Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Science Chapter 13 चुंबकों द्वारा मनोरंजन Textbook Exercise Questions and Answers.
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प्रश्न 1.
एक दर्जी कमीज में बटन टाँक रहा था। उसके हाथ से सुई फिसलकर फर्श पर गिर गई। क्या आप मुई ढूँढ़ने में दर्जी की सहायता कर सकते हो?
उत्तर:
हाँ, हम चुम्बक की सहायता से सुई बैंक सकते हैं।
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प्रश्न 2.
आपको दो समान छड़ें दी गई है, जिन्हें देखने से प्रतीत होता है कि वे लोहे की बनी हुई हैं। उनमें से एक चुम्बक है जबकि दूसरी लोहे की साधारण छड़है। आप कैसे ज्ञात करेंगे कि इनमें से कौन - सी छड़ चुम्बक है?
उत्तर:
चूँकि चुम्बक में वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करने का गुण होता है। इसके विपरीत लोहे की साधारण छड़ वस्तुओं को आकर्षित नहीं कर सकती है। अत: चुम्बक के इस गुण के आधार पर हम उसकी पहचान कर सकते हैं।
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प्रश्न 3.
किसी चुम्बक को कंपास के समीप लाने पर क्या होगा?
उत्तर:
चूँकि कंपास में एक चुम्बकीय सुई लगी होती है, जो सदैव उत्तर - दक्षिण दिशा बताती है। अगर किसी चुम्बक को कंपास के समीप लायेंगे तो वह सुई चुम्बक की तरफ आकर्षित होगी, जिससे उसकी दिशा अव्यवस्थित हो जायेगी अर्थात् सुई उत्तर - दक्षिण दिशा में नहीं रहेगी।
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) कृत्रिम चुम्बक विभिन्न आकार के बनाए जाते हैं, जैसे ................................... , ................................... तथा ...................................।
(ख) जो पदार्थ चुम्बक की ओर आकर्षित होते हैं, वे ................................... कहलाते हैं।
(ग) कागण एक ................................... पदार्थ नहीं है।
(घ) प्राचीन काल में लोग दिशा ज्ञात करने के लिए ................................... का टुकड़ा लटकाते थे।
(ङ) चुम्बक के सदैव ................................... ब्रुव होते हैं।
उत्तर:
(क) छड़ चुम्बक, नाल चुम्बक, बेलनवकार चुम्बक
(ख) चुम्बकीय पदार्थ
(ग) चुम्बकीय
(घ) प्राकृतिक चुम्बक
(ङ) दो।
प्रश्न 2.
बताइए कि निम्न कथन सही हैं अथवा गलत
(क) बेलनाकार चुम्बक में केवल एक ध्रुव होता है।
(ख) कृत्रिम चुम्बक का आविष्कार यूनान में हुआ था।
(ग) चुंबक के समान ध्रुव एक - दूसरे को प्रतिकर्षित करते है।
(घ) लोहे का बुरादा छड़ चुम्बक के समीप लाने पर इसके मध्य में अधिक चिपकता है।
(ङ) छड़ चुम्बक सदैव उत्तर - दक्षिण दिशा को दर्शाता है।
(च) किसी स्थान पर पूर्व - पश्चिम दिशा ज्ञात करने के लिए कंपास का उपयोग किया जा सकता है।
(छ) रबड़ एक चुम्बकीय पदार्थ है।
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) असत्य
(ग) सत्य
(घ) असत्य
(ङ) सत्य
(च) सत्व
(छ) असत्य।
प्रश्न 3.
यह देखा गया है कि पेंसिल छीलक (शार्पनर) यद्यपि प्लास्टिक का बना होता है, फिर भी यह चुम्बक के दोनों धुवों से चिपकता है। उस पदार्थ का नाम बताइए जिसका उपयोग इसके किसी भाग के बनाने में किया गया है?
उत्तर:
लोहा। शार्पनर में लगी स्लेड लोहे की बनी होती है। इसी कारण यह प्लास्टिक का बना होने पर भी चुम्बक से चिपकता है।
प्रश्न 4.
एक चुम्बक के एक ध्रुव को दूसरे चुम्बक के ध्रुव के समीप लाने की विभिन्न स्थितियों कॉलम 1 में दर्शाई गई हैं। कॉलम 2 में प्रत्येक स्थिति के परिणाम को दर्शाया गया है। रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
कॉलम 1 |
कॉलम 2 |
N - N |
......... |
N - ... |
आकर्षण |
S - N |
......... |
... - S |
प्रतिकर्षण |
उत्तर:
N - N - प्रतिकर्षण
N - S - आकर्षण
S - N - आकर्षण
S - S - प्रतिकर्षण
प्रश्न 5.
चुम्बक के कोई दो गुण लिखिए।
उत्तर:
चुम्बक के गुण:
प्रश्न 6.
छड़ चुम्बक के पूव कहाँ स्थित होते हैं?
उत्तर:
उड़ चुम्बक के दोनों सिरों (किनारों) पर इसके ध्रुव स्थित होते हैं।
प्रश्न 7.
छड़ चुंबक पर धुवों की पहचान का कोई चिह्न नहीं है। आप कैसे ज्ञात करोगे कि किस सिरे के समीप उत्तरी ध्रुव स्थित है?
उत्तर:
छड़ चुम्बक के सिरों को ज्ञात करने के लिए इसे एक डोरी से बांधकर स्वतंत्रतापूर्वक लटकाते हैं। विरामावस्था में इसका जो सिरा उत्तर दिशा की ओर होगा, वही इसका उत्तरी ध्रुव होगा।
प्रश्न 8.
आपको एक लोहे की पत्ती दी गई है। आप इसे चुम्बक कैसे बनाएंगे?
उत्तर:
चुम्बक बनाना - इसके लिए लोहे की पत्ती को सबसे पहले एक मेज पर रखते हैं। अब एक छड़ चुम्बक लेते हैं और इसके एक ध्रुव को लोहे की पत्ती के एक सिरे पर रखते हैं। इसके बाद चुम्बक को बिना हिलाए पत्ती के दूसरे सिरे तक रगड़ते हैं। इस क्रिया को लगभग 30 - 40 बार दोहराते हैं। इससे लोहे की पत्ती को चुम्बक बनाया जा सकता है।
प्रश्न 9.
दिशा निर्धारण में कंपास का किस प्रकार प्रयोग होता है?
उत्तर:
चूँकि कंपास में लगी सई विरामावस्था में उत्तर - दक्षिण दिशा को निर्देशित करती है। अत: कंपास को हम उस स्थान पर रख देते हैं, जहाँ हमें दिशा निर्धारण करना होता है। कंपास से उत्तर - दक्षिण दिशाओं को जानकर हम | पूर्व - पश्चिम दिशाओं को भी बात कर सकते हैं।
प्रश्न 10.
पानी के टब में तैरती एक खिलौना नाव के समीपविभिन दिशाओं से एक चुम्बक लाया गया। प्रत्येक स्थिति में प्रेक्षित प्रभाव कॉलम-1 में तथा संभावित कारण कॉलम-2 में दिए गए हैं। कॉलम-1 में दिए गए कथनों का मिलान कॉलम-2 में दिए गए कधनों से कीजिए।
कॉलम-1 |
कॉलम-2 |
(क) नाव चुम्बक को ओर आकर्षित हो जाती है। |
(i) नाव में चुम्बक लगा है जिसका उत्तरी ध्रव नाव के अग्न भाग की ओर है। |
(ख) नाव मुम्बक से प्रभावित नहीं होती। |
(ii) नाव में चुम्बक लगा है जिसका दक्षिणी ध्रुष, नाव के अग्र भाग की ओर है। |
(ग) यदि चुम्बक का उत्तरी ध्रुव नाव के अग्र भाग के समीप लाया जाता है तो नाव चुम्बक के समीप आती है। |
(iii) नाव की लम्बाई के अनुदिश एक खेय चुम्बक लगाया गया है। |
(घ) जब उत्तरी ध्रुव नाव के अग्र भाग के समीप लाया जाता है तो नाव चुम्बक से दूर चली जाती है। |
(iv) नाब चुम्बकीय पदार्थ से निर्मित है। |
(ङ) नाव बिना दिशा बदले तैरती है। |
(v) नाव अचुम्बकीय पदार्थ से निर्मित है। |
उत्तर:
कॉलम-1 |
कॉलम-2 |
(क) नाव चुम्बक को ओर आकर्षित हो जाती है। |
(iv) नाब चुम्बकीय पदार्थ से निर्मित है। |
(ख) नाव मुम्बक से प्रभावित नहीं होती। |
(v) नाव अचुम्बकीय पदार्थ से निर्मित है। |
(ग) यदि चुम्बक का उत्तरी ध्रुव नाव के अग्र भाग के समीप लाया जाता है तो नाव चुम्बक के समीप आती है। |
(ii) नाव में चुम्बक लगा है जिसका दक्षिणी ध्रुष, नाव के अग्र भाग की ओर है। |
(घ) जब उत्तरी ध्रुव नाव के अग्र भाग के समीप लाया जाता है तो नाव चुम्बक से दूर चली जाती है। |
(i) नाव में चुम्बक लगा है जिसका उत्तरी ध्रव नाव के अग्न भाग की ओर है। |
(ङ) नाव बिना दिशा बदले तैरती है। |
(iii) नाव की लम्बाई के अनुदिश एक खेय चुम्बक लगाया गया है। |