These comprehensive RBSE Class 12 Political Science Notes Chapter 3 समकालीन विश्व में अमरीकी वर्चस्व will give a brief overview of all the concepts.
RBSE Class 12 Political Science Chapter 3 Notes समकालीन विश्व में अमरीकी वर्चस्व
→ अमरीकी प्रभुत्व
- सोवियत संघ के विघटन के पश्चात् अमेरिकी गुट व सोवियत गुट के मध्य चला आ रहा शीतयुद्ध समाप्त हो गया।
- शीतयुद्ध की समाप्ति के पश्चात् संयुक्त राज्य अमेरिका के रूप में विश्व की सबसे बड़ी ताकत का उदय हुआ।
- संयुक्त राज्य अमेरिका के विश्व की सबसे बड़ी ताकत के रूप में उदय ने 'एकध्रुवीय विश्व' के दौर को प्रारम्भ किया।
→ नयी विश्व-व्यवस्था का प्रारम्भ
- • संयुक्त राज्य अमेरिका ने सन् 1991 से ही एक वर्चस्वकारी शक्ति के रूप में व्यवहार करना प्रारम्भ कर दिया था लेकिन इसकी जानकारी कुछ अन्य घटनाओं के पश्चात् ही हो पायी कि आज समस्त विश्व अमेरिकी वर्चस्व के दौर में जी रहा है। अगस्त 1990 में इराक ने कुवैत पर हमला कर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया।
- इराक को कुवैत पर से अपना कब्जा हटाने की समस्त राजनयिक कोशिशें असफल रहीं तो संयुक्त राष्ट्र संघ ने कुवैत को मुक्त कराने के लिए बल प्रयोग की अनुमति प्रदान कर दी।
- • शीतयुद्ध के दौरान अधिकांश मामलों में चुप्पी साध लेने वाले संयुक्त राष्ट्र संघ का यह निर्णय नाटकीय था। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति ने इसे 'नई विश्व व्यवस्था' की संज्ञा दी। 34 देशों के संयुक्त छः लाख साठ हजार सैनिकों वाली सेना ने इराक को परास्त कर दिया। इस युद्ध को 'प्रथम खाड़ी युद्ध' कहा गया। कुवैत को इराकी कब्जे से मुक्त कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा चलाए गए इस सैन्य अभियान को 'ऑपरेशन डेजर्ट स्टार्म' कहा गया।
- ऑपरेशन डेजर्ट स्टार्म एक तरह से अमेरिकी सैन्य अभियान ही था क्योंकि अमेरिकी जनरल नार्मन श्वार्जकॉव इस सैन्य अभियान के प्रमुख थे तथा 34 देशों की इस मिली-जुली सेना में 75 प्रतिशत अमेरिकी सैनिक थे। इस युद्ध में अमेरिका द्वारा तथाकथित 'स्मार्ट बमों' का प्रयोग करने के कारण कुछ पर्यवेक्षकों ने इसे 'कम्प्यूटर युद्ध' की संज्ञा दी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने 'प्रथम खाड़ी युद्ध' में लाभ कमाया क्योंकि उसने जितनी धनराशि इस युद्ध में व्यय की थी; उससे कहीं अधिक धनराशि उसे जापान, जर्मनी, सऊदी अरब जैसे देशों से प्राप्त हो गयी थी।
→ क्लिंटन का दौर
- प्रथम खाड़ी युद्ध जीतने के बावजूद सन् 1992 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में जॉर्ज बुश पराजित हो गए तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के विलियम जेफर्सन (बिल) क्लिंटन नए राष्ट्रपति बने।
- विदेशी नीति की जगह घरेलू नीति को अपने चुनाव प्रचार का निशाना बनाने वाले क्लिंटन ने 1996 में पुनः राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता।
- क्लिंटन सरकार ने विदेश नीति के मामले में सैन्य-शक्ति तथा सुरक्षा जैसी 'कठोर राजनीति' के स्थान पर लोकतन्त्र के बढ़ावे, जलवायु परिवर्तन एवं विश्व व्यापार जैसे 'नरम मुद्दों' को प्रमुखता दी।
- सन् 1999 में युगोस्लाविया ने अपने प्रान्त कोसोवो में अल्बानियाई लोगों के आन्दोलन को कुचलने के लिए सैन्य कार्यवाही की। इसके जबाव में संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व में नाटो ने 2 महीने तक युगोस्लावियाई क्षेत्रों पर बमबारी की; जिस कारण युगोस्लाविया की सरकार गिर गयी और वहाँ नाटों की सेना ने नियन्त्रण स्थापित कर लिया।
- संयुक्त राज्य अमेरिका ने सन् 1998 में आतंकवादी संगठन 'अल-कायदा' के सूडान व अफगानिस्तान स्थिति ठिकानों पर बमबारी की। राष्ट्रपति क्लिंटन के आदेश पर की गई इस सैन्य कार्रवाई को 'ऑपरेशन इनफाइनाइट रीच' नाम दिया गया।
→ आतंकवाद के विरुद्ध विश्वव्यापी युद्ध
- 11 सितम्बर, 2001 में संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयार्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेण्टर पर आतंकवादी हमला हुआ जिसमें लगभग तीन हजार व्यक्ति मारे गए। इसे समकालीन इतिहास की धारा को मोड़ देने वाली घटना के रूप में देखा जाता है। जिसकी तुलना 1814 और 1941 की घटनाओं से की गई।
- 1814 में वाशिंगटन डीसी में ब्रिटेन ने आगजनी की थी तथा 1941 में पर्ल हार्बर पर जापान ने हमला किया था।
- 11 सितम्बर, 2001 को अपने देश में घटित आतंकवाद की घटना के विरुद्ध संयुक्त राज्य अमेरिका ने आतंकवाद के विरुद्ध विश्वव्यापी युद्ध छेड़ दिया जिसे 'ऑपरेशन एन्डयूरिंग फ्रीडम' नाम दिया गया और इसका निशाना अल-कायदा व अफगानिस्तान के तालिबान शासन को बनाया गया।
→ इराक पर आक्रमण
- 19 मार्च, 2003 को संयुक्त राज्य अमेरिका ने 'ऑपरेशन इराकी फ्रीडम' के कूटनाम से इराक पर सैन्य आक्रमण किया; जिसका मूल उद्देश्य इराक के तेल भण्डार पर नियन्त्रण करना एवं अपनी मनपसन्द सरकार बनवाना था।
- राजनीति की कहानी शक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है। यह शक्ति सैन्य प्रभुत्व, आर्थिक शक्ति, राजनीतिक रुतबे तथा सांस्कृतिक बढ़त के रूप में होती है।
→ सैन्य शक्ति का वर्चस्व
- संयुक्त राज्य अमेरिका की वर्तमान शक्ति की रीढ़ उसकी विशाल सैन्य शक्ति है।
- विश्व राजनीति में अमेरिकी वर्चस्व निम्न रूपों में है-सैन्य शक्ति में, ढाँचागत शक्ति के अर्थ में, आर्थिक वर्चस्व, सांस्कृतिक . वर्चस्व व शैक्षणिक वर्चस्व।
- संयुक्त राज्य अमेरिका आज विश्व के प्रत्येक भाग में, वैश्विक अर्थव्यवस्था एवं प्रौद्योगिकी के प्रत्येक क्षेत्र में मौजूद है।
- सम्पूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था में अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत की है तथा यह विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
- आज हम विश्व बैंक, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष एवं विश्व व्यापार संगठन को अमेरिकी वर्चस्व का परिणाम मान सकते हैं।
→ ढाँचागत वर्चस्व
- सम्पूर्ण विश्व पर अमेरिकी वर्चस्व को बढ़ाने में व्यावसायिक शिक्षा ने महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है।
- अमेरिकी वर्चस्व के मार्ग की तीन प्रमुख बाधाएँ हैं-अमेरिका की संस्थागत बुनावट, अमेरिकी राजनीतिक संस्कृति में शासन के उद्देश्य व तरीकों को लेकर गहरा सन्देह होना, नाटो के देशों द्वारा अमेरिका को चुनौती मिलने की आशंका।
- शीतयुद्ध के पश्चात् भारत द्वारा अपनी अर्थव्यवस्था का उदारीकरण करने एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था से जोड़ने के फैसले ने उसे संयुक्त राज्य अमेरिका के निकट ला दिया है। अमरीका-भारत सम्बन्ध• भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य आर्थिक एवं परमाणु ऊर्जा के मुद्दे पर कई समझौते हुए हैं।
- अमेरिकी वर्चस्व को चुनौती देने वाली ताकत आज वर्तमान समय में विश्व में दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है। लेकिन निकट भविष्य में भारत, चीन व रूस जैसे बड़े देशों द्वारा अमेरिकी वर्चस्व को चुनौती दे पाने की सम्भावना है।
→ नई विश्व व्यवस्था:
इराक के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा बल प्रयोग की अनुमति दिए जाने को अमेरिकी राष्ट्रपति एच. डब्ल्यू. जार्ज बुश ने नई विश्व व्यवस्था की उपमा दी थी।
→ ऑपरेशन डेजर्ट स्टार्म:
प्रथम खाड़ी युद्ध के दौरान 34 देशों की संयुक्त सेना के संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा समर्थित सैन्य अभियान को ऑपरेशन डेजर्ट स्टार्म की संज्ञा दी गई थी।
→ स्मार्ट बम:
प्रथम खाड़ी युद्ध के दौरान अमेरिका द्वारा प्रयुक्त किए गए बमों को स्मार्ट बम कहा गया।
→ कम्प्यूटर युद्ध:
अमेरिका ने खाड़ी-युद्ध के दौरान स्मार्ट बम प्रयुक्त करके कुवैत के खिलाफ इराक को घुटने टेकने हेतु बाध्य किया, पर्यवेक्षकों द्वारा इसे 'कम्प्यूटर युद्ध' की संज्ञा दी गयी।
→ वीडियो गेम वार:
इराकी सेना के धराशायी होने के दृश्य विश्वभर के दर्शकों द्वारा अपने-अपने टी.वी. सेटों पर देखे गए; जो वीडियो गेम वार के नाम से जाने जाते हैं।
→ अलकायदा:
यह एक आतंकवादी संगठन का नाम है।
→ ऑपरेशन एन्डयूरिंग फ्रीडम:
यह आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका द्वारा विश्वव्यापी युद्ध के एक अंग के रूप में चलाया गया सैन्य अभियान था।
→ हेगेमनी:
यह शब्द किसी एक राज्य के नेतृत्व अथवा प्रभुत्व का आभास करता है। इस शब्द का प्रयोग यूनान (एथेन्स) राज्य की प्रभुता को इंगित करने हेतु हुआ करता था।
→ वर्चस्व:
अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था में शक्ति का एक ही केन्द्र हो तो उसे वर्चस्व शब्द से अभिव्यक्त किया जाता है।
→ ब्रेटनवुड्स प्रणाली:
इसके अन्तर्गत वैश्विक व्यापार के नियम निर्धारित किए गए थे, जिनको अमेरिकी हितों के अनुकूल बनाया गया था।
→ विश्व ग्राम:
सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रयुक्त किए जाने वाला कथन है क्योंकि तेज संवादवहन, यातायात तथा नवीन विकसित प्रौद्योगिकी ने दुनिया के समस्त हिस्सों को आपस में अत्यधिक पास-पास ला खड़ा किया है।
→ अमेरिका:
इस शब्द से उत्तरी अमेरिका तथा दक्षिणी अमेरिका नामक दो महाद्वीपों का अर्थ ध्वनित होता है।
→ नाटो :
अप्रैल 1949 में संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व में स्थापित संगठन। इस संगठन में 12 देश सम्मिलित थे।
→ एच. डब्ल्यू. बुश :
प्रथम खाड़ी युद्ध के समय संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति।
→ विलियम जेफर्सन (बिल) क्लिटन:
1992 ई. के अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनावों में विजय प्राप्त करने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार।
→ जॉर्ज डब्ल्यू. बुश:
संयुक्त राज्य अमेरिका पर 9/11 के हमले के समय अमेरिकी राष्ट्रपति
→ सद्दाम हुसैन:
19 मार्च, 2003 को संयुक्त राज्य द्वारा इराक पर किए गए हमले के समय इराकी राष्ट्रपति।
→ महत्त्वपूर्ण तिथियाँ एवं सम्बन्धित घटनाएँ
- सन् 1660: लुई 14वें के शासनकाल में फ्रांस का अपराजेय होना।
- सन् 1713: इस वर्ष तक फ्रांस की ताकत को इंग्लैण्ड, हैबस्बर्ग, आस्ट्रिया व रूस द्वारा चुनौती मिलना प्रारम्भ होना।
- सन् 1776: संयुक्त राज्य अमेरिका का एक देश के रूप में जन्म लेना।
- सन् 1814: ब्रिटेन द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन डी.सी. में आगजनी करना।
- सन् 1860: इंग्लैण्ड में विक्टोरिया के शासन का पूर्ण उत्कर्ष पर होना।
- सन् 1881: संयुक्त राज्य अमेरिका के पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय में वाहर्टन स्कूल के नाम से विश्व का प्रथम बिजनेस स्कूल का खुलना।
- सन् 1900: बिजनेस स्कूल खुला तथा एमबीए के शुरुआती पाठ्यक्रम आरम्भ हुए। अमेरिका से बाहर एमबीए के किसी पाठ्यक्रम की शुरुआत 1950 में जाकर हो सकी।
- सन् 1941: जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमला करना।
- सन् 1950: इंटरनेट अमेरिकी सैन्य अनुसन्धान परियोजना का परिणाम है। यह परियोजना 1950 में शुरू हुई थी।
- अगस्त 1990: इराक द्वारा कुवैत पर आक्रमण एवं अपना आधिपत्य स्थापित करना।
- फरवरी 1991: प्रथम खाड़ी युद्ध में अमेरिकी विमानों द्वारा इराकी सेना पर हमला।
- 25 दिसम्बर 1991: सोवियत संघ का विघटन एवं अमेरिका के विश्व पर वर्चस्व की शुरूआत।
- सन् 1992: तत्कालीन राष्ट्रपति एच. डब्ल्यू. बुश का डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बिल क्लिंटन से अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव हारना।
- सन् 1996: बिल क्लिंटन का दुबारा चुनाव जीतकर संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रपति बनना।
- सन् 1998: नैरोबी (केन्या) एवं दारे-सलाम (तंजानिया) के अमेरिकी दूतावासों पर बमबारी के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा सूडान व अफगानिस्तान के अलकायदा के ठिकानों पर क्रूज मिसाइलों से हमला।
- सन् 1999: युगोस्लाविया द्वारा अपने प्रान्त कोसोवो में अल्बानियाई लोगों के आन्दोलन को कुचलने के लिए सैन्य कार्यवाही करना।
- 11 सितम्बर, 2001: विभिन्न अरब देशों के 19 अपहरणकर्ताओं द्वारा अमेरिकी व्यावसायिक विमानों पर कब्जा कर न्यूयार्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेण्टर तथा वर्जीनिया स्थित अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन पर हमला। लगभग 3 हजार लोगों का मारा जाना। इसे 9/11 की घटना कहा जाता है।
- 19 मार्च, 2003: संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा 'ऑपरेशन इराकी फ्रीडम' के कूटनाम से इराक पर सैन्य हमला करना।