Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 Hindi Rachana पत्र लेखन Questions and Answers, Notes Pdf.
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सरकारी कार्यालयों में आने वाले तथा कार्यालय से भेजे जाने वाले पत्रों को कार्यालयी पत्र कहा जाता है। व्यापक अर्थ में देखें तो किसी भी संस्था के कार्यालय में होने वाला पत्र - व्यवहार कार्यालयी पत्रों की श्रेणी में ही आता है।
कार्यालयों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तथा पत्र - व्यवहार की सुव्यवस्था के लिए इन पत्रों को कई श्रेणियों में बाँट दिया गया है। यथा -
कार्यालयी पत्र का प्रारूप
प्रेषक
जिलाधिकारी
जयपुर।
दिनांक - ..............
सेवा में
नगर स्वास्थ्य अधिनगरी
जयपुर।
विषय - ...................
महोदय,
..............................
..............................
भवदीय
हस्ताक्षर ........
पदनाम की मुहर
कार्यालयी पत्र के उदाहरण
प्रश्न 1.
जिलाधीश टोंक (राजस्थान) की ओर से स्वास्थ्य सचिव, राजस्थान सरकार, जयपुर को निर्धारित प्रारूप में एक कार्यालयी पत्र लिखिए जिसमें उनसे अपने क्षेत्र में फैली हुई रहस्यमय बीमारी से ग्रामीण जनता को राहत दिलवाने के लिए राजधानी के विशेष चिकित्सकों का एक दल भेजने के लिए निवेदन कीजिए।
उत्तर :
राजस्थान सरकार
कार्यालय, जिलाधीश टोंक
पत्रांक - जि./स्वा/14 - 15/175 - 76
दिनांक - 5 मई, 20_ _
सेवा में
श्रीमान् स्वास्थ्य सचिव
राजस्थान सरकार, जयपुर।
विषय - रहस्यपूर्ण बीमारी से राहत दिलवाने हेतु चिकित्सकीय सहायता के सन्दर्भ में।
महोदय,
उपर्युक्त विषयान्तर्गत सूचनार्थ निवेदन है कि -
टोंक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में एक अज्ञात बीमारी से विगत 3 दिनों में 07 लोग मौत के शिकार हो गये हैं। इस बीमारी में रोगी को तीव्र ज्वर आता है और वह पेट दर्द के साथ प्राण त्याग देता है। स्थानीय चिकित्सक इस बीमारी का निदान नहीं कर पा रहे हैं।
अतः इस महामारी पर शीघ्र नियन्त्रण हेतु राजधानी से चिकित्सकों का एक दल तत्काल भिजवाने का कष्ट करें, ताकि संत्रस्त जनता को राहत प्रदान की जा सके।
सादर
भवदीय
(हस्ताक्षर)
जिलाधीश, टोंक
पृष्ठांकन सं. : जि./स्वा/14 - 15/175 - 76
दिनांक - 5 मई, 20_ _
प्रतिलिपि सूचनार्थ -
(हस्ताक्षर).
जिलाधीश, टोंक
प्रश्न 2.
संयुक्त सचिव, राजस्थान शासन, राजस्थान की ओर से असहायिक माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षण शुल्क सम्बन्धी राजाज्ञा के बारे में शिक्षा निदेशक (मा.), राजस्थान, जयपुर को एक पत्र निर्धारित प्रारूप में लिखिए।
उत्तर :
पत्रांक - शिक्षा (6) अनुभाग 2590/15 -7-14(21) 1957
दिनांक - 15 जुलाई, 20_ _
प्रेषक -
अशोक गांगुली
संयुक्त सचिव
राजस्थान शासन
सेवा में,
शिक्षा निदेशक (माध्यमिक)
राजस्थान, जयपुर
विषय - अशासकीय असहायिक मान्यता प्राप्त सैकेण्डरी/सीनियर सैकेण्डरी कॉलेजों को शिक्षण शुल्क लिये जाने
की अनुमति प्रदान किया जाना।
महोदय,
उपर्युक्त विषयक मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि शासनादेश संख्या 1822/15 - 7 - 14 (157) 10 दिनांक 10 अप्रैल, 20_ _ तथा शासनादेश संख्या 3543/15 - 7 - 14 (157) 10 दिनांक 16 जुलाई, 20_ _ द्वारा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, स्थानीय निकायों द्वारा संचालित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की भाँति असहायिक मान्यता प्राप्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाने की व्यवस्था की गई है। इस सम्बन्ध में सम्यक् विचारोपरान्त राज्यपाल महोदय शैक्षिक गुणवत्ता तथ शैक्षिक उन्नयन हेतु अशासकीय असहायिक मान्यता प्राप्त सैकेण्डरी/सीनियर सैकेण्डरी कॉलेजों को विद्यालय के समुचित संचालन तथा विभिन्न शैक्षिक सुविधायें उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से उनकी आवश्यकता के अनुरूप शिक्षण शुल्क लिये जाने की अनुमति निम्नलिखित शौ/प्रतिबन्धों के अधीन प्रदान करते हैं -
(i) 1. शिक्षण शुल्क के रूप में प्राप्त आय से विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों/कर्मचारियों को नियमानुसार वेतन आदि का भुगतान किया जाना।
2. शुल्क के रूप में प्राप्त आय विद्यालय में साज - सज्जा, काष्ठोपकरण, पीने के पानी, शौचालय/मूत्रालय के निर्माण, . क्रीड़ा सामग्री के क्रय पर आवश्यकतानुसार व्यय की जायेगी।
3. शिक्षण शुल्क के रूप में प्राप्त धनराशि का रख - रखाव विधिवत् रखा जायेगा।
(ii) कृपया उपर्युक्तानुसार कार्यवाही हेतु तत्काल आवश्यक आदेश सम्बन्धित अधिकारियों/विद्यालयों को जारी करें तथा जारी किये गये आदेशों की 10 प्रतियाँ शासन को उपलब्ध कराने का कष्ट करें।
(iii) पूर्व शासनादेश उक्त सीमा तक संशोधित समझे जाये।
(iv) यह आदेश तात्कालिक प्रभाव से लागू होंगे।
भवदीय
हस्ताक्षर........
सचिव
प्रश्न 3.
जिला शिक्षा अधिकारी, इन्दौर की ओर से एक कार्यालयी पत्र प्रधानाचार्य, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रामगढ़, इन्दौर को लिखिए जिसमें कक्षा 10 के कमजोर विद्यार्थियों को गणित, अंग्रेजी एवं विज्ञान विषयों के अध्यापन के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है।
उत्तर :
कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी इन्दौर (म. प्र.)
पत्रांक जिशि आइ/14 - 15/161 - 163
दिनांक - 24 - 06 - 20_ _
श्रीमान् प्रधानाचार्य
रा. उ. मा. वि. रामगढ़,
जिला - इन्दौर (म. प्र.)
विषय - कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाओं के सन्दर्भ में।
मान्यवर,
उपर्युक्त सन्दर्भ एवं विषयान्तर्गत उल्लेख है कि विगत तीन वर्षों से आपके विद्यालय की कक्षा X का परीक्षा परिणाम गुणात्मक एवं परिमाणात्मक दृष्टि से अपेक्षानुरूप नहीं रहा है। इस हेतु कक्षा X के कमजोर विद्यार्थियों के लिए गणित, अंग्रेजी एवं विज्ञान विषयों में अतिरिक्त कक्षाओं का प्रावधान सुनिश्चित करें। आवश्यकता होने पर सेवानिवृत्त शिक्षकों अथवा वरिष्ठ प्राध्यापकों की सेवाएँ भी ली जा सकती हैं। उक्त विषयों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा - परिणाम के आधार पर कमजोर विद्यार्थियों की सूची तथा आदेश अनुपालन की सूचना इस कार्यालय को भिजवाएँ।
भवदीय
(हस्ताक्षर)
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्य.)
इन्दौर
पृष्ठांकन सं. जिशि आइ/14 - 15/161 - 163
दिनांक - 24 - 06 - 20_ _
प्रतिलिपि सूचनार्थ
1. श्रीमान् शिक्षा निदेशक महोदय, भोपाल।
2. श्रीमान् शिक्षा उपनिदेशक महोदय, इन्दौर।
3. कार्यालय प्रति
(हस्ताक्षर)
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्य.)
इन्दौर
प्रश्न 4.
शिक्षा निदेशक (माध्यमिक), राजस्थान, जयपुर की ओर से एक पत्र निर्धारित प्रारूप में समस्त जिला विद्यालय निरीक्षक, राजस्थान को लिखिए जिसमें माध्यमिक शिक्षा परिषद्, राजस्थान की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन से सम्बन्धित कार्यों के भुगतान के बारे में निर्देश दीजिए।
उत्तर :
कार्यालय शिक्षा निदेशक (माध्य.) राजस्थान
प्रेषक
शिक्षा निदेशक (माध्य.)
राजस्थान, जयपुर।
पत्रांक : डी. ई/मा. शि. प./400 - 4961 2014 - 2015
दिनांक 30 मार्च, 20_ _
सेवा में
समस्त जिला विद्यालय निरीक्षक
राजस्थान।
विषय : माध्यमिक शिक्षा परिषद् राजस्थान की सैकेण्डरी तथा सीनियर सैकेण्डरी की परीक्षाओं से सम्बन्धित कार्यों के भुगतान के सम्बन्ध में।
महोदय,
आजकल माध्यमिक शिक्षा परिषद् राजस्थान की सैकेण्डरी/सी. सैकेण्डरी परीक्षाएँ संचालित हो रही हैं। ये परीक्षाएँ 10 अप्रैल, 20_ _ को समाप्त हो जायेंगी। मूल्यांकन कार्य 18 अप्रैल, 20_ _ से प्रारम्भ होने जा रहा है। परीक्षा समाप्ति के उपरान्त परीक्षा ड्यूटी में लगे सभी शिक्षकों/कर्मचारियों के पारिश्रमिक के देयक भुगतान हेतु प्राप्त होंगे। इसी प्रकार मूल्यांकन कार्य की समाप्ति के उपरान्त मूल्यांकन कार्य में लगे परीक्षकों/कर्मचारियों के पारिश्रमिक के देयक भुगतान हेतु प्राप्त होंगे। यह आवश्यक है कि परीक्षा कार्य में संलग्न सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों के पारिश्रमिक का भुगतान वरीयता के आधार पर किया जाय। इस सम्बन्ध में आवश्यक धनराशि आपको सम्बन्धित मदों में परिषद् द्वारा उपलब्ध कराई जा चुकी है।
अत: आपको निर्देश दिये जाते हैं कि परीक्षा समाप्ति के एक सप्ताह के भीतर केन्द्र - व्यवस्थापकों, अतिरिक्त केन्द्र - व्यवस्थापकों कक्ष - निरीक्षकों एवं परीक्षा कार्य से जुड़े हुए अन्य सभी कर्मचारियों के समस्त देयकों को पारित कराकर उनका भुगतान करा दिया जाये। इसी प्रकार मूल्यांकन समाप्ति के पश्चात् एक सप्ताह के भीतर मूल्यांकन से जुड़े परीक्षकों व अन्य कर्मचारियों का भुगतान कराया जाना सुनिश्चित किया जाय।
भवदीय
हस्ताक्षर ...........
शिक्षा निदेशक (मा.)
राजस्थान, जयपुर
प्रश्न 5.
शिक्षा निदेशक, राजस्थान सरकार, बीकानेर की ओर से एक पत्र राजकीय उ. मा. विद्यालय डूंगरपुर को लिखिए, जिसमें हिन्दी प्रवक्ताओं के दो अतिरिक्त पदों के अनुमोदन की सूचना दी गयी हो।
उत्तर :
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, बीकानेर राजस्थान सरकार, जयपुर
पत्रांक : ख-8/रा.वि/118-14/पी/14-15
दिनांक 05 सितम्बर, 20_ _
प्रेषक
शिक्षा निदेशक (मा.)
राजस्थान सरकार
बीकानेर
सेवा में, प्राचार्य
राजकीय सी. सै. विद्यालय
डूंगरपुर (राज.)
विषय : हिन्दी प्रवक्ताओं के दो अतिरिक्त पदों का अनुमोदन
महोदय,
आपके पत्रांक 130/ए.स./01 - 140 दिनांक 14.07.20_ _ के सन्दर्भ में मुझे यह सूचित करना है कि निदेशालय ने आपके विद्यालय में हिन्दी के दो नए प्रवक्ताओं के पदों का अनुमोदन कर दिया है। इनकी नियुक्ति हेतु आप माध्यमिक शिक्षा सेवा आयोग, अजमेर से सम्पर्क करें। राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर से चयनित प्रवक्ताओं की सूची प्राप्त होने तक आप अस्थायी रूप से दैनिक वेतन पर गेस्ट फैकल्टी योजनान्तर्गत प्रवक्ताओं की नियुक्ति कर सकते हैं।
(हस्ताक्षर)
मा. शिक्षा निदेशक
बीकानेर
पृष्ठांकन सं. ख-8/रा/वि.118-14 पी.14-15
दिनांक 5 - 9 - 20_ _
प्रतिलिपि सूचनार्थ :
1. शिक्षा उपनिदेशक, उदयपुर।
2. जिला शिक्षा अधिकारी, डूंगरपुर।
3. सचिव मा. शि. सेवा आयोग, अजमेर।
(हस्ताक्षर)
माध्यमिक शिक्षा निदेशक
बीकानेर
प्रश्न 6.
प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भरतपुर (राजस्थान) की ओर से एक कार्यालयी पत्र निर्धारित प्रारूप में निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवानियोजन निदेशालय, जयपुर (राजस्थान) के नाम लिखिए और उनसे निवेदन कीजिए कि संस्थान के जीर्ण - शीर्ण भवन की मरम्मत के लिए शीघ्र ही अनुमति प्रदान करें। मरम्मत में आने वाले व्यय के अनुमान से भी अवगत करायें।
उत्तर :
कार्यालय प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भरतपुर (राजस्थान)
प्रेषक :
प्रधानाचार्य
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान
भरतपुर (राजस्थान)
पत्रांक औ. प्र. स./म/17-18/2014-15
दिनांक 10 जून, 20_ _
सेवा में
निदेशक
प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय
जयपुर (राजस्थान)
विषय : संस्थान के पुराने भवन की मरम्मत कराये जाने के सम्बन्ध में।
महोदय,
आपका ध्यान उपर्युक्त विषय की ओर आकर्षित करते हुए निवेदन है कि इस संस्थान का भवन काफी पुराना तथा जीर्ण - शीर्ण है। इसके गिरने से जन - हानि की भी संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। अत: यह आवश्यक है कि इसकी अविलम्ब मरम्मत कराई जाए।
मरम्मत कार्य की अनुमानतः लागत एक लाख रुपये है। संस्थान के भवन के सम्बन्ध में मैं यह सूचित करना आवश्यक समझता हूँ कि यदि इसकी मरम्मत तुरन्त न कराई गई तो आगामी सत्र में प्रशिक्षुओं को भवन में प्रशि होगा। बरसात के कारण भवन के अधिक क्षतिग्रस्त होने से उसके गिरने की भी आशंका बनी रहेगी और वह प्रशिक्षुओं तथा शिक्षकों के जीवन के लिए संकट का कारण बन सकता है।
अतः आपसे अनुरोध है कि धनराशि की व्यवस्था करते हुए भवन की मरम्मत की अनुमति प्रदान करें।
भवदीय
हस्ताक्षर......
प्रधानाचार्य
प्रश्न 7.
वित्त मंत्रालय, विधान सभा सचिवालय, राजस्थान, जयपुर के सचिव, की ओर से एक पत्र निर्धारित क्त अनुदान स्वीकृत करने हेतु सचिव वित्त मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली को लिखिए जिससे इंदिरा नहर के अपूर्ण कार्य को पूरा कराया जा सके।
उत्तर :
राजस्थान सरकार, वित्त मंत्रालय, विधानसभा सचिवालय, जयपुर।
पत्रांक 234/अनु/इ.न/1/25 (क) 436 14-15
दिनांक 5-6-20_ _
प्रेषक :
श्री जुगेन्द्र सिंह मीणा
सचिव
सेवा में
सचिव
वित्त मंत्रालय
भारत सरकार
नई दिल्ली
विषय : इन्दिरा नहर योजना के अपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए अतिरिक्त अनुदान।
महोदय,
राज्य मंत्रिमण्डल के निर्णयानुसार मुझे कहने का निर्देश हुआ है कि इन्दिरा नहर योजना में कुछ कार्य अभी तक पूर्ण होने की प्रतीक्षा में लंबित है। राज्य सरकार इस सम्बन्ध में काफी धनराशि व्यय कर चुकी है जो निर्धारित राशि से अधिक है। अभी नहर योजना में कार्यरत स्टाफ के आवासीय भवनों में विद्युत तथा जल व्यवस्था किया जाना शेष है। इस कार्य में अनुमानतः . 20 करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान है। यदि केन्द्र सरकार उपर्युक्त राशि राज्य को प्रदान कर देगी तो इस कार्य को शीघ्र ही पूरा करने में मदद मिलेगी। आपसे निवेदन है कि इस बारे में केन्द्र सरकार के निर्णय से शीघ्र ही अवगत कराने का कष्ट करें।
भवदीय
हस्ताक्षर.......
सचिव।
प्रश्न 8.
सचिव, वित्त मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली की ओर से एक पत्र निर्धारित प्रारूप में सचिव वित्त मंत्रालय विधान सभा सचिवालय, राजस्थान जयपुर को उनके अतिरिक्त अनुदान की माँग सम्बन्धी पत्र के उत्तर में लिखिए।
उत्तर :
पत्रांक - वित्त/अनु/इ. न. 54 ई/ 2014-2015
दिनांक 15 - 7 - 20_ _
प्रेषक
श्री आशीष उपाध्याय
सचिव
सेवा में,
वित्त मंत्रालय, राजस्थान
विधान सभा सचिवालय
जयपुर।
विषय : अतिरिक्त अनुदान के सम्बन्ध में।
महोदय,
आपके पत्रांक 234/अनु/इ.न/ - 1/25(क) 436/14 - 15 दिनांक 5 - 6 - 20_ _ के सन्दर्भ में मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि आपके द्वारा इंदिरा नहर योजना में स्टाफ के आवासीय भवनों के अपूर्ण कार्य को पूरा कराने के लिए जो 20 करोड़ रुपयों की . माँग की गई है, उस पर निर्णय अभी केन्द्र सरकार के अन्तर्गत विचाराधीन है। निर्णय होने पर आपको उससे अवगत कराया जाएगा।
भवदीय
हस्ताक्षर............
(आशीष उपाध्याय)
सचिव
प्रश्न 9.
उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली की ओर से एक पत्र का प्रारूप तैयार कीजिए जो मुख्य सचिव राजस्थान, जयपुर को भेजा गया हो, जिसमें शिक्षित बेरोजगारों को ऋण - सुविधा उपलब्ध कराने हेतु चर्चा की गयी हो।
उत्तर :
भारत सरकार (उद्योग मंत्रालय) उद्योग भवन, संसद मार्ग, नई दिल्ली
दिनांक 20.1.20_ _
पत्रांक 7/क-19/636-606/14-15
प्रेषक
सचिव
उद्योग मंत्रालय भारत सरकार
नई दिल्ली
सेवा में,
मुख्य सचिव
राजस्थान सरकार
जयपुर
विषय : शिक्षित बेरोजगारों हेतु ऋण-सुविधा उपलब्ध कराना।
महोदय,
आपके पत्रांक 75/ख - 432 - 01 दिनांक 04.11.20_के सन्दर्भ में मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि केन्द्र सरकार ने शिक्षित बेरोजगारों को बैंक - ऋण सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है, जिससे बेरोजगार अपना व्यवसाय प्रारम्भ कर सकें। ऋण की अधिकतम राशि 50,000 रुपये होगी तथा इस पर मात्र तीन प्रतिशत वार्षिक ब्याज लिया जाएगा। इस सहायता मद में जो धन राज्य सरकार व्यय करेगी उसका आधा भाग केन्द्र सरकार वहन करेगी। ऋण देने के लिए समस्त सरकारी बैंकों को निर्दिष्ट किया जा चुका है। कृपया योजना से लाभान्वित होने वाले बेरोजगारों की सूचना इस कार्यालय को हर तीन माह में उपलब्ध करायें।
भवदीय
हस्ताक्षर.......
आर. के. सिंहल
सचिव
पृष्ठांकन सं. 27/136-01
दिनांक 20.01.20_ _
प्रतिलिपि सूचनार्थ प्रेषित है -
1. सचिव, उद्योग मंत्रालय राजस्थान सरकार, जयपुर
2. सचिव, वित्त मंत्रालय राजस्थान सरकार, जयपुर
3. गवर्नर, रिजर्व बैंक, नई दिल्ली
प्रश्न 10.
प्रमुख सचिव वित्त, राजस्थान शासन की ओर से एक पत्र का प्रारूप सेवानिवृत्त शिक्षकों के जीवित रहने के प्रमाण - पत्र के सम्बन्ध में समस्त कोषाधि रियों तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों के प्रबन्धकों के लिए लिखें।
उत्तर :
पत्रांक राजाज्ञा सं. P-1/1029। दस 2014-2015 (23) टी. सी. वित्त लेखा अनुभाग - 1
दिनांक 3 नवम्बर, 20_ _
प्रेषक :
शेखर अग्रवाल
प्रमुख वित्त सचिव
राजस्थान शासन
सेवा में.
1. समस्त अधिकारी
2. समस्त मुख्य/वरिष्ठ कोषाधिकारी, राजस्थान
विषय : राजस्थान शासन के पेंशनरों को कोषाधिकारियों/ राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से जीवन प्रमाण-पत्र दिया जाना। महोदय,
उपर्युक्त विषयक शासनादेश संख्या ए - 1/1995/दस 03 - 15(23)/टी. सी. दिनांक 21 नवम्बर, 20_ _ के प्रस्तर 3 की ओर आपका ध्यान आकर्षित करते हुए यह कहने का निर्देश हुआ है कि पेंशनरों को जीवन प्रमाण पत्र दिये जाने में सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि चालू वित्त वर्ष के लिए जीवन प्रमाण - पत्र माह नवम्बर तथा दिसम्बर माह के अन्त तक प्रस्तुत किये जा सकेंगे।
उक्त शासनादेश संख्या 23-1/1995/दस-03-15 (23) 95 टी. सी. दिनांक 21 नवम्बर 20_ _ की शेष व्यवस्थायें यथावत् लागू रहेंगी। कृपया शासन के उक्त निर्णय को सभी सम्बन्धित की जानकारी में लाकर उनका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। भवदीय
हस्ताक्षर ............
शेखर अग्रवाल
प्रमुख सचिव
प्रश्न 11.
कार्यपालक निदेशक आर. बी. आई. दिल्ली की ओर से सार्वजनिक और निजी बैंकों के प्रबन्धकों को एक पत्र लिखिए, जिसमें सभी मूल्य - वर्गों के सिक्कों की स्वीकृति सम्बन्धी आदेश दिया गया हो।
उत्तर :
भारतीय रिजर्व बैंक, नई दिल्ली
पत्र संख्या : 119/11/37/01/2092-26
दिनांक : 6 अगस्त, 20_ _
प्रेषक : कार्यपालक निदेशक
R.B.I./2014-137
सेवा में,
अध्यक्ष व प्रबन्धक निदेशक
समस्त सार्वजनिक और निजी बैंक
नई दिल्ली
विषय : सिक्कों की स्वीकृति और वितरण के सम्बन्ध में।
महोदय/महोदया
आप अपनी सभी शाखाओं को तत्काल आदेश दें कि वे ग्राहकों बना किसी प्रतिबन्ध के सभी मूल्य - वर्गों के सिक्के . स्वीकार करें। यदि कोई उपभोक्ता सिक्कों की माँग करता है तो उसे सभी मूल्य वर्गों के सिक्के उपलब्ध कराने होंगे। कृपया इस पत्र की पावती भेजें तथा कार्यवाही से अवगत करायें। भवदीया
ह. डॉ. रश्मि सिन्हा
कार्यपालक निदेशक
प्रश्न 12.
अधिशासी अभियन्ता, राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लि. खण्ड - III बहरोड, अलवर की ओर से एक पत्र पुलिस अधीक्षक, अलवर को लिखिए जिसमें किसान रैली के दौरान विद्युत लाइनों की सुरक्षा करने हेतु लिखा गया हो। उत्तर :
प.क्र. 3(a)अअब/सु/2014/3296
दिनांक : 15 सितम्बर, 20_ _
प्रेषक
अधिशासी अभियन्ता
राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लि.
खण्ड - III बहरोड, अलवर
सेवा में
पुलिस अधीक्षक
अलवर (राज.)
विषय - 30 सितम्बर, 20_ _ को आयोजित विद्युत आपूर्ति की अनियमितता के विरोध में किसान रैली के दौरान विद्युत
लाइनों की सुरक्षा के सम्बन्ध में।
महोदय
हम आपका ध्यान 12 सितम्बर, 20_ _ को जिला कलैक्टर, अलवर के कार्यालय में हुई बैठक की ओर आकृष्ट करना चाहते हैं, जिसमें 30 सितम्बर, 20_ _ को आयोजित किसान रैली के सुरक्षा सम्बन्धी सम्भावित खतरों पर चर्चा की गई थी। उक्त बैठक के अधोहस्ताक्षरकर्ता ने सवाल उठाया था कि किसान रैली के दौरान किसानों का रोष मुखर हो सकता है तथा वे ट्रान्सफॉर्मर जलाने, विद्युत लाइन तोड़ने जैसी कार्यवाही पर भी उतर सकते हैं। इस सन्दर्भ में हमारी ओर से प्रस्ताव है कि आपके नेतृत्व में पुलिसकर्मियों एवं विद्युत मण्डल के कर्मियों की एक बैठक हो जिसमें विद्युत लाइन सम्बन्धी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इसी अपेक्षा के साथ
भवदीय
ह. राकेश मीणा
अधिशासी अभियन्ता
संलग्न - किसान सभा के अध्यक्ष के रैली के सम्बन्ध में पत्र की छायाप्रति।
प.क्र. 3(a)/अअब/सु.2014/3297/3300
प्रतिलिपि - सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु
1. जिला कलैक्टर, अलवर
2. अधीक्षण अभियन्ता, रा. राज्य वि. प्र. नि. लि. जयपुर वृत्त, जयपुर
3. उप अधीक्षक, पुलिस बहरोड वृत्त, बहरोड
4. थाना प्रभारी, पुलिस थाना बहरोड
ह. राकेश मीणा
अधिशासी अभियन्ता
प्रश्न 13.
जिला शिक्षा अधिकारी, बीकानेर की ओर से सचिव, मा. शि. बोर्ड राजस्थान अजमेर को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लालगढ़ बीकानेर में बोर्ड परीक्षा केन्द्र की स्वीकृति हेतु कार्यालयी पत्र लिखिए।
उत्तर :
पत्रांक : जि.शि.बी/बोपके/14-15/1914-13
दिनांक : 18 अगस्त, 20_ _
प्रेषक
जिला शिक्षा अधिकारी
माध्यमिक शिक्षा बीकानेर
(राज.)
सेवा में
श्रीमान सचिव महोदय
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
राजस्थान : अजमेर
विषय : रा. उ मा. वि. लालगढ़ में बोर्ड परीक्षा केन्द्र को स्वीकृति प्रदान करने हेतु।
महोदय
विषयान्तर्गत निवेदन है कि रा. उ. मा. वि. लालगढ़ में बोर्ड परीक्षा केन्द्र की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से है (i) इस विद्यालय में वर्तमान में कक्षा XII में 60 विद्यार्थी, कक्षा X में 90 विद्यार्थी हैं, जिन्हें 40 किमी दूर परीक्षा देने देशनोक जाना पड़ता है।
(ii) विद्यालय में परीक्षा सम्बन्धी आवश्यक भौतिक एवं मानवीय संसाधन उपलब्ध हैं। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा हेतु यहाँ पुलिस थाना है।
(iii) आस - पाम 8 किमी. की परिधि में 4 माध्यमिक विद्यालयों के परीक्षार्थी भी यहाँ परीक्षा दे सकते हैं।
अत: उक्त केन्द्र की स्वीकृति प्रदान करने की अनुकम्पा करें।
सादर
भवदीय
ह. जिला शिक्षा अधिकारी
(मा.) बीकानेर
प्रतिलिपि सूचनार्थ :
(1) श्रीमान् निदेशक मा. शि. राजस्थान बीकानेर
(2) प्रधानाचार्य रा. उ. मा. वि. लालगढ़
(3) कार्यालय प्रति
हस्ताक्षर
जिला शिक्षा अधिकारी
(मा.) बीकानेर
प्रश्न 14.
कम्प्यूटर शिक्षा की अनिवार्यता समाप्त करने के लिए प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कुंभलगढ़ की ओर से सचिव, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान अजमेर को लिखे जाने वाले पत्र का प्रारूप तैयार कीजिए।
उत्तर :
क्रमांक : उमावि/कु/14-15/176
दिनांक : 11.8.20_ _
प्रेषक
प्रधानाचार्य
रा. उ. मा. वि. कुम्भलगढ़ (राज.)
सेवा में,
श्रीमान् सचिव महोदय
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान
अजमेर
विषय : कम्प्यूटर शिक्षा की अनिवार्यता के सम्बन्ध में
महोदय
निवेदन है कि विगत वर्षों से माध्यमिक स्तर तक कम्प्यूटर शिक्षा अनिवार्य कर दी गई है। किन्तु इसके क्रियान्वयन में आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों को देखते हुए इस विषय की अनिवार्यता पर पुनर्विचार करने का कष्ट करना उचित होगा।
मेरा विनम्र सुझाव है कि कम्प्यूटर शिक्षा की अनिवार्यता समाप्त करके इसे ऐच्छिक विषय के रूप में लागू कर दिया जाए तो यह योजना अधिक व्यावहारिक होगी।
छात्रहित की दृष्टि से इस सम्बन्ध में शीघ्र निर्णय एवं आवश्यक निर्देश प्रदान कर अनुग्रहीत करें। सादर
भवदीय
ह. प्रधानाचार्य
रा. उ. मा. वि. कुम्भलगढ़
प्रतिलिपि सूचनार्थ
(1) निदेशक, मा. शि. बोर्ड राजस्थान बीकानेर
(2) निदेशक (शैक्षिक) मा. शि. बोर्ड राजस्थान, अजमेर
ह. प्रधानाचार्य
रा. उ. मा. वि. कुम्भलगढ़
प्रश्न 15.
निदेशक (शैक्षिक) मा. शि. बोर्ड की ओर से एक कार्यालयी पत्र प्रधानाचार्य रा. उ मा. वि. चित्तौड़गढ़ को लिखिए, जिसमें राष्ट्रीय छात्रवृत्ति हेतु चयनित दो बालकों को पुरस्कार राशि का उल्लेख हो।
उत्तर :
क्रमांक : माशिबो/शैअ/14-15/1741-43
दिनांक : 10.8.20_ _
प्रेषक
निदेशक (शैक्षिक)
मा. शि. बो. राजस्थान
अजमेर
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य
रा. उ. मा. वि. चित्तौड़गढ़
विषय - राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के क्रम में।
मान्यवर,
उपर्युक्त विषयान्तर्गत आपके विद्यालय के निम्नलिखित छात्रों की राष्ट्रीय छात्रवृत्ति उनके नाम के सम्मुख राशि में स्वीकृत की गई है।
(1) श्री जितेन्द्र मीणा, कक्षा XII, 1200 रु.
(2) सुश्री आशा राजावत, कक्षा X, 1000 रु.
कुल दो हजार दो सौ रु. का चेक संलग्न कर भिजवाया जा रहा है, प्राप्ति सूचना भिजवा दें।
सादर,
संलग्न : चेक नं. 191764/दि. 8.8.20_ _
भवदीय
ह. निदेशक (शैक्षिक)
मा. शि. बो. राजस्थान, अजमेर
प्रतिलिपि सूचनार्थ :
(1) वित्त नियन्त्रक, मा. शि. बो., अजमेर
(2) श्रीमान् जिला शिक्षा अधिकारी, चित्तौड़गढ़
ह. निदेशक (शैक्षिक)
राजस्थान अजमेर
प्रश्न 16.
शिक्षा सचिव राजस्थान सरकार की ओर से एक पत्र निदेशक मा. शि. बो. अजमेर को लिखिए जिसमें रा.उ. मा. वि. की कुल चल - अचल सम्पत्ति का ब्यौरा माँगा गया हो।
उत्तर :
पत्रांक : 1648/स/26
दिनांक : 25 जुलाई, 20_ _
प्रेषक
बाबूलाल सारस्वत
शिक्षा सचिव,
राजस्थान सरकार
जयपुर
सेवा में,
निदेशक
मा. शि. बो. अजमेर
विषय - राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की चल - अचल सम्पत्ति के विवरण की प्राप्ति हेतु।
महोदय,
यह सूचना प्राप्त हुई है कि राजस्थान राज्य में इस समय जितने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हैं उनकी कुल चल - अचल सम्पत्ति का लेखा - जोखा शिक्षा विभाग के पास नहीं है। राज्य सरकार प्रदेश के सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों की पूरी चल - अचल सम्पत्ति का विवरण प्राप्त करना चाहती है। मुझे यह आदेश हुआ है कि आपको सूचित करूँ कि उक्त चल - अचल सम्पत्ति विषयक विवरण एक माह के भीतर राज्य सरकार को प्रेषित करें।
भवदीय
है. बाबूलाल सारस्वत
शिक्षा सचिव
राजस्थान सरकार
शासन सचिवालय
जयपुर
प्रतिलिपि :
(1) उप शासन सचिव, वित्त विभाग, राजस्थान सरकार
(2) संयुक्त निदेशक, शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार
प्रश्न 17.
उपसचिव शिक्षा विभाग, राजस्थान शासन की ओर से शिक्षा विभाग से सम्बन्धित सभी कार्यालयों को एक परिपत्र का प्रारूप लिखिए, जिसमें शिक्षा कर्मियों का पूर्वानुमति बिना कार्यालय से अनुपस्थित रहने पर प्रतिबन्ध ो।
उत्तर :
पत्र संख्या 199/ए/2025
दिनांक : 15 मई, 20_ _
प्रेषक
उपसचिव
शिक्षा विभाग, राजस्थान शासन
सेवा में
शिक्षा विभाग से सम्बद्ध समस्त कार्यालय
विषय - पूर्वानुमति बिना कार्यालय से अनुपस्थित रहना।
मान्यवर,
शिक्षा विभाग के साधारण परिपत्र क्रमांक 122/दिनांक 25 अप्रैल, 20_ _ की ओर ध्यानाकर्षित किया जाता है, जिसमें अति । स्पष्ट रूपेण बताया गया था कि बिना पूर्वानुमति के तथा प्रार्थना पत्र दिए बिना कार्यालय से अनुपस्थित होने पर राजकीय कार्यकलाप बाधित होते हैं। शिक्षा विभाग अति विशाल है, इसके एक कार्यालय की गड़बड़ी से सम्पूर्ण शिक्षा के कार्यों में गतिरोध पैदा होता है। अतः शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारियों को एक बार पुनः आग्रह परामर्श दिया जाता है कि उक्त आदेशों का कड़ाई एवं सच्चाई से पालन किया जाना चाहिए। इन आदेशों की जानबूझकर अवज्ञा करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है।
कृते
ह. मोहन मीणा
उप सचिव
प्रतिलिपि :
ह. मोहन मीणा
उपसचिव
स्मरण - पत्र
प्रश्न 1.
निदेशक, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी (मा.) बाँसवाड़ा को रिक्त पदों की सूचना अविलम्ब भिजवाने हेतु स्मरण - पत्र लिखिए।
उत्तर :
राजस्थान सरकार
कार्यालय निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, राजस्थान, बीकानेर
दिनांक 18 अगस्त, 20_ _
पत्रांक - 2/फा.71/08/1681
जिला शिक्षा अधिकारी, (माध्य.)
बाँसवाड़ा (राज.) .
विषय - रिक्त पदों की सूचना प्रेषण करने हेतु।
उपर्युक्त विषयक हमारे पत्रांक - 2 फा. 71/07/1470 दिनांक 18 जुलाई, 20_ _के सन्दर्भ में उल्लेख है कि हमारे पत्र का अवलोकन करें एवं चाही गई सूचना अविलम्ब इस कार्यालय को प्रेषित करें।
भवदीय
हस्ताक्षर
निदेशक
माध्य. शिक्षा राजस्थान
बीकानेर
संलग्नक - आदेश की छायाप्रति
प्रश्न 2.
जिला शिक्षा अधिकारी, उदयपुर की ओर से प्रधानाचार्य रा. उ. मा. वि. गोगुन्दा को अनुः जनजाति की छात्राओं की सूची भिजवाने हेतु स्मरण - पत्र लिखिए।
उत्तर :
राजस्थान सरकार
कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी (माध्य.) उदयपुर
पत्रांक जि. शि. आमा./संस्था - 1/07/146
दिनांक 11 सित. 20_ _
प्रधानाचार्य,
रा. उ. मा. वि. गोगुन्दा, जि. उदयपुर ।
विषय - अनुसूचित जनजाति की छात्राओं की सूची भिजवाने हेतु।
उपर्युक्त विषयान्तर्गत हमारे पत्रांक - 17/106 दिनांक 15 - 08 - 20_ _ के सन्दर्भ में उल्लेख है कि हमारे इस पत्र का अवलोकन करें। इसकी सूचना कार्यालय को प्राप्त नहीं हुई है। अत: अविलम्ब सूची प्रेषित करें।
हस्ताक्षर
जिला शिक्षा अधिकारी
(मा.) उदयपुर
संलग्नक - आदेश की छायाप्रति
आवेदन पत्र
प्रश्न 3.
सिन्धी कैम्प, अन्तर्राज्यीय बस अड्डा, जयपुर के निदेशक को एक आवेदन पत्र लिखकर बस में छूट गये अपने सामान का पता लगाने के लिए निवेदन कीजिए।
उत्तर :
दिनांक 26 जनवरी, 20_ _
प्रेषक
रमेश बाबू शर्मा
260, बैरागपुरा
मथुरा (उ. प्र.)
सेवा में,
निदेशक
सिन्धी कैम्प, अन्तर्राज्यीय बस अड्डा, जयपुर।
विषय - बस में छूट गए सामान का पता करने के सम्बन्ध में।
महोदय,
मैं दिनांक 25 जनवरी को मथरा से राजस्थान परिवहन की बस सं. R.J.02 P1021 द्वारा जयपर गया था। बस अड़े पर उतरकर मैं पूछताछ खिड़की पर यह पता करने गया था कि भीलवाड़ा जाने वाली बस कहाँ से मिलेगी। पाँच मिनट बाद लौटने पर मैंने उक्त बस को वहाँ नहीं पाया। जल्दी में मेरी अटैची बस में ही छूट गई थी। मैंने इस सम्बन्ध में स्टेशन इंचार्ज को मौखिक रूप से सूचित कर दिया था।
आपसे निवेदन है कि बस सं. R.J. 02 P1021 में दिनांक 25 जनवरी, 20_ _ को छूट गई मेरी अटैची, जिसमें मेरे शैक्षिक प्रमाण पत्र तथा कपड़े इत्यादि हैं, की तलाश कराने का कष्ट करें। धन्यवाद,
आपके उत्तर की प्रतीक्षा में
भवदीय
हस्ताक्षर.....
(रमेशबाबू शर्मा)
शिकायती-पत्र
प्रश्न 4.
पोस्ट मास्टर जनरल, जयपुर को एक शिकायती पत्र लिखिए जिसमें आपके द्वारा भेजे गए मनीऑर्डर का भुगतान न होने तथा आपको उसके वापस भी न मिलने के बारे में बताइए।
उत्तरः
पत्रांक - मनी/115
दिनांक 2 दिसम्बर, 20_ _
प्रेषक
रामदत्त शर्मा
संगठन मन्त्री, विश्व हिन्दू परिषद्,
कुम्हेर गेट, भतरपुर (राज.)
सेवा में,
श्रीमान् पोस्ट मास्टर जनरल, जयपुर।
विषय - भेजे गये मनीऑर्डर का भुगतान न होना और गुम हो जाना।
महोदय,
मैंने एक धनादेश द्वारा दिनांक 25 अक्टूबर, 20_ _ को ₹501 = 00 (शब्देन रुपया पाँच सौ एक मात्र) कुम्हेर गेट डाकघर से
श्री मोहन दत्त शर्मा 215 चाँद पोल, जयपुर के नाम उनकी पुत्री के विवाह पर भेजे थे। इसकी रसीद संख्या 218 है।
उपर्युक्त धनादेश उनको आज तक प्राप्त नहीं हुआ है। यह राशि मुझे भी वापस नहीं मिली है। उनकी पुत्री की शादी हुए भी एक माह से अधिक समय व्यतीत हो चुका है। ऐसा लगता है कि यह मनीऑर्डर कहीं बीच में ही गुम हो गया है। निवेदन है कि इस गुम हुए मनीऑर्डर को तलाश कर उसका भुगतान प्राप्तकर्ता को अविलम्ब कराया जाय तथा मुझको भी कृत कार्यवाही से अवगत कराया जाय। धन्यवाद।
भवदीय
ह. रामदत्त शर्मा
पृष्ठांकन
प्रतिलिपि सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित है -
1. डाकपाल, कुम्हेर गेट डाकघर, भरतपुर ।
प्रश्न 5.
आप राकेश शर्मा धौलपुर निवासी हैं। परीक्षाएँ निकट हैं, पर लाउडस्पीकरों के शोरगुल के कारण परीक्षा की तैयारी में व्यवधान पड़ रहा है। अपने जिलाधिकारी को एक प्रार्थना - पत्र लिखें कि वे इन पर रोक लगवाने हेतु आदेश देने की कृपा करें।।
उत्तर :
दिनांक - 16 फरवरी, 20_ _.
प्रेषक
राकेश शर्मा
छात्र, रा. उ. मा. विद्यालय, धौलपुर
सेवा में,
जिलाधिकारी महोदाय, धौलपुर।
विषय - लाउडस्पीकरों से अध्ययन में बाधा के सम्बन्ध में।
श्रीमान,
निवेदन है.कि आगामी माह में हमारे विद्यालय की वार्षिक परीक्षाएँ होने जा रही हैं। यह समय हम छात्रों के लिए निरन्तर अध्ययन का है, किन्तु नगर में प्रात:काल से देर रात तक लाउडस्पीकरों पर ऊँची आवाज में गाने, भजन और न जाने क्या - क्या सुनाया जाता है। ऐसी परिस्थिति में एकाग्रता से अध्ययन कर पाना सम्भव नहीं हो सकता। इन लोगों से आवाज धीमा रखने का अनुरोध करने पर ये लड़ने - झगड़ने पर उतारू हो जाते हैं। अतः आपसे अनुरोध है कि परीक्षाओं की समाप्ति तक इस ध्वनि - प्रदूषण से मुक्ति दिलाने का कष्ट करें।
शीघ्र कार्यवाही की प्रतीक्षा में,
भवदीय
राकेश शर्मा
प्रश्न 6.
अध्यक्ष नगर पालिका, चित्तौड़गढ़ राजस्थान को पत्र लिखकर नगर में व्याप्त गन्दगी की असे शिकायत कीजिए।
उत्तर :
दिनांक - 15-6-20_ _
सेवा में,
माननीय अध्यक्ष
नगरपालिका
चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)
विषय - नगर में व्याप्त गन्दगी तथा उसके कारण स्वास्थ्य संकट की आशंका।
महोदय, हम आपका ध्यान नगर स्थित अपने मोहल्ले की गन्दगी की ओर आकर्षित करना चाहते हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हमारे मोहल्ले में नगरपालिका का कोई सफाई कर्मचारी पिछले पन्द्रह दिनों से नहीं आया है, न सड़कों पर झाड़ लगी है और न नालियों की सफाई ही की गई है। कूड़ा नालियों में भर जाने के कारण वे रुक गई हैं और गन्दा पानी सड़कों पर बह रहा है। सड़कों पर जहाँ गड्ढे हैं वहाँ यह पानी भरा रहता है। इनमें मक्खी - मच्छर पैदा हो रहे हैं। आज दशा यह हो गई है कि मोहल्ले में चारों तरफ गन्दगी और बदबू का राज्य है। दिन भर मक्खियाँ भिनभिनाती हैं तथा रात में मच्छर सोने नहीं देते हैं। गली से निकलते समय नाक पर रूमाल रखना पड़ता है। कुछ समय पश्चात् ही वर्षा ऋतु आरम्भ होने वाली है। सफाई न होने पर यहाँ क्या दशा होगी इसकी कल्पना आप आसानी से कर सकते हैं। यदि शीघ्र ही यहाँ ठीक तरह सफाई न की गई तो मलेरिया, पेचिस इत्यादि भयंकर रोगों को फैलने से नहीं रोका जा सकेगा। अतएव आपसे निवेदन है कि आप इस विषय में उचित कार्यवाही करें तथा निवासियों को इस संकट से मुक्ति दिलायें।
भवदीय
समस्त निवासी
मोहल्ला गरीबनगर
बस स्टैंड के पीछे, चित्तौड़गढ़।
प्रश्न 7.
आपके पड़ोस में एक अज्ञात अपरिचित व्यक्ति रह रहा है, जिसकी गतिविधियाँ आपको संदिग्ध प्रतीत होती हैं। अपने नगर के पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखकर उसके बारे में सूचित कीजिए, जिससे किसी भावी दुर्घटना से बचा जा सके।
उत्तर :
दिनांक 12 सितम्बर, 20_ _
प्रेषक
राकेश रंजन
230, गांधीनगर
जयपुर (राज.)
सेवा में,
पुलिस अधीक्षक (नगर)
जयपुर।
विषय - गाँधीनगर में रहने वाले संदिग्ध व्यक्ति के सम्बन्ध में।
महोदय,
मैं अपने नगर का एक जागरूक नागरिक हूँ। मैं गाँधीनगर के मकान नं. 230 का निवासी हूँ तथा यहाँ विगत पाँच वर्ष से रह रहा हूँ। मैं विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में सेवारत हूँ। मेरे पड़ोस के मकान नं. 235 में पिछले एक सप्ताह से दो युवक तथा एक युवती आकर रहने लगे हैं। हम लोग रात 9 बजे तक भोजन आदि से निवृत्त होते हैं। मेरे परिवार के लोग सो जाते हैं तथा मैं पुस्तकालय से लाई हुई किसी पुस्तक को पढ़ता रहता हूँ तथा देर रात में ही सो पाता हूँ। मेरा कमरा ऊपर है जहाँ खिड़की से इस मकान का दरवाजा दिखाई देता है।
इस मकान में रात में देर से कुछ लोग आते - जाते हैं। मोटर बाइकों तथा कारों का आना - जाना लगा रहता है। इनके व्यवहार से लगता है कि लड़की इनके परिवार की नहीं है। रात को मैंने देखा कि कुछ लोग एक काली कार में बैठकर आये थे। उन्होंने दो भारी सन्दूक उतारे और तेजी से मकान में प्रवेश कर गये। आधा घण्टे रुकने के पश्चात् वह कार द्वारा वहाँ से प्रस्थान कर गये। इन सन्दूकों में कुछ आपत्तिजनक सामान हो सकता है और ये युवक कोई अपराधी अथवा आतंकवादी हो सकते हैं।
रचना इनसे नगर में धन - जन की हानि होना भी असम्भव नहीं है। दिन में ये लोग प्रायः घर से बाहर नहीं निकलते। मोहल्ले में किसी से इनका मिलना - जुलना भी नहीं है। लेकिन रात में इनके पास लोग अवश्य आते - जाते रहते हैं।
आपको यह सूचना देते समय मेरा उद्देश्य नगर को किसी अनहोनी से बचाना है। आशा है आप इस विषय में तुरन्त कार्यवाही करेंगे। यदि मुझे कोई सूचना मिलेगी तो मैं आपको गुप्तरूप से इसी प्रकार सूचित करूँगा। निवेदन है कि इस विषय में मेरा नाम गुप्त ही रखा जाए।
धन्यवाद
भवदीय
ह. राकेश रंजन
प्रश्न 8.
अधिशासी अभियन्ता राज. विद्युत परिषद, चुल को एक शिकायती पत्र लिखकर सूचित कीजिए कि आपके पास पड़ोस में लोग तारों से सीधे कटिया द्वारा बिजली लेते हैं तथा इस तरह बिजली विभाग को आर्थिक क्षति पहुँचाते हैं।
उत्तर :
दिनांक - 10 अगस्त, 20_ _
प्रेषक
अनुपम मिश्र
9/25 कटरा सेवाराम
चुरू (राज.)
सेवा में,
अधिशासी अभियन्ता
राज. विद्युत परिषद
चुरू (राज.)
विषय - बिजली की चोरी रोकने के सम्बन्ध में।
महोदय,
मैं आपको ध्यान चुरू शहर में होने वाली बिजली की चोरी की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। मैं चुरू को कटरा सेवाराम में रहता हूँ। मैं प्रतिदिन देखता हूँ कि लोग बिजली के तारों पर कटिया डालकर सीधे बिजली लेते हैं तथा उसका अवैध प्रयोग करते हैं। इनके घर में बिजली का कनेक्शन है तथा मीटर भी लगा है परन्तु वे इस चोरी से बाज नहीं आते।। वे इस चोरी की बिजली का उपभोग अपनी पानी की मोटरें चलाने, प्रेस करने, कूलर, एसी आदि चलाने में करते हैं। मकानों में तो लघु उद्योग भी लगे हुए हैं। इनकी मशीनें भी इस चोरी की बिजली से चलाई जाती हैं।
आप समझ सकते हैं कि ऐसी खुलेआम चोरी बिना आपके विभाग के कुछ कर्मचारियों की सहमति के नहीं हो सकती। इससे अनेक बार बिजली गुल हो जाती है। फ्यूज उड़ जाता है तथा वोल्टेज बहुत कम आता है। इससे तारों में आग भी लंगा करती है। हमें भय है कि इससे हमारे घर के कीमती विद्युत - उपकरण भी फुक सकते हैं तथा घरों में भीषण अग्नि - काण्ड भी हो सकते हैं। आपसे निवेदन है कि इस विषय में कार्यवाही करते हुए इस बिजली चोरी को रोकें जिससे भावी जन - धन से रक्षा हो सके तथा विद्युत विभाग भी आर्थिक क्षति से बच सके।
धन्यवाद
भवदीय
ह. अनुपम मिश्र
प्रश्न 9.
एक शिकायती पत्र प्रधान डाकपाल मुख्य डाकघर, गंगापुर सिटी को लिखिये। उनको अवगत कराइये कि आपकी कॉलोनी में डाक के वितरण की व्यवस्था सन्तोषप्रद नहीं है।
उत्तर :
दिनांक - 26 जुलाई, 20_ _ई.
प्रेषक
रवीन्द्र मोहन गुप्ता
26K स्टेशन रोड,
गंगापुर सिटी,
सेवा में,
प्रधान डाकपाल
मुख्य डाकघर, गंगापुर सिटी
विषय - डाक बाँटने में अनियमितता।
महोदय,
मैं आपका ध्यान गंगापुर सिटी के स्टेशन रोड की डाक वितरण की अव्यवस्था की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। विगत डेढ़ - दो माह से हमारी कॉलोनी में डाक का वितरण विधिवत् नहीं हो रहा है। दो महीने से यहाँ डाक बाँटने का काम रामसिंह भाटी नामक डाकिया कर रहा है।
वह प्रतिदिन न आकर पाँच - छः दिन में आता है तथा इतने दिनों की चिट्ठियाँ एक साथ बाँट जाता है। इससे पत्र या तो लोगों को मिलते ही नहीं अथवा बहुत देर से प्राप्त होते हैं। बहुत बार वह पूरी डाक किसी एक दुकान पर ही पटक जाता है। इस अव्यवस्था से हम लोग अत्यन्त परेशान हैं।
पन्द्रह दिन पूर्व मेरा एक इन्टरव्यू कॉल आया था। पत्र जब मुझे मिला तब तक इन्टरव्यू की तारीख निकल चुकी थी। इससे मेरे मन पर जो कुठाराघात हुआ उसको आप समझ सकते हैं।
आपसे निवेदन है कि इस विषय में उचित कार्यवाही करते हुए उसे चेतावनी दें कि वह डाक प्रतिदिन समय से बाँटे।
भवदीय
रवीन्द्र मोहन गुप्ता