Rajasthan Board RBSE Class 12 Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास: प्रकार, कारण और परिणाम Important Questions and Answers.
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बहुविकल्पीय प्रश्न:
निम्नलिखित में से सही विकल्प का चयन कीजिए:
प्रश्न 1.
भारत में प्रवास सम्बन्धी आँकड़ों को निम्न में से किस वर्ष की जनगणना से दर्ज करना प्रारम्भ कर दिया गया।
(क) 1871 ई.
(ख) 1881 ई.
(ग) 1981 ई.
(घ) 1991 ई.
उत्तर:
(ख) 1881 ई.
प्रश्न 2.
उपनिवेश काल में भारत से गये प्रवासी श्रमिक मॉरीशस व कैरेबियन देशों में किस कार्य में संलग्न थे।
(क) रोपण कृषि
(ख) उद्योग
(ग) व्यापार
(घ) खनन।
उत्तर:
(क) रोपण कृषि
प्रश्न 3.
भारत में सर्वाधिक प्रवास होता है।
(क) ग्राम से नगर को महिला प्रधान
(ख) ग्राम से ग्राम को महिला प्रधान
(ग) नगर से नगर को पुरुष प्रधान
(घ) नगर से नगर को महिला प्रधान।
उत्तर:
(ग) नगर से नगर को पुरुष प्रधान
प्रश्न 4.
भारत में अन्तर्राज्यीय प्रवास में सर्वप्रमुख है।
(क) ग्राम से नगर में पुरुष प्रधान
(ख) ग्राम से नगर को महिला प्रधान
(ग) नगर से नगर को पुरुष प्रधान
(घ) नगर से ग्राम को महिला प्रधान।
उत्तर:
(क) ग्राम से नगर में पुरुष प्रधान
प्रश्न 5.
भारत से होने वाला उत्प्रवास विश्व में कितने देशों में फैला है।
(क) 90
(ख) 100
(ग) 105
(घ) 110
उत्तर:
(ग) 105
प्रश्न 6.
सन् 2011 की जनगणना में भारत में सर्वाधिक संख्या किस देश के प्रवासियों की रही।
(क) बांग्लादेश
(ख) नेपाल
(ग) भूटान
(घ) पाकिस्तान।
उत्तर:
(क) बांग्लादेश
प्रश्न 7.
जो लोगों के निवास स्थान अथवा उद्गम स्थान को छुड़वाने का कारण बनते हैं, कहलाते हैं।
(क) अपकर्ष कारक
(ख) प्रतिकर्ष कारक
(ग) जनांकिकी कारक
(घ) आप्रवास।
उत्तर:
(ग) जनांकिकी कारक
प्रश्न 8.
प्रवास के वे कारण जो विभिन्न स्थानों से लोगों को आकर्षित करते हैं, कहलाते हैं।
(क) आप्रवास
(ख) उत्प्रवास
(ग) अपकर्ष कारक
(घ) प्रतिकर्ष कारक।
उत्तर:
(ग) अपकर्ष कारक
प्रश्न 9.
भारत में ग्राम से नगर को होने वाले प्रवास से कौन-सी पर्यावरणीय समस्या प्रमुख रूप से उत्पन्न होती है?
(क) लिंगानुपात असन्तुलन
(ख) ध्वनि प्रदूषण
(ग) गंदी बस्तियों की उत्पत्ति
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(घ) इनमें से कोई नहीं।
सुमेलन सम्बन्धी प्रश्न:
निम्न में स्तम्भ अंको स्तम्भ ब से सुमेलित कीजिए:
प्रश्न 1.
स्तम्भ अ (दशा) |
स्तम्भ ब (सम्बन्ध) |
(i) 1970 के दशक में भारतीय प्रवास |
(अ) बांग्लादेश |
(ii) ग्रामीण से ग्रामीण धारा में प्रधानता |
(ब) अपकर्ष कारक |
(iii) सर्वाधिक प्रवास वाला पड़ौसी देश |
(स) प्रतिकर्ष कारक |
(iv) बाढ़ व सूखा |
(द) प्रवास की दूसरी तरंग |
(v) रोजगार के अच्छे अवसर |
(य) स्त्रियों की |
उत्तर:
स्तम्भ अ (दशा) |
स्तम्भ ब (सम्बन्ध) |
(i) 1970 के दशक में भारतीय प्रवास |
(द) प्रवास की दूसरी तरंग |
(ii) ग्रामीण से ग्रामीण धारा में प्रधानता |
(य) स्त्रियों की |
(iii) सर्वाधिक प्रवास वाला पड़ौसी देश |
(अ) बांग्लादेश |
(iv) बाढ़ व सूखा |
(स) प्रतिकर्ष कारक |
(v) रोजगार के अच्छे अवसर |
(ब) अपकर्ष कारक |
रिक्त स्थान पूर्ति सम्बन्धी प्रश्न:
निम्न वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
प्रश्न 1.
प्रवास ............ और ............ के संदर्भ में जनसंख्या के पुनर्वितरण का अभिन्न अंग व कारक है।
उत्तर:
दिक्, काल
प्रश्न 2.
आंतरिक प्रवास की ............... धाराएँ हैं।
उत्तर:
चार
प्रश्न 3.
............ व ............. वे राज्य हैं जहाँ से उत्प्रवासियों की संख्या सर्वाधिक है।
उत्तर:
उत्तर प्रदेशं, बिहार
प्रश्न 4.
प्रवास क्षेत्र पर अवसरों के .............. वितरण के कारण होता है।
उत्तर:
असमान
प्रश्न 5.
ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुष ............... बाह्य प्रवास के कारण पत्नियाँ पीछे छूट जाती हैं।
उत्तर:
वरणात्मक।
सत्य - असत्य कथन सम्बन्धी प्रश्न:
निम्न में से सत्य - असत्य कथनों की पहचान कीजिए:
प्रश्न 1.
प्रवासियों की तीसरी तरंग डॉक्टरों, अभियंताओं, विशेषज्ञों से सम्बन्धित थी।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
नगरीय से ग्रामीण प्रवास में पुरुषों की प्रधानता मिलती है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
मेघालय में स्त्री विवाह प्रवास कानून भिन्न है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
अनियंत्रित प्रवास ने भारत के महानगरों को अति संकुलित कर दिया है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 5.
उन्नत कुशलता का बाजार सही मायने में वैश्विक बाजार बन गया है।
उत्तर:
सत्य।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न:
प्रश्न 1.
प्राचीन काल में भारत में किन क्षेत्रों से आप्रवासियों का आगमन प्रमुख रूप से हुआ?
उत्तर:
प्राचीन समय में भारत में मध्य एशिया, पश्चिमी एशिया तथा दक्षिणी-पूर्वी एशियाई देशों से आप्रवासियों का आगमन प्रमुख रूप से हुआ।
प्रश्न 2.
प्रवास के कारणों पर सूचना का समावेश किस जनगणना वर्ष में किया गया?
उत्तर:
सन् 1981 में।
प्रश्न 3.
वर्तमान में भारत की जनगणना में प्रवास की गणना किन दो आधारों पर की जाती है?
उत्तर:
प्रश्न 4.
उपनिवेश काल में भारतीय उत्प्रवास अधिनियम को किस नाम से जाना जाता था?
उत्तर:
गिरमिट एक्ट।
प्रश्न 5.
भारतीय उत्प्रवास अधिनियम गिरमिट एक्ट क्या है?
उत्तर:
उपनिवेश काल में अंग्रेजों, फ्रांसीसियों तथा पुर्तगालियों द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों से श्रमिकों को विदेशों में रोपण कृषि हेतु अनुबन्ध कर भेजा जाता था। ऐसे सभी प्रवास गिरमिट एक्ट नामक समयबद्ध अनुबन्ध के अन्तर्गत आते थे।
प्रश्न 6.
1970 के दशक में भारतीयों के पश्चिमी एशियाई देशों की ओर होने वाले प्रवास का प्रमुख कारण क्या रह्न?
उत्तर:
सन् 1970 के दशक में पश्चिमी एशियाई देशों में अचानक खनिज तेल उत्पादन में हुई वृद्धि के फलस्वरूप श्रमिकों की माँग बढ़ने के कारण भारत से श्रमिकों का इन देशों में नियमित बाह्य प्रवास हुआ था।
प्रश्न 7.
प्रवास कितने प्रकार का होता है ? नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रवास दो प्रकार का होता है:
प्रश्न 8.
भारत में प्रवास को कौन - सी चार धाराओं में विभक्त किया गया है?
उत्तर:
प्रश्न 9.
भारत में प्रवासियों को आकर्षित करने वाले राज्य कौन - से हैं?
उत्तर:
भारत में प्रवासियों को सर्वाधिक आकर्षित करने वाले राज्यों में महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात तथा हरियाणा, राजस्थान सर्वप्रमुख हैं।
प्रश्न 10.
भारत के किन राज्यों में उत्त्रवासियों की संख्या सर्वाधिक है?
उत्तर:
उत्तर प्रदेश तथा बिहार राज्यों में उत्प्रवासियों की संख्या सर्वाधिक रहती है।
प्रश्न 11.
भारत के नगरीय समूहनों में सर्वाधिक प्रवासी किस नगरीय समूह में आते हैं?
उत्तर:
वृहत् मुम्बई में।
प्रश्न 12.
भारत में पुरुष प्रवास का प्रमुख कारण क्या है?
उत्तर:
भारत में पुरुषों का प्रवास प्रमुख रूप से रोजगारजन्य होता है।
प्रश्न 13.
भारत में स्त्रियों का सर्वाधिक प्रवास किस कारण से होता है?
उत्तर:
विवाहजन्य कारण से।
प्रश्न 14.
किस राज्य में विवाह स्त्रियों के प्रवास का मुख्य कारण नहीं है?
उत्तर:
मेघालय में।
प्रश्न 15.
प्रवास के प्रतिकर्ष कारक क्या होते हैं?
उत्तर:
प्रवास के प्रतिकर्ष कारक वे होते हैं जो लोगों के निवास-स्थान अथवा जन्म-स्थान को छुड़वाने का कार्य करते हैं, यथा प्राकृतिक आपदाएँ।
प्रश्न 16.
प्रवास के अपकर्ष कारक क्या होते हैं?
उत्तर:
प्रवास के अपकर्ष कारक वे होते हैं जो विभिन्न स्थानों से व्यक्तियों को अपनी ओर निवास हेतु आकर्षित करते हैं; यथा-रोजगार उपलब्धता, समतल भूमि आदि।
प्रश्न 17.
प्रवास क्यों होता है?
उत्तर:
प्रवास, क्षेत्रों में अवसरों के असमान वितरण के कारण होता है।
प्रश्न 18.
लोगों में सामान्यतः क्या प्रवृत्ति पायी जाती है?
उत्तर:
लोगों में कम अवसरों एवं कम सुरक्षा वाले स्थानों से अधिक अवसरों व बेहतर सुरक्षा वाले स्थानों की ओर जाने की प्रवृत्ति पायी जाती है।
प्रश्न 19.
उद्गम प्रदेश के लिए मुख्य लाभ क्या होता है?
उत्तर:
उद्गम प्रदेश के लिए मुख्य लाभ प्रवासियों द्वारा भेजी गयी हुंडी होती है।
प्रश्न 20.
हुंडी क्या है?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय एवं अंतर्देशीय प्रवासियों द्वारा अपने मूल स्थान अथवा निवास स्थान को भेजी जाने वाली धनराशि हुंडी कहलाती है।
प्रश्न 21.
हंडियों के कोई दो प्रयोग बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 22.
किन - किन राज्यों के निर्धन गाँवों की अर्थव्यवस्था के लिए इंडियाँ जीवनदायक रक्त का कार्य करती हैं?
उत्तर:
बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश व हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के निर्धन गाँवों की अर्थव्यवस्था के लिए हुडियाँ जीवनदायक रक्त का कार्य करती हैं।
प्रश्न 23.
अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियों के प्रमुख लाभ व हानि बताइए।
उत्तर:
प्राप्ति प्रदेश के दृष्टिकोण से यह हुंडियाँ प्रदेशों के आर्थिक विकास में सहयोग प्रदान करती हैं, वहीं राष्ट्रीय स्तर पर मानव संसाधन, विशेष रूप से कुशल श्रमिकों का पलायन ह्रास इसकी गम्भीर लागत है।
प्रश्न 24.
अनियंत्रित प्रवास का एक नकारात्मक परिणाम बताइए।
उत्तर:
गंदी बस्तियों का उदय।
प्रश्न 25.
सामाजिक परिवर्तन के अभिकर्ताओं के रूप में कौन कार्य करते हैं?
उत्तर:
प्रवासी।
प्रश्न 26.
प्रवास का एक सकारात्मक सामाजिक परिणाम बताइए।
उत्तर:
प्रवास से विविध संस्कृतियों के लोगों का अंतर्मिश्रण होता है।
प्रश्न 27.
प्रवास का एक पर्यावरणीय परिणाम बताइए।
उत्तर:
पर्यावरण प्रदूषण।
लघु उत्तरीय प्रश्न (SA1):
प्रश्न 1.
भारत की जनगणना में प्रवास पर कौन - से प्रश्न पूछे जाते हैं?
उत्तर:
भारत की जनगणना में प्रवास पर निम्नलिखित प्रश्न पूछे जाते हैं:
प्रश्न 2.
प्रवास की पहली तरंग को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
भारत से प्रवासीय प्रसार की प्रथम तरंग को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रवास की पहली तरंग ब्रिटिश शासन काल के दौरान उत्पन्न हुई जब अंग्रेजों ने उत्तर प्रदेश व बिहार से मॉरीशस, कैरेबियन द्वीपों, फिजी व दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस और जर्मनी ने रियूनियन द्वीप, गुआडेलोम, मार्टीनीक व सूरीनाम में, फ्रांसीसी व डच और पुर्तगालियों ने गोआ, दमन और दीव से अंगोला, मोजांबिक व अन्य देशों में करारबद्ध लाखों श्रमिकों को रोपण कृषि में कार्य करने के लिए भेजा था। इस प्रकार के सभी प्रवास भारतीय उत्प्रवास अधिनियम (गिरमिट एक्ट) नामक समयबद्ध अनुबंध के तहत आते थे। इन श्रमिकों को अमानवीय परिस्थितियों में रखा जाता था तथा उनकी दशा दासों जैसी ही होती थी। को विदेशों में रोपण कृषि हेतु अनुबन्ध कर भेजा जाता था। ऐसे सभी प्रवास गिरमिट एक्ट नामक समयबद्ध अनुबन्ध के अन्तर्गत आते थे।
प्रश्न 6.
1970 के दशक में भारतीयों के पश्चिमी एशियाई देशों की ओर होने वाले प्रवास का प्रमुख कारण क्या रहा?
उत्तर:
सन् 1970 के दशक में पश्चिमी एशियाई देशों में अचानक खनिज तेल उत्पादन में हुई वृद्धि के फलस्वरूप श्रमिकों की माँग बढ़ने के कारण भारत से श्रमिकों का इन देशों में नियमित बाह्य प्रवास हुआ था।
प्रश्न 7.
प्रवास कितने प्रकार का होता है? नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रवास दो प्रकार का होता है:
प्रश्न 8.
भारत में प्रवास को कौन-सी चार धाराओं में विभक्त किया गया है?
उत्तर:
प्रश्न 9.
भारत में प्रवासियों को आकर्षित करने वाले राज्य कौन - से हैं?
उत्तर:
भारत में प्रवासियों को सर्वाधिक आकर्षित करने वाले राज्यों में महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात तथा हरियाणा, राजस्थान सर्वप्रमुख हैं।
प्रश्न 10.
भारत के किन राज्यों में उत्प्रवासियों की संख्या सर्वाधिक है?
उत्तर:
उत्तर प्रदेश तथा बिहार राज्यों में उत्प्रवासियों की संख्या सर्वाधिक रहती है।
प्रश्न 11.
भारत के नगरीय समूहनों में सर्वाधिक प्रवासी किस नगरीय समूह में आते हैं?
उत्तर:
वृहत् मुम्बई में।
प्रश्न 12.
भारत में पुरुष प्रवास का प्रमुख कारण क्या है?
उत्तर:
भारत में पुरुषों का प्रवास प्रमुख रूप से रोजगारजन्य होता है।
प्रश्न 13.
भारत में स्त्रियों का सर्वाधिक प्रवास किस कारण से होता है?
उत्तर:
विवाहजन्य कारण से।
प्रश्न 14.
किस राज्य में विवाह स्त्रियों के प्रवास का मुख्य कारण नहीं है?
उत्तर:
मेघालय में।
प्रश्न 15.
प्रवास के प्रतिकर्ष कारक क्या होते हैं?
उत्तर:
प्रवास के प्रतिकर्ष कारक वे होते हैं जो लोगों के निवास - स्थान अथवा जन्म - स्थान को छुड़वाने का कार्य करते हैं, यथा प्राकृतिक आपदाएँ।
प्रश्न 16.
प्रवास के अपकर्ष कारक क्या होते हैं?
उत्तर:
प्रवास के अपकर्ष कारक वे होते हैं जो विभिन्न स्थानों से व्यक्तियों को अपनी ओर निवास हेतु आकर्षित करते हैं; यथा-रोजगार उपलब्धता, समतल भूमि आदि।
प्रश्न 17.
प्रवास क्यों होता है?
उत्तर:
प्रवास, क्षेत्रों में अवसरों के असमान वितरण के कारण होता है।
प्रश्न 18.
लोगों में सामान्यतः क्या प्रवृत्ति पायी जाती है?
उत्तर:
लोगों में कम अवसरों एवं कम सुरक्षा वाले स्थानों से अधिक अवसरों व बेहतर सुरक्षा वाले स्थानों की ओर जाने की प्रवृत्ति पायी जाती है।
प्रश्न 19.
उद्गम प्रदेश के लिए मुख्य लाभ क्या होता है?
उत्तर:
उद्गम प्रदेश के लिए मुख्य लाभ प्रवासियों द्वारा भेजी गयी हुंडी होती है।
प्रश्न 20.
हुंडी क्या है?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय एवं अंतर्देशीय प्रवासियों द्वारा अपने मूल स्थान अथवा निवास स्थान को भेजी जाने वाली धनराशि हुंडी कहलाती है।
प्रश्न 21.
हंडियों के कोई दो प्रयोग बताइए।
उत्तर:
प्रश्न 22.
किन - किन राज्यों के निर्धन गाँवों की अर्थव्यवस्था के लिए इंडियाँ जीवनदायक रक्त का कार्य करती हैं?
उत्तर:
बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश व हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के निर्धन गाँवों की अर्थव्यवस्था के लिए हुडियाँ जीवनदायक रक्त का कार्य करती हैं।
प्रश्न 23.
अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियों के प्रमुख लाभ व हानि बताइए।
उत्तर:
प्राप्ति प्रदेश के दृष्टिकोण से यह हुंडियाँ प्रदेशों के आर्थिक विकास में सहयोग प्रदान करती हैं, वहीं राष्ट्रीय स्तर पर मानव संसाधन, विशेष रूप से कुशल श्रमिकों का पलायन ह्रास इसकी गम्भीर लागत है।
प्रश्न 24.
अनियंत्रित प्रवास का एक नकारात्मक परिणाम बताइए।
उत्तर:
गंदी बस्तियों का उदय।
प्रश्न 25.
सामाजिक परिवर्तन के अभिकर्ताओं के रूप में कौन कार्य करते हैं?
उत्तर:
प्रवासी।
प्रश्न 26.
प्रवास का एक सकारात्मक सामाजिक परिणाम बताइए।
उत्तर:
प्रवास से विविध संस्कृतियों के लोगों का अंतर्मिश्रण होता है।
प्रश्न 27.
प्रवास का एक पर्यावरणीय परिणाम बताइए।
उत्तर:
पर्यावरण प्रदूषण।
लघु उत्तरीय प्रश्न (SA2):
प्रश्न 1.
अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास क्या है? भारत के अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास को संक्षेप में बताइए।
अथवा
भारत के अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास: एक राष्ट्र से दूसरे राष्ट्र में होने वाले प्रवास को अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास कहते हैं। जनगणना 2011 के अनुसार भारत में विश्व के विभिन्न देशों से 53.63 लाख व्यक्तियों का आप्रवास हुआ है। इनमें से 88.9 प्रतिशत आप्रवासी पड़ोसी देश बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल तथा श्रीलंका से आये हैं। तिब्बत, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान तथा म्यांमार नामक देशों से लगभग 1.6 लाख शरणार्थियों ने भारत में शरण ली है।
भारत में सभी अवधियों में पड़ोसी देशों से पिछले निवास स्थान के अनुसार आप्रवासी, सन् 2011: भूटान भारत के उत्प्रवास के संबंध में ऐसा अनुमान है कि भारतीय प्रसार (विश्व के अन्य देशों में भारतीय लोगों की संख्या) के अन्तर्गत 2 करोड़ लोग हैं, जो 110 देशों में फैले हुए हैं।
प्रश्न 2.
आंतरिक प्रवास और अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आंतरिक प्रवास और अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास में निम्नलिखित अन्तर हैं:
आंतरिक प्रवास: व्यक्तियों द्वारा रोजगार की तलाश में अथवा अन्य किसी विशिष्ट उद्देश्य की पूर्ति हेतु देश के भीतर ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर किया जाने वाला आवागमन, आंतरिक प्रवास कहलाता है। इसे अन्तर्देशीय प्रवास भी कहा जाता है।
आन्तरिक प्रवास चार प्रकार का होता है:
आन्तरिक प्रवास मुख्य रूप से विवाह के पश्चात् स्त्रियों का अधिक होता है। अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास व्यक्तियों द्वारा किसी एक देश से दूसरे देश में रोजगार की तलाश में बसने अथवा अन्य किसी विशिष्ट उद्देश्य की पूर्ति हेतु किए जाने वाले आवागमन को अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास कहते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप के मध्य अथवा एक ही महाद्वीप के विभिन्न देशों के मध्य हो सकता है।
प्रश्न 3.
लोग प्रवास क्यों करते हैं? भारत में प्रवास की चार धाराओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
किसी भौतिक इकाई में निवासित मानव का अपनी जन्म भूमि से प्रगाढ़ सम्बन्ध होता है किन्तु कभी-कभी इकाई विशेष में मिलने वाले प्रतिकर्ष एवं अपकर्षक कारकों के कारण प्रवास करना पड़ता है। आधारभूत सुविधाओं की स्थिति एवं विकास की भावना मानव को प्रवास हेतु बाध्य करती है।
भारत में मिलने वाली प्रवास की चार धाराएँ निम्नानुसार हैं:
प्रश्न 4.
प्रवास के कारणों का वर्गीकरण कीजिए।
अथवा
प्रवास के प्रतिकर्ष व अपकर्ष कारणों में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रवास के कारणों को निम्नलिखित दो वर्गों में रखा गया है:
(i) प्रतिकर्ष कारक (Push Factor): प्रतिकर्ष कारकों में वे सभी कारक सम्मिलित होते हैं जो लोगों को अपने निवास अथवा उद्गम स्थान छुड़वाने के लिये उत्तरदायी होते हैं। उद्गम स्थान पर रोजगार के स्रोतों का अभाव, कृषि भूमि पर जनसंख्या का अधिक दबाव, स्वास्थ्य सेवाओं व शिक्षा का निम्न स्तर, प्राकृतिक आपदाएँ तथा युद्ध व स्थानीय संघर्ष जैसे कारक भारत में प्रवास के प्रमुख प्रतिकर्ष कारक हैं।
(ii) अपकर्ष कारक (Pull Factor): वे कारक जो विभिन्न स्थानों के व्यक्तियों को अपनी ओर आगमन करने के लिये आकर्षित करते हैं। काम के बेहतर अवसर, नियमित काम का मिलना तथा अपेक्षाकृत ऊँचा वेतन, शिक्षा के बेहतर अवसर, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ तथा पर्याप्त मनोरंजन के साधन भारत में प्रवास के महत्त्वपूर्ण अपकर्ष कारक हैं।
प्रश्न 5.
भारत में प्रवास मुख्य रूप से रोजगार एवं विवाह से संबंधित होता है। कथन को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
भारत में प्रवास का मुख्य कारण रोजगार एवं विवाह है, क्यों?
उत्तर:
भारत में प्रवास मुख्य रूप से आजीविका एवं विवाह से सम्बन्धित होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर रहते हैं जिससे एक निश्चित जनसंख्या को रोजगार मिल सकता है। शहरों में लोगों को उद्योग, परिवहन, व्यापार एवं अन्य कई आर्थिक क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध होता है। इसी कारण ग्रामीण जनसंख्या शहरों की ओर खिंची चली जाती है। विवाह भी प्रवास का एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक कारक है। भारत में प्रत्येक लड़की को विवाह के पश्चात् अपनी ससुराल जाकर रहना ही होता है। इस प्रकार सम्पूर्ण विवाहित स्त्रियों को प्रवास करना पड़ता है। स्त्री प्रवास कम या अधिक दूरी का हो सकता है।
प्रश्न 6.
भारत में प्रवास के आर्थिक परिणाम बताइए।
उत्तर:
भारत में प्रवास के आर्थिक परिणाम: भारत से होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास में अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियाँ विदेशी-विनिमय के प्रमुख स्रोतों में से एक हैं। बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश तथा हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के हजारों ग्रामों की अर्थव्यवस्था के लिए ये हुंडियाँ जीवनदायक रक्त का काम करती हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश तथा उड़ीसा राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों से पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले प्रवास ने इन क्षेत्रों में हरित क्रांति की सफलता में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। दूसरी ओर भारत में होने वाले अनियन्त्रित आप्रवास ने देश के महानगरों में गंदी बस्तियों तथा भीड़-भाड़ जैसी समस्याओं को भी जन्म दिया है।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
भारत से प्रवासीय प्रसार की तीन तरंगों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
अथवा
भारतीय इतिहास में भारतीय प्रसार की तीन मुख्य तरंगें कौन - कौन सी हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारतीय प्रसार की तीन मुख्य तरंगें निम्नलिखित हैं:
(i) प्रथम तरंग: भारतीय इतिहास में भारतीय प्रसार की प्रथम तरंग उपनिवेश काल (ब्रिटिश शासन काल) के दौरान उत्पन्न हुई। इस काल में अंग्रेजों ने उत्तर प्रदेश और बिहार से लोगों को मॉरीशस, कैरेबियन द्वीपों (ट्रिनीदाद व टोबगो तथा गुयाना), फिजी और दक्षिण अफ्रीका, फ्रांसीसियों व जर्मनों ने रियूनियन द्वीप, गुआडेलोम, मार्टीनीक और सूरीनाम में तथा डचों, फ्रांसीसियों एवं पुर्तगाली लोगों के द्वारा गोवा, दमन और दीव से, अंगोला, मोजांबिक व अन्य देशों में करारबद्ध लाखों श्रमिकों को रोपण कृषि में कार्य करने के लिए भेजा गया था। इस प्रकार के समस्त प्रवास (भारतीय उत्प्रवास अधिनियम) गिरमिट एक्ट नामक समयबद्ध अनुबंध के तहत आते थे। इस अधिनियम के तहत बागानों में कार्य करने वाले श्रमिकों को अमानवीय परिस्थितियों में रखा जाता था तथा उनकी दशा दासों जैसी ही होती थी।
(ii) द्वितीय तरंग: प्रवासियों की द्वितीय तरंग ने नूतन समय में व्यवसायियों, शिल्पियों, व्यापारियों एवं कारखाना श्रमिकों को निकटवर्ती देशों में भेजा। ये लोग बेहतर आर्थिक अवसरों की खोज में थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, ब्रूनई एवं इंडोनेशिया आदि देशों में जाकर बस गये। लोगों की इस प्रकार की प्रवृत्ति आज भी अनवरत रूप से जारी है।
सन् 1970 के दशक में पश्चिमी एशिया के देशों में अचानक ही तेल के उत्पादन में वृद्धि हुई जिसने भारत से बड़ी संख्या में कुशल एवं अर्द्धकुशल श्रमिकों को अपनी ओर आकर्षित किया। कुछ मात्रा में बाह्य प्रवासी व्यवसायियों, उद्यमियों एवं भंडार मालिकों का भी पश्चिमी देशों में प्रवास हुआ।
(ii) तृतीय तरंग: प्रवासीय प्रसार की इस तरंग में उच्च शिक्षा प्राप्त कुशल व्यक्तियों ने उत्प्रवास किया। सन् 1960 के पश्चात् चिकित्सकों एवं अभियंताओं ने तथा सन् 1980 के पश्चात् सॉफ्टवेयर अभियंताओं, प्रबंध परामर्शदाताओं, वित्तीय विशेषज्ञों एवं संचार माध्यम से सम्बन्धित व्यक्तियों ने उत्प्रवास किया। इन लोगों ने उच्चस्तरीय जीवन व्यतीत करने एवं अधिक धन कमाने के लिए भारत देश को छोड़ा तथा ये लोग संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ग्रेट ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, जर्मनी व ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में जाकर बस गये। सन् 1990 के दशक में भारत सरकार ने आर्थिक उदारीकरण की नीति को अपनाया। इस नीति के पश्चात् शिक्षा और ज्ञान आधारित भारतीय उत्प्रवासियों ने भारतीय प्रसार को विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली प्रसार में से एक बना दिया।
प्रश्न 2.
प्रवास तथा प्रवासी से क्या अभिप्राय है? आन्तरिक प्रवास की धाराओं एवं प्रवास की स्थानिक भिन्नताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्रवास तथा प्रवासी से अभिप्राय: किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा अपने निवास-स्थान का स्थायी एवं अस्थायी परिवर्तन प्रवास कहलाता है। जनगणना के समय जन्म - स्थान के अतिरिक्त अन्य स्थान पर गिने जाने वाले निवासित व्यक्ति को प्रवासी कहा जाता है।
आन्तरिक प्रवास की धाराएँ: भारत में आन्तरिक प्रवास की निम्नलिखित चार धाराएँ मिलती हैं:
(i) ग्रामीण से ग्रामीण प्रवास: एक ग्राम से दूसरे ग्राम को होने वाला प्रवास ग्रामीण से ग्रामीण प्रवास कहलाता है। भारत में ग्रामीण से ग्रामीण प्रवास की धारा में महिलाओं की संख्या सर्वाधिक रहती है जिसका प्रमुख कारण महिलाओं का विवाहोपरान्त एक ग्राम से दूसरे ग्राम में प्रवास करना रहा है।
(ii) ग्रामीण से नगरीय प्रवास: ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में होने वाला प्रवास ग्रामीण से नगरीय प्रवास कहलाता है। भारत में इस धारा के अन्तर्गत महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या अन्तर्राज्यीय प्रवास स्तर पर अधिक होती है।
(iii) नगरीय से नगरीय प्रवास: एक नगर से दूसरे नगर में होने वाला प्रवास नगरीय से नगरीय प्रवास कहलाता है। अंत:राज्यीय प्रवास की तुलना में अंतर्राज्यीय स्तर पर यह प्रवास अधिक होता है, इस धारा में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या कुछ अधिक रहती है।
(iv) नगरीय से ग्रामीण प्रवास: नगरीय क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर होने वाला प्रवास अन्य प्रवास धाराओं की तुलना में सबसे कम होता है।
प्रवास में स्थानिक भिन्नताएँ: भारत में उत्तर प्रदेश तथा बिहार जैसे राज्यों से प्रवासियों को आकर्षित करने वाले प्रमुख राज्यों में महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात तथा हरियाणा सम्मिलित हैं। महाराष्ट्र देश में प्रवासियों को आकर्षित करने वाले राज्यों में प्रथम स्थान पर रहा। इसके बाद दिल्ली, गुजरात तथा हरियाणा राज्य आते हैं। उत्तर प्रदेश से तथा बिहार से उत्प्रवासियों ने देश के विभिन्न भागों में प्रवास किया जो देश के सभी राज्यों में सर्वाधिक है। भारत के नगरीय समूहनों में आने वाले प्रवासियों में वृहत् मुम्बई देश में अग्रणी है। वृहत् मुम्बई में आने वाले प्रवासियों में अंत:राज्यीय प्रवासियों का अनुपात अधिक रहता है।
प्रश्न 3.
प्रवास किन - किन कारणों से होता है? विस्तार से वर्णन कीजिए।
अथवा
भारत में पुरुषों एवं स्त्रियों के प्रवास के कारणों का अलग - अलग परीक्षण कीजिए।
उत्तर:
लोग सामान्यतः भावनात्मक रूप से अपने जन्मस्थान से जुड़े होते हैं। किन्तु लाखों की संख्या में लोग अपने जन्म के स्थान एवं निवास को छोड़ देते हैं। इसके अनेक कारण होते हैं जिन्हें वृहद् रूप से दो भागों में बाँटा जा गया है।
(i) अपकर्ष कारक: प्रवास के अपकर्ष कारक वे होते हैं जो विभिन्न स्थानों के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते है। भारत में प्रवास मुख्य रूप से आजीविका एवं विवाह से सम्बन्धित होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर रहते हैं जिससे एक निश्चित जनसंख्या को रोजगार मिल सकता है।
शहरों में लोगों को उद्योग, परिवहन, व्यापार एवं अन्य कई आर्थिक क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध होता है। इसी कारण ग्रामीण जनसंख्या शहरों की ओर खिंची चली जाती है। विवाह भी प्रवास का एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक कारक है। भारत में प्रत्येक लड़की को विवाह के पश्चात् अपनी ससुराल जाकर रहना ही होता है। इस प्रकार सम्पूर्ण विवाहित स्त्रियों को प्रवास करना पड़ता है। स्त्री प्रवास कम या अधिक दूरी का हो सकता है।
(ii) प्रतिकर्ष कारक: ये वे कारक होते हैं जो लोगों को उनके निवास स्थान अथवा उद्गम स्थान को छुड़वाने का कारण बनते हैं। भारत में अनेक लोग प्रतिकर्ष कारकों के कारण ही प्रवास करते हैं। इनमें आजीविका, आधुनिक सुविधाओं की कमी तथा भूखमरी आदि प्रमख हैं। ग्रामीण लोगों को जब गाँवों में जीविकोपार्जन के साधन उपलब्ध नहीं होते वे किसी नगरीय क्षेत्र की ओर आवागमन करते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, मनोरंजन एवं सार्वजनिक सुविधाओं के अभाव के कारण भी लोग गाँवों को छोड़कर नगरों में चले जाते हैं।
इसके अतिरिक्त बाढ़, सूखा, चक्रवातीय तूफान, भूकम्प, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएँ, युद्ध व स्थानीय संघर्ष के कारण भी लोग प्रवास करते हैं। भारत में पुरुष व स्त्रियों के प्रवास के कारण यदि हम भारत में पुरुष व स्त्रियों के प्रवास के कारणों का अध्ययन करें तो पाएँगे कि दोनों विभिन्न कारणों से प्रवास करते हैं। अधिकतम 24 प्रतिशत पुरुष काम एवं रोजगार के कारण प्रवास करते हैं जबकि मात्र 2 प्रतिशत महिलाएँ ही काम तथा रोजगार के कारण प्रवास करती हैं। इसके विपरीत 66 प्रतिशत स्त्रियाँ विवाह के कारण प्रवास करती हैं, क्योंकि विवाह के पश्चात् उन्हें मायके से ससुराल को जाना होता है।
आरेख क एवं ख में पुरुष व स्त्रियों के प्रवास के विभिन्न कारणों का उल्लेख किया गया है। इन आरेखों से विदित होता है कि भारत में सन् 2011 में 0-9 वर्ष तक की अवधि वाले निवास के अनुसार पुरुष प्रवास के कारणों में 24 प्रतिशत योगदान रोजगार काम का रहा जबकि परिवार के साथ जाना तथा जन्म के बाद जाना व शिक्षा का. योगदान क्रमश: 20 प्रतिशत, 14 प्रतिशत तथा 2 प्रतिशत का रहा।
दूसरी ओर सन् 2011 में भारत में 0-9 वर्ष की अवधि वाले निवास के अनुसार महिला प्रवास के प्रमुख कारणों में 66% योगदान स्त्रियों का विवाह के उपरान्त अपने मायके से बाहर जाना है। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारण है जबकि परिवार के साथ जाना तथा जन्म के बाद जाना जैसे कारकों का योगदान क्रमशः 12 प्रतिशत तथा 4 प्रतिशत रहा।
प्रश्न 4.
प्रवास के विभिन्न परिणामों का उल्लेख कीजिए।
अथवा प्रवास के आर्थिक, जनांकिकीय, सामाजिक एवं पर्यावरणीय परिणाम बताइए।
उत्तर:
प्रवास मुख्य रूप से अवसरों के असमान वितरण के कारण उत्पन्न होता है। प्रवास के अच्छे एवं बुरे दोनों प्रकार के परिणाम होते हैं। इनमें आर्थिक, जनांकिकीय, सामाजिक एवं पर्यावरणीय परिणाम अधिक महत्वपूर्ण हैं जो निम्नलिखित हैं:
(1) आर्थिक परिणाम: भारत से होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास में अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियाँ विदेशी-विनिमय के प्रमुख स्रोतों में से एक है। बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश तथा हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के हजारों ग्रामों की अर्थव्यवस्था के लिए ये हुंडियाँ जीवनदायक रक्त का काम करती हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश तथा उड़ीसा राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों से पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले प्रवास ने इन क्षेत्रों में हरित क्रांति की सफलता में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। दूसरी ओर भारत में होने वाले अनियन्त्रित प्रवास ने भारत के महानगरों में गंदी बस्तियों तथा भीड़-भाड़ जैसी समस्याओं को भी जन्म दिया है।
(2) जनांकिकीय परिणाम: ग्रामीण - नगरीय प्रवास नगरों में जनसंख्या की वृद्धि में योगदान देने वाले महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। ग्रामीण क्षेत्रों से होने वाले प्रवास में युवा आयु वर्ग की प्रमुखता रहती है जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लिंगानुपात बढ़ जाता है तथा नगरीय क्षेत्रों में लिंगानुपात घट जाता है, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों की जनसंख्या में युवा आयु वर्ग का प्रतिशत घट जाता है जबकि नगरीय क्षेत्रों में युवा. आयु वर्ग का प्रतिशत बढ़ जाता है। उत्तराखण्ड, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा पूर्वी महाराष्ट्र से होने वाले बाह्य प्रवास ने इन राज्यों की आयु व लिंग संरचना में गम्भीर असन्तुलन उत्पन्न कर दिया है।
(3) सामाजिक परिणाम: प्रवास से नवीन तकनीक, परिवार नियोजन, बालिका शिक्षा आदि से जुड़े नवीन विचारों का प्रसार नगरीय क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर होता है। प्रवास से विविध संस्कृतियों के लोगों का अन्तर्मिश्रण होता है। इससे एक ओर मिश्रित संस्कृति का जन्म होता है वहीं दूसरी ओर निम्न आर्थिक स्तर के कुछ लोग हीनता-ग्रसित होकर अपराध तथा नशीले पदार्थों के सेवन जैसे असामाजिक कार्यों में संलिप्त हो जाते हैं।
(4) पर्यावरणीय परिणाम: ग्रामों से नगरीय क्षेत्रों में होने वाले प्रवास से नगरीय क्षेत्रों की भौतिक व सामाजिक अवसंरचनाओं पर दबाव पड़ता है जिससे नगरीय बस्तियों की अनियोजित वृद्धि तथा गंदी बस्तियों का निर्माण होता है। इसके अलावा भूमिगत जल स्तर में गिरावट, वायु प्रदूषण, वाहित मल का निपटान तथा ठोस कचरे के निपटान जैसी गम्भीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में इस अध्याय से पूछे गये प्रश्न:
प्रश्न 1.
निम्न में से कौन-सा भारत में ग्रामीण बहिप्रवास का मुख्य कारण है?
(अ) कृषि अक्षमता.
(ब) जनसंख्या वृद्धि
(स) ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सेवाओं का अभाव
(द) बेरोजगारी।
उत्तर:
(द) बेरोजगारी।
प्रश्न 2.
प्रवास के परिणामों के बारे में कौन-सा कथन सही है?
(अ) प्रवास के फलस्वरूप, प्रवास की प्रक्रिया से जुड़े दो क्षेत्रों का जनसंख्या संसाधन सम्बन्ध काफी बदल जाता है।
(ब) ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय औद्योगिक क्षेत्रों को प्रवासित होने वाले लोग खुली जगह, ताजी हवा और उत्तम आवास गृह के अभाव में कष्ट भोगते हैं।
(स) नव क्षेत्रों में उत्प्रवासियों की आहार आदतें भी बदल जाती है।
(द) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी।
प्रश्न 3.
वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार भारत में प्रवसन की निम्नलिखित धाराओं में से किसमें प्रवास-प्रवाह अधिकतम है?
(अ) ग्रामीण से नगरीय
(ब) नगरीय से नगरीय
(स) नगरीय से ग्रामीण
(द) ग्रामीण से ग्रामीण।
उत्तर:
(अ) ग्रामीण से नगरीय।
प्रश्न 4.
कथन (A) शहर जिनमें वृद्धि दर बहुत अधिक है उनमें पुरुष जनसंख्या अधिक है। कारण (R) शहर की ओर आप्रवास लिंग एवं आयु वरण होता है।
(अ) A और R दोनों सत्य हैं, तथा R, A की सही व्याख्या है।
(ब) A और R दोनों सत्य हैं, परन्तु R,A की सही व्याख्या नहीं है।
(स) A सही है, परन्तु R गलत है।
(द) A गलत है, परन्तु R सही है।
उत्तर:
(अ) A और R दोनों सत्य हैं, तथा R,A की सही व्याख्या है।
प्रश्न 5.
जनसंख्या प्रवास - प्रवाह किसके द्वारा निर्धारित होता है?
(अ) राजनैतिक निर्णय
(ब) पुश एण्ड पुल कारक
(स) ऐतिहासिक घटनाएँ
(द) धार्मिक कारक।
उत्तर:
(ब) पुश एण्ड पुल कारक।
प्रश्न 6.
कथन (A) नए औद्योगिक नगरों में पुरुष-प्रौढ़ जनसंख्या अधिक होती है। कारण (R) प्रवास आयु एवं लिंग चयनात्मक है।
(अ) A और R दोनों सही हैं तथा R,A की व्याख्या है।
(ब) A और R दोनों सही हैं, परन्तु R,A की सही व्याख्या नहीं है।
(स) A सही है, परन्तु R गलत है।
(द) A गलत है परन्तु R सही है।
उत्तर:
(अ) A और R दोनों सही हैं तथा R, A की व्याख्या है।
प्रश्न 7.
नगरीय जनसंख्या में वृद्धि ग्रामीण जनसंख्या वृद्धि से अधिक तेज रफ्तार से होती है, क्योंकि।
(अ) नगरीय जनसंख्या में उच्च जन्म दर है।
(ब) ग्रामीण जनसंख्या में उच्च मृत्यु दर है।
(स) बड़ी संख्या में व्यक्ति नगरीय केन्द्रों की ओर प्रवसन करते हैं।
(द) नगर केन्द्र व्यवसाय के अच्छे अवसर प्रदान करते हैं।
उत्तर:
(स) बड़ी संख्या में व्यक्ति नगरीय केन्द्रों की ओर प्रवसन करते हैं।
प्रश्न 8.
लोगों के प्रवास का लाभकारी प्रभाव आरम्भिक समय से ही रहा है, इनमें से महत्त्वपूर्ण है
(अ) विचारों का विसरण
(ब) भाषा का प्रचार - प्रसार
(स) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीय नव प्रवर्तनों का प्रचार - प्रसार
(द) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित कथनों में से कौन - सा एक सही नहीं है?
(अ) यूरोपीय लोगों ने सघन जनसंख्या वाले उष्ण - कटिबन्धीय तथा अर्द्ध उष्ण-कटिबन्धीय तटीय क्षेत्रों पर उत्प्रवास किया।
(ब) वर्ष 1900 के मध्य में आयरलैंड से भारी संख्या में निष्क्रमण आलू की फसल के खराब होने के कारण हुआ।
(स) मलेशिया के आर्थिक विकास में चीन के अप्रवासियों का महत्वपूर्ण योगदान है।
(द) वर्तमान समय में उत्तरी पूर्वी अमेरिका के नगर प्रवासी हानियों का अनुभव कर रहे हैं।
उत्तर:
(अ) यूरोपीय लोगों ने सघन जनसंख्या वाले उष्ण-कटिबन्धीय तथा अर्द्ध उष्ण - कटिबन्धीय तटीय क्षेत्रों पर उत्प्रवास किया।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित राज्यों में से कौन-सा अनन्य रूप से बीसवीं शताब्दी के प्रवासियों द्वारा बना है?
(अ) मालदीव
(ब) मॉरीशस
(स) इजराइल
(द) म्यामांर।
उत्तर:
(स) इजराइल
प्रश्न 11.
सर्वाधिक प्रवासी जनसंख्या पायी जाती है।
(अ) ओसा में
(ब) यूरोप में
(स) यू. एस. ए. व कनाडा में
(द) लैटिन अमेरिका में।
उत्तर:
(अ) ओसा में
प्रश्न 12.
अन्तर्राष्ट्रीय प्रवसन के संदर्भ में महिलाओं की प्रधानता होती है।
(अ) ग्रामीण से नगरीय प्रव्रजन में
(ब) नगरीय से ग्रामीण प्रव्रजन में
(स) ग्रामीण से ग्रामीण प्रव्रजन में
(द) नगरीय से नगरीय प्रव्रजन में
उत्तर:
(स) ग्रामीण से ग्रामीण प्रव्रजन में
प्रश्न 13.
कथन (A): उत्प्रवास के फलस्वरूप रोजगार के अवसरों एवं मजदूरी की दरों में वृद्धि होती है परन्तु विनियोग में ह्रास होता है।
कारण (R): सामान्यतः नवयुवक प्रवासित होते हैं और उत्प्रवास वाले क्षेत्रों में बच्चों तथा वृद्धों की संख्या की अपेक्षा युवकों की संख्या कम होती है। नीचे दिए गए कूटों की सहायता से सही।
(अ) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है।
(ब) कथन A और कारण R दोनों सही हैं परन्तु R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(स) A सही है परन्तु R गलत है।
(द) A गलत है परन्तु R सही है।
उत्तर:
(अ) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है।
प्रश्न 14.
ऋतु प्रवास व्यक्ति के सामाजिक - आर्थिक जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है?
(अ) अण्डमान एवं निकोबार द्वीप समूह के प्रदेशों में
(ब) मेघालय के प्रदेशों में
(स) जम्मू एवं कश्मीर के प्रदेशों में
(द) हिमाचल प्रदेश के प्रदेशों में।
उत्तर:
(स) जम्मू एवं कश्मीर के प्रदेशों में
प्रश्न 15.
प्रवासन नियमों को बताने वाला पहला विद्वान है।
(अ) कोसिंस्की, एल.. ए.
(ब) ली. ई.
(स) रेवेन्सटीन, ई. जी.
(द) जेलिन्सकी, डब्ल्यू।
उत्तर:
(स) रेवेन्सटीन, ई. जी.
प्रश्न 16.
कथन (A) हिमालय के पास क्षेत्र ऋतु प्रवास के लिए उपयुक्त हैं।
कारण (R) ग्रीष्मकाल में घासें प्रचुरता से इन क्षेत्रों में उगती हैं।
(अ) A और R दोनों सही हैं, और R,A की सही व्याख्या है।
(ब) A और R दोनों सही हैं, परन्तु R,A की सही व्याख्या नहीं है
(स) A सही है, परन्तु R गलत है।
(द) A गलत है, परन्तु R सही है।
उत्तर:
(अ) A और R दोनों सही हैं, और R, A की सही व्याख्या है।