RBSE Class 8 Social Science Notes History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद)

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RBSE Class 8 Social Science Notes History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद)

→  अंग्रेजों की नीतियों से राजाओं, रानियों, किसानों, जमींदारों, आदिवासियों, सिपाहियों, सब पर तरह-तरह से असर पड़े।

→ अठारहवीं सदी के मध्य से ही राजाओं तथा नवाबों की ताकत छिनने लगी थी।

→ किसान तथा जमींदार भारी-भरकम लगान से परेशान थे तो सिपाही अपने वेतन-भत्तों तथा सेवा-शर्तों से परेशान थे। जनता अंग्रेजों द्वारा किये जा रहे सुधारों से व्यथित थी।

→ उक्त परिस्थितियों में मई, 1857 में कम्पनी के शासन के विरुद्ध बगावत शुरू हो गई। मेरठ से शुरू होकर शीघ्र ही बगावत दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, बरेली, फैजाबाद, झाँसी तथा अन्य स्थानों पर फैल गई।

RBSE Class 8 Social Science Notes History Chapter 5 जब जनता बगावत करती है (1857 और उसके बाद)

→ विद्रोहियों ने बहादुरशाह जफर को अपना नेता घोषित कर दिया। 

→ विद्रोही टुकड़ियों से लड़ते हुए अनेक मोर्चों पर अंग्रेजों की हार हुई। किन्तु कम्पनी ने पूरी ताकत से विद्रोह को कुचलने हेतु इंग्लैण्ड से और फौजी बुलवाये।

→ सितम्बर, 1857 में दिल्ली पुनः अंग्रेजों के कब्जे में आ गई। बहादुर शाह जफर को आजीवन कारावास की सजा देकर रंगून जेल में भेज दिया गया।

→ अंग्रेजों ने 1859 के आखिर तक देश पर पुनः पूरा नियन्त्रण कर लिया था। लेकिन इस विद्रोह के बाद | उन्होंने अपनी नीतियों में अनेक बदलाव किये।

Prasanna
Last Updated on June 6, 2022, 4:31 p.m.
Published June 6, 2022