These comprehensive RBSE Class 10 Maths Notes Chapter 4 द्विघात समीकरण will give a brief overview of all the concepts.
→ द्विघात समीकरण-ऐसा समीकरण जिसमें अज्ञात राशि (x, y, z आदि) का सबसे बड़ा घातांक 2 हो, द्विघात समीकरण अथवा वर्ग समीकरण कहलाता है। जैसे ax2 + bx + c = 0 यदि b = 0 हो, तो समीकरण का रूप ax2 + bx + c = 0 होगा।
यह ऐसा द्विघात समीकरण है जिसमें x (अज्ञात राशि) का एक घातीय पद नहीं है। इस प्रकार का द्विघात समीकरण जिसमें अज्ञात राशि का एक घातीय पद न हो, शुद्ध द्विघात समीकरण कहलाता है।
→ चर x में एक द्विघात समीकरण ax2 + bx + c = 0 के प्रकार का होता है, जहाँ a, b, c वास्तविक | संख्याएँ हैं और a ≠ 0 है।
→ एक वास्तविक संख्या a द्विघात समीकरण ax2 + bx + c = 0 का एक मूल कहलाती है, यदि aα2 + bα + c = 0 हो। द्विधात बहुपद ax2 + bx + c के शून्यक और द्विघात समीकरण ax2 + bx + c = 0 के मूल एक ही होते हैं।
उदाहरण के लिये-
समीकरण x2 + 5x + 6 में
x = - 2 रखने पर (- 2)2 + 5(-2) + 6 = 4 - 10 + 6 = 0
x = - 3 रखने पर (-3)2 + 5(-3) + 6 = 9 - 15 + 6 = 0
अतः - 2 और - 3 समीकरण x2 + 5x + 6 = 0 के मूल कहलायेंगे।
टिप्पणी :
→ यदि हम ax2 + bx + c, a ≠ 0 के दो रैखिक गुणकों में गुणनखण्ड कर सकें, तो द्विघात समीकरण | ax2 + bx + c = 0 के मूल, प्रत्येक गुणक को शून्य के बराबर करके, प्राप्त कर सकते हैं।
→ पूर्ण वर्ग बनाने की विधि से भी दिए गए द्विघात समीकरण को हल किया जा सकता है।
→ द्विघाती सूत्र : द्विघात समीकरण ax2 + bx + c = 0 के मूल सूत्र x = \frac{-b \pm \sqrt{b^{2}-4 a c}}{2 a} होते हैं, यदि b2 - 4ac ≥ 0 हो।
→ एक, द्विघात समीकरण ax2 + bx + c = 0, a + 0 में
→ यदि p(x) एक द्विघाती बहुपद है तो p(x) = 0 एक द्विघात समीकरण कहलाती है। द्विघात समीकरण का मानक रूप ax2 + bx + c = 0 है जहाँ a, b, c E R तथा a # 0 है।
→ यदि p(x) = 0 एक द्विघात समीकरण है तो बहुपद p(x) के शून्यक समीकरण p(x) = 0 के मूल होंगे।
→ यदि किसी द्विघात समीकरण के मूल α, β दिये गये हों और हमें द्विघात समीकरण ज्ञात करना हो तो हम निम्न सूत्र का प्रयोग करते हैं
x2 - (मूलों का योग) x + मूलों का गुणनफल = 0
अर्थात् x2 - (α + β) x + αβ = 0