RBSE 12th Geography Practical Book Solutions Chapter 4 आंकड़ों का प्रक्रमण एवं मानचित्रण में कंप्यूटर का उपयोग

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 12 Geography Practical Book Chapter 4 आंकड़ों का प्रक्रमण एवं मानचित्रण में कंप्यूटर का उपयोग Textbook Exercise Questions and Answers.

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RBSE 12th Geography Practical Book Solutions Chapter 4 आंकड़ों का प्रक्रमण एवं मानचित्रण में कंप्यूटर का उपयोग

RBSE Class 12 Geography आंकड़ों का प्रक्रमण एवं मानचित्रण में कंप्यूटर का उपयोग Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1. 
नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए
(i) निम्नलिखित आँकड़ों के प्रदर्शन के लिए आप किस प्रकार के ग्राफ का उपयोग करेंगे

राज्य

लौह अयस्क उत्पादन का अंश (प्रतिशत में)

मध्य प्रदेश

गोवा

कर्नाटक

ओडिशा

आन्ध्र प्रदेश

महाराष्ट्र

बिहार

23.44

21.82

2095

1698

16:30

0-45

0.04

(क) रेखाग्राफ
(ख) बहुदण्ड आलेख
(ग) वृत्त आरेख
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ग) वृत्त आरेख

(ii) राज्य के अन्तर्गत जिलों का प्रदर्शन किस प्रकार के स्थानिक आँकड़ों द्वारा होगा?
(क) बिन्दु
(ख) रेखाएँ
(ग) बहुभुज
(घ) इनमें से कोई नहीं। 
उत्तर:
(ग) बहुभुज

(iii) एक वर्कशीट के सेल में दिए गए सूत्र में वह कौन - सा प्रचालक है जिसका पहले परिकलन किया जाता है ?
(क) +
(ख) -
(ग) /
उत्तर:
(क) +

(iv) एक्सेल में विजार्ड फंक्शन आपको समर्थ बनाता है:
(क) ग्राफ रचना में
(ख) गणितीय और सांख्यिकीय क्रियाओं को करने में
(ग) मानचित्र आलेखन में
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) ग्राफ रचना में

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प्रश्न 2. 
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए:
(i) क्या एक्सेल में विजार्ड फंक्शन आपको समर्थ बनाता है?
उत्तर:
हाँ, एक्सल में विजार्ड फंक्शन हमें समर्थ बनाता है। आलेखों को ग्राफीय रूप में विजार्ड फंक्शन द्वारा निरूपित किया जाता है। चार्ट विजार्ड पर क्लिक करने से वर्कशीट की संख्या, चयनित आँकड़ा परिसर और दंड आरेख तथा शीर्षक अक्षों के नाम, डाटा लेबल आदि के विकल्प मिलते हैं।

(ii) एक कम्प्यूटर के विभिन्न भागों की हस्तेन विधियों की तुलना में कम्प्यूटर के प्रयोग के क्या लाभ हैं? 
उत्तर:
कम्प्यूटर के निम्नलिखित लाभ इसे हस्तचालित विधियों से अलग करते हैं:

  1. यह अभिकलन और आँकड़ों के प्रक्रमण की गति को बढ़ा देता है। 
  2. यह आँकड़ों की विशाल मात्रा का निपटान कर सकता है जो सामान्यतः हाथों द्वारा संभव नहीं है।
  3. चाहने पर यह आँकड़ों की प्रतिलिपि बना सकता है, उन्हें सम्पादित कर सकता है तथा आँकड़ों को सुरक्षित कर पुनः प्राप्त कर सकता है।
  4. यह आसानी से आँकड़ों को प्रमाणीकरण, पड़ताल और संशुद्धि के योग्य बनाता है।
  5. आँकड़ों का समूहन विक्षेपण अत्यधिक सरल हो जाता है। 
  6. ग्राफ अथवा मानचित्र के प्रकार, शीर्षक, संकेत - सूचिका तथा अन्य रूपकों को आसानी से बदला जा सकता है।

(iii) आँकड़ा प्रदर्शन और प्रक्रमण की हस्तेन विधियों की तुलना में कम्प्यूटर के क्या लाभ हैं? 
उत्तर:
वर्तमान में कम्प्यूटर का प्रयोग अधिक सर्वतोमुखी है। यह स्क्रीन पर पाठ के संपादन व उसकी प्रतिलिपि बनाने तथा एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने अथवा अवांछित पाठ को विलुप्त करने को भी सुगम बनाता है। कम्प्यूटर का प्रयोग आँकड़ों के प्रक्रमण, आरेखों व आलेखों को तैयार करने तथा मानचित्रों के आरेखन में भी किया जाता है। कम्प्यूटर स्वयं किसी भी कार्य को सम्पन्न नहीं कर सकता, बल्कि उपभोगकर्ताओं द्वारा प्राप्त दिशा-निर्देर्शों का ही पालन करता है। कम्प्यूटर एक शक्तिशाली साधन है जो जटिल गणितीय सूत्रों, मानचित्रण और विश्लेषण की प्रणालियों पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डालता है।

(iv) वर्कशीट क्या होती है?
उत्तर:
कम्प्यूटर के मूल में एक केन्द्रीय प्रक्रमण इकाई होती है जो आँकड़ों के प्रक्रमण हेतु क्रमादेशों का क्रियान्नयन और परिधीय उपस्करों का नियंत्रण करती है। इसे ही वर्कशीट कहते हैं। एम. एस. एक्सेल को वर्कशीट या स्प्रेड शीट प्रोग्राम भी कहा जाता है। एक स्प्रेड शीट एक आयताकार पेज होती है जो सूचना का भण्डारण करती है। स्प्रेड शीट वर्क बुक्स अथवा एक्सेल फाइलों में अवस्थित होती है। एक एक्सेल वर्कशीट (कार्यविधि पत्र) में 65,536 पंक्तियाँ और 256 स्तम्भ होते हैं।

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प्रश्न 3. 
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 125 शब्दों से अधिक में न दें। 
(i) स्थानिक व गैर - स्थानिक आँकड़ों में क्या अन्तर है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
स्थानिक आँकड़े: स्थानिक आँकड़े भौगोलिक दिकस्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं। बिन्दु - रेखाएँ और बहुभुज उनके अभिलक्षण होते हैं। उदाहरण के लिए बिन्दु आँकड़े मानचित्र पर प्रदर्शित विद्यालय, अस्पताल, कुएँ, नलकूप, कस्बे और गाँव जैसे कुछ भौगोलिक लक्षणों की अवस्थिति सम्बन्धी विशेषताओं का प्रदर्शन करते हैं। इसी प्रकार रेखाएँ सड़कों, रेलवे, लाइनों नहरों, नदियों, शक्ति और संचार पथों जैसे रैखिक लक्षणों को चित्रित करती हैं। बहुभुज अंतर्संबंधित रेखाओं की बहुरेखीय आकृति है, जो किसी क्षेत्र विशेष को परिबद्ध करती है। इसका उपयोग प्रशासकीय इकाइयों (देश, राज्य, जिले, तहसील व खण्ड) भूमि उपयोग प्रकारों (कृषि क्षेत्र, वन्य क्षेत्र, बंजर भूमि, परती भूमि, चारागाह आदि) एवं तालाब, झीलों आदि लक्षणों को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।

गैर: स्थानिक आँकड़े-स्थानिक आँकड़ों का वर्णन करने वाले आँकड़े गैर-स्थानिक आँकड़े अथवा गुण न्यास आँकड़े कहलाते हैं। उदाहरण के लिए विद्यालय के मानचित्र में उसका नाम, इसके द्वारा प्रदत्त विषय-धारा, प्रत्येक कक्षा में छात्रों की अनुसूची, पुस्तकालय, प्रयोगशालाओं, उपकरणों आदि की सुविधा जैसी सूचनाओं को संलग्न कर सकते हैं। इसमें स्थानिक आँकड़ों के गुणों की व्याख्या की जाती है इसीलिए इसे गुण न्यास के रूप में भी जाना जाता है।

(ii) भौगोलिक आँकड़ों के तीन प्रकार कौन - से हैं?
उत्तर:
भौगोलिक आँकड़े अनुरूप (पानचित्र और वायव फोटोग्राफ) अथवा आंकिक रूप में उपलब्ध होते हैं। एक मानचित्रण सॉफ्टवेयर स्थानिक और गुण यास निवेश के माध्यम से स्क्रीन पर क्रमवीक्षित मानचित्रों के अंकीकरण में सहायक होता है।
एक अंकरूपीय मानचित्र में तीन फाइलें होती हैं; जैसे - (i) Shp, (ii) Shx, (iii) dbf फाइल, dbf फाइल डी.बेस फाइल है जिसमें गुण न्यास होता है और यह Shx और Shp से जुड़ी होती है। दूसरी ओर Shx और Shp फाइलों में स्थानिक (मानचित्र) सूचना होती है। dbf फाइल का सम्पादन एम. एस. एक्सेल में किया जाता है।

अन्य शब्दों में भौगोलिक आँकड़ों के तीन प्रकार इस प्रकार हैं

  1. बिन्दु आँकड़े: यह आँकड़ें विद्यालय, अस्पताल, गाँव, कुएँ, नगर व नलकूप आदि का वितरण मानचित्र पर प्रदर्शित करते हैं। ये परिमाण रहित मापनी परन्तु अवस्थिति के सन्दर्भ में वस्तुओं की उपस्थिति दर्शाने के लिए उपयोगी होते हैं। 
  2. रेखा आँकड़े: इनका प्रयोग सड़कों, रेलवे लाइनों, नहरों, नदियों, शक्ति व संचार पथों जैसे रैखिक लक्षणों को चित्रित करने के लिए किया जाता है।
  3. बहुभुज आँकड़े: इनका प्रयोग किसी क्षेत्र विशेष जैसे देश, राज्य, जिला, तहसीलें, खण्ड, भूमि उपयोग प्रकारों तथा तालाबों व झीलें आदि को दर्शाने के लिए किया जाता है।
Prasanna
Last Updated on Dec. 29, 2023, 9:50 a.m.
Published Dec. 28, 2023