजनीतिक दलों के सुधार हेतु किए गए चार प्रमुख प्रयासों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
राजनीतिक दल-राजनीतिक दल लोगों का एक समूह होता है जो चुनाव लड़कर सरकार में राजनीतिक सत्ता हासिल करने के उद्देश्य से कार्य करता है। यह सम्पूर्ण राष्ट्र के हितों को ध्यान में रखकर कुछ नीतियाँ और कार्यक्रम तय करता है।
भारत में राजनीतिक दलों तथा इनके नेताओं को सुधारने के लिए हाल ही में निम्नलिखित प्रयास किये गये हैं-
(1) दल-बदल रोक विधेयक-भारत में विधायकों और सांसदों को दल-बदल करने से रोकने के लिए संविधान में संशोधन किया गया। निर्वाचित प्रतिनिधियों के मन्त्री पद या धन के लोभ में दल-बदल करने में आई तेजी को देखते हुए ऐसा किया गया। नए कानून के अनुसार अपना दल बदलने वाले सांसद या विधायक को अपनी सीट भी गँवानी होगी। इस नये कानून से दल-बदल में कमी आई है, लेकिन इससे पार्टी में विरोध का स्वर उठाना अब और भी मुश्किल हो गया है।
(2) उम्मीदवारों को अपनी सम्पत्ति और अपने आपराधिक मामलों का ब्यौरा देना अनिवार्य उच्चतम न्यायालय ने पैसे और अपराधियों के प्रभाव को कम करने के लिए एक आदेश के द्वारा चुनाव लड़ने वाले हर उम्मीदवार को अपनी सम्पत्ति का और अपने खिलाफ चल रहे आपराधिक मामलों का ब्यौरा एक शपथ-पत्र के माध्यम से देना अनिवार्य कर दिया गया है। इस नयी व्यवस्था से लोगों को अपने उम्मीदवारों के बारे में बहुत-सी पक्की सूचनाएँ उपलब्ध होने लगी हैं।
(3) दलों को सांगठनिक चुनाव कराना-चुनाव आयोग ने एक आदेश के जरिये सभी दलों के लिए सांगठनिक चुनाव कराना जरूरी बना दिया है। दलों ने ऐसा करना शुरू भी कर दिया है। यह दलों में अन्दरूनी लोकतन्त्र स्थापित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है।
(4) आयकर रिटर्न भरना अनिवार्य चुनाव आयोग ने सभी दलों के लिए आयकर रिटर्न भरना भी अनिवार्य कर दिया है।
प्रश्न 3.
राजनीतिक व्यवस्था में दलीय व्यवस्था के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
राजनीतिक दलीय व्यवस्था के प्रकार
विश्व में राजनीतिक दलीय व्यवस्था के प्रमुख रूपों को मोटे रूप से तीन प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है। ये हैं-(1) एकदलीय व्यवस्था, (2) द्विदलीय व्यवस्था और (3) बहुदलीय व्यवस्था। यथा
(1) एकदलीय व्यवस्था किसी देश में जब सिर्फ एक ही दल को सरकार बनाने और चलाने की अनुमति होती है, तो इसे एकदलीय व्यवस्था कहा जाता है। साम्यवादी चीन में सिर्फ साम्यवादी दल को ही शासन करने की अनुमति है, इसलिए वहाँ की दलीय व्यवस्था को एकदलीय कहा जाता है।
(2) द्विदलीय व्यवस्था-कुछ देशों में सत्ता आम तौर पर दो मुख्य दलों के बीच ही बदलती रहती है। वहाँ अनेक अन्य पार्टियाँ भी हो सकती हैं, वे चुनाव भी लड़कर कुछ सीटें जीत सकती हैं, पर सिर्फ दो ही दल बहुमत पाने और सरकार बनाने के प्रबल दावेदार होते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन में ऐसी ही दो दलीय व्यवस्था है।
(3) बहुदलीय व्यवस्था-जब अनेक दल सत्ता के लिए होड़ में हों और दो दलों से ज्यादा दलों के अपने दम पर या दूसरों से गठबन्धन करके सत्ता में आने के ठीक-ठाक अवसर हों तो इसे बहुदलीय व्यवस्था कहते हैं। भारत में भी ऐसी ही बहुदलीय व्यवस्था है।
प्रश्न 4.
राजनीतिक दलों में सुधार के सुझाव दीजिए।
उत्तर:
राजनीतिक दलों में सुधार के सझाव
राजनीतिक दलों में सुधार के लिए अग्रलिखित सुझाव दिये जा सकते हैं-
(1) दलों में आंतरिक लोकतंत्र की स्थापना-राजनीतिक दलों के आंतरिक कामकाज को व्यवस्थित करने के लिए कानून बनाया जाए। सभी दल अपने सदस्यों की सूची रखें; अपने संविधान का पालन करें; विवाद की स्थिति में एक स्वतंत्र प्राधिकारी को पंच बनाएँ तथा सबसे बड़े पदों के लिए खुला चुनाव कराएँ।
(2) महिलाओं को आरक्षण-राजनीतिक दल महिलाओं को लगभग एक-तिहाई अनुपात में टिकट अवश्य दें तथा दल के प्रमुख पदों पर भी महिलाओं के लिए आरक्षण हो।
(3) सरकार चुनाव का खर्च उठाये-चुनाव का खर्च सरकार उठाये। दलों को चुनाव लड़ने के लिए धन दे। पिछले चुनाव में मिले मतों के अनुपात में यह मदद दी जाए।
(4) अन्य उपाय-राजनीतिक दलों पर लोगों द्वारा दबाव बनाया जाए। यह दबाव वे चिट्ठियाँ लिखकर, प्रचार करके व आंदोलनों के जरिये बना सकते हैं। यह काम आम नागरिक, दबाव समूह, आंदोलन और मीडिया के माध्यम से कर सकते हैं। दूसरे, सुधार की इच्छा रखने वाले लोगों को स्वयं राजनीतिक दलों में शामिल होना चाहिए।
प्रश्न 5.
राजनीतिक दल का क्या अर्थ है? इनके कार्य बतलाइये। राजनीतिक दलों की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर:
राजनीतिक दल का अर्थ राजनीतिक दल लोगों का एक ऐसा संगठित समूह होता है जो चुनाव लड़ने और सरकार में राजनीतिक सत्ता प्राप्त करने के उद्देश्य से काम करता है तथा समाज के सामूहिक हित को ध्यान में रखकर कुछ नीतियाँ और कार्यक्रम तय करता है।
राजनीतिक दल के कार्य-
राजनीतिक दलों की आवश्यकता-
प्रश्न 6.
बहुजन समाज पार्टी का संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
उत्तर:
बहुजन समाज पार्टी बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख बातों का वर्णन निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट है-
प्रश्न 7.
भारतीय जनता पार्टी के बारे में आप क्या जानते है? बताइये।
उत्तर:
भारतीय जनता पार्टी भारतीय जनता पार्टी का वर्णन निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट है-
प्रश्न 8.
इंडियन नेशनल कांग्रेस के बारे में आप क्या जानते है। वर्णन कीजिये।
उत्तर:
इंडियन नेशनल कांग्रेस-इंडियन नेशनल कांग्रेस का वर्णन निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट है-
प्रश्न 9.
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ( सी पी आई) की प्रमुख बातों का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सी पी आई) इस पार्टी की प्रमुख बातें निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट हैं-
प्रश्न 10.
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मास सिस्ट (सीपीआई-एम) के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
इस पार्टी की प्रमुख बातें निम्न बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट है-