RBSE Class 6 Social Science Important Questions History Chapter 3 आरंभिक नग

Rajasthan Board RBSE Class 6 Social Science Important Questions History Chapter 3 आरंभिक नग Important Questions and Answers.

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RBSE Class 6 Social Science Important Questions History Chapter 3 आरंभिक नग


बहुचयनात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. 
सबसे पहले निम्न में से किस नगर की खोज हुई?
(अ) मोहनजोदड़ो 
(ब) हड़प्पा
(स) लोथल 
(द) धौलावीरा 
उत्तर:
(ब) हड़प्पा

RBSE Class 6 Social Science Important Questions History Chapter 3 आरंभिक नग

प्रश्न 2. 
महान स्नानागार निम्न में से किस शहर में मिला?
(अ) कालीबंगा 
(ब) चन्हूदड़ो
(स) मोहनजोदड़ो 
(द) लोथल 
उत्तर:
(स) मोहनजोदड़ो 

प्रश्न 3. 
हड़प्पा के लोग ओमान से किस धातु का आयात करते थे?
(अ) ताँबा 
(ब) सोना 
(स) चाँदी 
(द) टिन
उत्तर:
(अ) ताँबा 

प्रश्न 4. 
धौलावीरा नगर को कितने भागों में बांटा गया है? 
(अ) एक भाग में 
(ब) दो भागों में
(स) तीन भागों में 
(द) चार भागों में 
उत्तर:
(स) तीन भागों में 

प्रश्न 5. 
हड़प्पा सभ्यता में प्राप्त बन्दरगाह किस नगर में मिला है? 
(अ) सुरकोतदा 
(ब) राखीगढ़ी
(स) मोहनजोदड़ो 
(द) लोथल 
उत्तर:
(द) लोथल 

प्रश्न 6. 
हड़प्पा के नगरों के अन्त की शुरुआत कब हुई?
(अ) 4700 साल पहले 
(ब) 3900 साल पहले 
(स) 2500 साल पहले
(द) 1400 साल पहले 
उत्तर:
(ब) 3900 साल पहले।

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

1. हड़प्पा सभ्यता के शहरों का निर्माण लगभग ......................... पहले हुआ। 
उत्तर:
4700 साल

2. हड़प्पा सभ्यता के नगरों में ......................... से बने कई खिलौने भी मिले हैं। 
उत्तर:
मिट्टी 

3. ......................... से मनके, चूड़ियाँ, बाले और छोटे बर्तन बनाये जाते थे। 
उत्तर:
फ़ेपन्स

4. जमीन की जुताई के लिए ......................... का प्रयोग एक नई बात थी। 
उत्तर:
हल

5. कच्छ के इलाके में वदिर बेत के किनारे ......................... नगर बसा था।
उत्तर:
धौलावीरा। 

सत्य/असत्य बताइये

1. हड़प्पा पुरास्थल आधुनिक पाकिस्तान में है। 
उत्तर:
सत्य 

2. हड़प्या नगर में एक विशाल स्नानागार मिला है। 
उत्तर:
असत्य

3. हड़प्पा सभ्यता के लोग लाल रंग से डिजाइन किये हुए खूबसूरत काली मिट्टी के बर्तन बनाते थे। 
उत्तर:
असत्य

4. हड़प्पा सभ्यता के लोग गाँवों के अलावा नगरों में भी रहते थे। 
उत्तर:
सत्य

5. मुहर की छाप को मुहरबन्दी कहते हैं। 
उत्तर:
सत्य। 

सही मिलान कीजिये:

I

II

(i) हड़प्पा

(अ) नगर - दुर्ग

(ii) ऊँचाई वाला भाग

(ब) महान स्नानागार

(iii) कालीबंगा

(स) आधुनिक पाकिस्तान

(iv) मोहनजोदड़ो

(द) लोथल

(v) बन्दरगाह

(य) अग्निकुण्ड


उत्तर:

I

II

(i) हड़प्पा

(स) आधुनिक पाकिस्तान

(ii) ऊँचाई वाला भाग

(अ) नगर - दुर्ग

(iii) कालीबंगा

(य) अग्निकुण्ड

(iv) मोहनजोदड़ो

(ब) महान स्नानागार

(v) बन्दरगाह

(द) लोथल


अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. 
हड़प्पा सभ्यता के शहरों का निर्माण कब हुआ? 
उत्तर:
हड़प्पा सभ्यता के शहरों का तिर्माण लगभग 4700 वर्ष पहले हुआ। 

प्रश्न 2. 
हड़प्पा सभ्यता के दो नगरों के नाम बताइये, जहाँ अग्निकुण्ड मिले हैं। 
उत्तर:

  • कालीबंगा 
  • लोथल। 

प्रश्न 3. 
हड़प्पा सभ्यता के किन्हीं चार नगरों के नाम दीजिये। 
उत्तर:

  1. हड़प्या 
  2. मोहनजोदड़ो 
  3. कालीबंगा 
  4. लोथल। 

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प्रश्न 4. 
हड़प्पा सभ्यता के नगर उपमहाद्वीप के किन क्षेत्रों में मिले हैं? 
उत्तर:
ये नगर आधुनिक पाकिस्तानके पंजाब और सिंध प्रान्तों, भारत के गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब प्रान्तों में मिले हैं। 

प्रश्न 5. 
शिल्पकार क्या करते थे? 
उत्तर:
शिल्पकार अपने घरों या किसी उद्योग - स्थल पर तरह - तरह की चीजें बनाते थे। 

प्रश्न 6. 
पत्थर के बाट कौनसे पत्थर से बनाये गये थे? 
उत्तर:
पत्थर के बाटों को चर्ट पत्थर से बनाया गया था। 

प्रश्न 7. 
हड़प्पा के नगरों से मिली सबसे आकर्षक वस्तुएँ कौनसी हैं? 
उत्तर:
हड़प्पा के नगरों से मिली सबसे आकर्षक वस्तुएँ मनके, बाट और फलक हैं।

प्रश्न 8. 
मेहरगढ़ में कितने वर्ष पूर्व कपास की खेती की जाती थी? 
उत्तर:
लगभग 7000 साल पहले मेहरगढ़ में कपास की खेती की जाती थी। 

प्रश्न 9. 
विशेषज्ञ किसे कहते हैं? 
उत्तर:
विशेषज्ञ उसे कहते हैं जो किसी खास चीज को बनाने के लिए खास प्रशिक्षण लेता है। 

प्रश्न 10. 
हड़प्या सभ्यता की विशेषज्ञता के कार्य के कुछ उदाहरण दीजिए। 
उत्तर:

  • पत्थर तराशना 
  • मनके चमकाना 
  • मुहरों पर पच्चीकारी करना। 

प्रश्न 11. 
हड़प्पा के लोग किन चीजों का आयात करते थे? 
उत्तर:
हड़प्पा के लोग तांबा, लोहा, सोना, चांदी और बहुमूल्य पत्थरों जैसे पदार्थों का दूर - दूर से आयात करते थे। 

प्रश्न 12. 
हड़प्पा के नगरों में रहने वाले लोगों को भोजन कौन उपलब्ध कराते थे? 
उत्तर:
किसान और चरवाहे नगरों में रहने वाले शासकों, लेखकों और दस्तकारों आदि को भोजन उपलब्ध कराते थे। 

प्रश्न 13. 
मिस्र का अधिकांश भाग कैसा है? 
उत्तर:
मिल का अधिकांश भाग रेगिस्तान है। 

प्रश्न 14. 
5000 साल पहले मित्र के राजाओं ने अपनी सेनाएँ दूर - दूर तक क्यों भेजी? 
उत्तर:
मित्र के राजाओं ने सोना, चांदी, हाथीदांत, लकड़ी और हीरे - जवाहरात लाने के लिए अपनी सेनाएँ दूर - दूर तक भेजी। 

लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. 
हड़प्पा सभ्यता की अनेक इमारतें पूरी तरह नष्ट कैसे हो गई? 
उत्तर:

  1. लगभग 150 वर्ष पहले पंजाब में पहली बार रेलवे लाइन बिछाने के समय इंजीनियरों को अचानक हड़प्पा पुरास्थल मिला जो कि आधुनिक पाकिस्तान में है। 
  2. अच्छी ईंटें होने के कारण वे हड़प्पा के खण्डहरों से हजारों इंट उखाड़ ले गये जिससे उन्होंने रेलवे लाइनें बिछाई। इससे कई इमारतें पूरी तरह नष्ट हो गई। 

प्रश्न 2. 
उपमहाद्वीप की प्राचीन सभ्यता के पुरास्थलों से मिलने वाली इमारतों को हड़प्पा सभ्यता की इमारतें क्यों कहा जाता है? 
उत्तर:
उपमहाद्वीप की प्राचीन सभ्यता में सबसे पहले हडप्पा नगर की खोज हुई। इसलिए बाद में मिलने वाले इस तरह के सभी पुरास्थलों में जो इमारतें और चीजें मिलीं, उन्हें हड़प्पा सभ्यता की इमारतें कहा गया। 

प्रश्न 3. 
हडप्या के पुरास्थलों से पुरातत्वविदों को क्या अनोखी वस्तुएं मिली हैं?
उत्तर:
हड़प्या के पुरास्थलों से पुरातत्वविदों को अनेक अनोखी वस्तुएँ मिली हैं, जैसे मिट्टी के लाल बर्तन जिन पर काले रंग के चित्र बने थे, पत्थर के बाट, मुहरें, मनके, ताँबे - काँसे के उपकरण और पत्थर के लंबे ब्लेड, मुहरें, आदि। 

प्रश्न 4. 
मोहनजोदड़ो में मिले महान् स्नानागार का वर्णन कीजिये। 
उत्तर:
मोहनजोदड़ो का महान् स्नानागार:

  1. मोहनजोदड़ो में एक खास तालाव बनाया गया था, जिसे पुरातत्वविदों ने महान स्नानागार कहा है। 
  2. इस तालाब को बनाने में ईंट और प्लास्टर का इस्तेमाल किया गया था। 
  3. इसमें पानी का रिसाव रोकने के लिए प्लास्टर के ऊपर चारकोल की परत चढ़ाई गई थी। 
  4. इस सरोवर में दो तरफ से उतरने के लिए सीढ़ियाँ बनाई गई थी, और चारों ओर कमरे बनाए गए थे। 
  5. इसमें भरने के लिए पानी कुएँ से निकाला जाता था, उपयोग के बाद इसे खाली कर दिया जाता था। 
  6. शायद यहाँ विशिष्ट नागरिक विशेष अवसरों पर स्नान किया करते थे। 

प्रश्न 5. 
हड़प्पा सभ्यता में प्राप्त मनकों का वर्णन कीजिए। 
उत्तर:
हड़प्पा के पुरास्थलों से अनेक आकर्षक मनके प्राप्त हुए हैं। इनमें से कई कानीलियन पत्थरों से बनाए गए थे। पत्थरों को काट और तराशकर मनके बनाए गए। इनके बीच छेद किए गए थे ताकि धागा डालकर माला बनाई जा सके। 

प्रश्न 6. 
फ़ेयन्स को किस प्रकार तैयार किया जाता है? इससे क्या बनाये जाते थे? 
उत्तर:
फ़ेयन्स - फेयन्स को कृत्रिम रूप से तैयार किया जाता है। बालू या स्फटिक पत्थरों के चूर्ण को गोद में मिलाकर उनसे वस्तुएँ बनाई जाती थीं। उसके बाद उन वस्तुओं पर एक चिकनी परत चढ़ाई जाती थी। इस चिकनी परत के रंग प्राय: नीले या हल्के समुदी हरे होते थे। यह एक तरह से चीनी-मिट्टी जैसा होता था। फेयन्स से मनके, चूड़ियाँ, बाले और छोटे बर्तन बनाए जाते थे। 

प्रश्न 7. 
कच्चा माल किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइये। 
उत्तर:
कच्चा माल उन पदार्थों को कहते हैं जो या तो प्राकृतिक रूप से मिलते हैं या फिर किसान या पशुपालक उनका उत्पादन करते हैं, जैसे लकड़ी या धातुओं के अयस्क प्राकृतिक रूप से उपलब्ध कच्चे माल हैं। इनसे फिर कई तरह की चीजें बनाई जाती हैं। इसी प्रकार किसानों द्वारा पैदा किए गए कपास को कच्चा माल कहते हैं, जिससे बाद में कताई - बुनाई करके कपड़ा तैयार किया जाता है। 

प्रश्न 8. 
हड़प्पा के लोग धातुओं तथा बहुमूल्य पत्थरों का आयात किन प्रदेशों से करते थे?
उत्तर:

  1. हड़प्पा के लोग ताँबे का आयात सम्भवतः आज के राजस्थान से करते थे। पश्चिम एशियाई देश ओमान से भी तवे का आयात किया जाता था। 
  2. कासा बनाने के लिए ताबे के साथ मिलाई जाने वाली धातु रिन का आयात आधुनिक ईरान और अफगानिस्तान से किया जाता था। 
  3. सोने का आयात आधुनिक कर्नाटक से किया जाता था।
  4. बहुमूल्य पत्थर का आयात गुजरात, ईरान और अफ़गानिस्तान से किया जाता था। 

प्रश्न 9. 
हड़प्पा सभ्यता में प्रचलित कृषि का संक्षिप्त वर्णन कीजिये। 
उत्तर:

  1. हड़प्पा सभ्यता के लोग गेहूँ, जौ, दालें, मटर, धान, तिल और सरसों उगाते थे। 
  2. जमीन की जुताई के लिए हल का प्रयोग किया जाता था। हड़प्पा काल के हल प्रायः लकड़ी से बनाए जाते थे। वहाँ से हल के आकार के खिलौने मिले हैं।
  3. इस क्षेत्र में बारिश कम होती है, इसलिए सिंचाई के लिए लोगों ने कुछ तरीके अपनाए होंगे। संभवता: पानी का संचय किया जाता होगा और जरूरत पड़ने पर उससे फसलों की सिंचाई की जाती होगी। 

प्रश्न 10. 
हड़प्या के लोग भोजन प्राप्ति हेतु कृषि के अतिरिक्त और क्या करते थे? 
उत्तर:
भोजन प्राप्ति हेतु कृषि के अतिरिक्त हड़प्पा के लोग गाय, भैंस, भेड़ और बकरियों पालते थे। बस्तियों के आसपास तालाब और चरागाह होते थे। लेकिन सूखे महीनों में मवेशियों के झंडों को चारा - पानी की तलाश में दूर - दूर तक ले जाया जाता था। वे बेर जैसे फलों को इकट्ठा करते थे, मछलियाँ पकहते थे और हिरण जैसे जानवरों का शिकार भी करते थे। 

प्रश्न 11. 
लोथल के बन्दरगाह का संक्षिप्त वर्णन कीजिये। 
उत्तर:
लोथल गुजरात की खम्भात की खाड़ी में साबरमती नदी की एक उपनदी के किनारे बसा था। यहाँ एक बड़ा तालाब मिला है। यह बड़ा तालाब लोथल का बन्दरगाह रहा होगा, जहाँ समुद्र के रास्ते आने वाली नावें रुकती थीं। संभवत: यहाँ पर माल चढ़ावा - उतारा जाता होगा। 

प्रश्न 12. 
मुहरबन्दी किसे कहते हैं? हड़प्पा सभ्यता में मुहरबन्दी क्यों प्रचलित थी? 
उत्तर:
मुहर की छाप को मुहरबन्दी कहते हैं। हड़प्पा सभ्यता में मुहरबन्दी का प्रयोग सामान से भरे उन डिब्बों या थैलों को चिह्नित करने के लिए किया जाता था, जिन्हें एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता था। थैले को बंद करने के बाद उनके मुहानों पर गीली मिट्टी पोत कर उन पर मुहर लगाई जाती थी। अगर वह छाप टूटी हुई नहीं होती थी, तो यह साबित हो जाता था, कि सामान के साथ छेड़छाड़ नहीं हुई है। 

प्रश्न 13. 
लगभग 3900 साल पहले हड़प्पा सभ्यता में क्या परिवर्तन आये? वर्णन कीजिए। 
उत्तर:
लगभग 3900 साल पहले हड़प्पा सभ्यता में निम्नलिखित परिवर्तन आये:

  • अचानक लोगों ने इन नगरों को छोड़ दिया। 
  • लेखन, मुहर और बाटों का प्रयोग बंद हो गया। 
  • दूर - दूर से कच्चे माल का आयात काफी कम हो गया। 
  • मोहनजोदड़ो में सड़कों पर कचरे के ढेर बनने लगे। जलनिकास प्रणाली नष्ट हो गई और सड़कों पर ही झुग्गीनुमा घर बनाए जाने लगे। 
  • आधुनिक पाकिस्तान के सिंध और पंजाब की बस्तियाँ उजड़ गई थीं। कई लोग पूर्व और दक्षिण के इलाकों में नई और छोटी बस्तियों में जाकर बस गये। 

प्रश्न 14. 
हड़प्पा सभ्यता के अन्त के क्या कारण थे? समझाइये। 
उत्तर:
हड़प्पा सभ्यता के अन्त के कारण अभी तक अज्ञात हैं। लेकिन विद्वानों ने इसके लिए निम्न कारण बताये हैं:

  • नदियाँ सूख गई थीं। 
  • ईंटें पकाने के लिए ईंधन की जरूरत पड़ती थी। इससे जंगलों का विनाश हो गया था। 
  • इसके अलावा मवेशियों के बड़े - बड़े झंडों से चरागाह और पास वाले मैदान समाप्त हो गए होंगे। 
  • कुछ इलाकों में बाढ़ आ गई। 
  • शासकों का नियंत्रण समाप्त हो गया। 

प्रश्न 15. 
पिरामिड के बारे में आप क्या जानते हैं? वर्णन कीजिये। 
उत्तर:

  1. लगभग 5000 वर्ष पहले मिस्र के शासकों ने बड़े - बड़े मकबरे बनवाए जिन्हें पिरामिड के नाम से जाना जाता है। 
  2. राजाओं के मरने पर उनके शवों को इन्हीं पिरामिडों में दफनाकर सुरक्षित रखा जाता था। इन शवों को ममी कहा जाता है। 
  3. इनके शवों के साथ - साथ खाद्यान्न, पेय, वस्त्र, गहने, बर्तन, वाद्ययंत्र, हथियार और जानवरों तथा कभी - कभी उनके सेवक और सेविकाओं को भी दफना दिया जाता था। 

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. 
हड़प्पा सभ्यता के नगरों की प्रमुख विशेषताएँ बतलाइये। 
उत्तर:
हड़प्पा सभ्यता के नगरों की प्रमुख विशेषताएँ:

  1. हड़प्पा सभ्यता के नगरों में से कई को दो या उससे ज्यादा हिस्सों में विभाजित किया गया था।
  2. प्रायः पश्चिमी भाग छोटा था लेकिन ऊँचाई पर बना था और पूर्वी हिस्सा बन था लेकिन यह निचले इलाके में था। ऊँचाई वाले भाग को पुरातत्वविदों ने नगर - दुर्ग कहा है और निचले हिस्से को निचला - नगर कहा है। 
  3. इन नगरों की चारदीवारियाँ पकी ईंटों की बनाई जाती थीं। इंटें इतनी अच्छी पकी होती थी कि हजारों सालों बाद आज तक उनकी दीवारें खड़ी रहीं। 
  4. इंटों की चिनाई इस तरह करते थे जिससे कि दीवारें खूब मजबूत रहें। 
  5. कुछ नगरों के नगर - दुर्ग में कुछ खास इमारतें बनाई गई थीं। जैसे मोहनजोदड़ो में महान स्नानागार। 
  6. कुछ नगरों में अग्निकुण्ड तथा भण्डारगृह भी बनाये गये थे। 
  7. नगरों में जल निकासी हेतु नाले बनाये गये थे। 

प्रश्न 2. 
हड़प्पा सभ्यता के भवन, नाले और सड़कों का वर्णन कीजिये। 
उत्तर:
भवन - हड़प्पा सभ्यता के भवन सामान्यत: एक या दो मंजिलें होते थे। घर के आंगन के चारों ओर कमरे बनाए जाते थे। अधिकांश घरों में एक अलग स्नानघर होता था,
और कुछ घरों में कुएँ भी होते थे। नाले - कई नगरों में ढके हुए नाले थे। इन्हें सावधानी से सीधी लाइन में अनाया जाता था। हर नाली में हल्की ढलान होती थी ताकि पानी आसानी से बह सके। घरों की नालियों को सड़कों की नालियों से जोड़ दिया जाता था, जो बाद में बड़े नालों में मिल जाती थी। नालों के ढके होने के कारण इनमें जगह - जगह पर मेनहोल बनाए गए थे, जिससे इनकी देखभाल और सफाई की जा सके। सड़कें - हड़प्या के नगरों में सड़कें सीधी बनाई गई थीं। उनमें नाले भी बनाए गये थे। पर, नाले और सड़कों का निर्माण योजनाबद्ध तरीके से एक साथ ही किया जाता था। 

RBSE Class 6 Social Science Important Questions History Chapter 3 आरंभिक नग

प्रश्न 3. 
हड़प्पा के नगरीय जीवन की विशेषताओं का वर्णन कीजिये। 
उत्तर:
हड़प्पा के नगरीय जीवन की विशेषताएँ:

  1. हड़प्पा के नगरों में बड़ी हलचल रहा करती थी। 
  2. यहाँ के शासक नगर की खास इमारतें बनाने की योजना में जुटे रहते थे। 
  3. ये शासक लोगों को भेज कर दूर - दूर से धातु, बहुमूल्य पत्थर और अन्य उपयोगी चीजें मंगवाते थे। शासक लोग खूबसूरत मनकों तथा सोने-चाँदी से बने आभूषणों जैसी कीमती चीजों को अपने पास रखते होंगे। 
  4. इन नगरों में लिपिक भी होते थे, जो मुहरों पर लिखते थे और शायद अन्य चीजों पर भी लिखते होंगे, जो अब उपलब्ध नहीं हैं।
  5. नगरों में शिल्पकार स्त्री - पुरुष भी रहते थे जो अपने परों या किसी उद्योग - स्थल पर तरह - तरह की चीरों बनाते थे।
  6. लोग लंबी याशाएँ भी करते थे, और वहाँ से उपयोगी वस्तुएं लाते थे, और साथ ही सुदूर देशों की किस्से - कहानियाँ भी लाते होंगे। 
  7. नगरों में मिट्टी से बने कई खिलौने भी मिले हैं जिनसे बच्चे खेलते होंगे। 
  8. नगरों में रहने वालों को किसान तथा चरवाहे खाने के सामान उपलब्ध कराते थे। 

प्रश्न 4. 
हड़प्पा के नगरों में विकसित नये शिल्पों का वर्णन कीजिये। 
उत्तर:

  1. हड़प्पा के नगरों से पुरातत्त्वविदों को जो चीजें मिली है, उनमें अधिकतर पत्थर, शंख, तांबे, कांसे, सोने और चांदी जैसी धातुओं से बनाई गई थीं। 
  2. ताये और काँसे से औजार, हथियार, गहने और बर्तन बनाए जाते थे। सोने और चांदी से गहने और बर्तन बनाए जाते थे। सजावटी सामान भी बनाये जाते थे। 
  3. यहाँ के लोग आकर्षक मनके, बाट और फलक भी बनाते थे। 
  4. हड़प्पा सभ्यता के लोग पत्थर की मुहरें बनाते थे। इन आयताकार मुहरों पर सामान्यतः जानवरों के चित्र मिलते हैं।
  5. हड़प्पा सभ्यता के लोग काले रंग से डिजाइन किए हुए खूबसूरत लाल मिट्टी के बर्तन बनाते थे। 
  6. पकी मिट्टी के खिलौने बनाये जाते थे। 
  7. पत्थर तराशना, मनके चमकाना, मुहरों पर पच्चीकारी, मूर्तिशिल्प आदि भी प्रचलित थे। 
  8. फ्रेवन्स से मनके, चूड़ियाँ, बाले तथा छोटे बर्तन बनाये जाते थे। 

प्रश्न 5. 
धौलावीरा नगर का वर्णन कीजिये। 
उत्तर:
धौलावीरा:

  1. कच्छ के इलाके में खदिर बेत के किनारे धौलावीरा नगर बसा था।
  2. धौलावीरा नगर में साफ पानी मिलता था और जमीन उपजाऊ थी। 
  3. जहाँ हड़प्पा सभ्यता के कई नगर दो भागों में विभक्त थे वहीं धौलावीरा नगर को तीन भागों में बांटा गया था। 
  4. इसके हर हिस्से के चारों ओर पत्थर की ऊंची - ऊंची दीवार बनाई गई थी। 
  5. इसके अंदर जाने के लिए बड़े - बड़े प्रवेश - द्वार थे। 
  6. इस नगर में एक खुला मैदान भी था, जहाँ सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। 
  7. धौलावीरा में मिले कुछ अवशेषों में हड़प्पा लिपि के बड़े बड़े अक्षरों को पत्थरों में खुदा पाया गया है। इन अभिलेखों को संभवत: लकड़ी में जड़ा गया था। यह एक अनोखा अवशेष है, क्योंकि आमतौर पर हड़प्या के लेख मुहर जैसी छोटी वस्तुओं पर पाए जाते हैं। 

प्रश्न 6. 
हड़प्पा सभ्यता के लोथल नगर का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। 
उत्तर:
लोथल:

  1. लोथल नगर गुजरात की खम्भात की खाड़ी में मिलने वाली साबरमती की एक उपनदी के किनारे बसा था। 
  2. लोथल नगर ऐसे स्थान पर बसा था, जहाँ कीमती पत्थर जैसा कच्चा माल आसानी से मिल जाता था। 
  3. यह पत्थरों, शंखों और धातुओं से बनाई गई चीजों का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था। 
  4. इस नगर में एक भंडारगृह भी था। इस भंडारगृह से कई मुहरें और मुद्रांकन या मुहरबंदी (गीली मिट्टी पर दबाने से बनी उनकी छाप) मिले हैं। 
  5. लोथल में एक बड़ा तालाब भी मिला है जिसे बन्दरगाह माना गया है। वहाँ समुद्र के रास्ते आने वाली नावें रुकती थीं। यहाँ उन पर माल चढ़ाया - उतारा जाता था।
  6. यहाँ पर एक ऐसी इमारत मिली है, जहाँ संभवतः मनके बनाने का काम होता था। पत्थर के टुकड़े, अधबने मनके, मनके बनने वाले उपकरण और तैयार मनके भी यहाँ मिले हैं।
Bhagya
Last Updated on June 8, 2022, 4:49 p.m.
Published June 8, 2022