Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 English Woven Words Poem 2 Let Me Not to the Marriage of True Minds Textbook Exercise Questions and Answers.
The questions presented in the RBSE Solutions for Class 11 English are solved in a detailed manner. Get the accurate RBSE Solutions for Class 11 all subjects will help students to have a deeper understanding of the concepts. Our team has come up with Tenses Class 11 to ensure that students have basic grammatical knowledge.
Understanding the Poem :
Question 1.
'Constancy' is the theme of the poem. Indicate the words, phrases and images that suggest the theme.
'स्थिरता' इस कविता की विषय-वस्तु है। उन शब्दों, वाक्यांशों और छवियों को दर्शाइये जो इस कथावस्तु का सुझाव देते हैं।
Answer:
Constancy' is no doubt the theme of this poem. Such constancy is a very important thing in every relationship. In this poem there are many such phrases that express this quality. Some of the expressions are given below
(i) Love is not love which alters.
(ii) Love is not love which...........bends.
(iii) It is an ever fixed mark.
(iv) Never shaken.
(v) Love is not Time's fool.
'स्थिरता' निस्सन्देह रूप से इस कविता की कथावस्तु है। इस प्रकार की स्थिरता हर प्रकार के सम्बन्धों के लिये एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण वस्तु है। इस कविता में ऐसे बहुत से वाक्यांश हैं जो इस गुण की अभिव्यक्ति करते हैं। कुछ अभिव्यक्तियाँ नीचे दी जा रही हैं
(i) उस प्रेम को प्रेम नहीं कहते हैं जो बदल जाता हो।
(ii) उस प्रेम को प्रेम नहीं कहते हैं जो..........झुक जाता हो।
(iii) यह एक सदैव स्थिर रहने वाली निशानी है।
(iv) यह कभी डगमगाता नहीं है।
(v) प्रेम समय के प्रभाव में नहीं आता है।
Question 2.
Why do you think the poet has used so many “negatives' to make his statement?
कवि ने अपना कथन प्रस्तुत करने के लिए इतनी अधिक 'नकारात्मक बातों का प्रयोग क्यों किया है?
Answer:
Negatives are an effective tool to prove the point. It highlights the other side of the coin to bring home the positive points of the statement very effectively. So the poet puts forward all the negative aspects that may be possible and then argues that love is something permanent and beyond physical beauty.
नकारात्मक बातें दिये गये बिन्दु को सिद्ध करने के लिए एक प्रभावी उपकरण हैं । यह किसी कथन की सकारात्मक बातों को बहुत ही प्रभावशाली ढंग से समझाने के लिये सिक्के के दूसरे पक्ष पर प्रकाश डालता है। इसलिए जो भी नकारात्मक पहलू सम्भव हो सकते हैं उन सभी को कवि आगे रखता है और फिर तर्क देता है कि प्रेम कोई स्थाई वस्तु है और यह शारीरिक सुन्दरता से परे है।
Question 3.
What does the line 'I never writ, nor no man ever loved' imply?
'मैंने कभी कुछ नहीं लिखा है, और न ही किसी व्यक्ति ने कभी प्यार किया है' यह पंक्ति क्या दर्शाती है?
Answer:
This line implies that all the statements of the poet about love are perfectly true. However, if he is proved to be wrong in his thoughts of love, he is ready to withdraw all that he has ever written and confirms that no man has ever loved.
यह पंक्ति इस बात को दर्शाती है कि प्रेम के बारे में कवि की कही हुई सारी बातें पूरी तरीके से सच हैं। फिर भी यदि वह प्रेम सम्बन्धित अपने विचारों में गलत सिद्ध होता है तो जो कुछ भी उसने कभी भी लिखा है उस सबको वह वापस लेने के लिये तैयार है और वह इस बात को भी पक्के तौर से कहता है कि तो फिर किसी व्यक्ति ने कभी प्रेम किया ही नहीं है।
Question 4.
Love is presented as the subject or doer of actions in the poem. Why do you think the poet has used this form rather than involving human agents?
कविता में प्रेम को विषय-वस्तु या कर्ता के रूप में प्रस्तुत किया गया है। तुम्हारे विचार से कवि ने मनुष्य के बजाय इस प्रकार का प्रयोग क्यों किया है?
Answer:
It is noteworthy here that the poet has chosen love as the subject of the poem and not the human being. The reason is that human beings are fickle minded in nature while love being an eternal quality is constant. A man's emotions and sentiments undergo frequent changes and love does not change in any circumstances.
यह बात यहाँ उल्लेखनीय है कि कवि ने कविता की विषय-वस्तु के लिये प्रेम को चुना है और न कि मनुष्य को। कारण यह है कि मनुष्य अपने स्वभाव में अस्थिर मानसिकता वाले होते हैं जबकि प्रेम एक शाश्वत गुण होने के कारण स्थिर रहता है। मनुष्य की भावनाएँ अक्सर परिवर्तित हो जाती हैं और प्रेम किसी भी परिस्थिति में नहीं बदलता है।
Question 5.
Explain the phrases :
(a) his bending sickle's compass ...
(b) Time's fool.
इन वाक्यांशों की व्याख्या करिये
(a) उसके झुके हुए हंसिये की परिधि
(b) समय का मूर्ख।
Answer:
(a) Bending sickle is used for reaping the harvest. Time has been shown to be using a bending sickle and reaping the harvest. It gives the sense that Time destroys everything but it cannot affect love because love is eternal and does not come in the range of Time's sickle.
झुके हुए हँसिये का उपयोग फसल काटने के लिये किया जाता है। समय को एक ऐसे वक्राकार हंसिये का उपयोग करते हुए दिखाया गया है। यह इस भाव को प्रस्तुत करता है कि समय प्रत्येक वस्तु को नष्ट कर देता है परन्तु यह प्रेम को प्रभावित नहीं कर सकता है क्योंकि प्रेम शाश्वत है और यह समय के हंसिये की परिधि में नहीं आता है।
(b) ‘Time's fool' means under the impression of Time. The poet means to say that love is not at the mercy of time. True love is not affected by the growing age. Physical beauty may fall prey to Time's sickle but not the love; it is permanent.
'समय के मूर्ख' का अर्थ है समय के प्रभाव के अन्तर्गत होना। कवि के कहने का तात्पर्य है कि प्रेम समय की दया पर आश्रित नहीं है। सच्चा प्रेम बढ़ती उम्र के द्वारा प्रभावित नहीं होता है। शारीरिक सौन्दर्य समय के हँसिये का शिकार हो सकता है परन्तु प्रेम नहीं; यह स्थाई होता है।
Question 1.
How does Shakespeare express his thoughts and feelings about close relationships in the poem?
शेक्सपियर इस कविता में घनिष्ठ सम्बन्धों के बारे में अपने विचार और अपनी भावनाओं को किस प्रकार से व्यक्त करता है?
Answer:
Shakespeare asserts that those who truly love each other are constant in each other's lives. Any factor may attempt to remove the closeness in the relationship, but the love preserves itself. The poet uses the metaphor of a light-house to describe, how love overcomes the tumultuous changes.
True love and meaningful relationships are not shaken by the rough times because love serves as the North Star and always provides guidance and direction. Even to the edge of doom, the relationship remains steadfast and constant and unchangeable.
शेक्सपियर यह बताता है कि जो एक-दूसरे से सच्चाई के साथ प्रेम करते हैं वे एक-दूसरे के जीवन में स्थिरता लिये रहते हैं। कोई भी कारक सम्बन्धों में निकटता को दूर हटाने का प्रयास कर सकता है, लेकिन प्रेम अपने आप को बचाये रखता है। उथल-पुथल से भरे हुए परिवर्तनों में प्रेम कैसे विजय प्राप्त कर लेता है इस बात का वर्णन करने के लिये कवि प्रकाश-गृह रूपक का प्रयोग करता है। सच्चा प्रेम और अर्थपूर्ण सम्बन्ध उतार-चढ़ाव से भरे हुए समय के कारण डगमगाते नहीं हैं क्योंकि प्रेम ध्रुव तारे के रूप में कार्य करता है और हमेशा दिशा-निर्देश देता रहता है। प्रलय काल के किनारे तक भी सम्बन्ध सुदृढ़ और स्थिर और अपरिवर्तनीय बना रहता है।
Question 2.
Why does the poet say-I never writ, nor no man ever loved'?
कवि ऐसा क्यों कहता है- 'मैंने कभी लिखा ही नहीं है, और न ही किसी व्यक्ति ने कभी प्रेम किया है?
Answer:
Love does not change when times change. It is constant for ever and it is able to survive until the end of time itself. Finally in the rhyming couplet he states that if he is mistaken in his belief and his error is proved, it would mean that he has never written anything and no man has ever loved.The sonnet’s theme is the nature of true love. The poet admits no hurdle. To confirm this statement he says that true love is unalterable and is ever fixed. Furthermore a love like this is not affected by vagaries of time even though one may age and lose luster and vitality.
जब समय बदलता है तब प्रेम नहीं बदलता है। यह हमेशा के लिये स्थिर रहता है, और जब तक कि स्वयं समय समाप्त न हो जाये जब तक यह अपने अस्तित्व को बनाये रखने में समर्थ होता है। अन्त में एक समान तुकान्त वाली दो लाइनों में वह कहता है कि यदि मैं अपने विश्वास में गलत हो जाऊँ और यदि मेरी गलती सिद्ध हो जाये तो इसका तात्पर्य यह होगा कि मैंने कभी कुछ लिखा ही नहीं है और किसी व्यक्ति ने कभी प्रेम किया ही नहीं है।
सच्चे प्रेम का स्वभाव इस चौदह लाइन वाली कविता की कथावस्तु है। कवि इस बात को स्वीकार करते हुए कहता है कि ऐसे प्रेम में कोई बाधा नहीं हो सकती है। इस कथन को पक्का करने के लिये वह कहता कि सच्चा प्रेम अपरिवर्तनीय होता है। और आगे ऐसा भी है कि इस प्रकार का प्रेम समय के मनमौजी स्वभाव के द्वारा भी प्रभावित नहीं होता है चाहे भले ही कोई व्यक्ति उम्र में अधिक बूढ़ा होता जाये और चाहे भले ही वह अपनी आभा और जैव शक्ति को खो चुके।
Question 3.
Summarise Shakespeare's ideas on love in the light of the sonnet.
प्रस्तुत सोनेट की रोशनी में प्रेम के बारे में शेक्सपिअर के विचारों को संक्षेप में लिखिए।
Answer:
The poet does not admit that true love can be hindered. True love remains constant and unchanged under all circumstances. It is unshaken like the light-house which remains unaffected by storms. True love guides human beings in their lives as the Polestar does the ships that have lost their way. True love does not change with the passage of time and remains unaffected for ever.
कवि इस बात को स्वीकार नहीं करता कि सच्चे प्रेम को बाधित किया जा सकता है। सच्चा प्रेम सभी परिस्थितियों में स्थिर एवं अपरिवर्तित रहता है। सच्चा प्रेम प्रकाश-गृह की भाँति अचल रहता है। प्रकाश-गृह तूफानों में भी स्थिर बना रहता है। सच्चा प्रेम मनुष्यों का उनके जीवन में उसी तरह मार्गदर्शन करता है जिस तरह ध्रुव-तारा समुद्र में भटके हुए जहाजों का मार्गदर्शन करता है। सच्चा प्रेम समय के गुजरने से परिवर्तित नहीं होता तथा हमेशा अप्रभावित बना रहता है।
Seen Passages
Read the following stanzas carefully and follow the questions set thereon keeping the answers in mind :
Stanza-1.
Let me not to the marriage of true minds
Admit impediments.
Love is not love
Which alters when it alteration finds,
Or bends with the remover to remove.
Questions :
1. To whom does the expression, 'true minds' refer?
true minds' किनकी ओर संकेत करता है?
2. What can impediments' not do?
"impediments' क्या नहीं कर सकते?
3. Which 'Love is not love'?
कौनसा प्रेम, प्रेम नहीं होता है?
4. What views are put forth concerning true love in the given stanza?
सच्चे प्रेम के सम्बन्ध में प्रस्तुत पद्यांश में क्या विचार व्यक्त किए गए हैं?
Answers:
1. true minds' refers to those who love each other sincerely and faithfully true minds'
उन लोगों की ओर संकेत करता है जो एक-दूसरे से ईमानदारी और विश्वास से प्रेम करते हैं।
2. Impediments or hindrances cannot stop true lovers from uniting.
बाधाएँ अथवा अवरोध सच्चे प्रेमियों को मिलने से नहीं रोक सकते?
3. The love that changes when it finds a change in the person loved or breaks up in the face of indifference, is not true love.
प्रिय व्यक्ति में बदलाव अथवा उदासीनता देखकर बदल जाने वाला प्रेम सच्चा प्रेम नहीं होता।
4. True love is unstoppable. It remains firm and constant under all circumstances.
सच्चे प्रेम को रोका नहीं जा सकता। यह सभी परिस्थितियों में दृढ़ एवं स्थायी बना रहता है।
Stanza-2.
O no, it is an ever-fixed mark
That looks on tempests and is never shaken;
It is the star to every wandering bark,
Whose worth's unknown, although his height be taken.
Questions :
1. What is an ever-fixed mark and what is its merit?
'Ever-fixed mark' क्या है और इसकी क्या विशेषता है?
2. Who guides wandering ships in the sea?
समुद्र में रास्ता भटके जहाजों का मार्गदर्शन कौन करता है?
3. Why does the poet compare true love to the Pole-star?
कवि सच्चे प्रेम की तुलना ध्रुव-तारे से क्यों करता है?
4. Which figures of speech has the poet used to describe true love? ..
सच्चे प्रेम का वर्णन करने के लिए कवि ने किन उपमाओं का प्रयोग किया है?
Answers :
1. “An ever-fixed mark’ is a light-house. A light-house remains firm on its place despite the storms that rise in the sea.
'An ever-fixed mark' समुद्र के किनारे पर स्थित रोशनी-घर होता है जो उसके स्थान पर दृढ़ता के साथ खड़ा रहता है और समुद्र में आने वाले तूफानों से प्रभावित नहीं होता।
2. It is the Pole-star that guides the ships in the sea on the right path.
ध्रुव-तारा समुद्र में जहाजों को सही रास्ता दिखाकर उनका मार्गदर्शन करता है।
3. Just as the Pole-star guides the lost ships in the sea, so also true love guides the lovers on the right path in life.
जिस प्रकार ध्रुव-तारा समुद्र में रास्ता भटके हुए जहाजों का मार्गदर्शन करता है उसी प्रकार सच्चा प्रेम भी प्रेमियों का जीवन में मार्गदर्शन करता है।
4. The poet has used the metaphors of the light-house and the Pole-star to describe the constancy and significance of true love.
कवि ने सच्चे प्रेम के स्थायित्व एवं महत्त्व का वर्णन करने हेतु रोशनी-घर एवं ध्रुव-तारे की उपमाओं का प्रयोग किया है।
Stanza-3.
Love is not Time's fool, though rosy lips and cheeks
Within his bending sickle's compass come;
Love alters not with his brief hours and weeks,
But bears it out even to the edge of doom.
Questions :
1. Who is not a victim of time?
समय का शिकार कौन नहीं होता?
2. What can easily be destroyed by time?
समय द्वारा किसे आसानी से नष्ट किया जा सकता है?
3. What remains unchanged with the passage of time?
समय के प्रवाह के साथ क्या अपरिवर्तित रहता है?
4. How long does true love last?
सच्चा प्रेम कितने समय तक बना रहता है?
Answers :
1. True love cannot be a victim of time, i.e., time cannot affect true love. True love is permanent.
सच्चा प्रेम समय का शिकार नहीं होता। अर्थात् समय सच्चे प्रेम को प्रभावित नहीं कर सकता। सच्चा प्रेम स्थायी होता है।
2. Physical beauty can easily be destroyed by time.
शारीरिक सौन्दर्य को समय द्वारा आसानी से नष्ट किया जा सकता है।
3. True and faithful love and friendship remains unchanged with the passage of time.
सच्चा, समर्पित प्रेम एवं मित्रता समय के गुजरने पर भी अपरिवर्तित बने रहते हैं।
4. True love is permanent. It lasts even till the Day of Judgement.
सच्चा प्रेम स्थायी होता है। यह कयामत के दिन तक बना रहता है।
Stanza-4.
If this be error, and upon me proved,
I never writ, nor no man ever loved.
Questions :
1. “If this be an error........” What error is the poet talking about?
“If this...........” कवि किस गलती की बात कर रहा है?
2. What does the poet stake if he is proved wrong in his views about love?
प्रेम के बारे में उसके विचारों को गलत सिद्ध कर दिए जाने पर वह क्या दाँव पर लगाता है?
3. What does the poet want to confirm?
कवि किस बात की पुष्टि करना चाहता है?
4. How does the poet show his confidence in his views about love?
प्रेम के बारे में कवि उसके विचारों को लेकर किस प्रकार आत्मविश्वास का प्रदर्शन करता है?
Answers :
1. He is talking about his views about love. He challenges any man to prove him wrong in his views.
वह प्रेम के बारे में उसके विचारों की बात कर रहा है। वह किसी भी व्यक्ति को उसके विचारों को गलत सिद्ध करने की चुनौती देता है।
2. He stakes all his literary work and the fact that love exists in this world.
वह उसके सम्पूर्ण साहित्यिक कार्य को तथा इस तथ्य को दाँव पर लगाता है कि इस दुनिया में प्रेम का अस्तित्व है।
3. The poet wants to confirm that true love is permanent and unchanged for ever.
कवि इस बात की पुष्टि करना चाहता है कि सच्चा प्रेम स्थायी एवं अपरिवर्तित होता है, हमेशा के लिए।
4. The poet shows his confidence in his views by staking all his literary career and the very existence of love.
कवि उसके विचारों में आत्मविश्वास का प्रदर्शन करने हेतु उसके साहित्यिक जीवन एवं प्रेम के अस्तित्व को ही दाँव पर लगा देता है।
About the Poet
William Shakespeare (1564-1616) was one of the greatest poets and dramatists of the English language. Born at Stratford-on-Avon, England, he went to London where his reputation as a dramatist and poet was established. His Sonnets, 154 in number, probably written between 1593 and 1598, were published in 1602. The given sonnet is a sonnet number 116 in which we have a depiction of true love. His voluminous work includes 37 plays and two narrative poems.
कवि के बारे में
विलियम शेक्सपियर (1564-1616) अंग्रेजी भाषा के सबसे बड़े कवियों और नाटककारों में से एक थे। इंग्लैण्ड के स्ट्रैटफोर्ड-ऑन-ऐवन में पैदा होकर वे लन्दन चले गये थे जहाँ एक नाटककार और कवि के रूप में उनकी प्रतिष्ठा स्थापित हुई थी। उनकी सौनेट्स जो संख्या में 154 थीं, वे सम्भवतः 1593 और 1598 के बीच लिखी गई थीं और 1602 में वे प्रकाशित हुई थीं। दी गई सौनेट 116वीं संख्या की सौनेट है जिसमें सच्चे प्रेम का वर्णन है। उनके विस्तृत लेखन कार्य में 37 नाटक और दो वर्णनात्मक कविताएँ शामिल हैं।
About the Poem
The poet puts his view that those who love truly do not admit any hurdle on their way. Love is that which remains unchanged in any circumstances. It remains firm and the same. Love is like an ever fixed mark. It is unshaken despite the harsh winds of any trouble. Love is like the star which guides the lost ships. True love is not subject to the changing time.
Beauty fades as the time advances. Time damages rosy cheeks and lips. But love does not change with hours and weeks. Instead it bears it out to the doomsday. In the end he declares that if his statement is proved to be wrong, he must never have written a word and no man can ever have been in love.
कविता के बारे में कवि अपने इस विचार को रखता है कि जो लोग सच्चे मन से प्रेम करते हैं वे अपने मार्ग में किसी भी बाधा को स्वीकार नहीं करते हैं। प्रेम वह होता है जो किसी भी प्रकार की परिस्थितियों में अपरिवर्तित बना रहे। यह मजबूत और एक समान बना रहता है। प्रेम तो हमेशा के लिये सुनिश्चित एक आदर्श के समान है। किसी भी प्रकार की मुसीबत के कठोर तूफानों के बावजूद भी यह अडिग बना रहता है।
प्रेम उस तारे के समान है जो भटके हुए जहाजों को रास्ता दिखाता है। सच्चा प्रेम बदलते हुए समय के अधीन विवश नहीं है। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता है, वैसे-वैसे ही सुन्दरता मुरझाती जाती है। समय गुलाबी गालों और होंठों को नष्ट कर देता है। परन्तु इन घण्टों और हफ्तों के क्रम के साथसाथ प्रेम परिवर्तित नहीं होता है। इसके बजाय प्रेम अपने आपको प्रलय काल तक सुनिश्चित बनाये रखता है। अन्त में वह इस बात की घोषणा करता है कि अगर उसका कथन गलत सिद्ध हो जाये तो उसने कभी एक भी शब्द लिखा ही न होगा और किसी भी व्यक्ति को कभी भी प्रेम हुआ ही न होगा।
Stanzas of the Poem with Word-Meanings and Hindi Translation
Stanza-1.
Let me not to the marriage of true minds
Admit impediments. Love is not love
Which alters when it alteration finds,
Or bends with the remover to remove. (Page 109)
कठिन शब्दार्थ-marriage (मैरिज्) = communion (वैवाहिक साथ सम्पर्क) | minds (माइन्ड्स) = men having the mentality (मानसिकता को रखने वाले लोग)। admit (अड्मिट) = accept (स्वीकार करना) | impediments (इम्पेडिमन्ट्स) = obstacles (बाधाएँ) | alters (ऑल्ट(र)स) = changes (परिवर्तित हो जाता है)। alteration (ऑल्टरेशन्) = change (परिवर्तन)। bends (बैन्ड्स) = stoops, submits (झुकना, नम्र हो जाना)। remover (रिमूव(र)) = one takes away someone from the fixed place (वह जो किसी को उसके निर्धारित स्थान से दूर हटाता हो)।
हिन्दी अर्थ-सच्चे मन से प्रेम सम्पर्क में आये हुए लोगों के मार्ग में आने वाली किसी रुकावट को मैं स्वीकार नहीं करता हूँ। वह प्रेम कोई प्रेम नहीं होता है जो किसी परिवर्तन को पाकर परिवर्तित हो जाये या फिर प्रेम हटाने वाले लोगों के साथ मिलकर हटने के लिये थोड़ा-सा भी झुक जाये।
Stanza-2.
O no, it is an ever-fixed mark
That looks on tempests and is never shaken;
It is the star to every wandering bark,
Whose worth's unknown, although his height be taken. (Page 109)
कठिन शब्दार्थ-mark (माक्) = taken required standard (आदर्श चिह्न) । tempests (टैम्पैस्ट्स) = storms (तूफान)। shaken (शेकन्) = moved from side to side (डगमगा जाना) । bark (बाक्) = ship (जहाज)। worth (वथ्) = merit (योग्यता)। taken (टेकन्) = accepted (स्वीकृत)।
हिन्दी अर्थ-अरे नहीं (प्रेम बदलता नहीं है), यह तो हमेशा के लिये सुनिश्चित रहने वाला एक आदर्श चिह्न है जो तूफानों में भी (एक जैसा ही) दिखाई देता रहता है और कभी डगमगाता नहीं है। यह तो हर भटकते हुए जहाज के लिये उस (ध्रुव) तारे के समान है जिसकी योग्यता (प्रकृति) अज्ञात है यद्यपि उसकी ऊँचाई (श्रेष्ठता) को स्वीकार किया जाता है।
Stanza - 3.
Love's not Time's fool, though rosy lips and cheeks
Within his bending sickle's compass come;
Love alters not with his brief hours and weeks,
But bears it out even to the edge of doom. (Page 109)
कठिन शब्दार्थ-Time's fool (टाइम्स फूल्) = being affected in a fool like manner under the impression of time (समय के प्रभाव के कारण एक मूर्ख की तरह प्रभावित होकर व्यवहार करना)। bending (बेन्डिङ्) = curved like shape (घुमावदार आकृति वाला)। sickle (सिक्ल) = reaping hook (फसल काटने का हँसिया)। compass (कम्पस्) = range (विस्तार)। alters (ऑल्ट()स) = changes (बदल जाता है)। brief (ब्रीफ्) = short (संक्षिप्त)। bear out (बेअ(र) आउट) = confirm (सुनिश्चित रखना)। to the edge of doom (टू द ऐज ऑफ डूम्) = until the end of time and space (प्रलय काल तक)।
हिन्दी अर्थ-चाहे भले ही मनुष्य के गुलाबी होंठ और गाल समय के घुमावदार हंसिये रूपी हथियार की परिधि में आकर नष्ट हो जाते हैं परन्तु फिर भी यह प्रेम समय के ऐसे प्रभाव में आकर समाप्त नहीं होता है। घण्टे और हफ्तों के ऐसे संक्षिप्त काल परिवर्तन के साथ प्रेम नहीं बदलता है, बल्कि यह प्रलय काल तक सुनिश्चित बना रहता है।
Stanza-4.
If this be error, and upon me proved,
I never writ, nor no man ever loved. (Page 109)
कठिन शब्दार्थ-error (एर(र)) = wrong (गलत)। writ (रिट) = written (लिखा है)।
हिन्दी अर्थ-अगर यह (मेरी कही हुई बात) गलत हो जाये, और अगर (मेरी) गलती साबित होती हो तो (समझो कि) मैंने कभी कुछ लिखा ही नहीं है और न ही कभी किसी ने प्रेम किया है।