Rajasthan Board RBSE Class 6 Social Science Important Questions Civics Chapter 2 विविधता एवं भेदभाव Important Questions and Answers.
बहुचयनात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारतीय संविधान के पिता और दलितों के सबसे बड़े नेता के रूप में जाना जाता है
(अ) डॉ. भीमराव अंबेडकर को
(ब) पं. जवाहरलाल नेहरू को
(स) सुश्री मायावती को
(द) काशीराम को
उत्तर:
(अ) डॉ. भीमराव अंबेडकर को
प्रश्न 2.
अम्बई प्रान्त में निम्न में से किस समुदाय को दलित माना जाता था?
(अ) मराठा
(ब) गडरिया
(स) महार
(द) कुम्हार
उत्तर:
(स) महार
प्रश्न 3.
जब हम सभी लोगों को एक ही छवि में बांध देते हैं तो उसे कहते हैं
(अ) जाति
(ब) रूढिबद्ध धारणा
(स) वर्ग
(द) समानता
उत्तर:
(ब) रूढिबद्ध धारणा
प्रश्न 4.
जब हम किसी के बारे में पहले से कोई राय बनाकर अपने दिमाग में बिठा लेते हैं, तो उसे कहते हैं
(अ) समानता
(ब) सहदयता
(स) द्वेष
(द) पूर्वाग्रह
उत्तर:
(द) पूर्वाग्रह
प्रश्न 5.
भारत आजाद हुआ
(अ) 15 अगस्त 1947 को
(ब) 26 जनवरी 1950 को
(स) 26 जनवरी 1949 को
(द) 2 अक्टूबर 1946 को
उत्तर:
(अ) 15 अगस्त 1947 को
प्रश्न 6.
कानूनी रूप से खत्म कर दिया गया है
(अ) जाति व्यवस्था को
(ब) अस्पृश्यता को
(स) धार्मिक स्वतंत्रता को
(द) समानता को
उत्तर:
(ब) अस्पृश्यता को
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. संसार में ................ मुख्य धर्म हैं।
उत्तर:
आठ
2. भारत में सोलह सौ से ज्यादा ................ बोली जाती है।
उत्तर:
भाषाएँ
3. ................. धारणाएँ बड़ी संख्या में लोगों को एक ही प्रकार के खांचे में जड़ देती हैं।
उत्तर:
रूढिबद्ध
4. भेदभाव तब होता है जब लोग ................ या रूढ़िवद्ध धारणाओं के आधार पर व्यवहार करते हैं।
उत्तर:
पूर्वाग्रहों।
निम्न में से सत्य/असत्य कथन छोटिए
1. सरकार दलित लोगों को 'अनुसूचित जाति' वर्ग में रखती है।
उत्तर:
सत्य
2. जाति व्यवस्था में जिन समूहों को सबसे ऊपर की सीढ़ी में रखा गया, उन्हें ऊँची जाति कहा गया।
उत्तर:
सत्य
3. डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने नारी जाति के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।
उत्तर:
असत्य
4. डॉ. भीमराव अम्बेडकर का महार जाति में जन्म हुआ था जो दलित मानी जाती थी।
उत्तर:
सत्य
5. समानता के अधिकार को एक अहम मूल्य की तरह माना गया है जो हम सभी को एक भारतीय के रूप में जोड़ती है।
उत्तर:
सत्य
6. भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है जहाँ लोग बिना भेदभाव के अपने धर्म का पालन करते हैं।
उत्तर:
सत्य
निम्नलिखित स्तंभों का सही मिलान कीजिये
1. भारतीय संविधान के पिता |
(अ) अनुसूचित जाति |
2. दलित जाति |
(ब) भेदभाव करना |
3. रोओ मत! तुम तो लड़के हो |
(स) धर्म निरपेक्ष राज्य |
4. पूर्वाग्रहों के आधार पर व्यवहार करना |
(द) एक रूढिबद्ध धारणा |
5. सरकार सभी धर्मों को बराबर मानती है |
(य) डॉ. भीमराव अम्बेडकर |
उत्तर:
1. भारतीय संविधान के पिता |
(य) डॉ. भीमराव अम्बेडकर |
2. दलित जाति |
(अ) अनुसूचित जाति |
3. रोओ मत! तुम तो लड़के हो |
(द) एक रूढिबद्ध धारणा |
4. पूर्वाग्रहों के आधार पर व्यवहार करना |
(ब) भेदभाव करना |
5. सरकार सभी धर्मों को बराबर मानती है |
(स) धर्म निरपेक्ष राज्य |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
हम सभी को क्या एक भारतीय के रूप में जोड़ती हैं?
उत्तर:
समानता हम सभी को एक भारतीय के रूप में जोड़ती है।
प्रश्न 2.
संसार में मुख्य धर्म कितने हैं?
उत्तर:
संसार में मुख्य धर्म आठ हैं।
प्रश्न 3.
भारत में किन - किन धर्मों के अनुयायी रहते हैं?
उत्तर:
भारत में हिन्दू, इस्लाम, ईसाई, बौद्ध, जैन, सिक्ख, पारसी और यहूदी धर्मों के अनुयायी रहते हैं।
प्रश्न 4.
भारत में कितनी भाषाएँ बोली जाती हैं?
उत्तर:
भारत में सोलह सौ से ज्यादा भाषाएँ बोली जाती हैं। जो लोगों की मातृभाषाएँ हैं।
प्रश्न 5.
भारत में कितने तरह के नृत्य किए जाते हैं? किन्हीं दो नृत्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
भारत में सौ से भी अधिक तरह के नृत्य किए जाते हैं, जैसे - भरतनाट्यम, कत्थक आदि।
प्रश्न 6.
लोग अपने से अलग दिखने वाले लोगों के बारे में खास तरह की राय बना लेते हैं। ऐसी राय को क्या कहते हैं?
उत्तर:
पूर्वाग्रह।
प्रश्न 7.
पूर्वाग्रह किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब हम किसी के बारे में पहले से कोई राय बनाकर उसे अपने दिमाग में बिठा लेते हैं, तो यह राय पूर्वाग्रह कहलाती है।
प्रश्न 8.
स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान किन समूहों ने समानता के लिए संघर्ष किया?
उत्तर:
दलितों, स्वियों, आदिवासियों तथा किसानों ने समानता के लिए संघर्ष किया।
प्रश्न 9.
दलित क्या है?
उत्तर:
दलित का अर्थ है जिन्हें 'दबाया गया', 'कुचला गया'। यह शब्द नीची कही जाने वाली जाति के पहचान के रूप में प्रयुक्त किया जाता है।
प्रश्न 10.
डा. भीमराव अम्बेडकर का जन्म कब और किस जाति में हुआ था?
उत्तर:
डा. भीमराव अम्बेडकर का जन्म सन् 1891 ई. में महार जाति में हुआ था।
प्रश्न 11.
रूदिबद्ध धारणा किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब हम किसी एक मनुष्य समूह / समुदाय के लोगों के बारे में एक पूर्वनिश्चित धारणा बना लेते हैं तो वह धारणा रूदिबस धारणा कहलाती है।
प्रश्न 12.
लड़कियों से संबंधित कोई दो रुढिबद्ध धारणाओं को लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 13.
लड़कों से संबंधित दो प्रमुख रूढिबद्ध धारणाएँ। लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 14.
भेदभाव के दो मुख्य कारक लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 15.
डा. अम्बेडकर ने धर्म परिवर्तन करके बौद्ध धर्म क्यों अपनाया?
उत्तर:
बौद्ध धर्म सभी अनुयायियों को समान मानता है। इसी कारण उन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया।
लपूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य क्यों कहा जाता हैं?
उत्तर:
भारत में सभी लोग बिना किसी भेदभाव के अपने धर्म का पालन करते हैं और सरकार सभी धर्मों को बराबर मानती है। इसी कारण भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य कहा जाता है।
प्रश्न 2.
'भारत विविधताओं वाला देश है।' स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत विविधताओं वाला देश है क्योंकि:
प्रश्न 3.
पूर्वाग्रह किसे कहते हैं? इसके क्या परिणाम होते हैं?
उत्तर:
लोग अपने से अलग दिखने वालों के बारे में खास तरह की राय बना लेते हैं और जब हम किसी के बारे में पहले से कोई राय बना लेते हैं और उसे हम अपने दिमाग में बिठा लेते हैं, तो वह पूर्वाग्रह का रूप ले लेती है। हम कई चीजों के बारे में पूर्वाग्रही हो सकते हैं, जैसे-लोगों के धार्मिक विश्वास, उनकी चमड़ी का रंग, जिस क्षेत्र से वे आते हैं, जिस तरह से वे बोलते हैं, जैसे कपड़े वे पहनते पूर्वाग्रह ज्यादातर नकारात्मक होते हैं। इसके कारण जिनके प्रति हमारे पूर्वाग्रह हैं, उनसे हम दोस्ती नहीं करना चाहते। हम उन लोगों की शायद इज्जत भी नहीं कर पाते हैं। इस वजह से उनके प्रति हमारा व्यवहार उन्हें दुःख पहुंचा देता हैं।
प्रश्न 4.
रूदिबद्ध धारणा किसे कहते हैं और यह कैसे बनती है?
उत्तर:
जब हम सभी लोगों को एक ही छवि में बाँध देते हैं या उनके बारे में एक्की धारणा बना लेते हैं, तो उसे रूढिबद्ध धारणा कहते हैं। हम लगातार यह सुनते रहते हैं कि 'लड़के बहादुर होते हैं, रोते नहीं हैं और लड़कियाँ कोमल व मृदु स्वभाव की होती हैं, सुशील होती हैं।' समाज की ऐसी मान्यताओं को हम बिना सोचे - समझे मान लेते हैं। हम विश्वास कर लेते हैंकि हमारा व्यवहार इन मान्यताओं के अनुसार ही होना चाहिए। हम सभी लड़कों और लड़कियों को उसी छवि के अनुरूप देखना चाहते हैं। इस प्रकार हमारी रुढिबद्ध धारणाएँ बनती हैं।
प्रश्न 5.
रूढ़िवद्ध धारणाओं के क्या परिणाम होते हैं?
उत्तर:
रूढिबद्ध धारणाएँ: कड़िबद्ध धारणाएँ हमें प्रत्येक इंसान को एक अनोखे और अलग व्यक्ति की तरह देखने से रोक देती हैं। हम नहीं देख पाते कि उस व्यक्ति के अपने कुछ खास गुण और क्षमताएँ हैं जो दूसरों से अलग हैं। इन धारणाओं का असर हम सब पर पड़ता है। कई बार ये धारणाएँ हमें ऐसे काम से रोकती हैं जिनको करने की काबिलियत शायद हममें हो।
प्रश्न 6.
भेदभाव किसे कहते हैं?
उत्तर:
भेदभाव: भेदभाव तब होता है जब लोग पूर्वाग्रहों या रूदिबश धारणाओं के आधार पर व्यवहार करते हैं। इन आधारों पर यदि आप लोगों को नीचा दिखाने के लिए कुछ करते हैं। अगर आप उनें कुछ गतिविधियों में भाग लेने से रोकते हैं या किसी खास नौकरी को करने से रोकते हैं या किसी मोहल्ले में रहने नहीं देते या एक ही कुएँ या हैंडपम्प से पानी नहीं लेने देते, तो इसका अर्थ यह हुआ कि आप उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं।
प्रश्न 7.
भेदभाव किन - किन कारणों से हो सकता है?
उत्तर:
भेदभाव कई कारणों से हो सकता है। यथा:
1. विविधता के आधार पर: धर्म विविधता का एक पहलू है। लेकिन यह भेदभाव का कारण भी बन सकता है। ऐसा तब होता है जब लोग अपने से भिन्न प्रथाओं और रिवाजों को निम्न कोटि का मानते हैं।
2. असमानता के आधार पर: आर्थिक पृष्ठभूमि को भिन्नता अर्थात् अमीर और गरीब होना असमानता है। बहुत से लोगों के पास अपने खाने, कपड़े व घर की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए साधन व पैसे नहीं होते। इस कारण दफ्तरों, स्कूलों, अस्पतालों आदि में उनके साथ भेदभाव किया जाता है। कुछ लोगों को विविधता और असमानता पर आधारित दोनों ही तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ता है। इस दोहरे भेदभाव का सामना कई जनजातियों, लोगों, धार्मिक समूहों
और खास क्षेत्र के लोगों को करना पड़ता है।
प्रश्न 8.
डा. भीमराव अम्बेडकर ने दलितों को क्या सलाह दी?
उत्तर:
डा. भीमराव अम्बेडकर ने दलितों को निम्न प्रमुख सलाह दी:
प्रश्न 9.
जाति आधारित भेदभाव का दलितों पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
जाति पर आधारित भेदभाव दलितों को अनेक गतिविधियों से वंचित रखता है। इससे उनके व्यक्तित्व का विकास रुक जाता है। दूसरे, यह भेदभाव दलितों को आदर और सम्मान भी नहीं मिलने देता जो दूसरों को मिलता है। इससे उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंचती है और उनमें हीन भावना पैदा होती है तथा समाज में अलगाव की भावना पनपती है।
प्रश्न 10.
भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान किनकिन समूहों ने समानता के लिए क्या संघर्ष किये?
उत्तर:
भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान निम्न समूहों ने समानता के लिए संघर्ष किये:
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
असमानता और भेदभाव में क्या अन्तर है?
उत्तर:
असमानता और भेदभाव दो भिन्न भिन्न संकल्पनाएँ हैं। लेकिन दोनों एक - दूसरे से घनिष्ट रूप से संबंधित हैं। असमानता जाति, वंश, संस्कृति, भाषा, क्षेत्र, आर्थिक स्थिति, शैक्षिक पृष्ठभूमि आदि की भिन्नता के आधार पर हो सकती है। भेदभाव तब होता है जब कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति या समुदाय से उक्त किसी असमानता के आधार पर उनके विरुद्ध कार्य करता है। किसी का इस भेदभाव के आधार पर शोषण करना, उसको नीचा दिखाना, उसे दूसरे कार्य न करने देना आदि सभी भेदभाव के उदाहरण हैं। भेदभाव विविधता के आधार पर तब होता है जब लोग अपने से भिन्न प्रथाओं और रिवाजों को निम्न कोटि का मानते हैं और यह असमानता के आधार पर तब होता है जब किसी के पास मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक साधन व धन नहीं होता। जनजातीय लोगों, धार्मिक समूहों आदि को विविधता और असमानता दोनों आधारों पर होने वाले भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
प्रश्न 2.
डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जीवनी पर एक निबन्ध लिखिए।
उत्तर:
डॉ. भीमराव अम्बेडकर
1. जन्म तथा परिवार: डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 1891 ई. में महाराष्ट्र के एक गांव में हुआ था। उनका महार जाति में जन्म हुआ था जो दलित मानी जाती थी। महार गरीब लोग होते थे। उनके पास जमीन नहीं थी और उनके बच्चों को वही काम करना पड़ता था जो वे खुद करते थे। उन्हें गांव के बाहर रहना पड़ता था और गाँव के अन्दर आने की इजाजत नहीं थी।
2. शिक्षा: अम्बेडकर अपनी जाति के पहले व्यक्ति थे। जिसने अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की और वकील बनने के लिए इंग्लैंड गए।
3. प्रारूप समिति के अध्यक्ष: उनें भारतीय संविधान के पिता तथा दलितों के सबसे बड़े नेता के रूप में माना जाता है। संविधान निर्मात्री सभा में संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष रहे।
4. दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष: डॉ. आम्बेडकर ने दलित समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने दलितों को अपने बच्चों को स्कूल - कॉलेज भेजने के लिए प्रोत्साहित किया। उनें अलग - अलग तरह की सरकारी नौकरी करने के लिए कहा ताकि जाति - व्यवस्था से बाहर निकल पाएं। डॉ. अम्बेडकर ने दलितों के मंदिर प्रवेश के प्रयासों का नेतृत्व किया।
5. जाति प्रथा के विरोधी: वे जाति प्रथा के विरोधी थे। उनका मानना था कि इसी के कारण दलितों की दयनीय स्थिति बनी थी। उनका मानना था कि दलितों को जाति प्रथा के खिलाफ अवश्य लड़ना चाहिए और ऐसा समाज बनाने की तरफ काम करना चाहिए जिसमें सबकी इज्जत हो, न कि कुछ लोगों की।
6. बौद्ध धर्म को अपनाना: डॉ. अम्बेडकर को ऐसे धर्म की तलाश थी जो सबको समान निगाह से देखे। इसी दृष्टि से जीवन में आगे चलकर उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर बौद्ध धर्म को अपनाया।
प्रश्न 3.
डॉ. अम्बेडकर के उस प्रथम अनुभव का वर्णन कीजिए जब उनसे भेदभाव किया गया था।
उत्तर:
यह अनुभव उनको सन् 1901 में हुआ था जब वे केवल 9 साल के थे। वे महाराष्ट्र में कोरेगांव में अपने भाइयों के साथ पिता से मिलने गये थे। बड़ी देर इंतजार करने के बाद, लगभग एक घंटा बीत जाने के बाद कोई नहीं आया तो स्टेशन मास्टर उनसे पूछने आये और उन्होंने अम्बेडकर व भाइयों के टिकट मांगे, जिन्हें उन्होंने स्टेशन मास्टर को बता दिया। उन्होंने उनसे वहां रुकने का कारण पूछा तो अम्बेडकर ने बताया कि 'हमें कोरेगांव जाना था और हम पिताजी या उनके नौकर के आने का इंतजार कर रहे थे।' स्टेशन मास्टर को उन बच्चों की भाषा और वेशभूषा को देखकर वह लगा था कि 'वे ब्राह्मण बच्चे हैं।' वे बच्चों की मुश्किल देखकर बड़े परेशान हुए और उनसे पूछा कि 'वे कौन हैं'। बच्चों ने बता दिया कि वे महार हैं। ऐसा सुनकर स्टेशन मास्टर के चेहरे के भाव बदल गए और एक अजीब - सी घृणा की भावना उन पर हावी हो गयी थी और वे अपने कमरे में वापस चले गए। काफी समय बीत जाने के पश्चात् भी उनें लेने वहाँ जब कोई नहीं आया तो बच्चे घबराए तथा उदास हो गए।
क्योंकि संध्या हो गई थी। यहां किराए पर बैलगाड़ियां चल रही थीं। बच्चों ने किराए की बैलगाड़ी लेकर कोरेगांव जाना चाहा। लेकिन स्टेशन मास्टर को जवाब देते वक्त वहां सभी गाड़ीवानों को पता लग चुका था कि वे महार हैं। इसलिए कोई भी गाड़ीवान दलित वर्ग की सवारी को ले जाकर अपने आपको गंदा और नीचा नहीं बनाना चाहता था। यद्यपि बच्चे उन्हें दुगुना किराया देने को तैयार थे। स्टेशन मास्टर जो बच्चों के लिए गाड़ीवानों से मोल - तोल कर रहे थे, चुपचाप खड़े हो गए। समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें? इससे स्पष्ट होता है कि जाति आधारित भेदभाव ने उन बच्चों को कोरेगांव नहीं पहुंचने दिया। साथ ही उन्होंने लोगों के उस सहयोग, आदर और सम्मान को भी खो दिया, जो उन्हें गैर - दलित होने पर मिलता।
प्रश्न 4.
संविधान के लेखकों ने विविधता की इज्जत करना, उसे मूल्यवान मानना, समानता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कारक मानते हुए, क्या प्रयत्न किए?
उत्तर:
संविधान के लेखकों ने कहा कि विविधता की इज्जत करना, इसे मूल्यवान मानना, समानता सुनिश्चित करने में बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है। इस संदर्भ में उन्होंने यह महसूस किया कि लोगों को अपने धर्म का पालन करने, अपनी भाषा बोलने, अपने त्यौहार मनाने और अपने आपको खुले रूप से अभिव्यक्त करने की आजादी होनी चाहिए। उनहोंने कहा कि कोई एक भाषा, धर्म या त्यौहार सबके लिए अनिवार्य नहीं बनना चाहिए। इसीलिए उन्होंने भारत को, यानि कि हमारे संविधान को धर्मनिरपेक्ष बनाया, जहां लोग बिना भेदभाव के अपने धर्म का पालन करते हैं। सरकार सभी धर्मों को बराबर मानेगी। इसे हमारी एकता के महत्वपूर्ण कारक के रूप में देखा जाता है कि हम इकटे रहते हैं और एक दूसरे की इज्जत करते है।