These comprehensive RBSE Class 8 Social Science Notes History Chapter 9 राष्ट्रीय आंदोलन का संघटन : 1870 के दशक से 1947 तक will give a brief overview of all the concepts.
Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 8 Social Science in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 8. Students can also read RBSE Class 8 Social Science Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 8 Social Science Notes to understand and remember the concepts easily. Go through these class 8 history chapter 6 questions and answers in hindi and get deep explanations provided by our experts.
→ भारत में 1870 के बाद बने राजनीतिक संगठनों में राष्ट्रवादी चेतना गहराई से दिखाई देने लगी थी। 1870 से 1880 के दशकों में ब्रिटिश शासन के प्रति असन्तोष और ज्यादा गहरा हुआ था।
→ पूना सार्वजनिक सभा, इण्डियन एसोसिएशन, मद्रास महाजन सभा, बॉम्बे रेजीडेंसी एसोसिएशन तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आदि प्रमुख राजनीतिक संगठन थे।
→ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 में बम्बई में हुई थी। अपने पहले बीस वर्षों में कांग्रेस अपने उद्देश्यों और तरीकों के लिहाज से 'मध्यमार्गी' पार्टी थी।
→ विपिनचन्द्र पाल, बाल गंगाधर तिलक तथा लाला लाजपत राय जैसे नेताओं ने 'निवेदन की राजनीति' के लिए नरमपंथियों की आलोचना की और आत्मनिर्भरता तथा रचनात्मक कामों के महत्त्व पर जोर दिया।
→ 1905 में वायसराय कर्जन ने बंगाल का विभाजन कर दिया। इससे देश भर में गुस्से की लहर फैल गई।
→ 1915 में गाँधीजी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे। 1919 में उन्होंने रौलट कानून के खिलाफ सत्याग्रह का आह्वान किया।
→ 1920 में गाँधीजी ने असहयोग आन्दोलन चलाया जिसे 1922 में चौरी-चौरा घटना के बाद वापस ले लिया।
→ 1930 में गाँधीजी ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन चलाया। अप्रैल, 1930 में गाँधीजी ने नमक कानून तोड़ने के लिए दाण्डी यात्रा की।
→ भारतीय जनता के साझा संघर्षों के चलते 1935 के गवर्नमेंट ऑफ इण्डिया एक्ट में प्रान्तीय स्वायत्तता का प्रावधान किया गया।
→ 1942 में गाँधीजी ने अंग्रेजों के खिलाफ 'भारत छोड़ो आन्दोलन' चलाया तथा भारतीय जनता को 'करो या मरो' का आह्वान किया। अंग्रेजों ने भारतीयों का बर्बर रूप से दमन किया किन्तु आखिर में ब्रिटिश सरकार को भारत को आजाद करना पड़ा।
→ आजादी से पहले भारत के विभिन्न भागों में दंगे फैले जिनमें लाखों लोग मारे गये तथा करोड़ों लोगों को अपने घर-बार छोड़कर भागना पड़ा।
→ देश का विभाजन हुआ तथा एक नये देश-पाकिस्तान का जन्म हुआ। स्वतन्त्रता का आनन्द विभाजन की | पीड़ा तथा हिंसा के साथ हमारे सामने आया।