Rajasthan Board RBSE Class 9 Social Science Important Questions Economics Chapter 3 निर्धनता : एक चुनौती Important Questions and Answers.
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वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
विश्व में सबसे अधिक निर्धन निवास करते हैं-
(अ) भारत में
(ब) अमेरिका में
(स) चीन में
(द) रूस में
उत्तर:
(अ) भारत में
प्रश्न 2.
नगरीय क्षेत्र में अधिकतम बेरोजगारी का प्रकार पाया जाता है-
(अ) प्रच्छन्न बेरोजगारी
(ब) मौसमी बेरोजगारी
(स) शिक्षित बेरोजगारी
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(स) शिक्षित बेरोजगारी
प्रश्न 3.
निर्धनता का मापन किस सामाजिक सूचक के माध्यम से किया जा सकता है-
(अ) निर्धनों में निरक्षरता स्तर
(ब) स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
(स) रोजगार के अवसरों की कमी
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 4.
भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता रेखा निर्धारण हेतु प्रतिदिन न्यूनतम कैलोरी उपभोग का मापदण्ड है-
(अ) प्रतिदिन 2100 कैलोरी का उपभोग
(ब) प्रतिदिन 2400 कैलोरी का उपभोग
(स) प्रतिदिन 2600 कैलोरी का उपभोग
(द) प्रतिदिन 2800 कैलोरी का उपभोग
उत्तर:
(ब) प्रतिदिन 2400 कैलोरी का उपभोग
प्रश्न 5.
भारत में सर्वाधिक निर्धनता अनुपात वाला राज्य है-
(अ) राजस्थान
(ब) बिहार
(स) ओडिशा
(द) हरियाणा
उत्तर:
(ब) बिहार
प्रश्न 6.
भारत में निर्धनता का मुख्य कारण है-
(अ) बेरोजगारी
(ब) जनसंख्या की तीव्र वृद्धि
(स) कृषकों की ऋणग्रस्तता
(द) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी।
प्रश्न 7.
वर्ष 2011-12 में भारत में निर्धन लोगों की संख्या कितनी थी?
(अ) 22 करोड़
(ब) 27 करोड़
(स) 34 करोड़
(द) 38 करोड़
उत्तर:
(ब) 27 करोड़
प्रश्न 8.
भारत में शहरी क्षेत्रों में निर्धनता रेखा निर्धारण हेतु प्रतिदिन न्यूनतम कैलोरी उपभोग का मापदण्ड है-
(अ) प्रतिदिन 2100 कैलोरी का उपभोग
(ब) प्रतिदिन 2400 कैलोरी का उपभोग
(स) प्रतिदिन 2700 कैलोरी का उपभोग
(द) प्रतिदिन 2800 कैलोरी का उपभोग
उत्तर:
(अ) प्रतिदिन 2100 कैलोरी का उपभोग
प्रश्न 9.
वर्ष 2011-12 में तेन्दुलकर कार्यप्रणाली के आधार पर देश का निर्धनता अनुपात कितना है?
(अ) 16 प्रतिशत
(ब) 20 प्रतिशत
(स) 22 प्रतिशत
(द) 24 प्रतिशत
उत्तर:
(स) 22 प्रतिशत
प्रश्न 10.
2011-12 में शहरी क्षेत्रों में निर्धनता रेखा का निर्धारण कितने रुपये प्रतिमाह व्यय रखा गया?
(अ) 616 रुपये प्रतिमाह
(ब) 816 रुपये प्रतिमाह
(स) 1000 रुपये प्रतिमाह
(द) 1100 रुपये प्रतिमाह
उत्तर:
(स) 1000 रुपये प्रतिमाह
प्रश्न 11.
2011-12 में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता रेखा का निर्धारण कितने रुपये प्रतिमाह व्यय रखा गया है?
(अ) 816 रुपये प्रतिमाह
(ब) 924 रुपये प्रतिमाह
(स) 1000 रुपये प्रतिमाह
(द) 1400 रुपये प्रतिमाह
उत्तर:
(अ) 816 रुपये प्रतिमाह
प्रश्न 12.
भारत में निर्धनता के आकलन हेतु प्रतिदर्श सर्वेक्षण कौन करवाता है?
(अ) रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया
(ब) राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (NSSO)
(स) नीति आयोग
(द) भारतीय संसद
उत्तर:
(ब) राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (NSSO)
प्रश्न 13.
निम्न में से किस राज्य का निर्धनता अनुपात भारत के औसत निर्धनता अनुपात से नीचा है?
(अ) ओडिशा
(ब) मध्यप्रदेश
(स) उत्तरप्रदेश
(द) आन्ध्रप्रदेश
उत्तर:
(द) आन्ध्रप्रदेश
प्रश्न 14.
संयुक्त राष्ट्र के नए सतत विकास लक्ष्य में किस वर्ष तक गरीबी समाप्त करने का लक्ष्य रखा है?
(अ) 2020 तक
(ब) 2025 तक
(स) 2030 तक
(द) 2035 तक
उत्तर:
(स) 2030 तक
प्रश्न 15.
स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना किस वर्ष प्रारम्भ की गई?
(अ) 1996
(ब) 1998
(स) 1999
(द) 2014
उत्तर:
(स) 1999
रिक्त स्थानों की पूर्ति वाले प्रश्न-
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें-
1. स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना का आरम्भ ............... में किया गया। (1996/1999)
2. 2011-12 में भारत में मोटे तौर पर ............. मिलियन लोग निर्धनता में जीते हैं। (410/270)
3. 1993-94 में भारत में निर्धनता अनुपात ........... प्रतिशत था। (45/37)
4. पंजाब और हरियाणा जैसे राज्य उच्च .................... वृद्धि दर से निर्धनता कम करने में पारम्परिक रूप से सफल रहे हैं। (कृषि/उद्योग)
5. सब सहारा अफ्रीका में निर्धनता वास्तव में 2005 के 51 प्रतिशत से घटकर 2015 में .............प्रतिशत हो गई। (34/41)
6. संयुक्त राष्ट्र के नये सतत विकास लक्ष्य को ............. तक सभी प्रकार की गरीबी खत्म करने का प्रस्ताव है। (2025/2030)
उत्तर:
1. 1999,
2. 270,
3. 45,
4. कृषि,
5. 41,
6. 2030।
सत्य/असत्य वाले प्रश्न-
निम्न वाक्यों में सत्य/असत्य कथन छाँटिए-
1. राष्ट्रीय काम के बदले अनाज कार्यक्रम 2014 में लागू किया गया गया। ( )
2. प्रधानमन्त्री रोजगार योजना वर्ष 1993 में प्रारम्भ की गई। ( )
3. श्रीलंका में निर्धनता अनुपात काफी ऊँचा पाया गया है। ( )
4. चीन में निर्धनों की संख्या 2015 में 0.7 प्रतिशत ही रह गई है। ( )
5. बिहार एवं ओडिशा भारत के सर्वाधिक निर्धनता अनुपात वाले राज्य हैं। ( )
6. वर्ष 2009-10 में भारत का निर्धनता अनुपात 30 प्रतिशत था। ( )
उत्तर:
1. असत्य
2. सत्य
3. असत्य
4. सत्य
5. सत्य
6. सत्य।
मिलान करने वाले प्रश्न-
निम्न को सुमेलित कीजिए-
(अ) |
(ब) |
1. बांग्लादेश का निर्धनता अनुपात |
केरल |
2. भारत का निर्धनता अनुपात |
14.8 प्रतिशत |
3. 2004-05 में निर्धनों की संख्या |
270 मिलियन |
4. 2011-12 में निर्धनों की संख्या |
बिहार |
5. सबसे निर्धन राज्य |
407 मिलियन |
6. सर्वाधिक महिला साक्षरता |
21.9 प्रतिशत |
उत्तर:
(अ) |
(ब) |
1. बांग्लादेश का निर्धनता अनुपात |
14.8 प्रतिशत |
2. भारत का निर्धनता अनुपात |
21.9 प्रतिशत |
3. 2004-05 में निर्धनों की संख्या |
407 मिलियन |
4. 2011-12 में निर्धनों की संख्या |
270 मिलियन |
5. सबसे निर्धन राज्य |
बिहार |
6. सर्वाधिक महिला साक्षरता |
केरल |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
निर्धनता का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
निर्धनता का तात्पर्य उस स्थिति से है जब लोग अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को भी पूरा नहीं कर सकते हैं।
प्रश्न 2.
भारत में उपभोग के आधार पर निर्धनता का मापदण्ड क्या रखा गया है?
उत्तर:
भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में जिनका उपभोग प्रतिदिन 2400 कैलोरी एवं शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन 2100 कैलोरी से कम है वे निर्धनता रेखा से नीचे माने जाएंगे।
प्रश्न 3.
भारत में निर्धनता सम्बन्धी आँकड़ों का संकलन किस संगठन द्वारा किया जाता है?
उत्तर:
भारत में निर्धनता सम्बन्धी आँकड़ों का संकलन राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (NSSO) द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 4.
अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों ने निर्धनता रेखा का मापदण्ड क्या रखा है?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों ने निर्धनता रेखा का मापदण्ड 1.9 डॉलर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के समतुल्य न्यूनतम उपलब्धता का रखा है।
प्रश्न 5.
भारत में वर्ष 2011-12 में निर्धनता अनुपात क्या था?
उत्तर:
भारत में वर्ष 2011-12 में निर्धनता अनुपात 22 प्रतिशत था।
प्रश्न 6.
भारत में कौनसे सामाजिक समूह निर्धनता के प्रति सर्वाधिक असुरक्षित हैं?
उत्तर:
भारत में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के परिवार निर्धनता के प्रति सर्वाधिक असुरक्षित हैं।
प्रश्न 7.
भारत में कौनसे आर्थिक वर्ग निर्धनता के प्रति सर्वाधिक असुरक्षित हैं?
उत्तर:
भारत में ग्रामीण कृषि श्रमिक तथा नगरीय अनियत मजदूर परिवार निर्धनता के प्रति सर्वाधिक असुरक्षित हैं।
प्रश्न 8.
भारत में सर्वाधिक निर्धनता अनुपात वाले दो राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
भारत में सर्वाधिक निर्धनता अनुपात वाले दो राज्य बिहार एवं ओडिशा हैं।
प्रश्न 9.
भारत में निर्धनता के कोई दो प्रमुख कारण लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 10.
भारत में निर्धनता उन्मूलन हेतु सरकार द्वारा अपनाए गए कोई दो कार्यक्रमों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 11.
भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में कैलोरी आवश्यकता का मापदण्ड शहरों की तुलना में अधिक क्यों रखा गया हैं?
उत्तर:
भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अधिक शारीरिक परिश्रम करते हैं, अतः उन्हें अधिक कैलोरी उपभोग की आवश्यकता पड़ती है।
प्रश्न 12.
निर्धनता अनुपात से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
देश में निर्धन व्यक्तियों का कुल जनसंख्या से अनुपात निर्धनता अनुपात कहलाता है।
प्रश्न 13.
भारत में निर्धनता दूर करने के लिए दो सुझाव दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 14.
प्रधानमंत्री रोजगार योजना कब आरम्भ की गई?
उत्तर:
प्रधानमंत्री रोजगार योजना वर्ष 1993 में प्रारम्भ की गई।
प्रश्न 15.
स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना किस वर्ष प्रारंभ हुई?
उत्तर:
स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना वर्ष 1999 में प्रारम्भ की गई।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
निर्धनता का लोगों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
भारत में निर्धनता की समस्या बहुत जटिल समस्या है। निर्धनता के फलस्वरूप लोग अपनी मूलभूत आवश्यकताएँ भी नहीं जुय पाते हैं तथा उनका जीवन स्तर काफी निम्न होता है। इस अवस्था में माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षा नहीं दिला पाते हैं। यदि परिवार का कोई सदस्य बीमार पड़ जाता है तो उसे चिकित्सा सुविधाएँ भी उपलब्ध नहीं हो पाती हैं। स्वच्छ जल एवं सफाई का अभाव पाया जाता है तथा लोगों के पास कोई नियमित रोजगार नहीं होता है तथा निर्धनों के साथ सभी स्थानों पर दुर्व्यवहार होता है। अतः निर्धन लोगों का जीवन काफी कष्टपूर्ण एवं निम्न स्तर का होता है।
प्रश्न 2.
निर्धन लोग ऋणग्रस्त क्यों हो जाते हैं?
उत्तर:
निर्धन लोग सामाजिक व धार्मिक अनुष्ठानों में अधिक पैसा खर्च करते हैं तथा छोटे किसानों को कृषि आगतों के लिए धन की आवश्यकता होती है। ये लोग बचत नहीं कर पाते, इसलिए इनके लिए कर्ज ले लेते हैं और निर्धनता में बचतों के अभाव में भुगतान नहीं कर पाने के कारण ऋणग्रस्त हो जाते हैं।
प्रश्न 3.
सामाजिक अपवर्जन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
सामाजिक अपवर्जन निर्धनता का कारण एवं परिणाम दोनों है। सामाजिक अपवर्जन की अवधारणा के अनुसार निर्धनता को इस संदर्भ में देखा जाता है कि निर्धनों को बेहतर माहौल और अधिक अच्छे वातावरण में रहने वाले सम्पन्न लोगों की सामाजिक क्षमता से अपवर्जित रहकर केवल निकृष्ट वातावरण में दूसरे निर्धनों के साथ रहना पड़ता है। दूसरे शब्दों में, सामाजिक अपवर्जन एक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से व्यक्ति या समूह उन सुविधाओं, लाभों और अवसरों का उपभोग नहीं कर पाता है जिनका उपभोग उच्च वर्ग के लोग करते हैं। इस प्रकार सामाजिक अपवर्जन लोगों की आय में ही कमी नहीं करता, बल्कि उससे कहीं अधिक क्षति पहुँचाता है।
प्रश्न 4.
निर्धनता के संदर्भ में असुरक्षा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
निर्धनता के प्रति असुरक्षा से आशय कुछ विशेष समुदायों, जैसे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ग्रामीण भूमिहीन श्रमिक, विधवा महिलाएँ, विकलांग व्यक्तियों आदि के भावी वर्षों में निर्धन होने या निर्धन बने रहने की अधिक संभावना से है। असुरक्षा का निर्धारण परिसम्पत्तियों, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों के रूप में जीविका खोजने के लिए विभिन्न समुदायों के पास उपलब्ध विकल्पों से होता है। समाज के कुछ वर्गों में उपर्युक्त मापदण्डों के आधार पर लम्बे समय तक निर्धन बने रहने की संभावना रही है, इसे ही निर्धनता के सम्बन्ध में असुरक्षा कहेंगे।
प्रश्न 5.
भारत में विगत वर्षों में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निर्धनता अनुपात में आए परिवर्तनों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत में विगत वर्षों में ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों में निर्धनता अनुपात में कमी आई है; किन्तु अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता का अनुपात ऊँचा है। इसे निम्न तालिका से स्पष्ट किया जा सकता है-
तालिका : भारत में निर्धनता के अनुमान (तेंदुलकर कार्यप्रणाली)
(स्रोत : आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 )
उपर्युक्त तालिका से स्पष्ट है कि भारत में ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में निर्धनता अनुपात व निर्धनों की संख्या दोनों में कमी आई है। देश में ग्रामीण क्षेत्रों में 1993-94 में निर्धनता अनुपात 50 प्रतिशत था वह कम होकर 2011-12 में 26 प्रतिशत रह गया। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में इसी अवधि में निर्धनता अनुपात 32 प्रतिशत से कम होकर 14 प्रतिशत रह गया है।
प्रश्न 6.
स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
यह योजना वर्ष 1999 में प्रारंभ की गई थी। इस योजना में पूर्व में चल रही छ: योजनाओं यथा समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम, मिलियन वेल्स स्कीम, ट्राइसम, महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम, उन्नत टूल किट योजना एवं गंगा कल्याण योजना को मिला दिया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को प्रोत्साहन करना तथा जिन ग्रामीणों को सहायता प्रदान की जा रही है उन्हें तीन वर्ष में गरीबी रेखा से ऊपर उठाना है।
प्रश्न 7.
निर्धनता के सामान्य सूचक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
निर्धनता के सामान्य सूचक-निर्धनता के सामान्य सूचक हैं-आय और उपभोग का स्तर, निरक्षरता का प्रतिशत, कुपोषण के कारण रोग-प्रतिरोधक क्षमता में कमी, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, रोजगार के अवसरों की कमी, सुरक्षित पेयजल एवं स्वच्छता तक पहुँच की कमी आदि।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में निर्धनता के प्रमुख कारणों को स्पष्ट करते हुए उन्हें दूर करने हेतु सुझाव दीजिए।
उत्तर:
निर्धनता के कारण एवं दूर करने हेतु सुझाव
भारत में निर्धनता हेतु अनेक कारण जिम्मेदार हैं। भारत में निर्धनता के प्रमुख कारणों एवं उन्हें दूर करने हेतु सुझावों को निम्न बिन्दुओं से स्पष्ट किया जा सकता है-
(1) औपनिवेशिक प्रशासन द्वारा शोषण-भारत लम्बे समय तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहा तथा उन्होंने अपनी नीतियों से भारत का शोषण किया तथा यहाँ के उद्योग-धन्धों एवं पारम्परिक हस्तशिल्प को नष्ट कर दिया जिससे बेरोजगारी बढ़ी एवं निर्धनता में भी वृद्धि हुई। सरकार को विभिन्न रियायतें एवं प्रोत्साहन देकर देश के हस्तशिल्प एवं अन्य लघु एवं उद्योगों को प्रोत्साहित करना चाहिए।
(2) जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि-भारत में जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि हो रही है तथा रोजगार के अवसरों में धीमी गति से वृद्धि हो रही है, जिससे बेरोजगारी एवं निर्धनता की समस्या बढ़ रही है। अतः सरकार को जनसंख्या नियन्त्रण कार्यक्रमों को अधिक प्रभावी बनाना चाहिए।
(3) क्षेत्रीय असमानता-देश में रोजगार के अवसरों के सम्बन्ध में तथा आर्थिक गतिविधियों के सम्बन्ध में काफी असमानता पाई जाती है जिससे कुछ क्षेत्रों का विकास तीव्र हो गया तथा कुछ राज्य पिछड़ गए। अत: सरकार को पिछड़े हुए राज्यों में आर्थिक विकास के प्रयास तेज करने चाहिए एवं कौशल विकास कर युवाओं को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करना चाहिए।
(4) बेरोजगारी-भारत में निर्धनता की समस्या का मुख्य कारण बेरोजगारी है, अधिक बेरोजगारी से निर्धनता भी बढती है। इस सम्बन्ध में सरकार को रोजगार सजन कार्यक्रमों को और अधिक बढावा देना चाहिए एवं कौशल विकास कर युवाओं को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करना चाहिए।
(5) आय असमानता-देश में व्यक्तियों में आय में काफी असमानता पाई जाती है। यह आय असमानता निर्धनता को और बढ़ाती है; क्योंकि धनी लोग अधिक धनी एवं निर्धन लोग अवसरों के अभाव में और निर्धन हो जाते हैं। अतः सरकार को विभिन्न तरीकों से धनिकों से पैसा लेकर उन्हें निर्धनों के कल्याण में लगाना चाहिए।
(6) कृषि का पिछड़ापन-देश की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है तथा कृषि की स्थिति अत्यन्त पिछड़ी हुई है, अतः इससे निर्धनता को बढ़ावा मिलता है। अतः ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के विकास पर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा सरकार द्वारा कृषकों की समस्याओं को दूर करने के प्रयास करने चाहिए।
(7) सामाजिक रीति-रिवाज-भारत में अशिक्षा, अन्धविश्वास एवं पुराने रीति-रिवाजों के फलस्वरूप लोगों को भारी व्यय करना पड़ता है जिससे वे ऋणग्रस्त हो जाते हैं तथा निर्धनता के कुचक्र में फँस जाते हैं। अतः ऐसे लोगों को जागरूक बनाना चाहिए तथा अनावश्यक व्ययों पर रोक लगाने के प्रयास करने चाहिए।