Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 12 Geography Chapter 5 प्राथमिक क्रियाएँ Textbook Exercise Questions and Answers.
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क्रियाकलाप संबंधी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर:
(पृष्ठ संख्या - 29)
प्रश्न 1.
मछली पकड़ने एवं कृषि करने का कार्य क्रमशः तटीय क्षेत्रों तथा मैदानी भागों के निवासी ही क्यों करते हैं? वे कौन-से भौतिक एवं सामाजिक कारक हैं, जो विभिन्न प्रदेशों में प्राथमिक क्रियाओं के प्रकारों को निर्धारित करते हैं?
उत्तर:
मछली पकड़ने का कार्य तटीय क्षेत्र के निवासियों द्वारा इसलिए किया जाता है क्योंकि इन क्षेत्रों के समीपवर्ती सागरीय भागों में मछलियों की पर्याप्त उपलब्धता रहती है। जिसके कारण यहाँ के निवासी प्रमुख रूप से मछली पकड़ने के कार्य में संलग्न मिलते हैं। मैदानी भागों में पर्याप्त समतल कृषि योग्य भूमि की उपलब्धता मिलती है, इसी कारण यहाँ के निवासी अपने जीवनयापन के लिए कृषि का व्यवसाय करते हैं।
1. प्राथमिक क्रियाओं को निर्धारित करने वाले भौतिक कारक: भूमि, जल, उच्चावच जलवायु, भवन निर्माण सामग्री तथा भूगर्भ में खनिजों की उपलब्धता ऐसे भौतिक कारक हैं जो प्राथमिक क्रियाओं का निर्धारण करते हैं।
2. प्राथमिक क्रियाओं को निर्धारित करने वाले सामाजिक कारक: तकनीकी विकास का स्तर, साक्षरता, सामाजिक रीति रिवाज व परम्पराएँ तथा जातीय संरचना प्राथमिक क्रियाओं को निर्धारित करने वाले प्रमुख सामाजिक कारक हैं।
(पृष्ठ संख्या - 35)
प्रश्न 2.
विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि में प्रति एकड़ उत्पादन कम पर प्रति व्यक्ति उत्पादन अधिक होता है। ऐसा क्यों होता है?
उत्तर:
विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि के क्षेत्रों में जनसंख्या कम मिलती है किन्तु क्षेत्रफल बहुत मिलता है इसी कारण प्रति एकड़ उत्पादन के कम होते हुए भी प्रति व्यक्ति उत्पादन अधिक होता है।
प्रश्न 1.
नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।
(i) निम्न में से कौन - सी रोपण फसल नहीं है?
(क) कॉफी
(ख) गन्ना
(ग) गेहूँ
(घ) रबड़
उत्तर:
(ग) गेहूँ
(ii) निम्न देशों में से किस देश में सहकारी कृषि का सफल परीक्षण किया गया है?
(क) रूस
(ख) डेनमार्क
(ग) भारत
(घ) नीदरलैण्ड
उत्तर:
(ख) डेनमार्क
(iii) फूलों की कृषि कहलाती है।
(क) ट्रक फार्मिंग
(ख) कारखाना कृषि
(ग) मिश्रित कृषि
(घ) पुष्पोत्पादन
उत्तर:
(घ) पुष्पोत्पादन
(iv) निम्न में से कौन - सी कृषि के प्रकार का विकास यूरोपीय औपनिवेशिक समूहों द्वारा किया गया?
(क) कोलखोज
(ख) अंगूरोत्पादन
(ग) मिश्रित कृषि
(घ) रोपण कृषि
उत्तर:
(घ) रोपण कृषि
(v) निम्न प्रदेशों में से किसमें विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि नहीं की जाती है?
(क) अमेरिका एवं कनाडा के प्रेयरी क्षेत्र
(ख) अर्जेण्टाइना के पम्पास क्षेत्र
(ग) यूरोपीय स्टैपीज क्षेत्र
(घ) अमेजन बेसिन
उत्तर:
(घ) अमेजन बेसिन
(vi) निम्न में से किस प्रकार की कृषि में खट्टे रसदार फलों की कृषि की जाती है?
(क) बाजारीय सब्जी कृषि
(ख) भूमध्य सागरीय कृषि
(ग) रोपण कृषि
(घ) सहकारी कृषि
उत्तर:
(ख) भूमध्य सागरीय कृषि
(vii) निम्न कृषि के प्रकारों में से कौन-सा प्रकार कर्तन - दहन कृषि का प्रकार है?
(क) विस्तृत जीवन निर्वाह कृषि
(ख) आदिकालीन निर्वाहक कृषि
(ग) विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि
(घ) मिश्रित कृषि
उत्तर:
(ख) आदिकालीन निर्वाहक कृषि
(viii) निम्न में से कौन - सी एकल कृषि नहीं है?
(क) डेरी कृषि.
(ख) मिश्रित कृषि
(ग) रोपण कृषि
(घ) वाणिज्य अनाज कृषि
उत्तर:
(ख) मिश्रित कृषि।
प्रश्न 2.
निम्न प्रश्नों का 30 शब्दों में उत्तर दीजिए।
(i) स्थानांतरी कृषि का भविष्य अच्छा नहीं है। विवेचना कीजिए।
उत्तर:
स्थानांतरित कृषि का भविष्य इसलिए अच्छा नहीं है क्योंकि इस प्रकार की कृषि प्रक्रिया में वनों को जलाकर कृषि भूमि तैयार करने के कारण वन भूमि में कमी, जैव-विविधता में कमी, मृदा अपरदन में वृद्धि, वर्षा में कमी तथा ताप वृद्धि के साथ-साथ पर्यावरण अवनयन जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं।
(ii) बाजारीय सब्जी कृषि नगरीय क्षेत्रों के समीप ही क्यों की जाती है?
उत्तर:
नगरीय क्षेत्र अत्यधिक जनसंख्या का केन्द्र होने के कारण आवासों की बहुलता को प्रदर्शित करते हैं। इन क्षेत्रों के निवासियों हेतु आवश्यक सब्जियाँ समीपवर्ती भागों में ही उत्पादित की जाती हैं ताकि उन्हें अधिक दूरी तय नहीं करनी पड़े एवं उन्हें खराब होने से बचाया जा सके। अतः निवासित क्षेत्रों के समीपवर्ती भाग सब्जी उत्पादन की दृष्टि से अनुकूल होते हैं इसलिए सब्जियाँ नगरों के समीपवर्ती भागों में उत्पादित की जाती हैं।
(iii) विस्तृत पैमाने पर डेरी कृषि का विकास यातायात के साधनों एवं प्रशीतकों के विकास के बाद ही क्यों संभव हो सका है?
उत्तर:
विकसित यातायात के साधनों तथा प्रशीतकों के उपयोग से डेरी उत्पादों को अधिक समय तक संरक्षित तथा परस्तरीकरण कर उन्हें लम्बी दूरियों तक भेजा जा सकता है जो विस्तृत पैमाने पर की जाने वाली डेरी कृषि के विकास के लिए आवश्यक है।
प्रश्न 3.
निम्न प्रश्नों का 150 शब्दों में उत्तर दीजिए।
(i) चलवासी पशुचारण और वाणिज्य पशुधन पालन में अन्तर कीजिए।
उत्तर:
चलवासी पशुचारण और वाणिज्य पशुधन पालन में अन्तर:
अंतर का आधार |
चलवासी पशुचारण |
वाणिज्य पशुधन पालन प्रकार |
1. प्रकार |
1. यह एक प्राचीन जीवन-निर्वाहक व्यवसाय है जो प्रमुख रूप से मानवीय श्रम प्रधान होता है। |
1. वाणिज्य पशुधन पालन वैज्ञानिक ढंग से किया जाने वाला एक आधुनिक व्यापारिक व्यवसाय है जो प्रमुख रूप से पूँजी प्रधान होता है। |
2.उपभोग |
2. पशु उत्पादों का अधिकांश भाग पशुपालकों द्वारा अपने जीवनयापन के लिए उपभोग कर लिया जाता है। |
2. पशु उत्पादों का अधिकांश भाग वैज्ञानिक ढंग से संसाधित एवं डिब्बाबन्द कर विश्व के बाजारों में निर्यात कर दिया जाता है। |
3. चारण |
3. इस व्यवसाय में पशुपालक अपने पालित पशुओं तथा परिवार के साथ पानी व चारे की तलाश में निश्चित चारागाह क्षेत्रों में एक स्थान से दूसरे स्थान पर सदैव स्थानांतरित होते रहते हैं। |
3. इस व्यवसाय में पशुपालन का व्यवस्थित कार्य स्थायी चारागाह फार्मों पर किया जाता है तथा इसमें पशुपालकों तथा पालित पशुओं का किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरण नहीं होता। |
4.व्यवसाय |
4. इस व्यवसाय में एक साथ कई प्रकार के पशु पाले जाते हैं। |
4. यह एक विशिष्ट व्यवसाय है जिसमें केवल एक ही प्रकार के पशु पाले जाते हैं। |
5. का प्रकार |
5. पशुओं का पालन परम्परागत विधियों के माध्यम से व अव्यवस्थित ढंग से किया जाता है। |
5. पशुओं का पालन वैज्ञानिक आधार पर व्यवस्थित ढंग से किया जाता है। |
6. प्रक्रिया |
6. पशुओं के प्रजनन, किस्म सुधार, बीमारियों पर नियंत्रण तथा स्वास्थ्य पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाता। |
6. पशुओं के प्रजनन, किस्म सुधार, बीमारियों पर नियंत्रण तथा स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाता है। |
7. स्वास्थ्य |
7. यह व्यवसाय सहारा मरुस्थल, पश्चिमी एशिया के मरुस्थल, मंगोलिया, मध्य चीन, तिब्बत व एंडीज के पर्वतीय भागों, यूरेशिया के टुण्ड्रा प्रदेश तथा दक्षिणी-पश्चिमी अफ्रीका व मेडागास्कर द्वीप पर प्रमख रूप से किया जाता है। |
7. यह व्यवसाय न्यूजीलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेन्टाइना, उरुग्वे एवं संयुक्त राज्य अमेरिका आदि देशों में प्रमुख रूप से किया जाता है। |
(ii) रोपण कृषि की मुख्य विशेषताएँ बतलाइए एवं भिन्न - भिन देशों में उगाई जाने वाली कुछ प्रमुख रोपण फसलों के नाम बतलाइए।
उत्तर:
रोपण कृषि: फैक्ट्री उत्पादन से मिलती-जुलती बड़े पैमाने की एकल फसली कृषि पद्धति जिसमें प्रायः बड़ी संपदा, भारी पूँजी निवेश एवं फसलों को उगाने की आधुनिक एवं वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग किया जाता है।
रोपण कृषि की मुख्य विशेषताएँ: रोपण कृषि की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं।
विभिन्न देशों में उत्पादित की जाने वाली प्रमुख रोपण फसलें:
विश्व के विभिन्न देशों में निम्नलिखित रोपण फसलें प्रमुख रूप से उत्पादित की जाती हैं।
कॉफी परियोजना / क्रियाकलाप संबंधी प्रश्न:
अपने समीप के गाँव में जाकर देखिए की वहाँ कौन - कौन सी फसले उगाई जाती हैं एवं कृषक से खेती के लिए किए जाने वाले विभिन्न कार्यों के बारे में पूछिए।
उत्तर:
हमने अपने समीप बाँदीकुई के पड़ौसी गाँव हरनाथपुरा में जाकर देखा तो वहाँ मौसम के आधार पर विभिन्न प्रकार की फसलों के उगाने का स्वरूप देखने को मिला। रबी की फसलों में यहाँ गेहूँ, जौ, चना, सरसों, तारामीरा की कृषि की जाती है जबकि खरीफ की फसलों के रूप में यहाँ बाजरा, ज्वार, मूंग, ग्वार, उड़द, मक्का आदि की कृषि करने का स्वरूप देखने को मिला। साथ ही कृषकों से पूछने पर उन्होंने हमें फसलों की बुआई, निराई - गुड़ाई, सिंचाई, भूमि के समतलीकरण, फसल कटाई व पशुपालन संबंधी कार्यों के बारे में विस्तार से बताया।