RBSE Solutions for Class 11 English Woven Words Essays Chapter 6 The Story

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 English Woven Words Essays Chapter 6 The Story Textbook Exercise Questions and Answers.

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RBSE Class 11 English Solutions Woven Words Essays Chapter 6 The Story

RBSE Class 11 English The Story Textbook Questions and Answers

Understanding the Text :

Question 1. 
What do you understand of the three voices in response to the question 'What does a novel do'?
'एक उपन्यास क्या करता है' इस प्रश्न के उत्तर में तीन स्वरों से आप क्या समझते हो?
Answer:
In this chapter the writer classifies the readers of a novel in three categories. The first voice or the reader is one who is good tempered person. He is engaged in some other activity but understands the merits of the novel. He lacks time to analyse novel.

The second voice is of the reader who treats novels very vaguely. For him a novel is nothing but an instrument to pass his free time. The third voice is of the reader who understands the soul of the novel. However, there is one thing common in all the three voices. They agree that a novel tells a story.

इस पाठ में लेखक पाठकों को तीन श्रेणियों में बांटता है। पहली आवाज या पाठक वह होता है जो एक अच्छे स्वभाव का व्यक्ति होता है। वह किसी अन्य गतिविधि में व्यस्त होता है, परन्तु उपन्यास के गुणों को समझता है। उसके पास उपन्यास का विश्लेषण करने का समय नहीं होता।

दूसरी आवाज उस पाठक की होती है जो पाठ को अत्यन्त लापरवाही से देखता है। उसके लिए उपन्यास और कुछ नहीं अपितु अपना रिक्त समय बिताने का एक जरिया होता है। तीसरी आवाज उस पाठक की होती है जो उपन्यास के मर्म को समझता है लेकिन उन तीन आवाजों में एक बात साझी होती है। वे इस पर सहमत होते हैं कि एक उपन्यास कोई कहानी बताता है।

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Question 2. 
What would you say are the finer growths' that the story supports in a novel?
वे 'महीन विकास' कौन से होते हैं जिसका कोई कथा उपन्यास में समर्थन करती है? ..
Answer:
The finer growths that a story supports in a novel are the art of characterisation. The other things are narrative techniques, theme and plot structure. The story is the backbone of any novel. Without it the other technicalities and structures are meaningless. The story contains the soul of the novel.

किसी उपन्यास में जिस महीन विकास का कहानी समर्थन करती है वह उसकी पात्र संरचना होती है। अन्य चीजें होती हैं कथा वाचन की तकनीकें, विषय-वस्तु और कथा संरचना। कहानी किसी भी उपन्यास की रीढ़ की हड्डी होती है। इसके बिना अन्य तकनीकी बातें और संरचनाएं अर्थहीन हो जाती हैं। कहानी में उपन्यास का मर्म छिपा होता है।

Question 3. 
How does Forster trace the human interest in the story to primitive times? 
फॉस्टर कहानी के प्रति मनुष्य की पुरातन काल से रुचि के बारे में कैसे बताता है?
Answer:
Forster says that human beings showed their interest since the primitive times. He says that anthropological evidence shows that even in the stone age man liked stories. He says that after their daily activities man used to rest his tired body and mind by listening to the stories. Then the author says that suspense is the key factor in every novel. It increases the person's interest in the novel. 

फॉस्टर कहता है कि पुरातन काल से ही मनुष्यों ने कहानी के प्रति अपनी रुचि दिखाई है। वह कहता है कि मानव जीव सम्बन्धी विज्ञान का सबूत दिखाता है कि पाषाण युग में भी मानव कहानियां पसन्द करता था। वह कहता है कि अपनी दैनिक गतिविधियों के बाद मानव अपने थके हुए शरीर और मन को कहानियां सुन कर बहलाता था। फिर लेखक कहता है कि अनिश्चितता की स्थिति हर उपन्यास में मुख्य कारक होता है। यह व्यक्ति की उपन्यास में रुचि को बढ़ा देता है।

Question 4. 
Discuss the importance of time in the narration of a story. 
कहानी के कथानक में समय के महत्त्व के बारे में बताएं।
Answer:
In this chapter Forster brings out the importance of time in a narration of a story. He says that the appearance of time is dull and ugly, yet it is intricately connected with our daily life. Forster says that daily life is full of time sense. However, in our daily life we can ignore the sequence of time. One can choose any situation and act accordingly.

Therefore our daily life is composed of two lives the life in time and the life by values. According to the essayist the story narrates the life in time sequence. However, we can ignore time in our daily life. The basis of the novel is story and a story is a narrative of events in time sequence.

RBSE Solutions for Class 11 English Woven Words Essays Chapter 6 The Story

इस पाठ में फॉस्टर किसी कहानी के वाचन में समय के महत्त्व को बताता है। वह कहता है कि समय का आगमन भद्दा और नीरस होता है लेकिन यह हमारे दैनिक जीवन के साथ अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है। फॉस्टर कहता है कि दैनिक जीवन समय के बोध से भरा हुआ है। लेकिन हम अपने दैनिक जीवन में समय के क्रम की अनदेखी कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति किसी भी स्थिति को चुन सकता है और उसी के अनुसार कार्य कर सकता है।

इस प्रकार हमारा दैनिक जीवन दो जीवनों से बना हुआ है-समय के अनुसार जीवन और मूल्यों के आधार पर जीवन । निबन्धकार के अनुसार कथा जीवन को समय के क्रमानुसार सुनाती है। लेकिन हम दैनिक जीवन में समय की अनदेखी कर सकते हैं । उपन्यास की बुनियाद कथा होती है और कथा समय के क्रम में घटनाओं का वर्णन होता है।

Talking about the Text :

Question 1. 
What does a novel do? 
एक उपन्यास क्या काम करता है?
Answer:
A novel basically reflects human condition in terms of narrative. It does so by involving a character or characters. It tells a story that not only entertains us but also gives us a message. A novel may be based on some real life incident, it can also be fictious.

एक उपन्यास मूल रूप से कथावाचन के सन्दर्भ में मनुष्य की हालत का वर्णन करता है। यह ऐसा पात्र या पात्रों को शामिल करके किया जाता है। यह हमें कोई ऐसी कहानी सुनाता है जो न केवल हमारा मनोरंजन करती है अपितु हमें कोई सन्देश भी देती है। कोई उपन्यास किसी सत्य घटना पर आधारित हो सकता है, यह काल्पनिक भी हो सकता है।

Question 2.
'Our daily life reflects a double allegiance to the life in time' and 'the life by values'.
हमारा दैनिक जीवन 'समयानुसार जीवन' और 'मूल्यानुसार जीवन' की दोहरी निष्ठा को दिखाता है।
Answer:
We owe a double allegiance to the life in time and the values. When we mention, “the life in time it means that we refer to the exact sequence in which events occur in our life. However, we may imagine that event can occur in a sequence of our choice. We may select experiences or events or impressions from any point of time according to their value or importance. This ability on our part shows that we can lead life by values also. 

हमारी जीवन में समय और मूल्यों के आधार पर दोहरी देनदारी है। जब हम 'समयानुसार जीवन' का वर्णन करते हैं तो हम अपने जीवन में घटित घटनाओं का सटीक वर्णन करते हैं। लेकिन हम कल्पना कर सकते हैं कि कोई घटना हमारी मर्जी के अनुसार घटित हो। हम घटनाओं या प्रभावों का समय के किसी भी बिन्दु से उसके मूल्य या महत्त्व के अनुसार चुनाव कर सकते हैं। हमारी यह योग्यता दिखाती है कि हम जीवन को मूल्यों के अनुसार भी जी सकते हैं।

Question 3. 
The description of novels as organisms. 
उपन्यासों का जीवों की तरह वर्णन।
Answer:
The novels are indeed like organisms. They have structure just as organisms have structure. A novel has a solid base in the story line. The story is the backbone of a novel. Just as an organism has birth, growth and decay, so does a novel have. A novel is like a system.

उपन्यास वास्तव में जीवों की भाँति होते हैं। जीवों की भाँति उनका भी ढांचा होता है। कथानक में उपन्यास की ठोस बुनियाद होती है। किसी भी उपन्यास की कहानी उसकी रीढ़ की हड्डी होती है। जैसे कि किसी जीव का जन्म, विकास और क्षय होता है, उसी प्रकार किसी भी उपन्यास का भी होता है। एक उपन्यास किसी व्यवस्था की भाँति होता है।

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Appreciation :

Question 1. 
How does Forster use the analogy of Scheherazade to establish his point? 
अपनी बात को सिद्ध करने के लिए फॉस्टर शीहरजेड का उदाहरण क्यों देता है?
Answer:
With the analogy of Scheherazade Forster enforces his point that suspense is an element which is most liked by the readers. Scheherazade would tell her husband a story every night, however in the dawn she would stop the story. In this way, she was able to stop his husband, who was the king, to execute a woman every day.

शीहरजेड के उदाहरण से फॉस्टर इस बिन्दु पर बल देता है कि अनिश्चय का तत्त्व किसी भी उपन्यास में पाठकों द्वारा सबसे अधिक पसन्द किया जाता है। शीहरजेड अपने पति को प्रतिदिन एक कहानी सुनाती थी, लेकिन पौ फटते ही वह कहानी सुनाना बन्द कर देती थी। इस प्रकार से वह अपने पति को, जो कि एक राजा था, प्रतिदिन एक स्त्री को मृत्युदण्ड देने से रोक पाई।

RBSE Class 11 English The Story Important Questions and Answers

Short Questions Answers :

Question 1. 
What would be the attitude of a person towards the novel who is probably a bus driver?
उस व्यक्ति का एक उपन्यास के प्रति क्या दृष्टिकोण होगा जो शायद एक बस ड्राइवर है?
Answer:
The person who drives a motor bus may be good tempered person. He might be educated. However, his work is such that he can't pay much attention towards the literature and its merits. In this way his attitude towards a novel would be vague.

ऐसा व्यक्ति जो कि मोटर बस चलाता हो वह एक अच्छे स्वभाव वाला हो सकता है । वह पढ़ा-लिखा भी हो सकता है। लेकिन उसका काम ऐसा होता है कि वह साहित्य और उसके गुणों के प्रति अधिक ध्यान नहीं दे पाता। इस प्रकार उसका उपन्यास के प्रति दृष्टिकोण अस्पष्ट सा होगा।

Question 2. 
How can you say that human beings like stories since the stone age? 
आप कैसे कह सकते हैं कि मनुष्य पाषाण युग से ही कहानी पसन्द करता है?
Answer:
The writer says that the liking of story by human beings is very old. We have evidence that the human beings liked story even during the stone age. The writer says that the primitive man used to enjoy story round the campfire. The human beings always liked the stories full of suspense.

लेखक कहता है कि कहानी के प्रति मनुष्य की चाहत बहुत प्राचीन है। हमारे पास इस बात के साक्ष्य हैं कि पाषाण युग का मनुष्य भी कहानी सुनना पसन्द करता था। लेखक कहता है कि आदि मानव भी कैम्प फायर के इर्द-गिर्द कहानी सुनना पसन्द करता है। मनुष्य सदा से ऐसी कहानियां पसन्द करता रहा है जो अनिश्चितता से भरी हों।

Question 3. 
How was Scheherazade able to avoid her fate? 
शीहरजेड अपनी बदकिस्मती टालने में सफल कैसे रही?
Answer:
Scheherazade was married to a cruel and eccentric king. He would marry on daily basis. On the wedding night he would execute his wife. However, Scheherazade could tell him a story in the night but she would not complete it. At the crack of dawn she would leave the story at some interesting point. The king would be so eager to hear the story that he did not execute her and ultimately left his cruel practice forever. 

शीहरजेड का विवाह एक क्रूर और सनकी राजा से हुआ था। वह प्रतिदिन विवाह करता है और विवाह की रात को ही अपनी पत्नी को मृत्युदण्ड दे देता। लेकिन शीहरजेड उसे रात को कहानी सुनाती परन्तु वह उसे समाप्त नहीं करती। पौ फटते ही वह किसी रोचक बिन्दु पर कहानी को छोड़ देती। राजा कहानी को सुनने के लिए इतना आतुर हो जाता कि वह उसे मृत्युदण्ड नहीं देता और अन्ततः उसने यह क्रूर क्रिया छोड़ दी।

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Question 4. 
The daily life is full of time sense. How can we avoid this sense? 
दैनिक जीवन समय के बोध से भरा होता है। हम कैसे इस बोध से बच सकते हैं?
Answer:
Our daily life is full of time sense. Everything occurs in a system in our daily life. However we can avoid this sense by using our imagination. In our imagination we can think that we are not following the sequence of time. But we must realize that we can't avoid time sequence and sense in our daily life.

हमारा रोज का जीवन समय के बोध से भरा होता है। हमारे दैनिक जीवन में हर बात एक व्यवस्था अनुसार ही होती है। लेकिन हम इस बोध को अपनी कल्पना का प्रयोग करके टाल सकते हैं। हम अपनी कल्पना में सोच सकते हैं कि हम समय के क्रम का अनुसारण नहीं कर रहे। परन्तु हमें यह बात अवश्य जाननी चाहिए कि हम समय के क्रम से अपने दैनिक जीवन में बच नहीं सकते।

Question 5. 
Why does the author say that human beings are also like Scheherazade's husband?
लेखक ऐसा क्यों कहता है कि मानव जीव शीहरजेड के पति की तरह होते हैं?
Answer:
Like Scheherazade's husband human beings only want to know what will going to .. happen next in a story. For almost every human being suspense is most important in the story. Though they are civilized yet they lack literary judgements. Same was the case with
told by his wife.

शीहरजेड के पति की भाँति मानव सदा जानने को आतुर रहते हैं। लगभग हर मानव में अनिश्चितता हर कहानी में सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण होती है। यद्यपि वे सभ्य होते हैं तथापि उनमें साहित्यिक परख की कमी होती है। यही बात शीहरजेड के पति में थी। वह यह बात जानने के लिए आतुर रहता था कि कहानी में आगे क्या होगा जो उसे उसकी पत्नी सुना रही होती थी। 

Long Questions Answers :

Question 1. 
How can we understand that the fundamental aspect of the novel is its story telling aspect?
हम कैसे समझ सकते हैं कि उपन्यास का मुख्य पहलू उसका कहानी सुनाने का पहलू होता है?
Answer:
We cannot answer this question in one voice because there are different views of different people as regards a novel. We should approve these views in separate voices. We should listen three voices. If we ask a person, "What does a novel do?" He will reply peacefully, he does not know. It looks a funny question. He will say that it is a type of story.

The second person will answer in an aggressive way that a novel tells a story of something and he cannot take advantage of it if it does not do so. The third voice will say in a sad voice that a novel tells a story. Therefore, we can say that its main aspect is to tell a story.

हम इस प्रश्न का उत्तर एक स्वर में नहीं दे सकते क्योंकि उपन्यास के सम्बन्ध में भिन्न-भिन्न लोगों के भिन्न-भिन्न विचार होते हैं। हमें इन विचारों की स्वीकृति अलग स्वरों में देनी चाहिए। हमें तीन स्वरों को सुनना चाहिए। यदि हम किसी एक व्यक्ति से पूछते हैं, "उपन्यास का क्या काम होता है?" वह शान्ति से जवाब देगा, वह नहीं जानता है।

यह हास्यास्पद प्रश्न है। वह कहेगा कि यह एक कहानी की तरह होता है। दूसरा व्यक्ति आक्रामक होकर उत्तर देगा कि उपन्यास किसी चीज की कहानी सुनाता है और इससे उसको कोई लाभ नहीं यदि वह ऐसा नहीं करता है। तीसरा स्वर दुःख की आवाज में कहेगा कि उपन्यास कहानी सुनाता है। अतः हम कह सकते हैं कि इसका मुख्य पहलू कहानी सुनाने का है।

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Question 2.
How can we come to the climax of a novel of our assumption? 
हम पूर्व धारणा के अनुसार किसी उपन्यास के चरमोत्कर्ष पर कैसे पहुँच सकते हैं?
Answer:
It is very difficult to say that we can come to the climax of a novel before its completion. The more we look at the story of a novel we disentangle it from the finer growths that it supports, the less shall we find to admire. It runs like a backbone-or may the author may say a tape-worm--for its beginning and end are artitrary. A novel can be of telling a very old story. Its audience can also be primitive of shock-heads and are curious to know what will happen next.

यह बताना बहुत कठिन है कि हम किसी उपन्यास के चरमोत्कर्ष पर उसके समाप्त होने से पूर्व अपनी पूर्व धारणा के अनुसार पहुँच जाएँ। जितना ही अधिक हम किसी उपन्यास की कहानी की ओर ध्यान देंगे, उतना ही हम इसे इसके सूक्ष्म अर्थों से अलग कर देंगे जिसको कि यह सहारा देती है और हम उसकी उतनी ही कम प्रशंसा करते हैं।

यह किसी रीढ़ की हड्डी की तरह दौड़ती है या लेखक कह सकता है कि इसकी शुरुआत और अंत विवेकानुसार होता है। एक उपन्यास एक प्राचीन कहानी कहने वाला भी हो सकता है और इसके श्रोतागण भी सदमे-सिर वाले जिज्ञासु होते हैं कि आगे क्या होगा।

Question 3.
How can we link our daily life with time sense? हम अपने दैनिक जीवन को समय की समझ के साथ कैसे जोड़ सकते हैं?
Answer:
As we know and understand that our daily life is linked with time sense. What happens in our day to day life, is a system ascertained by nature. Generally, we say God knows. We can assume any event in our daily life. We can avoid it by using our imagination. We generally do our work in the sequence of time. Sometime we fail to link it with time sense and sometime we succeed in linking it with time. Every person is in the habit of imagining things in view of their completion. But nobody can be sure of it because many things are universal.

जैसा कि हम जानते हैं और समझते हैं कि हमारा दैनिक जीवन समय के बोध से जुड़ा हुआ है। जो कुछ भी दिन प्रतिदिन हमारे जीवन में घटित होता है यह एक पद्धति के अनुसार प्रकृति द्वारा निश्चित होता है। सामान्यतः हम कहते हैं भगवान जानता है। हम अपने दैनिक जीवन में किसी घटना की पूर्वधारणा बना लेते हैं।

हम अपनी कल्पना का प्रयोग करके इस घटना से बच सकते हैं । सामान्यतः हम अपना कार्य समय से जोड़कर पूरा करते हैं। कभी हम समय से जोड़कर असफल हो जाते हैं और कभी हम समय से जोड़कर सफल हो जाते हैं। प्रत्येक व्यक्ति की आदत होती है कि वह कार्यों की समाप्ति के दृष्टिकोण से कल्पना करता है। लेकिन कोई भी व्यक्ति इसके लिए निश्चित नहीं हो सकता क्योंकि बहुत-सी चीजें सार्वभौमिक हैं।

Question 4. 
Why does the author say that we are like Scheherazade's husband in perspective of a novel?
लेखक उपन्यास के परिप्रेक्ष्य में ऐसा क्यों कहता है कि हम सब शीहरजेड के पति की तरह हैं?
Answer:
We like Scheherazade's husband because her husband married a girl on daily basis. His wife was always beheaded after the wedding night. Scheherazade told her father that she wished to marry the king. Her father agreed reluctantly.

She told the king an interesting story on their wedding night and made sure to stop at an interesting point at the crack of dawn. The king was unwilling to execute her because he wanted to hear the end of the story. She linked stories over many nights and the king accepted her as his queen.

हम शीहरजेड के पति की तरह हैं क्योंकि उसका पति प्रतिदिन एक लड़की से विवाह रचाता था। उसकी पत्नी का सिर विवाह की रात्रि के बाद काट दिया जाता था। शीहरजेड ने अपने पिता से कहा कि उसकी राजा से शादी करने की इच्छा थी। उसका पिता बेमन से विवाह के लिए राजी हो गया।

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अपने विवाह की रात्रि उसने राजा को एक रुचिकर कहानी सुनाई और उसने सुबह होने के समय एक रुचिकर बिन्दु पर कहानी कहना बंद करना सुनिश्चित किया। राजा ने उसे मृत्युदंड देने की इच्छा त्याग दी क्योंकि वह कहानी का अंत सुनना चाहता था। उसने कई रातों तक कहानियों का क्रम जारी रखा और राजा ने उसे अपनी रानी के रूप में स्वीकार कर लिया।

Seen Passages 

Read the following passages carefully and answer the questions given below : 

निम्न अनुच्छेदों को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा उनके नीचे दिए हुए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

Passage 1. 

We shall all agree that the fundamental aspect of the novel is its story-telling aspect, but we shall voice our assent in different tones, and it is on the precise tone of voice we employ now that our subsequent conclusions will depend.

Let us listen to three voices. If you ask one type of man, "What does a novel do?' he will reply placidly, 'Well - I don't know - it seems a funny sort of question to ask - a novel's novel-well, I don't know-I suppose it kind of tells a story, so to speak'. He is quite good tempered and vague, and probably driving a motor-bus at the same time and paying no more attention to literature than it merits.

Another man, whom I visualise as on a golf-course, will be aggressive and brisk. He will reply, 'What does a novel do? Why, tell a story of course and I've no use for it if it didn't. I like a story. Very bad taste, on my part, no doubt, but I like a story. 

Questions : 

1. What is fundamental aspect of the novel?
उपन्यास का बुनियादी दृष्टिकोण क्या है? 

2. What will our subsequent conclusions depend on?
हमारे तदनंतर निष्कर्ष किस पर निर्भर रहेंगे? 

3. What will one type of man reply about a novel? 
एक प्रकार का मनुष्य उपन्यास के बारे में क्या उत्तर देगा? 

4. What reply will give the second type of man about a novel?
उपन्यास के बारे में दूसरे प्रकार का व्यक्ति क्या जवाब देगा? 

5. What reply will give another man about the novel whom the author visualises?
लेखक की कल्पना के अनुसार किसी अन्य व्यक्ति का उपन्यास के बारे में क्या उत्तर होगा? 

6. Find out the words from the passage which mean the following:
अनुच्छेद से उन शब्दों को बताइये जिनके अर्थ निम्न हैं : 
(a) to have the same opinion.
(b) angry and behaving in a threatening way. 
Answers : 
1. We shall all agree that the fundamental aspect of the novel is its story-telling aspect.
हम सभी सहमत होंगे कि उपन्यास का बुनियादी दृष्टिकोण इसका कहानी सुनाने का दृष्टिकोण होता है। 

2. Our subsequent conclusions will depend on the precise tone of voice but we can voice our assent in different tones. 
हमारे तदनंतर निष्कर्ष की ध्वनि संक्षिप्तता पर निर्भर होगी परन्तु हमारी अधिकारिक स्वीकृति विभिन्न ध्वनियों की होगी। 

3. One type of man will reply placidly, well-he does not know and say that it seems a funny sort of question to ask. 
एक तरह का व्यक्ति शान्त भाव से उत्तर देगा, अच्छा-वह नहीं जानता है और कहता है कि यह पूछना एक विचित्र प्रकार का प्रश्न है। 

4. The second type.of man will not pay more attention to literature. It will be like driving a motor-bus at the same time. 
दूसरे प्रकार का व्यक्ति साहित्य पर अधिक ध्यान नहीं देगा। यह एक तरह से एक समय में ही मोटर बस चलाने जैसा होगा। 

5. The author visualises this man to be on a golf-course. This man will be aggressive and brisk. He will say that he has no use of telling a story. लेखक इस व्यक्ति का गोल्फ कोर्स पर होने की कल्पना करता है । यह व्यक्ति आवेश में आ जाएगा और व्यस्त होगा। वह कहेगा कि कहानी सुनाने का उसके लिए कोई उपयोग नहीं है। 

6. (a) agree
(b) aggressive

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Passage 2.

We are like Scheherazade's husband in that we want to know what happens next. That is universal and that is why the backbone of a novel has to be a story. Some of us want to know nothing else there is nothing in us but primeval curiosity and, consequently, our other literary judgements are ludicrous. And now the story can be defined. It is a narrative of events arranged in their time sequence-dinner coming after breakfast, Tuesday coming after Monday, decay after death, and so on. 

Qua story, it can only have one merit; that of making the audience want to know what happens next. And, conversely, it can have only one fault : that of making the audience not want to know what happens next. These are the only two criticisms that can be made on the story. It is the lowest and simplest of literary organisms. Yet it is the highest factor common to all the very complicated organisms known as novels. 

Questions : 

1. What do we want to know that is universal?
हम क्या जानना चाहते हैं जो सार्वभौमिक है? 

2. Why do we want to know nothing else?
हम कुछ और क्यों नहीं जानना चाहते हैं? 

3. How can a story be defined?
एक कहानी को कैसे परिभाषित किया जा सकता है? 

4. What merit does a novel have?
एक उपन्यास का क्या गुण होता है? 

5. What one fault can it have conversely?
विपरीत रीति से इसमें एक दोष क्या हो सकता है? 

6. Find out the words from the passage which mean the following :
अनुच्छेद से उन शब्दों को बताइये जिनके अर्थ निम्न हैं : 
(a) the process or result of being destroyed by natural causes:
(b) the group of people who have gathered to watch or listen to something. 
Answers : 
1. That is universal we want to know what happens next. And that is why the backbone of a novel has to be a story. 
हम जानना चाहते हैं आगे क्या होगा वह सार्वभौमिक है। और यह है कि किसी उपन्यास का महत्वपूर्ण अंश एक कहानी का होना है। 

2. Some of us want to know nothing else - there is nothing in us but primeval curiosity. 
हम में से कुछ और नहीं जानना चाहते। हमारे भीतर अति प्राचीन जिज्ञासा के सिवाय अन्य कुछ नहीं है। 

3. A story can be defined of a narrative of events arranged in their time sequence. As dinner comes after breakfast.
समय के क्रम में घटनाओं का विवरण जो कि क्रम में व्यवस्थित होता है कहानी के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। जिस तरह से सुबह के नाश्ते के पश्चात् दिन का मुख्य भोजन होता है। 

4. A novel has only one merit. It makes the audience want to know what happens next.
उपन्यास में सिर्फ एक गुण होता है। यह श्रोतागण को यह जानने देना चाहता है कि आगे क्या होगा।

5. It can have only one fault conversely. It does not let the audience know what happens next.
इसमें विपरीत रूप से केवल एक ही दोष हो सकता है। यह श्रोताओं को यह जानने नहीं देता है कि आगे क्या होगा। 

6. (a) decay
(b) audience

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Passage 3.

Daily life is also full of the time sense. We think one event occurs after or before another, the thought is often in our minds, and much of our talk and action proceeds from that assumption. Much of our talk and action, but not all; there seems something else in life besides time, something which may conveniently be called 'value', something which is measured not by minutes or hours, but by intensity,

so that when we look at our past it does not stretch back evenly but piles up into a few pinnacles and when we look at the future it seems sometimes a wall, sometimes a cloud, sometimes a sun, but never a chronological chart. Neither memory nor anticipation is much interested in Father Time, and all dreamers, artists and lovers are partially delivered from his tyranny.

Questions : 

1. How is our daily life full of?
हमारा दैनिक जीवन किस प्रकार भरा हुआ है? 

2. What seems something else in life besides time?
समय के अतिरिक्त जीवन में कुछ और क्या प्रतीत होता है? 

3. What is not measured by minutes or hours?
घंटों और मिनिटों से क्या नहीं मापा जा सकता है? 

4. What do we look when we look at the future?
जब हम भविष्य की ओर देखते हैं तो हम क्या देखते हैं? 

5. What is not interested much in Father Time?
एक काल्पनिक आकृति जो वृद्ध व्यक्ति के रूप में है उसमें क्या रुचि नहीं है? 

6. Find out the words from the passage which mean the following:
अनुच्छेद से उन शब्दों को ढूँढ़िये जिनके अर्थ निम्न हैं : 
(a) a belief or feeling that something is true or that something will happen.
(b) most important or successful part of something. 
Answers : 
1. Our daily life is full of the time sense. We think one event occurs after or before another and we assume. 
हमारा दैनिक जीवन समय के भाव से भरा पड़ा है। हम सोचते हैं कि कोई घटना पहले और बाद में घटती है और हम बिना प्रमाण के सत्य मान लेते हैं। 

2. There seems something else in life besides time. This something else is called conveniently ‘value'.
समय के अतिरिक्त जीवन में और भी कुछ अज्ञात है। इस विचार योग्य कुछ और को 'मूल्यवान' कहते

3. This something cannot be measured by minutes or hours, but by intensity. We can look at our past by means of it.
इस अज्ञात को मिनिटों और घंटों में नहीं मापा जा सकता बल्कि भाव प्रबलता के माध्यम से मापा जा सकता है। हम इस भाव प्रबलता के माध्यम से अपने भूतकाल को देख सकते हैं।

4. When we look at the future, it seems sometimes a wall, a cloud and a sun. We can never look chronological chart. 
जब हम भविष्य की ओर देखते हैं तो कभी दीवार प्रतीत होती है, एक बादल और एक सूर्य भी प्रतीत होता है। हम घटित होने के क्रम में संयोजित घटनाएँ कभी नहीं देख सकते। 

5. Neither memory nor anticipation is much interested in Father Time and all dreamers, artists and lovers are partially delivered from his tyranny.

न तो स्मृति न पूर्वाभास में उस काल्पनिक आकृति में कोई रुचि है और सभी स्वप्नदृष्टा, कलाकार और प्रेमी उसके अन्यायपूर्ण बल प्रयोग द्वारा अंशतः पहुँचाए जाते हैं। 

RBSE Solutions for Class 11 English Woven Words Essays Chapter 6 The Story

6. (a) assumption 
(b) pinnacles

The Story Summary and Translation in Hindi

लेखक के बारे में

ई.एम. फॉस्टर (1879-1970), एक प्रसिद्ध अंग्रेज लेखक और आलोचक था, जिसने कई संक्षिप्त कथाएं, उपन्यास और लेख लिखे हैं। उसका पहला उपन्यास, वेअर ऐंजल्स फिअर टू ट्रीड, 1905 में प्रकाशित हुआ था। इसके बाद हावर्डज़ एण्ड और ए पैसेज टू इन्डिया उसके अन्य प्रसिद्ध काम हैं। द हिल आफ देवी, भारत का चित्र जो कि व्याख्या के साथ था, 1953 में आया। यह निबन्ध जो | यहां दिया गया है असपैक्टस ऑफ द् नावल के दूसरे अध्याय से लिया गया एक भाग है|

Introduction to the Essay

In this essay the writer says that man since the time immemorial likes story. He says that a novel tells us a story. According to him different types of people have different approach to a novel. Some only like its story where some others want higher forms of literature in it. He says man always likes story that has an element of suspense in it. He says that our daily life does have time sense however we can ignore it. In any story or novel we can't ignore time. The story strictly follows the time sequence. Time is the basis of every novel.

निबन्ध का परिचय

इस कहानी में लेखक कहता है कि आदमी चिरकाल से कहानी को पसन्द करता आ रहा है। वह कहता है कि कोई उपन्यास कहानी सुनाता है। वह कहता है विभिन्न प्रकार के लोगों का किसी भी उपन्यास के प्रति अलग-अलग दृष्टिकोण होता है। कई केवल, इसकी कथा ही पसन्द करते हैं जबकि अन्य साहित्य का उच्च दर्जा चाहते हैं।

वह कहता है कि मनुष्य सदा ऐसी कहानी पसन्द करता है जिसमें अनिश्चितता का तत्त्व हो। वह कहता है कि हमारे दैनिक जीवन में समय का बोध अवश्य होता है। लेकिन हम उसकी अनदेखी कर सकते हैं। किसी भी उपन्यास या कहानी में हम समय की अनदेखी नहीं कर सकते। कहानी सख्ती से समय के क्रम के अनुसार चलती है। हर उपन्यास का आधार समय होता है।

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद

We shall......... atavistic form. (Page 182)

कठिन शब्दार्थ : precise-(प्रिसाइस्), clear and accurate, स्पष्ट और सही; placidly(प्लैसिड्लि), calmy, शान्त भाव से; drooping-(ड्रपिङ्), bending or hanging down, नीचे झुकती

हिन्दी अनुवाद : हम सभी इस बात पर सहमत हैं कि किसी उपन्यास का मुख्य पहलू, उसका कहानी सुनाने का पहलू होता है, परन्तु हमें अपनी स्वीकृति अलग-अलग सुरों से देनी चाहिए, और यह स्पष्ट और सही सुर होता है जिस पर हमारे आने वाले निष्कर्ष निर्भर करेंगे। आइए हम तीन आवाजों को सुनें। यदि आप एक व्यक्ति से पूछे, 'उपन्यास क्या करता है?' वह शान्ति से उत्तर देगा 'मुझे नहीं पता- मैं नहीं जानता-यह एक हास्यप्रद प्रश्न लगता है- एक उपन्यास, उपन्यास होता हैठीक हैं, मुझे नहीं पता-मुझे लगता है यह एक प्रकार की कहानी होता है, जैसा कि बोला जाए'। 

वह अच्छे स्वभाव का होगा और बुद्धिहीन होगा और साहित्य के प्रति उतना ध्यान नहीं देता होगा जितना कि उसे देना चाहिए। एक अन्य व्यक्ति, जिसे मैं गोल्फ के मैदान पर देखता हूँ, जो कि स्वभाव से आक्रामक और तेज-तर्रार होगा। वह उत्तर देगा, 'एक उपन्यास क्या काम करता है?' क्यों, यह किसी चीज की कहानी सुनाता है, और मेरे लिए इसका कोई लाभ नहीं यदि यह ऐसा नहीं करता। मुझे कहानी पसन्द है।

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मेरी पसन्द बहुत बुरी है निस्सन्देह, परन्तु मुझे कहानी पसन्द है। आप अपनी कला वापस ले सकते हो, आप अपना साहित्य वापस ले सकते हो, आप अपना संगीत वापस ले सकते हो, परन्तु मुझे एक अच्छी कहानी दे दो। और मैं चाहता हूं कि एक कहानी, कहानी की तरह और मेरी पत्नी की कहानी की तरह हो । 

और एक तीसरा आदमी झुकी हुई और अफसोसजनक आवाज में कहता है, हां-प्रिय हां-एक उपन्यास कहानी सुनाता है।' मैं सबसे पहले वक्ता का सम्मान और उसकी प्रशंसा करता हूँ। मैं दूसरे से बचता हूँ और भय अनुभव करता हूँ। और तीसरा तो मैं स्वयम् ही हूँ। हां-ओह हां प्रिय-एक उपन्यास कहानी सुनाता है। यह एक मूल भाग है जिसके बिना यह अस्तित्व में नहीं रह सकता। यह उपन्यासों के बारे में सबसे अधिक पाया जाने वाला तथ्य है, और मेरी इच्छा थी कि ऐसा न हो, यह कुछ भिन्न होता है-कोई संगीत होता या सत्य की अनुभूति हो न कि यह निम्न संज्ञाहीन रूप। 

For, the more ........ was preserved. (Page 183) 

कठिन शब्दार्थ : disentangle-(डिसिन्टैङग्ल्), to free something connected with some other thing, किसी वस्तु को अन्य लिपटी हुई वस्तु से अलग करना; Neolithic times-(नीअलिथिक् टाइम्ज्), New stone age, नव पाषाण काल; Paleothic-(पेलिओथिक्), old stone age, पुरातन पाषाण काल; Neanderthal man-, extinct species of humans that lived in Europe and Asia about 40000 years, विलुप्त मानव जाति जो यूरोप और एशिया में 40,000 वर्ष पहले रहा करते थे; 

gapping-(गेपिङ्), staring, एकटक घूरते हुए; scherazade a major female story letter of the Middle Easterm collection of tales known as the 'One Thousand and One Nights'. मध्यपूर्व का एक मुख्य कथावाचक जिसकी कथाओं के समूह को 'वन थाऊजन्ड एण्ड वन नाइट्स' कहा जाता है; ingenious(इन्जीनिअस्), made in a planned way, कुशलता से बनाया गया; vivid-(विविड), having or producing a clear picture in mind, सजीव और सुस्पष्ट; delineation-(डिलिनिएशन्), description, आलेखन; discreet-(डिस्क्रीट), careful in what you say, सावधान, सतर्क।

हिन्दी अनुवाद : जितना हम कहानी को अधिक देखते हैं (कहानी वह कहानी है, मन) उतना ही हम इसे इसके सूक्ष्म अर्थों से अलग कर देते हैं जिसको यह सहारा देती है, इसकी हम उतनी ही कम प्रशंसा करते हैं। यह किसी रीढ़ की हड्डी की तरह दौड़ती है- या मैं कहूंगा किसी टेपवार्म की तरह-क्योंकि इसकी शुरुआत और अन्त विवेकानुसार होता है। यह अत्यधिक पुराना हो सकता है- नव पाषाण युग तक, शायद पुरातन पाषाण युग तक। आदिमानव कहानियां सुनता था, यदि कोई उसकी खोपड़ी के आकार से इसका अनुमान लगा सके तो। 

पुरातन श्रोता मोटे बालों वाले होते थे, जो कि अलाव के गिर्द टकटकी लगाए बैठे रहते थे, अपने आपको भीमकाय हाथियों या फर वाले गैंडों के साथ संघर्षों में थकाते थे। अब आगे क्या होगा? उपन्यासकार भिनभिनाता रहा और जैसे ही दर्शकों ने अनुमान लगाया, वे या तो सो गए या उन्होंने उसे मार डाला। हम इस प्रकार के खतरों का अनुमान लगा सकते हैं यदि हम बाद के समयों में शीहरजेड के व्यवसाय के बारे में सोचें। शीहरजेड ने स्वयं को भाग्य से बचा लिया क्योंकि वह जानती थी कि कैसे अनिश्चय के शस्त्र को चलाया जाता है-जो कि एकमात्र साहित्यिक औजार होता है 

जो आतताइयों और बर्बर लोगों पर कोई प्रभाव डाल सकता है। यद्यपि वह एक महान् उपन्यासकार थी-अपने विवरणों में अति विशिष्ट, अपने निर्णयों में सहनशील, अपने चरित्र में कुशल, अपनी नैतिकता में अग्रणी, अपने विवरणों में सजीव, तीन पूर्वी देशों के बारे में अपनी जानकारी में दक्ष-फिर भी वह इन उपहारों के कारण अपने असहनशील पति से अपना जीवन नहीं बचा सकती थी। ये सब बातें तो मात्र आकस्मिक थीं।

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वह केवल इसलिए अपना जीवन बचा पाई कि वह राजा को उस कौतूहल में रख पाती थी कि अब कहानी में आगे क्या होने वाला था। हर बार जब भी सूर्य को उदय होता देखती तो वह वाक्य के बीच में ही रुक जाती और उसे हैरान सा छोड़ देती। 'इसी क्षण शीहरजेड प्रातः होती देखती और शान्त हो जाती।' यह नीरस छोटा सा वाक्यांश ही 'वन थाऊजन्ड एण्ड वन नाईट्स' की रीढ़ की हड्डी थी जिससे कि वे बन्धे हुए थे और जिससे सबसे अधिक सुशिक्षित राजकुमारी के जीवन को संजो कर रखा गया। 

We are like...... daily life. (Pages 183-184) 

कठिन शब्दार्थ : primeval-(प्राइमीवल), from the earliest period of history, इतिहास का अति प्राचीन काल; ludicros-(लूडिक्रस्), very silly, बहुत बेतुका, हास्यास्पद; conversely-(कॉन्वस्लि ), विपरीत रीति से; इसके विपरीत, opposite to it; forceps-(फासेप्स्), an instrument used by surgeons to hold something, सर्जन की चिमटी, सँड़ासी; wriggling- (रिग्लिङ्), moving about in short movements, छटपटा रहा; interminable-(इन्टमिनब्ल्), endless, अनन्त।

हिन्दी अनुवाद : हम सभी शीहरजेड के पति की तरह इस बात में हैं कि हम जानना चाहते हैं कि आगे क्या होगा। यह सर्वव्यापक है और इसलिए उपन्यास की रीढ़ की हड्डी एक कहानी को होना होता है। हम में से कुछ और कुछ नहीं जानना चाहते-हम में और कुछ नहीं मात्र आदिकालीन कौतूहल होता है और परिणामस्वरूप, हमारे अन्य साहित्यिक निर्णय बहुत बेतुके से होते हैं। और अब कहानी की विवेचना की जा सकती है। यह घटनाओं का वर्णन होता है जिन्हें एक समय पद्धति में लगाया जाता है-रात का भोजन, नाश्ते के बाद । 

मंगलवार आ रहा होता है, मृत्यु के बाद सड़न, और इसी प्रकार से। तथाकथित कहानी में मात्र एक ही गुण हो सकता है। यह वह कि श्रोता जानना चाहते हैं कि आगे क्या होगा। और इसमें एक ही दोष हो सकता है कि श्रोता यह जानने के इच्छुक ही न हों कि क्या होगा। यह निम्नतम और सबसे सरल प्रकार का साहित्य होता है। फिर भी यह सभी जटिल साहित्यिक रचनाएं जिन्हें हम उपन्यास कहते हैं में पाया जाने वाला उच्चतम् कारक होता है।

जब हम कहानी को इससे उच्च गुणों से वंचित करते हैं जिससे कि यह आगे बढ़ती है और इसे सँडासी से पकड़ते हैं-मानो यह छटपटा रही हो और कभी समाप्त न होने वाली हो, तो समय का नग्न कीड़ा एक ऐसा रूप प्रस्तुत करता है जो कि भद्दा और नीरस होता है। परन्तु हमारे पास सीखने के लिए बहुत कुछ होता है। आओ हम इसका सम्बन्ध दैनिक जीवन से जोड़ने के साथ करें।

Daily life is ............ is a blunder. (Pages 184-185)

कठिन शब्दार्थ : assumption-, something that is accepted even without proof, पूर्व-धारणा; chronological-(क्रानलॉजिकल), arranged in the order in which the events happened, घटित होने के क्रम में संयोजित घटनाएं; allegiance-(अलीजन्स्), support for a leader, goverment, etc; नेता, सरकार आदि के प्रति निष्ठा; imperative-(इम्पेरंटिव), very important or urgent, बहुत महत्त्वपूर्ण और आवश्यक; mystic-(मिस्टिक्), a person who spends his/her life developing his/her spirit and commuting with God, ईश्वर या किसी देवता के साथ संवाद-स्थापना की साधना में आजीवन रत व्यक्ति।

हिन्दी अनुवाद : दैनिक जीवन अब भी समय की समझ के साथ है। हम सोचते हैं कि एक घटना दूसरी के बाद या पहले होती है, यह विचार प्रायः हमारे मनों में आता है और इस विचार के बाद कर्म किया जाता है। हमारी बहुत सी बातें और कार्य, परन्तु सभी नहीं, ऐसा प्रतीत होता है कि जीवन में समय के अतिरिक्त भी कुछ होता है; जिसे सुविधापूर्वक मूल्य' भी कहा जा सकता है, कोई ऐसी चीज जिसे मिनटों या घण्टों में मापा नहीं जा सकता,

अपितु वेग से मापा जा सकता है, इसलिए जब हम अपने भूत की तरफ देखते हैं तो यह समतल रूप से खींचा नहीं होता अपितु यह शिखरों की भाति ढेरों में होता है, और जब हम अपने भविष्य की तरफ देखते हैं यह कई बार किसी दीवार की तरह प्रतीत होता है, कई बार किसी बादल की तरह, कई बार किसी सूर्य की तरह, परन्तु कभी भी किसी क्रमानुसार चार्ट की तरह नहीं। 

न तो याद्दाश्त और न ही अनुमान समय रूपी पिता में अधिक रुचि रखते हैं, और सभी स्वप्न देखने वाले कलाकारों और प्रेमी लोगों को इसकी निर्दयता से छुड़ाया गया है; वह उन्हें मार तो सकता था परन्तु उनका ध्यान प्राप्त नहीं कर सकता था और प्रलय के समय जब घण्टा जोर से अपनी मीनार में बजेगा, वे दूसरी तरफ देख रहे होंगे। इसलिए दैनिक जीवन, जैसा भी यह वास्तव में हो, व्यावहारिक रूप से दो जीवनों से बना होता है- समय का जीवन और मूल्यों का जीवनऔर हमारा आचरण हमारी दोहरी निष्ठा दिखाता है। 'मैने उसे केवल पांच मिनट तक देखा पर यह इसके योग्य था। 

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वहां एक ही वाक्य में आपके पास दोनों निष्ठाएं हो सकती हैं। और कहानी जो करती है वह जीवन को समय में बताती है। और पूरा उपन्यास क्या करता है-यदि यह एक अच्छा उपन्यास हो तो-तो इसमें जीवन के मूल्य भी शामिल किए जाते हैं, इसे जांचने के लिए उपकरणों का प्रयोग करते हुए। यह भी दोहरी निष्ठा प्रदान करता है।

परन्तु यहां उपन्यास में समय के प्रति निष्ठा आवश्यक होती है। कोई भी उपन्यास इसके बिना लिखा ही नहीं जा सकता। जबकि दैनिक जीवन में, निष्ठा आवश्यक नहीं होती; हम जानते नहीं हैं, और कुछ रहस्यवादियों का अनुभव यह सुझाव देता है कि वास्तव में, यह आवश्यक नहीं होता, और हम इस बात को लेकर, बिल्कुल गलत हो सकते हैं कि सोमवार के बाद मंगलवार आता है, या मृत्यु के बाद सड़ाव आता है। 

यह मेरे या आपके लिए हमेशा सम्भव होता है कि हम दैनिक जीवन में इस बात से इन्कार करें कि समय का कोई अस्तित्व होता है और उसके अनुसार ही चलें यद्यपि हमें कोई समझ न सकें और हमारे साथी मनुष्य हमें पागलखाने। परन्तु एक उपन्यासकार के लिए उपन्यास के ताने बाने में समय की अवहेलना कभी सम्भव नहीं होता; उसे सदा, चाहे जितना भी हल्केपन से, कहानी के साथ चिपटे होना आवश्यक होता है, उसे अन्तहीन फीताकृमि को स्पर्श करना ही होता है, अन्यथा उसे समझा नहीं जा सकेगा, जो कि उसके सन्दर्भ में बहुत बड़ी भूल होगी। 

I am trying ........... in time sequence. (Page 185) 

कठिन शब्दार्थ : metaphysicians-(मेटाफिजिश्न्), an expert of the branch of philosophy that deals with first principles of things, तत्त्वज्ञानी; dethroned-(डीथ्रोन्ड्), गद्दी से हटाना; ingenious-(इन्जीनिअस्), clever, original, शुद्ध सरल; contravene-(कॉन्ट्रवीन्), to defy, अवहेलना करना।

हिन्दी अनुवाद : मैं समय के बारे में दार्शनिक होने का प्रयास नहीं कर रहा क्योंकि (विशेषज्ञ हमें इसके बारे में निश्चिन्त करते हैं) यह एक बाहरी व्यक्ति के लिए बहुत खतरनाक रुचि है, स्थान से भी कहीं अधिक घातक; और बहुत से तत्त्वज्ञानी इसको सही प्रकार से वर्णन न करने के कारण अपयश प्राप्त कर चुके हैं।

मैं मात्र इतना वर्णन करना चाहता हूं जैसे मैं अब व्याख्यान दे रहा हूँ मैं घड़ी की टिक-टिक सुन रहा हूँ। मैं समय के बोध को रख भी सकता हूँ और छोड़ भी सकता हूँ; जबकि किसी भी उपन्यास में सदैव एक कहानी होती है। लेखक घड़ी को नापसन्द कर सकता है । वुथरिंग हाइट्स में एमिली ब्रान्ट ने इसे छिपाने का प्रयास किया था। ट्रीसट्ररम शैन्डी में सटन ने इसे उल्टा घुमा दिया था। मॉसल प्राऊसट, और भी अधिक चतुर था, वह घड़ी की सूइयों से छेड़खानी करता रहता था ताकि उसका नायक एक ही समय पर टिका रह कर

अपनी प्रेमिका के साथ भोजन करता रहे या अपनी आया के साथ बाग में गेंद के साथ खेलता रहे । यह सभी विधियां कानूनी तौर पर ठीक हैं परन्तु इनमें से कोई भी हमारे शोध की अवेहलना नहीं करतीं; एक उपन्यास की बुनियाद एक कहानी होती है और एक कहानी समय के क्रमानुसार घटनाओं का वर्णन होता है। 

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From Aspects of the Novel : A Note (Pages 185-186) 

कठिन शब्दार्थ : auspices, with the help and support of, व्यक्ति की सहायता से या समर्थन से; mitigate (मिटिगेट्), to make something less serious, painful, unpleasant, etc. किसी बात की पीड़ा या गम्भीरता को कम कर देना; orifice-(ऑरिफिस्), an opening in a body, शरीर में कोई छिद्र; colloquial-(कलोक्विअल्), used in spoken conversation, not in formal situations, बोलचाल की भाषा में प्रयुक्त शब्द या वाक्यांश; backwaters-(बैक्वॉट(र)),  a place that is far away from where most things happen and is not affected by them, 7 विचारों या घटनाओं से अप्रभावित।

हिन्दी अनुवाद : ये कुछ व्याख्यान हैं (क्लार्क के व्याख्यान) जिन्हें ट्रीनीटी कॉलेज, कैम्ब्रिज की सहायता से 1927 की बसन्त ऋतु में प्रस्तुत किया गया। वे अनौपचारिक, वास्तव में अपने सुर में बातूनी और ऐसा प्रतीत होता था जब उन्हें पुस्तक के रूप में प्रस्तुत किया जाता था तो वे अधिक सुरक्षित लगती थीं, बिना बात की गम्भीरता को कम किए, यदि उनमें से कुछ भी छोड़ा न जाए। शब्द जैसे कि 'मैं', 'तुम', 'कोई', 'हम', 'काफी उत्सुकतावश', 'यदि ऐसा बोला जाए तो',

'जरा कल्पना करें' और 'क्यों नहीं' परिणामस्वरूप हर पन्ने पर आएंगे और उचित ही है कि वे प्रत्येक संवेदनशील पाठक को निराश करेंगे; परन्तु उससे पूछा जाता है यदि उन शब्दों को हटा दिया जाता है, तो शायद अन्य जो अधिक महत्त्व के हैं, वे रोम छिद्रों से निकल जाएंगे और क्योंकि उपन्यास अक्सर स्वयं में अनौपचारिक होता है, यह शायद गम्भीर और महान् आलोचकों से अपने कुछ रहस्य दबा कर रखता है और खोखले और नए विचारों से अप्रभावित व्यक्तियों के सामने उन्हें उजागर करता है।

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The 1001 Arabian Nights (Page 186)

हिन्दी अनुवाद : द् 1001 अरेबियन नाइट्स कहानियों का एक समूह है जो ढीले ढाले तौर से आपस में जुड़ा हुआ है, जिसे कि एक युवा लड़की शीहरजेड ने सुनाया था। वह एक वजीर या मंत्री की पुत्री थी, जिसे कि एक सनकी राजा की सेवा करनी पड़ती थी। राजा रोज विवाह करता था और सुहागरात पर उसकी पत्नी का सिर कलम कर दिया जाता था। शीहरजेड ने अपने पिता से कहा कि वह राजा से विवाह करना चाहती है।

वह हिचकिचाते हुए मान गया। उसने राजा को अपनी शादी वाली रात एक कहानी सुनाई, और यह बात सुनिश्चित कर वह पौ फटते इसे एक रोचक बिन्दु पर छोड़ दे। राजा उसे मृत्युदण्ड देने का अनिच्छुक था क्योंकि वह अन्त तक कहानी सुनना चाहता था। यह योजना बहुत जोखिम वाली थी, परन्तु शीहरजेड कई रातों तक कहानियों की एक कड़ी जोड़ने में सफल रही, जब तक कि राजा उसे अपनी रानी स्वीकार कर लेता और पत्नी को मृत्युदण्ड देने का यह क्रूर काम बन्द नहीं कर लेता।

Bhagya
Last Updated on Aug. 22, 2022, 12:49 p.m.
Published Aug. 22, 2022