Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 12 Geography Chapter 10 परिवहन तथा संचार Textbook Exercise Questions and Answers.
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क्रिया - कलाप सम्बन्धी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर:
(पृष्ठ सं. 115)
प्रश्न 1.
ग्रामीण सड़कों का घनत्व पर्वतीय, पठारी एवं वनीय क्षेत्रों में बहुत कम क्यों होता है।
उत्तर:
पर्वतीय, पठारी व वनीय क्षेत्रों में सड़क निर्माण करना एक कठिन कार्य होता है इसी कारण इन क्षेत्रों में पर्याप्त सड़कें निर्मित नहीं हो पाने से सड़क घनत्व कम मिलता है।
प्रश्न 2.
नगरीय केन्द्रों से दूर ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता क्यों घटती चली जाती है?
उत्तर:
नगरीय भागों में सड़कों का निर्माण राज्यस्तरीय विभाग द्वारा किया जाता है जिसके कारण गुणवत्ता पर अधिक ध्यान दिया जाता है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें स्थानीय विभागों द्वारा निर्मित होती है जिनमें गुणवत्ता पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता। शहरी लोगों की जागरूकता भी एक अहम् कारण है।
(पृष्ठ सं. 117)
प्रश्न 1.
दक्षिण भारत में बैंगलूरू तथा हैदराबाद और उत्तर भारत में दिल्ली, कानपुर तथा पटना महत्त्वपूर्ण पर्यटन केन्द्रों के रूप में क्यों उभरे हैं?
उत्तर:
उत्तर व दक्षिण भारत के इन सभी शहरी भागों का परिवहन के विभिन्न माध्यमों यथा सड़क, रेल, वायु परिवहन से अधिक जुड़ाव मिलता है। आवागमन की पर्याप्त सुविधा का होना इन शहरों के पर्यटन के केन्द्रों के रूप में विकसित करने में सहायक रहा है।
प्रश्न 1.
नीचे दिये चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए
(i) भारतीय रेल प्रणाली को कितने मंडलों में विभाजित किया गया है?
(क) 9
(ख) 12
(ग) 16
(घ) 14
उत्तर:
(ग) 16
(ii) राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या - 1 किस नदी पर तथा किन दो स्थानों के बीच पड़ता है?
(क) ब्रह्मपुत्र - सादिया - घुबरी
(ख) गंगा-हल्दिया-इलाहाबाद
(ग) पश्चिमी तट नहर-कोट्टापुरम से कोल्लाम.
(घ) ये सभी।
उत्तर:
(ख) गंगा-हल्दिया-इलाहाबाद
(iii) निम्नलिखित में से किस वर्ष में पहला रेडियो कार्यक्रम प्रसारित हुआ था?
(क) 1911
(ख) 1936
(ग) 1927
(घ) 1923
उत्तर:
(घ) 1923
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।
(i) परिवहन किन क्रियाकलापों को अभिव्यक्त करता है? परिवहन के तीन प्रमुख प्रकारों के नाम बताएं। .
उत्तर:
परिवहन कच्चे मालों को मण्डियों तथा कारखानों तक पहुँचाता हैं। तैयार उत्पादित माल को बाजार तक भेजता है ताकि उपभोक्ताओं को यह माल उपलब्ध हो सके। इस प्रकार परिवहन मानव के आर्थिक क्रियाकलापों को अभिव्यक्त करता है।
परिवहन के प्रमुख तीन प्रकार हैं
1. स्थल परिवहन
2. जल परिवहन
3. वायु परिवहन।
(ii) पाइप लाइन परिवहन से लाभ व हानि की विवेचना करें।
उत्तर:
पाइप लाइन परिवहन से लाभ पाइप लाइनों द्वारा जल, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि तरल एवं प्रवाही पदार्थों का लम्बी दूरी तक परिवहन अत्यधिक सुविधापूर्वक एवं सक्षम ढंग से किया जाता है। यह परिवहन माध्यम परिवहन के अन्य सभी माध्यमों से सस्ता है तथा इसके द्वारा ठोस पदार्थों को भी द्रवीय अवस्था में परिवर्तित कर परिवहित किया जा सकता है। पाइप लाइन परिवहन से ह्मनिपाइप लाइन परिवहन द्वारा केवल-द्रवीय पदार्थों का परिवहन किया जा सकता है। पाइप लाइनों की सुरक्षा तथा मरम्मत कार्य भी कठिन होता है तथा इसमें कभी किसी बड़ी दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है।
(iii) संचार से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
संचार वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्तियों के विचार, दर्शन और संदेशों का स्थानान्तरण एक स्थान से दूसरे स्थान अथवा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक होता है। अतः किसी भी माध्यम से सूचना के उद्गम से लक्ष्य की ओर पहुँचने, की क्रिया संचार कहलाती है।
(iv) भारत में वायु परिवहन के क्षेत्र में 'एयर इण्डिया' तथा 'इण्डियन' के योगदान की विवेचना करें।
उत्तर:
भारत में 'एयर इण्डिया' नौभार तथा यात्रियों के लिए अन्तर्राष्ट्रीय वायु परिवहन की सुविधा प्रदान करता है, जबकि इण्डियन (पूर्व में इण्डिक्त एयरलाइन्स) घरेलू वायु परिवहन के क्षेत्र में अपनी सेवाएँ प्रदान करती है।
नोट-वर्तमान में इंडियन का एयर इंडिया में विलय कर दिया गया है। 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।
(i) भारत में परिवहन के प्रमुख प्रकार कौन-कौन से हैं? इनके विकास को प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना करें।
उत्तर:
भारत में परिवहन के प्रमुख प्रकार भारत में परिवहन के प्रमुख तीन प्रकार-स्थल, जल तथा वायु हैं जिन्हें नीचे दी गई तालिका के अनुसार विभक्त किया गया है।
महासागरीय मार्ग परिवहन के प्रकारों के विकास को प्रभावित करने वाले कारक भारत में परिवहन के प्रकारों के विकास को प्रभावित करने वाले कारकों में निम्नलिखित उल्लेखनीय हैं।
(i) भौतिक कारक: उच्चावचन स्थलीय परिवहन मार्गों के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत के समतल भूभागों में सड़क व रेलमार्गों का अधिक विकास हुआ है, जबकि पर्वतीय भागों में स्थलीय परिवहन मार्गों का निर्माण कठिन व चुनौतीपूर्ण होता है जिसके कारण यहाँ इनका विकास कम मिलता है। दलदली भागों, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों तथा भूमि अपरदन से प्रभावित क्षेत्रों में भी स्थलीय परिवहन मार्गों का सीमित स्तर पर विकास सम्भव है।
(i) जलवायु: अधिक वर्षा वाले पूर्वोत्तर क्षेत्रों तथा पश्चिमी घाट के असमतल व पर्वतीय क्षेत्रों में सीमित स्तर पर ही स्थलीयपरिवहन मार्गों का विकास हो पाया है। इसी प्रकार पश्चिमी राजस्थान के शुष्क रेगिस्तानी भागों में भी स्थलीय परिवहन मार्गों का विकास बहुत कम देखने को मिलता है।
(ii) आर्थिक कारक देश में आर्थिक रूप से सम्पन्न क्षेत्रों में सड़क व रेलमार्गों का उच्च घनत्व है, जबकि आर्थिक. दृष्टि से पिछड़े क्षेत्रों में स्थलीय परिवहन मार्गों का घनत्व न्यून मिलता है। इसके अलावा जनसंख्या घनत्व, सामाजिक व सांस्कृतिक कारक तथा राजनैतिक कारकों का योगदान भी स्थलीय परिवहन मार्गों के विकास पर देखने को मिलता है।
(i) पाइप लाइन परिवहन से लाभ एवं शनि की विवेचना करें।
उत्तर:
पाइप लाइन तरल पदार्थों एवं गैस का लम्बी दूरियों के परिवहन के लिए सबसे सुविधाजनक साधन है। भारत में पाइप लाइन परिवहन एक नवीन उपलब्धि है। भारत में सबसे पहली पाइप लाइन असम में तेल परिवहन के लिए बनाई गयी थी। पाइप लाइन परिवहन के प्रमुख लाभ व हानि निम्नलिखित हैं।
पाइप लाइन परिवहन के लाभ:
पाइप लाइन परिवहन से हानि:
(i) भारत के आर्थिक विकास में सड़कों की भूमिका का वर्णन करें।
उत्तर:
भारत के आर्थिक विकास में सड़कों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारत में प्रतिवर्ष लगभग 85 प्रतिशत यात्री तथा 70 प्रतिशत भार-यातायात का परिवहन किया जाता है। सड़क मार्गों के माध्यम से निर्माण केन्द्रों में उत्पादित विभिन्न वस्तुओं को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाया जाता है तथा यह दरवाजे से दरवाजे तक (Door to Door) परिवहन सेवा उपलब्ध कराने वाला महत्वपूर्ण माध्यम है। इसके अलावा यह अन्य परिवहन प्रकारों का पूरक भी होता है। यह रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों तथा बन्दरगाहों को उनके पृष्ठ-प्रदेशों से जोड़ता है।
भारत के आर्थिक विकास में सड़कों की भूमिका निम्नलिखित क्षेत्रों में उल्लेखनीय है।
परियोजना सम्बन्धी क्रियाकलाप:
1. उन सुविधाओं को ज्ञात करें जो भारतीय रेल यात्रियों को प्रदान करती हैं।
उत्तर:
रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान सोने के लिए व्यक्तिगत सीट, कंबल, बर्थ कवर, पीने के लिए पानी, उपयुक्त प्रकाश की व्यवस्था, मोबाइल चार्जिग हेतु स्थान, पानी की बॉटल रखने के लिए जगह, जी. पी. एस. सुविधा, वातानुकूल सेवा, भोजन की सुविधा आदि उपलब्ध रहती है।