Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 8 Social Science Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन Textbook Exercise Questions and Answers.
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पाठगत प्रश्न पृष्ठ 26 : आओ कुछ करके सीखें-
प्रश्न 1.
किन्हीं पाँच खनिजों के उपयोग की सूची बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(i) प्रतिदिन आपके उपयोग में आने वाले तीन सामान्य खनिजों के नाम बताइए। उत्तर-प्रतिदिन उपयोग में आने वाले तीन सामान्य खनिज निम्न प्रकार हैं-
(क) लोहा
(ख) ताँबा
(ग) ऐलुमिनियम।
(ii) अयस्क क्या है? धात्विक खनिजों के अयस्क सामान्यतः कहाँ पाए जाते हैं?
उत्तर:
अयस्क-विभिन्न शैल जिनसे खनिजों का खनन किया जाता है, अयस्क कहे जाते हैं। धात्विक खनिज आग्नेय और कायान्तरित शैल समूहों, जिनसे विशाल पठारों का निर्माण होता है, में पाए जाते हैं।
(iii) प्राकृतिक गैस संसाधनों में सम्पन्न दो प्रदेशों के नाम बताइए।
उत्तर:
प्राकृतिक गैस संसाधनों से सम्पन्न दो प्रमुख प्रदेश हैं-(क) रूस (ख) नीदरलैण्ड।
(iv) निम्न के लिए आप ऊर्जा के किन स्रोतों का सुझाव देंगे-
(क) ग्रामीण क्षेत्रों
(ख) तटीय क्षेत्रों
(ग) शुष्क प्रदेशों।
उत्तर:
(क) ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ऊर्जा के स्रोत-ग्रामीण क्षेत्रों में हम ऊर्जा हेतु ईंधन तथा बायोगैस के उपयोग हेतु सुझाव देंगे।
(ख) तटीय क्षेत्रों के लिए ऊर्जा के स्रोत-तटीय क्षेत्रों में हम ऊर्जा के स्रोत के रूप में पवन ऊर्जा के उपयोग हेतु सुझाव देंगे तथा ज्वारीय ऊर्जा का भी उपयोग किया जा सकता है।
(ग) शुष्क प्रदेशों के लिए ऊर्जा के स्रोत-शुष्क प्रदेशों में हम ऊर्जा के स्रोत के रूप में सौर ऊर्जा के उपयोग का सुझाव देंगे।
(v) पाँच तरीके दीजिए जिनसे कि आप घर पर ऊर्जा बचा सकते हैं।
उत्तर:
घर में ऊर्जा बचाने के पाँच तरीके निम्न प्रकार हैं-
(क) घरों में आवश्यकतानुसार ही बिजली के उपकरणों का प्रयोग करना चाहिए, अनावश्यक उपयोग पर रोक लगानी चाहिए।(ख) घरों में कम-से-कम बिजली के उपकरणों का उपयोग किया जाना चाहिए।
(ग) दिन के समय सूर्य की रोशनी का उपयोग करना चाहिए। अनावश्यक लाइट नहीं जलानी चाहिए।
(घ) उच्च गुणवत्ता वाले बिजली उपकरणों का उपयोग करना चाहिए, उनमें बिजली की कम खपत होती है।
(ङ) सौर ऊर्जा से संचालित उपकरणों का प्रयोग करना चाहिए।
प्रश्न 2.
सही उत्तर को चिह्नित कीजिए-
(i) निम्नलिखित में से कौनसी एक खनिजों की विशेषता नहीं है-
(क) वे प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा निर्मित होते हैं।
(ख) उनका एक निश्चित रासायनिक संघटन होता है।
(ग) वे असमाप्य होते हैं।
(घ) उनका वितरण असमान होता है।
उत्तर:
(ग) वे असमाप्य होते हैं।
(ii) निम्नलिखित में से कौन विश्व में ताँबे का अग्रणी उत्पादक है?
(क) बोलीविया
(ख) चिली
(ग) घाना
(घ) जिम्बाब्वे।
उत्तर:
(ख) चिली
(iii) निम्नलिखित प्रक्रियाओं में से कौनसी आपके रसोई घर में द्रवित पेट्रोलियम गैस (एल.पी.जी.) को संरक्षित नहीं करेगी-
(क) पकाने से पहले दाल को कुछ समय के लिए भिगोना।
(ख) प्रेशर कुकर में खाना पकाना।
(ग) पकाने के लिए गैस जलाने से पूर्व सब्जी को काट लेना।
(घ) खुली कढ़ाई में कम ज्वाला पर भोजन पकाना।
उत्तर:
(घ) खुली कढ़ाई में कम ज्वाला पर भोजन पकाना।
प्रश्न 3.
कारण बताइए-
(i) बड़े बाँधों के निर्माण के पूर्व पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यानपूर्वक देखना चाहिए।
उत्तर:
बड़े बाँधों के निर्माण से पूर्व पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यान से देखना चाहिए अन्यथा पारिस्थितिकीय सन्तुलन बिगड़ सकता है। बाँध निर्माण से सम्बन्धित गलत निर्णय लेने पर स्थानीय भूकम्प, भू-स्खलन, निर्वनीकरण की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
(ii) अधिकांश उद्योग कोयला खानों के पास केन्द्रित होते हैं।
उत्तर:
अधिकांश उद्योग कोयले की खानों के पास स्थापित किए जाते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि कोयले को अधिकांश उद्योगों में कच्चे माल अथवा ईंधन के रूप में प्रयोग में लिया जाता है। यदि उद्योगों की स्थापना कोयले की खानों से दूर की जाए तो इससे परिवहन की ऊँची लागत वहन करनी पड़ेगी तथा समय भी अधिक लगेगा।
(iii) पेट्रोलियम को 'काला सोना' कहा जाता है।
उत्तर:
अपरिष्कृत पेट्रोलियम के प्रक्रमण से विभिन्न तरह के उत्पाद, जैसे-डीज़ल, पेट्रोल, मिट्टी का तेल, मोम, प्लास्टिक और स्नेहक तैयार किये जाते हैं। ये सभी उत्पाद अत्यधिक मूल्यवान होते हैं, अतः इससे बने उत्पादों को 'काला सोना' कहा जाता है।
(iv) आखनन पर्यावरणीय चिंता का विषय हो सकता है।
उत्तर:
सतह के निकट स्थित खनिजों को जिस प्रक्रिया द्वारा आसानी से खोदकर निकाला जाता है, उसे आखनन कहते हैं। अत्यधिक आखनन से पर्यावरण में असन्तुलन उत्पन्न हो जाता है तथा भूमि प्रदूषण भी होता है। आखनन से वनस्पति के आवरण को भी क्षति पहुँचती है जिसके परिणामस्वरूप पारिस्थितिक असन्तुलन उत्पन्न होता है।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में अन्तर स्पष्ट कीजिए-
(i) परम्परागत और गैर-परम्परागत ऊर्जा के स्रोत
(ii) बायो गैस और प्राकृतिक गैस
(iii) लौह और अलौह खनिज
(iv) धात्विक और अधात्विक खनिज।
उत्तर:
(i) परम्परागत और गैर-परम्परागत ऊर्जा के स्त्रोत-
ऊर्जा के परम्परागत स्त्रोत |
ऊर्जा के गैर-परम्परागत स्त्रोत |
1. ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों का उपयोग लम्बे समय से किया जा रहा है। |
1. ऊर्जा के गैर-परम्परागत स्रोतों का उपयोग पिछले कुछ वर्षों से ही शुरू हुआ है। |
2. जल विद्युत को छोड़कर ऊर्जा के परम्परागत स्रोत गैर-नवीकरणीय होते हैं। |
2. ऊर्जा के गैर-परम्परागत स्रोत नवीकरणीय होते हैं। |
3. इन स्रोतों के उपयोग से पर्यावरण में प्रदूषण फैलता है। |
3. इन स्रोतों के प्रयोग से पर्यावरण में प्रदूषण नहीं फैलता है। |
4. इसमें कोयला, खनिज तेल, प्राकृतिक गैस, ईंधन, जल विद्युत आदि आते हैं। |
4. इसमें पवन ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, सौर ऊर्जा, बायो गैस, भू-तापीय ऊर्जा आदि आते हैं। |
(ii) बायो गैस और प्राकृतिक गैस-
बायो गैस |
प्राकृतिक गैस |
1. यह कार्बनिक अपशिष्ट जैसे मृत पौधे और जन्तुओं के अवशेष, पशुओं के गोबर आदि से बनती है। |
1. प्राकृतिक गैस पैट्रोलियम के साथ पाई जाती है जिसे तेल निकालते समय अलग किया जाता है। |
2. यह खाना पकाने तथा घरेलू ऊर्जा का स्रोत है। |
2. इसका उपयोग घरेलू तथा वाणिज्यिक दोनों स्तरों। पर किया जाता है। |
3. यह ऊर्जा का एक नवीकरणीय स्रोत है। |
3. यह ऊर्जा का एक गैर नवीकरणीय स्रोत है। |
(iii) लौह और अलौह खनिज
लौह खनिज |
अलौह खनिज |
1. जिन धात्विक खनिज पदार्थों में लौह का अंश पाया जाता है उन्हें लौह खनिज कहा जाता है; जैसे-लौह अयस्क। |
1. जिन धात्विक खनिजों में लौह का अंश नहीं पाया जाता है उन्हें अलौह खनिज कहा जाता है। जैसे-सोना, चाँदी आदि। |
2. ये प्रायः भूरे रंग के होते हैं। |
2. ये विभिन्न रंगों के होते हैं। |
3. इन खनिजों का उपयोग इस्पात उद्योग में किया जाता है। |
3. इन खनिजों का उपयोग विभिन्न कामों में किया जाता है। |
(iv) धात्विक और अधात्विक खनिज
धात्विक खनिज |
अधात्विक खनिज |
1. ये वे खनिज हैं जिनसे हमें धातुएँ प्राप्त होती हैं; जैसे-लौह अयस्क, बॉक्साइट आदि। |
1. इन खनिजों से धातुएँ नहीं प्राप्त होती; जैसे चूना-पत्थर, अभ्रक आदि। |
2. इनमें चमक होती है। |
2. इनमें चमक नहीं होती। |
3. इनको पीट कर पतली चादरों का रूप दिया जा सकता है। |
3. ये पीटने से टूट जाते हैं और इनके तार नहीं खींचे जा सकते। |
4. सोना, लोहा, चाँदी इसके उदाहरण हैं। |
4. संगमरमर, कोयला, पेट्रोलियम, अभ्रक इसके उदाहरण हैं। |
5. ये खनिज आग्नेय और कायान्तरित शैलों से प्राप्त होते हैं। |
5. ये खनिज हमें अवसादी शैलों से प्राप्त होते हैं। |