Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 5 Hindi Chapter 6 स्वस्थ तन, सुखी जीवन Textbook Exercise Questions and Answers.
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उच्चारण के लिए -
सुषमा, तोषी, मम्मी, पाँव, गंदगी, स्वच्छ, तंदुरुस्त, आलस्य, कीटाणुओं, शुद्ध, स्वास्थ्य।
उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं करें।
सोचें और बताएँ -
प्रश्न 1.
बच्चे किस पर गेम खेल रहे थे?
उत्तर :
बच्चे मोबाइल पर गेम खेल रहे थे।
प्रश्न 2.
सुषमा ने उनके बीच जाकर क्या कहा?
उत्तर :
सुषमा ने उनके बीच जाकर कहा, अरे! क्या मिल जाएगा तुम्हें इन खेलों से? दादाजी के पास बैठोगे तो काम की बात सीखोगे।
प्रश्न 3.
स्वस्थ तन से सुखी जीवन कैसे होता है?
उत्तर :
शरीर स्वस्थ है तो जीवन सुखी होता है लेकिन यदि शरीर रोगी है तो मन परेशान रहता है। खाना-पीना कुछ भी अच्छा नहीं लगता।
लिखें -
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें
(सफाई, अच्छा स्वास्थ्य, गंदगी)
(अ) बुरी बात है ............. । अच्छी बात है
(ब) हँसो और हँसाओ .................... पाओ।
उत्तर :
(अ) गंदगी, सफाई
(ब) अच्छा स्वास्थ्य
प्रश्न 2.
सही उत्तर का क्रमाक्षर छाँटकर कोष्ठक में लिखें -
(अ) दादाजी ने बच्चों को शाबाशी दी
(क) जब बच्चे नहा-धोकर आ गए। चाकर आ गए।
(ख) खाना खाकर आ गए
(ग) जब बच्चे खेलकर आ गए
(घ) जब बच्चे हाथ-पाँव धोकर आ गए।
उत्तर :
(घ) जब बच्चे हाथ-पाँव धोकर आ गए।
(ब) "तंदुरुस्त हो तो हमें सब कुछ अच्छा लगता है।" यह बात कही -
(क) दादीजी ने
(ख) माताजी ने
(ग) बच्चों ने
(घ) दादाजी ने
उत्तर :
(घ) दादाजी ने
प्रश्न 3.
शाम के समय दादाजी कहाँ बैठे थे?
उत्तर :
शाम के समय दादाजी चौक में मुड्डे पर बैठे हुए थे।
प्रश्न 4.
'अरे! क्या मिल जाएगा तुम्हें इन खेलों में, यह बात किसने किसको कही?
उत्तर :
यह बात माँ ने बच्चों तोषी, बिटू और हनी से कही।
प्रश्न 5.
किरायेदार के बच्चों का क्या नाम था?
उत्तर :
किरायेदार के बच्चों का नाम खुशी एवं अनु था।
प्रश्न 6.
दादाजी की भौहें ऐनक के घेरे से भी बाहर तक क्यों और कब आईं?
उत्तर :
दादाजी की भौहें ऐनक के घेरे से बाहर तब आई, जब किरायेदार के बच्चे उनके पास गए तो उनके हाथ और पाँव गंदे थे।
प्रश्न 7.
आपके विद्यालय में स्वास्थ्य संबंधी कौन-कौन सी गोलियाँ दी जाती हैं? लिखो।
उत्तर :
हमारे विद्यालय में स्वास्थ्य संबंधी पेट की बीमारियों के लिए डी वार्मिंग तथा तरोताजा रहने के लिए आयरन की गोलियाँ दी जाती हैं।
भाषा की बात -
'धूप से हमें विटामिन डी मिलता है। रेखांकित शब्द सर्वनाम शब्द हैं, इसी प्रकार पाठ में आए सर्वनाम शब्द छौ।
उत्तर :
तुम्हें, आप, उसके, वे, उनके, हमे, हमारे, तुमने, मेरी, हमारी।
हमें शुद्ध पानी ही पीना चाहिए। रेखांकित शब्द 'शुद्ध' विशेषण है, विशेषण शब्दों वाले पाँच वाक्यों को पाठ में से छाँटकर लिखें।
उत्तर :
(i) कल भी तो कहानियों में अच्छी बातें समझाई थीं।
(ii) मैल जम जाए तो मोटे कपड़े से रगड़कर उतारना चाहिए।
(iii) गंदे कपड़ों में कीटाणु हो सकते हैं।
(iv) खुली धूप और ताजी शुद्ध हवा स्वास्थ्य के लिए जरूरी
(v) "हँसो और हँसाओ अच्छा स्वास्थ्य पाओ।"
यह भी करें -
स्वस्थ रहने के तरीके क्या-क्या हो सकते हैं? उनके न अपनानेसेक्यामनिह सकतीहै? सारणीबद्ध करें -
उत्तर :
स्वस्थ रहने के तरीके | न अपनाने पर हानि |
साफ-सफाई रखनी चाहिए। रोजना नहाना चाहिए। | गंदगी बीमारी लाती है। पसीने में धूल के कण मिलकर बदबू मारते हैं। त्वचा के छिद्र बंद हो जाते हैं। |
सुबह-शाम दाँत साफ करने चाहिए। | मुँह में कीटाणु जमा हो जाते हैं और दाँत खराब हो जाते हैं। |
शुद्ध पानी पीना चाहिए। | गंदा पानी पीने से हम बीमार पड़ जाते हैं। |
शारीरिक व्यायाम करना चाहिए। | तबियत अच्छी नहीं रहती और स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। |
साफ-सफाई से क्या-क्या लाभ हैं, अपने शब्दों में लिखकर अपनी कक्षा में सुनाएँ।
उत्तर :
साफ-सफाई से शरीर और दिमाग स्वस्थ रहता है। बीमारी होने का भय नहीं रहता है। शरीर तरोताजा रहता है। आलस्य नहीं आता है। भूख अच्छी लगती है और भोजन जल्दी पच जाता है। रात को नींद अच्छी आती है और दिन-भर फुर्ती बनी रहती है।
विभिन्न चिकित्सा पद्धतियाँ शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के बारे में किस प्रकार की जीवन शैली अपनाने की सलाह देती हैं? पर चर्चा करें।
उत्तर :
छात्र अध्यापक महोदय की सहायता से स्वयं की।
नीचे दिए गए चित्र में बालक व बालिका क्या कर रहे हैं? अपने विचार अभ्यास पुस्तिका में लिखें।
स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है।
चित्र 1. इसमें बालक शरीर की गंदगी साफ करने के लिए तौलिए से अपना शरीर रगड़कर साफ कर रहा है। शरीर पर पसीने की बूंदें मिट्टी के कणों के साथ मिलकर मैल की परत जमा देती हैं जिसे साफ करना आवश्यक है।
चित्र 2. इसमें एक बालिका स्नान कर रही है। बालिका पानी के फव्बारे से खूब अच्छी तरह स्नान कर रही है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन स्नान करना आवश्यक है।
चित्र 3. यह राजकीय प्राथमिक विद्यालय का चित्र है। इसमें पेड़-पौधे के बीच सुंदर विद्यालय भवन बना हुआ है। छात्र-छात्राएँ फूलों के पौधों को जल से सींच रहे हैं। कुछ छात्र नए पौधे रोप (लगा) रहे हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न -
प्रश्न 1.
सही विकल्प का चयन कीजिए -
(i) बच्चे गेम खेल रहे थे
(क) वीडियो पर
(ख) मोबाइल पर
(ग) मैदान में
(घ) स्कूल में
उत्तर :
(ख) मोबाइल पर
(ii) किरायेदार के बच्चे थे -
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) एक
उत्तर :
(क) दो
(iii) दादाजी बैठे थे -
(क) मुड्डे पर
(ख) कुर्सी पर
(ग) पलंग पर
(घ) जमीन पर
उत्तर :
(क) मुड्डे पर
रिक्तस्थान पूर्ति -
प्रश्न 2.
दिए गए वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -
(छिद्र, पसीना, विटामिन, आलस्य)
(i) .............. हमारे पास तक नहीं फटकता।
(ii) इससे त्वचा के .............. बंद हो जाते हैं।
(iii) धूप से हमें .............. डी मिलता है।
(iv) .............. तो बदबू मारता है।
उत्तर :
(i) आलस्य
(ii) छिद्र
(iii) विटामिन
(iv) पसीना।
सत्य-असत्य -
प्रश्न 3.
नीचे दिए गए वाक्यों के सामने सही होने पर (✓) व तथा गलत होने पर (✗) का निशान लगाएँ -
(i) बच्चे कम्प्यूटर पर गेम खेल रहे थे। ( )
(ii) दादाजी ने बच्चों को स्वस्थ रहने की शिक्षा दी। ( )
(iii) शरीर पर मैल नहीं जमने देना चाहिए। ( )
(iv) धूप से हमें विटामिन बी मिलता है। ( )
(v) पानी को छानकर पीना चाहिए। ( )
उत्तर :
(i) बच्चे कम्प्यूटर पर गेम खेल रहे थे। (✗)
(ii) दादाजी ने बच्चों को स्वस्थ रहने की शिक्षा दी। (✓)
(iii) शरीर पर मैल नहीं जमने देना चाहिए। (✓)
(iv) धूप से हमें विटामिन बी मिलता है। (✗)
(v) पानी को छानकर पीना चाहिए। (✓)
सुमेलित कीजिए -
प्रश्न 4.
सही शब्दों के साथ मेल कीजिए -
(i) शारीरिक - स्वास्थ्य
(ii) अच्छा - मक्खियाँ
(iii) झाड़ - व्यायाम
(iv) भिनभिनाती - फर्श
उत्तर :
(i) शारीरिक - व्यायाम
(ii) अच्छा - स्वास्थ्य
(iii) झाड़ - फर्श
(iv) भिनभिनाती - मक्खियाँ।
सार्थक शब्द निर्माण -
प्रश्न 5.
सार्थक शब्दों के समूह से शब्द बनते हैं। आप निम्नांकित वर्ग पहेली में से अक्षरों का प्रयोग करते हुए सार्थक शब्द बनाइए -
उत्तर :
(i) शरीर
(ii) रहना
(iii) पसीना
(iv) दादा
(v) दाह
(vi) दासी।
अति लयूत्तरीय प्रश्न -
प्रश्न 6.
दादाजी के पास कौन-कौन बच्चे गए थे?
उत्तर :
दादाजी के पास तोषी, बिटू, हनी, खुशी और अनु गए थे।
प्रश्न 7.
हमें कैसा पानी पीना चाहिए?
उत्तर :
हमें शुद्ध पानी पीना चाहिए। पानी को छानकर साफ कर लेना चाहिए।
प्रश्न 8.
कीटाणु कहाँ पैदा हो जाते हैं?
उत्तर :
साफ-सफाई न रखने, गंदे कपड़े पहनने, नालियों में गंदगी जमा होने से कीटाणु पैदा हो जाते हैं।
लघु/दीर्घ उत्तरीय प्रश्न -
प्रश्न 9.
किरायेदार के बच्चे कैसे थे और दादाजी ने उनसे क्या कहा?
उत्तर :
किरायेदार के बच्चों के हाथ और पाँव गंदे थे। उन्हें देखते ही दादाजी को गुस्सा आ गया। उन्होंने उनसे कहा कि गंदगी बीमारी लाती है। सफाई अच्छी बात है।
प्रश्न 10.
अच्छे स्वास्थ्य की निशानी क्या है?
उत्तर :
खुश रहना अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है। हमें चिढ़ना व गुस्सा नहीं करना चाहिए। प्रसन्न रहने से शरीर स्वस्थ रहता है। इसलिए कहा गया है 'हँसो हँसाओ' अच्छा स्वास्थ्य पाओ।
प्रश्न 11.
जीवन में खेलों का क्या महत्व है?
उत्तर :
खेल हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। खेलने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। खो-खो, कबड्डी, फुटबाल, क्रिकेट, टेबल-टेनिस आदि खेलों से शरीर चुस्तदुरुस्त बना रहता है।
प्रश्न 12.
दादाजी ने पसीने के बारे में क्या बताया?
उत्तर :
दादाजी ने बताया कि प्रतिदिन की दौड़-भाग में हमारे शरीर से पसीना निकलता है। पसीने में धूल-मिट्टी के कण मिलकर शरीर पर मैल की परत जमा देती हैं। इससे त्वचा के छिद्र बंद हो जाते हैं। परिणाम स्वरूप हम बीमार पड़ जाते हैं।
प्रश्न 13.
स्वस्थ रहने के क्या उपाय हैं?
उत्तर :
हमें प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए। सुबह-शाम दाँतों में ब्रुश करके उनको साफ रखना चाहिए। शौच के बाद साबुन से हाथ धोएँ। नाखून साफ रखें। शुद्ध, ताजा व पौष्टिक भोजन करें। फल एवं सब्जियों को धोकर खाएं। कटे फलों का प्रयोग न करें।
पाठ-सार - स्वस्थ तन, सुखी मन' कहावत जीवन का सच है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। पाठ के अनुसार एक दिन शाम के समय दादाजी घर के चौक में मुड्डे पर बैठकर बच्चों को बुला रहे थे लेकिन बच्चे मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे थे। उन्होंने दादाजी की बात को नहीं सुना तब बच्चों की माँ सुषमा ने बच्चों (बिटू, हनी, तोषी) से कहा कि दादाजी के पास बैठोगे तो कुछ काम की बात सीखोगे।
बच्चे दादाजी के पास गए तो किरायेदार के बच्चे (अनु व खुशी) भी वहाँ पहुँच गए लेकिन उनके हाथ-पाँव गंदे थे। दादाजी ने गुस्सा करते हुए कहा कि गंदगी बुरी बात है और सफाई अच्छी। गंदगी बीमार बनाती है जबकि सफाई स्वस्थ बनाती है। वे बच्चे हाथ-पाँव धोकर आकर बैठ गए तब दादाजी ने बताया कि साफ-सफाई से वातावरण स्वच्छ होता है और हम स्वस्थ रहते हैं। आलस्य हमसे दूर रहता है। दादाजी ने कहा कि स्वस्थ रहने पर भोजन भी पचता है और भूख भी लगती है परंतु अस्वस्थ रहने पर न भूख लगती है न नींद आती है।
दादाजी ने बच्चों को समझाया कि हमारे शरीर पर गंदगी से पसीने की परत जम जाती है जो बदबू मारता है। हमें प्रतिदिन स्नान करना चाहिए, दाँत साफ करने चाहिए व नाखून आदि काटकर सफाई रखनी चाहिए। उन्होंने अपनी बहू सुषमा को घर की सफाई रखने को कहा।
दादाजी ने बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए कसरत करने, खो-खो, कबड्डी, बॉलीवाल, टेबिल टेनिस आदि खेल, तैराकी करने, सूर्य की धूप से विटामिन डी लेने की सलाह दी। दादाजी ने बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए गुस्सा व चिंता न करने की सलाह देते हुए खुश रहने की सीख दी। उन्होंने कहा कि हँसने-हँसाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
कठिन शब्दार्थ :
स्वस्थ तन, सुखी जीवन महत्त्वपूर्ण गद्यांशों पर आधारित प्रश्नोत्तर :
(अ) हम रोजाना नहाएँ। हमें शरीर पर मैल नहीं जमने देना चाहिए। मैल जम जाए तो मोटे कपड़े से रगड़-रगड़ कर उतारना चाहिए और हाँ, सुबह उठने और शाम को सोने से पहले दाँत साफ करना चाहिए. हफ्ते में दो बार नाखून काटें। शौच के बाद साबुन से हाथ जरूर धोएँ। "जी दादाजी!" सभी बच्चे एक साथ बोले। दादाजी आगे बोले, "शरीर के साथ-साथ हमें कपड़े भी साफ पहनने, चाहिए। गंदे कपड़ों में कीटाणु हो सकते हैं। जहाँ तक हो, हमें कभी भी बिना धुले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।"
1. उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
2. शरीर की सफाई के बारे में दादाजी ने क्या बताया?
3. हमें धुले हुए कपड़े क्यों पहनने चाहिए?
4.'धुले कपड़े में विशेषण शब्द बताइए।
उत्तर :
1. शीर्षक-स्वस्थ तन, सुखी जीवन।
2. हमें रोजाना नहाना चाहिए। सुबह उठकर तथा रात को सोने से पहले दाँत साफ करें, हफ्ते में दो बार नाखून काटें।
3. गंदे कपड़ों में रोग पैदा करने वाले कीटाणु पनपते हैं, अतः धुले व साफ कपड़े पहनने चाहिए।
4. धुले कपड़े में विशेषण शब्द 'धुले' है। यह कपड़ों की विशेषता बता रहा है।
(ब) हमारा भोजन भी शुद्ध, ताजा और पौष्टिक होना चाहिए। खुली हुई चीजें, जिन पर मक्खियाँ भिनभिनाती हों, कभी नहीं खानी चाहिए। फल और सब्जियों का उपयोग धोकर ही करने में समझदारी है। खुली चीजें और पहले से काटकर रखे फलों को खाने से बीमार पड़ने का भय रहता है। विद्यालय में मिलने वाली डी वर्मिंग की गोलियों से भी पेट की बीमारियाँ दूर रहती हैं। आयरन की गोलियों से स्वास्थ्य तरोताजा रहता है।" दादाजी कहते गए।
1. हमारा भोजन कैसा होना चाहिए?
2. किस प्रकार के खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए?
3. विद्यालय में दी जाने वाली गोलियों का उपयोग बताइए।
4. 'बीमारियाँ' शब्द का एकवचन रूप लिखिए।
उत्तर :
1. हमारा भोजन शुद्ध, ताजा और पौष्टिक होना चाहिए।
2. खुली चीजें और पहले से कटे फल व बासी पदार्थ नहीं खाने चाहिए।
3. डी वर्मिंग की गोलियों से पेट की बीमारियाँ दूर होती हैं। आयरन की गोलियों से स्वास्थ्य बढ़ता है।
4. बीमारियाँ का एकवचन रूप-बीमारी।