Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Important Questions Chapter 16 कचरा: संग्रहण एवं निपटान Important Questions and Answers.
Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Science in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 6. Students can also read RBSE Class 6 Science Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 6 Science Notes to understand and remember the concepts easily. Browsing through class 6 science chapter 4 extra questions that includes all questions presented in the textbook.
बहुचयनात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
भराव क्षेत्रों में कितने वर्षों तक किसी भवन का निर्माण नहीं किया जा सकता?
(अ) 5 वर्षों तक
(ब) 12 वर्षों तक
(स) 20 वर्षों तक
(द) 36 वर्षों तक
उत्तर:
(स) 20 वर्षों तक
प्रश्न 2.
किसानों के मित्र कहलाते हैं।
(अ) केंचुए
(ब) दीमक
(स) कॉकरोच
उत्तर:
(अ) केंचुए
प्रश्न 3.
वर्मी कंपोस्टिंग में केंचुए की किस प्रजाति का उपयोग किया जाता है?
(अ) भूरा केंचुआ
(ब) काला केंचुआ
(स) गुलाबी केंचुआ
(द) लाल केंचुआ
उत्तर:
(ब) काला केंचुआ
प्रश्न 4.
लाल केंचुए में दाँतों की जगह विशेष संरचना होती है।
(अ) गिजर्ड
(ब) फ्लिपर
(स) शूक
(द) काँटे
उत्तर:
(द) काँटे
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
प्रश्न 1.
हम पौधों को ............. देकर उनके मित्र बन सकते हैं।
उत्तर:
कंपोस्ट
प्रश्न 2.
लाल केंचुए में .............. नहीं होते।
उत्तर:
दांत
प्रश्न 3.
............. कागज का पुनः चक्रण संभव नहीं है।
उत्तर:
प्लास्टिक लेपित।
निम्न में से सत्य / असत्य कथन छाँटिए:
प्रश्न 1.
कागज का पुनः चक्रण सम्भव है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
कम्पोस्टिंग द्वारा प्लास्टिक को कम हानिकारक पदार्थों में परिवर्तित करना सम्भव है।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
प्लास्टिक का अंधाधुंध उपयोग अत्यधिक हानि पहुँचा सकता है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 4.
लाल केंचुए के दाँत नहीं होते हैं।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 5.
हरे कूड़ेदान में पुन: उपयोग किए जा सकने वाले पदार्थ डाले जाते हैं।
उत्तर:
असत्य
कॉलम - 1 में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम - 2 से कीजिए:
प्रश्न 1.
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) भोजन को पीसने में सहायक |
(A) कम्पोस्ट |
(2) अनुपयोगी कचरा |
(B) पुनः चक्रण |
(3) पदार्थों के विगलन से बनी खाद |
(C) अपशिष्ट |
(4) अनुपयोगी पदार्थ को उपयोगी पदार्थ में बदलना |
(D) गिजर्ड |
उत्तर:
कॉलम - 1 |
कॉलम - 2 |
(1) भोजन को पीसने में सहायक |
(D) गिजर्ड |
(2) अनुपयोगी कचरा |
(C) अपशिष्ट |
(3) पदार्थों के विगलन से बनी खाद |
(A) कम्पोस्ट |
(4) अनुपयोगी पदार्थ को उपयोगी पदार्थ में बदलना |
(B) पुनः चक्रण |
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
कम्पोस्टिंग किसे कहते हैं?
उत्तर:
पौधों व जन्तुओं के अपशिष्टों का रसोई के अपशिष्ट सहित खाद में बदलने की प्रक्रिया, कम्पोस्टिंग कहलाती है।
प्रश्न 2.
पुनःचक्रण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
प्रयोग किए गए पदार्थ को पुनः प्रयोग हेतु परिवर्तित करना, पुनः चक्रण कहलाता है।
प्रश्न 3.
अपशिष्ट किसे कहते हैं?
उत्तर:
वे चीजें या वस्तुएँ जो हमारे लिए बेकार होती हैं, अपशिष्ट कहलाती हैं।
प्रश्न 4.
वर्मी - कम्पोस्टिंग क्या है?
उत्तर:
लाल केंचुओं का उपयोग करके रसोई के कचरे से कम्पोस्ट बनाना वर्मी कम्पोस्टिंग कहलाता है।
प्रश्न 5.
लाल केंचुओं में ऐसी कौनसी संरचना पायी जाती है, जो भोजन को पीसने में इनकी सहायता करती है?
उत्तर:
गिजर्ड (पेषणी)।
प्रश्न 6.
लाल केंचुआ एक दिन में कितना आहार खा सकता है?
उत्तर:
अपने शरीर के भार के बराबर।
प्रश्न 7.
लाल केंचुए के जीवन के लिए आवश्यक मौसमी दशाएँ क्या हैं?
उत्तर:
यह बहुत गर्म तथा ठंडे वातावरण में जीवित नहीं रह सकता तथा इसे अपने आस-पास नमी की जरूरत होती है।
प्रश्न 8.
सूखी पत्तियों को जलाना हानिकारक क्यों होता है?
उत्तर:
सूखी पत्तियों को जलाने पर इनसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक गैसें व धुआँ उत्पन्न होता है, इसलिए इन्हें नहीं जलाना चाहिए।
प्रश्न 9.
क्या कागज के पुनः चक्रण की तरह हम हर वस्तु का पुनः चक्रण कर सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, हर वस्तु का पुन: चक्रण करना संभव नहीं है।
प्रश्न 10.
भराव क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तर:
भराव क्षेत्र वह स्थान होता है जहाँ शहर के कचरे को एकत्र करके पाटा जाता है।
प्रश्न 11.
वर्मी कम्पोस्टिंग के दौरान अपशिष्ट की परत को क्यों नहीं दबाना चाहिए?
उत्तर:
वर्मी कम्पोस्टिंग के दौरान अपशिष्ट की परत को नहीं दबाना चाहिए बल्कि इसे पोला ही रहने देना चाहिए ताकि इस परत में पर्याप्त मात्रा में वायु एवं नमी बनी रहे।
प्रश्न 12.
लाल केंचुए के भोजन में क्या मिलाना चाहिए जिससे भोजन को पीसने में सहायता मिले?
उत्तर:
अण्डे के छिलके, समुद्री शंख या सीपी का चूरा आहार में मिलाना चाहिए।
प्रश्न 13.
कम्पोस्ट में कचरे का पूर्ण विगलन हो गया है कैसे ज्ञात करते हैं?
उत्तर:
कम्पोस्ट में कचरे का काला हो जाना तथा उससे कोई दुर्गध न आना यह दर्शाता है कि कचरे का पूर्ण विगलन हो गया है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
यदि हमारे घरों एवं आस - पास से कूड़ा न हटाया जाए, तो क्या होगा?
उत्तर:
अगर हमारे घरों एवं आस - पास से कूड़ा न हटाया जायेगा, तो इस कचरे से चारों तरफ दुर्गध फैल जायेगी। इससे पर्यावरण प्रदूषण भी बढ़ेगा और हम अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जायेंगे।
प्रश्न 2.
कुछ शहरों या नगरों में नगरपालिकाएँ कचरा एकत्र करने के लिए दो पृथक् कूड़ेदान क्यों देती हैं?
उत्तर:
कुछ शहरों में नगरपालिकाएँ दो प्रकार के कचरे को एकत्र करने के लिए दो पृथक् कूड़ेदान देती हैं। प्रायः एक नीले रंग का एवं दूसरा हरे रंग का होता है। नीले कूड़ेदान में पुन: उपयोग किए जा सकने वाले पदार्थ डाले जाते.हैं, जैसे - प्लास्टिक, धातुएँ, काँच आदि। जबकि हरे कूड़ेदान रसोई तथा अन्य जन्तु व पादप अपशिष्य को एकत्र करने के लिए होते हैं।
प्रश्न 3.
लाल केंचुए के भोजन के विषय में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
लाल केंचुओं को भोजन में फल व सब्जियों के अपशिष्ट, कॉफी तथा चाय छानने के बाद बची हुई पत्तियाँ तथा खेत व बगीचे के खरपतवार दे सकते हैं। इनको नमक, अचार, तेल, सिरका, मांस व दूध से बने अपशिष्ट पदार्थ नहीं देने चाहिए क्योंकि इनसे रोगकारक जीव उत्पन्न होने लगते हैं। अण्डे के छिलके अथवा समुद्री शंख का चूरा इन्हें भोजन को चबाने में मदद करते हैं।
प्रश्न 4.
लाल केंचुओं की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
वर्मी कम्पोस्ट 'अपशिष्ट से सर्वोत्तम' प्राप्त करना कैसे है?
उत्तर:
वर्मी कम्पोस्ट में अपशिष्ट पदार्थों से खाद बनाई जाती है जिससे अपशिष्ट पदार्थों का निपटान होता है साथ ही खाद भी प्राप्त होती है जिससे बहुत से धन की बचत भी होती है जो महंगे रासायनिक उर्वरक एवं खाद खरीदने के लिए खर्च करते हैं। इसलिए वर्मी - कम्पोस्ट 'अपशिष्ट से सर्वोत्तम' प्राप्त करने जैसा है।
निबन्धात्मक प्रश्न:
प्रश्न 1.
जब सफाई कर्मचारी कूड़ेदानों से कूड़े को ले जाते हैं, तो यह कूड़ा कहाँ चला जाता है एवं इसका फिर क्या होता है?
उत्तर:
सफाई कर्मचारी कडा एकत्र करके ट्रकों द्वारा निचले खुले क्षेत्रों, जहाँ पर गहरे गड्ढे होते हैं, में ले जाते हैं। ये खुले क्षेत्र 'भराव क्षेत्र' कहलाते हैं। यहाँ पर कचरे में से अनुपयोगी एवं उपयोगी अवयवों को पृथक् किया जाता है। अनुपयोगी अवयवों को पृथक् करने के बाद भराव क्षेत्र में फैलाकर मिट्टी की परत से ढक देते हैं। जब यह भराव क्षेत्र पूरी तरह से भर जाता है, तब प्रायः इस पर पार्क अथवा खेल का मैदान बना देते हैं। इस मैदान में अगले 20 वर्षों तक किसी प्रकार के भवन का निर्माण नहीं किया जाता है। इसके अतिरिक्त कचरे के उपयोगी अवयवों के निपटान के लिए भराव क्षेत्रों के पास कम्पोस्ट बनाने वाले क्षेत्र विकसित किए जाते हैं।
प्रश्न 2.
कागज का पुनः चक्रण किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर:
कागज का पुनः चक्रण: सबसे पहले पुराने कागजों को छोटे - छोटे टुकड़ों में फाड़कर एक जल से भरी बाल्टी या टब में डालते हैं। इन टुकड़ों को जल में एक दिन के लिए डूबा रहने देते हैं। इसके बाद भीगे कागज को काटकर गाढ़ी लुगदी बनाते हैं। अब फ्रेम पर जड़ी जाली पर गीली लुगदी को एक समान फैलाते हैं। इससे जल बह जाता है। फ्रेम पर पुराना कपड़ा अथवा समाचार पत्र फैलाकर भी लुगदी के जल को सोखा जा सकता है। अब लुगदी की इस परत को सावधानी से प्रेम से अलग करके पुराने समाचार पत्र पर रखकर धूप में सुखाते हैं। रंगीन कागज प्राप्त करने के लिए लुगदी को फैलाने से पूर्व इसमें खाने वाले रंग मिला सकते हैं । इसके अलावा लुगदी फैलाने से पूर्व उसमें सूखी पत्तियाँ, फूलों की पंखुड़ियाँ तथा रंगीन कागज के टुकड़े मिलाकर सुन्दर पैटों वाला पुन:चक्रण का आकर्षक कागज प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न 3.
खाद्य पदार्थों के संग्रहण के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग हानिकारक क्यों होता है? कारण बताइये।
उत्तर:
हम प्राय: खाद्य पदार्थों के संग्रहण के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करते हैं। इनमें संग्रहित भोजन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। प्राय: दुकानदार प्लास्टिक की ऐसी थैलियों का उपयोग करते हैं, जिनका इससे पहले किसी अन्य कार्य में उपयोग हो चुका है। कभी - कभी कचरा बीनने वालों द्वारा एकत्र की गई प्लास्टिक की थैलियों को धोकर भी उपयोग में लाया जाता है। इस प्रकार की पुन: चक्रण वाली प्लास्टिक की थैलियों में खाद्य पदार्थों को रखना हानिकारक हो सकता है। इसलिए खाद्य पदार्थों के संग्रहण के लिए हमें इस कार्य के लिए अनुमोदित प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग के लिए आग्रह करना चाहिए। इस प्रकार स्पष्ट है कि खाद्य पदार्थों के संग्रहण के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग हानिकारक हो सकता है, इसलिए इनसे बचना चाहिए।
प्रश्न 4.
प्लास्टिक का अन्धाधुन्ध उपयोग हानिकारक क्यों है?
उत्तर:
वर्तमान में प्लास्टिक के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। प्लास्टिक के उपयोग के बिना दैनिक क्रियाकलाप करना सम्भव ही नहीं लगता। परन्तु इसके अन्धाधुंध उपयोग के दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। लोग प्राय: अपने घर के कचरे को प्लास्टिक की थैलियों में भरकर बाहर फेंक देते हैं। आवारा पशु भोजन की तलाश में जब इन थैलियों को देखते हैं, अक्सर थैलियों को भी निगल जाते हैं। इससे कभी - कभी उनकी मृत्यु भी हो जाती है। इसी प्रकार सड़कों तथा अन्य स्थानों पर असावधानीपूर्वक फेंकी गई ये प्लास्टिक की थैलियाँ अक्सर बहकर नालों व सीवर प्रणाली में चली जाती हैं। परिणामस्वरूप नाले अवरुद्ध हो जाते हैं और गंदा जल सड़कों पर फैलने लगता है । भारी वर्षा के समय तो बाढ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इस प्रकार अंधाधुंध उपयोग के कारण प्लास्टिक धीरे - धीरे अभिशाप बनता जा रहा है।
प्रश्न 5.
प्लास्टिक के अति उपयोग को कम करने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर:
प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए हमें निम्न उपाय अपनाने चाहिए: