Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 12 Geography Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप Textbook Exercise Questions and Answers.
क्रियाकलाप संबंधी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर:
(पृष्ठ संख्या - 61)
प्रश्न 1.
प्त्येक रंग - नाम के समक्ष कार्य की प्रकृति का वर्णन कीजिए।
कॉलर का रंग |
कार्य की प्रवृत्ति |
लाल |
? |
उत्तर:
प्रत्येक रंग - नाम के समक्ष कार्य की प्रवृत्ति का वर्णन।
कॉलर का रंग |
कृषि एवं खनन कार्य। |
लाल
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प्राथमिक क्रियाएँ जैसे - आखेट, भोजन संग्रह, पशुचारण, श्वेत कॉलर से कम दक्षता वाले व्यावसायिक पुरुष।
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स्वर्ण
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मछली पकड़ना, वनों से लकड़ी काटना कृषि एवं खनन कार्य। |
श्वेत (सफेद्ध)
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पंचम क्रियाकलाप जैसे - नवीन एवं वर्तमान विचारों की रचना, उनका पुनर्गठन व व्याख्या, आँकड़ों की व्याख्या तथा प्रयोग तथा नवीन प्रौद्योगिकी का मूल्यांकन। उच्च प्रौद्योगिकी उद्योग में अतिदक्ष व्यावसायिक श्रमिक।
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घूसर
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श्रमिक जैसे - नाई, घरेलू कर्मचारी, सचिव, प्रशासनिक सहायक, प्राथमिक स्कूल अध्यापक आदि।
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नीला
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उद्योग में वास्तविक उत्पादन से सम्बन्धित श्रमिक। |
गुलाबी |
श्वेत कॉलर से कम दक्षता वाली व्यावसायिक महिला श्रमिक जैसे-आया, हेयर ड्रेसर, बेबी सिटर, घरेलू नौकरानी, सचिव तथा प्रशासनिक सहायक आदि। |
प्रश्न 1.
नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।
(i) निम्नलिखित में से कौन - सा एक तृतीयक क्रियाकलाप है?
(क) खेती
(ख) बुनाई
(ग) व्यापार
(घ) आखेट।
उत्तर:
(ग) व्यापार
(ii) निम्नलिखित क्रियाकलापों में से कौन - सा एक द्वितीयक सेक्टर का क्रियाकलाप नहीं है?
(क) इस्पात प्रगलन
(ख) वस्त्र निर्माण
(ग) मछली पकड़ना
(घ) टोकरी बुनना।
उत्तर:
(ग) मछली पकड़ना
(iii) निम्नलिखित में से कौन - सा एक सेक्टर दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता में सर्वाधिक रोजगार प्रदान करता
(क) प्राथमिक
(ख) द्वितीयक
(ग) पर्यटन
(घ) सेवा।
उत्तर:
(घ) सेवा।
(iv) वे काम जिनमें उच्च परिमाण और स्तर वाले अन्वेषण सम्मिलित होते हैं, कहलाते हैं।
(क) द्वितीयक क्रियाकलाप
(ख) पंचम क्रियाकलाप
(ग) चतुर्थ क्रियाकलाप
(घ) प्राथमिक क्रियाकलाप।
उत्तर:
(ख) पंचम क्रियाकलाप
(v) निम्नलिखित में से कौन - सा क्रियाकलाप चतुर्थ सेक्टर से सम्बन्धित है?
(क) संगणक विनिर्माण
(ख) विश्वविद्यालयी अध्यापन
(ग) कागज और कच्ची लुग्दी निर्माण
(घ) पुस्तकों का मुद्रण।
उत्तर:
(क) संगणक विनिर्माण
(vi) निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सत्य नहीं है?
(क) बाह्यस्रोतन दक्षता को बढ़ाता है और लागतों को घटाता है।
(ख) कभी - कभार अभियान्त्रिकी और विनिर्माण कार्यों का भी बाह्यस्रोतन किया जा सकता है।
(ग) बी. पी. ओज के पास के. पी. ओज की तुलना में बेहतर व्यावसायिक अवसर होते हैं।
(घ) कामों के बाह्यस्रोतन करने वाले देशों में काम की तलाश करने वालों में असन्तोष पाया जाता है।
उत्तर:
(क) बाह्यस्रोतन दक्षता को बढ़ाता है और लागतों को घटाता है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए
(i) फुटकर व्यापार सेवा को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
वे सभी व्यापारिक क्रियाकलाप जो उपभोक्ताओं की वस्तुओं के सीधे विक्रय से सम्बन्धित होते हैं, फुटकर व्यापार सेवा कहलाते हैं। यह सेवा प्रमुख रूप से विक्रय के लिए निर्धारित प्रतिष्ठानों व भंडारों में सम्पन्न होती है। फेरी, रेहड़ी, ट्रक, द्वार से द्वार, डाक आदेश, दूरभाष, स्वचालित बिक्री मशीनें तथा इंटरनेट फुटकर बिक्री के भण्डार रहित उदाहरण हैं।
(ii) चतुर्थ सेवाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अनुसंधान तथा विकास पर केन्द्रित क्रियाकलाप जो विशिष्टीकृत ज्ञान, तकनीकी दक्षता तथा प्रशासनिक क्षमता से सम्बन्धित होते हैं, चतुर्थक सेवा कार्य कहलाते हैं। कार्यालयों, प्रारंभिक विद्यालयों से लेकर विश्वविद्यालयी कक्षाओं, अस्पतालों व चिकित्सकों के कार्यालयों, रंगमंचों, लेखाकार्य तथा दलाली की फर्मों में कार्य करने वाले कर्मचारी इस वर्ग की सेवाओं से सम्बन्धित होते हैं।
(iii) विश्व में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से उभरते हुए देशों के नाम लिखिए।
उत्तर:
चिकित्सा पर्यटन अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन से सम्बद्ध चिकित्सा उपचार है। भारत, थाइलैंड, सिंगापुर तथा मलेशिया विश्व में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से उभरने वाले प्रमुख देश हैं।
(iv) अंकीय विभाजक क्या हैं? अथवा अंकीय विभाजकों के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
सूचना तथा संचार तकनीक तक पहुँच का सम्बन्ध अंकीय विभाजक से है। इसके लिए यह निर्णायक है कि विश्व का कोई भी देश कितनी शीघ्रता से अपने नागरिकों को सूचना तथा संचार तकनीक तक पहुँच और उसके लाभ उपलब्ध करा सकता है। विकसित देश इस दिशा में आगे बढ़ गये हैं जबकि विकासशील देश पिछड़ गए हैं। इस प्रकार देशों में इस विभाजन के अंतर को अंकीय विभाजक कहा जाता है।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों से अधिक में न दें।
(i) आधुनिक आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर की सार्थकता और वृद्धि की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
आधुनिक आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर की सार्थकता एवं वृद्धि-सेवा सेक्टर में व्यापार व वाणिज्य के अलावा स्वास्थ्य कल्याण, शिक्षा, अवकाश, मनोरंजन, परिवहन, संचार, दूरसंचार, प्रशिक्षण तकनीक व अनुसन्धान जैसे सभी क्षेत्र सम्मिलित होते हैं। आधुनिक आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर का महत्त्वपूर्ण योगदान रहता है। विश्व के विकसित राष्ट्रों के साथ-साथ अधिकांश विकासशील राष्ट्रों में कृषि तथा विनिर्माण क्षेत्र की तुलना में सेवा सेक्टर अधिक तेजी से बढ़ रहा है तथा देश के सकल घरेलू उत्पाद में सेवा सेक्टर का योगदान भी बढ़ रहा है।
सेवा सेक्टर के बढ़ते महत्व ने सेवा सेक्टर को उत्पादक अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में एक विशिष्ट स्थान प्रदान किया है। बीसवीं शताब्दी में विश्व के अधिकांश विकसित देशों तथा कुछ विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था में विनिर्माण उद्योग की तुलना में सेवा सेक्टर के रोजगार में तीव्र-वृद्धि अनुभव की गई है। इसका प्रमुख कारण यह है कि इन देशों में प्रतिव्यक्ति आय के बढ़ने से विभिन्न प्रकार की सेवाओं की माँग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
स्वास्थ्य, मनोरंजन, परिवहन व दूरसंचार ऐसी ही सुविधाएँ हैं। यही नहीं, समय के मूल्य में हुई वृद्धि के कारण अनेक घरेलू कार्य बाजार से कराए जाते हैं तथा बाह्यस्रोतन के द्वारा बाहरी एजेन्सियों को ठेके पर कार्य दिए जा रहे हैं। बाह्य - स्रोतन का ही परिणाम है कि भारत, चीन, पूर्वी यूरोप, इजरायल तथा फिलीपींस जैसे देशों में बड़ी संख्या में कालॅ सेन्टर खुले हैं जिनसे भारी संख्या में रोजगारों का सृजन हुआ है। दूसरी ओर अनेक देश विदेशी ग्राहकों को सेवाएँ बेचकर पर्याप्त पूँजी अर्जित कर रहे हैं। वस्तुतः वर्तमान में सेवा सेक्टर में हो रही वृद्धि आर्थिक विकास में एक महत्त्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रही है।
(ii) परिवहन और संचार सेवाओं की सार्थकता को विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परिवहन और संचार सेवाओं की सार्थकता-परिवहन व्यक्तियों एवं वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहन करने की सेवा या सुविधा को कहा जाता है। वहीं संचार सेवाओं में शब्दों और संदेशों, तथ्यों और विचारों के प्रेषण को सम्मिलित किया जाता है। वर्तमान समय में किसी देश के सामाजिक - आर्थिक विकास में परिवहन एवं संचार सेवाओं का महत्त्वपूर्ण योगदान है। परिवहन समाज की आधारभूत आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए निर्मित किया गया एक संगठित सेवा उद्योग है।
परिवहन एवं संचार सेवाओं के अभाव में किसी भी देश का पूरा आर्थिक तन्त्र ध्वस्त हो सकता है। ये सेवाएँ वस्तु, सूचना तथा जनसंख्या को गतिशीलता प्रदान करती हैं साथ ही आधारभूत सुविधाओं की आपूर्ति भी इन सेवाओं से ही होती है। इसी प्रकार जीवन का स्तर तथा जीवन की गुणवत्ता भी इन सेवाओं पर निर्भर होती है।
आधुनिक समाज में वस्तुओं के उत्पादन, वितरण तथा उपभोग सम्बन्धी कार्यों को पूरा करने के लिए तीव्र एवं प्रभावी परिवहन व्यवस्था की आवश्यकता है। परिवहन के द्वारा ही वस्तुओं के मूल्यों में वृद्धि होती है। दूसरी ओर आधुनिक संचार माध्यम के कारण ही समय की बचत होती है तथा मानवीय कार्यक्षमता में वृद्धि होती है। परिवहन व संचार सेवाओं की उपलब्धता के स्तर का प्रभाव राष्ट्र के उत्पादन तथा राष्ट्रीय आय की वृद्धि पर पड़ता है। अतः प्रभावी परिवहन व्यवस्था तथा कुशल संचार सेवाओं के कारण ही विश्व ग्राम की संकल्पना सार्थक हो रही है।
परियोजना / क्रियाकलाप सम्बन्धी प्रश्न:
(i) यदि गम्य है तो निकटतम बी. पी. ओज में जाएँ और उसकी गतिविधियों का वर्णन करें।
उत्तर:
विद्यार्थी शिक्षक के निर्देशन में यह कार्य सम्पन्न करें।
(ii) यात्रा अभिकर्ता से अपने विदेश जाने हेतु अनिवार्य दस्तावेजों का पता लगाएँ।
उत्तर: