RBSE Class 8 Social Science Notes Civics Chapter 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली

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RBSE Class 8 Social Science Notes Civics Chapter 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली

→  जब हम किसी को अपराध करते देखते हैं तो सबसे पहले पुलिस को खबर करते हैं। पुलिस अफसर रिपोर्ट दर्ज करते हैं, जिसे एफ.आई.आर. कहा जाता है। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करती है। जब कोई व्यकित गिरफ्तार किया जाता है तो अदालत ही तय करती है कि आरोपी वाकई दोषी है या नहीं।

→ संविधान के अनुसार, अगर किसी भी व्यक्ति पर कोई आरोप लगाया जाता है तो उसे निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार होता है । संविधान के अनुच्छेद 22 के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को एक वकील के जरिए अपना बचाव करने का मौलिक अधिकार है।

→ आपराधिक न्यायिक व्यवस्था के विविध पक्ष-आपराधिक न्यायिक व्यवस्था में वादी और प्रतिवादी के अतिरिक्त पुलिस, सरकारी वकील, बचाव पक्ष का वकील और न्यायाधीश ये चार अधिकारी प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

RBSE Class 8 Social Science Notes Civics Chapter 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली

→ पुलिस की भूमिका-पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज होने के बाद ही किसी अपराध की पड़ताल शुरू कर सकती है। पुलिस किसी अपराध के बारे में मिली शिकायत की जाँच करती है, गवाहों के बयान दर्ज करती है तथा सबूत इकट्ठा करती है। इस सबूत के आधार पर पुलिस अदालत में उसके (आरोपी के) विरुद्ध चार्जशीट दाखिल करती है। पुलिस को जाँच के दौरान किसी को भी सताने, पीटने या गोली मारने का अधिकार नहीं है। गिरफ्तार व्यक्ति को यह जानने का अधिकार है कि गिरफ्तारी किस कारण से की जा रही है। गिरफ्तारी के 24 घण्टों के भीतर उसे न्यायाधीश के समक्ष पेश होने का अधिकार है। उसे पुलिस हिरासत में दुर्व्यवहार से बचने का अधिकार है तथा हिरासत में उससे लिये गये इकबालिया बयान को आरोपी के खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

→ सरकारी वकील की भूमिका अदालत में सरकारी वकील राज्य का पक्ष प्रस्तुत करता है। सरकारी वकील की भूमिका तब शुरू होती है जब पुलिस जांच पूरी करके अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर देती है। वह अदालत के समक्ष ठोस तथ्य, गवाह और सबूत पेश करने का प्रयास करता है।

→ न्यायाधीश की भूमिका-न्यायाधीश सारे गवाहों के बयान सुनकर, अभियोजन और बचाव दोनों पक्षों की तरफ से पेश सबूतों की जाँच करके कानून के अनुसार निर्णय देते हैं। आरोपी सचमुच दोषी है या नहीं। दोषी होने पर उसकी सजा का निर्धारण भी करते हैं।

Prasanna
Last Updated on June 6, 2022, 3:46 p.m.
Published June 6, 2022