RBSE Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 10 नए साम्राज्य और राज्य

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 10 नए साम्राज्य और राज्य Textbook Exercise Questions and Answers.

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Social Science in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 6. Students can also read RBSE Class 6 Social Science Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 6 Social Science Notes to understand and remember the concepts easily. The class 6 social science chapter 3 question answer are curated with the aim of boosting confidence among students.

RBSE Class 6 Social Science Solutions History Chapter 10 नए साम्राज्य और राज्य

RBSE Class 6 Social Science नए साम्राज्य और राज्य InText Questions and Answers


पृष्ठ 104 

प्रश्न 1. 
यह वर्णन तुम्हें उस राजा (समुदगुप्त) के बारे में क्या बताता है? राजा किस प्रकार युद्ध लड़ते थे? 
उत्तर:
यह वर्णन बताता है कि समुद्रगुप्त बहुत वीर था तथा उसने अनेकों युद्ध लड़े थे। उसके शरीर पर युद्ध में लगे हथियारों के अनेक निशान थे जिनसे उसकी वीरता दिखाई पड़ती थी और वह सुन्दर दिखता था। राजा युद्ध मैदान में कुठारों, कुल्हाड़ियों, तीरों, भालों, बड़ों, तलवारों, लोहे की गदाओं, नुकीले तीरों तथा अन्य सैकड़ों हथियारों के बीच बीरतापूर्वक युद्ध लड़ता था। 

RBSE Solutions for Class 6 Social Science Chapter 10 नए साम्राज्य और राज्य

पृष्ठ 105 

प्रश्न 1. 
आर्यावर्त तथा दक्षिणापथ के राज्यों के साथ समुद्रगुप्त के व्यवहार में क्या अंतर था? क्या इस अंतर के पीछे तुम्हें कोई कारण दिखाई देता है? 
उत्तर:
समुद्रगुप्त ने आर्यावर्त के नौ शासकों को हराकर उनके राज्यों को अपने साम्राज्य में मिला लिया था जबकि दक्षिणापथ के बारह शासकों के हार जाने के बाद भी उनें फिर से शासन करने की अनुमति प्रदान कर दी थी। इस अंतर के पीछे हमें यह कारण दिखाई देता है कि दक्षिणापथ के राज्य उसकी राजधानी से बहुत दूर थे और उस समय परिवहन के अच्छे साधन उपलब्ध नहीं थे जिससे वह इन राज्यों पर ठीक से नियंत्रण रखने में असमर्थ होगा। 

पृष्ठ 106 

प्रश्न 1. 
इन उपाधियों को महत्व के हिसाब से सजाओ। राजा, महाराज - अधिराज, महा - राजा। 
उत्तर:
महत्व के हिसाब से उपाधियाँ - राजा, महा - राजा, महाराज - अधिराज। 

पृष्ठ 108 

प्रश्न 1. 
वे कौनसे अन्य शासक थे जो तटों पर अपना नियंत्रण करना चाहते थे?
उत्तर:
चोल, चेर, पांड्य तथा सातवाहन शासक तटों पर अपना नियंत्रण करना चाहते थे। 

पृष्ठ 109 

प्रश्न 1. 
सोचकर बताओ कि अफसरों का पद आनुवंशिक कर देने में क्या - क्या फायदे और क्या - क्या नुकसान हो सकते थे? 
उत्तर:
फायदे:

  • अफसरों का पद आनुवंशिक कर देने पर पिता अपने पुत्र को प्रारम्भ से ही प्रशिक्षण दे सकते थे। 
  • इससे नीतियों में निरन्तरता बनी रहती थी। 
  • इससे नीतियाँ प्रभावशाली तरीके से लागू की जाती थी। 

नुकसान:

  • इससे तानाशाही तथा अत्याचार को बल मिलता था। 
  • उत्तराधिकारी के अयोग्य होने पर भी उसे ही पद मिलता था। 
  • इससे अनेक योग्य व्यक्ति पद से बंचित रह जाते होंगे।
  • कुछ व्यक्ति इतने शक्तिशाली हो जाते थे कि अपना स्वतन्त्र राज्य स्थापित कर लेते थे। 

पृष्ठ 110

प्रश्न 1. 
आज अगर किसी गरीब आदमी को कुछ मिलता है और वह पुलिस में खबर करता है तो क्या उसके साथ इसी तरह का बर्ताव किया जायेगा? 
उत्तर:
नहीं, उसके साथ इस तरह का बर्ताव नहीं किया जायेगा। 

प्रश्न 2. 
एक प्रसिद्ध व्यक्ति का नाम बताओ, जिसने प्राकृत में उपदेश दिये और एक राजा का नाम बताओ, जिसने प्राकृत में अपने अभिलेख लिखवाए। 
उत्तर:
गौतम बुद्ध ने प्राकृत में उपदेश दिये तथा सम्राट अशोक ने अपने अभिलेख प्राकृत में लिखवाए। 

पृष्ठ 111 

प्रश्न 1. 
सेना के साथ ले जाई जाने वाली चीजों की सूची बनाओ।
उत्तर:
सेना के साथ ले जाया जाने वाला सामान - सेना अपने साथ बड़ी मात्रा में साजो - सामान लेकर चलती थी। इनमें हथियारों के साथ - साथ रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली चीजें, जैसे - बर्तन, असबाब (जिसमें सोने के पायदान भी शामिल थे), खाने - पीने का सामान (बकरी, हिरण, खरगोश, सब्जियाँ, मसाले) आदि, विभिन्न प्रकार की चीजें शामिल होती थीं। ये सारी चीजें तेलेगाड़ियों पर या ऊँटों तथा हाथियों जैसे सामान होने वाले जानवरों की पीठ पर लादकर ले जायी जाती थीं। इस विशाल सेना के साथ - साथ संगीतकार नगाड़े, बिगुल तथा तुरही बजाते हुए चलते रहते थे। 

प्रश्न 2. 
ग्रामवासी राजा के लिए क्या - क्या लेकर आते थे? 
उत्तर:
ग्रामवासी राजा का जगह - जगह पर सत्कार करते थे। वे राजा के लिए दही, गुड़ तथा फूलों का उपहार लाते ये तथा उनके जानवरों को चारा भी देते थे।

RBSE Class 6 Social Science नए साम्राज्य और राज्य Textbook Questions and Answers


आओ याद करें 

प्रश्न 1. 
सही या गलत बताओ: 
(क) हरिषेण ने गौतमी पुत्र श्री सातकर्णी की प्रशंसा में प्रशस्ति लिखी। 
(ख) आर्यावर्त के शासक समुद्रगुप्त के लिए भेंट लाते थे। 
(ग) दक्षिणापथ में बारह शासक थे। 
(घ) गुप्त शासकों के नियंत्रण में दो महत्वपूर्ण केन्द्र तक्षशिला और मदुरै थे। 
(ङ) ऐहोल पल्लवों की राजधानी थी। 
(च) दक्षिण भारत में स्थानीय सभाएं सदियों तक काम करती रहीं। 
उत्तर:
(क) गलत 
(ख) गलत 
(ग) सही 
(घ) गलत 
(ङ) गलत 
(च) सही। 

प्रश्न 2. 
ऐसे (नये साम्राज्य के) तीन लेखकों के नाम बताओ, जिन्होंने हर्षवर्धन के बारे में लिखा। 
उत्तर:

  • बाणभट्ट 
  • चीनी तीर्थयात्री श्चन रसांग 
  • रवि कीर्ति। 

प्रश्न 3. 
इस (नये साम्राज्यों के) युग में सैन्य संगठन में क्या बदलाव आए? 
उत्तर:
इस युग में सैन्य संगठन निम्न प्रकार होता था

  1. कुछ राजा अभी भी पुराने राजाओं की तरह एक सुसंगठित सेना रखते थे, जिसमें हाथी, रथ, मुड़सवार और पैदल सिपाही होते थे। 
  2. अब एक नए प्रकार की सेना अस्तित्व में आई। कुछ सेनानायक होते थे, जो आवश्यकता पड़ने पर राजा को सैनिक सहायता दिया करते थे। इन्हें सामंत कहा जाता था।
  3. इन सेनानायकों अथवा सामंतों को कोई नियमित वेतन नहीं दिया जाता था। बदले में इनमें से कुछ को भूमिदान दिया जाता था। 
  4. ये सेनानायक दी गई भूमि से कर वसूलते थे जिससे वे सेना तथा घोड़ों की देखभाल करते थे। साथ ही वे इससे युद्ध के लिए हथियार जुटाते थे। 

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प्रश्न 4. 
इस काल की प्रशासनिक व्यवस्था में तुम्हें क्याक्या नई चीजें दिखती हैं? 
उत्तर:
इस काल की प्रशासनिक व्यवस्था में कुछ नई चीजें होने लगी थी

  1. राजाओं ने आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक या सैन्य शक्ति रखने वाले लोगों का समर्थन जुटाने के लिए कई कदम उठाए। 
  2. कुछ महत्वपूर्ण प्रशासकीय पद आनुवंशिक बन गए जैसे कि कवि हरिषेण अपने पिता की तरह महादंडनायक अर्थात् मुख्य न्याय अधिकारी थे। 
  3. कभी - कभी, एक ही व्यक्ति कई पदों पर कार्य करता था जैसे कि हरिषेण एक महादंडनायक होने के साथ - साथ कुमारामात्य (एक महत्वपूर्ण मंत्री) तथा एक संधि - विग्रहिक (युद्ध और शांति के विषयों का मंत्री) भी था। 
  4. स्थानीय प्रशासन में वहां के प्रमुख व्यक्तियों का प्रभाव बढ़ने लगा था। जैसे - नगर - श्रेष्ठी (मुख्य बैंकर या शहर का व्यापारी), सार्थवाह (व्यापारियों के काफिले का नेता), प्रथम कुलिक (मुख्य शिल्पकार) तथा कायस्थों (लिपिकों के प्रधान) का अधिक बोलबाला होता था। 

आओ चर्चा करें 

प्रश्न 5. 
तुम्हें क्या लगता है कि समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करने के लिए अरविन्द को क्या क्या करना पड़ेगा? 
उत्तर:
समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करने के लिए अरविन्द को निम्न कार्य करने होंगे

  1. उसे शाही वेशभूषा पहननी होगी। 
  2. उसे अपने शरीर पर विभिन्न युद्धों में लगे घावों को भी प्रदर्शित करना होगा। 
  3. उसे रूपहले कागज में लिपटी तलवार को शान से पकड़कर चहलकदमी भी करनी होगी। 
  4. उसे अपने आपको एक सम्राट के रूप में अभिनीत करना होगा। 
  5. उसे संगीतज्ञ राजा के रूप में बैठकर वीणा भी बजानी होगी। 
  6. वह कविता पाठ भी करेगा। 
  7. सिंहासन पर बैठकर वह अपनी प्रजा की समस्याएँ भी सुनेगा।

प्रश्न 6. 
क्या प्रशस्तियों को पढ़कर आम लोग समझ लेते होंगे? अपने उत्तर के कारण बताओ। 
उत्तर:
यद्यपि प्रशस्तियाँ संस्कृत तथा जनसाधारण की भाषा प्राकृत दोनों में ही लिखी जाती थीं लेकिन उस समय आम लोग इतने शिक्षित नहीं होते थे कि वे इन्हें पढ़कर समझ सकें। अतः राजा द्वारा नियुक्त किये गये लोग उन्हें पढ़कर आम लोगों को सुनाते थे।

Bhagya
Last Updated on June 1, 2022, 7:14 p.m.
Published June 1, 2022