Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 5 Hindi Chapter 7 बालक का स्वप्न Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 5 Hindi are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 5 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts.
उच्चारण के लिए -
उम्र, रात्रि, स्वप्न, चिल्ला, भाग्य, अन्यथा, अकस्मात्, दंड, बुद्धि, प्रशंसा, सज्जित, अतिरिक्त, आमंत्रित, विशाल, पत्नी।
उत्तर :
छात्र स्वयं उच्चारण करें।
सोचें और बताएँ -
प्रश्न 1.
राजा के प्रश्नों को किसने हल किया?
उत्तर :
राजा के प्रश्नों को मंत्री ने हल किया।
प्रश्न 2.
सेठ ने पहली बार स्वप्न की बात बालक से कब पूछी?
उत्तर :
सेठ ने पहली बार स्वप्न की बात बालक से तब पूछी जब वह रात्रि में स्वप्न देखकर चिल्ला रहा था।
प्रश्न 3.
राजा ने मंत्री से कितने प्रश्न पूछे?
उत्तर :
राजा ने मंत्री से तीन प्रश्न पूछे।
प्रश्न 4.
स्वप्न का बालक पर क्या असर हुआ?
उत्तर :
स्वप्न का बालक पर यह असर हआ कि उसने स्वप्न की बात किसी को नहीं बताई और अपना अध्ययन जारी रखा।
लिखें -
प्रश्न 1.
सही उत्तर का क्रमाक्षर छाँटकर कोष्ठक में लिखें -
(अ) सेठ ने उस लड़के से स्वप्न की बात पुनः पूछी पर वह टाल गया। उस दिन के बाद से ही -
(क) बालक छिप गया
(ख) बालक भाग गया
(ग) बालक छिपकर पढ़ने लगा
(घ) बालक नौकरी छोड़ कर चला गया।
उत्तर :
(ग) बालक छिपकर पढ़ने लगा
(ब) जमींदार ने बालक को बुलाकर कहा -
(क) नौकरी छोड़ने को
(ख) काम करने को
(ग) बाजार जाने को
(घ) स्वप्न की बात बताने को
उत्तर :
(घ) स्वप्न की बात बताने को
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें -
(अध्ययन, अकस्मात्, साधारण नौकर, सूझबूझ)
(क) .............. एक दिन वही जमींदार राजा के यहाँ आया।
(ख) उसने अपना .............. चालू रखा। वह किसी प्रकार अपनी ............... से राजा के यहाँ पर ............. हो गया।
उत्तर :
(क) अकस्मात्
(ख) अध्ययन, सूझबूझ, नौकर
प्रश्न 3.
लड़के का स्वभाव कैसा था?
उत्तर :
लड़के का स्वभाव दृढ़ निश्चय, लगन व निष्ठा से भरा था।
प्रश्न 4.
जमींदार ने बालक से क्या कहा?
उत्तर :
जमींदार ने बालक से कहा कि लड़के या तो तू मुझे स्वप्न की बात बता दे अन्यथा आज ही मैं तुझे नौकरी से निकाल दूंगा।
प्रश्न 5.
पड़ोसी राजा ने दो घोड़ियों को क्यों भेजा?
उत्तर :
पड़ोसी राजा ने दो घोड़ियों को राजा तथा मंत्रियों की चतुराई की परीक्षा लेने के लिए भेजा।
प्रश्न 6.
राजा ने मंत्री जी को क्या धमकी दी?
उत्तर :
राजा ने मंत्री की यह धमकी दी कि आपने बहुत दिन पहले सेठ के यहाँ जो स्वप्न देखा था या तो हमें बता दें अन्यथा दंड के लिए तैयार हो जाएँ।
प्रश्न 7.
राजा मंत्री से अपनी कन्या का विवाह क्यों करना चाहता था?
उत्तर :
मंत्री की बुद्धिमानी को देखकर राजा मंत्री से अपनी कन्या का विवाह करना चाहता था।
प्रश्न 8.
मंत्री को अपनी सूझ-बूझ और चतुराई का क्या लाभ हुआ?
उत्तर :
मंत्री को अपनी सूझ-बूझ और चतुराई का यह लाभ हुआ कि दूसरे राजा ने उसके साथ अपनी पुत्री का विवाह कर दिया और अपना आधा राज्य देकर उसे राजा बना दिया।
प्रश्न 9.
मंत्री-राजा ने स्वप्न में क्या दृश्य देखा था?
उत्तर :
मंत्री-राजा ने स्वप्न में देखा था कि वह राजा बन गया है और नौकर आदि उसकी सेवा में जुटे हैं।
प्रश्न 10.
लड़के ने स्वप्न की बात सबको कब बताई ?
उत्तर :
जब लडका राजा बन गया तो उसने अपने स्वप्न की बात सबको बता दी।
भाषा की बात -
इस प्रकार के शब्द सोचें और लिखें -
1. सूझ-बूझ
2. ..............
3. ..............
4. ...............
5. ................
उत्तर :
2. सोच-समझ
3. भूख-प्यास
4. यहाँ-वहाँ
5. आस-पास
यह भी करें -
कहानी को संवाद में बदलकर अपनी कक्षा में मंचन कीजिए।
नोट - छात्र अध्यापक की सहायता से कहानी को संवाद में बदलकर कक्षा में मंचन करें।
यदि ऐसा सपना आपको आया होता, तो आप किसी को बताते या नहीं, नहीं तो क्यों?
उत्तर :
यदि हमें ऐसा स्वप्न आया होता तो हम अपने स्वप्न की बात किसी को नहीं बताते और लगन के साथ निष्ठा पूर्वक कार्य करते हुए उस स्वप्न को सफल होने की दिशा में प्रयास करते। योजनाबद्ध तरीके से कर्म को करने से स्वप्न साकार हो जाते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न -
प्रश्न 1.
सही विकल्प का चयन कीजिए
(i) सेठ ने लड़के के स्वप्न वाली बात किसे बताई?
(क) राजा को
(ख) जमींदार को
(ग) राजा के नौकर को
(घ) पड़ोसी राजा को
उत्तर :
(ख) जमींदार को
(ii) पड़ोसी राजा ने अपनी बेटी का विवाह किसके साथ किया -
(क) सेठ के
(ख) राजा के
(ग) राजा के मंत्री के
(घ) सेनापति के
उत्तर :
(ग) राजा के मंत्री के
रिक्तस्थान पूर्ति -
प्रश्न 2.
दिए गए वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -
(चतुर, पढ़ाई, मंत्री, होनहार, मुक्त)
उत्तर :
सुमेलित कीजिए -
प्रश्न 3.
सही शब्दों के साथ मेल कीजिए -
क - ख
उत्तर :
सार्थक शब्द निर्माण -
प्रश्न 4.
सार्थक शब्दों के समूह से शब्द बनते हैं। आप। निम्नांकित वर्ग पहेली में से अक्षरों का प्रयोग करते हुए सार्थक शब्द बनाइए -
उत्तर :
(i) सपना
(ii) सफल
(iii) नाराज
(iv) पहला
(v) फहरा
(vi) लाज।
अति लयूत्तरीय प्रश्न -
प्रश्न 5.
लड़के ने स्वप्न में क्या कहा?
उत्तर :
लड़के ने स्वप्न में कहा “अहो मेरा भाग्य"।
प्रश्न 6.
लड़के ने स्वप्न में क्या देखा था?
उत्तर :
लड़के ने स्वप्न में देखा था कि वह राजा बन गया है और वह महल में है, नौकर-चाकर उसकी सेवा में लगे हैं।
प्रश्न 7.
सेठ ने बालक से क्या पूछा?
उत्तर :
सेठ ने बालक से पूछा कि अरे लड़के क्यों चिल्ला रहा था।
प्रश्न 8.
लड़के ने सेठ से चिल्लाने के बारे में क्या कहा?
उत्तर :
लड़के ने सेठ से चिल्लाने के बारे में कहा कि कोई खास बात' नहीं थी।
प्रश्न 9.
स्वप्न के कारण लड़के को क्या-क्या सहना पड़ा?
उत्तर :
स्वप्न के कारण लड़के को सेठ, जींदार के यहाँ से नौकरी छोड़नी पड़ी तथा राजा के यहाँ कैदखाने में रहना पड़ा।
प्रश्न 10.
स्वप्न की बात कैसे फैल गई?
उत्तर :
स्वप्न की बात सेठ ने जमींदार से कही, जमींदार ने राजा से कही। इस तरह यह बात सब जगह फैल गई।
प्रश्न 11.
लड़के को कैदखाने में भोजन कौन दे जाता था?
उत्तर :
लड़के को कैदखाने में भोजन राजा का नौकर दे जाता था।
प्रश्न 12.
राजा ने मंत्री को कैद से मुक्त क्यों कर दिया?
उत्तर :
जब राजा को पता लगा कि पड़ोसी राजा के सभी प्रश्नों के उत्तर उसके मंत्री ने ही दिए हैं तो उसने उसे कैद से मुक्त कर दिया।
लघु/दीर्घ उत्तरीय प्रश्न -
प्रश्न 13.
पड़ोसी राजा ने अपनी सेनाएँ क्यों हटा लीं?
उत्तर :
पड़ोसी राजा ने अपनी सेनाएँ इसलिए हटा ली क्योंकि वह जान गया था कि उसके प्रश्नों का उत्तर देने वाला बहुत चतुर है, उसे जीतना कठिन होगा।
प्रश्न 14.
लड़के ने स्वप्न की बात पहले क्यों नहीं बताई?
उत्तर :
लड़के ने स्वप्न की बात पहले इसलिए नहीं बताई क्योंकि यदि पहले यह स्वप्न सबको पता लग जाता तो लोग उसका स्वप्न पूरा नहीं होने देते और यह भी हो सकता था कि कोई ईर्ष्या और अपमान के कारण उसे मरवा देता।
प्रश्न 15.
हमें अपने विचार को किस तरह पूरा करना चाहिए?
उत्तर :
हमारे मस्तिष्क में विचार आएँ तो हमें अपने विचारों की व्यर्थ चर्चा नहीं करनी चाहिए। हमें योजनाबद्ध तरीके से उन विचारों को पूर्ण करने में जुट जाना चाहिए।
प्रश्न 16.
क्या हमें खुली आँखों से स्वप्न देखने चाहिए? यदि हाँ तो क्यों?
उत्तर :
हाँ, हमें खुली आँखों से स्वप्न देखने चाहिए क्योंकि जो स्वप्न हमें खुली आँखों से दिखाई देते हैं वे हमें निरंतर प्रेरणा देते रहते हैं। हम उस स्वप्न को पूरा करने के लिए लगन एवं निष्ठा से अपना कार्य करते हैं और सफल होते हैं।
प्रश्न 17.
'बालक का स्वप्न' कहानी में बालक की चारित्रिक विशेषताएँ बताइए।
उत्तर :
कहानी में बालक की अनेक चारित्रिक विशेषताएँ उभर कर आती हैं -
1. परिश्रमी - बालक कठोर परिश्रम करने वाला है, वह जहाँ भी रहता है, परिश्रम करता है।
2. बुद्धिमान - अपनी हाजिर जवाबी और बुद्धिमत्ता से वह इतने ऊँचे पद पर पहुँच गया था।
3. धीर-गंभीर - वह अपने मन की बात किसी को नहीं बताता है। उपयुक्त समय आने पर ही वह अपनी गोपनीय बात कहता है।
4. निर्भीक - अपने सिद्धांत के पालन के लिए वह जेल जाना स्वीकार करता है, लेकिन समझौता नहीं करता है।
पाठ-सार - किसी सेठ के यहाँ एक लड़का नौकरी करता था। एक बार रात्रि को स्वप्न देखकर वह चिल्ला उठा, "अहो, मेरा भाग्य।" सेठ ने उससे चिल्लाने का कारण पूछा तो उसने स्वप्न की बात बताने से मना कर दिया और पढ़ने लग गया।
सेठ ने लड़के से कहा या तो वह स्वप्न की बात बताये अन्यथा नौकरी छोड़ दे। उसने नौकरी छोड़ दी और पढाई जारी रखी। कुछ दिन बाद उसे एक जमींदार के यहाँ नौकरी मिल गई। एक दिन सेठ जींदार के यहाँ आया। उसने लड़के को वहाँ काम करते देखा तो उसने जमींदार को स्वप्न वाली बात बता दी। जींदार ने लड़के से स्वप्न की बात पूछी और लड़के के नहीं बताने पर उसे नौकरी से हटा दिया। लड़का नौकरी छोड़कर भी लगातार पढ़ता रहा। एक दिन अपनी सूझ-बूझ से वह राजा के यहाँ नौकर हो गया। धीरे-धीर उन्नति करके वह राजा का मंत्री बन गया।
एक दिन जमींदार राजा के यहाँ आया। उसने राजा से लड़के के स्वप्न वाली बात बताई। राजा ने मंत्री से कहा कि जो स्वप्न आपने सेठ के यहाँ देखा था, वह क्या था? मंत्री ने स्वप्न वाली बात बताने से इंकार कर दिया। राजा ने नाराज होकर मंत्री को कैदखाने में डाल दिया। कुछ दिन बाद किसी राजा ने इस राजा पर चढ़ाई करने की सोची। उसने राजा और मंत्री की चतुराई का पता लगाने के लिए वहाँ दो घोड़ी भेजी और पुछवाया कि इनमें से माँ और बेटी कौन-सी हैं। राजा बहुत परेशान था। किसी से भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। कैद में बंद मंत्री ने बताया कि घोड़ियों को नदी में ले जाओ जो पहले पानी में घुसे वह माँ तथा जो बाद में घुसे वह बेटी है।
इसके बाद दो-तीन अन्य प्रश्नों का सही उत्तर दिया। राजा ने अपनी सेनाएँ हटा ली और कहा कि जिसने इन प्रश्नों के उत्तर दिए हैं, उसके साथ मैं अपनी बेटी का विवाह करना चाहता हूँ। इस तरह उसने मंत्री को अपना आधा राज्य देकर अपनी बेटी का विवाह उसके साथ कर दिया। कुछ दिन बाद मंत्री राजा ने सेठ, जमींदार तथा दोनों राजाओं को बुलाकर अपना स्वप्न बताया कि यही दृश्य जो आप देख रहे हैं स्वप्न में देखकर मैं चिल्लाया था “अहो, मेरा भाग्य।" यदि उस समय मैं स्वप्न बता देता तो कोई मुझे ईर्ष्या वश मरवा भी सकता था। सच है कि मस्तिष्क में जो विचार आए उसे योजनाबद्ध तरीके से पूर्ण करने में जुटना चाहिए। कर्म, कठोरता, लगन और निष्ठा से कोई भी व्यक्ति महान बन सकता है।
कठिन शब्दार्थ :
बालक का स्वप्न महत्त्वपूर्ण गद्यांशों पर आधारित प्रश्नोत्तर :
(अ) किसी सेठ के यहाँ एक लड़का नौकरी करता था। एक रात्रि स्वप्न में वह चिल्ला उठा, "अहो, मेरा भाग्य" सेठ ने यह सुन बालक को जगाकर पूछा, “अरे, क्यों चिल्ला रहा था ?" वह लड़का कहने लगा, “यों ही, कोई खास बात नहीं।" अगले दिन सेठ ने उस लड़के से स्वप्न की बात पुनः पूछी, पर वह टाल गया। उस दिन से बालक छिपकर पढ़ने लगा। एक दिन सेठ ने कहा, “सुन रे लड़के, आज या तो तू स्वप्न की बात बता दे या मेरे यहाँ काम करना बंद कर दे।" लड़का चतुर था, होनहार था। उसने नौकरी छोड़ दी।
1. उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
2. लड़का स्वप्न में क्या चिल्लाया ?
3. स्वप्न की बात न बताने पर सेठ ने लड़के से क्या का?
4. 'लड़का' शब्द का स्त्रीलिंग शब्द लिखिए।
उत्तर :
1. उचित शीर्षक-बालक का स्वप्न।
2. "अहो, मेरा भाग्य।" यह बालक स्वप्न में चिल्लाया।
3. सेठ ने कहा-सुन रे लड़के, आज या तो तू स्वप्न की बात बता दे या मेरे यहाँ काम करना बंद कर दे।
4. लड़का शब्द का स्त्रीलिंग-लड़की।
(ब) तब उस मंत्रीराजा ने कहा, "यही दृश्य जो आप लोग इस समय यहाँ देख रहे हैं, मैंने स्वप्न में देखा था, और तभी मैं स्वप्न में चिल्लाया था, "अहो, मेरा ऐसा भाग्य।" मैंने तब यह बात आप लोगों को बता दी होती तो आप में से कोई भी इसे पूरा न होने देता। हो सकता था कि ईर्ष्या, लोभ और अपमान के वशीभूत आप मुझे मौत के घाट भी उतरवा देते।" सच है, अपने मस्तिष्क में जो विचार आएँ, उनकी व्यर्थ चर्चा न करते हुए, उन्हें योजनाबद्ध तरीके से पूर्ण करने में जुट जाना चाहिए। कर्म, कठोरता, लगन और निष्ठा से कोई। भी व्यक्ति महान् बन सकता है।
1. बालक ने अपना स्वप्न पहले किसी को क्यों नहीं बताया ?
2. किन गुणों से व्यक्ति महान बनता है ?
3. हम अपने विचारों को साकार रूप किस प्रकार दे सकते हैं?
4. 'अपमान' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग लिखिए।
उत्तर :
1. बालक को डर था कि ईर्ष्यावश कोई उसे मरवा नहीं डाले।
2. कर्म, कठोर परिश्रम, लगन और निष्ठा से कोई भी व्यक्ति महान बन सकता है।
3. मस्तिष्क में जो विचार आएँ, उनकी व्यर्थ चर्चा न करके उन्हें योजनाबद्ध रूप से पूर्ण करने में जुट जाना चाहिए।
4. अपमान शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग-'अप' है।