Rajasthan Board RBSE Class 6 Social Science Important Questions Geography Chapter 1 सौरमंडल में पृथ्वी Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पूर्ण चन्द्र महीने में कितनी बार दिखाई देता है?
(अ) एक बार
(ब) दो बार
(स) तीन बार
(द) पन्द्रह बार
उत्तर:
(अ) एक बार
प्रश्न 2.
सूर्य क्या है?
(अ) ग्रह
(ब) उपग्रह
(स) तारा
(द) उल्का पिंड
उत्तर:
(स) तारा
प्रश्न 3.
सूर्य के सबसे नजदीक कौनसा ग्रह है?
(अ) पृथ्वी
(ब) बुध
(स) शनि
(द) मंगल
उत्तर:
(ब) बुध
प्रश्न 4.
चन्द्रमा, पृथ्वी का एक चक्कर कितने दिन में पूरा करता है?
(अ) लगभग 30 दिन
(ब) लगभग 29 दिन
(स) लगभग 28 दिन
(द) लगभग 27 दिन
उत्तर:
(द) लगभग 27 दिन
प्रश्न 5.
प्रकाश की गति है
(अ)3 लाख किमी / प्रति सेकेंड
(ब) 30 हजार किमी / प्रति सेकेंड
(स) 3 हजार किमी / प्रति सेकेंड
(द) 3 सौ किमी / प्रति सेकेंड।
उत्तर:
(अ)3 लाख किमी / प्रति सेकेंड
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. .................. प्रतिदिन अलग आकार तथा अलग स्थितियों में दिखाई पड़ता है।
उत्तर:
चन्द्रमा
2. सतऋषि मंडल, नक्षत्रमंडल ................ का भाग है।
उत्तर:
अर्मा मेजर या बिग बीयर
3. हमारे सौरमंडल में ................. ग्रह हैं।
उत्तर:
आठ
4. सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले पत्थरों के छोटे - छोटे टुकड़ों को ................ कहते हैं।
उत्तर:
उल्कापिंड।
सत्य/असत्य बताइये
1. पृथ्वी को बहुत अधिक दूरी से देखने पर यह चन्द्रमा को तरह चमकती हुई प्रतीत होगी।
उत्तर:
सत्य
2. बुध सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण 255 दिन में पूरा करता है।
उत्तर:
असत्य
3. सूर्य हमारी पृथ्वी से लगभग 3,84,400 किलोमीटर दूर है।
उत्तर:
असत्य
4. हमारी आकाशगंगा, सौरमंडल का एक भाग है।
उत्तर:
असत्य
5. शनि के चारों ओर छल्ले है।
उत्तर:
सत्य
सही मिलान कीजिये
I |
II |
1. शनि |
(अ) उपग्रह |
2. चन्द्रमा |
(ब) तारा |
3. सूर्य |
(स) बौना ग्रह |
4. प्लूटो |
(द) ग्रह |
उत्तर:
I |
II |
1. शनि |
(द) ग्रह |
2. चन्द्रमा |
(अ) उपग्रह |
3. सूर्य |
(ब) तारा |
4. प्लूटो |
(स) बौना ग्रह |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
बिना किसी टिमटिमाहट के चमकने वाले एक खगोलीय पिंड का नाम बताइये।
उत्तर:
चन्द्रमा।
प्रश्न 2.
किस दिन आसमान में चन्द्रमा बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता है?
उत्तर:
चन्द्रमा अमावस्या के दिन बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता है।
प्रश्न 3.
चन्द्रमा और अन्य चमकीले खगोलीय पिण्ड दिन के समय क्यों दिखाई नहीं देते हैं?
उत्तर:
सूर्य के अत्यधिक तेज प्रकाश के कारण रात के समय चमकने वाले चन्द्रमा तथा अन्य खगोलीय पिण्डों को हम दिन में नहीं देख पाते हैं।
प्रश्न 4.
खगोलीय पिंड किसे कहते हैं?
उत्तर:
सूर्य, चंद्रमा तथा वे सभी वस्तुएँ जो रात के समय आसमान में चमकती हैं, खगोलीय पिंड कहलाती हैं।
प्रश्न 5.
प्राचीन समय में लोग रात्रि में दिशा का निर्धारण किसकी सहायता से करते थे?
उत्तर:
प्राचीन समय में लोक रात्रि में दिशा का निर्धारण तारों की सहायता से करते थे।
प्रश्न 6.
हमारी पृथ्वी के कितने उपग्रह हैं? नाम बताइये।
उत्तर:
हमारी पृथ्वी का एक उपग्रह है - चन्द्रमा।
प्रश्न 7.
खगोलशास्त्री किसे कहते हैं?
उत्तर:
खगोलीय पिंडों एवं उनकी गति के संबंध में अध्ययन करने वालों को खगोलशास्त्री कहते हैं।
प्रश्न 8.
आर्यभट्ट के अनुसार ग्रहों तथा चन्द्रमा के चमकने का क्या कारण है?
उत्तर:
आर्यभट्ट के अनुसार सभी ग्रह तथा चन्द्रमा परावर्तित सूर्यप्रकाश के कारण चमकते हैं।
प्रश्न 9.
कक्षा किसे कहते हैं?
उत्तर:
सभी ग्रह एक निश्चित पथ पर सूर्य का चक्कर लगाते हैं। इस पथ को ही कक्षा कहते हैं।
प्रश्न 10.
शुक्र को पृथ्वी का जुड़वां ग्रह क्यों माना जाता है?
उत्तर:
शुक्र का आकार एवं आकृति लगभग पृथ्वी के ही समान है, अत: इसे पृथ्वी का जुड़वां ग्रह माना जाता है।
प्रश्न 11.
आकार के अनुसार सभी ग्रहों में पृथ्वी का कौनसा स्थान है?
उत्तर:
आकार के अनुसार सभी ग्रहों में पृथ्वी पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है।
प्रश्न 12.
पृथ्वी के आकार को भू - आभ क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
पृथ्वी, धुवों के पास थोड़ी चपटी होने के कारण इसके आकार को भू - आम कहा जाता है।
प्रश्न 13.
सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में कितना समय लगता है?
उत्तर:
सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 8 मिनट का समय लगता है।
प्रश्न 14.
चन्द्रमा की सतह पर सबसे पहले पहुंचने वाला व्यक्ति कौन था एवं कब पहुंचा?
उत्तर:
सबसे पहले 21 जुलाई, 1969 को नील आर्मस्ट्रांग चन्द्रमा की सतह पर पहुंचा।
प्रश्न 15.
अन्तरिक्ष में उपस्थित कुछ भारतीय उपग्रहों के नाम बताइये।
उत्तर:
अन्तरिक्ष में उपस्थित कुछ भारतीय उपग्रह इनसेट, आई.आर.एस., एडूसैट इत्यादि हैं।
प्रश्न 16.
ग्रह तथा उपग्रह में क्या अन्तर है?
उत्तर:
ग्रह वह खगोलीय पिंड हैं जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं जबकि उपग्रह वह खगोलीय पिंड हैं जो ग्रहों की परिक्रमा करते हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
तारा किसे कहते हैं?
उत्तर:
तारा: कुछ खगोलीय पिंड बड़े आकार वाले तथा गर्म होते हैं। ये गैसों से बने होते हैं। इनके पास अपनी ऊष्मा तथा प्रकाश होता है, जिसे वे बहुत बड़ी मात्रा में उत्सर्जित करते हैं। इन खगोलीय पिंडों को तारा कहते हैं।
प्रश्न 2.
हम तारों की ऊष्मा या प्रकश को महसूस क्यों नहीं कर पाते हैं?
उत्तर:
रात के समय चमकते हुए अनगिनत तारे सूर्य के समान ऊष्मा तथा प्रकाश वाले होते हैं। लेकिन हमसे बहुत अधिक दूर होने के कारण हम लोग उनकी ऊष्मा या प्रकाश को महसूस नहीं कर पाते हैं तथा इसी कारण वे अत्यंत छोटे भी दिखाई पड़ते हैं।
प्रश्न 3. नक्षत्रमंडल क्या हैं? संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
उत्तर:
रात्रि में आसमान की ओर ध्यान से देखें तो तारों के विभिन्न समूहों द्वारा बनाई गई विविध आकृतियाँ दिखलाई देती हैं। ये नक्षत्रमंडल कहलाते हैं। अर्सा मेजर या विग बीयर इसी प्रकार का एक नक्षत्रमंडल हैं। समषि बहुत आसानी से पहचान में आने वला एक नक्षत्रमंडल है। यह सात तारों का समूह है, जो कि नक्षत्रमंडल अर्सा मेजर या बिग बीयर का ही एक भाग है।
प्रश्न 4.
ग्रह किसे कहते हैं? समझाइये।
उत्तर:
ग्रह: वे खगोलीय पिंड जिनमें अपना प्रकाश एवं ऊष्या नहीं होती है तथा वे तारों के प्रकाश से प्रकाशित होते हैं, ग्रह कहलाते हैं। ग्रह जिसे अंग्रेजी में प्लेनेट (Planet) कहते हैं ग्रीक भाषा के प्लेनेटाइ (Planetai) शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है परिभ्रमक अर्थात् चारों ओर घूमने वाले। ये सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं। पृथ्वी भी एक ग्रह है।
प्रश्न 5.
सूर्य की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सूर्य:
प्रश्न 6.
प्लूटो तथा अन्य बौने ग्रह के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
प्लूटो को भी पहले एक ग्रह माना जाता था। परन्तु अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संगठन ने अगस्त 2006 में अपनी बैठक में यह निर्णय लिया कि कुछ समय पहले खोजे गए अन्य खगोलीय पिण्ड (2003 UBAI.सिरस) तथा प्लूटो को ग्रह न मानकर इनको 'बौने ग्रह' कहा जा सकता है।
प्रश्न 7.
पृथ्वी को नीला ग्रह क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
पृथ्वी की दो - तिहाई सतह पानी से ढकी हुई है। इसलिए इसे नीला ग्रह कहा जाता है। अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीले रंग की ही दिखाई पड़ती है।
प्रश्न 8.
कृत्रिम उपग्रह किसे कहते हैं? वर्णन कीजिये।
उत्तर:
कृत्रिम उपग्रह: मानव - निर्मित उपग्रह, कृत्रिम उपग्रह कहलाते हैं। यह वैज्ञानिकों के द्वारा बनाये गये हैं, जिनका उपयोग ब्रह्मांड के बारे में जानकारी प्राप्त करने एवं पृथ्वी पर संचार माध्यम के लिए किया जाता है। इनें रॉकेट के द्वारा अंतरिक्ष में भेज जाता है एवं पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया जाता है। अंतरिक्ष में उपस्थित कुछ भारतीय कृत्रिम उपग्रह इनसेट, आई.आर.एस., एडूसैट इत्यादि हैं।
प्रश्न 9.
आकाशगंगा के बारे में आप क्या जानते हैं? बतालाइये।
उत्तर:
आकाशगंगा: आकाशगंगा करोड़ों तारों, बादलों तथा गैसों की एक प्रणाली है जो आसमान में एक ओर से दूसरी ओर तक एक चौड़ी सफ़ेद पट्टी की तरह फैली हुई है। यह पट्टी आकाशगंगा (मिल्की वे) है। हमारा सौरमंडल इस आकाशगंगा का एक भाग है। प्राचीन भारत में इसकी कल्पना आकाश में प्रकाश की एक बहती नदी से की गई थी। इस प्रकार इसका नाम आकाशगंगा पड़ा था।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
ध्रुव तारे की स्थिति को किस प्रकार जाना जा सकता है? सप्तऋषि एवं ध्रुव तारे का चित्र भी बनाइये।
उत्तर:
ध्रुव तारा एवं उसकी स्थिति: ध्रुव तारे को उत्तरी तारा भी कहा जाता है। यह उत्तर दिशा को बताता है। यह आसमान में हमेशा एक ही स्थान पर रहता है। हम ससऋषि की सहायता से ध्रुव तारे की स्थिति को जान सकते हैं। चित्रानुसार यदि समषि मंडल के संकेतक तारों को आपस में मिलाते हुए एक काल्पनिक रेखा खींची जाए एवं उसे आगे की ओर बढ़ाया जाए तो यह ध्रुव तारे की ओर इंगित करेगी।
प्रश्न 2.
सौरमंडल का चित्र बनाते हुए आन्तरिक एवं बाह्य ग्रहों का - उनके परिक्रमण, पूर्णन तथा चन्द्रमा की संख्या के सन्दर्भ में - वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
चन्द्रमा से सम्बन्धित प्रमुख तथ्यों का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
चन्द्रमा:
प्रश्न 4.
क्षुद्र ग्रह तथा उल्कापिंड से आप क्या समझते हैं? इनके बारे में बताइये।
उत्तर:
क्षुद्र ग्रह: तारों, ग्रहों एवं उपग्रहों के अतिरिक्त, असंख्य छोटे पिंड जो सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं, क्षुद्र ग्रह कहलाते हैं। ये मंगल एवं बृहस्पति की कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार क्षुद्र ग्रह, ग्रह के ही भाग होते हैं, जो कि बहुत वर्ष पहले विस्फोट के बाद ग्रहों से टूटकर अलग हो गए।
उल्कापिंड: सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले पत्थरों के छोटे - छोटे टुकड़ों को उल्कापिंड कहते हैं। कभी - कभी ये उल्कापिंड पृथ्वी के नजदीक आकर पृथ्वी पर गिरने लगते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान वायु के साथ घर्षण होने के कारण ये गर्म होकर जल जाते हैं। फलस्वरूप, चमकदार प्रकाश उत्पन्न होता है। कभी - कभी कोई उल्का पूरी तरह जले बिना पृथ्वी पर गिरती है जिससे धरातल पर गड्डे बन जाते हैं।
प्रश्न 5.
प्रयोग द्वारा समझाइये कि रात के समय आसमान में चमकने वाली वस्तुएँ हमें दिन में क्यों दिखाई नहीं देती हैं?
उत्तर:
प्रयोग - सामग्री: हम एक टॉर्च, एक सादा कागज, पेंसिल तथा एक सुई लेंगे और निम्न चरणों में प्रयोग करेंगे: