Rajasthan Board RBSE Class 6 Social Science Important Questions History Chapter 4 क्या बताती हैं हमें किताबें और कब्रें Important Questions and Answers.
Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Social Science in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 6. Students can also read RBSE Class 6 Social Science Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 6 Social Science Notes to understand and remember the concepts easily. The class 6 social science chapter 3 question answer are curated with the aim of boosting confidence among students.
बहुचयनात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सबसे पुराना वेद कौनसा है?
(अ) अथर्ववेद
(ब) यजुर्वेद
(स) ऋग्वेद
(द) सामवेद
उत्तर:
(स) ऋग्वेद
प्रश्न 2.
सोम क्या है?
(अ) वेद
(ब) पौधा
(स) शहर
(द) महापाषाण
उत्तर:
(ब) पौधा
प्रश्न 3.
ऋग्वैदिक काल में जनता या पूरे समुदाय को कहा जाता था
(अ) विश्
(ब) दस्यु
(स) आर्य
(द) परोहित
उत्तर:
(अ) विश्
प्रश्न 4.
महापाषाण करें बनाने की प्रथा कितने वर्ष पहले शुरू हुई?
(अ) 4700 वर्ष पहले
(ब) 3900 वर्ष पहले
(स) 3600 वर्ष पहले
(द) 3000 वर्ष पहले
उत्तर:
(द) 3000 वर्ष पहले
प्रश्न 5.
तेलुगु कौनसे भाषा - परिवार की भाषा है?
(अ) भारोपीय भाषा - परिवार
(ब) तिब्बत - बर्मा परिवार
(स) द्रविड़ भाषा - परिवार
(द) ऑस्ट्रो - एशियाटिक परिवार
उत्तर:
(स) द्रविड़ भाषा - परिवार
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. ऋग्वेद की रचना लगभग ............................... साल पहले हुई।
उत्तर:
3500
2. ............................... को लड़ाई में रथ खींचने के काम में लाया जाता था।
उत्तर:
घोड़ें
3. ................. वे लोग थे जो यज नहीं करते थे।
उत्तर:
दस्यु
4. कई बार पुरातत्वविदों को ............................... सजाए हुए पत्थर मिलते हैं।
उत्तर:
गोलाकार
5. कभी - कभी ............................... में एक से अधिक कंकाल मिले हैं।
उत्तर:
महापाषाणों।
सत्य/असत्य बताइये
1. ऋग्वेद के कुछ सूक्त वार्तालाप के रूप में हैं।
उत्तर:
सत्य
2. ऋग्वेद में गंगा और यमुना का उल्लेख बार - बार हुआ है।
उत्तर:
असत्य
3. ऋग्वैदिक काल में राजा की मृत्यु के बाद उसका बेटा, अपने आप ही शासक बन जाता था।
उत्तर:
असत्य
4. घोड़, भीमा की सहायक नदी है।
उत्तर:
सत्य
5. आधुनिक शरीर रचना विज्ञान के अनुसार मनुष्य के शरीर में 360 हड्डियाँ होती हैं।
उत्तर:
असत्य।
सही मिलान कीजिये:
I |
II |
1. इन्द्र |
(अ) घोड़ |
2. ब्रह्मगिरि |
(ब) लगभग 3000 साल पहले |
3. इनामगांव |
(स) युद्ध के देवता |
4. चरक |
(द) लगभग 2000 साल पहले |
5. महापाषाणों की शुरुआत |
(य) 33 सोने के मनके और शंख |
उत्तर:
I |
II |
1. इन्द्र |
(स) युद्ध के देवता |
2. ब्रह्मगिरि |
(य) 33 सोने के मनके और शंख |
3. इनामगांव |
(अ) घोड़ |
4. चरक |
(ब) लगभग 3000 साल पहले |
5. महापाषाणों की शुरुआत |
(द) लगभग 2000 साल पहले |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
वेद कितने हैं?
उत्तर:
वेद चार हैं?
प्रश्न 2.
ऋग्वेद की प्रार्थनाओं को क्या कहा गया है?
उत्तर:
ऋग्वेद की प्रार्थनाओं को सूक्त कहा गया है।
प्रश्न 3.
वैदिक प्रार्थनाओं की रचना किसने की थी?
उत्तर:
वैदिक प्रार्थनाओं की रचना ऋषियों ने की थी। कुछ प्रार्थनाओं की रचना महिलाओं ने भी की थी।
प्रश्न 4.
संस्कृत कौनसे भाषा - परिवार का हिस्सा है?
उत्तर:
संस्कृत भाषा भारोपीय (भासा - यूरोपीय) भाषा - परिवार का हिस्सा है।
प्रश्न 5.
भूज वृक्ष की छाल पर लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि कहाँ पाई गई?
उत्तर:
भूर्ज वृक्ष की छाल पर लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि कश्मीर में पाई गई।
प्रश्न 6.
ऋग्वेद में नदियों की तुलना किससे की गई है?
उत्तर:
ऋग्वेद में नदियों की तुलना घोड़ों और गायों से की गई है।
प्रश्न 7.
इतिहासकार और पुरातत्ववेत्ताओं में अतीत की जानकारी इकट्ठी करने के दृष्टिकोण से क्या भेद है?
उत्तर:
पुरातत्ववेत्ता अतीत की जानकारी एकत्रित करने हेतु भौतिक अवशेषों का उपयोग करते हैं जबकि इतिहासकार भौतिक अवशेषों के अलावा लिखित स्त्रोतों का भी उपयोग करते हैं।
प्रश्न 8.
ऋग्वेद में मुख्यतः कौनसे देवताओं की स्तुति की गई है?
उत्तर:
भावेद में मुख्यतः तीन देवताओं की स्तुति की गई है:
प्रश्न 9.
लोगों का वर्गीकरण किन आधारों पर किया जाता रहा है।
उत्तर:
लोगों का वर्गीकरण काम, भाषा परिवार या समुदाय, निवास स्थान या सांस्कृतिक परम्परा के आधार पर किया जाता रहा है।
प्रश्न 10.
काम के आधार पर वर्गीकृत ऋग्वैदिक काल के दो समूहों के नाम बताइये।
उत्तर:
प्रश्न 11.
पुरोहितों का क्या कार्य था?
उत्तर:
पुरोहित तरह - तरह के यज्ञ और अनुष्ठान किया करते थे।
प्रश्न 12.
आर्य लोग दस्यु किसे कहते थे?
उत्तर:
आर्य लोग अपने विरोधियों को दस्यु या दास कहते थे।
प्रश्न 13.
महापाषाण क्या हैं?
उत्तर:
वे बड़े शिलाखण्ड जो कों को ढकने या चिहित करने हेतु बड़े करीने से लगाए जाते थे, महापाषाण कहलाते है।
प्रश्न 14.
महापाषाण करें बनाने की प्रथा कहाँ प्रचलित थी?
उत्तर:
महापाषाण करें बनाने की प्रथा दक्कन, दक्षिण भारत, उत्तर - पूर्वी भारत और कश्मीर में प्रचलित थी।
प्रश्न 15.
इनामगांव कहाँ स्थित था?
उत्तर:
इनामगांव भीमा की सहायक नदी घोड़ के किनारे स्थित था।
प्रश्न 16.
इनामगांव में कितने साल पहले लोग रहा करते थे?
उत्तर:
इनामगांव में 3600 से 2700 साल पहले लोग रहा करते थे।
प्रश्न 17.
चिकित्सा शास्त्र पर चरक द्वारा लिखित पुस्तक का नाम बताइये।
उत्तर:
चरक सहिता।
प्रश्न 18.
चरक के अनुसार मनुष्य के शरीर में कितनी हड्डियाँ होती।
उत्तर:
चरक के अनुसार मनुष्य के शरीर में 360 हड्डियाँ होती हैं।
प्रश्न 19.
इनामगांव के लोग किन किन फसलों को उगाते थे?
उत्तर:
इनामगांव के लोग गेहूँ, जौ, चावल, दाल, बाजरा, मटर और तिल आदि फसलें उगाते थे।
प्रश्न 20.
सूक्त का क्या आशय है?
उत्तर:
सूक्त का आशय है, अच्छी तरह से बोला गया।
प्रश्न 21.
ऋग्वेद में किन चीजों की प्राप्ति के लिए अनेक प्रार्थनाएँ की गई हैं?
उत्तर:
ऋग्वेद में मवेशियों, बच्चों (खासकर पुत्रों) और घोड़ की प्राप्ति के लिए अनेक प्रार्थनाएं की गई हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
वेद कितने हैं? नाम लिखिये।
उत्तर:
वेद चार हैं:
प्रश्न 2.
ऋग्वेद में वर्णित तीन महत्त्वपूर्ण देवताओं के बारे में बताइये।
उत्तर:
ऋग्वेद में वर्णित तीन महत्वपूर्ण देवता हैं:
प्रश्न 3.
ऋग्वेद के वार्तालाप के रूप में दिये एक सूक्त का संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
उत्तर:
ऋग्वेद के कुछ सूक्त वार्तालप के रूप में हैं। विश्वामित्र नामक ऋषि तथा देवियों के रूप में पूजित व्यास और सतलुज नदियों के बीच संवाद एक ऐसे सूक्त का अंश है। इस संवाद में ऋषि विश्वामिश दोनों नारियों की स्तुति करते हैं ताकि वे आसानी से सुरक्षित उस पार जा सकें।
प्रश्न 4.
ऋग्वेद की पाण्डुलिपि कहाँ पाई गई? इसके बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
भूर्ज वृक्ष की छाल पर लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि कश्मीर में पाई गई थी। लगभग 150 वर्ष पहले ऋग्वेद को सबसे पहली बार छापने के लिए इसका उपयोग किया गया था। इसी पाण्डुलिपि को देखकर इसका अंग्रेजी अनुवाद तैयार हुआ। यह पाण्डुलिपि पुणे, महाराष्ट्र के एक पुस्तकालय में सुरक्षित है।
प्रश्न 5.
ऋग्वैदिक काल में की जाने वाली यज्ञ क्रिया के बारे में बताइये।
उत्तर:
ऋग्वैदिक काल में यज्ञ एक प्रमुख क्रिया थी। पुरोहितों द्वारा यज्ञ सम्पन्न किये जाते थे। युद्ध में जीते हुए धन में से भी कुछ धन यज्ञ करने के लिए प्रयुक्त होता था। यज.की आग में आहुति दी जाती थी। ये आहुतियाँ देवी-देवताओं को दी जाती थी। घी, अनाज और कभी - कभी जानवरों की भी आहुति दी जाती थी।
प्रश्न 6.
ऋग्वेद के समय के राजाओं के विषय में क्या अलग था? बताइये।
अथवा
ऋग्वेद के समय के राजाओं की प्रमुख विशेषताएँ बतलाइये।
उत्तर:
ऋग्वेद के राजाओं के विषय में निम्न बातें अलग यों:
प्रश्न 7.
ऋग्वैदिक काल में जनता के लिए किन शब्दों का प्रयोग होता था? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ऋग्वैदिक काल में जनता या पूरे समुदाय के लिए दो शब्दों का इस्तेमाल होता था। एक था जन जिसका प्रयोग हिंदी व अन्य भाषाओं में आज भी होता है। दूसरा था विश् जिससे वैश्य शब्द निकला है। ऋग्वेद में विश् और जनों के नाम मिलते हैं। इसलिए हमें पुरू - जन या विश, भरत - जन या विश, यदु-जन या विश् जैसे कई उल्लेख मिलते हैं।
प्रश्न 8.
आर्य तथा दस्यु शब्द किनके लिए प्रयुक्त किये जाते थे? व्याख्या कीजिये।
उत्तर:
जिन लोगों ने वैदिक प्रार्थनाओं की रचना की वे कभी - कभी खुद को आर्य कहते थे तथा अपने विरोधियों को वे दास या दस्यु कहते थे। दस्यु वे लोग थे जो यह नहीं करते थे और शायद दुसरी भाषाएँ बोलते थे। बाद के समय में दास (स्वीलिंग: दासी) शब्द का मतलब गुलाम हो गया। दास चे स्त्री और पुरुष होते थे जिन्हें युद्ध में बंदी बनाया जाता था। उन्हें उनके मालिक की जायदाद माना जाता था। जो भी काम मालिक चाहते थे उनें वह सब करना पड़ता था।
प्रश्न 9.
महापाषाण किन - किन रूपों में प्राप्त हुए हैं?
उत्तर:
महापाषाण अनेक रूपों में प्राप्त हुए हैं:
प्रश्न 10.
महापाषाण कबों में क्या समानताएँ मिलती है?
उत्तर:
महापाषाण कब्रों में निम्न समानताएं मिलती हैं:
प्रश्न 11.
क्या कुछ कनगाहें खास परिवारों के लिए थीं? स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
जी हाँ, कुछ कनगाहें खास परिवारों के लिए थीं। कभी - कभी महापाषाणों में एक से अधिक कंकाल मिले हैं। उनमें शायद एक ही परिवार के लोगों को एक ही स्थान पर अलग - अलग समय पर दफनाया गया था। बाद में मरने वाले लोगों को पोर्ट - होल के रास्ते कत्रों में लाकर दफनाया जाता था। ऐसे स्थान पर गोलाकार लगाए गए पत्थर या चट्टान चिहों का काम करते थे, जहाँ लोग आवश्यकतानुसार शवों को दफनाने दुबारा आ सकते थे।
प्रश्न 12.
इनामगांव में लोगों को किस प्रकार दफनाया जाता था?
उत्तर:
प्रश्न 13.
इनामगांव में एक विशिष्ट व्यक्ति की कब का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
इनामगांव में एक विशिष्ट व्यक्ति की कन मिली है:
प्रश्न 14.
कंकाल किसी स्त्री का है या पुरुष का? यह किस प्रकार पता करते हैं?
उत्तर:
कंकाल का लिंग पहचानने का निम्न तरीका है:
1. कभी - कभी कंकाल के साथ मिले सामानों के आधार पर इसका अंदाजा लगाते हैं। जैसे, यदि कंकाल के साथ गहने मिलते हैं तो उसे महिला का कंकाल मान लिया जाता है। लेकिन इसमें यह समस्या है कि अक्सर पुरुष भी आभूषण पहनते थे।
2. कंकाल का लिंग पहचानने का आधुनिक अध्ययन पर आधारित तरीका उसकी हड्डियों की जांच है। कि महिलाएँ बच्चों को जन्म देती हैं इसलिए उनका कटि-प्रदेश या कूल्डा पुरुषों से ज्यादा बम होता है। इस आधार पर उसके स्वी अथवा पुरुष होने की जानकारी होती है।
प्रश्न 15.
ऋग्वेद के समय के चीन के राजाओं की क्या विशेषताएँ थी?
उत्तर:
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
ऋग्वेद के बारे में आप क्या जानते हैं? वर्णन कीजिये।
उत्तर:
प्रश्न 2.
उपमहाद्वीप में किन - किन भाषा - परिवारों की भाषाएँ बोली जाती हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उपमहाद्वीप में निम्न भाषा - परिवारों की भाषाएँ बोली जाती हैं:
1. भारोपीय (भारत - यूरोपीय) भाषा - परिवार:
संस्कृत भाषा भारोपीय भाषा - परिवार का हिस्सा है। भारत की कई भाषाएँ - असमिया, गुजराती, हिन्दी, कश्मीरी और सिंधी, एशियाई भाषाएँ जैसे फारसी तथा यूरोप की अनेक भाषाएँ, जैसे - अंग्रेजी, फ्रांसीसी, जर्मन, यूनानी, इतालवी, स्पैनिश आदि इसी परिवार से जुड़ी हुई हैं।
2. तिब्बत - बर्मा भाषा - परिवार:
इस भाषा - परिवार की भाषाएँ पूर्वोत्तर प्रदेशों में बोली जाती हैं।
3. द्रविड़ भाषा - परिवार:
दक्षिण में बोली जाने वालीतमिल, तेलुगु, कन्नड़, और मलयालम, द्रविड़ भाषा - परिवार की भाषाएँ हैं।
4. ऑस्ट्रो - एशियाटिक भाषा - परिवार:
झारखंड और मध्य भारत के कई हिस्सों में बोली जाने वाली भाषाएँ इस परिवार से जुड़ी हैं।
प्रश्न 3.
प्राग्वैदिक काल में युद्ध क्यों किये जाते थे? युद्ध से सम्बन्धित प्रमुख बातें बतलाइये।
उत्तर:
ऋग्वैदिक काल में होने वाली लड़ाइयों से सम्बन्धित प्रमुख बातें:
प्रश्न 4.
इनामगांव के लोगों के काम - धंधों का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
इनामगांव में 3600 से 2700 साल पहले लोग रहते थे। वे अपनी आजीविका अनेक तरीकों से चलाते थे। उनके प्रमुख काम - धंधे निम्न प्रकार थे:
1. कृषि:
इनामगांव में पुरातत्त्वविदों को गेहूँ, जौ, चावला, दाल, बाजरा, मटर और तिल के बीज मिले हैं। इससे स्पष्ट है कि वे ये सब फसलें उगाते थे।
2. आखेट एवं पशुपालन:
कई जानवरों की हड्डियाँ भी मिली हैं। कई हड़ियों पर काटने के निशान से यह अंदाजा होता है कि लोग इन्हें खाते होंगे। गाय, बैला, भैंस, बकरी, भेड़, कुत्ता, घोड़ा, गधा, सूअर, सांभर, चितकबरा हिरण, कृष्ण - मृग, खरहा, नेवला, चिड़ियाँ, घड़ियाल, कछुआ, केकड़ा और मछली की हड़ियाँ भी पाई गई हैं।
3. संग्रहण:
इनामगांव संग्रहण द्वारा भी भोजन का इंतजाम करते थे। वे बेर, आँवला, जामुन, खजूर और कई तरह की रसभरियाँ एकत्र करते थे।